Friday , October 25 2024

Editor

महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश के लिए होगा ड्रेस कोड लागू

उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश के लिए ड्रेस कोड लागू किया जाएगा। आम श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह में धोती-सोला पहनकर प्रवेश मिलेगा, जबकि महिलाओं के लिए साड़ी पहनना अनिवार्य होगा।

इसके साथ ही जल्द ही सभी श्रद्धालुओं के लिए गर्भगृह खोला जाएगा। यह निर्णय गुरुवार शाम को हुई महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में निर्णय लिया गया।

उज्जैन कलेक्टर एवं महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कुमार पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में महाकाल लोक के कंट्रोल रूम में गुरुवार देर शाम हुई बैठक में तय किया गया कि उज्जैनवासियों को सप्ताह में एक दिन भस्म आरती में नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए मंगलवार का दिन तय किया है। इसमें भक्तों की क्षमता 300 से 400 के बीच रखी जाएगी।

गौरतलब है कि विशेष दिनों यानी जब आम श्रद्धालुओं का गर्भगृह में प्रवेश बंद होता है, तब ड्रेस कोड अनिवार्य रहता है। यानी गर्भगृह में प्रवेश करने वालों को धोती व सोला पहनना होता है। अब तक आम दिनों में सभी श्रद्धालुओं को सामान्य कपड़े पहनकर प्रवेश दिया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। गर्भगृह खुलने के बाद आम श्रद्धालुओं को भी धोती-सोला पहनने के बाद ही प्रवेश मिलेगा। वहीं, महिलाओं के लिए साड़ी पहनना अनिवार्य होगा।

एक घंटे चली बैठक के बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर के गृर्भग्रह में प्रवेश को लेकर श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड लागू करने का फैसला लिया है। करीब ढाई महीने से बंद गर्भगृह को खोलने को लेकर अगली बैठक में निर्णय लिया जाएगा। इसके लिए अगले सप्ताह फिर बैठक होगी। हालांकि रोजाना करीब दो से ढाई लाख श्रद्धालु रोजाना मंदिर आ रहे हैं। सभी को गर्भगृह में प्रवेश देना संभव नहीं है।

सबसे बड़े अन्न क्षेत्र का उद्घाटन अगले सप्ताह

कलेक्टर ने बताया कि अगले हफ्ते महाकाल मंदिर में अन्न क्षेत्र का उद्घाटन किया जाएगा। इसका उद्घाटन करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आ सकते हैं। दावा है कि यह पूरे भारत का सबसे बड़ा अन्न क्षेत्र होगा। इसमें दिन भर में एक लाख लोगों को खाना खिलाया जाएगा। पूरा अन्य एयर कूल्ड बनाया गया है। बैठक में मंदिर प्रशासक संदीप सोनी, एसपी सचिन शर्मा, महानिर्वाणी के महंत विनीत गिरि, महापौर मुकेश टटवाल मौजूद रहे।

डब्ल्यूडब्ल्यूएफ रेसलर सौरव गुर्जर ने किए भगवान महाकाल के दर्शन

डब्ल्यूडब्ल्यूएफ एनएक्सटी में सांगा के नाम से पहचाने जाने वाले भारतीय रेसलर सौरव गुर्जर ने गुरुवार को उज्जैन पहुंचकर महाकलेश्वर मंदिर में दर्शन किए। गर्भगृह के गेट से बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। धोती-सोले में गुर्जर ने नंदी हॉल में बैठकर एक घंटे तक महाकाल का ध्यान लगाया।

‘आयुष्मान भव अभियान के तहत दो दिनों में बनाएं गए एक लाख आयुष्मान कार्ड…

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आयुष्मान भव अभियान पर एक बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों में करीब एक लाख आयुष्मान कार्ड बने हैं। इस बात की जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से दी है।
उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘आयुष्मान ऐप के माध्यम से अभियान की शुरुआत में ही केवल 2 दिनों में बनाएं गये 1,00,000 से अधिक आयुष्मान कार्ड। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी नेतृत्व में ‘सबकी स्वास्थ्य सुरक्षा’ हो रही और अधिक प्रबल।’

आयुष्मान भव अभियान की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की। यह अभियान 31 दिसंबर तक चलेगा, इस दौरान आयुष्मान कार्ड से वंचित रहे नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। नागरिकों के स्वास्थ्य की जांच तथा उनका इलाज भी किया जाएगा। अभियान का मकसद आमजन तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाना है।

नाखूनों पर चढ़ गया है मेहंदी का रंग तो अपनाएं ये तरीके, साफ हो जाएंगे नेल्स

कुछ ही दिनों में त्योहारों का सीजन शुरू हो जाएगा। हर त्योहार पर मेहंदी लगाने का रिवाज है। हाथों पर मेहंदी लगाने से हाथों की खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है, पर कई बार ये देखने में आता है कि मेहंदी लगाते वक्त ये नाखूनों में लग जाती है। हाथों में लगी मेहंदी तो कुछ दिन में हट जाती है लेकिन नाखूनों की मेहंदी लगी रह जाती है। उसे हटाना बेहद मुश्किल हो जाता है।

नाखूनों में अगर मेहंदी लगी रह जाती है तो वो देखने में काफी अजीब लगती है। इसके लिए आप कुछ घरेलू नुस्खे अपना सकती हैं। अगर आपके नाखूनों पर मेहंदी का रंग चढ़ गया है तो आप घर पर ही कुछ तरीके अपनाकर अपने नाखूनों को साफ कर सकती हैं। आज के लेख में हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताएंगे, जिनको अपनाकर आप नाखूनों से मेहंदी के दाग हटा सकती हैं। इससे आपके नाखूनों पर किसी तरह का नुकसान नहीं होगा।

नारियल के तेल है फायदेमंद

अगर आपके नाखूनों में मेहंदी के दाग रह गए हैं तो नारियल तेल की मदद से आप इसे साफ कर सकती हैं। इसे इस्तेमाल करना काफी आसान है।

नारियल तेल
तरीका

इसके लिए पैन में पानी गर्म करें। पानी गर्म करते वक्त ध्यान रखें कि ये ज्यादा गर्म ना हो। अब अपने नाखूनों पर नारियल का तेल लगाएं। नारियल का तेल कुछ देर लगे रहने के बाद गुनगुने पानी में हाथों को डुबो दें। इसके बाद अपने नाखूनों को आपस में हल्के हाथ से रगड़ें। कुछ देर में आपको इसका असर दिख जाएगा।

चीनी और नींबू

नाखूनों पर से मेहंदी के दाग हटाने के लिए आप चीनी और नींबू का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपको किसी तरह का नुकसान नहीं उठाना होगा।

यूपी में निवेश करें स्टील क्षेत्र के उद्यमी, प्रदेश का माहौल निवेश के लिए अनुकूल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रहा है। सही मायने में कहा जाए तो यूपी अब भारत की विकास यात्रा का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। सीएम योगी शुक्रवार को इंडियन स्टील एसोसिएशन द्वारा होटल ताज में आयोजित समिट को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश का बेहतरीन वातावरण है। सीएम योगी ने निवेशकों आश्वस्त करते हुए कहा कि आपके निवेश की सुरक्षा की गारंटी सरकार की है। इसके साथ ही उन्होंने निवेशकों को सरकार की तरफ से हर तरह का सहयोग दिए जाने की बात भी कही।
देश का सबसे बड़ा सिंगल विंडो प्लेटफार्म उत्तर प्रदेश के पास

सीएम योगी ने कहा कि विगत छह वर्षों में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई है। आज प्रदेश में पर्व और त्योहारों में कोई दंगा-फसाद नहीं होता है। वीवीआईपी की विजिट बहुत सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होती है। 2019 के प्रयागराज कुंभ में 24 करोड़ श्रद्धालु आए थे, लेकिन कहीं कोई आराजकता नहीं फैली। उन्होंने कहा कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश ने एक लंबी छलांग लगाई है। आज निवेश मित्र के रुप में देश का सबसे बड़ा सिंगल विंडो प्लेटफार्म उत्तर प्रदेश के पास है। सीएम योगी ने कहा कि 25 सेक्टर की पॉलिसी उत्तर प्रदेश ने जारी की है। उत्तर प्रदेश सरकार के साथ होने वाले एमओयू की मॉनिटरिंग ‘निवेश सारथी’ पोर्टल के माध्यम से की जा रही है।

आज हम दिल्ली से पटना दस घंटे में पहुंच सकते हैं

सीएम योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी बेहतर हो चुकी है। 2017 के पहले प्रदेश में मात्र दो एयरपोर्ट क्रियाशील थे। आज नौ एयरपोर्ट पूरी तरह से क्रियाशील हैं, जिनमें तीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। इस वर्ष के अंत तक हम लोग 10 नए एयरपोर्ट को क्रियाशील कर देंगे, जिनमें अयोध्या और जेवर दो नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट होंगे। उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश में काफी कार्य हुए हैं। वर्तमान में 13 एक्सप्रेस-वे संचालित और प्रस्तावित हैं।

सदी की सबसे बड़ी महामारी के दौरान हमने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण की कार्रवाई को आगे बढ़ाया है। इस एक्सप्रेस-वे के माध्याम से आज हम दिल्ला से पटना दस घंटे में पहुंच सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश का आर्थिक रूप से सबसे विपन्न क्षेत्र माना जाता था। आज यह क्षेत्र भी एक्सप्रेसवे से जुड़ चुका है। अब पांच घंटे में दिल्ली से चित्रकूट की यात्रा कर सकते हैं। गंगा एक्सप्रेस-वे का भी कार्य भी तेजी के साथ चल रहा है, जिसे हम 2025 तक पूरा कर लेंगे। इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से मात्र छह घंटे में मेरठ से प्रयागराज जा सकेंगे।

उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप अपनी विकास यात्रा को आगे बढ़ा रहा है। वाराणसी में मल्टी मॉडल टर्मिनल की स्थापना की कार्रवाई भी युद्ध स्तर पर आगे बढ़ चुकी है। दोनों डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के इंटर जंक्शन उत्तर प्रदेश के दादरी में ही हैं। वहां पर मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब के निर्माण की कार्यवाही और बोड़ाकी में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब की स्थापना का कार्य भी युद्ध स्तर पर आगे बढ़ चुका है।

कार्यक्रम में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, इंडियन स्टील एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलीप ओमेन, चेयरमैन स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अमरेंद्र प्रकाश समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

यूपी में भाजपा ने किया संगठन,एक झटके में बदले 69 जिलाध्यक्ष, पढ़िए पूरी लिस्ट…

यूपी बीजेपी ने अपने संगठन में बड़े स्तर का फेरबदल किया है। पूरे यूपी से 75 प्रतिशत से अधिक जिलों के जिलाध्यक्ष बदल दिए गए हैं। माना जा रहा है कि यह बदलाव आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया गया है।

बीजेपी में लंबे समय से संगठन के फेरबदल की चर्चाएं चल रहीं थीं। शुक्रवार को यह फेरबदल कर दिया गया। भाजपा के संगठनात्मक 98 जिलों में नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति हुई। करीब दो महीने से इस बारे में चर्चाएं चल रही थीं। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखते हुए यह नियुक्तियां की गई हैं। 98 जिलों में 69 जिलाध्यक्ष नए बनाए गए हैं और 29 पुराने जिलाध्याक्षों पर ही दांव लगाया गया है।हालांकि इस सूची में महिलाओं को जगह कम मिली है। मात्र पांच महिलाओं को जिला अध्यक्ष बनाया गया है।

लखनऊ महानगर में आनंद द्विवेदी, लखनऊ जिला में विनय प्रताप सिंह अध्यक्ष बनाए गए हैं। इसी तरह रायबरेली में बुद्विलाल पासी, सीतापुर से राजेश शुक्ला, बाराबंकी में अरविंद मौर्या, गोंडा में अमर किशोर कश्यप, बहराइच में बृजेश पांडेय अध्यक्ष बनाए गए हैं। इन सभी ने पार्टी को बूथ स्तर तक मजबूत बनाने की बात कही है।

जातीय और सामाजिक समीकरणों को साधने की कोशिश

लोकसभा चुनाव के ठीक पहले हुए संगठन के इस फेरबदल में साफ तौर पर चुनावी तैयारी देखी जा सकती है। पार्टी ने संगठन में सक्रिय भूमिका निभा रहे नेताओं पर दांव लगाया है। इस फेरबदल में सोशल इंजीनियरिंग की झलक साफ देखने को मिल रही है। पार्टी ने इस फेरबदल में जातीय और सामाजिक समीकरणों को साधने की कोशिश की है। साथ ही उन लोगों को पद से हटाया है जिनका प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार कुछ महीने बाद होने जा रहे लोकसभा चुनावों में टिकट वितरण के समीकरणों को देखते भी हुए इन चेहरों का चयन किया है।

ब्लड प्रेशर के होते हैं 4 स्टेज, जानिए हाई बीपी को कैसे रोकें?

हाइपरटेंशन को अक्सर हाई ब्लड प्रेशर के रूप में जाना जाता है. यह एक ऐसी मेडिकल स्थिति है जो नसों के भीतर ब्लड प्रेशर के असामान्य रूप से हाई लेवल से चिह्नित होती है. यह ‘साइलेंट किलर’ स्थिति आपके दिल और पूरे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकती है.

हाई ब्लड प्रेशर को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए, इसके प्रकार, चरणों और इसे नियंत्रण में रखने की रणनीतियों को समझना महत्वपूर्ण है.

ब्लड प्रेशर के 4 चरण

1. नॉर्मल ब्लड प्रेशर: इस चरण में, ब्लड प्रेशर की रीडिंग आमतौर पर 120/80 mm Hg से नीचे आ जाती है. नॉर्मल ब्लड प्रेशर से जुड़ा कोई महत्वपूर्ण जोखिम नहीं है और व्यक्तियों को हाई ब्लड प्रेशर को रोकने के लिए स्वस्थ लाइफस्टाइल बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.

2. प्री-हाइपरटेंशन: यह एक प्रारंभिक चेतावनी चरण है, जहां ब्लड प्रेशर की रीडिंग 120-139/80-89 mm Hg तक होती है. हालांकि इसे अभी तक हाई ब्लड प्रेशर के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है, लेकिन यह हाई ब्लड प्रेशर के विकास के बढ़ते जोखिम को इंगित करता है. प्रगति को रोकने के लिए इस लेवल पर डाइट परिवर्तन, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन जैसे जीवनशैली में संशोधन आवश्यक है.

3. स्टेज 1 हाइपरटेंशन: इस चरण में, ब्लड प्रेशर की रीडिंग 140-159/90-99 mm Hg के बीच होती है. यह हाई ब्लड प्रेशर की शुरुआत का प्रतिनिधित्व करता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और संबंधित स्वास्थ्य खतरों को कम करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ-साथ दवा की भी आवश्यकता हो सकती है.

4. स्टेज 2 हाइपरटेंशन: यह सबसे गंभीर चरण है, जिसमें ब्लड प्रेशर की रीडिंग लगातार 160/100 mm Hg से अधिक होती है. ऐसी स्थिति में, ब्लड प्रेशर को कम करने और दिल की बीमारी, स्ट्रोक और किडनी की समस्याओं जैसी जटिलताओं को रोकने के लिए तत्काल डॉक्टर की आवश्यकता होती है.

हाई ब्लड प्रेशर को रोकने के उयाप

स्वस्थ वजन बनाए रखें
मोटापा हाई ब्लड प्रेशर का एक प्रमुख जोखिम कारक है। यदि आपका वजन अधिक है, तो वजन कम करने से आपके रक्तचाप को कम करने में मदद मिल सकती है.

नियमित रूप से व्यायाम करें
व्यायाम रक्तचाप को कम करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है. हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट मध्यम-तीव्रता वाला एरोबिक व्यायाम या 75 मिनट उच्च-तीव्रता वाला एरोबिक व्यायाम करें. इसके अलावा, हर हफ्ते कम से कम दो बार मांसपेशियों को मजबूत करने वाले व्यायाम करें.

स्वस्थ आहार खाएं
स्वस्थ आहार हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है. अपनी डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम फैट वाले प्रोटीन शामिल करें. नमक का सेवन सीमित करें.

धूम्रपान न करें
धूम्रपान हाई ब्लड प्रेशर का एक प्रमुख जोखिम कारक है. यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो धूम्रपान छोड़ने से आपके रक्तचाप को कम करने में मदद मिल सकती है.

तनाव कम करें
तनाव हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है. तनाव प्रबंधन तकनीकों जैसे कि योग, ध्यान या प्रशिक्षित थेरेपिस्ट के साथ बातचीत से मदद मिल सकती है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

विराट कोहली को बांग्लादेश के खिलाफ दिया गया आराम तो करने लगे ये काम, मैदान पर की जमकर कॉमेडी

अगर आपको लगता है कि विराट कोहली सिर्फ रनों की बरसात करना और शतक ठोकना जानते हैं तो आप गलत हैं. विराट कोहली गजब की कॉमेडी भी कर लेते हैं और इसका सबूत उन्होंने एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले में दिया.

विराट कोहली को बांग्लादेश के खिलाफ टीम इंडिया ने आराम दिया. लेकिन मैच के दौरान ये खिलाड़ी आराम करने की बजाए एक अलग ही भूमिका निभाता नजर आया. विराट कोहली ने अपने जूनियर खिलाड़ियों को पानी पिलाया. वो टीम के लिए ड्रिंक्स लेकर मैदान पर गए. हालांकि इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसे एक्शन किए जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

बांग्लादेश की पारी का 10वां ओवर खत्म होने के बाद ड्रिंक्स ब्रेक हुआ जिसमें
विराट कोहली
टीम के लिए पानी लेकर आए. इस दौरान विराट कोहली बड़े अजीबोगरीब अंदाज में भागते हुए नजर आए. विराट की इस हरकत को देख उनके साथी खिलाड़ी भी हंसने लगे. वहीं दूसरी ओर विराट कोहली की टीम स्पिरिट देखकर फैंस उन्हें सलाम करते नजर आए. विराट कोहली इंटरनेशनल क्रिकेट में 77 शतक लगा चुके हैं लेकिन इसके बावजूद उन्हें वॉटर बॉय बनने में कोई हिचक नहीं है. वैसे विराट कोहली पहले भी वॉटर बॉय बन चुके हैं.

विराट को 8 में से 5 वनडे में आराम

वैसे एक दिलचस्प जानकारी आपको दे दें कि विराट कोहली को पिछले 8 वनडे में पांचवीं बार आराम दिया गया है. विराट कोहली को नेपाल के खिलाफ मैच में बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था. वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे और तीसरे वनडे मैच में विराट कोहली को आराम दिया गया था. वहीं वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे में उनकी बल्लेबाजी ही नहीं आई थी. मतलब पिछले 8 वनडे में विराट कोहली सिर्फ 3 बार बल्लेबाजी करने उतरे हैं. अब वर्ल्ड कप से पहले विराट कोहली चार वनडे मैच और खेलेंगे. जिसमें एशिया कप के फाइनल के अलावा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज होगी

Google में 1 करोड़ तक का पैकेज: कैसे करें तैयारी?

Google में नौकरी कैसे पाएं: यहां नौकरी के लिए उम्मीदवार के पास उसी क्षेत्र में कम से कम स्नातक की डिग्री होनी चाहिए जिसमें वह नौकरी ढूंढ रहा है। यदि आपके पास अनुभव है तो आपको अच्छा पद मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

यहां तकनीकी कौशल वाले उम्मीदवारों की काफी मांग है। Google दुनिया की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक है। यहां विभिन्न प्रकार की नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं। इसके अलग-अलग खंड हैं और तदनुसार अलग-अलग भूमिकाएँ हैं। यहां उपलब्ध नौकरियों के बारे में जानें।

इंजीनियरिंग- गूगल में नौकरी के लिए आप इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकते हैं. क्योंकि यह कंपनी अपनी इनोवेटिव टेक्नोलॉजी के लिए जानी जाती है। यहां कुशल इंजीनियरों की काफी मांग है। यहां तक ​​कि इंजीनियरिंग में भी, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग से लेकर हार्डवेयर इंजीनियरिंग और इनके बीच के सभी कार्यों के लिए इंजीनियरों की आवश्यकता होती है।

मार्केटिंग और कम्युनिकेशन- यहां आप नौकरियों के लिए मार्केटिंग और कम्युनिकेशन की भी पढ़ाई कर सकते हैं। क्योंकि Google की मार्केटिंग और संचार टीम का काम अभियानों के माध्यम से Google के उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देना है।

बिक्री – Google कंपनी अपने राजस्व का एक बड़ा हिस्सा विज्ञापनों के माध्यम से उत्पन्न करती है। इसके लिए वह सेल्स टीम पर काफी निर्भर रहते हैं। इसके लिए हम विज्ञापनदाताओं से संपर्क बनाए रखते हैं. Google की बिक्री टीम में खाता प्रबंधक, बिक्री इंजीनियर और बिक्री संचालन विशेषज्ञ शामिल हैं।

डिजाइन फील्ड में पढ़ाई करने वालों के पास भी गूगल में नौकरी पाने का मौका है। Google कंपनी डिज़ाइनरों को बहुत महत्व देती है। इंटरफ़ेस, उत्पाद डिज़ाइन और ब्रांड पहचान इसकी डिज़ाइन टीम द्वारा बनाई जाती है। इसमें ग्राफ़िक डिज़ाइन से लेकर हर तरह के काम की गुंजाइश है। (छवि – अनप्लैश)

डेटा विश्लेषक – Google में मुख्य नौकरियों में से एक डेटा विश्लेषण और एकत्रीकरण है। इसके जरिए कंपनी अपने उत्पादों और सेवाओं को भी बेहतर बनाती है। ऐसे में डेटा विश्लेषकों और डेटा विज्ञान के क्षेत्र में अध्ययन करने वालों को वहां किए जा रहे काम में महत्वपूर्ण भूमिका मिल सकती है।

भाषा कौशल- कई भाषाओं का ज्ञान रखने वाले लोगों के लिए भी यहां नौकरी के अवसर हैं। क्योंकि Google पूरी दुनिया में भाषा संबंधी कई सेवाएँ प्रदान करता है।

शिक्षिका ने मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का लगाया आरोप

बलरामपुर सदर विकास खंड के कंपोजिट विद्यालय शेखरपुर की सहायक अध्यापक सुनीता गुप्ता ने पूर्व प्रधानाध्यापक व उनके पति पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। बीएसए को शिकायती पत्र देकर षड़यंत्र रचने की बात कही है।
सहायक अध्यापक आरोप है कि उच्च प्रावि कोइलिहा की प्रधानाध्यापक प्रभा सिंह पहले कंपोजिट विद्यालय शेखरपुर में नियुक्त थीं। उन्होंने यहां प्रधानाचार्य रहते हुए उन्हें अनुपस्थित दिखाकर वेतन कटवा दिया था।
जांच के बाद तत्कालीन बीएसए ने उन्हें निलंबित कर दिया था। तभी से वह उनके पति व पिता रंजिश रखने लगीं। आए दिन विभाग के उच्चाधिकारियों व मुख्यमंत्री पोर्टल पर मेरे अवकाश को लेकर फर्जी शिकायत करते हैं। 10 बार से अधिक उच्चाधिकारियों को साक्ष्य प्रस्तुत कर चुकी हूं।बीएसए कल्पना देवी ने बताया कि शिक्षिका का शिकायती पत्र मिला है। मानव संपदा पर दर्ज अवकाशों का सत्यापन पुनः कराया जाएगा। पूरे मामले की जांच कराकर दोषी के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी.

म्यूचुअल फंडों ने खरीदे Suzlon के 50 करोड़ शेयर, इन स्टॉक्स में भी लगाया जमकर पैसा

विंड टर्बाइन बनाने वाली दिग्गज कंपनी सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) के शेयरों में पिछले कुछ समय से बंपर खरीदारी हो रही है। पिछले महीने अगस्त में यह 30 फीसदी उछल गया था। इस वित्त वर्ष में अब तक यह 200 फीसदी उछल चुका है यानी निवेशकों का पैसा तीन गुना से अधिक बढ़ चुका है।

आखिर इसके शेयरों में इतना उछाल क्यों है? इसकी एक बड़ी वजह म्यूचुअल फंड है। म्यूचुअल फंड ने पिछले महीने सुजलॉन के शेयरों की जमकर खरीदारी की थी जिसके चलते शेयर रॉकेट बन गए। अभी की बात करें तो सुजलॉन के शेयर बीएसई पर 1.89 फीसदी की मजबूती के साथ 23.75 रुपये (Suzlon Energy Share Price) पर हैं।

Mutual Funds की कितनी बढ़ी Suzlon में दिलचस्पी

सुजलॉन को म्यूचुअल फंड से कितना सपोर्ट मिला, इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि इसमें उनकी हिस्सेदारी मासिक आधार पर 357 फीसदी बढ़ गई। आईसीआईसीआई डायरेक्टर की रिपोर्ट के मुताबिक म्यूचुअल फंडों ने पिछले महीने सुजलॉन के 50.72 करोड़ शेयर खरीदे और अब उनके पास इस कंपनी के 64.71 करोड़ शेयर हैं। ट्रेंडीलाईन पर मौजूद अगस्त तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक सुजलान में अब 66 म्यूचुअल फंडों की हिस्सेदारी है और उनकी हिस्सेदारी करीब 1567 करोड़ रुपये की है। जुलाई में 30 म्यूचुअल फंडों के पास सुजलॉन के शेयर थे।

पिछले महीने सुजलॉन के सबसे अधिक शेयर 360 वन फोकस्ड इक्विटी फंड रेगुलर ग्रोथ (360 ONE Focused Equity Fund Regular Growth) ने खरीदे। इसने 4,74,91,748 शेयर खरीदे। सुजलॉन में म्यूचुअल फंडों की दिलचस्पी कितनी बढ़ी है, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि मार्च में उनके पास 1,08,61,486 शेयर थे और अगस्त में यह 64,56,75,707 पर पहुंच गया।

SmallCap के और किन शेयरों की हुई जमकर खरीदारी

पिछले महीने अगस्त में सुजलॉन के शेयरों की म्यूचुअल फंडों ने जमकर खरीदारी की। इसके 50.71 करोड़ शेयरों की म्यूचुअल फंडों ने खरीदारी की। इसके बाद सबसे अधिक खरीदारी एसजेएस एंटरप्राइजेज की खरीदारी हुई। आईसीआईसीई डायरेक्ट की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने म्यूचुअल फंडों ने आईनॉन्स विंड, बीएसई, पीरामल फार्मा, जम्मू एंड कश्मीर बैंक, गोदरेज, विष्णु केमिकल्स, गुजरात स्टेट फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स और प्रीमियर एक्सप्लोसिव्स के शेयरों की जमकर खरीदारी है।

किन स्मॉलकैप शेयरों की बिकवाली

सुजलॉन की बात करें तो म्यूचुअल फंडों ने पिछले महीने इसकी बिक्री नहीं की। वहीं स्मॉलकैप स्टॉक्स के बिकवाली की बात करें तो आईसीआईसीआई डायरेक्ट की रिपोर्ट के मुताबिक म्यूचुअल फंडों ने पिछले महीने सबसे अधिक कैंपस एक्टिववियर के शेयर बेचे। फिर अनपुम रसायन, कैमलिन फाइन साइंसजे, ग्लोबस स्पिरिट्स, महानगर गैस, ड्रीमफोक्स सर्विसेज, द्वारिकेश सुगर, टानला प्लेटफॉर्म्स और जुपिटर वैगन्स के शेयरों की बिक्री हुई।