Friday , October 25 2024

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सीएम योगी ने स्कूलों के आधुनिकीकरण के लिए 404 करोड़ दिए, बोले- प्रदेश का बीता कुछ समय अंधकार युग था

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार कि जिस समय पूरी दुनिया कोरोना से ग्रस्त थी उस समय देश की 140 करोड़ की आबादी को बचाने के साथ ही नई शिक्षा नीति की आधार शिला रखी और नए विजन के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। पीएमश्री स्कूल योजना इसी दिशा में एक कदम है। कई बार योजना की घोषणा के बाद काम में समय लगता है लेकिन यहां शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पूरी टीम के साथ आए हैं। प्रदेश के पांच करोड़ बच्चों के लिए नई योजना शुरू होगी। इस योजना के तहत पहले चरण में प्रदेश के 928 विद्यालय चयनित किए गए हैं। इसके तहत 1 से 12वीं क्लास तक अपग्रेड करेंगे।

मुख्यमंत्री योगी बृहस्पतिवार को लखनऊ के लोकभवन में 404 करोड़ रुपये की धनराशि से पीएम श्री स्कूलों के आधुनिकीकरण का शुभारंभ एवं ‘प्रोजेक्ट अलंकार’ के अंतर्गत माध्यमिक विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं के संतृप्तीकरण हेतु 347 करोड़ रुपये की धनराशि का अंतरण तथा निष्पक्ष एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया के अंतर्गत समूह ‘ख’ के नवचयनित अधिकारियों को नियुक्ति पत्र का वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि यह हमेशा ही सवाल रहा है कि गरीब का बच्चा जहां पढ़ता है वहां सुविधा, शिक्षक और कनेक्टिविटी नहीं है। पहले विद्यालय बंद होने के कगार पर थे। हर कोई चाहता है कि उसका बच्चा पढ़ लिख ले। आज यूपी में बेसिक के 96 प्रतिशत विद्यालयों को ऑपरेशन कायाकल्प में अपग्रेड किया गया है। क्लास, शौचालय, लैब और स्मार्ट क्लास बनवाई गई है। इनमें सभी र्व छात्र, अधिकारी और नेता सभी शामिल हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमने ड्रॉपआउट रोकने के लिए भी प्रयास किया। स्कूल चलो अभियान शुरू किया। इससे हर शिक्षक, अधिकारी और जन प्रतिनिधि जुड़े। हमने लोगों को आधार से जोड़ने का काम किया। स्कूलों में 40 लाख बच्चे बढ़े हैं। हमने तय किया और स्कूलों में 1.25 लाख शिक्षक भर्ती की। ऑपरेशन कायाकल्प चलाया। बच्चों को बैग, किताब, स्वेटर और जूते दिए। इसके लिए अप्रैल में डीबीटी की जाती है। पीएम श्री स्कूल आज की जरूरत है। यह अभिनव प्रयोग है। अटल आवासीय विद्यालय का एक प्रयोग किया गया है।

शिक्षा मंत्री बोले, दुनिया राममय है
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कारण प्रभु श्रीराम के दिव्य भव्य मंदिर के लोकार्पण की घड़ी आ गई है। पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रही है। यूपी इसका केंद्र बिंदु है। दुनिया राममय है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की उपस्थिति में हाल में मुख्य सचिव की बैठक हुई थी। प्रोजेक्ट कायाकल्प की भी इस बैठक में चर्चा हुई थी। मैं मुख्यमंत्री योगी को नई शिक्षा नीति और ऑपरेशन कायाकल्प हूबहू लागू करने के लिए बधाई देता हूं।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि देश में 26 करोड़ बच्चे पढ़ते हैं। इसमें से लगभग 18 प्रतिशत मतलब 4 करोड़ यूपी के हैं। बिना यूपी के विकसित भारत की संकल्पना संभव नहीं है। 2016 में पीएम उज्ज्वला योजना का पायलट बलिया में किया था। 30 पीएम 10 करोड़ लाभार्थी मीरा की पीएम ने चाय पी है। पौने 2 करोड़ लाभार्थी यूपी के हैं। उन्होंने कहा कि 2047 से पहले भारत को विकसित देश बनाने का संकल्प लिया गया है। यूपी उससे पहले विकसित बनेगा। प्रदेश में बिना कोचिंग के 54 बच्चे आईआईटी, एनआईटी आदि में प्रवेश ले रहे हैं। यही नई शिक्षा नीति की सफलता है।

राजभर ने गृह मंत्री अमित शाह से की मुलाकात, लोकसभा चुनाव की तैयारियों सहित कई मुद्दों पर की चर्चा…

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बृहस्पतिवार को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश और बिहार की वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति, लोकसभा चुनाव की तैयारियों सहित भर व राजभर जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल किये जाने के लिए प्रस्ताव पर यथा शीघ्र उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मंगाने पर चर्चा की।

उन्होंने बंजारा जाति की सामाजिक समस्याओं व गोंड और खरवार जाति के जातिप्रमाण पत्र प्रदेश के समस्त जनपदों में सरकार द्वारा जाति प्रमाण पत्र जारी कराने पर चर्चा हुई राजभर ने बताया कि इस दौरान वंचित शोषित वर्गों के हितों से जुड़े अहम विषयों पर सकारात्मक चर्चा हुई।

कांग्रेस में शामिल हुई वाईएस शर्मिला, बोलीं- इसी पार्टी ने किया भारत की बुनियाद का निर्माण

वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला कांग्रेस में शामिल हो गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की उपस्थिति में वाईएस शर्मिला गुरुवार को कांग्रेस के साथ जुड़ गई। कांग्रेस में शामिल होने के साथ ही वाईएस शर्मिला ने अपनी पार्टी वाईएस तेलंगाना पार्टी (वाईएसटीपी) को भी कांग्रेस में विलय कर दिया। वाईएसटीपी के कांग्रेस में विलय होने पर शर्मिला ने कहा, ‘बहुत जल्द लोकसभा चुनाव के लिए ब्लूप्रिंट तैयार किया जाएगा।’

कांग्रेस में शामिल हुई वाईएस शर्मिला

बता दें कि कांग्रेस में शामिल होने के लिए शर्मिला बुधवार रात को ही दिल्ली पहुंच चुकी थी और गुरुवार की सुबह वह एआईसीसी मुख्यालय पहुंची। कांग्रेस में शामिल होने के बाद अब उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी में एक नया पद दिया जाएगा। कांगेस में शामिल होने के बाद वाईएस शर्मिला ने कहा, हमारे देश में कांग्रेस अभी भी सबसे बड़ी पार्टी है। इसने हमेशा भारत की सच्ची संस्कृति को बरकरार रखा है और भारत की बुनियाद का निर्माण भी इसी पार्टी ने किया है।

बता दें कि शर्मिला अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वाईएस राजशेखर रेड्डी की बेटी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी की छोटी बहन हैं। उन्होंने हाल में संपन्न हुए तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन किया था।

बाबरी विध्वंस मामले में हिंदू कार्यकर्ता की गिरफ्तारी पर छिड़ी रार, धरने पर बैठे पूर्व मंत्री

बाबरी विध्वंस की घटना के बाद कर्नाटक में भड़के दंगों के मामले में कर्नाटक पुलिस ने हाल ही में एक हिंदू कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया था। भाजपा इस मुद्दे पर राज्य सरकार पर हमलावर हो गई है और जिस तरह से भाजपा इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है, उससे लग रहा है कि यह मामला कर्नाटक में बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है। भाजपा इसे लेकर राज्यभर में विरोध प्रदर्शन कर रही है। अब पूर्व कैबिनेट मंत्री सीटी रवि भी हिंदू कार्यकर्ता की गिरफ्तारी के विरोध में धरने पर बैठ गए हैं।

पुलिस स्टेशन में धरने पर बैठे पूर्व मंत्री
कर्नाटक के पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा नेता सीटी रवि गुरुवार को चिकमगलूर में टाउन पुलिस स्टेशन में धरने पर बैठ गए। वह हुबली में गिरफ्तार किए गए हिंदू कार्यकर्ता को रिहा करने की मांग कर रहे हैं। धरने प्रदर्शन के दौरान सीटी रवि राम भजन गाते नजर आए। भाजपा राज्य सरकार के खिलाफ प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन कर रही है। वहीं कांग्रेस भी इस मामले में झुकने के लिए तैयार नहीं दिख रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस भवन में गुरुवार को धरना प्रदर्शन किया। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा नेता राज्य सरकार के खिलाफ झूठ फैला रहे हैं।

क्या है विवाद की वजह
दरअसल यह विवाद साल 1992 में बाबरी विध्वंस के बाद हुबली में भड़के सांप्रदायिक दंगों से जुड़ा है। आरोप है कि हुबली के श्रीकांत पुजारी समेत कई अन्य लोगों ने दंगे के दौरान एक मुस्लिम व्यक्ति की दुकान में आगजनी की थी। हाल ही में कर्नाटक पुलिस ने उस मामले में श्रीकांत पुजारी को गिरफ्तार किया है। राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को होने जा रहा है। ऐसे वक्त पर हिंदू कार्यकर्ता की गिरफ्तार ने भाजपा को नाराज कर दिया है। भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस सरकार ने बदले की राजनीति के तहत हिंदू कार्यकर्ता को अब इतने सालों बाद गिरफ्तार किया है

दिल्ली में बना सेंटर फॉर वन हेल्थ, इन्सान-जानवर और पर्यावरण तीनों के स्वास्थ्य की एक साथ होगी निगरानी

दिल्ली में बना सेंटर फॉर वन हेल्थ इन्सान, जानवर और पर्यावरण सभी के स्वास्थ्य की एक साथ निगरानी करेगा। नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के परिसर में इसका मुख्यालय बना है जो देश के प्रत्येक गांव से लेकर ब्लॉक और जिले तक निगरानी रखेगा। यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूओएएच), यूएन एनवायरमेंट और अमेरिका के एफडीए विभाग से संपर्क में रहेगा।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सहित कई नई तकनीकों से लैस यह सेंटर किसी भी संदिग्ध वायरस या व्यक्ति मिलने पर महज एक दिन में अलर्ट जारी कर सकेगा। उदाहरण के तौर पर अगर किसी गांव या शहर में कोई खास तरह के संक्रमण या अलग लक्षण वाला कोई व्यक्ति या पशु मिलता है तो उसके बारे में जिला प्रशासन से केंद्र तक को सूचना मिलेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस पूरे माइक्रो प्लान को साझा किया है, जिसमें बताया गया कि सरकार ने वन्य विभाग, राज्य स्वास्थ्य विभाग और राज्य पशुचिकित्सा विभाग तीनों को साथ में रखते हुए गांव, ब्लॉक, जिला, राज्य और क्षेत्रीय स्तर पर पांच तरह का निगरानी तंत्र विकसित किया है। दुनिया के बाकी देशों की तुलना में यह योजना सबसे बड़ी और अलग है, जिसमें देश के दो लाख से ज्यादा गांव और 700 से ज्यादा जिले शामिल हैं।

चार से पांच राज्यों को मिलाकर बनाया जाएगा एक क्षेत्रीय केंद्र
सरकार ने गांव, ब्लॉक, जिला और राज्य के अलावा क्षेत्रीय स्तर पर भी वन हेल्थ केंद्र बनाया है। चार से पांच राज्य को मिलाकर एक क्षेत्रीय केंद्र होगा जो सीधे दिल्ली स्थित सेंटर फॉर वन हेल्थ के साथ संपर्क में रहेगा। सभी तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम, संसाधन और कर्मचारियों की नियुक्ति के फैसले लिए जा सकेंगे।

रेबीज, सर्पदंश, जीवाणु रोग पर अध्ययन भी शुरू
सेंटर फॉर वन हेल्थ ने सबसे पहले रेबीज, सर्पदंश और जीवाणु रोग पर अध्ययन शुरू किया है। साल 2030 तक 100 फीसदी मृत्युदर वाले रेबीज से मुक्ति का लक्ष्य तय किया है। वहीं, सर्पदंश को लेकर सभी राज्य के मुख्य अस्पतालों को एक नेटवर्क से जोड़ा है।

महामारी, संक्रमण रोकने में मदद
डॉ. सिम्मी तिवारी संयुक्त निदेशक एवं प्रमुख, सेंटर फॉर वन हेल्थ का कहना है कि कोरोना महामारी में पूरी दुनिया ने पशु, इन्सान, पर्यावरण सभी के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत को समझा है। जी-20 में पीएम मोदी ने वन हेल्थ के महत्व को सभी देशों के सामने भी रखा, जिस पर भारत बहुत कम समय में काफी तेजी से आगे बढ़ा है। यह सेंटर भविष्य की महामारियों, संक्रमण के प्रसार को रोकने का काम करेगा।

कोविड सहित अन्य वायरल संक्रमणों से लड़ने में सक्षम है मशरूम, एंटीऑक्सीडेंट का स्तर काफी ज्यादा

मशरूम पोषण के साथ औषधीय गुणों से भी भरपूर है। यह इम्युनिटी बढ़ाने के साथ शरीर की वायरस से लड़ने में मदद करता है। इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडी इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं का अध्ययन जर्नल ऑफ फंगी में प्रकाशित हुआ है।

वैज्ञानिकों के अनुसार मशरूम में प्राकृतिक रूप से मौजूद यह बायोएक्टिव तत्व हमारे शरीर में होने वाले संक्रमण के साथ-साथ वायरस, सूजन और रक्त के थक्के को जमने से रोकने में मददगार साबित होते हैं। खास बात यह है कि यह तत्व मशरूम में प्राकृतिक तौर पर मौजूद होते हैं और ऐसे मशरूमों में भी पाए जाते हैं, जिन्हें ढूंढ़ना आसान है।

एंटीऑक्सीडेंट का स्तर काफी ज्यादा
कोविड के साथ-साथ अन्य संक्रमणों के प्रकोप के कारण मशरूम ने वैज्ञानिकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है, क्योंकि इन्हें प्राप्त करना आसान है। इनमें एंटीऑक्सीडेंट का स्तर काफी ज्यादा और पोषण संबंधी गुण मौजूद होते हैं। खास बात यह है कि इनके दुष्प्रभाव भी काफी कम होते हैं। इसके अलावा आहार के रूप में लोगों को मशरूम बेहद पसंद है।

कांग्रेस की राष्ट्रीय गठबंधन समिति की बैठक आज, पार्टी की रणनीति पर होगी चर्चा

कांग्रेस की राष्ट्रीय गठबंधन समिति आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति तय करने के लिए आज अहम बैठक कर रही है। इसमें राज्यों के पीसीसी अध्यक्ष, महासचिव, विधायक दल के नेता, पार्टी प्रभारी और संगठन के पदाधिकारी भाग लेंगे। दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में होने वाली इस बैठक में 32 राज्यों से मिले लोकसभा सीट वार आकलन की रिपोर्ट के आधार पर समिति राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ चर्चा करेगी। इसके अलावा इस बैठक में भारत न्याय यात्रा पर भी चर्चा की जाएगी।

कांग्रेस की इस महत्वपूर्ण बैठक में इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर चर्चा होगी। बैठक के परिणाम को बाद में सहयोगी दलों के सामने रखा जाएगा। बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और झारखंड के पार्टी नेता प्रमुख रूप से बैठक में शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव में 290 से अधिक सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है। गठबंधन समिति ने पार्टी शीर्ष नेतृत्व को कांग्रेस नेताओं द्वारा जीती गई सीटों के साथ-साथ उन सीटों पर भी फीडबैक लिया, जहां 2019 के चुनावों में कांग्रेस पीछे रह गई थी।

पिछली बैठक में इंडिया गठबंधन के रोडमैप पर हुई थी चर्चा
इससे पहले 30 दिसंबर को कांग्रेस की राष्ट्रीय गठबंधन समिति की बैठक हुई थी। दिल्ली में कांग्रेस सांसद मुकुल वासनिक के आवास पर हुई बैठक में 28 विपक्षी पार्टियों के गठबंधन- INDIA की भावी सियासी रणनीति पर मंथन हुआ था। बैठक के बाद पार्टी महासचिव अविनाश पांडे ने बताया था कि वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बैठक में कई अहम बिंदुओं पर काफी सार्थक चर्चा हुई। पांडे ने कहा, हमने आगामी चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस और इंडियन गठबंधन के रोडमैप पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि आगामी चुनाव जीतने में गठबंधन को कांग्रेस की तरफ से कितनी मदद मिल सकती है? इसके अलग-अलग पहलुओं पर भी विचार किया गया।

पिछले वित्त वर्ष में चुनावी ट्रस्टों से भाजपा को मिला 71 फीसदी चंदा, 25% पहुंचा बीआरएस के खाते में

पिछले वित्त के दौरान चुनावी ट्रस्टों से प्राप्त कुल चंदे का लगभग 70 फीसदी भाजपा को मिला। चुनाव सुधारों के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने यह जानकारी दी है। एडीआर के मुताबिक, वर्ष 2022-23 के लिए चुनावी ट्रस्टों के योगदान के विश्लेषण में पाया गया है कि कुल चंदे का 25 फीसदी भारत राष्ट्र समिति (बीएसआर) को प्राप्त हुआ है। इस दौरान 39 कॉर्पोरेट और व्यावसायिक घरानों ने चुनावी ट्रस्टों को 363 करोड़ रुपये से अधिक का योगदन दिया।

इनमें से चार कॉर्पोरेट और व्यावसायिक घरानों ने प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट को 360 करोड़, एक कंपनी ने समाज इलेक्टोरल ट्रस्ट को 2 करोड़, दो कंपनियों ने परिवर्तन इलेक्टोरल ट्रस्ट को 75.50 लाख और दो कंपनियों ने ट्रायम्फ इलेक्टोरल ट्रस्ट को 50 लाख रुपये का योगदान दिया है।

क्या कहते हैं एडीआर के आंकड़े
एडीआर के आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा को 259.08 करोड़ रुपये का चंदा मिला है जो कुल प्राप्त योगदान का 70.69 फीसदी है। बीआरएस को कुल अनुदान का 24.56 फीसदी यानी 90 करोड़ रुपये मिले हैं। इसके अलावा, वाईएसआर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस तीनों को मिलाकर 17.40 करोड़ रुपये का चंदा मिला है।

एनजीओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021-22 में भाजपा को प्रूडेंट इकेक्टोरल ट्रस्ट से 336.50 करोड़ रुपये मिले थे, लेकिन इस बार 256.25 करोड़ रुपये ही मिले हैं। समाज इलेक्टोरल ट्रस्ट एसोसिएशन ने भाजपा को 1.50 करोड़ और कांग्रेस को 50 लाख रुपये का चंदा दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने चार दलों-भाजपा, बीआरएस, वाईएसआर कांग्रेस और आप को चंदा दिया है।

हनुमंत लला से अनुमति लेकर रामजन्मभूमि जाएंगे पीएम मोदी… कुल 40 मिनट का होगा पूजा का समय

रामदुआरे तुम रखवारे, होत न आज्ञा बिनु पैसारे… पीएम नरेंद्र मोदी इसे सिद्ध करके ही 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि में प्रवेश करेंगे। मान्यता है कि अयोध्या में हनुमंत लला यहां के राजा के रूप में विराजमान हैं बिना उनकी अनुमति के यहां कोई शुभ काम नहीं होता है। इसी मान्यता के चलते प्रधानमंत्री सबसे पहले हनुमंत लला के दरबार में हाजिरी लगाएंगे। उनसे अनुमति लेंगे। फिर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए राम जन्मभूमि प्रस्थान करेंगे।

प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू होगा। अनुष्ठान में पीएम मोदी सबसे पहले संकल्प लेकर देश को समर्पित करेंगे। फिर रामलला का षोडशोपचार पूजन करेंगे। यह करीब 20 मिनट का होगा। षोडशोपचार पूजन व महापूजन को मिलाकर गर्भगृह में कुल पूजा का वक्त 40 मिनट का होगा। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकेंड का अति सूक्ष्म मुहूर्त होगा, जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड होगा। पूजन के दौरान गर्भगृह में 11 लोग मौजूद रह सकते हैं। पूजन आचार्य लक्ष्मीकांत व गणेश्वर द्रविड़ के निर्देशन में होगा।

हनुमान जी की अनुमति बिना नहीं मिलता दर्शन-पूजन का लाभ
वाल्मीकि रामायण में वर्णित है कि भगवान श्रीराम जब साकेत धाम जाने लगे तो उन्होंने उससे पूर्व हनुमान जी का राजतिलक किया था। हनुमान जी की अनुमति लिए बिना राम के दर्शन और पूजन का लाभ नहीं मिलता। माता सीता ने भी उन्हें अमरता का आशीर्वाद देते हुए कहा था अजर अमर गुन निधि सुत होऊ…। समारोह में आठ से 10 हजार अतिथियों के आने की संभावना है। करीब 100 चार्टर्ड प्लेन से अतिथि आएंगे। एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया ने बताया कि समारोह में आने वाले अतिथियों को विशेष परिचय पत्र दिया जाएगा।

अब तक निर्माण में लगा है सिर्फ ब्याज का पैसा
आपको बता दें कि देश-विदेश के रामभक्तों ने जब अपनी जेब खोली तो श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट को राम मंदिर बनाने के लिए लक्ष्य से करीब चार गुना समर्पण निधि मिल गई। इसी का नतीजा है कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के लिए अब तक मंदिर का जितना निर्माण हो सका है, उस पर सिर्फ समर्पण निधि का ब्याज ही खर्च हुआ है।

ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और ट्रस्ट ने राम मंदिर निर्माण के लिए वर्ष 2020-21 में समर्पण निधि अभियान शुरू किया था। इसमें करीब 11 करोड़ लोगों से 900 करोड़ रुपये जमा करने का लक्ष्य रखा गया था। जबकि दुनिया भर के रामभक्तों ने राम मंदिर का सपना पूरा होने की खुशी में दिल खोलकर धन दिया। उन्होंने बताया कि करीब 18 करोड़ लोगों ने पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा व एसबीआई भारतीय स्टेट बैंक के खाते में करीब 3,200 करोड़ रुपये समर्पण निधि जमा की है। ट्रस्ट ने इन बैंकों में पैसे की एफडी करा दी है।

इससे मिलने वाले ब्याज से ही मंदिर का वर्तमान स्वरूप तक का निर्माण हुआ है। हालांकि फर्श समेत कुछ अन्य कार्यों के लिए अब मूलधन से कुछ राशि निकालनी पड़ेगी। ऐसे में वर्ष 2026-27 तक मंदिर व इसके परिसर में बनने वाले विश्राम गृह, चिकित्सालय, भोजनशाला, गौशाला आदि के निर्माण में बमुश्किल पूरी समर्पण निधि खर्च हो सकेगी।

राम लला के दर्शन शुरू होते ही बढ़ता जाएगा खजाना
एक ट्रस्टी ने बताया कि ट्रस्ट के पास बैंकों में समर्पण निधि से लेकर खर्च की एक-एक पाई तक का हिसाब है। प्रत्येक स्तर पर लेनदेन पर नजर रखने के साथ सालाना ऑडिट होती है। रामभक्त अभी भी ट्रस्ट के खाते में सहयोग राशि जमा कर रहे हैं। वहीं, रामलला के दर्शन शुरू होने के बाद रोजाना करीब 30 से 40 हजार श्रद्धालु आएंगे। ये मंदिर में जो भेंट चढ़ाएंगे, उससे भी ट्रस्ट के खजाने में रोजाना लाखों रुपये की आय होगी। इसका उपयोग मंदिर की व्यवस्थाओं के साथ ही समाज सेवा से जुड़े अन्य कार्यों पर भी करेगा। इसमें श्रद्धालुओं के ठहरने, आवास और भोजन की व्यवस्था भी शामिल हैं।

तेज भूख को शांत करेंगे अंडे से बने ये पकवान, आप भी करें ट्राई

संडे हो या मंडे, रोज खाओ अंडे…… ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि अगर आप नियमित रूप से अंडा खाते हैं तो इसे खाकर आप दिनभर स्फूर्तिवान रह सकते हैं। इससे ना सिर्फ शरीर को ताकत मिलती है, इसे खाने के बाद पेट भी पूरा दिन भरा रहता है। कई लोग तो अंडा खाने के इतने शौकीन होते हैं कि वो एक साथ कई-कई क्रेट लेकर रख लेते हैं। ज्यादातर लोग जल्दबाजी के चक्कर में सिर्फ अंडा बॉयल करके खा लेते हैं।

ऐसे में आज हम आपको अंडे से बनने वाले कुछ ऐसे पकवानों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें बनाना बेहद आसान है। अगर आपके पास सुबह सही से नाश्ता करने का समय नहीं है तो आप भी आसानी से अंडे से ये पकवान बनाकर खा सकते हैं। आज के लेख में हम आपको कुछ आसान पकवानों के बारे में ही बताने जा रहे हैं, ताकि आप भी सही से नाश्ता कर सकें।

ऑमलेट

उबले अंडे की बजाय आप ऑमलेट बनाकर खा सकते हैं। अंडे का ऑमलेट बनाते वक्त अगर आप चाहती हैं कि आपका नाश्ता हैवी हो तो आप इसके साथ ब्रेड भी सेक सकती हैं।

एग अप्पे

अगर आप कुछ अलग सा ट्राई करना चाहते हैं तो अप्पे के बैटर को रात को तैयार करके रख दीजिए। इसके बाद सिर्फ सुबह आपको अंडा बैटर में डालना है और एग अप्पे तैयार करने हैं।

एग रोल

अगर आप कुछ ऐसा बनाना चाहते हैं जिसे आप रास्ते में खाते जा सकें तो एग रोल तैयार करके इसे एक फॉइल में रैप कर लें। इसे आप आसानी से रास्ते में भी खा सकते हैं।

अंडा पराठा

पराठे के अंदर अंडा डालकर इसे तैयार किया जाता है। ये खाने में काफी स्वादिष्ट होता है। इसे आप केचअप के साथ भी खा सकते हैं।

बेक्ड ऐग

अगर आप अंडे में कुछ हटके ट्राई करना चाहते हैं तो आप बेक्ड ऐग ट्राई कर सकते हैं। इसको अंडे के बैटर से तैयार किया जाता है। ये खाने में काफी स्वादिष्ट लगता है।

एग तवा फ्राय

उबले हुए अंडे को बीच में से काट कर तवे पर अच्छे से सेंक लें। इसे खाने से मुंह का स्वाद कई गुना बढ़ जाता है।