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जब किरदार में ढलने के लिए ऋतिक ने कमरे में कर लिया खुद को कैद, लोग कहने लगे थे पागल

ऋतिक रोशन बॉलीवुड के सबसे उम्दा कलाकारों में से एक हैं। अपने अभिनय से वे लाखों दिलों पर राज करते हैं। अभिनेता की जल्द ही बहुप्रतीक्षित फिल्म फाइटर रिलीज होने वाली है। इस फिल्म का निर्देशक पठान और वॉर जैसी ब्लॉकबस्टर बना चुके सिद्धार्थ आनंद ने किया है। फिल्म में दीपिका पादकुोण और अनिल कपूर में अहम भूमिकाओं में हैं। फिल्म की हर ओर हो रही चर्चा के बीच आज के थ्रोबैक थर्सडे में हम आपको ऋतिक रोशन से जुड़ा ही किस्सा बताने जा रहे हैं।

ऋतिक उन कलाकारों में से हैं जो किसी भी किरदार में खुद को पूरी तरह से ढालने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। ऐसा वे तब से कर रहे हैं जब इंडस्ट्री में मेथड एक्टिंग का चलन बिल्कुल न के बराबर था। आपको जानकर हैरानी होगी कि ऋतिक ने कोई मिल गया के रोहित के किरदार में के लिए फिल्म की शूटिंग शुरू होने से पहले खुद को पांच दिनों के लिए होटल के कमरे में बंद कर लिया था।

अभिनेता के इस फैसले की कई लोगों ने प्रशंसा की तो वहीं, कुछ लोगों ने उनका जमकर मजाक भी उड़या। इस बात का खुलासा अभिनेता ने खुद ही एक साक्षात्कार के दौरान किया था। उस बातचीत में ऋतिक ने कहा था कि लोगों ने मुझे मेरे तरीके को लेकर बहुत शर्मिंदा महसूस कराया।

अभिनेता ने कहा कि उन्हें खुशी है कि मौजूदा समय में इस तरह की प्रक्रिया को लेकर लोग अधिक सजग हो चुके हैं। अभिनेता ने बातचीत के दौरान बताया था कि उन्होंने इस किरदार के लिए खुद को पांच दिनों के लिए एक होटल के कमरे में कैद कर लिया था। इस दौरान उन्होंने वास्तव में उस प्रक्रिया का आनंद लिया और सेट पर पूरी तरह से रोहित के रूप में ही रहे।

अभिनेता ने खुलासा किया कि इस प्रक्रिया को लेकर वे काफी शर्मिंदा भी हुए थे, क्योंकि बहुत से लोग जिनकी वे प्रशंसा और सम्मान करते थे, उन्होंने इस बात का काफी मजाक उड़ाया था। अभिनेता के मुताबिक कई लोग उन्हें कहते थे कि वे पागल हो गए हैं। कोई मिल गया साल 2003 में रिलीज हुई थी। इसका निर्देशन राकेश रोशन ने किया था। बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ब्लॉकबस्टर रही थी। साथ ही, फिल्म में ऋतिक की एक्टिंग की भी लोगों ने काफी तारीफ की थी।

जावेद अख्तर ने की मणिरत्नम के काम की प्रशंसा, कहा- ‘उन्होंने हमें अनपढ़ बच्चों जैसा महसूस कराया’

जावेद अख्तर और निर्देशक मणिरत्नम भारतीय फिल्म उद्योग में सबसे प्रसिद्ध नामों में से हैं। जावेद अख्तर हाल ही में सिनेमा में उनके योगदान के लिए मणिरत्मन को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक इवेंट में शामिल हुए। मणिरत्नम की पिछली फिल्में ‘पोन्नियिन सेलवन 1’ और ‘पोन्नियिन सेलवन 2’ बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया था। फिल्मों में उनके योगदान के लिए उन्हें ‘इंडियन ऑफ द ईयर अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया। यह अवॉर्ड उन्हें जावेद अख्तर के हाथों मिला। अख्तर ने इसके लिए निर्देशक की प्रशंसा भी की।

मणिरत्नम के काम को जावेद अख्तर ने बताया अभूतपूर्व
जावेद अख्तर ने हाल ही में एक बातचीत में मणिरत्नम की प्रशंसा की और कहा कि निर्देशक ने अहंकारी हिंदी फिल्म उद्योग में खुद को साबित किया। बॉम्बे फिल्म उद्योग के लोग बहुत आत्मसंतुष्ट और आश्वस्त हैं। हम अपनी श्रेष्ठता के प्रति पूरी तरह आश्वस्त रहते थे। फिर, तमिलनाडु से एक निर्देशक आए और उन्होंने उस तरह का काम करके ऐसा जोरदार तमाचा मारा, जो हमने पहले कभी नहीं देखा था।’ अख्तर ने मणिरत्नम के काम को अभूतपूर्व बताया।

मणिरत्नम की तारीफ में जावेद अख्तर ने कही ये बात
गीतकार जावेद अख्तर ने मणिरत्नम की तारीफ में आगे कहा, ‘हम अपनी तकनीकी श्रेष्ठता को लेकर पूरी तरह आश्वस्त थे। उन्होंने हमें अनपढ़ बच्चों जैसा महसूस कराया। लोग आज भी उनसे और उनके काम से काफी प्रभावित होते हैं। मुझे गर्व है कि मैं उन्हें जानता हूं। फिल्म उद्योग में मणिरत्नम की तरह सफलता बरकरार रखना बहुत ही कठिन है।’

‘इंडस्ट्री में केवल सफलता ही कायम नहीं रखती’
उन्होंने कहा, ‘यह राजनीतिक रूप से सही नहीं होगा लेकिन मैं आपको दस निर्देशकों के नाम बता सकता हूं, जिन्होंने कई सुपरहिट फिल्में बनाई हैं लेकिन उन्हें कोई याद नहीं रखता। फिल्म उद्योग में केवल सफलता ही आपको कायम नहीं रखती, बल्कि कुछ असाधारण काम से भी सफलता मिलती है और वह मणिरत्नम द्वारा है।’

विवादित संवाद को लेकर ‘अन्नपूर्णानी’ के खिलाफ हुआ विरोध प्रदर्शन, निर्माताओं ने जारी किया बयान

साउथ अभिनेत्री नयनतारा की फिल्म ‘अन्नपूर्णानी’ के निर्माताओं के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा है। इस मामले में फिल्म के निर्माताओं के खिलाफ मुंबई पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की थी। अब यह विवाद बढ़ता ही जा रहा है। ‘अन्नपूर्णानी’ में भगवान राम के खिलाफ विवादास्पद संवादों को लेकर नेटफ्लिक्स के कार्यालय के बाहर गुरुवार की सुबह मुंबई में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया। विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने कार्यालय के बाहर नारेबाजी की और फिल्म को मंच से हटाने की मांग की।

कार्यकर्ताओं ने किया विरोध-प्रदर्शन
इंटरनेट पर कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें कार्यकर्ताओं को अपनी पार्टी के झंडे लहराते और नयनतारा की ‘अन्नपूर्णानी’ के बहिष्कार की मांग करते देखा जा सकता है। हालांकि, बाद में कार्यकर्ताओं को मुंबई पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उन्हें साइट छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। दरअसल, यह विवाद तब शुरू हुआ, जब कई राजनीतिक नेताओं ने निर्माताओं के खिलाफ भगवान राम का अपमान करने का आरोप लगाया। फिल्म का एक किरदार अभिनेत्री से मांस खाने के लिए उकसाते हुए कहता है कि भगवान श्रीराम भी मांस खाने वाले थे।

निर्माताओं ने कही यह बात
जी स्टूडियोज ‘अन्नपूर्णानी’ के निर्माताओं में से एक है। अब भारी हंगामे के बाद जी स्टूडियोज ने एक बयान जारी किया, जिसमें वादा किया गया कि दृश्य को संपादित किया जाएगा और जब तक आवश्यक बदलाव नहीं किए जाते, तब तक फिल्म को नेटफ्लिक्स से हटा दिया जाएगा। बयान में कहा गया है, ‘फिल्म के सह-निर्माता के रूप में हमारा हिंदुओं और ब्राह्मण समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का कोई इरादा नहीं है और हम संबंधित समुदायों की भावनाओं को हुई असुविधा और ठेस के लिए माफी मांगना चाहते हैं।’

निर्माताओं पर लगे कई आरोप
यह विवाद पहली बार तब सामने आया, जब शिवसेना नेता रमेश सोलंकी ने हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए ‘अन्नपूर्णानी के निर्माताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा था, ‘ऐसे समय में जब पूरी दुनिया भगवान श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की प्रत्याशा में खुशी मना रही है, यह हिंदू विरोधी फिल्म अन्नपूर्णानी नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है, जो जी स्टूडियो, नाद स्टूडियो और ट्राइडेंट आर्ट्स द्वारा निर्मित है। एक बेटी हिंदू पुजारी, बिरयानी पकाने के लिए नमाज अदा करता है। इस फिल्म में लव जिहाद को बढ़ावा दिया गया है। अभिनेता फरहान ने अभिनेत्री को यह कहकर मांस खाने के लिए उकसाया कि भगवान श्री राम भी मांस खाने वाले थे।’ उन्होंने यह भी बताया कि फिल्म में अभिनेत्री के पिता एक मंदिर के पुजारी हैं, जो भगवान विष्णु के लिए भोग भी बनाते हैं, लेकिन उनकी बेटी को लेकर फिल्म में मांस पकाना, मुस्लिम से प्यार करना, रमजान इफ्तार के लिए जाना और नमाज अदा करना दिखाया गया है। साथ ही फिल्म पर लव जिहाद को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया गया।’

आज का राशिफल; 11 जनवरी 2024

मेष राशि:
आज का दिन आपके लिए बहुत ही सूझबूझ दिखाकर आगे बढ़ने के लिए रहेगा। प्रतिस्पर्धा का भाव आपके मन में बना रहेगा। किसी बड़े लक्ष्य के प्रति आप समर्पित रहेंगे और कार्यक्षेत्र में आपको योग्यता अनुसार धन मिलने से आपकी प्रसन्नता का ठिकाना नहीं रहेगा। माता-पिता के आशीर्वाद से आपका कोई रुका हुआ काम पूरा होता दिख रहा है। आपको किसी पुरानी गलती को लेकर पछतावा होगा। संतान पक्ष की ओर से आपको कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। आप किसी से धन उधार ना लें, नहीं तो आपको उसे उतारने में समस्या होगी।
वृष राशिः
आज का दिन आपके लिए भाग्य के दृष्टिकोण से अच्छा रहने वाला है। आपकी महत्वपूर्ण योजनाओं को गति मिलेगी और आप जिस काम में हाथ डालेंगे, उसमें आपको सफलता अवश्य मिलेगी। जो जातक सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें अभी कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। आपकी किसी नए काम को करने के प्रयास रंग लेंगे। मन की इच्छा की पूर्ति होने से आपको खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा। आप अपने कामों पर पूरा फोकस बनाए रखें, तभी आप कामों को समय पर निपटा पाएंगे।
मिथुन राशि :
आज का दिन आपके लिए स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने के लिए रहेगा। आप अपने कामों में लापरवाही ना बरतें, नहीं तो समस्या हो सकती है। किसी सामाजिक आयोजन में आपको सम्मिलित होने का मौका मिल सकता है। आपको पिताजी को पैरो में दर्द आदि जैसी समस्या चल रही थी, तो उनके कष्टों में वृद्धि हो सकती है। व्यवसाय में आप किसी डील को लेकर यदि लंबे समय से परेशान चल रहे थे, तो वह फाइनल हो सकती है। विद्यार्थियों को शिक्षा में आ रही समस्याओं को लेकर अपने सीनियर से बातचीत करनी होगी।
कर्क राशि:
आज का दिन आपके लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। आपके जीवनसाथी को किसी नई नौकरी की प्राप्ति हो सकती है और साझेदारी में किसी काम को करके आपको अच्छे लाभ की प्राप्ति हो सकती है। नौकरी में कार्यरत लोग टीमवर्क के जरिए काम करके किसी काम को समय से पहले पूरा करते देंगे। आप कार्यक्षेत्र में अच्छे सोच बनाए रखें, तभी आप लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर पाएंगे। आपकी वाणी की सौम्यता देखकर आपके मित्रों की संख्या में भी इजाफा होगा। आपको किसी काम
सिंह राशि:
आज का दिन आपके लिए मेहनत और लगन से काम करने के लिए रहेगा। आप अजनबी लोगों पर अत्यधिक भरोसा ना करें। किसी सरकारी योजना का आपको पूरा लाभ मिलेगा, लेकिन आप उसके नीति नियमों पर पूरा ध्यान दें। आप बुद्धि से वह सब कुछ पा सकते हैं, जिसकी आपके पास अभी तक कमी थी। आप अपनी जिम्मेदारियों को समय रहते निभाएं, नहीं तो समस्या आ सकती है। संतान पक्ष की ओर से आपको कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती हैं। आपके किसी परिजन के लिए आपको कुछ रूपयों का इंतजाम भी करना पड़ सकता है।
कन्या राशि:
आज का दिन आपके लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है। आपकी अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी और प्रतिस्पर्धा का भाव आपके मन में बना रहेगा। मित्रों के साथ आप कुछ आनंदित समय व्यतीत करेंगे। आपको उम्मीद से ज्यादा लाभ मिलने से आपकी प्रसन्नता का ठिकाना नहीं रहेगा। संतान की किसी गलती को लेकर आपको पछतावा हो सकता है। आपके कुछ विरोधी आपको परेशान करने की कोशिश कर सकते हैं, जिन्हें आप अपनी चतुर बुद्धि से आसानी से मात दे पाएंगे। आप अपने घर को रिनोवेट करने पर भी पूरा ध्यान देंगे।
तुला राशिः 
आज का दिन सामाजिक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों के लिए अच्छा रहने वाला है। आपको शीध्रता और भावुकता में कोई निर्णय लेने के लिए बचने के लिए अच्छा रहेगा। बिजनेस में आ रही समस्याओं को लेकर आप किसी अनुभवी व्यक्ति से सलाह मशवरा कर सकते हैं। परिवार में छोटे बच्चों के साथ आप कुछ समय खेलकूद में व्यतीत करेंगे, जिससे आपकी मानसिक चिंताएं भी थोड़ा कम होंगी। संतान के लिए आप किसी नये वाहन को लेकर आ सकते हैं। आपको माताजी से किसी किए हुए वादे को समय रहते पूरा करना होगा, नहीं तो वह आपसे नाराज हो सकती हैं।
वृश्चिक राशिः 
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहने वाला है। आपके आत्मविश्वास को बढावा मिलेगा और आपके साहस और प्राक्रम में वृद्धि होगी। आपको वाणी और व्यवहार में मधुरता बनाएं रखने के लिए रहेगा। आपको संतान पक्ष की ओर से कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। नौकरी में कार्यरत लोगों को कुछ भी नहीं छुपाना है, नहीं तो बाद में इसका असर उनके प्रमोशन पर भी पड़ सकता है। आप ऑनलाइन कम कर रहे हैं, तो उन लोगों को कोई बड़ा ऑर्डर हाथ लग सकता है। शेयर मार्केट में निवेश करने वाले लोगों को अच्छा लाभ मिलेगा।
धनु राशिः 
आज का दिन आपके लिए खान-पान पर नियंत्रण बनाने के लिए रहेगा, नहीं तो आपको कोई पेट संबंधित समस्या हो सकती है। बैंकिंग क्षेत्रों में कार्यरत लोग अपने कामों पर पूरा ध्यान दें। कुछ धन बचत की योजनाओं में भी लगा सकते हैं। आपको कोई प्रिय वस्तु जीवनसाथी की ओर से भेंट स्वरूप प्राप्त हो सकती है। आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर रहेगी, इसलिए आप कुछ एक्स्ट्रा खर्च भी आसानी से कर पाएंगे, लेकिन आपको भाई-बहनों का पूरा साथ मिलेगा। आपकी किसी पुराने मित्र से लंबे समय बाद मुलाकात होगी, जो विद्यार्थी विदेश जाकर शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं, उनकी यह इच्छा पूरी हो सकती है।
मकर राशिः 
आज का दिन आपके लिए रचनात्मक कार्यों से जुड़कर नाम कमाने के लिए रहेगा। आपकी दीर्घकालीन योजनाओं को गति मिलेगी और आप अपने आवश्यक कामों की सूची बनाकर चलेंगे, तो आपके लिए बेहतर रहेगा। आपका कोई महत्वपूर्ण काम यदि लंबे समय से रुका हुआ था, तो वह पूरा हो सकता है। अविवाहित जातकों के जीवन में किसी नए मेहमान की दस्तक हो सकती है। विद्यार्थियों को पढ़ाई लिखाई में आ रही समस्याओं को लेकर अपने सीनियर से बातचीत करनी होगी। आप किसी बड़े जोखिम को उठाने से बचें, नहीं तो इससे आपका कोई नुकसान हो सकता है।
कुंभ राशिः 
आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। आपको कानूनी मामलों में सावधान रहने की आवश्यकता है। आप किसी काम को लेकर अति उत्साहित होंगे,तो समस्या हो सकती है। आप अपनी आय- व्यय के लिए बजट बनाकर चलेंगे, तो आपके लिए बेहतर रहेगा। कारोबार में आपको किसी योजना पर ध्यान देकर आगे बढ़ना होगा। आपको लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है। आपको कोई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती दिख रही है। आप किसी विदेश की यात्रा पर जाने की प्लानिंग कर सकते हैं। आपको किसी कानूनी मामले में जीत मिल सकती हैं।
मीन राशिः 
आज का दिन आपके लिए धार्मिक गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए रहेगा। कारोबार में आपको अच्छा लाभ मिलने की संभावना बनती दिख रही है, लेकिन आप किसी अजनबी के बातों में ना आएं। लोगों से काम निकलवाने के लिए आप वाणी की मधुरता बनाए रखें, तभी आपके काम आसानी से पूरे होते दिखेगी। औद्योगिक क्षेत्रों में आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे। यदि आपको किसी काम को लेकर सलाह की आवश्यकता हो, तो आप किसी अनुभवी व्यक्ति से सलाह मश्वरा अवश्य करें, तो आपके लिए बेहतर रहेगा। आपका कोई महत्वपूर्ण लक्ष्य पूरा होगा। नौकरी में कार्यरत लोगों को कोई बड़ी उपलब्धि हाथ लग सकती है।

अंतरराष्ट्रीय व्यापार रोकने के लिए हूतियों ने सात हफ्ते में किए 26 हमले, US-UK ने ऐसे नाकाम किए इरादे

लेबनान के ईरान समर्थित संगठन हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बाधित करने की कोशिशें जारी रखी हैं। इस्राइल-हमास में जारी संघर्ष के बीच हूती बीते सात हफ्तों में इस व्यापार मार्ग पर 26 बार हमले कर चुके हैं। इस दौरान इस संगठन ने 18 ड्रोन लॉन्च किए। अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) ने कहा कि उसने और ब्रिटिश सेना ने इन ड्रोन्स के साथ-साथ लेबनान से दागी गई दो एंटी शिप क्रूज मिसाइलें और एक एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल को भी मार गिराया। अमेरिकी सेंट्रल कमांड की ओर से जारी बयान के मुताबिक, हूतियों ने ईरान द्वारा डिजाइन्ड ड्रोन्स और मिसाइलों से हमला किया। इनकी तरफ से दक्षिण लाल सागर को निशाना बनाया गया। हालांकि, इस हमले को नाकाम कर दिया गया।

गौरतलब है कि इस्राइल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद से ही हूतियों ने इस्राइल समर्थक पश्चिमी देशों को चेतावनी दे दी थी। संगठन की तरफ से लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए जा रहे शिप-कंटेनरों को निशाना बनाया जा रहा है। इन हमलों और इस्राइल की सुरक्षा के मद्देनजर अमेरिका और पश्चिमी देशों के समूह ने मार्ग की सुरक्षा के लिए समझौता किया और अपने कई हथियारों को इस क्षेत्र में तैनात किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हूतियों के ताजा हमले में अमेरिका के तीन और ब्रिटेन के एक युद्धपोत ने जवाबी कार्रवाई की। हालांकि, हूतियों ने इस हमले के नाकाम हो जाने के बावजूद हमले जारी रखने की बात कही है।

चुनाव चिह्न पर पेशावर हाईकोर्ट से पीटीआई को राहत, ईसीपी का फैसला रद्द; पर इमरान को लगा झटका

आम चुनावों से पहले इमरान खान की पार्टी को पाकिस्तान के एक उच्च न्यायालय ने बड़ी राहत दी है। अदालत ने चुनाव आयोग (ईसीपी) के उस फैसले को ‘असंवैधानिक’ बताया है, जिसमें उसने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री की पार्टी के चुनाव चिह्न ‘क्रिकेट बैट’ को रद्द कर दिया था और पार्टी के आंतरिक चुनावों को खारिज कर दिया था।

देश के एक प्रमुख अखबार की खबर के मुताबिक, पेशावर उच्च न्यायालय ने ईसीपी को निर्देश दिया कि वह पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को उसके क्रिकेट बैट का चुनाव चिह्न वापस लौटाए और पार्टी के आंतरिक चुनाव का प्रमाणपत्र अपनी वेबसाइट पर डाले। उच्च न्यायालय से यह फैसला ऐसे समय में सामने आया है, जब पार्टी ने सर्वोच्च न्यायालय से चुनाव चिह्न क्रिकेट बैट की बहाली की मांग वाली अपील वापस ली है।

ईसीपी ने 22 दिसंबर को फैसला दिया था कि पीटीआई आम चुनाव के लिए अपना चुनाव चिह्न क्रिकेट बैट बरकरार नहीं रख सकती। उसने यह भी कहा था कि पीटीआई अपने मौजूदा संविधान और चुनाव कानूनों के तहत पार्टी के भीतर चुनाव कराने में विफल रही है। न्यायमूर्ति एजाज अनवर और न्यायमूर्ति अरशद अली की दो सदस्यीय पीएचसी पीठ ने ईसीपी के फैसले को गलत बताया। पीटीआई ने 26 दिसंबर को ईसीपी के आदेश के खिलाफ पेशावर उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था और एक सदस्यीय पीठ ने नौ जनवरी तक पार्टी के चुनाव चिह्न को बहाल कर दिया था।

30 दिसंबर को ईसीपी ने उच्च न्यायालय में एक समीक्षा याचिका दायर की। जिसमें दलील दी गई कि अदालत ने अपने अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन किया है। इसके कुछ दिन बाद पीटीआई को बड़ा झटका देते हुए उच्च न्यायालय ने ईसीपी के आदेश को बहाल कर दिया था और पार्टी से उसका चुनाव चिह्न फिर से छीन लिया। इसके बाद पीटीआई ने ईसीपी के फैसले की बहाली के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख किया था।
इससे एक दिन पहले पीटीआई के वकील बैरिस्टर अली जफर ने पेशावर उच्च न्यायालय के समक्ष दलील दी थी कि चुनाव आयोग केवल लिखित प्रमाण पत्र रखने वाला निकाय है और उसके पास किसी पार्टी का चुनाव चिह्न छीनने का अधिकार नहीं है। पीटीआई और ईसीपी का प्रतिनिधित्व करने वाले वकीलों द्वारा लगभग पांच घंटे तक चली बहस के बाद पीठ ने सुनवाई बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी थी।

न्यायमूर्ति अनवर और न्यायमूर्ति अली ने सुनवाई की अध्यक्षता की, जहां पीटीआई के आंतरिक चुनावों को चुनौती देने वालों के वकीलों को अपनी दलीलें पेश करनी थीं। फैसले की घोषणा के बाद पेशावर उच्च न्यायालय के बाहर मीडिया से बात करते हुए पीटीआई के वकील जफर ने कहा, अब, पीटीआई को ये चुनाव जीतने से कोई नहीं रोक सकता।

लाहौर हाईकोर्ट ने बरकरार रखा निर्वाचन अधिकारियों का फैसला
हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अगले महीने होने वाले आम चुनाव लड़ने के लिए लाहौर उच्च न्यायालय (एलएचसी) से कोई राहत नहीं मिली। एलएचसी के अपीलीय न्यायाधिकरणों ने पीटीआई पार्टी के संस्थापक का पंजाब प्रांत में नेशनल असेंबली की दो सीटों के लिए नामांकन पत्र खारिज करने के निर्वाचन अधिकारियों (आरओ) के फैसले को बरकरार रखा।

भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच सुप्रीम कोर्ट के जज ने दिया इस्तीफा, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को लिखा पत्र

भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया। एक दिन हले शीर्ष अदालत की अनुशासन समिति ने कदाचार के लिए उनके खिलाफ कार्यवाही पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।

राष्ट्रपति अल्वी को लिखा पत्र
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को एक पत्र लिखकर न्यायमूर्ति सैयद मजहर अली अकबर ने अपना इस्तीफा दे दिया। इसमें उन्होंने कहा कि वह जिस तरह के आरोप उनके खिलाफ लगाए गए और जिस तरह से उनके साथ व्यवहार किया गया, उनके बीच वह अपने कर्तव्यों को आगे नहीं बढ़ा सकते।

‘न्यायाधीश के रूप में काम जारी रखना संभव नहीं’
उन्होंने कहा, ‘पहले लाहौर उच्च न्यायालय और फिर पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में नियुक्त होना और सेवा देना सम्मान की बात थी। लेकिन, ऐसी परिस्थितियों में, जो सार्वजनिक जानकारी और कुछ हद तक सार्वजनिक रिकॉर्ड का मामला है, मेरे लिए पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में काम करना जारी रखना संभव नहीं है।’

एसजेसी ने कार्यवाही पर रोक लगाने से किया इनकार
उन्होंने कहा, ‘उचित प्रक्रिया के विचार भी मजबूर करते हैं। इसलिए मैं आज पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश पद से इस्तीफा देता हूं।’ मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय ने न्यायाधीश नकवी के कथित कदाचार को लेकर सर्वोच्च न्यायिक परिषद (एसजेसी) में उनके खिलाफ कार्यवाही पर रोक लगाने के अनुरोध को खारिज कर दिया था।

‘मेरे खिलाफ किया गया अपमानजनक व्यवहार’
दिसंबर में मुख्य न्यायाधीश (सीजेपी) काजी फैज ईसा और शीर्ष अदालत के सभी न्यायाधीशों को लिखे एक पत्र में न्यायमूर्ति नकवी ने कहा था कि एसजेसी द्वारा उनके साथ किया गया व्यवहार अपमान से कम नहीं है। एसजेसी ने पिछले साल 27 अक्तूबर को न्यायमूर्ति नकवी को पीठ में हेरफेर और वित्तीय कदाचार का आरोप लगाने वाली विभिन्न शिकायतों के बीच ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया था।

किसने दर्ज कराई थी शिकायत
पाकिस्तान बार काउंसिल, वकील मियां दाऊद और अन्य ने उच्चतम के न्यायाधीश के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। एसजेसी ने न्यायाधीश को दो सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया था। एसजेसी में न्यायमूर्ति तारिक मसूद, न्यायमूर्ति इजाजुल अहसन, लाहौर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद अमीर भट्टी और बलूचिस्तान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश नईम अख्तर शामिल हैं। एसजेसी शीर्ष न्यायपालिका के न्यायाधीशों के खिलाफ शिकायतों की सुनवाई करने वाला शीर्ष निकाय भी है।

इस मामले में न्यायाधिकरण को घोषित किया असंवैधानिक
लाहौर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति नकवी ने दिवंगत सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ को मौत की सजा सुनाने वाले विशेष न्यायाधिकरण को असंवैधानिक घोषित कर दिया था। दिलचस्प बात यह है कि उनका इस्तीफा तब आया, जब मुशर्रफ मामले में उनके फैसले को सर्वोच्च न्यायालय ने रद्द कर दिया। हालांकि, यह पता नहीं चल पाया है कि दोनों घटनाक्रम आपस में जुड़े हैं या नहीं।

किसी जाति, धर्म के नहीं सबके भगवान हैं रामलला, अनर्गल बयानों पर न दें ध्यान

प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला का भव्य मंदिर बनकर तैयार है। यह कोई भाजपा का मंदिर नहीं है। यह देश में रहने वाले प्रत्येक मानव का मंदिर है। रामलला को किसी जाति, धर्म संप्रदाय में नहीं बांटा जा सकता। भगवान राम सबके हैं। 500 साल की कड़ी तपस्या के बाद मंदिर का निर्माण हुआ है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन सबको मिलकर दीपावली मनानी चाहिए।

प्रयागराज पहुंचे डिप्टी सीएम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राम मंदिर के लिए 1949 से लड़ाई चल रही थी। भगवान राम को ताले के अंदर से निकालकर गुलामी की निशानी मिटाई गई और आज भव्य राम मंदिर बनकर तैयार है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयान पर कहा कि उन्हें अनर्गल बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। वह रट्टू तोता हैं। उन्हें जो भी लिखकर दिया जाता है वही बोलते हैं, उससे एक शब्द जाता नहीं बोलते। गैर भाजपा दलों के नेताओं के बयान पर कहा कि राम मुसलमानों के भी पूर्वज थे। हिंदुओं के आराध्य हैं। भगवान राम किसी मजहब, धर्म और जात के नहीं हैं।
राष्ट्रीय एकता का स्वरूप है अयोध्या का रामलला मंदिर

केशव ने कहा कि रामलला का मंदिर राष्ट्र मंदिर और राष्ट्रीय एकता का स्वरूप है। यह दुनिया का ऐसा मंदिर है जिसमें सबसे ज्यादा लोगों का सहयोग है। देश दुनिया में रहने वाले सबके लिए प्राण प्रतिष्ठा एक उत्सव है। सबको 22 जनवरी को दीपावली मनानी चाहिए। राम मंदिर के लिए सबने सहयोग किया। आर्थिक, शारिरीक, मानसिक और भावनात्मक सहयोग के साथ करोड़ो लोगों ने श्रीराम जय जय राम जय जय राम महामंत्र के माध्यम से मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया।

कुंभ के बारे में कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप दिव्य और भव्य कुंभ का आयोजन होगा। जिसमें प्लास्टिक का प्रयोग नहीं किया जाएगा। उन्होंने सबसे अपील किया कि सिंगल यूज प्लास्टिक के अभियान में सहयोग करें। यह देश के भविष्य और पर्यावरण के लिए भी सही है। 2019 के कुंभ में यहां की स्वच्छता से प्रभावित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफाई कर्मियों का पैर पखारकर उनका अभिनंदन किया था।

‘प्राण प्रतिष्ठा’ शब्द बहुत सुन रहे होंगे आप, आइए समझिए कि इसका मतलब क्या है? कैसे आते हैं प्राण

राम जन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन राममंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को अब कुछ दिन ही शेष हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त का क्षण 84 सेकेंड का है, जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड तक होगा। नए मंदिर में मूर्ति स्थापना पर प्राण प्रतिष्ठा किया जाना आवश्यक होता है। बिना इसके मूर्ति पत्थर की आकृति मात्र ही रहती है।

किसी भी मूर्ति की स्थापना के समय प्रतिमा रूप को जीवित करने की विधि को प्राण प्रतिष्ठा कहा जाता है। इस अनुष्ठान के लिए शुभ मुहूर्त का होना जरूरी है। शुभ मुहूर्त में की गई प्राण प्रतिष्ठा ही फलकारी होती है और कहा जाता है कि देव साक्षात उस मूर्ति में निवास करते हैं। प्राण प्रतिष्ठा के लिए देवी या देवता की अलौकिक शक्तियों का आह्वान किया जाता है जिससे कि वो मूर्ति में आकर प्रतिष्ठित यानी विराजमान हो जाते हैं। इसके बाद वो मूर्ति जीवंत भगवान के रूप में मंदिर में स्थापित होती है।

ये है प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया
प्राण प्रतिष्ठा के लिए सबसे पहले देवी-देवताओं की प्रतिमा को गंगाजल या विभिन्न (कम से कम 5) नदियों के जल से स्नान कराया जाता है। इसके पश्चात, मुलायम वस्त्र से मूर्ति को पोछने के बाद देवी-देवता को नए वस्त्र धारण कराए जाते हैं। इसके बाद प्रतिमा को शुद्ध एवं स्वच्छ स्थान पर विराजित किया जाता है और चंदन का लेप लगाया जाता है। इसी समय मूर्ति का विशेष शृंगार किया जाता है और बीज मंत्रों का पाठ कर प्राण प्रतिष्ठा की जाती है। इस समय पंचोपचार कर विधि-विधान से भगवान की पूजा-अर्चना की जाती है और अंत में आरती कर लोगों को प्रसाद वितरित किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा करने से ईश्वर की पूजा करने से लोगों को भय से मुक्ति मिलती है। व्यक्तिगत जीवन से बाधाओं को दूर करने का मौका मिलता है। प्राण प्रतिष्ठित मूर्ति की पूजा करने से रोग दोष से भी मुक्ति मिलती है।।

इस मंत्र से होती है प्राण प्रतिष्ठा
मानो जूतिर्जुषतामज्यस्य बृहस्पतिर्यज्ञमिमं, तनोत्वरितष्टं यज्ञ गुम समिम दधातु विश्वेदेवास इह मदयन्ता मोम्प्रतिष्ठ।। अस्यै प्राणा: प्रतिष्ठन्तु अस्यै प्राणा: क्षरन्तु च अस्यै, देवत्य मर्चायै माम् हेति च कश्चन।। ऊं श्रीमन्महागणाधिपतये नम: सुप्रतिष्ठितो भव, प्रसन्नो भव, वरदा भव।

हत्या से जुड़े मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को राहत, HC का बरी करने का फैसला बरकरार

सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा है, जिसमें हत्या के मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को बरी किए जाने के खिलाफ 2004 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दायर अपील को खारिज कर दिया गया था। मामला 2000 में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में प्रभात गुप्ता की हत्या से जुड़ा है।

दो सदस्यीय पीठ ने कहा कि वह हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ और ट्रायल कोर्ट द्वारा दर्ज किए गए तथ्यों के निष्कर्षों में हस्तक्षेप करने के इच्छुक नहीं हैं। पीठ ने आठ जनवरी को पारित अपने आदेश में कहा कि याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील कपिल सिब्बल को विस्तार से सुनने और रिकॉर्ड पर रखी की गई सामग्री को पढ़ने के बाद हम दोनों अदालतों द्वारा दर्ज किए गए तथ्यों में हस्तक्षेप के इच्छुक नहीं हैं। गौरतलब है कि ट्रायल कोर्ट ने 2004 में अजय मिश्रा को मामले से बरी कर दिया था, जिसके बाद राज्य सरकार ने फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी।

सुप्रीम कोर्ट याचिकाकर्ता राजीव गुप्ता द्वारा दायर अपील पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें मई 2023 के हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी गई थी। जिसमें कहा गया था कि ट्रायल कोर्ट के फैसले में कोई गलती नहीं थी। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अपील को हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ से प्रयागराज की मुख्य पीठ में स्थानांतरित करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, जिसे अस्वीकार कर दिया गया था। गौरतलब है कि हत्या के सिलसिले में लखीमपुर में दर्ज प्राथमिकी में अजय मिश्रा और अन्य का नाम शामिल था, जिनकी तिकुनिया इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। लखीमपुर खीरी के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने 2004 में अपर्याप्त सबूतों के चलते अजय मिश्रा और अन्य को मामले से बरी कर दिया। मृतक के परिवार ने फैसले को चुनौती देते हुए एक अलग पुनरीक्षण याचिका दायर की थी।