Friday , October 25 2024

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‘जवान’ के बाद एक और बड़ा धमाका करने की तैयारी में एटली, अल्लू अर्जुन के साथ बनाएंगे अगली फिल्म!

निर्देशक एटली इन दिनों अपनी फिल्म जवान को लेकर खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म ने तहलका मचा दिया है। शाहरुख खान, नयनतारा और विजय सेतुपति अभिनीत यह फिल्म अब तक कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी है।

इस बीच कुछ हालिया रिपोर्ट के मुताबिक एटली कथित रूप से अल्लू अर्जुन के साथ अपने आगामी प्रोजेक्ट के लिए हाथ मिलाने जा रहे हैं।

जवान जैसी फिल्म के बाद इस खबर के आने से फैंस काफी ज्यादा उत्साहित हो गए हैं। हाल ही में अल्लू सुकुमार की पुष्पा: द राइज में अपने काम के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। वर्तमान में तेलुगु सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में से एक, अल्लू अर्जुन और बेहद सफल तमिल फिल्म निर्देशक एटली के बीच संभावित प्रोजेक्ट को लेकर खासा उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है।

हालांकि, इस पर किसी की भी तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक एटली ने अल्लू अर्जुन के साथ एक स्क्रिप्ट साझा की है, जो दोनों के एक साथ काम करने की ओर संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। अल्लू और एटली दोनों ही इस समय अपने करियर के शिखर पर हैं, जिससे यह संभावित साझेदारी फिल्म प्रेमियों के लिए और भी दिलचस्प हो गई है।

बता दें कि अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा: द रूल की अगले साल रिलीज होने जा रही है। लोगों को इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार है। एटली की बात करें तो एस. शंकर के सहायक निर्देशक के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले निर्देशक ने 2013 में राजा रानी के साथ अपने निर्देशन की शुरुआत की थी। इसके बाद से ही वह लगातार बॉक्स-ऑफिस पर हिट फिल्में देते चले आ रहे हैं।

भारत- ब्रिटेन के कारोबारी रिश्ते होंगे मजबूत’, निवेश बढ़ाने को लेकर पीएम मोदी और ऋषि सुनक में हुई बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने शनिवार (9 सितंबर) को जी20 शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय बैठक की. इस दौरान कारोबारी संबंधों को मजबूत करने और निवेश को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा हुई.

सुनक दिल्ली में हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार (8 सितंबर) को यहां पहुंचे थे. शिखर सम्मेलन के पहले सत्र के बाद दोनों नेताओं ने यह बैठक की. इससे पहले सुनक ने कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर नमस्कार की मुद्रा में मोदी का अभिवादन किया.

पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने बैठक के बाद सोशल मीडिया मंच एक्स पर अपने पोस्ट में कहा, ‘‘दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात करना शानदार रहा. हमने कारोबारी संबंधों को मजबूत करने तथा निवेश को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की.

सभी 72 विभागों को 22 दिन में खर्च करने होंगे 15 हजार करोड़, जारी किए गए निर्देश

विभागों की कंजूसी पर शासन ने चिंता जताई है। सभी विभागों को ज्यादा से ज्यादा खर्च करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें 22 दिन में 15 हजार करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य दिया गया है। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव वित्त दीपक कुमार ने शुक्रवार को सभी 72 विभागों को निर्देश जारी किए हैं।

शासन का मानना है कि पूंजीगत खर्च से अवस्थापना व विकास का रास्ता खुलता है, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होते हैं। इस वित्त वर्ष में पूंजीगत व्यय के लिए लगभग 1.47 लाख करोड़ का प्रावधान किया गया है। कोषागार से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक अगस्त तक पूंजीगत व्यय पर सिर्फ 23,348 करोड़ खर्च किए गए हैं जो इस मद के बजट का सिर्फ 23 फीसदी है। इतने कम खर्च पर शासन ने चिंता जताई है। क्योंकि कम खर्च का असर केंद्र से मिलने वाली विशेष मदद पर पड़ेगा।

पूंजीगत खर्च को बढ़ावा देने के लिए केंद्र ने राज्यों के लिए ये योजना जारी की है। इसके तहत 50 साल के लिए ब्याज मुक्त ऋण दिया जाता है। इस योजना के तहत यूपी को 17,939 करोड़ आवंटित किए गए हैं। इसमें से 11660 करोड़ रुपये राज्य को मिल चुके हैं। अब शेष राशि प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार को सितंबर तक पूंजीगत व्यय के लिए निर्धारित बजट में से 37,415 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे जबकि खर्च हुए हैं 23,348 करोड़। अब केवल 22 दिन बचे हैं और सरकार को करीब 15 हजार करोड़ रुपये खर्च करने हैं।

इसके बाद ही केंद्र सरकार शेष 6 हजार करोड़ रुपये राज्य सरकार को जारी करेगी। इसे देखते हुए वित्त मंत्री ने कड़े निर्देश दिए हैं कि सभी विभाग इस महीने आवंटित बजट का कम से कम 50 फीसदी हर हाल में खर्च करें।

इंडिया का समर्थन और परिवार की एकजुटता ने सपा की आसान की राह…

पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के प्रयोग, इंडिया के समर्थन और अखिलेश यादव के परिवार की एकजुटता ने घोसी में सपा की जीत की राह आसान कर दी। आजमगढ़ और रामपुर का गढ़ ढहने के बाद घोसी की इस जीत ने जहां समाजवादियों का मनोबल बढ़ाया है, वहीं इंडिया के घटक दलों को मजबूती के साथ ऐसे ही आगे बढ़ने का संदेश भी दिया है। बसपा की चुनाव से दूरी, भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह के दलबदल से नाराजगी और पीडीए के नारे के बीच सपा का क्षत्रिय प्रत्याशी उतारना भी उसके लिए मुफीद साबित हुआ।

जून में इंडिया गठबंधन की घोषणा के बाद यूपी में यह पहला चुनाव था। खास बात यह है कि लोकसभा चुनाव से पहले यह आखिरी उपचुनाव भी था। अब देश और प्रदेश सीधे लोकसभा चुनाव में ही जाएगा। जून 2022 में आजमगढ़ और रामपुर में हुए लोकसभा उप चुनाव में भाजपा ने सपा को करारी शिकस्त दी थी। ये दोनों ही क्षेत्र समाजवादियों के किले माने जाते थे। उसके बाद दिसंबर 2022 में विधानसभा उप चुनाव में रामपुर विधानसभा सीट भी सपा के हाथ से चली गई। यह सीट सपा नेता आजम खां को हेट स्पीच मामले में सजा होने से खाली हुई थी। उपचुनाव में यह सीट भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना को मिली। पहली बार यहां से कोई गैर मुस्लिम प्रत्याशी जीता।

मुख्यमंत्री योगी ने की संचारी रोगों की स्थिति की समीक्षा, नोडल अधिकारी नियुक्त करने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय अंतर्विभागीय बैठक में प्रदेश में संचारी रोगों की स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष अप्रैल, जुलाई, अक्तूबर में संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अंतर्विभागीय समन्वय के साथ विशेष अभियान संचालित होता है। आगामी अक्तूबर माह से इसका नवीन चरण प्रारंभ होना है। इसमें सरकारी प्रयास के साथ-साथ जनसहभागिता भी महत्वपूर्ण है। हमारे सामने अपना इंसेफेलाइटिस नियंत्रण और कोविड प्रबंधन के दो सफल मॉडल हैं, जो संचारी रोग अभियान में हमारे लिए उपयोगी होंगे। आज हर जिले में डेंगू जांच की सुविधा है। 15 नवम्बर तक का समय संचारी रोगों की दृष्टि से हमारे लिए संवेदनशील है।

उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर नगर, मेरठ, मुरादाबाद जनपद डेंगू से प्रभावित रहे हैं। बुलंदशहर व संबल में डेंगू आउटब्रेक की स्थिति भी देखी गई। जबकि बरेली, सीतापुर, शाहजहांपुर, हारदोई बदायूं, पीलीभीत और संभल में मलेरिया का असर रहा है। इसी तरह, प्रयागराज, कानपुर नगर, बाराबंकी, कुशीनगर, संत कबीरनगर, सहारनपुर व बस्ती में चिकनगुनिया की दृष्टि से संवेदनशील हैं। इन जिलों में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में इंसेफेलाइटिस से हजारों बच्चों की मौत होती थी। 50 हजार बच्चों की मौत हुई। 2017 में हमने अंतर्विभागीय समिति बनाई, सभी विभागों ने मिलकर काम किया। अस्पताल बनवाये, पीकू बनवाये, चिकित्सक तैनात किये। साथ-साथ पीने के साफ पानी और शौचालय की व्यवस्था भी कराई। नतीजा इस वर्ष 01 जनवरी से 07 सितंबर तक जापानी इंसेफेलाइटिस, चिकनगुनिया व मलेरिया से एक भी मृत्यु नहीं हुई है। 04 दशक तक कहर बनी रही बीमारी पर हमने 05 वर्ष में नियंत्रण पा लिया। नियंत्रण के बाद अब हमारा अगला लक्ष्य उन्मूलन है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कहीं भी हॉटस्पॉट की स्थिति न बनने पाए। यदि कहीं भी ऐसी स्थिति हो तो वहां संबंधित नगर आयुक्त/अधिशाषी अधिकारी स्वयं पहुंच कर निरीक्षण करें। अस्पतालों में दवा की उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए।सभी सरकारी व निजी अस्पतालों/मेडिकल कॉलेजों में नए रोगियों की नियमित रिपोर्टिंग जरूर हो। प्रदेश के सभी पीएचसी/सीएचसी/जिला अस्पतालों/मेडिकल कॉलेजों के लिए जिलाधिकारी द्वारा एक-एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। यह नोडल अधिकारी हर दिन सायंकाल अपने प्रभार के अस्पतालों की जांच कर व्यवस्था सुचारू बनाए रखें।

पीएचसी/सीएचसी व अन्य अस्पतालों में तैनात पैरामेडिक्स नियमित रूप से अपनी सेवाएं जरूर दें। चिकित्सा व स्वास्थ्य व्यवस्था में अराजकता व अव्यवस्था फैलाने की कुत्सित करने वालों से पूरी कठोरता से निपटा जाए। जनपदों में आउटब्रेक्स की स्थिति पर नियंत्रण हेतु ठोस प्रयास किये जाने आवश्यक है। नगर विकास, ग्राम विकास एवं पंचायती राज विभाग मच्छरों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु फॉगिंग एवं लार्वीसाइडल स्प्रे कराई जाए। सुबह सैनीटाइज़ेशन व शाम को फॉगिंग का कार्य निरंतरता के साथ कराएं। जल भराव का निस्तारण कराएं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई हाई रिस्क क्षेत्रों की सूची में उल्लिखित समस्त क्षेत्रों में सतत वैक्टर नियंत्रण एवं संवेदीकरण गतिविधियाँ से संचालित की जाएं।

शिक्षा विभाग द्वारा जनपद के समस्त विद्यालयों में नोडल अध्यापकों के माध्यम से विद्यार्थियों एवं अभिभावकों का संचारी रोगों के विषय में संवेदीकरण कराया जाए। संचारी रोगों से बचाव के उपाय यथा पूरी आस्तीन की कमीज, फुल लेंथ की पेंट इत्यादि का प्रयोग एवं मच्छरों के प्रजनन एवं काटने से बचाव के उपायों के विषय में संवेदीकरण किया जाना चाहिए। किसी क्षेत्र से बुखार प्रभावित छात्रों की सूचना प्राप्त होने पर स्थानीय फ्रंट लाइन वर्कर अथवा चिकित्सा अधिकारी को तत्काल जानकारी उपलब्ध कराई जाए। पशुपालन विभाग द्वारा सभी पशु बाड़ों की नियमित सफाई कराई जाए। पशुओं के पीने हेतु प्रयोग किए जाने वाले पात्रो के पानी में मच्छरों के प्रजनन की संभावना को समाप्त करने हेतु नियमित रूप से इस पानी को बदलना की कार्यवाही आवश्यक है।

मुख्यमंत्री योगी ने शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा को किया याद, कारगिल युद्ध में हुए थे शहीद

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को ‘परमवीर चक्र’ से सम्मानित कैप्टन विक्रम बत्रा को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘परमवीर चक्र’ से सम्मानित कैप्टन विक्रम बत्रा माँ भारती की रक्षा के लिए कारगिल युद्ध में अंतिम सांस तक दुश्मनों से लड़ते रहे। उन्होंने देश की संप्रभुता-अखंडता की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया, जो आज भी देशभक्ति की एक महान मिसाल है। आज उनकी जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें याद किया और ट्वीट किया कि कैप्टन विक्रम बत्रा अमर रहे… जय हिंद। भारत माता की जय।

मध्य और पश्चिम भारत में लौटा मानसून, कई राज्यों में भारी बरसात

लंबे इंतजार के बाद मध्य और पश्चिम भारत के ज्यादातर राज्यों में मानसून की वापसी हुई है. मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में 2-3 दिन से लगातार बरसात दर्ज की जा रही है.

इसके अलावा दक्षिण और पूर्वी भारत के राज्यों में भी मानसून की बरसात में सुधार होता नजर आ रहा है. इन सभी राज्यों में मानसून की वापसी से पूरे मानसून सीजन में बरसात की कमी का आंकड़ा भी घटने लगा है. 2 दिन पहले तक देशभर में बरसात की कमी का आंकड़ा 11 फीसद के पार पहुंच गया था लेकिन अब यह कमी 10 फीसद बची है. संभावना है कि आगे चलकर मानसून की स्थिति में और सुधार होगा जिससे बरसात की कमी की भरपाई होने में मदद मिलेगी.

मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार को महाराष्ट्र में 24.3 मिलीमीटर, मध्य प्रदेश में 23.4 मिलीमीटर, गुजरात में 10.9 मिलीमीटर और छत्तीसगढ़ में 8.1 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है. इसके अलावा बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, और केरल में भी सामान्य के मुकाबले अधिक बरसात देखने को मिली है. शनिवार 9 सितंबर को पूरे देश में औसतन 9.4 मिलीमीटर बरसात हुई जबकि सामान्य तौर पर 6.1 मिलीमीटर बारिश होती है. मौसम विभाग ने अपने अनुमान यह भी कहा है कि शनिवार और रविवार को पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बरसात हो सकती है.

आधिकारिक तौर पर मानसून सीजन खत्म होने में अब लगभग 20-21 दिन बचे हैं, 30 सितंबर को सीजन खत्म हो जाएगा. मौसम विभाग ने सितंबर के दौरान देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य के मुकाबले कम बरसात का अनुमान लगाया है. और सितंबर का पहले हफ्ते के दौरान देश में बरसात की भारी कमी हुई भी है. संभावना जताई जा रही है कि बाकी बचे सितंबर के दौरान बरसात की स्थिति में कुछ सुधार होगा, ऐसा हुआ तो खेतों में खड़ी खरीफ फसल को तो सहारा मिलेगा ही, साथ में रबी की फसल के लिए भी जमीन में नमी बढ़ जाएगी.

प्रॉपर्टी से ज्यादा रिटर्न रियल एस्टेट शेयरों ने दिया, 6 महीने में मिला नया मकान खरीदने जितना पैसा

गोल्ड और प्रॉपर्टी में निवेश करना फायदे का सौदा माना जाता है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में जिस तरह से इनके दाम में बढ़ोतरी हुई उससे लोगों को जबरदस्त रिटर्न मिला है. आज भी महानगरों से लेकर बड़े शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से बढ़ रही है.इसका सीधा फायदा निवेशकों के साथ-साथ रियल एस्टेट कंपनियों को भी मिल रहा है. ऐसे में प्रॉपर्टी के साथ-साथ रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में निवेश करना भी फायदे का सौदा साबित हो सकता है.

कोरोना के बाद से मांग में सुधार होने से देश के रियल एस्टेट सेक्टर में लगातार तेजी देखी जा रही है. निफ्टी रियल्टी इंडेक्स पिछले 6 महीनों में 40% से अधिक चढ़ा है और अपने 52 सप्ताह के उच्च स्तर पर ट्रेड कर रहा है. चूंकि, त्यौहारी सीजन नजदीक है इसलिए घर और फ्लैट की बिक्री से रियल एस्टेट सेक्टर में और तेजी देखने को मिल सकती है.

रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी, खूब बिके मकान, बैंक बकाया कर्ज जुलाई में रिकॉर्ड 28 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा

रियल एस्टेट सेक्टर की कंपनी मैक्रोटेक डेवलपर्स के शेयर में पिछले 6 महीने की अवधि में लगभग 66 फीसदी की तेजी आई है. प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स में 60 प्रतिशत, डीएलएफ के शेयरों में 51% , गोदरेज प्रॉपर्टीज में 45% और द फीनिक्स मिल्स में 42% की वृद्धि हुई है. इसके अलावा ब्रिगेड एंटरप्राइजेज, इंडियाबुल्स रियल एस्टेट, ओबेरॉय रियल एस्टेट और सनटेक रियल्टी के शेयरों में पिछले 6 महीनों में 35 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है.

सेक्टर में और तेजी आने का अनुमान

कुशमैन एंड वेकफील्ड के अनुसार, रियल एस्टेट सेक्टर में निजी इक्विटी निवेश इस साल पहले 6 महीनों में सालाना आधार पर 51 प्रतिशत बढ़कर 24,680 करोड़ रुपये रहा. निजी इक्विटी निवेश इस साल अप्रैल-जून तिमाही में 15,580 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछली तिमाही के मुकाबले 63 प्रतिशत और बीते साल की इसी अवधि के मुकाबले 60 प्रतिशत अधिक है.

वहीं, नारेडको-नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रियल एस्टेट मार्केट का आकार 2047 तक 12 गुना से अधिक होकर 5,800 अरब अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है. पिछले साल यह आंकड़ा 477 अरब अमेरिकी डॉलर का था. इन दोनों रिपोर्ट्स से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रॉपर्टी में निवेश किस तरह से बढ़ रहा है.

कांग्रेस में शामिल होंगे नर्मदापुरम जिले से पूर्व विधायक गिरजा शंकर शर्मा, भाई के खिलाफ नहीं लड़ेंगे चुनाव

मध्य प्रदेश में आगामी दोनों में विधानसभा चुनाव होना है ऐसे में दल बादल का दौर जारी है। भाजपा की टिकट पर दो बार विधायक बन चुके गिरजा शंकर शर्मा रविवार को कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से उनकी चर्चा भी हो चुकी है। 10 सितंबर को शर्मा अपने समर्थकों के साथ बड़ी संख्या में प्रदेश कांग्रेस ने पूछेंगे और कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण करेंगे। लेकिन वह अपने परिवार के किसी भी सदस्य के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगे।

पूर्व विधायक गिरजा शंकर शर्मा के साथ नर्मदापुरम, इटारसी, सिवनी मालवा व सुहागपुर से उनसे जुड़े भाजपा के पदाधिकारी, वर्तमान पाषर्द, पूर्व पार्षद, जिला पंचायत, जनपद पंचायत सदस्य को साथ ले जाने की तैयारी है। शर्मा कांग्रेस में शामिल होने के दौरान अपना शक्ति प्रदर्शन कर सकते हैं।

बताया जा रहा है कि कमलनाथ से हुई चर्चा में उन्होंने यह साफ कर दिया कि वह अपने भाई सीताशरण शर्मा के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगे। बता दे सीता शरण शर्मा नर्मदा पुरम में भाजपा से विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं और एक बार फिर से भाजपा से टिकट की मांग कर रहे हैं। यदि भाजपा ने नर्मदा पुरम से सीताशरण शर्मा का टिकट काटा तो ऐसी स्थिति में गिरजा शंकर नर्मदा पुरम से चुनाव लड़ सकते हैं। वरना उनके सुहागपुर से चुनाव लड़ने की संभावना है। इसलिए कांग्रेस उन्हें सुहागपुर से टिकट दे सकती है। गिरिजा शंकर शर्मा के कांग्रेस में शामिल होने से नर्मदा पुरम में कांग्रेस की स्थिति बेहतर होगी।

G20 समिट में भारत को मिली बड़ी उपलब्धि, ‘लीडर्स डेक्लेरेशन’ पर बनी सहमित

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है. नई दिल्ली जी 20 लीडर समिट के डेक्लेरेशन (घोषणापत्र) पर आम सहमति बन गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यह ऐलान करते हुए विश्व नेताओं से लीडरशिप डेक्लेरेशन को अपनाने का आग्रह किया.

पीएम मोदी ने शनिवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘एक खुशखबरी मिली है कि हमारी टीम के कठिन परिश्रम और आप सबके सहयोग से जी 20 लीडर समिट के डेक्लेरेशन पर सहमति बनी है. मेरा प्रस्ताव है कि लीडर्स डेक्लेरेशन को भी अपनाया जाए. मैं भी इस डिक्लेरेशन को अपनाने की घोषणा करता हूं.’

पीएम मोदी ने नई दिल्ली में 18वें G20 शिखर सम्मेलन के दूसरे सत्र की शुरुआत में कहा, ‘इस अवसर पर, मैं अपने शेरपा, मंत्रियों को बधाई देता हूं, जिन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की और इसे संभव बनाया.’

वहीं भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स, (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर घोषणा की कि नई दिल्ली लीडर्स डेक्लेरेशन को आधिकारिक तौर पर जी20 इंडिया लीडर्स समिट में अपनाया गया है. अमिताभ कांत ने कहा, ‘आज के युग को मानव-केंद्रित वैश्वीकरण के स्वर्ण युग के रूप में चिह्नित किया जाना चाहिए और पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की जी20 प्रेसीडेंसी ने इस लक्ष्य की दिशा में अथक प्रयास किया है.’