Friday , October 25 2024

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21 दिन के भीतर घर बैठे करा सकेंगे जन्म और मृत्यु का निःशुल्क पंजीकरण, हर बच्चे का बनेगा जन्म प्रमाण पत्र

मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) पर जन्म व मृत्यु के पंजीकरण की स्थिति की समीक्षा की। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि सभी नागरिकों को जन्म व मृत्यु पंजीकरण अवश्य करवाना चाहिए। पोर्टल पर 21 दिन के भीतर घर बैठे परिवार का सदस्य जन्म व मृत्यु का पंजीकरण निःशुल्क कर सकता है। इस बारे में लोगों को विभिन्न प्रचार माध्यमों द्वारा जागरूक किया जाए।

उन्होंने कहा कि पोर्टल पर शत प्रतिशत जन्म और मृत्यु का पंजीकरण कराया जाए। पंजीकरण की प्रक्रिया सरल व यूजर फ्रेंडली और प्रक्रिया में कम से कम ह्यूमन इंटरवेंशन (मानव हस्तक्षेपद्ध) होना चाहिए। मोबाइल से पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु एप भी विकसित किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि सीडीओए, सीएमओ सहित नगर निकाय और पंचायत विभाग के निचले स्तर तक कर्मियों को प्रशिक्षण दिलाया जाए। इसके लिए जनपद स्तर पर मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएं। प्राइवेट नर्सिंग होम और अस्पतालों को भी पोर्टल पर जन्म और मृत्यु की सूचना दर्ज करने के लिए यूजर आईडी उपलब्ध कराई जाए।

दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि अभियान चलाकर आंगनवाड़ी व प्राइमरी विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के शत प्रतिशत जन्म प्रमाण पत्र बनवाएं जाएं। उन्होंने कहा कि पोर्टल पर गलत सूचना दर्ज करने पर संबंधित की जिम्मेदारी नियत कर कार्यवाही की जाए।

बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा, निदेशक नागरिक पंजीकरण श्रीमती शीतल वर्मा, विशेष सचिव नगर विकास डा० राजेंद्र पैंसिया, अपर निदेशक शहरी स्थानीय निकाय श्रीमती ऋतु सुहास सहित सबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।

अखिलेश यादव बोले, उम्मीद है नयी संसद नयी लोकतांत्रिक चेतना के लिए प्रकाश स्तंभ बनेगी

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देश की नयी संसद भवन के लिए भी देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि संसद की नयी इमारत नयी लोकतांत्रिक चेतना के लिए प्रकाश स्तंभ बनेगी।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा कि नये संसद भवन के लिए सभी देशवासियों और सभी वर्तमान व भूतपूर्व सांसदों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ!

आशा है देश की स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा को ये नया विस्तारित परिसर नया राजनीतिक-वैचारिक विस्तार भी देगा और सांसदों के लिए ये नयापन सिर्फ़ भवन का नहीं मनन का भी होगा।

उम्मीद है कि हमारी पुरानी संसद सदैव प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी और नयी संसद नयी लोकतांत्रिक चेतना के लिए प्रकाश स्तंभ बनेगी।

बता दें कि इस समय संसद का विशेष सत्र चल रहा है। विशेष सत्र के पहले दिन की कार्यवाही पुरानी संसद भवन की इमारत में हुई। आज मंगलवार से विशेष सत्र के बाकी दिनों की कार्यवाही नयी इमारत में होगी।

अब प्रदेश की हर विधानसभा का होगा अपना खुद का पर्यटक स्थल, पहली योजना लखनऊ में हुई स्वीकृत

सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना’ के तहत प्रदेश की सभी विधानसभाओं में पर्यटन स्थल बनाए जाएंगे। इसके सापेक्ष पर्यटन विभाग में अब तक 68 प्रस्ताव आ चुके हैं। पहली योजना स्वीकृत हो गई है। लखनऊ के अलीगंज स्थित हनुमान जी के मंदिर का मुख्यद्वार बनाया जाएगा। इसमें 191 लाख रुपये खर्च होंगे। इस योजना के अलावा अन्य पर कार्रवाई चल रही है। संभावना है कि जल्द ही इन्हें भी स्वीकृति मिल जाएगी।

लखनऊ के अलीगंज में स्थित हनुमान मंदिर आस्था का केंद्र है। दर्शन-पूजन के लिए दूर-दूर से बड़ी संख्या में लोग आते हैं। यहां पर्यटकों का भी आना-जाना रहता है। अलीगंज श्री महावीर जी ट्रस्ट की ओर से यहां मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के तहत मुख्यद्वार बनाने के लिए प्रस्ताव आया था। इसे स्वीकृति मिल गई है। इसमें कुल 191.51 लाख रुपये खर्च होंगे। इसमें 50 प्रतिशत राज्य सरकार और 50 प्रतिशत मंदिर ट्रस्ट की ओर से खर्च किया जाएगा।

कोई भी सक्षम व्यक्ति दे सकता है प्रस्ताव
मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के तहत यह जरूरी नहीं प्रस्ताव केवल जनप्रतिनिधि ही देंगे। इसके तहत सक्षम व्यक्ति अथवा संस्था व संगठन भी प्रस्तावक हो सकते हैं। शर्त है कि पूरे कार्य पर खर्च होने वाली राशि का 50 प्रतिशत सरकार और 50 प्रतिशत व्यक्ति या संस्था देगी। इसी तरह जनप्रतिनिधि की ओर से भी जो प्रस्ताव आएंगे उसमें भी सरकार 50 प्रतिशत राशि देगी और 50 प्रतिशत जनप्रतिनिधि को देने होंगे।

क्या है इस योजना का उद्देश्य
योजना के तहत प्रत्येक विधानसभा में सबसे अधिक महत्वपूर्ण स्थल का चयन या अल्पज्ञात पर्यटक स्थलों को चिन्हित कर उसे उच्चस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। इसके जरिये पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी करना, साथ ही पर्यटन सेवा प्रदाताओं को आकर्षित करना है।

हमारा प्रयास लोग भ्रमण को निकलें
हमारा प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा लोग भ्रमण के लिए निकलें। ऐसा तब होगा जब लोगों के नजदीक पर्यटन के विकल्प रहेंगे। इसी उद्देश्य से सभी विधानसभाओं में पर्यटन स्थल बनाने की तैयारी है। इससे प्रदेश में और तेजी से पर्यटन बढ़ेगा। – जयवीर सिंह, मंत्री, पर्यटन एवं संस्कृति

Vibrio vulnificus से दूषित मछली खाने पर महिला के काटने पड़े हाथ-पैर

आज भी पूरी दुनिया कोरोना महामारी से उबर नहीं पाई है और अब नई नई मुसीबतें लोगों को परेशान कर रही हैं. इन्हीं में से एक है Vibrio vulnificus.हाल ही में कैलिफोर्निया में विब्रियो वल्निकस नामक बैक्टीरिया से दूषित तिलापिया खाने पर एक महिला के हाथ-पैर काटने पड़े.

अब आप सोच रहे होंगे कि ये Vibrio vulnificus है क्या तो आइए इसके बारे में जानते हैं.

महिला के काटने पड़े हाथ पैर-

हाल ही में एक मामला सामने आया है, जिसे सुन आप चौंक जाएंगे. दरअसल में कैलिफोर्निया की एक 40 वर्षीय लॉरा बाराजस ने बाजार से एक तिलापिया (Tilapia) मछली खरीदी थी जो विब्रियो वल्निकस नामक एक एक जानलेवा फ्लैश ईटिंग बैक्टीरिया से इन्फेक्टेड थी. महिला ने इस मछली को खा लिया और उसके बाद महिला के पूरे शरीर में संक्रमण फैल गया, जिसके चलते डॉक्टर को उसके दोनों हाथ पैर काटने पड़े.

क्या है Vibrio vulnificus?

विब्रियो वल्निकस एक प्रकार का बैक्टीरिया है जो घातक संक्रमण का कारण बन सकता है. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, लैटिन भाषा में विब्रियो का मतलब होता है बाइब्रेट करना और वल्निफिकलस का मतलब है घाव करना. इसका संक्रमण तब होता है जब इंसान अधपका खाना खाता है. इसके साथ ही ये तब भी प्रभावित कर सकता है जब इंसान खुले घाव के साथ स्विमिंग पूल या पानी के सम्पर्क में आता है. ये बैक्‍टीरिया बहुत तेजी से शरीर के अंगों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाता है.

क्या है Vibrio vulnificus के लक्षण-

संक्रमण तेजी से शरीर में फैलता है और इसके कारण बुखार, लो ब्लड प्रेशर की समस्या के साथ दर्दकारक छाले हो सकते हैं-

-बुखार

-त्वचा में लालिमा

-दर्दनाक दाने

-डायरिया

-चक्कर आना

-तेज धड़कन

-पस वाले छाले

-जी मिचलाना

कितना जानलेवा है बैक्टीरिया?

इस बैक्टीरिया का संक्रमण तेजी से पूरे शरीर में फैलने लगता है. इसे काफी खतरनाक माना जाता है क्योंकि ऐसे मामलों में तत्काल इलाज की जरूरत होती है. यह शरीर के अंगों को बुरी तरह से डैमेज करता है. इसके संक्रमण के कारण हर 5 में से एक इंसान की मौत हो जाती है.

Vibrio vulnificus से कैसे बचें?

-अधपका समुद्री भोजन न खाएं.

-सी-फूड खाने से पहले इस बात पर ध्यान जरूर दें कि ये अच्छी तरह से उबाला हुआ और पकाया हुआ हो.

-पके हुए और बिना पके समुद्री भोजन को एक साथ टेबल पर न रखें.

-सी फूड बनाने के बाद हाथ अच्छी तरह से धोएं

-घाव या खरोंच होने पर समुद्री या खारे पानी से दूर रहें

क्यों करते हैं ऋषि पंचमी व्रत? जानें इसकी पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, कथा और महत्व

धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ऋषि पंचमी का व्रत किया जाता है। (Rishi Panchami 2023) इस बार ये तिथि 20 सितंबर, बुधवार को है। इस व्रत में महिलाएं सुबह एक खास प्रकार से स्नान करती हैं और सप्तऋषियों की पूजा भी करती हैं।

मान्यता है कि स्त्रियों से रजस्वला अवस्था के दौरान अनजाने में जो पाप हो जाते हैं, उन्हें दूर करने के लिए यह व्रत किया जाता है। आगे जानिए इस व्रत की पूजा विधि व अन्य खास बातें…

ऋषि पंचमी पूजा शुभ मुहूर्त (Rishi Panchami 2023 Puja Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 19 सितंबर, मंगलवार की दोपहर 01:43 से 20 सितंबर, बुधवार की दोपहर 02:16 तक रहेगी। चूंकि पंचमी तिथि का सूर्योदय 20 सितंबर को होगा, इसलिए इसी दिन ये व्रत किया जाएगा। बुधवार को विशाखा नक्षत्र होने से प्रजापति और इसके बाद अनुराधा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि और प्रीति नाम के 2 अन्य शुभ योग भी रहेंगे। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11:01 से दोपहर 01:28 तक रहेगा।

इस विधि से करें व्रत और पूजा (Rishi Panchami 2023 Puja Vidhi)
20 सितंबर, बुधवार की सुबह जल्दी उठकर अपामार्ग (आंधीझाड़ा) नाम के पौधे से दांत साफ करें और इसे सिर पर इसे रखकर स्नान करें। इसके बाद घर में किसी स्थान की साफ सफाई करें और वहां मिट्टी या तांबे का कलश स्थापित कर उसे कपड़े से ढंक दें। इसके ऊपर मिट्टी के बर्तन में जौ भरकर रखें। ये संकल्प लें-
अमुक गोत्रा (अपना गोत्र बोलें) अमुक देवी (अपना नाम लें) अहं मम आत्मनो रजस्वलावस्थायां गृहभाण्डादिस्पर्शदोषपरिहारार्थं अरुन्धतीसहितसप्तर्षिपूजनं करिष्ये।
कलश में ही सप्तऋषियों का निवास मानकर उसकी पूजा करें। बाद में ये कलश किसी ब्राह्मण को दान कर दें। इस व्रत में हल से जुते हुए खेत का अन्न खाना मना है।

ऋषि पंचमी पर जरूर सुनें ये कथा (Rishi Panchami 2023 Katha)
प्राचीन कथा के अनुसार किसी गांव में उत्तरा नाम का एक ब्राह्मण निवास करता था। उसकी एक पत्नी भी थी, जिसका नाम सुशीला था। उनकी एक बेटी भी थी, जिसे बाल्य अवस्था में ही विधवा हो गई थी। एक रात जब उनकी बेटी सो रही थी, उसके पूरे शरीर पर चींटियां लग गई। बेटी की ये अवस्था देख माता-पिता को बहुत दुख हुआ। तभी वहां एक तपस्वी ऋषि आए। उत्तरा और सुशीला ने उन्हें पूरी बात बता दी। ऋषि ने कहा कि “तुम्हारी बेटी ने पूर्व जन्म में रजस्वला काल के दौरान कईं पाप किए थे, उस का दंड इस जन्म में मिल रहा है। ऋषि ने उस ब्राह्मण कन्या को ऋषि पंचमी का व्रत करने की सलाह दी। ऐसा करते ही उसके सभी कष्ट दूर हो गए।

Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

पटना में विराजे मुंबई लालबाग के राजा, 30 लाख का मुकुट पहनाया, राज्यपाल और सीएम पहुंचे

बिहार की राजधानी पटना में भी महाराष्ट्र मंडल गणपति पूजा भव्य आयोजन किया जा रहा है। गणेश चतुर्थी के मौके पर पटना में मुंबई के लालबाग वाले गणपति की तर्ज पर पंडाल को सजाया गया है।

यहां गणेश जी को 30 लाख का मुकुट पहनाया गया है। मुकुट में सोना और हीरे से काम किया गया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने इस पंडाल में आकर पूजा-अर्चना किया। बताया जाता है कि मंदिर में आरती के लिए महाराष्ट्र से 50 लोगों की टीम बुलाई गई है। महाराष्ट्र मंडल के तहत बने इस भव्य पंडाल को 11 तरह के फूलों से सजाया गया है। इन फूलों को कोलकाता और बेंगलुरु से मंगाया गया है।

विनायक के सिर पर 30 लाख रुपए का मुकुट सजाया गया है। यह मुकुट हर साल विनायक के लिए ऑर्डर पर बनवाया जाता है। इस साल भी यह मुकुट मुंबई में ऑर्डर देकर बनवाया गया है। इस मुकुट की खासियत यह है कि मुकुट सोने का है। इस पर हीरे जड़े हुए हैं।

वहीं गणपति पूजा को खास बनाने के लिए इस बार महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस बार महाराष्ट्र मंडल की सभी महिलाएं पूरे गणेश चतुर्थी पूजा का आयोजन कर रही हैं। गणेश पूजा के लिए पिछले 1 महीने से यहां तैयारियां चल रही थी। आज से यहां गणपति बप्पा मोरया की गूंज सुनाई देने ली है।

पटनावासियों को पटना में रहकर मुंबई के लालबाग वाले गणपति की पूजा का एहसास हो इसलिए यहां खासतौर पर मुंबई से पंडितों की एक टीम बुलाई गई है। गणपति पूजा समाप्त होने पर इस मुकुट का ऑक्शन किया जाता है। पिछले साल गणपति को 21 लाख का मुकुट पहनाया गया था। वहीं ऑक्शन में इसकी कीमत 26 लाख लगाई गई थी।

500 साल पुराना फूलमती माता का ये मंदिर क्यों है प्रसिद्ध? छूमंतर हो जाती है ये बीमारी

भारत देश में हजारों चमत्कारिक मंदिर हैं। उनमें से कुछ तो ऐसे हैं जिनके रहस्य के बारे में आज तक कोई पता नहीं लगा सका। हालांकि हजारों चमत्कारिक मंदिरों में से एक है फूलमती माता का मंदिर।
इस मंदिर में जाने वालों लोगों की संख्या बहुत अधिक है। यह मंदिर शाहजहांपुर के मोती चौक इलाके में स्थित है।
माता फूलमती मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है। यहां आने वाले हर भक्त की मनौती अवश्य पूरी होती है। इसलिए लोग शादी विवाह के पूर्व मां को विधिवत आमंत्रण देते हैं। वहां विवाह के बाद वैवाहिक जीवन शुरु करने के पूर्व मां का आर्शीवाद अवश्य लेते हैं। यहां नियमित हवन के अलावा पूरे नवरात्र भर दुर्गा पूजा महोत्सव का भी आयोजन किया जाता है।

500 साल पुराने इस मंदिर में माता की मूर्ति के अलावा अन्य देवी देवताओं की मूर्तियां भी स्थापित हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बताया जाता है कि इस मंदिर में फूलमती माता के चरणों से निकलने वाले जल को अगर आंखों में लगाया जाए तो आंखें स्वस्थ हो जाती हैं यानी नजर दोष दूर हो जाता है। इसी मान्यता के चलते यहां हजारों की संख्या में लोग माता के दर्शन करने के लिए आते हैं।

इस मंदिर का निर्माण के बारे में कहते हैं कि पंडित सुखलाल जी फूलमती माता के परम भक्त थे। माता जी ने प्रसन्न होकर उनको दर्शन दिए। इसके बाद सुखलाल जी ने कन्नौज स्थित फूलमती माता के चरणों के रूप में मंदिर से एक ईंट अपने सिर पर रखकर लेकर आए और यहां स्थापित कर दी। यहां स्थापित माता के चरणों के दर्शन करने अब दूर-दूर से भक्त आते हैं।

बताया कि माता के चरणों से निकलने वाले जल को आंखों की बीमारी से पीड़ित कोई भी मरीज अपनी आंखों पर लगता है तो आंखें पूरी तरह से स्वस्थ हो जाती हैं।

कहते हैं कि यहां पर लगातार नौ पीढ़ी से एक की परिवार के लोग पूजा कर रहे हैं। वर्तमान में महंत विजय गिरी यहां की देखरेख कर रहे हैं।

सोनीपत के किसान को टोल प्लाजा के पास रोका, जमकर पीटा, 19 हजार की नकदी छीनी

बहादुरगढ़ के नाहरा-नाहरी रोड पर गांव बामनौली के नजदीक टोल प्लाजा के पास सोनीपत के गांव रिढ़ाऊ निवासी एक किसान की गाड़ी रोककर न केवल उसके साथ बुरा व्यवहार किया गया बल्कि पिटाई भी की गई।

आरोप है कि 19 हजार रुपये भी छीने हैं। किसान मूली बेचकर बहादुरगढ़ सब्जी मंडी से घर लौट रहा था।

घटना सोमवार देर रात की है। पीड़ित ने पुलिस को शिकायत देने की बात कही तो आरोपी ने जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने इसकी शिकायत लाइनपार थाना पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्जकर छानबीन शुरू कर दी है।

सोनीपत जिले के गांव रिढ़ाऊ निवासी सुनील कुमार ने बताया कि वह सोमवार को बहादुरगढ़ सब्जी मंडी मूली बेचने आया था। यहां से लौटते समय गांव बामनौली के टोल पर कर्मचारियों ने उसे पर्ची दिखाने की बात कही। सुनील ने उन्हें पर्ची दिखा दी। टोल से कुछ दूर आगे निकलने पर एक बाइक सवार ने उसकी गाड़ी के आगे अपनी बाइक अड़ा दी और गाली-गलौच करने लगा। अपने आप को उसने टोल संचालक बताया।

गाली देने का उसने विरोध किया तो उसे गाड़ी से नीचे उतारकर जमकर पीटा। सुनील ने कहा कि वह पुलिस के पास जाएगा और इसकी शिकायत करेगा तो आरोपी ने उससे 19 हजार रुपये की नकदी छीन ली। जान से मारने की धमकी देकर आरोपी फरार हो गया। पीड़ित को शहर के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने शिकायत के आधार केस दर्ज कर लिया है। किसान ने बताया है कि वह 12 हजार रुपये घर से लाया था और सात हजार रुपये की मूली बेची थी।

बामनौली टोल पर एक किसान के साथ मारपीट करने और 19 हजार रुपये छीनने की शिकायत आई है। शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उसकी पहचान का प्रयास किया जा रहा है। टोल पर लगे सीसीटीवी की भी जांच की जाएगी। जैसे ही आरोपी की पहचान होगी वैसे ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। – रामकरण, एसएचओ थाना लाइनपार, बहादुरगढ़।

नया गांव में आपसी झगड़े में फायरिंग, बाल-बाल बचा सरपंच का पति, पुलिस ने दर्ज किया केस

बहादुरगढ़ के नया गांव में आपसी झगड़े में अपने चाचा को छुड़वाने गए सरपंच के पति पर दूसरे पक्ष के लोगों ने फायरिंग कर दी। निशाना चूकने की वजह से सरपंच का पति बाल-बाल बच गया। सरपंच का पति सरपंचों के हरियाणा विकासशील संगठन का जिला प्रधान भी है।

घटना सोमवार देर रात की है। सरपंच के पति की शिकायत थाना सदर की एचएल सिटी चौकी पुलिस ने आरोपियो के खिलाफ मामला दर्जकर लिया है।

नया गांव निवासी प्रमोद गांव की सरपंच के पति हैं और भाजपा की ओर से सरपंचों के संगठन हरियाणा विकासशील के जिला प्रधान हैं। प्रमोद ने बताया कि सोमवार रात करीब नौ बजे उनके चाचा सुभाष के साथ किसी बात को लेकर लक्ष्मण, नवीन और कृष्णा पत्नी जोगेंद्र झगड़ा कर रहे थे। झगड़े की बात सुनकर वह भी मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव किया। इसी दौरान नवीन ने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से फायर कर दिया।

निशाना चूकने की वजह से प्रमोद और उनके चाचा बाल-बाल बच गए। फायर करने के बाद नवीन तो मौके से फरार हो गया और भागते समय जान से मारने की धमकी दी। इसके अलावा लक्ष्मण मौके पर ही रह गया। उसके सिर में चोट लगी है। आरोप है कि उसने भी जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने प्रमोद की शिकायत पर तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

मूर्ति विसर्जन के दौरान डूबने से दो बच्चियों की मौत, तीन बच्ची को सुरक्षित बचाया

बिहार के नालंदा जिले में मंगलवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान डूबने से दो बच्चियों की मौत हो गई। दोनों बच्चियों की पहचान शेखपुरा जिला के फिरंगी बिगहा गांव निवासी लंबू बिंद की 8 वर्षीय पुत्री ज्योति कुमारी के रूप में है।

दरअसल, रहुई थाना क्षेत्र के सोसंदी गांव निवासी जयगोबिंद जमादार की 10 वर्षीय पुत्री जूली कुमारी और उसकी मौसेरी बहन मूर्ति विसर्जन करने गई थी। इसी दौरान यह हादसा हुआ है। महेश यादव ने इस संबंध में स्थानीय लोगों ने कहा कि तीज पूजा समाप्त होने पर गैरा गौरी की मूर्ती को डूबाने आई थी।

मूर्ति विसर्जन के लिए गांव से पूर्व हेट खंद्धा स्थित तालाब में 5 बच्ची आई थी। मूर्ति विसर्जन के क्रम में 5 बच्ची गहरे खाई में चली गई। इसी क्रम में पांच बच्ची डूबने लगी। आस पास के खेत की सिचाई कर रहे किसान डूबते हुए बच्ची को देख हल्ला करने लगे। आवाज सुनकर आस पास के किसान वहां पहुंचकर 3 बच्ची को काफी मशक्कत के बाद सुरक्षित बचा लिए। जबकि 2 बच्ची के पानी में डूबने से मौत हो गई।