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वृद्धा की गला रेतकर हत्या, घर के बरामदे में मिला शव; छानबीन में जुटी पुलिस

भदोही:  भदोही जिले के दुर्गागंज थानाक्षेत्र के बिरापुर गांव में रविवार की रात 67 साल की वृद्धा गिरजा देवी पत्नी स्व. राजनाथ गौतम की गला रेतकर हत्या कर दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

यह है मामला
सोमवार की सुबह गिरजा देवी का शव बरामदे में पड़ा हुआ था। हत्या किसने की अभी स्पष्ट नहीं हो सका। एसपी समेत अन्य पुलिस उच्चाधिकारियों द्वारा स्थानीय पुलिस व फील्ड यूनिट टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मृतका के चार बेटे हैं, जिसमें दो घर पर मौजूद हैं। ग्रामीणों के मुताबिक परिजन शव का अंतिम संस्कार करना चाह रहे थे, लेकिन ग्राम प्रधान ने पुलिस को जानकारी दे दी। सीओ प्रभात राय ने बताया कि मामले की जांच की जा रहीं है। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।

एक ही परिवार के चार लोगों का अपहरण, महिला की गला कसकर हत्या, चलती कार से कूदकर पति ने बचाई जान

हमीरपुर:  चित्रकूट दर्शन के बहाने ले जाकर एक परिवार के लोगों को जान से मारने का प्रयास किया गया। जिसमें गला कसने पर पति चलती कार से कूद गया। आरोपियों ने पत्नी की गलाकर कसकर हत्या कर दी। बेटे को रास्ते में उतार दिया और बेटी को जनपद जालौन में छोड़ दिया। पुलिस ने पहले सूरज की तहरीर पर अपहरण का मामला दर्ज किया था। अब मामला हत्या में तरमीम करने की बात कह रही है। पुलिस आरोपी चालक को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। कार बरामद कर ली गई है। आरोपियों की तलाश के लिए चार टीमें लगाई गई हैं।

जनपद कानपुर के थाना चौबेपुर के मदारी पुर गांव निवासी सूरज यादव परिवार सहित शहर के गुजैनी बर्रा में किराये पर रहते हैं। वह किसी जूता फैक्टरी में काम करता था। जहां पर परिवार रहता है उसी मकान में त्रिभुवन उर्फ चाचा नाम का व्यक्ति भी किराये पर रहता है। त्रिभुवन ने सूरज यादव से चित्रकूट जाने की बात कही। जिस पर सूरज अपनी पत्नी अमन (35), बेटा रामजी (10) और बेटी परी (2) के साथ तैयार हो गया। चित्रकूट जाने के लिए संजीव नामक व्यक्ति की अर्टिका कार बुक की गई। चित्रकूट जाने के लिए त्रिभुवन ने अपने साथी वीर सिंह और रामप्रसाद को भी बुला लिया।

21 सितंबर को वह वहां से निकल पड़े। जनपद जालौन के जोल्हूपुर से त्रिभुवन ने एक व्यक्ति को और बैठा लिया। हमीरपुर जनपद के जरिया थाना क्षेत्र में पहुंचने पर कार में बैठे लोगों ने परिवार को मारने के लिए गला कसने लगे। तभी सूरज ने चलती कार में खिड़की में पैर मारकर कूद गया। जान बचाकर वह वहीं छुप गया। आरोपियों ने खोजबीन की लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद पत्नी अमन का गला कसकर गोहांड के पास फेंक दिया। आगे बेटे को छोड़ दिया। जनपद जालौन में बेटी को छोड़कर भाग खड़े हुए। सूरज ने पुलिस को परिवार के अपहरण करने की जानकारी दी।

एनकाउंटर में मारे गए अनुज के पिता बोले- अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हो गई

अमेठी:  सुल्तानपुर सराफा लूटकांड के आरोप में एसटीएफ द्वारा उन्नाव में मारे गए शातिर अनुज प्रताप सिंह के पिता ने सरकार व सपा मुखिया पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। मोहनगंज के जनापुर निवासी धर्मराज सिंह ने कहा कि उनका बेटा अनुज चार जून को घर से गया था। उसे पुलिस ने एनकाउंटर में मार दिया है।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर 35 से 40 मुकदमें हैं। उनका कुछ नहीं हो रहा है। उनके बेटे पर एक मुकदमा था और सुल्तानपुर डकैती में नाम आया। पुलिस ने उनके बेटे का एनकाउंटर कर दिया। कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हो गई। ठाकुर का एनकाउंटर होने से उनकी इच्छा पूरी हो गई। सरकार की मर्जी है। जो सरकार कराए।

जो भी हो रहा है बहुत गलत है
एनकाउंटर में मारे गए अनुज सिंह की बहन अमीषा सिंह का कहना है कि जो भी हो रहा बहुत गलत है। सरकार मनमानी कर रही है। अगर किसी ने अपराध किया है तो उसको सजा कानून देगा लेकिन पुलिस ऐसे एनकाउंटर में मार रही है। पुलिस को वर्दी दी गई है जिसका गलत फायदा उठा रही है। जिस पर 36 मुकदमें हैं, उनका कुछ नहीं हुआ जिस पर एक मुकदमा था, उसका भी एनकाउंट कर दिया। अगर 15 लोग शामिल थे घटना में तो सभी का एनकाउंटर होना चाहिए। कोई इंसाफ नहीं मिल रहा है।

फर्जी एनकाउंटर नाइंसाफी है…’, बदमाश अनुज सिंह के मुठभेड़ में ढेर होने पर बोले अखिलेश

लखनऊ:  सुल्तानपुर सराफा लूटकांड के आरोपी अनुज प्रताप सिंह के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद मचे विवाद पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सबसे कमजोर लोग ही एनकाउंटर को अपनी ताकत मानते हैं। किसी का भी फर्जी एनकाउंटर नाइंसाफी है।

उन्होंने एक्स पर बयान जारी कर कहा कि सबसे कमजोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं। किसी का भी फर्जी एनकाउंटर नाइंसाफी है। हिंसा और रक्त से उत्तर प्रदेश की छवि को घूमिल करना उत्तर प्रदेश के भविष्य के विरूद्ध एक बड़ा षड्यंत्र है। आज के सत्ताधारी जानते हैं कि वो भविष्य में फिर कभी वापस नहीं चुने जाएंगे। इसीलिए वो जाते-जाते यूपी में ऐसे हालत पैदा कर देना चाहते हैं कि प्रदेश में कोई प्रवेश-निवेश ही न करेउन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जागरूक जनता ने जिस तरह लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया है, भाजपाई उसी का बदला ले रहे हैं। जिनका खुद का कोई भविष्य नहीं होता, वहीं भविष्य बिगाड़ते हैं।

‘जाति जनगणना बोलने तक से डरते हैं पीएम मोदी, नहीं चाहते बहुजन को हक मिले’, राहुल का नया वार

नई दिल्ली:  लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आरक्षण के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ताजा हमलों के बीच पलटवार किया है। राहुल ने सोमवार को कहा कि बहुजन विरोधी भाजपा चाहे कितना भी झूठ फैला ले, लेकिन मुख्य विपक्षी दल आरक्षण पर आंच तक नहीं आने देगा। हम तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक एक विस्तृत जाति जनगणना न हो जाए। आरक्षण पर से 50% की सीमा हटा कर हर वर्ग को उनका हक, हिस्सेदारी और न्याय न मिल जाए। जनगणना से प्राप्त जानकारी भविष्य की नीतियों का आधार न बन जाएं। मोदी जी ‘जाति जनगणना’ बोलने तक से डरते हैं, वो नहीं चाहते हैं कि बहुजनों को उनका हक मिले! मैं फिर से दोहराता हूं कि मेरे लिए यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बहुजनों को न्याय दिलाना ही मेरे जीवन का मिशन है।

दरअसल, अमेरिका में राहुल गांधी के आरक्षण को लेकर बयान पर भाजपा और उसके शीर्ष नेता उन पर लगातार हमले कर रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को जम्मू-कश्मीर की एक चुनावी सभा में आरक्षण के मुद्दे पर राहुल गांधी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि किसी को भी पहाड़ी, गुज्जर, दलित, अन्य पिछड़े वर्गों सहित वंचित वर्गों को दिए गए आरक्षण को छूने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी अमेरिका में कह रहे हैं कि आरक्षण की कोई जरूरत नहीं है। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि आपको पात्र समुदायों के लिए आरक्षण खत्म करने की इजाजत नहीं है।

श्रीलंका ने 37 भारतीय मछुआरों को पकड़ा; स्टालिन ने जयशंकर से रिहाई के लिए कदम उठाने को कहा

चेन्नई: श्रीलंकाई नौसेना ने फिर कई भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके मद्देनजर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा तमिलनाडु के 37 मछुआरों की गिरफ्तारी और तीन नौकाओं को जब्त करने की जानकारी दी। उन्होंने जयशंकर से उनकी रिहाई के लिए कदम उठाने की मांग की।

जयशंकर को पत्र लिखकर कही यह बात
जयशंकर को पत्र लिखकर स्टालिन ने कहा कि मछुआरों को 21 सितंबर 2024 को गिरफ्तार किया गया था। तमिलनाडु के मछुआरों की गिरफ्तारी के ऐसे मामले बढ़ रहे हैं। वे अपने पारंपरिक मछली पकड़ने के काम को कर रहे हैं। वे पानी में मछली पकड़ने जाते हैं और उन्हें पकड़ लिया जाता है। इसके अलावा श्रीलंका की अदालतें ऐसे दंड लगा रही हैं, जो इन मछुआरों की पहुंच से बाहर हैं।

श्रीलंका सरकार पर दबाव डालने को कहा
मुख्यमंत्री ने अनुरोध किया कि सरकार को श्रीलंकाई अधिकारियों को मछुआरों को गिरफ्तार करने और उनकी मछली पकड़ने वाली नौकाओं को जब्त करने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए। इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप श्रीलंका सरकार पर दबाव डालें कि वह मछुआरों पर भारी जुर्माना लगाना बंद करे और उन्हें आवश्यक कानूनी सहायता प्रदान करे। इसके अलावा मैं आपसे अपील करता हूं कि आप जल्द से जल्द सभी गिरफ्तार मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित कराएं और उनकी मछली पकड़ने वाली नौकाएं भी वापस दिलाएं।

हिरासत में प्रताड़ित करने के केस में सीएम माझी और सैन्य अधिकारी-मंगेतर की मुलाकात, सरकार का जताया आभार

भुवनेश्वर:  ओडिशा में पुलिस थाने में सेना के एक अधिकारी को प्रताड़ित करने और उनकी मंगेतर के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में राज्य सरकार ने न्यायिक जांच का आदेश दिया। इस आदेश के बाद सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर ने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से मुलाकात की। इस दौरान महिला के पिता भी मौजूद थे। सीएम मोझी से मिलने के बाद महिला के पिता ने पत्रकारों से बात की।

महिला के पिता ने कहा, “हमने ओडिशा सरकार से न्यायिक जांच की अपील की थी, और उन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लिया। हम इस फैसले का स्वागत करते हैं और इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हैं।” महिला के पिता के अलावा इस बैठक में कई सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी भी शामिल हुए। डिप्टी सीएम केवी सिंह देव और राजस्व मंत्री सुरेश पुजारी भी इस दौरान वहां मौजूद रहे।

ओडिशा सरकार ने मामले की जांच के लिए एक आयोग नियुक्त किया, जिसकी अध्यक्षता जस्टिस चितरंजन दास को दी गई है। उन्हें 60 दिन के अंदर सरकार को रिपोर्ट सौंपनी होगी। राज्य सरकार ने ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा की जांच की निगरानी के लिए उड़ीसा उच्च न्यायालय से भी अनुरोध किया है। ओडिशा सरकार ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि इस मामले में शामिल सभी व्यक्तियों और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कर्रवाई के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।

क्या है पूरा मामला
यह घटना 15 सितंबर की है, जब पश्चिम बंगाल में तैनात एक सैन्य अधिकारी और उसकी मंगेतर ने भरतपुर पुलिस थाने में रोड रेज की शिकायत दर्ज कराने आए थे। उन्हें कुछ स्थानीय युवकों ने कथित तौर पर उन्हें परेशान किया था। हालांकि, दोनों और कुछ पुलिसकर्मियों के बीच कहासुनी हो गई, जिसके बाद अधिकारी और उसकी मंगेतर को थाने में कथित तौर पर प्रताड़ना झेलनी पड़ी।

आरजी कर मामले में अब एक अक्तूबर को होगी सुनवाई, सुप्रीम कोर्ट ने क्यों दी अगली तारीख? जानें वजह

नई दिल्ली:  सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता हत्याकांड को लेकर सोमवार को कहा कि वह इस मामले में एक अक्तूबर को सुनवाई करेगा। बता दें, शीर्ष अदालत ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक से दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले से जुड़ी याचिका पर स्वत: संज्ञान लिया था। प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ मामले पर सुनवाई कर रही है।

इस मामले को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। डॉक्टरों में लगातार गुस्सा बना हुआ है। सभी लोग पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए लगातार सरकार पर दवाब डाल रहे हैं। राज्य सरकार पर लगातार सवाल खड़े होने पर सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर संज्ञान लिया था।

एक पक्ष ने किया यह अनुरोध
सोमवार को कार्यवाही शुरू होते ही मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की पीठ से एक पक्ष की ओर से पेश वकील ने अनुरोध किया कि कुछ कारणों की वजह से इस मामले की सुनवाई अगले हफ्ते की जाए। इस पर सीजेआई ने कहा, ‘हम अगले मंगलवार यानी एक अक्तूबर को इस मामले में सुनवाई करेंगे।’

इससे पहले अदालत ने 17 सितंबर को कहा था कि सीबीआई जो जांच कर रही है, उसका आज खुलासा करने से प्रक्रिया प्रभावित होगी, सीबीआई ने जो रास्ता अपनाया है, वह सच्चाई को उजागर करना है। एसएचओ को खुद गिरफ्तार किया गया है। हमने स्थिति रिपोर्ट देखी है और सीबीआई ने हमारे द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों पर जवाब दिया है, जिसमें शामिल है कि क्या चालान दिया गया था, पीएमआर की प्रक्रिया क्या थी, क्या सबूत नष्ट किए गए थे, क्या किसी अन्य व्यक्ति की मिलीभगत थी आदि।

यह है मामला
गौरतलब है, अस्पताल के सेमिनार कक्ष में नौ अगस्त को प्रशिक्षु डॉक्टर का शव मिलने के बाद से घटना के विरोध में देशव्यापी प्रदर्शन हो रहे हैं। पुलिस ने इस सिलसिले में कोलकाता पुलिस के नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को गिरफ्तार किया था। टीएमसी सरकार और पश्चिम बंगाल पुलिस कठघरे में है। सुप्रीम कोर्ट से लगातार फटकार लग रही है। तनाव बढ़ता देख कलकत्ता हाईकोर्ट ने 13 अगस्त को जांच सीबीआई को सौंप दी थी। इससे पहले कोलकाता पुलिस मामले की जांच कर रही थी।

जरांगे से मिलने पहुंचे संभाजी छत्रपति, सरकार से अपील- कैबिनेट बैठक में मराठा आरक्षण पर फैसला हो

मुंबई:  महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव और मराठा आरक्षण को लेकर खूब राजनीति हो रही है। पूर्व राज्यसभा सांसद संभाजी छत्रपति का कहना है कि आज की कैबिनेट बैठक में मराठा आरक्षण की मांग पर राज्य सरकार को फैसला करना चाहिए।

छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज पूर्व सांसद जालना जिले के अंतरवाली सराटी गांव में पत्रकारों से बात कर रहे थे, जहां उन्होंने कार्यकर्ता मनोज जरांगे से मुलाकात की। जरांगे मराठा आरक्षण की मांग को लेकर 16 सितंबर की मध्यरात्रि से छठी बार भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इसी दौरान वर्ष 2022 में ‘स्वराज्य’ संगठन का गठन करने वाले मराठा शाही ने सोमवार को कहा कि विपक्षी दलों को राज्य सरकार से सवाल करना चाहिए कि वह आरक्षण कैसे देगी।

क्या है मामला?
इस साल फरवरी में, महाराष्ट्र विधानमंडल ने शिक्षा और सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाला एक विधेयक पारित किया था। लेकिन जरांगे मराठाओं को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी में शामिल करने पर जोर दे रहे हैं। कार्यकर्ता सभी कुनबी (कृषकों) और उनके सेग सोयरे (रक्त संबंधियों) को मराठा के रूप में मान्यता देने के लिए ओबीसी प्रमाण पत्र की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं।

संभाजी छत्रपति ने कहा, ‘आज कैबिनेट की बैठक है और फैसला लिया जाना चाहिए। हां या ना (जरांगे की आरक्षण मांगों के बारे में) सूचित किया जाना चाहिए।’

जरांगे के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर नहीं सरकार
पूर्व सांसद ने कहा, ‘मैं सरकार को बताना चाहता हूं कि शाहू महाराज द्वारा पहले दिए गए आरक्षण में मराठा समुदाय को शामिल किया गया था। अगर सरकार जरांगे के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर नहीं है तो उनके सत्ता में रहने का क्या फायदा है। उनकी मेडिकल रिपोर्ट खराब है।’

उन्होंने कहा, ‘अगर कुछ भी गलत होता है तो आप (सरकार) इसके लिए जिम्मेदार होंगे। विपक्ष और सत्तारूढ़ दलों को साथ आना चाहिए और बताना चाहिए कि वे आरक्षण दे सकते हैं या नहीं। ऐसा लगता है कि जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वे मनोज जरांगे, मराठा या बहुजन समुदाय को नहीं चाहते हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’

स्किन टाइप के हिसाब से जानें कि दिन में कितनी बार धोना चाहिए चेहरा ?

जब-जब मौसम बदलता है तो लोगों तो तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर जब मौसम बारिश का हो, तब तो उमस की वजह से हर कोई मुंहासों और एक्ने से परेशान हो जाता है। इन दिक्कतों को दूर करने के लिए कई बार हम बाजार में मिलने वाले स्किन केयर प्रोडक्ट इस्तेमाल कर लेते हैं, लेकिन ये भी ज्यादा असर नहीं दिखा पाते।

महंगे से महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट इस्तेमाल करने के बाद भी चेहरे पर तमाम तरह की परेशानियां दिखाई देती रहती हैं। ऐसे में आपको एक बात पर ध्यान देना चाहिए। इस मौसम में अगर आप अपनी स्किन टाइप के हिसाब से चेहरा नहीं धोएंगे तो ये आपको परेशानी में डाल सकता है।

अगर चाहते हैं कि चेहरा हमेशा खिला-खिला रहे तो स्किन टाइप के हिसाब से ही अपने चेहरे को धोएं। यहां हम आपको इस बारे में बताने जा रहे हैं कि किस स्किन टाइप वाले व्यक्ति को दिन में कितनी बार अपना चेहरा धोना चाहिए।

तैलीय त्वचा

बारिश के इस मौसम में तैलीय त्वचा वालों को काफी परेशानी होती है, क्योंकि ये मौसम उमस भरा होता है। ऐसे में ऑयली स्किन वाले लोगों को हर हालात में दिन में 2-3 बार अपना चेहरा धोना चाहिए। चेहरे पर अतिरिक्त तेल मुंहासे और ब्लैकहेड्स का कारण बन सकता है। ऐसे में दिन में कम से कम तीन बार चेहरा धोएं।

रूखी त्वचा

अगर आपकी त्वचा रूखी है तो आपको दिन में 1-2 बार धोना चाहिए। ध्यान रखें कि वैसे तो ड्राई स्किन वालों के लिए दिन में एक बार चेहरा धोना पर्याप्त है। एक बार चेहरा धोने से त्वचा में नमी बनी रहती है। ऐसे में कोशिश करें कि एक ही बार अपने चेहरे को धोएं। अगर लग रहा है कि चेहरा गंदा हो गया है तो आप सोने से पहले एक बार जेंटल फेसवॉश से चेहरा धोएं।