Friday , October 25 2024

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इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा के लिए पंजीकरण शुरू, ऐसे करें आवेदन

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की तरफ से इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा (ESE) 2024 के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इच्छुक उम्मीदवार यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in के माध्यम से 26 सितंबर शाम 6.00 बजे तक यूपीएससी ईएसई के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

आवेदक 27 सितंबर से 3 अक्तूबर, 2023 तक अपने आवेदन पत्र में बदलाव कर सकेंगे। इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा का प्रारंभिक/चरण- I परीक्षा 18 फरवरी, 2024 को आयोजित की जाएगी। इस भर्ती अभियान के माध्यम से लगभग 167 रिक्तियों को भरा जाएगा।
UPSC ESE 2024 आयुसीमा
यूपीएससी ईएसई भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की आयु 01 जनवरी 2024 को 21 वर्ष से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

UPSC ESE 2024 शैक्षणिक योग्यता
किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की हो या इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) की इंस्टीट्यूशन परीक्षाओं के अनुभाग ए और बी उत्तीर्ण किया हो।

UPSC ESE आवेदन शुल्क
उम्मीदवारों (महिला/एससी/एसटी/पीडब्ल्यूबीडी को छोड़कर जिन्हें शुल्क के भुगतान से छूट दी गई है) को 200 रुपये शुल्क का भुगतान करना होगा।

UPSC ESE ऐसे करें आवेदन

  • यूपीएससी की भर्ती वेबसाइट upsconline.nic.in पर जाएं।
  • ‘वन टाइम रजिस्ट्रेशन’ लिंक पर जाएं और वन टाइम प्रोफाइल बनाएं।
  • लॉग इन करें और ईएसई प्रीलिम्स 2024 के लिए आवेदन लिंक पर जाएं।
  • आवेदन पत्र भरें, दस्तावेज अपलोड करें और शुल्क का भुगतान करें।
  • फॉर्म सबमिट करें और भविष्य के संदर्भ के लिए प्रिंटआउट ले लें।

नेपाल जा रहे युवक को डराकर 28 हजार वसूलने वाले सिपाही गिरफ्तार, गोरखपुर जेल भेजे गए

नेपाल जा रहे युवकों से 28 हजार रूपये वसूलने के मामले में आरोपित दोनों सिपाहियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तुलसीपुर के पुलिस उपाधीक्षक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने दोनों सिपाहियों राजू यादव व घ्रुवचंद को गोरखपुर में भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में पेश किया। जहां से आरोपित सिपाहियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। अब दोनों सिपाहियों का ठिकाना गोरखपुर जेल होगा।

ललिया थाने के कोडरी निवासी हकीम खान ने जरवा थाने में सिपाही राजू यादव को नामजद करते हुए एक अज्ञात सिपाही पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज कराया था। विवेचना पुलिस उपाधीक्षक तुलसीपुर को सौंपी गई, उन्होंने दूसरे सिपाही का नाम उजागर किया। इसके बाद दोनों सिपाहियों को थाने में ही गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि दोनो सिपाहियों को गोरखपुर ले जाकर न्यायालय में पेश किया गया। सीओ ने बताया कि मामले की रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को भेज दी गई है। वहीं पुलिस अधीक्षक केवश कुमार ने बताया कि दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही पूरे मामले की जांच की जा रही है। पुलिस महकमे में हुई इस कार्रवाई से खलबली मची है।

शमशाद और कय्यूम की माेबाइल में छुपे हैं कई राज
सिपाहियों ने हकीम खान से 28 हजार रूपये लिए थे जिसमें चार हजार नकद था और 24 हजार रूपये शमशाद और कय्यूम के मोबाइल पर फोन- पे रूपये मंगाया था। मामले में केस दर्ज होने के बाद शमशाद और कय्यूम का मोबाइल भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। माना जा रहा है कि यह लोग उन सिपाहियों के करीबी थे अक्सर लेनदेन इन्हीं से मिलकर होता था। इसमें थाने के सामने चाय की दुकान करने वाला कय्यूम थाने का चौकीदार भी है और लोगों की तहरीर भी लिखता है। इसकी मोबाइल से कई अहम मामले सामने आ सकते हैं।

मायावती बोलीं, देश के नाम पर बने संगठनों पर रोक लगाए सुप्रीम कोर्ट…

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि अब भारत बनाम इंडिया के मामले पर पक्ष और विपक्ष दोनों ही घिनौनी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को देश का नाम बदलने की स्थिति से पहले करना यह चाहिए था कि जब विपक्ष ने अपने संगठन का नाम इंडिया रखा था तभी उसे पर रोक लगनी चाहिए थी। इसके विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए था या फिर कानून लाकर इस पर प्रतिबंध लगाना चाहिए था। अब दोनों ही इस पर राजनीति कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि देश के नाम पर इस तरह की राजनीति बिल्कुल ठीक नहीं है। सुप्रीम कोर्ट को इसका संज्ञान लेना चाहिए और इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। कोई भी गठबंधन देश के नाम पर अपना नाम न रखें। इससे देश की छवि प्रभावित होती है।उन्होंने कहा कि संविधान से छेड़छाड़ ठीक नहीं। यह जो भी कुछ हो रहा है वह सत्ता और विपक्ष जानबूझकर कर रहे हैं।

बता दें कि केंद्र सरकार ने देश के नाम इंडिया की जगह भारत को प्रचलन में लाने की शुरुआत कर दी है। इसे लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्षी गठबंधन के नाम इंडिया से भी जोड़कर देखा जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि मोदी सरकार विपक्षी गठबंधन से इतना डर गई है कि अब देश का ही नाम बदल देना चाहती है। जबकि संविधान के पहले ही अनुच्छेद में लिखा है कि इंडिया दैट इज भारत…।

कयास लगाए जा रहे थे कि मायावती विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल हो सकती हैं पर उन्होंने अभी तक इससे खुद को दूर रखा है और सभी विधानसभा चुनाव व लोकसभा चुनाव 2024 अकेले लड़ने का एलान किया है।

शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन तेजी, सेंसेक्स 100 अंक चढ़ा

छह सितंबर (भाषा) एशियाई बाजारों में मजबूती के रुझान के बीच बुधवार को स्थानीय शेयर बाजार उतार-चढ़ाव के बाद लगातार चौथे कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ बंद हुए।

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स अंतिम घंटे की लिवाली से 100.26 अंक यानी 0.15 प्रतिशत चढ़कर 65,880.52 अंक पर बंद हुआ।

कारोबार के दौरान एक समय यह 292.23 अंक तक गिरकर 65,488.03 अंक पर आ गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 36.15 अंक यानी 0.18 प्रतिशत की तेजी के साथ 19,611.05 अंक पर बंद हुआ। यह घरेलू शेयर बाजारों में तेजी का लगातार चौथा कारोबारी सत्र रहा।

सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, टाइटन, आईटीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, हिंदुस्तान यूनिलीवर और कोटक महिंद्रा बैंक प्रमुख रूप से बढ़त में रहे।

दूसरी तरफ टाटा स्टील, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर नीचे आए।

एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में गिरावट रही।

यूरोप के अधिकांश बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए थे।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.70 प्रतिशत गिरकर 89.41 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। सऊदी अरब एवं रूस द्वारा कच्चे तेल उत्पादन में कटौती को साल के अंत तक जारी रखने के फैसले से यह दस महीनों में पहली बार 90 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया था।

महंगाई, UPI और जनधन को लेकर क्‍या बोले PM नरेंद्र मोदी, पढ़ें इंटरव्‍यू की 10 बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने moneycontrol.com को द‍िए इंटरव्‍यू के दौरान महंगाई, रसोई गैस, यूपीआई, जनधन और आतंकवाद समेत कई सवालों के जवाब द‍िए हैं. पीएम मोदी ने कहा क‍ि प्रतिकूल परिस्थितियों और वैश्विक गतिशीलता के बावजूद भारत की मुद्रास्फीति 2022 में वैश्विक औसत दर से दो प्रतिशत अंक कम थी.

पढ़ें इंटरव्‍यू की 10 बड़ी बातें

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा क‍ि मुद्रास्फीति एक प्रमुख मुद्दा है जिसका दुनिया सामना कर रही है. उन्‍होंने कहा क‍ि पहले महामारी और फिर युद्ध ने वैश्विक मुद्रास्फीति की गतिशीलता को बदल दिया है. इसके चलते व‍िकस‍ित देशों और उभरती अर्थव्यवस्थाओं दोनों को उच्च मुद्रास्फीति (हाई इन्फ्लेशन ) का सामना करना पड़ रहा है. यह एक वैश्विक मुद्दा है जिसमें निकट सहयोग की आवश्यकता है. उन्‍होंने कहा क‍ि हमारी G20 की अध्यक्षता के दौरान, G20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की एक बैठक हुई थी. इस फोरम ने माना है कि यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि मुद्रास्फीति से निपटने के लिए प्रत्येक देश द्वारा अपनाई गई नीतियों का अन्य देशों पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े. इसके अलावा, यह समझ है कि सेंट्रल बैंकों द्वारा नीतिगत रुख का समय पर और स्पष्ट संचार महत्वपूर्ण है. पीएम मोदी ने इंटरव्‍यू के दौरान कहा क‍ि जहां तक भारत का सवाल है, हमने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं. प्रतिकूल परिस्थितियों और वैश्विक गतिशीलता के बावजूद, भारत की मुद्रास्फीति 2022 में वैश्विक औसत मुद्रास्फीति दर से दो प्रतिशत अंक कम थी. फिर भी, हम इस पर आराम नहीं कर रहे हैं और लोगों के जीवन को सरल बनाने के लिए जन-समर्थक निर्णय लेना जारी रख रहे हैं. पीएम मोदी ने उदाहरण देते हुए बताया क‍ि हाल ही में उनकी सरकार ने रक्षा बंधन पर सभी उपभोक्ताओं के लिए एलपीजी की कीमतें कम कीं. पीएम मोदी ने कहा क‍ि दुन‍ियाभर में भारत अपने टेक टैलेंट (तकनीकी प्रतिभा) के लिए जाना जाता था. आज, यह अपनी तकनीकी प्रतिभा और तकनीकी कौशल दोनों के लिए जाना जाता है. खासकर डिजिटल पब्‍ल‍िक इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर (सार्वजनिक बुनियादी ढांचे) में है. जैसा कि आपने बताया, पिछले 9 वर्षों में शुरू की गई कई पहल और फोरम का अर्थव्यवस्था पर कई गुना प्रभाव पड़ रहा है. हालांकि, भारत की टेक क्रांति का न केवल आर्थिक प्रभाव पड़ा है, बल्कि गहरा सामाजिक प्रभाव भी पड़ा है. उन्‍होंने कहा क‍ि जिस ह्यूमन सेंट्र‍िक (मानव-केंद्रित) मॉडल के बारे में पहले हम बात कर रहे थे, वह प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के तरीके में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है. हमारे लिए, प्रौद्योगिकी लोगों को सशक्त बनाने, वंचितों तक पहुंचने और विकास और कल्याण को अंतिम मील तक ले जाने का एक साधन है. पीएम मोदी ने कहा क‍ि आज जनधन-आधार-मोबाइल (JAM) त्रिमूर्ति के कारण, यहां तक कि सबसे गरीब और सबसे कमजोर लोग भी सशक्त महसूस कर रहे हैं क्योंकि कोई भी उनके अधिकारों को छीन नहीं सकता है. महामारी के दौरान जिस तरह तकनीक ने हमें करोड़ों लोगों तक सहायता पहुंचाने में मदद की, उसे हमेशा याद रखा जाएगा. उन्‍होंने कहा क‍ि आज, जब विदेशी प्रतिनिधि भारत आते हैं, तो वे सड़क विक्रेताओं को ग्राहकों से यूपीआई के माध्यम से क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान करने के लिए कहते हुए देखकर आश्चर्यचकित रह जाते हैं. इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि दुनिया में होने वाले वास्तविक समय के डिजिटल लेनदेन का लगभग आधा हिस्सा भारत में होता है! यहां तक कि अन्य देश भी यूपीआई के साथ जुड़ने के इच्छुक हैं, यहां तक कि भारतीयों के पास भारत के बाहर भी यूपीआई के माध्यम से भुगतान करने का विकल्प है! आज लाखों छोटे उद्यमियों को सरकारी ई-मार्केटप्लेस के माध्यम से सार्वजनिक खरीद का हिस्सा बनने में समान अवसर मिलने का लाभ मिल रहा है. पीएम मोदी ने कहा क‍ि महामारी के दौरान, COWIN टेक प्‍लेटफार्म की मदद से हमने 200 करोड़ से अधिक लोगों तक वैक्सीन मुफ्त खुराक पहुंचाई. हमने प्लेटफार्म को पूरी दुनिया के उपयोग के लिए ओपन-सोर्स भी बनाया है. पीएम मोदी ने कहा क‍ि जब महामारी आई, तो सबको यह जिज्ञासा थी कि भारत कैसा प्रदर्शन करेगा. हमने स्पष्ट और समन्वित दृष्टिकोण के साथ महामारी से लड़ाई लड़ी. हमने गरीबों और कमजोर लोगों की जरूरतों का ख्याल रखा. हमारे डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे ने हमें कल्याणकारी सहायता के साथ सीधे उन तक पहुंचने में मदद की. दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन अभियान ने 200 करोड़ खुराकें मुफ्त प्रदान कीं. हमने 150 से अधिक देशों को टीके और दवाएं भी भेजीं. यह माना गया कि प्रगति की हमारी मानव-केंद्रित दृष्टि ने महामारी से पहले, महामारी के दौरान और उसके बाद काम किया था. साथ ही, हमारी अर्थव्यवस्था लंबे समय तक एक ग्‍लोबल ब्राइट स्‍पॉट थी और तब भी बनी रही जब दुनिया संघर्ष के बहुआयामी प्रभाव का सामना कर रही थी. पीएम मोदी ने कहा क‍ि इसके अलावा, चाहे वह क्रिप्टो हो या साइबर आतंकवाद, तकनीक से संबंधित मुद्दों पर वैश्विक सहयोग के लिए भारत के आह्वान को विश्वसनीय माना जाता है, क्योंकि हम एक ऐसा राष्ट्र हैं जिसके पास सार्वजनिक क्षेत्र में नवाचार और प्रौद्योगिकी को अपनाने का गहरा अनुभव है. उन्‍होंने कहा है क‍ि आतंकवाद से लेकर काले धन तक, आपूर्ति श्रृंखला लचीलेपन से लेकर जलवायु-सचेत विकास तक, हमने पिछले कुछ वर्षों में उभरती चर्चाओं और कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. जी20 में उठाए जाने के बाद इन मुद्दों पर वैश्विक सहयोग में भी सराहनीय विकास हुआ है. बेशक, सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है, जैसे ग्लोबल साउथ की अधिक भागीदारी और अफ्रीका की बड़ी भूमिका आदि. ये वे क्षेत्र हैं जिन पर भारत अपनी G20 अध्यक्षता के दौरान काम कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा क‍ि हमारी G20 अध्यक्षता के अंत तक, सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के 60 शहरों में 220 से अधिक बैठकें हो चुकी हैं. लगभग 125 देशों के 1 लाख से अधिक प्रतिभागियों ने भारत का दौरा किया है. हमारे देश में 1.5 करोड़ से अधिक लोग इन कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं या इनके विभिन्न पहलुओं से अवगत हुए हैं. इस पैमाने की बैठकें आयोजित करना और विदेशी प्रतिनिधियों की मेजबानी करना एक ऐसा प्रयास है जो इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक्स, क्म्युनिकेशन स्किल, हॉस्पिटैलिटी और सांस्कृतिक गतिविधियों के मामले में महान क्षमता निर्माण की मांग करता है. जी20 प्रेसीडेंसी का हमारा लोकतंत्रीकरण देश भर के विभिन्न शहरों के लोगों, विशेषकर युवाओं की क्षमता निर्माण में हमारा निवेश है. इसके अलावा, यह जनभागीदारी के हमारे आदर्श वाक्य का एक और उदाहरण है- हमारा मानना ​​है कि किसी भी पहल की सफलता में लोगों की भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण कारक है. पीएम मोदी से जब पूछा गया क‍ि आप 72 वर्ष के हैं, लेकिन आपकी ऊर्जा का स्तर बहुत ज्‍यादा है और ऐसी क्‍या चीज है जो आपको सक्रिय रखती है? तो उन्‍होंने कहा क‍ि दुनिया भर में ऐसे कई लोग हैं जो किसी मिशन के लिए अपनी ऊर्जा, समय और संसाधनों का पूरा उपयोग करते हैं. ऐसा नहीं है कि मैं इस मामले में अकेला या असाधारण हूं. राजनीति में प्रवेश करने से पहले कई दशकों तक, मैं समाज के साथ जमीनी स्तर पर, लोगों के बीच सक्रिय रूप से काम कर रहा था. इस अनुभव का एक फायदा यह हुआ कि मैं ऐसे कई प्रेरणादायक लोगों से मिला, जिन्होंने खुद को पूरी तरह से एक उद्देश्य के लिए समर्पित कर दिया. दूसरा पहलू महत्वाकांक्षा और मिशन के बीच का अंतर है. जब कोई महत्वाकांक्षा के कारण काम करता है, तो उसके सामने आने वाला कोई भी उतार-चढ़ाव उसे परेशान कर सकता है. क्योंकि महत्वाकांक्षा पद, शक्ति, सुख-सुविधाओं आदि के प्रति लगाव से आती है. लेकिन जब कोई किसी मिशन के लिए काम करता है तो उसे व्यक्तिगत लाभ कुछ नहीं होता, इसलिए उतार-चढ़ाव का उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ सकता. किसी मिशन के प्रति समर्पित होना अनंत आशावाद और ऊर्जा का एक निरंतर स्रोत है. इसके अलावा, मिशन की भावना के साथ-साथ अनावश्यक मामलों से अलगाव की भावना भी आती है जो ऊर्जा को पूरी तरह से महत्वपूर्ण चीजों पर केंद्रित करने में मदद करती है. मेरा मिशन अपने देश और अपने लोगों के विकास के लिए काम करना है. इससे मुझे बहुत ऊर्जा मिलती है, खासकर इसलिए क्योंकि हमें अभी लंबा रास्ता तय करना है. पीएम मोदी ने कहा क‍ि भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया और यह वास्तव में महत्वपूर्ण है, लेकिन जिस तरह से हमारे देश ने यह किया, मुझे लगता है, वह उतना ही महत्वपूर्ण है. यह एक उपलब्धि है क्योंकि वहां एक ऐसी सरकार है जिस पर लोगों को भरोसा है और बदले में सरकार को भी लोगों की क्षमताओं पर भरोसा है. उन्‍होंने कहा क‍ि यह हमारे लिए सौभाग्य और सम्मान की बात है कि लोगों ने हम पर अभूतपूर्व भरोसा किया है. उन्होंने हमें सिर्फ एक बार नहीं, बल्कि दो बार बहुमत का जनादेश दिया. पहला जनादेश वादों को लेकर था. दूसरा, इससे भी बड़ा जनादेश, प्रदर्शन और देश के लिए हमारी भविष्य की योजना दोनों के बारे में था. इस राजनीतिक स्थिरता के कारण, हर दूसरे क्षेत्र में गहरे संरचनात्मक सुधार देखने को मिल सकते हैं. अर्थव्यवस्था, शिक्षा, सामाजिक सशक्तिकरण, कल्याण वितरण, बुनियादी ढांचा- मैं उन क्षेत्रों का उल्लेख करना जारी रख सकता हूं, जिनमें सुधार हुए हैं. पीएम मोदी ने आगे कहा क‍ि भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश साल-दर-साल रिकॉर्ड तोड़ रहा है, सेवाओं और वस्तुओं दोनों में निर्यात रिकॉर्ड टूट रहा है, मेक इन इंडिया ने सभी क्षेत्रों में बड़ी सफलता हासिल की है, स्टार्टअप और मोबाइल विनिर्माण ने चमत्कार किया है. बुनियादी ढांचे का निर्माण हुआ है ऐसी गति से हो रहा है जो पहले कभी नहीं देखा गया और इन सभी से हमारे युवाओं के लिए बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं. विकास का लाभ अंतिम छोर तक पहुंचाया जा रहा है. एक व्यापक सामाजिक सुरक्षा जाल हमारे गरीबों की रक्षा करता है जबकि सरकार गरीबी के खिलाफ उनकी लड़ाई में हर कदम पर उनकी सहायता कर रही है. केवल 5 वर्षों में हमारे 13.5 करोड़ से अधिक लोगों के बहुआयामी गरीबी से बाहर आने के साथ, एक महत्वाकांक्षी नव-मध्यम वर्ग आकार ले रहा है और समाज का यह वर्ग विकास को और भी आगे बढ़ाने के लिए तैयार है.

उत्तर प्रदेश के माफियाओं को हथियार सप्लाई करने वाला बदमाश मुठभेड़ में गिरफ्तार

अलग-अलग माफिया को हथियार सप्लाई करने वाले बदमाश को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है। ग्रेटर नोएडा की ईकोटेक-1 थाना पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस और मुखबिर की सूचना पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया।

इस दौरान डिक्सन कंपनी के पास शातिर बदमाश से मुठभेड़ हो गई। पुलिस से मुठभेड़ में राहुल उर्फ लीलू घायल हो गया। जिसे गिरफ्तार कर लिया गया। उससे पास से छह तमंचे, 15 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं।

पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने कई खुलासे किए हैं। जिसमें वर्ष 2017 में कसाना पेट्रोल पंप के पास सिक्योरिटी गार्ड से हुई लाईसेंसी बंदूक लूट प्रमुख है। अभियुक्त पर लूट और गैंगस्टर एक्ट के आधा दर्जन मामले दर्ज हैं।

गोरापन पाने के लिए लेते हैं ग्लूटाथिओन इंजेक्शन? हो सकते हैं ये बड़े साइड इफेक्ट

चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने के लिए लोग न जाने क्या-क्या जतन करते हैं, लेकिन यह एक नेचुरल प्रक्रिया है कि उम्र बढ़ने के साथ ही त्वचा पर भी असर दिखे लगता है. जिसमें चेहरे पर झुर्रियां आना एक मुख्य साइन है.

हालांकि कई बार अन्य वजहों से उम्र से पहले भी त्वचा ढीली पड़ने लगती है जो किसी के लिए भी स्ट्रेस की बात होती है. लोग चेहरे को जवां बनाए रखने और रंगत निखारने के लिए घरेलु नुस्खों को अपनाने से लेकर ट्रीटमेंट तक करवाते हैं. झुर्रियां हो या फिर त्वचा का गहरा रंग, इन सभी के लिए कॉस्मेटोलॉजी में कई तरह के विकल्प मौजूद हैं. इन्हीं तरीकों में से एक है ग्लूटाथियोन के इंजेक्शन लेना.

ग्लूटाथियोन के इस्तेमाल का चलन काफी बढ़ा है. इसे स्किन वाइटनिंग सप्लीमेंट के तौर पर अलग-अलग तरहों से यूज किया जाने लगा है. ग्लूटाथियोन के इंजेक्शन लेने से आपकी त्वचा भले ही निखरी और जवां दिखने लगे, लेकिन इससे सेहत को कई मेजर साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं.

क्या काम करता है ग्लूटाथियोन

ग्लूटाथियोन एक ऐसा नेचुरल सब्सटेंस है जो हमारे लीवर से नेचुरली प्रोड्यूस होता है. बॉडी में प्राकृतिक रूप से मौजूद ये एंटीऑक्सीडेंट बॉडी टिशूज का निर्माण और रिपेयरिंग करना, फ्री रेडिकल्स से बचाव, इम्यूनिटी मजबूत करना, कैंसर विरोधी एजेंट के रूप में काम करना, एंटी एजिंग, जैसे कई तरह के काम करता है.

ग्लूटाथियोन के इंजेक्शन

उम्र बढ़ने के साथ शरीर में ग्लूटाथियोन का लेवल कम होने लगता है, जिसकी वजह से त्वचा पर भी इसका असर दिखने लगता है और कई बार लोग ग्लूटाथियोन की कमी को पूरा करने के लिए इसके इंजेक्शन भी लेने लगते हैं. जो आपकी त्वचा के रंग को निखारने और जवां बनाए रखने में हेल्पफुल होता है.

ग्लूटाथिओन के साइड इफेक्ट

अगर किसी केस में ग्लूटाथियोन की डोज जरूरत से ज्यादा दे दी जाती है तो पेशेंट को मेजर साइड इफेक्ट जैसे किडनी फेलियर ब्लड पॉइजनिंग हो सकती है. इसके अलावा इसकी कई अन्य साइड इफेक्ट जैसे मिचली, स्किन पर रैशेज, एलर्जी, डायरिया, बाल झड़ना, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द या वजन बढ़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

डॉक्टर की लें सलाह

किसी भी कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट के फायदे और नुकसान दोनों ही होते हैं. इसी तरह से ग्लूटाथियोन के इंजेक्शन लेने के भी कई साइड इफेक्ट आपकी बॉडी पर पड़ सकते हैं, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कब और कितनी डोज ले रहे हैं. इसके साइड इफेक्ट से बचने के लिए एक्सपर्ट की सलाह लेने के साथ ही किसी अनुभवी डॉक्टर से ही यह ट्रीटमेंट करवाना चाहिए.

धूम्रपान करने वालों के पास रहना भी खतरनाक, 4000 से ज्यादा Chemicals ले लेंगे आपकी जान

धूम्रपान करने वालों के आसपास रहना जोखिम भरा हो सकता है. एक हालिया शोध के मुताबिक, ऐसे लोगों के आसपास रहने वालों को त्वचा से जुड़ी बीमारियां, जैसे दाद, खाज और सोराइसिस होने का खतरा ज्यादा होता है.

कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस पर शोध किया कि धूम्रपान करने वालों से धूम्रपान न करने वाले पर क्या असर पड़ता है.

इस शोध में निष्कर्ष निकाला कि थर्ड हैंड स्मोक के मानव त्वचा के संपर्क में आने से त्वचा संबंधी बीमारियां शुरू हो जाती हैं. थर्ड हैंड स्मोक सिगरेट पीने के बाद बचे हुए रसायन को कहते हैं. द लैंसेट फैमिली ऑफ जर्नल्स के ई-बायोमेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन से जुड़े शेन सकामाकी चिंग ने कहा कि किसी और के धूम्रपान करने से निकलने वाला धुआं मानव त्वचा के संपर्क में आता है और यह दाद-खाज और सोराइसिस का खतरा बढ़ा देता है.

स्वस्थ लोगों पर अध्ययन
शोध में 22 से 45 साल के 10 लोगों को शामिल किया गया. इनमें से कोई भी धूम्रपान नहीं करता था. तीन घंटे के लिए हर व्यक्ति को धूम्रपान से निकले प्रदूषण वाली शर्ट पहन कर ट्रेडमिल पर 15 मिनट के लिए वॉक कराई गई. इसके बाद प्रतिभागियों के खून और मूत्र के नमूने लिए गए. इससे उनके शरीर के प्रोटीन समेत अन्य फैक्टर में बदलाव की जांच की गई. वैज्ञानिकों ने पाया कि प्रदूषण के संपर्क में आने से लोगों के डीएनए, लिपिड और प्रोटीन को नुकसान पहुंचा. ये सिगरेट पीने वाले लोगों को होने वाले नुकसान जैसा था। इनमें त्वचा संबंधी परेशानी देखी गई.

कैंसर, दिल की बीमारी भी संभव
थर्ड हैंड स्मोक श्वसन तंत्र में एपिथेलियल कोशिकाओं को भी नुकसान पहुंचा सकता है. ऑक्सीडेटिव बायोमार्कर बढ़ने से कैंसर, दिल की बीमारी जैसी गंभीर बीमारियों की आशंका भी बढ़ जाती है. अगर कोई एक ऐसे कमरे में बैठा है जिसमें किसी ने धूम्रपान नहीं किया तो भी वो व्यक्ति सिगरेट के धुएं के संपर्क में आ सकता है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

अगर आप भी कर्ज से परेशान हैं ततो जरूर अपनाएं ये अचूक उपाय

जीवन में कर्ज की स्थिति जब भी आती है तो वह एक अत्यंत ही कठोर समय होता है. कई बार ऐसे मोड़ आते हैं की किसी न किसी वजह से न चाहते हुए भी कर्ज लेना पड़ता है. अब ऎसे में कर्ज का असर जीवन में सुख शांति को भी कम कर देने वाला होता है.

जब कर्ज लेने के बाद उससे छुटकारा नहीं मिल पाता है तो यह मानसिक वेदना भी बन जाता है. ऎसे में यदि जल्द से जल्द कुछ उपायों को कर लिया जाए तो रहत मिल सकती है. आइये जानते हैं कैसे हमें कर्ज से मुक्ति पाने में सहायता मिल सकती है.

कर्ज से मुक्ति के लिए करें लक्ष्मी पूजन
धन की देवी देवी लक्ष्मी जी का पूजन हर किसी को कर्ज से मुक्ति दिला सकता है. लक्ष्मी जी की विधि-विधान से पूजा करना शुभ होता है. ऐसा माना जाता है कि जिस व्यक्ति पर देवी लक्ष्मी की कृपा होती है उसे जीवन में कभी भी कोई संकट या आर्थिक परेशानी नहीं होती है. देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए शुक्रवार का दिन बहुत खास माना जाता है. यह दिन देवी लक्ष्मी को समर्पित है. लेकिन इसके अलावा भी हर दिन लक्ष्मी पूजन शुभता दिलाता है. धन का सुख पाने के लिए मां लक्ष्मी को प्रसन्न रखना बहुत जरूरी है. हर कोई चाहता है कि उसके घर में मां लक्ष्मी का वास हो. अगर ऎसे में उनकी पूजा करने के साथ-साथ कुछ उपाय अपनाए जाएं तो व्यक्ति को कर्ज संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है. आर्थिक लाभ के नए रास्ते खुलते हैं.

कर्ज मुक्ति के उपाय
अगर हम कर्ज से मुक्ति पाना चाहते हैं तो ज्योतिष शास्त्र में बताए गए उपाय में लक्ष्मी पूजन को जरूर अपनाएं. इसके अनुसार लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करें. साथ ही कुंवारी कन्याओं को घर बुलाकर खीर खिलानी चाहिए.

कार्यों में रुकावटों का सामना करना पड़ता है तो इसके लिए पीले रंग के वस्त्र और दक्षिणा ब्राह्मण को दान करनी चाहिए. इससे मां लक्ष्मी अपनी कृपा बरसाती हैं. ऎसा करने से काम समय पर पूरे होते हैं आर्थिक लाभ बना रहता है.

आर्थिक समस्याओं से मुक्ति के लिए चींटियों को चीनी खिलाने से सारे रुके हुए आर्थिक लाभ दूर हो जाते हैं. काम सुलझ जाते हैं. यह उपाय नियमित रुप से करना शुभ होता है. शुक्रवार के दिन देवी लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करें और उन्हें कमल का फूल चढ़ाएं. मां लक्ष्मी को कमल का फूल बहुत प्रिय है और वह इससे प्रसन्न होकर अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं.

एनसीआर क्षेत्र में स्पोर्ट्स बाइक से लूट करने वाले दो लुटेरे गिरफ्तार

नोएडा एनसीआर में राह चलते लोगों से मोबाइल लूट की घटना को अंजाम देनेवाले दो लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. नोएडा पुलिस ने दो लुटेरे गुलशन और सन्नी को सब मॉल के पीछे पार्किंग के गेट के पास सेक्टर 27 से गिरफ्तार किया है.

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा-एनसीआर क्षेत्र में स्पोर्ट्स बाइक पर सवार होकर लूट की वारदातों को राह चलते अंजाम देने वाले दो शातिर लुटेरों को नोएडा के थाना सेक्टर 20 पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है, जिनके कब्जे से 7 मोबाइल, 1 तमंचा 315 बोर, एक कारतूस, एक किलो 600 ग्राम गांजा और घटना में इस्तेमाल एक मोटरसाइकिल केटीएम बरामद हुआ है.

दो लुटेरे चढ़े पुलिस के हत्थे : बीते मंगलवार को थाना सेक्टर 20 नोएडा पुलिस द्वारा, लोकल इंटेलिजेंस एवं गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए दो लुटेरे गुलशन और सन्नी को सब मॉल के पीछे पार्किंग के गेट के पास सेक्टर 27 से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी गुलशन के कब्जे से 4 मोबाइल तथा बैग में एक किलो 600 ग्राम गांजा मिला है. वहीं आरोपी सन्नी के कब्जे से 3 मोबाइल, एक तमंचा 315 बोर, एक जिन्दा कारतूस 315 बोर बरामद हुआ है. पकड़े गए आरोपियों के विरूद्ध थाना सेक्टर 20, नोएडा पर धारा 411/414 आईपीसी और 3/25 आर्म्स एक्ट व 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया.

एसीपी वन नोएडा रजनीश वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से बरामद केटीएम बाइक से कम्पनी के आस-पास घात लगाकर खड़े रहते थे. कम्पनी से काम करके निकलने वाले व्यक्तियों से मौका देखकर मोबाइल छीन लेते है और भाग जाते थे. इन शातिर लुटेरों द्वारा सेक्टर 62 नोएडा क्षेत्र में कम्पनी में आने-जाने वाले लोगों से मोबाइल पर फोन बात करते हुए जाते समय उसके नजदीक मोटरसाईकिल लगाता था और उसके पीछे बैठा आरोपी मोबाइल छीनकर तेज गति से चलाकर भाग जाते थे. लूट की घटना करते समय अक्सर मोटरसाईकिल को आरोपी गुलशन चलाता था और आरोपी सन्नी पीछे बैठकर मोबाइल छीनता था.