Thursday , October 24 2024

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स्कूल से लौट रहीं पांच छात्राओं को ट्रक ने कुचला, एक की मौत; एक नीचे फंसी

प्रयागराज:  प्रयागराज मिर्जापुर हाईवे पर ओवरलोड ट्रक ने स्कूल से लौट रही पांच छात्राओं को कुचला दिया। इस दौरान एक छात्रा की मौत हो गई। एक ट्रक के नीचे फंसी है। तीन छात्राओं को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। चालक ट्रक छोड़कर मौके से फरार है। बताया जा रहा है कि सभी छात्राएं कठौली स्थित काशी प्रसाद सिंह इंटरमीडिएट कॉलेज से साइकिल से लौट रही थी।

बगीचे में सांप देख रोने लगे बच्चे, कुत्ते ने रस्सी तोड़कर बोला हमला; दांतों से चबा डाला

झांसी:  रक्सा इलाके में एक मकान में जहरीला सांप घुस गया। सांप को देखकर बच्चे जोर-जोर से चिल्लाने लगे, लेकिन बच्चों की आवाज घर के भीतर तक नहीं पहुंच सकी। सांप को देखकर बगीचे में बंधे कुत्ते ने रस्सी तोड़कर सांप पर हमला कर दिया। कुत्ते ने देखते ही देखते अपने दांतों से सांप को मार दिया।

पूरा मामला रक्सा थाना क्षेत्र के करौंदी माता मंदिर के पीछे रहने वाले सागर सिंह यादव के घर का है। सागर सिंह यादव करौंदी माता मंदिर के पीछे रहते हैं। मंगलवार को सुबह तकरीबन दस बजे उनका भतीजा युवराज (10) और टिक्कू (8) और पड़ोसियों के तीन-चार बच्चे बगीचे में खेल रहे थे। इसी दौरान झाड़ियों के सहारे करीब चार फुट लंबा सांप बच्चों की और दौड़ने लगा।

बच्चे सांप देखकर घबरा गए और जोर से चिल्लाने लगे। पास ही बंधे पिटबुल ने बच्चों की आवाज सुनी तो वह किसी अनहोनी की आशंका के चलते जोर-जोर से भौंकने लगा। रस्सी तोड़ते हुए उसने बगीचे में घूम रहे सांप को अपने मुंह में दबा लिया। काफी समय तक देर तक वाह से लड़ता रहा और सांप को मार दिया।

खाने-पीने के सामान में गंदगी मिलाने पर योगी सरकार सख्त, अब दुकानों पर मालिक-मैनेजर का लिखना होगा नाम

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट और गंदी चीजों की मिलावट करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। देश के विभिन्न क्षेत्रों में घटीं ऐसी घटनाओं का संज्ञान लेते हुए मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के सभी होटलों, ढाबों और रेस्टोरेंट आदि संबंधित प्रतिष्ठानों की गहन जांच, सत्यापन आदि के भी निर्देश दिए हैं साथ ही आम जन की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए नियमों में आवश्यकतानुसार संशोधन के भी निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट, अखाद्य और गंदी चीजों की मिलावट की घटनाएं देखने को मिली हैं। ऐसी घटनाएं वीभत्स हैं और आम आदमी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली हैं। ऐसे कुत्सित प्रयास कतई स्वीकार नहीं किया जा सकते।

उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस प्रबंध किए जाने आवश्यक हैं। ऐसे ढाबों और रेस्टोरेंट आदि खान-पान के प्रतिष्ठानों की जांच की जानी आवश्यक है। प्रदेशव्यापी सघन अभियान चलाकर इन प्रतिष्ठानों के संचालक सहित वहां कार्यरत सभी कर्मचारियों का सत्यापन किया जाए। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, पुलिस व स्थानीय प्रशासन संयुक्त टीम द्वारा यह कार्यवाही शीघ्रता से सम्पन्न कराई जाए।

खान-पान के प्रतिष्ठानों पर संचालक, प्रोपराइटर, मैनेजर आदि के नाम और पता प्रमुखता से डिस्प्ले किये जाने चहिये। इस संबंध में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम में आवश्यकतानुसार संशोधन भी किया जाए। ढाबे, होटलों और रेस्टोरेंट आदि खान-पान के प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी की व्यवस्था हो। न केवल ग्राहकों के बैठने के स्थान पर बल्कि प्रतिष्ठान के अन्य हिस्सों को भी सीसीटीवी से कवर होना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि हर प्रतिष्ठान संचालक सीसीटीवी की फीड को सुरक्षित रखेगा और आवश्यकता पड़ने पर पुलिस और स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध कराएगा।

खानपान के केंद्रों पर सफाई हो
मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिया कि खान पान के केंद्रों पर साफ-सफाई होनी चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि खाद्य पदार्थों को तैयार करने तथा सर्विस के समय संबंधित व्यक्ति मास्क और ग्लव्स का उपयोग जरूर करें, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। आमजन के स्वास्थ्य हितों से किसी भी प्रकार का खिलवाड़ नहीं किया जा सकता।

पूर्वी यूपी में झमाझम बारिश शुरू, खुशनुमा रहेगा सितंबर का आखिरी सप्ताह, जानें पूरा अपडेट

लखनऊ:  इस बार मानसून की विदाई देर से होगी… मौसम वैज्ञानिकों का ये पूर्वानुमान सही साबित हो रहा है। मंगलवार को प्रदेश के गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर और आजमगढ़ में झमाझम बारिश देखने को मिली। बारिश की वजह से पिछले कुछ दिनों से सता रही उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली है। पिछले कई दिनों से धूप की तल्खी के बीच धान की खेती करने वाले किसान, बारिश की उम्मीद में आसमान की तरफ देख रहे थे, आज उनके चेहरे खिल गए।

मौसम वैज्ञानिक एम. दानिश के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र और विकसित हो रहे नए वेदर सिस्टम के असर से मंगलवार को पूर्वी यूपी से शुरू हुई बारिश बुधवार के बाद प्रदेश के बाकी हिस्सों तक पहुंच जाएगी। कुल मिलाकर सितंबर का आखिरी सप्ताह खुशनुमा रहने वाला है।

बुधवार से अगले दो-तीन दिन यूपी के विभिन्न इलाकों में हल्की से मध्यम बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। वहीं, 27 व 28 सितंबर को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश के भी संकेत हैं। हालांकि, पश्चिमी यूपी में बारिश की तीव्रता मध्यम रहेगी। इस दौरान पूर्वा हवा भी चलेगी। इससे लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात भी मिलेगी।

राजधानी लखनऊ की बात करें तो यहां दोपहर में सख्त धूप रही और तापमान में बढ़त दर्ज की गई। दिन में तेज धूप और उमस से लोग बेहाल रहे। लखनऊ में भी बुधवार से अगले कुछ दिन छिटपुट बूंदाबांदी का सिलसिला जारी रहेगा।

सुप्रीम कोर्ट ने NRI कोटे का दायरा बढ़ाने वाला नोटिफिकेशन किया रद्द, भगवंत सरकार को लगाई फटकार

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल और डेंटल कोर्स में एनआरआई कोटो को लेकर पंजाब सरकार को फटकार लगाई है। शीर्ष अदालत ने कहा कि हमें एनआरआई कोटे का धंधा बंद कर देना चाहिए। यह पूरी तरह से धोखाधड़ी है। इसके साथ ही कोर्ट ने मंगलवार को मेडिकल दाखिले में एनआरआई कोटा बढ़ाने वाले पंजाब सरकार की अधिसूचना को भी रद्द कर दी।

10 सितंबर को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने भगवंत मान सरकार के 20 अगस्त के उस फैसले को खारिज कर दिया था। जिसमें मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए एनआरआई ग्रुप कोटे को 15 प्रतिशत बढ़ा दिया था। इस बढ़े हुए कोटे में दूर के रिश्तेदारों “जैसे चाचा, चाची, दादा-दादी और चचेरे भाई-बहनों” को भी शामिल किया गया था।

‘सामान्य कोटे के छात्रों को नहीं मिलेगा एडमिशन’
इस मामले पर आज फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, हमें धोखाधड़ी को समाप्त करना होगा, हाईकोर्ट का आदेश बिल्कुल सही है। राज्य सरकार के इस नोटिफिकेशन के घातक परिणाम होंगे। जिन सामान्य उम्मीदवारों के नंबर एनआईआई कोटे के छात्र से 3 गुना अधिक हैं, वो सामान्य छात्र लिस्ट से बाहर हो जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को इस पर अमल करने की नसीहत दी। कोर्ट ने कहा कि कानून के कुछ सिद्धांतों का पालन करना चाहिए, हम कानून के सिद्धांत निर्धारित करेंगे।

‘ये पैसा कमाने की मशीन है’
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा, यह पैसे कमाने की मशीन के अलावा कुछ नहीं है। पीठ ने कहा, हम सभी याचिकाओं को खारिज कर देंगे। यह एनआरआई व्यवसाय धोखाधड़ी के अलावा कुछ नहीं है। हम इस सब को खत्म कर देंगे… अब तथाकथित मिसालों की जगह कानून को प्राथमिकता देनी होगी। शीर्ष अदालत का कहना है कि वो जल्द ही इस संबंध में गाइडलाइन जारी करेंगे। तब तक के लिए यह फ्रॉड बंद होना चाहिए।

क्या है पूरा मामला?
बता दें कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की भगवंत मान सरकार ने 20 अगस्त को नोटिस जारी करते हुए सरकार ने नीट के एडमिशन में एनआरआई कोटा देने का ऐलान किया था। पंजाब सरकार ने एनआरआई को 15 प्रतिशत तक आरक्षण देने का ऐलान किया था। जिसके बाद डॉ बीआर अंबेडकर स्टेट इंस्टीटयूट मेडिकल साइंसेज मोहाली में एमबीबीएस की जनरल सीटें कम कर दी गई थी। कम की गई सीटों को एनआरआई कोटे में शामिल कर दिया गया।

खेती-किसानी की रीढ़ बनेंगी 20 लाख महिलाएं, छह साल में एग्री-वैल्यू चेन में नजर आएगी मातृशक्ति

नई दिल्ली:  देश के कृषि क्षेत्र में भले ही महिलाओं की हिस्सेदारी साठ फीसदी से अधिक है, मगर अभी तक भारत की ‘एग्री-वैल्यू’ चेन में मातृशक्ति, अहम भूमिका से कोसों दूर है। अब कॉर्टेवा एग्रीसाइंस ने एक नया साहसिक कार्यक्रम प्रारंभ किया है। इसके जरिए 2030 तक 20 लाख महिलाओं को भारत की एग्री-वैल्यू चेन में एक अहम भूमिका में शामिल करने का लक्ष्य रखा है। इस कार्यक्रम के तहत कॉर्टेवा का लक्ष्य महिलाओं की सहायता करना और उन्हें पर्याप्त उपकरण एवं संसाधन प्रदान करते हुए एक किसान, शोधकर्ता तथा उद्यमी बनने में मदद करना है। यह कार्यक्रम पारंपरिक कॉर्पोरेट जिम्मेदारी से परे है। इसके माध्यम से स्त्री पुरुष के बीच समानता विकसित करने पर जोर रहेगा। राष्ट्र के सतत विकास में महिलाओं का योगदान बढ़ेगा। वे देश के विकास में आर्थिक मजबूती के साथ अपनी भूमिका निभा सकेंगी।

मंगलवार को कॉन्स्टीट्यूशन कलब में आयोजित एक कार्यक्रम में ‘एग्री-वैल्यू’ चेन में मातृशक्ति की प्रभावी भूमिका को बढ़ाने की मुहिम की शुरुआत की गई। यह पहल संसाधनों और निर्णय लेने वाली भूमिकाओं में महिलाओं को पुरुषों से बराबरी करने में मदद करती है, इसके साथ ही यह खासतौर से कृषि क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने वाली तकनीकों को विकसित करती है। खाद्य सुरक्षा की स्थिति को बेहतर बनाती है। इस पहल की शुरुआत के अवसर पर, कॉर्टेवा एग्रीसाइंस के साउथ एशिया प्रेसिडेंट सुब्रतो गीड ने कहा, ‘महिलाएं ग्रामीण जीवन और कृषि क्षेत्र की रीढ़’ हैं। अब 20 लाख से अधिक महिलाओं को खेती के बेहतर तरीकों की जानकारी दी जाएगी। उनकी शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। उन्हें टिकाऊ खेती के तरीके उपलब्ध कराए जाएंगे।

इससे महिलाओं की आय बढ़ेगी और समाज में उनकी जिंदगी को बेहतर एवं खुशहाल बनाया जा सकेगा। महिलाओं की स्थिति को सुधारने का यह प्रयास भारत को एक विकसित राष्ट्र बनने में मदद करेगा। गवर्नमेंट एंड इंडस्ट्री अफेयर्स डायरेक्टर (एशिया पैसिफिक), अनुजा कादियान ने कहा, इस सामाजिक जिम्मेदारी को अपनाते हुए हम बेहद गर्व के साथ विकसित भारत की ओर एक कदम बढ़ा रहे हैं। 20 लाख महिलाओं की सहायता करने की हमारी पहल में स्त्री पुरुष के बीच समानता, आर्थिक विकास और पर्यावरणीय की सुरक्षा को शामिल किया गया है।

बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी पर पुलिस की हत्या की कोशिश का मामला दर्ज; अब आगे क्या होगा?

ठाणे:बदलापुर यौन उत्पीड़न के आरोपी अक्षय शिंदे के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक, उसने कथित तौर पर पुलिस पर गोली चलाई थी। इसी दौरान वह गोली की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई। मामले में दुर्घटनावश मौत का भी मामला दर्ज किया गया है। ठाणे पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

हालांकि, पुलिस ने पहले बताया था कि अक्षय शिंदे को सोमवार शाम को नवी मुंबई की तलोजा जेल से महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर ले जाया जा रहा था, जहां उसकी पूर्व पत्नी की शिकायत पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इस दौरान ही हुई गोलीबारी की घटना में उसकी मौत हो गई थी।

सिद्धिविनायक मंदिर के प्रसाद में चूहे मिलने का दावा, वीडियो वायरल होने के बाद मचा बवाल

मुंबई: मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर के प्रसाद की एक चौंकाने वाली वीडियो क्लिप सामने आई है। वायरल हो रही क्लिप में मंदिर के प्रसाद में चूहे के कई बच्चे नजर आ रहे हैं। इस मामले पर अब सिद्धिविनायक मंदिर प्रशासन की ओर से सफाई आई है। उनका कहना है कि, ये वीडियो उनके मंदिर की नहीं है। यह किसी दूसरे स्थान का वीडियो प्रतीत होता है। हाल ही में तिरुपति मंदिर के प्रसादम में कथित तौर पर चर्बी की मिलावट पाए जाने के बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया था।

ट्रस्ट में वीडियो का किया खंडन
श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट (एसएसजीटी) ने इन आरोपों का खंडन किया है। मंदिर प्रशासन ने कहा है कि उसने मामले की जांच शुरू कर दी है। शिवसेना नेता और एसएसजीटी के अध्यक्ष सदा सर्वणकर ने कहा, रोज़ाना लाखों लड्डू बांटे जाते हैं और उन्हें तैयार करने की जगह साफ-सुथरी होती है। वीडियो में एक गंदी जगह दिखाई दे रही है। मैं देख सकता हूं कि यह मंदिर का नहीं है। इसे कहीं बाहर शूट किया गया है।

वायरल हो रहे वीडियो में नीले रंग की ट्रे में रखे लड्डू के पैकेटों पर चूहे दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम सीसीटीवी की जांच करेंगे और जांच के लिए डीसीपी रैंक के एक अधिकारी को नियुक्त किया जाएगा। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सर्वणकर ने कहा कि मंदिर यह सुनिश्चित करने का हर संभव प्रयास करता है कि प्रसाद साफ-सुथरी जगह पर तैयार किया जाए।

शुरू की गई जांच
उन्होंने यह भी कहा कि संभवतः किसी ने प्लास्टिक थैले में चूहों को रखा होगा। ट्रस्ट ने घोषणा की है कि इस मामले की जांच डीसीपी स्तर के पुलिस अधिकारी द्वारा की जाएगी। जांच से यह स्पष्ट होगा कि यह क्लिप कब की है, कहां की है, थैली कहां से आई और इसे किसने रखा।

टेस्टिंग के बाद होता है प्रसाद का निर्माण
उन्होंने कहा कि, घी, काजू और अन्य सामग्री को पहले बृहन्मुंबई नगर निगम की प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए भेजा जाता है और मंजूरी के बाद इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला में पानी की भी जांच की जाती है। उन्होंने कहा, इसका मतलब है कि हम इस बात पर पूरा ध्यान देते हैं कि भक्तों को दिया जाने वाला प्रसाद शुद्ध हो।

चुनाव से पहले वायरल हुआ ‘देवा भाऊ’ वीडियो; फडणवीस को बताया ‘आधुनिक महाराष्ट्र के निर्माता’

मुंबई:  आधुनिक महाराष्ट्र के निर्माता ‘देवा भाऊ’ का मराठी भाषा में बनाया गया 4 मिनट का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें राज्य की विभिन्न परियोजनाओं और बुनियादी ढांचे में विकास को मुद्दा बनाकर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को आधुनिक महाराष्ट्र के निर्माता के रूप में दिखाया गया है।

‘देवा भाऊ’ गीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेशी हस्तियों के साथ देवेंद्र फडणवीस के वीडियो और तस्वीरों का भी उपयोग किया गया है। युवा, बुजुर्ग और युवाओं के बीच उनकी लोकप्रियता, महाराष्ट्र के त्योहारों के प्रति फडणवीस की भक्ति, वारकरी समुदाय के लिए उनके काम और योगदान को दर्शाती है।

वीडियो में नागपुर-मुंबई समृद्धि एक्सप्रेस हाईवे, मुंबई में मेट्रो विस्तार का नेटवर्क और अन्य बुनियादी ढांचे के साथ ही, फडणवीस के 2014 से 2019 और फिर 2022 से लेकर अब तक के कार्यों को इस गाने के जरिए दर्शाया गया है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता हैं। मराठी में गीत गाया गया है कि रात्रंदिन एक लक्ष्य, एक ध्यास ज्याचा, देश हाच धर्म प्राण आणि श्वास ज्याचा । राखेतून उठतो अन घेतो भरारी। इस गाने के बोल ऐसे हैं कि हर किसी को पसंद आएंगे।

सोशल मीडिया पर लोग “देवा भाऊ” गाने को डीएफ बता रहे हैं। डीएफ का मतलब है देवेन्द्र फडणवीस। 4 मिनट के इस गाने को देवा भाऊ के नाम से भी टैग किया जा रहा है। यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है और लाखों लोग इसे पसंद कर रहे हैं। महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा चुनावों की घोषणा होने की संभावना है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने इस चुनाव में फडणवीस को पूरा अधिकार दिया है जिससे वे स्वाभाविक रूप से प्रदेश में भाजपा का चेहरा बन गए हैं। इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद आधुनिक महाराष्ट्र के निर्माता के रूप में देवेन्द्र फडणवीस की छवि बनी है।

जिस स्ट्रेन के कारण घोषित हुआ ‘आपातकाल’ वही अब भारत में भी आया सामने, जानिए इससे कितना खतरा

कुछ वर्ष पहले तक अफ्रीकी देशों में अधिक रिपोर्ट किया जाने वाला मंकीपॉक्स संक्रमण अब दुनिया के कई देशों को अपनी चपेट में ले चुका है। यूएस-यूके हो या एशियाई देश, मंकीपॉक्स लगभग सभी जगह फैल चुका है। कई मामलों में मंकीपॉक्स को स्वास्थ्य विशेषज्ञ बड़ा खतरा मान रहे हैं, इसके कारण मौत का जोखिम भी अधिक रहा है। संक्रामक रोग के बढ़ते प्रसार को देखते हुए दो साल के भीतर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को इसे दो बार ‘वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल’ घोषित करना पड़ा।

पिछले कुछ महीनों में मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) के केस काफी तेजी से बढ़ते हुए देखे गए। अध्ययनों में इसके लिए वायरस के नए स्ट्रेन ‘क्लेड 1बी’ को प्रमुख कारण पाया गया। इस स्ट्रेन के कारण बढ़ते जोखिमों को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने 14 अगस्त को मंकीपॉक्स को स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था।

हालिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि यही खतरनाक स्ट्रेन अब भारत में भी पहुंच गया है। केरल के मलप्पुरम में एमपॉक्स क्लेड 1बी का पहला मामला सामने आया है। संयुक्त अरब अमीरात से भारत आए 38 वर्षीय व्यक्ति में इसकी पहचान की गई है। केरल में पाया गया मामला नए स्ट्रेन से दक्षिण एशिया का पहला केस भी है।

भारत पहुंच गया नया स्ट्रेन

स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रवक्ता मनीषा वर्मा ने इस स्ट्रेन की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, भारत में भी क्लेड 1बी से संक्रमित व्यक्ति की पुष्टि की गई है। पिछले सप्ताह मलप्पुरम में इस व्यक्ति को एमपॉक्स से संक्रमित पाया गया था। भारत में इससे पहले जो मंकीपॉक्स का मामला देखा गया था उसमें वायरस का क्लेड 2 स्ट्रेन था। क्लेड 2 वह स्ट्रेन है जिसके कारण साल 2022 और 2023 में वैश्विक स्तर पर एमपॉक्स के मामले बढ़े थे।

गौरतलब है कि वैज्ञानिकों ने एमपॉक्स के दो स्ट्रेन ‘क्लेड 1’ और ‘क्लेड 2’ की पहचान की है, जिसमें ‘क्लेड 1’ और इसके सब-वेरिएंट्स जैसे ‘क्लेड 1बी’ को ज्यादा खतरनाक और गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं वाला माना जाता है।

अब तक क्लेड-2 के देखे जाते थे मामले

सबसे पहले डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में क्लेड 1बी स्ट्रेन की पहचान होने के बाद यह पड़ोसी देशों में फैल गया था। अगस्त में, अफ्रीका के बाहर क्लेड 1बी संक्रमण की पहली बार पुष्टि हुई थी, ये स्वीडन और थाईलैंड में सामने आया था। अब ये भारत में भी देखा गया है। आइए इन दोनों स्ट्रेन के बारे में समझते हैं।

क्लेड-2 के कारण संक्रमण

क्लेड-2 मुख्य रूप से पश्चिमी अफ्रीका में रिपोर्ट किया जाने वाला स्ट्रेन है। ये संक्रामक तो है पर इसके लक्षण हल्के होते हैं। रोगियों में त्वचा पर घाव, दाने जैसे लक्षण होते हैं। लिम्फैडेनोपैथी यानी लिम्फ नोड्स की समस्याएं इसमें कम स्पष्ट होती हैं। इसकी संक्रामकता और मृत्युदर भी बहुत अधिक नहीं था। हालांकि विशेषज्ञ इसे खतरे के रूप में वर्गीकृत करते हैं।