Friday , October 25 2024

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म्यूजिक वीडियो ‘अयोध्या के श्रीराम’ में अपनी आवाज देंगे रवि किशन, गाने की रिकॉर्डिंग आज से

अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर भव्य उद्घाटन की तैयारी बहुत ही जोर शोर से चल रही है। इस अवसर पर अभिनेता और सांसद रवि किशन अपने म्यूजिक वीडियो ‘अयोध्या के श्रीराम’ को लांच करने की तैयारी कर रहे हैं। इस म्यूजिक वीडियो में अभिनेता रवि किशन खुद अपनी आवाज देने जा रहे हैं, जिसकी रिकॉर्डिंग आज दिल्ली में होगी। रवि किशन कहते हैं कि पुरे विश्व की नजर प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर उद्घाटन पर है। विश्व के श्रद्धेय प्रभु श्री राम के चरणों में यह म्यूजिक वीडियो समर्पित है।

अभिनेता और सांसद रवि किशन ने अपने संसदीय क्षेत्र गोरखपुर में नवरात्रि की सप्तमी के दिन म्यूजिक वीडियो ‘अयोध्या के श्रीराम’ की शूटिंग कर चुके हैं। उस समय म्यूजिक वीडियो की शूटिंग रफ ट्रैक पर ही हुई थी आज रवि किशन इस वीडियो के गाने की रिकॉर्डिंग अपनी आवाज में करेंगे। रवि किशन कहते हैं, ‘अयोध्या के श्रीराम’ के गाने की शूटिंग हमने बहुत ही भव्य स्तर पर गोरखपुर में राजघाट में की, जिसमें मुंबई से 500 डांसर ने भाग लिया है। यह अपने आप में अद्भुत म्यूजिक वीडियो है।’

म्यूजिक वीडियो ‘अयोध्या के श्रीराम’ का निर्माण अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर भव्य निर्माण को लेकर किया गया है। एल्बम का निर्माण कर रहे निर्माता निरंजन कुमार सिन्हा कहते हैं, ‘इस गाने की शूटिंग की तैयारी काफी समय से चल रही थी। रवि किशन से जब इस म्यूजिक वीडियो के लिए बात की तो वह तुरंत तैयार हो गए। गाने का फिल्मांकन बहुत ही भव्य तरीके से हुआ, फिर विचार किया कि क्यों ना रवि किशन ही इस म्यूजिक वीडियो में अपनी आवाज भी दे, मेरे इस निवेदन को उन्होंने सहर्ष की स्वीकार कर लिया और आज हम गाने की रिकॉर्डिंग कर रहे हैं।’

म्यूजिक वीडियो ‘अयोध्या के श्रीराम’ के संगीतकार माधव एस राजपूत हैं। इस गीत को मिनाक्षी एसआर और प्रणव वत्स ने लिखे हैं। संगीतकार माधव एस राजपूत ने ही रफ ट्रैक गए थे, जिसे आज रवि किशन अपनी आवाज में दिल्ली सफदरगंज के कथारस स्टूडियो में रिकॉर्ड कर रहे हैं। यह म्यूजिक वीडियो 14 जनवरी को यूट्यूब चैनल पर लांच होगा और 17 जनवरी को इस एल्बम की लॉन्चिंग पार्टी का आयोजन मुंबई में होगा। बताया जा रहा है कि यह बहुत ही महंगा म्यूजिक वीडियो पर है, जिसमें एक भोजपुरी फिल्म की शूटिंग की जा सकती है।

सर्दियों में बारिश से भीगा प्रदेश, कोहरे और गलन बढ़ने को लेकर मौसम विभाग ने किया अलर्ट

उत्तर प्रदेश की राजधानी समेत प्रदेश के कई इलाकों में बरसात शुरू हो चुकी है। पहले ही ठंडी हवा और कोहरे के बीच बढ़ती गलन से लोग परेशान थे, अब बारिश देख लोग ठंड बढ़ने का अंदेशा जता रहे। मौसम विभाग का कहना है कि बुंदेलखंड व विंध्य क्षेत्र में बरसात के आसार तो दिखाई दे रहे थे, पर अचानक से विकसित हुए सिस्टम ने लखनऊ समेत आसपास बरसात करा दी। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई इलाकों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग आगामी सात जनवरी तक कहीं-कहीं बूंदाबांदी व हल्की बारिश के आसार जता रहा है।

कोहरे का अलर्ट इन जिलों में
वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर में घना कोहरा होने की चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में कोहरा छाए रहने का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।

कोल्ड डे के आसार इन इलाकों में
गोंडा, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कानपुर देहात, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अयोध्या, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, जालौन, झांसी व आसपास।

राम राज्य आ रहा है… प्राण प्रतिष्ठा और 2024 के चुनाव शुभ होंगे, सत्येंद्र दास बोले- नया साल अहम

राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, नया साल 2024 महत्वपूर्ण है। अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में राम लला का विराजमान होना और आम चुनाव दोनों शुभ होंगे। रामघाट में अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए मुख्य पुजारी ने अयोध्या में हो रहे विकास कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, सिर्फ शांति नहीं, ‘राम राज्य’ आ रहा है। उन्होंने एक दोहा उद्धृत किया…’राम राज बैठे त्रिलोक, हर्षित भई, गए सब शोक’। दुख, दर्द, तनाव खत्म हो जाएगा और हर कोई खुश होगा।

रामजन्मभूमि मंदिर स्थल पर आरती करने के लिए जाने से कुछ देर पहले उन्होंने कहा, नए साल पर सभी देशवासियों को मेरी बधाई और आशीर्वाद। उन्होंने कहा कि नए साल के दिन पूजा की गई। ‘अक्षत’ (हल्दी और घी के साथ मिश्रित चावल के दानों) का वितरण राम मंदिर में अभिषेक समारोह से एक सप्ताह पहले 15 जनवरी तक जारी रहेगा। दास ने कहा, 2024 में बहुत काम होना है।

विराजेंगी रामायण काल की मातृ शक्तियां, परिसर में होंगे मां शबरी
राम जन्मभूमि परिसर में सबके राम… की भी अवधारणा साकार होगी। परिसर में रामायण काल की मातृ शक्तियों के भी मंदिर बनाए जाएंगे। राम जन्मभूमि के भव्य गर्भगृह में विराजमान होने वाले बाल स्वरूप रामलला को माता शबरी व अहिल्या आशीर्वाद देती नजर आएंगी। राम को जन-जन का राम… बनाने में इन मातृ शक्तियों की अहम भूमिका है। किसी ने राम को जीत का द्वार दिखाया, किसी का राम ने उद्धार किया।
राम जन्मभूमि परिसर में माता भगवती, माता शबरी, अहिल्या व अन्नपूर्णा का भी मंदिर प्रस्तावित है। श्रीराम ने पाषाण रूपी अहिल्या का उद्धार किया था। माता सीता की खोज के दौरान भगवान माता शबरी से मिले तो शबरी ने ही उन्हें सुग्रीव से मिलने का सुझाव दिया, जिससे लंका विजय का मार्ग प्रशस्त हुआ। परिसर में माता भगवती का भी मंदिर बनेगा, जो आदिशक्ति दुर्गा हैं। इसके अलावा सीता रसोई में मां अन्नपूर्णा का मंदिर प्रस्तावित है।

प्रख्यात कथावाचक जगद्गुरु रामदिनेशाचार्य कहते हैं कि शक्ति और शक्तिमान में अभेद्य संबंध होता है।शक्ति के बिना शक्तिमान अपना अस्तित्व प्राप्त नहीं कर पाता। वहीं ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र कहते हैं कि रामायण काल की मातृ शक्तियां जिनका राम के जीवन में अहम प्रभाव रहा है, उन्हें मंदिर परिसर में स्थान दिया जाएगा।

क्या हुए हैं कानून में संसोधन… जेसीपी ने विस्तार से बताया, बोले- घबराना नहीं है

हिट एंड रन कानून में किए गए संशोधन को लेकर लोगों में रोष के साथ ही भ्रम की भी स्थिति है। इस स्थिति को दूर करने के लिए कानपुर में जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने वीडियो जारी किया है। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद चालक यदि इसकी सूचना पुलिस या मजिस्ट्रेट को दे देता है तो उसे न तो जेल जाना पड़ेगा और न ही जुर्माना देना पड़ेगा।

जेसीपी ने बताया कि पहले हादसे के बाद वाहन चालक पर आईपीसी की धारा 304 (ए) के तहत कार्रवाई होती थी। इसके तहत हादसे में यदि किसी की मौत हो जाती है तो चालक को दो साल की सजा व जुर्माने की सजा थी। नए कानून में धारा 304 (ए) को 106(1) व 106(2) में तब्दील कर दिया गया है।

आईपीसी की धारा 106(1) के तहत यदि कोई दुर्घटना करता है तो उसे पांच साल जेल और जुर्माने का प्रावधान है। वहीं आईपीसी की धारा 106(2) के तहत यदि दुर्घटना की सूचना नहीं देता है तो उसे 10 साल की कैद और सात लाख के जुर्माने की सजा है। आईपीसी 106(2) में यह राहत भी दी गई है कि दुर्घटना के बाद यदि इसकी सूचना स्थानीय पुलिस, मजिस्ट्रेट, या यूपी 112 या 108 में देता है तो यह धारा उस पर लागू नहीं होगी। इससे उसे न तो जेल जाना पड़ेगा और न ही जुर्माना भरना पड़ेगा।
घटनास्थल से दूर जाकर पुलिस को दें सूचना
जेसीपी के अनुसार हादसे के बाद चालक को स्थानीय लोगों से जान का भी खतरा रहता है। ऐसे में चालक घटनास्थल से दूर जाकर पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दे सकता है। उसकी शिकायत कंट्रोल रूम में रजिस्टर्ड हो जाएगी।
इसके बाद चालक अपने रूट पर मौजूद थाने जाकर वाहन खड़ा कर प्रभारी को घटना से अवगत करा सकता है। इसके बाद थानाप्रभारी 41 (ए) का फार्म भरा उसे छोड़ देगा।
आईपीसी की धारा 106(2) के अनुसार यदि चालक या परिचालक की लापरवाही से किसी की मौत हो जाती है और उसकी सूचना पुलिस या मजिस्ट्रेट को नहीं देता है तो उसे 10 साल का कारावास और जुर्माने का प्रावधान है। सूचना देने वाले पर यह धारा लागू नहीं होगी। ऐसे में चालक घटनास्थल से आगे बढ़कर निकटतम किसी भी पुलिस स्टेशन में गाड़ी खड़ी कर सकता है। सूचना देने पर घायल व्यक्ति को मदद जल्दी मिल जाएगी और वह बच जाएगा।

अदालत में ASI टीम बोली, चार सप्ताह तक सर्वें रिपोर्ट न की जाए सार्वजनिक, अब कल आएगा आदेश

ज्ञानवापी परिसर की सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए या नहीं, इस पर बुधवार को जिला जज की अदालत से आदेश नहीं आया। मामले पर जिला जज ने सभी पक्षों को सुनकर गुरुवार को आदेश देने का फैसला लिया है। एएसआई ने जिला जज की अदालत में आवेदन देकर कहा कि 4 सप्ताह तक सर्वें रिपोर्ट सार्वजनिक न की जाए। क्योंकि इलाहबाद हाईकोर्ट ने वर्ष 1991 के लंबित वाद लार्ड विश्वेश्वर मामले में भी सर्वें रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। ऐसे में द्वितीय प्रति तैयार करने में समय लगेगा। इसलिए समय दिया जाए और रिपोर्ट सार्वजनिक न की जाए।

बता दें कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में दो सील बंद लिफाफों में ज्ञानवापी की सर्वे रिपोर्ट दाखिल की है। रिपोर्ट की मांग हिंदू के साथ ही मुस्लिम पक्ष ने भी की है। हिंदू पक्ष ने रिपोर्ट की प्रति तत्काल दिए जाने का अनुरोध किया था। मुस्लिम पक्ष ने पहले आपत्ति जताई थी, फिर ईमेल आईडी देकर रिपोर्ट मांगी है।

सर्वे रिपोर्ट लीक न हो, मीडिया कवरेज पर लगे रोक
अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने जिला जज की अदालत में आपत्ति दाखिल की है। कमेटी ने अनुरोध किया कि शपथ पत्र लेने के बाद ही सर्वे की रिपोर्ट दी जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सर्वे की रिपोर्ट लीक नहीं होगी। मीडिया कवरेज पर रोक लगाने की मांग भी की गई है।

‘सत्ता के लिए पार्टी के आदर्शों को कुचला गया’, शरद गुट के नेता जयंत पाटिल का अजित पवार पर जुबानी हमला

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शिरडी में शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दो दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जयंत पाटिल ने कहा कि पार्टी समाज सुधारकों छत्रपति शाहू महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले और भीमराव अंबेडकर के आदर्शों पर मजबूती से खड़ी हुई हैं। इन्हीं आदर्शों के आधार पर पार्टी का निर्माण हुआ था। जयंत पाटिल ने अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट पर हमला बोलते हुए कहा कि जब हम सत्ता में थे तो हमने आदर्शों पर ध्यान केंद्रित करने के विचार पर बहुत कम जोर दिया। यही वजह है कि कुछ लोग बिना इस पर विचार किए अलग-अलग सिद्धांतों की ओर आकर्षित हो गए हैं।

पार्टी कार्यकर्ताओं को लड़नी होगी वैचारिक लड़ाई- जयंत
अपने संबोधन में जयंत पाटिल ने पार्टी कार्यकर्ताओं से इस वैचारिक लड़ाई को लड़ने का आग्रह किया हैं। गौरतलब है कि 1999 में शरद पवार द्वारा स्थापित एनसीपी के गठन के बाद से 2014 तक महाराष्ट्र में सत्ता में थी। पांच साल के अंतराल के बाद एनसीपी 2019 में फिर से राज्य सरकार का हिस्सा बन गई और जून 2022 में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार का नेतृत्व उद्धव ठाकरे ने किया। बता दें एनसीपी पिछले साल जुलाई में दो गुटों में बंट गई थी, जब पार्टी के एक वरिष्ठ नेता अजित पवार और आठ अन्य विधायक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए थे, जिसका भाजपा भी एक हिस्सा हैं।

संजय राउत ने अजित पवार पर साधा था हमला
सोमवार को शिवसेना (यूबीटी) संजय राउत ने अजित पवार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन लोगों ने गुलामी को स्वीकार किया है, उन्हें महा विकास अघाड़ी (एमवीए) नेताओं पर टिप्पणी करने का कोई अधिकारी नहीं हैं। संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र का लगातार अपमान हो रहा है, लेकिन सत्ता में बैठें लोग चुप्पी साधे हुए हैं। इसी बीच, शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने रविवार को दावा किया कि लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के सहयोगियों के बीच कोई खींचतान नहीं है।

कोलकाता में चाइनीज निमोनिया से संक्रमित पाई गई दस साल की बच्ची, नवंबर में इससे चीन में मचा था हाहाकार

कोलकाता के इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ में एक दस वर्षीय बच्ची में चाइनीज निमोनिया का एक दुर्लभ प्रकार माइकोप्लाज्मा निमोनिया पाया गया है। दक्षिण कोलकाता के बांसद्रोणी में रहने वाली बच्ची को सांस लेने में समस्या, बुखार और खांसी की शिकायत के बाद 25 दिसंबर को पार्क सर्कस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच के दौरान डॉक्टरों ने बच्ची में माइकोप्लाज्मा निमोनिया पाया।

एम्स-दिल्ली में सात मरीज संक्रमित
माइकोप्लाज्मा निमोनिया को चीनी निमोनिया या चाइनीज निमोनिया भी कहा जाता है, क्योंकि पिछले साल चीन में माइकोप्लाज्मा निमोनिया के कारण सांस में दिक्कत होने के कई मामले देखे गए थे। एम्स-दिल्ली के डॉक्टरों ने पिछले हफ्ते करीबन सात मरीजों में यह संक्रमण देखा, जिसमें ज्यादातर बच्चे थे। बता दें कि ‘माइकोप्लाज्मा निमोनिया’ बैक्टीरिया है जिससे मुख्य रूप से श्वसन पर असर पड़ता है। चीन के अलावा, अमेरिका सहित अन्य देशों में भी माइकोप्लाज्मा निमोनिया के संक्रमण का प्रभाव देखा गया।

बच्ची पर हो रहा दवाओं का असर
कोलकाता के अस्पताल में बच्ची पर इलाज का असर हो रहा है। अस्पताल के बाल चिकित्सा प्रमुख जयदेब दे ने कहा, ‘दवाओं के कारण बच्ची में सुधार देखा जा रहा है। उसे फिलहाल किसी तरह की कोई समस्या नहीं हुई है।’ बच्ची के एक्स-रे में डॉक्टरों ने बताया कि इस संक्रमण ने लड़की के फेफड़ों को प्रभावित किया है।

‘आकार में भले छोटा, लेकिन इसका दिल बड़ा’, मुस्लिम बहुल लक्षद्वीप में बोले प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लक्षद्वीप को करोड़ों की सौगात दी। उन्होंने अपनी सरकार द्वारा शुरू किए गए सुधारों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों का गवाह बने मुस्लिम बहुल लक्षद्वीप के लोगों का दिल जीतने के प्रयास के तहत बुधवार को कहा कि यह द्वीपसमूह भले ही छोटा है, लेकिन इसका दिल बड़ा है।

प्रधानमंत्री ने यहां केंद्र शासित प्रदेश में 1,150 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद यह बात कही। बता दें, प्रधानमंत्री मंगलवार को लक्षद्वीप पहुंचे थे। उन्होंने आज एक समारोह में इन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। समारोह में महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों द्वीपवासियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा, ‘लक्षद्वीप का क्षेत्रफल भले ही छोटा हो, लेकिन इसका दिल बहुत बड़ा है। मैं यहां मिल रहे प्यार और आशीर्वाद से अभिभूत हूं। मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं।’

पहले की सरकारों पर निशाना साधा
मोदी ने इस दौरान पहले की सरकारों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘आजादी के बाद दशकों तक केंद्र में जो सरकारें रहीं उनकी प्राथमिकता सिर्फ अपने राजनीतिक दल का विकास था। जो दूर-सुदूर के राज्य हैं, जो बॉर्डर पर हैं या जो समुद्र के बीच में हैं, उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया जाता था। बीते 10 वर्षों में हमारी सरकार ने जो बॉर्डर के इलाके हैं जो समुद्र के छोर के इलाके हैं, हमने उन्हें अपनी प्राथमिकता बनाया है।’

तेज इंटरनेट सुविधा मिलेगी
उन्होंने आगे कहा, ‘भारत के हर क्षेत्र और हर नागरिक का जीवन आसान बनाना और उसे सुविधा से जोड़ना ही केंद्र सरकार की प्राथमिकता है। आज यहां लगभग 1200 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। ये इंटरनेट, बिजली, पानी, स्वास्थ्य और बच्चों से जुड़ी परियोजनाएं हैं। इन सभी स्वास्थ्य परियोजनाओं के लिए आप सभी को बहुत-बहुत बधाई।’ उन्होंने कहा कि 2020 में, आपको गारंटी दी थी कि अगले 1,000 दिनों के भीतर तेज इंटरनेट सुविधा मिलेगी। आज कोच्चि-लक्षद्वीप पनडुब्बी ऑप्टिकल फाइबर परियोजना का उद्घाटन किया गया है। अब लक्षद्वीप में इंटरनेट 100 गुना अधिक गति से उपलब्ध होगा। बता दें, प्रधानमंत्री ने अगस्त 2020 में लाल किले पर अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में यह घोषणा की थी।

संचार बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण बदलाव
इस पहल का उद्देश्य लक्षद्वीप पर धीमी इंटरनेट गति की चुनौती को दूर करना है। अधिकारियों के अनुसार, इससे द्वीपों में इंटरनेट की गति 100 गुना से अधिक बढ़कर, 1.7 जीबीपीएस से 200 जीबीपीएस (गीगा बाइट प्रति सेकेंड) हो जाएगी। उन्होंने कहा कि लक्षद्वीप अब एक पनडुब्बी ऑप्टिकल फाइबर केबल के माध्यम से जुड़ा हुआ है, जो संचार बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इससे द्वीपों में इंटरनेट सेवाओं, टेलीमेडिसिन, ई-गवर्नेंस, शिक्षा, डिजिटल बैंकिंग, मुद्रा उपयोग और साक्षरता में वृद्धि होगी।

प्रधानमंत्री ने कदमत में कम तापमान वाले थर्मल डी-सैलिनेशन (एलटीटीडी) संयंत्र का भी उद्घाटन किया, जो हर दिन 1.5 लाख लीटर स्वच्छ पेयजल का उत्पादन करेगा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने अगाती और मिनिकॉय द्वीपों पर सभी घरों में घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) राष्ट्र को समर्पित किए।

मोदी द्वारा शुरू की गई अन्य परियोजनाओं में कावारत्ती में सौर ऊर्जा संयंत्र, लक्षद्वीप में पहली बैटरी समर्थित सौर ऊर्जा परियोजना शामिल है। उन्होंने कल्पेनी में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधा के नवीनीकरण और पांच द्वीपों एंड्रोथ, चेतलाट, कदमत, अगाती और मिनिकॉय में पांच मॉडल आंगनवाड़ी केंद्रों (नंद घरों) के निर्माण की आधारशिला भी रखी।

वीजा नियमों को आसान बनाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमारी सरकार ने हज यात्रियों की सहूलियत के लिए जो प्रयास किया है उसका भी लाभ लक्षद्वीप के लोगों को मिला। हज यात्रियों के लिए वीजा नियमों को आसान बनाया गया है। हज से जुड़ी ज्यादातर कार्रवाई अब डिजिटल होती है। सरकार ने महिलाओं को बिना महरम हज जाने की भी छूट दी है। इन्हीं सब प्रयासों की वजह से उमराह के लिए जाने वाले भारतीयों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है।’

पिछले 24 घंटों में 602 कोरोनावायरस के नए मामले दर्ज; पांच की मौत, चार हजार से अधिक सक्रिय मामले

भारत में पिछले 24 घंटों में 602 नए कोविड-19 के मामले दर्ज किए गए हैं। इस दौरान पांच की मौतहो चुकी है। इसी के साथ देशभर में सक्रिय मामलों की संख्या अब 4440 हो चुकी है। मंगलवार तक सक्रिय मामलों की संख्या 4,565 थी। बता दें कि मंगलवार को 573 नए मामले देखे गए थे और 24 घंटों में हरियाणा और कर्नाटक में कोविड के कारण एक-एक व्यक्ति की मौत भी हुई थी। कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 के कारण भारत सहित कई अन्य देशों में संक्रमण की रफ्तार में वृद्धि देखी जा रही है।

पिछले एक माह के भीतर देश के कई राज्यों में संक्रमितों की संख्या में तेजी से उछाल दर्ज किया गया है। हालिया रिपोर्ट में ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट JN.1 के अब तक दस राज्यों में पुष्टि की खबर है। इन राज्यों में केरल और गोवा सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। केरल में JN.1 से 133 और गोवा में 51 लोगों को संक्रमित पाया गया है।

पीएम मोदी ने 14 जनवरी से मंदिरों के लिए इस अभियान के शुरुआत का किया आह्वान, अयोध्या के लिए कही ये बात

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामनगरी को साफ-सुथरा बनाने का संकल्प लिया है। इसी के चलते उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा कर देश से अयोध्या को सबसे स्वच्छ शहर बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि देशभर के लोगों से प्रार्थना है कि मकर संक्रांति के दिन से छोटे-मोटे तीर्थ स्थलों पर स्वच्छता का अभियान चलाया जाना चाहिए। ये अभियान 14 जनवरी से 22 जनवरी तक चलाया जाना चाहिए।

अब हर रोज अयोध्या आते रहेंगे लोग
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मेरा अयोध्या के भाई-बहनों से है आपको देश और दुनिया के अनगिनत अतिथियों के लिए तैयार होना है। अब देश-दुनिया के लोग लगातार हर रोज अयोध्या आते रहेंगे। इसलिए अयोध्यावासियों को एक संकल्प लेना है कि रामनगरी को भारत का सबसे स्वच्छ शहर बनाने का। ये स्वच्छ अयोध्या अयोध्यावासियों की जिम्मेदारी है।’

14-22 तक चलाएं अभियान
उन्होंने आगे कहा, ‘देशभर के लोगों से मेरी प्रार्थना है कि भव्य राम मंदिर के निर्माण के निमित्त, एक सप्ताह पहले 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन से पूरे देश के छोटे मोटे सभी तीर्थ स्थलों पर स्वच्छता का बहुत बड़ा अभियान चलाना चाहिए। हर मंदिर में सफाई का अभियान हमें 14 जनवरी से 22 जनवरी तक चलाना चाहिए।’

प्रभु राम सभी के
पीएम ने जोर देकर कहा, ‘प्रभु राम सभी के हैं। भगवान राम जब आ रहे हैं तो हमारा एक भी मंदिर, एक भी तीर्थ क्षेत्र गंदा नहीं होना चाहिए।’

पूरी होगी मोदी की तीन दशक पुरानी प्रतिज्ञा
गौरतलब है, 22 जनवरी को भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीन दशक पुराना प्रण भी पूरा होगा। मोदी इस दिन नए मंदिर में मुख्य यजमान के रूप में रामलला की आंखों से पट्टी हटाए जाने के बाद पहला दर्शन करेंगे। इसी के साथ 14 जनवरी 1992 को जन्मभूमि में रामलला के सामने ली गई उनकी भावपूर्ण प्रतिज्ञा साकार हो जाएगी। 11 दिसंबर 1991 में कन्याकुमारी से शुरू हुई भाजपा की एकता यात्रा 14 जनवरी 1992 को अयोध्या पहुंची थी। इस यात्रा में मुरली मनोहर जोशी के साथ आरएसएस के पूर्व प्रचारक व गुजरात भाजपा के महासचिव के रूप में नरेंद्र मोदी भी आए थे। तब वह जन्मभूमि में दर्शन करने गए थे। इस दौरान प्रतिज्ञा ली थी कि अब मंदिर में विराजमान होने के बाद दर्शन करने आएंगे।