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पीएम किसान योजना के पैसे वापस ले रही है सरकार, 81000 किसानों के नाम की लिस्ट जारी

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का गलत तरीके से फायदा उठा रहे हैं लोगों को लेकर एक नया अपडेट आया है. दरअसल, बिहार सरकार ने सरकारी बैंकों को पीएम किसान योजना का लाभ उठाने वाले लगभग 81,000 अपात्र किसानों से पैसा वापस लेने की प्रक्रिया तेज करने का निर्देश दिया है.

ये वे लोग हैं जिन्हें केंद्र सरकार ने इनकम टैक्स चुकाने या अन्य कारणों से इस योजना का लाभ उठाने के लिए अयोग्य पाया है.

आपको बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना केंद्र सरकार की एक योजना है. इस योजना के तहत गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर भूमि धारक किसान परिवारों को सालाना 6,000 रुपये तीन समान किस्तों में आर्थिक सहायता के रुप में दिए जाते हैं.

जांच के दौरान हुआ खुलासा

पीएम किसान योजना के दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्य सरकारें उन किसान परिवारों की पहचान करती हैं जो सहायता के लिए पात्र हैं. इसके बाद लाभार्थी किसान परिवारों को सीधे बैंक अकाउंट में सहायता राशि भेजी जाती है. इस योजना के लाभार्थियों की जांच के दौरान खुलासा हुआ है कि बिहार में 81,000 अयोग्य किसानों के अकाउंट में पैसे चले गए हैं. यह खुलासा होने के बाद इन सभी किसानों से पैसे वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. बिहार सरकार के निदेशक (कृषि) आलोक रंजन घोष ने बताया कि जांच के बाद केंद्र सरकार ने बिहार में कुल 81595 किसानों को अयोग्य लाभार्थियों के रूप में पहचान की है.

81.59 करोड़ रुपये लिए जाएंगे वापस

बिहार राज्य कृषि विभाग ने सभी संबंधित बैंकों से अयोग्य किसानों से धनराशि वापस लेने की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा है. बता दें कि राज्य के 81,595 किसानों से लगभग 81.59 करोड़ रुपये वापस लिए जाने हैं. बैंकों को सलाह दी गई है कि यदि आवश्यक हो तो अयोग्य किसानों को नए सिरे से रिमाइंडर भेजें. इसके अलावा बैंकों को अयोग्य किसानों के अकाउंट से लेन-देन पर रोक लगाने को भी कहा गया है.

इतने पैसे वसूल कर चुकी है सरकार

यह योजना देश के छोटे और सीमांत किसानों को न्यूनतम आय सहायता देने के लिए यह योजना शुरू की थी. लेकिन योजना के तहत हजारों अपात्र किसानों को भी राशि बांट दी गई. अब तक अयोग्य लाभार्थी किसानों से 10.31 करोड़ रुपये वापस ले लिए गए हैं. बता दें कि इस योजना के जिन लाभार्थियों को सरकार ने आयकर का भुगतान करने या अन्य कारणों से अयोग्य पाया है, उन्हें अब तक प्राप्त राशि सरकार को वापस करनी होगी.

सितंबर में कर रहे हैं घूमने की प्लानिंग, देश की इन बेहतरीन जगहों को करें एक्सप्लोर…

घूमने के शौकीन लोगों को हमेशा चाहिए होता है कि उनके पास एक के बाद एक ट्रिप प्लान हो, ऐसे लोगों को घर पर बैठना तो बिल्कुल भी पसंद नहीं होता। ऐसे लोगों के लिए हर महीने में किसी खास जगह पर घूमने का एक अलग ही मज़ा होता है।

इस समय सितंबर का महीना चल रहा हैं और कई लोग आने वाले दिनों में घूमने जाने की प्लानिंग कर रहे हैं। इस महीने में ना ही अधिक गर्मी पड़ती है और ना ही अधिक ठंड, जिसके चलते सितंबर के महीने में भारत के कुछ विशेष हिस्सों में घूमने का तो और भी अधिक मज़ा है। आज इस कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए है देश की कुछ ऐसी बेहतरीन जगहों की जानकारी जहां आप भी सितंबर में अपने दोस्तों, परिवार या पार्टनर के साथ घूमने का प्लान बना सकते हैं। आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में…

लोलाब घाटी

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में स्थिति वैली में तो आप कई बार घूमने के लिए जा चुके होंगे। लेकिन अगर आप भी अपने पार्टनर के साथ सितंबर में घूमने का प्लान बना रहे हैं। तो बता दें कि आपको लोलाब घाटी को जरूर एक्सप्लोर करना चाहिए। यह जम्मू-कश्मीर की एक ऐसी जगह है, जो इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करती है। इस घाटी की खूबसूरती का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि यह कुछ ही मिनटों में किसी को भी अपना दीवाना बना सकती है। बर्फीली चोटियां, नदी हरे-भरे घास के मैदान और झील के बीच में मौजूद लोलाब घाटी में बेहद मनमोहक दृश्य देखने को मिलेंगे।

कलिम्पोंग

पश्चिम बंगाल के अनोखे हिल स्टेशन कलिम्पोंग की सैर हमेशा से रोमांचक रहा है। पूर्वी भारत का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक कलिम्पोंग का नजारा सितंबर में दिव्यता का एहसास कराता है। हर तरफ हरियाली ही हरियारी नजर आती है। बड़े–बड़े चाय के बागान, लेप्चा संग्रहालय, मेक फार्लेन चर्च, डॉ. ग्राहम होम, देओलो हिल, मोरन हाउस, सोंगा गुंबा और डर्पिन मठ आपके मन को मोह लेंगे।

रायगढ़

महाराष्ट्र में घूमने की बात होती है तो हम सभी की लिस्ट में पंचगनी, खंडाला, लोनावाला या मरेथान का नाम सबसे ऊपर रहता है। लेकिन सितंबर के महीने में आप अपने पार्टनर के साथ रायगढ़ को एक्सप्लोर कर सकते हैं। मुंबई से करीब 95 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद रायगढ़ महाराष्ट्र के हसीन पहाड़ों के बीच में मौजूद एक बेहद हसीन जगह है। सितंबर के महीने में रायगढ़ में चारों ओर हरियाली ही हरियाली दिखाई देती है। वीकेंड पर यहां यादगार पल बिताने के लिए कई कपल्स पहुंचते हैं। रायगढ़ में मधे घाट वॉटरफॉल रायगढ़ फोर्ट और दिवेआगर बीच जैसी बेहतरीन जगहों को अपने पार्टनर के साथ एक्सप्लोर कर सकते हैं।

मुंबई के 5 गणेश चतुर्थी पंडाल, जहां मिल सकता है फिल्म सेलिब्रिटी को करीब से देखने का मौका

महाराष्ट्र या यूं कहें मुंबई में जिस त्योहार का पूरे साल बेसब्री से इंतजार किया जाता है, गणेश चतुर्थी, उसको लेकर तैयारियां अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। मुंबई में कई बड़े पूजा पंडाल है जहां भव्य तरीके से गणपति पूजा का आयोजन किया जाता है।

इसके साथ ही मुंबई के घर-घर में भी विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा होती है। मुंबई फिल्म इंडस्ट्री के लगभग हर एक सेलिब्रिटी के घर बाप्पा पधारते हैं।

मुंबई के कुछ विख्यात पूजा पंडाल हैं, जहां गणेश चतुर्थी के समय जाने पर आपको फिल्मी सितारों से मिलने, उन्हें करीब से देखने का मौका मिल सकता है। अपने घर में भगवान गणेश की स्थापना व पूजा के साथ ही फिल्मी सितारें इन पूजा पंडालों में भगवान गणेश के दर्शन के लिए जरूर आते हैं।

मुंबई के 5 पूजा पंडाल, जो हैं Must Visit

लालबाग चा राजा

मुंबई में गणेश चतुर्थी के जिन पूजा पंडालों पर आपको सेलिब्रिटी दिखने के सबसे ज्यादा Chance होते हैं, उस लिस्ट में लालबाग चा राजा का नाम सबसे ऊपर आता है। यह साउथ मुंबई का सबसे फेमस पूजा पंडाल है। यह पूजा पंडाल इतना ज्यादा लोकप्रिय होता है कि यहां भगवान गणेश के दर्शन के लिए कई किलोमीटर लंबी लाइन लग जाती है।

आंकड़ों की मानें तो इस पूजा पंडाल में हर रोज करीब 1.5 लाख लोग दर्शन के लिए आते हैं। इस पूजा पंडाल में गणपति के दर्शन के लिए बिग बी अमिताभ बच्चन, शिल्पा शेट्टी, कार्तिक आर्यन, कियारा आडवाणी जैसे सितारे जरूर पहुंचते हैं।

नोट:- लालबाग चा राजा के दर्शन के लिए जाते समय थोड़ा ज्यादा समय लेकर पहुंचे। लंबी लाइन के साथ ही यहां जब भी वीआईपी एंट्री होती है, तब काफी देर तक आम लोगों की एंट्री में देर होने लगती है।

खेतवाड़ी चा गणराज

मुंबई के ग्रांड रोड, खेतवाड़ी के 12वीं गली में विराजते हैं खेतवाड़ी चा गणराज। पिछले कई सालों से इस पूजा पंडाल में गणराज की मूर्ति का आकार और उसकी सजावट में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। मूर्तिकार हर साल एक जैसी ही मूर्ति ही इस पंडाल के लिए बनाते हैं, जो यहां की खासियत बन गयी है।

इस राज्य में आयोजित होने वाले हैं 200 रोजगार मेले,सरकारी नौकरियों की बहार!

सरकारी नौकरी तलाश कर रहे युवाओं के लिए बड़ी खबर है. हरियाणा सरकार विभिन्न विभागों में हजारों युवाओं का नौकरियां देने जा रही हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में 200 रोजगार मेले आयोजित करने की घोषणा की है.

सीएम मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को घोषणा की कि राज्य इस साल 200 रोजगार मेले आयोजित करेगा. उन्होंने युवाओं की उन्नति के लिए आत्मनिर्भरता और आत्मसम्मान के महत्व पर जोर दिया.

सीएम ने नौकरी मेलों के माध्यम से रोजगार हासिल करने वाले युवाओं को संबोधित करने के लिए एक आभासी मंच का उपयोग किया. उनका संबोधन ‘सीएम की विशेष चर्चा’ कार्यक्रम का हिस्सा था. उन्होंने बताया कि जनवरी 2019 से 1,450 नौकरी मेले आयोजित किए गए, जिससे 31,217 युवाओं को रोजगार के अवसर खोजने में मदद मिली. चालू वर्ष की योजना का अनावरण करते हुए, खट्टर ने कहा, “इस साल भी 200 नौकरी मेले आयोजित किए जाएंगे.”

‘यदि आपके पास कौशल है, तो हमारे पास नौकरियां हैं’
सीएम खट्टर के अनुसार, सरकारी क्षेत्र ने पहले ही 1.14 लाख नौकरियां प्रदान की हैं, और युवाओं को 56,000 सरकारी पद और दिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार कुल 1.70 लाख नौकरियां प्रदान करने के लिए तैयार है. मुख्यमंत्री युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने की सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दे रहे थे. उन्होंने गर्व से इस बात पर प्रकाश डाला कि भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के तहत एक लाख से अधिक सरकारी नौकरियों की पेशकश योग्यता के आधार पर की गई है.

‘स्किल से नौकरियों तक के पुल का निर्माण’
सरकारी नौकरियों से परे, सीएम खट्टर ने कहा, “प्राइवेट सेक्टर में रोजगार और स्वरोजगार के विकल्प स्थापित करने के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत भी लाभ प्रदान किया गया है.” उन्होंने पुष्टि की कि 80,000 से अधिक युवाओं को हरियाणा कौशल विकास मिशन से लाभ मिला है. इसके अलावा, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना युवाओं को औद्योगिक-उन्मुख शिक्षा और प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करने के लिए की गई थी.

बीएसए के आने के बाद से बंद हो गई उगाही, डीएम को दिया ज्ञापन

शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने भी डीएम को ज्ञापन सौंपा। संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष विनोद राठौर ने कहा कि शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पर एक शिक्षिका ने गंभीर आरोप लगाए थे, जिसकी जांच पूरी होने तक उच्चाधिकारियों के निर्देश पर जिलाध्यक्ष को निलंबित किया गया था।
जिसका बदला लेने के उद्देश्य से 4 सितंबर को सुनियोजित षड्यंत्र के तहत शिक्षक-शिक्षिकाओं को भ्रमित करके बीएसए
कार्यालय पर एकत्र किया गया। बीएसए स्वाती भारती के कार्यभार ग्रहण करने के बाद कार्यालय में किसी भी काम के बदले रुपये नहीं लिए जाते है। शिक्षकों से उगाही भी बंद हो गई है। काम के लिए किसी को भी परेशानी नहीं हो रही है। बीएसए की छवि धूमिल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जिला महामंत्री सतीश चंद्र गुप्ता, सुनील कुमार, फूलबानी, रामगोपाल, जोगेंद्र, उदयवीर, जडैल सिंह, अनेकपाल, राजीव कुमार, अहिवरन यादव, राजेश यादव आदि मौजूद रहे।

जब दोस्तों की तरह मिले पक्ष-विपक्ष के नेता, भूल गए राजनीतिक दुश्मनी, जी20 डिनर में दिखा खुशगवार नजारा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित ‘भारत मंडपम’ में जी20 मेहमानों के लिए एक भव्य डिनर का आयोजन किया, जिसमें दुनियाभर के अलावा भारत के कई शीर्ष नेता एक ही छत के नीचे नजर आए.

इस दौरान ‘अतिथि देवो भव’ की अपनी परंपरा को दर्शाते हुए इन गणमान्य अतिथियों को देश के सर्वोत्तम व्यंजन परोसे गए. इस डिनर पार्टी का माहौल इस कदर खुशगवार दिखा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी भी बिल्कुल दोस्तों की तरह मिले.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जी20 डिनर के खुशगवार पलों को साझा किया, जिसमें उन्हें जो बाइडन, जापान के फुमियो किशिदा सहित अन्य नेताओं और लंबे समय के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ देखा गया. इस तस्वीर में पीएम मोदी सीएम नीतीश कुमार और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से परिचय कराते दिख रहे हैं.

वहीं जी-20 डिनर में हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच मुलाकात की तस्वीर ने भी लोगों को खूब ध्यान खींचा. इसमें पीएम मोदी सीएम सुक्खू को गले लगाकर बात करते दिख रहे हैं.

ब्राजील के राष्ट्रपति ने की ‘आरआरआर’ की तारीफ, खुशी से गदगद हुए राजामौली ने दी यह प्रतिक्रिया

एसएस राजामौली द्वारा निर्देशित और रामचरण-जूनियर एनटीआर अभिनीत फिल्म ‘आरआरआर’ जबर्दस्त हिट रही। फिल्म का डंका ऑस्कर में भी बजा है। इस ब्लॉकबस्टर फिल्म की सफलता पर पूरा भारत झूमा था।

देश ही नहीं बल्कि दुनिया में भी ‘आरआरआर’ ने अपनी सफलता का परचम लहराया था। ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा भी फिल्म के मुरीद हो गए हैं और उन्होंने फिल्म की जमकर तारीफ भी की है। अब फिल्म निर्देशक एसएस राजामौली ने ब्राजील के राष्ट्रपति का शुक्रिया अदा किया है।

ब्राजील के राष्ट्रपति ने की फिल्म आरआरआर की तारीफ
ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा जी20 शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली में आए हुए हैं। एक इंटरव्यू में बातचीत के दौरान जब उनसे पूछा गया कि वह कौन सी भारतीय फिल्म सबसे ज्यादा देखना पसंद करते हैं। तो इसपर लुइज इनासियो ने कहा, ‘मेरी पसंदीदा फिल्म आरआरआर’ है। यह तीन घंटे की फीचर फिल्म है और इसमें मजेदार दृश्य और बहुत सुंदर नृत्य हैं। भारत पर ब्रिटिश नियंत्रण की गहरी आलोचना भी गई है।’

फिल्म के मेकर्स और टीम को दी बधाई
राष्ट्रपति लुइज ने आगे कहा, ‘मेरा मानना है कि इस फिल्म को सफल होना चाहिए क्योंकि मैं जिस किसी से भी मिलता हूं। मैं उनसे पूछता हूं ‘क्या आपने थ्री ‘आर’ फिल्म देखी है?’ मैंने राजनीतिक पक्ष और फिल्म में दिखाए गए नृत्य और खुशी का आनंद लिया। ब्रिटिश पर आलोचना एकदम सही की गई है। आलोचना के लिए भी मेकर्स ने कॉमिक सीन का इस्तेमाल किया है। । इसलिए मैं निर्देशक और कलाकारों को बधाई देता हूं क्योंकि फिल्म देखकर मुझे बहुत खुशी हुई थी।’

एसएस राजामौली ने ब्राजील के राष्ट्रपति का किया शुक्रिया अदा
राष्ट्रपति लुइज के यह शब्द सुनकर निर्देशक राजामौली फुले नहीं समा रहे हैं। उन्होंने ब्राजील के राष्ट्रपति का शुक्रिया अदा करते हुए लिखा, ‘सर आपके इन शब्दों के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। यह जानकर खुशी हुई कि आपने भारतीय सिनेमा का उल्लेख किया और हमारी फिल्म आरआरआर का आनंद लिया। हमारी टीम खुश है। आशा है कि आप हमारे देश में बहुत अच्छा समय बिता रहे होंगे।’

ओटीटी पर दस्तक देने को तैयार ‘भोला शंकर’, इस दिन पर रिलीज होगी चिरंजीवी की फिल्म

साउथ फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता चिरंजीवी का नाम उन अभिनेताओं में शुमार है, जिनकी लोकप्रियता न सिर्फ सिर्फ भारत में है बल्कि इन्हें चाहने वाले विदेशों में भी मौजूद हैं। अभिनेता ने अपने करियर में एक से एक हिट फिल्म दी हैं और अभी भी सफलतापूर्वक दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब होते हैं।

मेगा स्टार चिरंजीवी हाल ही में फिल्म ‘भोला शंकर’ में नजर आए थे, जिसे उनके चाहने वालों ने प्यार दिया। बॉक्स ऑफिस के बाद अब चिरंजीवी की यह एक्शन एंटरटेनर फिल्म ओटीटी पर रिलीज के लिए पूरी तरह से तैयार है। चलिए जानते हैं कब और कहां रिलीज होगी ‘भोला शंकर’…

तेलुगु सुपरस्टार चिरंजीवी अभिनीत ‘भोला शंकर’ 11 अगस्त, 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। बॉक्स ऑफिस पर चिरंजीवी स्टारर फिल्म की टक्कर रजनीकांत की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘जेलर’ के साथ देखने को मिली थी। इतना ही नहीं इसके साथ ही ‘भोला शंकर’ को टक्कर देने के लिए सिनेमाघरों में सनी देओल की ‘गदर 2’ और अक्षय कुमार की ‘ओएमजी 2’ भी मौजूद थी। हालांकि, इन सभी फिल्मों की मौजूदगी के बाद भी ‘भोला शंकर’ ने ठीक ठाक प्रदर्शन किया था और अब फिल्म ओटीटी की दुनिया में दस्तक देने के लिए तैयार है।

पीएम नरेंद्र मोदी की शाहरुख खान ने इस अंदाज में की तारीफ, क्या कहता है Jawan का ट्वीट

जी20 समिट अब तक का सबसे सफल आयोजन बन गया है । जवान फिल्म की सक्सेस का आनंद ले रहे शाहरुख खान ने प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी को बधाई दी है । भारत में आयोजित G20 Summit बेहद सफल आयोजन रहा है।

दुनिया ने एक स्वर में इस आयोजन को सबसे सफल बताया है । अमेरिका, फ्रांस के राष्ट्रपति ने भारत और पीएम मोदी की जमकर तारीफ की है।

पीएम नरेंद्र मोदी की फैन लिस्ट में शाहरुख खान भी शुमार हो गए हैं। किंग खान ने खुले दिल से प्रधानमंत्री की तारीफ की है।

शाहरुख खान ने अपने ट्वीट में लिखा कि भारत की G20 अध्यक्षता की सफलता और दुनिया के लोगों के बेहतर भविष्य के लिए राष्ट्रों के बीच एकता को बढ़ावा देने के लिए कोशिश। किंग खान ने आगे कहा इसने हर भारतीय के दिल में सम्मान और गौरव की भावना पैदा की है। सर, आपके नेतृत्व में हम isolation में नहीं बल्किOneness में समृद्ध होंगे। One Earth, One Family, One Future.

अपडेट जारी है

क्या ज्यादा विटामिन डी के सेवन से होता है नुकसान? जानें सच

विटामिन डी जिसे अक्सर सनशाइन विटामिन कहा जाता है, हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और मानव शरीर में विभिन्न आवश्यक कामों को आसानी से करने में अहम भूमिका निभाता है।

हाल के अध्ययनों ने मानसिक स्वास्थ्य के साथ इसके संबंध पर भी अध्ययन किया गया और एक्सपर्ट्स से इस संबंध में पाया कि विटामिन डी की कमी और हल्के से गंभीर अवसाद के बीच एक संबंध है। हमारा मस्तिष्क सामान्य विकास और कार्य के लिए विभिन्न न्यूरोस्टेरॉयड पर निर्भर करता है, और विटामिन डी ऐसे ही एक न्यूरोस्टेरॉइड के रूप में उभरा है जो इसमें पाया जाता है।

पूरे मस्तिष्क में रीढ़ की हड्डी में तरल पदार्थ। नतीजतन एक्सपर्ट्स शरीर में इसके स्तर की निगरानी के लिए हर छह महीने में कम से कम एक बार विटामिन डी परीक्षण कराने की सलाह देते हैं।

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि विटामिन डी की अधिकता आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव भी डाल सकती है। कई रिपोर्टें विटामिन डी विषाक्तता, या हाइपरविटामिनोसिस डी नामक स्थिति का संकेत देती हैं, जो तब होती है जब शरीर में अत्यधिक विटामिन डी होता है।

एक दुर्लभ लेकिन संभावित रूप से गंभीर स्थिति विटामिन डी विषाक्तता (डिटॉक्स) आमतौर पर इस पोषक तत्व के अत्यधिक पूरकता से उत्पन्न होती है। प्राकृतिक धूप या आहार स्रोत विटामिन डी विषाक्तता के पीछे प्राथमिक दोषी नहीं हैं। यह मुख्य रूप से तब होता है जब व्यक्ति भोजन के विकल्प या पूरक के रूप में इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन करते हैं।

विटामिन डी की खुराक लेने वालों में दिल के दौरे, स्ट्रोक या कैंसर की दर में कमी दिखाने में विफल रहा। वास्तव में, पूरक के माध्यम से विटामिन डी के अत्यधिक सेवन से “हाइपरकैल्सीमिया” हो सकता है, यह स्थिति रक्त प्रवाह में कैल्शियम के अत्यधिक निर्माण से चिह्नित होती है, जो संभावित रूप से धमनियों या नरम ऊतकों में जमा होने का कारण बनती है।

1- हाई कैल्शियम

कहा जाता है कि किसी भी चीज़ की बहुत अधिक मात्रा आपके स्वास्थ्य के लिए खराब होती है। विटामिन डी के अत्यधिक सेवन से शरीर में कैल्शियम का अवशोषण बढ़ सकता है, जिससे किडनी की समस्याएं, पाचन संबंधी समस्याएं, मतली, निर्जलीकरण और भूख में कमी सहित अन्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।

2- कब्ज

ध्ययनों से पता चला है कि अधिक मात्रा में विटामिन डी लेने से पेट में परेशानी, भूख न लगना, कब्ज, दस्त और विभिन्न संबंधित गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हो सकती हैं।

3- मानसिक स्वास्थ्य

विटामिन डी की कमी के समान, इसकी अधिकता भी मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है, जिससे संभावित रूप से भ्रम, आंदोलन और यहां तक ​​​​कि अवसाद जैसी मानसिक स्थिति में बदलाव हो सकता है।