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छात्रों को 12वीं के बाद करना चाहिए यह वाला कोर्स

12वीं कक्षा के बाद सही करियर पथ चुनना बहुत कठिन है। एक तरफ मन नीट या जेईई परीक्षा देने पर केंद्रित है तो दूसरी तरफ दिल बीकॉम, बीबीए या अन्य कोर्सेज पर केंद्रित है। ऐसे में यदि उचित मार्गदर्शन न मिले तो निर्णय अक्सर गलत (करियर मार्गदर्शन) साबित होता है।

12वीं के बाद आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के पास कई विकल्प होते हैं। अगर आप डॉक्टर बनना चाहते हैं तो आपको मेडिकल प्रवेश परीक्षा, इंजीनियर बनने के लिए जेईई परीक्षा और सीए, आईसीएआई परीक्षा देनी होगी। लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसे विकल्प हैं जिनमें करियर बनाकर भविष्य सुरक्षित किया जा सकता है।

डिग्री या ऑनर्स पाठ्यक्रमों में प्रवेश लें
12वीं के बाद विज्ञान या गणित के छात्र यदि जेईई या एनईईटी में शामिल नहीं होना चाहते हैं तो वे बीए, बीकॉम या बीएससी (ग्रेजुएशन कोर्स) जैसे पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले सकते हैं। अधिकांश कॉलेज या विश्वविद्यालय 12वीं के अंकों के आधार पर इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश देते हैं। कुछ मामलों में, CUET स्कोर भी अनिवार्य कर दिया गया है।

राज्य स्तरीय महाविद्यालयों की सूची बनाएं
अगर आपको किसी केंद्रीय विश्वविद्यालय में दाखिला नहीं मिला तो चिंता न करें। सेंट्रल यूनिवर्सिटी (यूनिवर्सिटी एडमिशन) में दाखिला नहीं मिलने पर कुछ छात्र एक साल छोड़ देते हैं। इसके बजाय आप चाहें तो किसी भी राज्य स्तरीय कॉलेज में अपने पसंदीदा कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। इससे आपका एक साल बर्बाद होने से बच जायेगा.

सरकारी नौकरी की तैयारी
अगर आप ग्रेजुएशन के बाद सरकारी नौकरी करना चाहते हैं तो आप 12वीं के बाद ही इसकी तैयारी (post 12th govt job) शुरू कर सकते हैं। इसके लिए बेहतर होगा कि आप ग्रेजुएशन में वही विषय लें, जो आप भविष्य में देना चाहते हैं। वहीं अगर आप देश सेवा में रुचि रखते हैं तो आप 12वीं के बाद ही सेना भर्ती परीक्षा दे सकते हैं।

विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए दिल्ली तैयार, राजघाट में दिखी मनमोहक सजावट

9 और 10 सितंबर को देश की राजधानी दिल्ली में जी 20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. 18वें जी 20 शिखर सम्मेलन में 25 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों और वैश्विक नेता भारत आ रहे हैं. देश में इसका जोरदार स्वागत किया जाएगा.

विदेशी मेहमानों के आगमन के लिए दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया गया है.

प्रगति मैदान के चारों ओर आप नजर दौड़ाएंगे तो वहां की खूबसूरती देखकर आपका मन खिल उठेगा. दिन के उजालें में जितना सुंदर नजारा दिखेगा, उससे कहीं ज्यादा खूबसूरती रात में चकाचौंध रोशनी के बीच दिखाई देगी.

वहीं, G20 सम्मेलन में विदेशी मेहमान भारत आएंगे जो राजघाट पर सभी विदेशी मेहमान महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने पहुंचेंगे, जिसके लिये राजघाट को बेहद खूबसूरती के साथ सजाया गया है. महात्मा गांधी दर्शन वाटिका बनाई गई है, जिसमें महात्मा गांधी के जीवन के बारे में दिखाया गया है.

महात्मा गांधी दर्शन वाटिका में बापू के जीवन के बारे में दिखाया गया है. वहां महात्मा गांधी के संदेशों को उकेरा गया है.

राजघाट के दीवारों और आसपास के जगहों पर बेहद खूबसूरत नजारा दिखाई देगा. द्वार से लेकर दीवारों तक को सुंदर ढंग से सजाया गया है.

बापू की प्रतिमाओं का रंग-रोगन किया गया है. उनके संदेशों को दिखाया जा रहा है. पूरा परिसर बेहद खूबसूरत नजर आ रहा है.

महात्मा गांधी दर्शन वाटिका में बापू के जीवन के बारे में दिखाया गया है. उनके जीवन के सभी पहलुओं को मूर्ति और चित्रों के माध्यम स दिखाने की कोशिश की गई है.

गांधी दर्शन म्यूजियम में गांधी जी की बड़ी सूत कातने वाली मूर्ति लगी है. यहां गांधी दर्शन और उनके सिद्धांतों के साथ-साथ उनकी जीवन शैली को भी दिखाया गया है. विदेशी मेहमान यहां गांधी जी के दर्शन करेंगे.

INDIA का नाम हो सकता है भारत, राघव चड्ढा बोले- अब दूसरे पर विचार करे बीजेपी

देश का नाम इंडिया हो या भारत, इस पर सियासी दंगल छिड़ा है. काांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार INDIA गठबंधन से घबरा गई है तो सत्ता पक्ष की तरफ से जवाब आया कि कांग्रेस को भारत के नाम से इतनी दिक्कत क्यों है.

शब्दों के इसी बाण के बीच आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इंडिया की अगली बैठक में हम अपने गठबंधन का नाम बदलने पर विचार कर सकते हैं. बीजेपी देश का नया नाम सोचना शुरू करे.

आप सांसद ने एक्स पर लिखा, इंडिया गठबंधन की अगली बैठक में हम अपने अलायंस का नाम बदलने पर विचार कर सकते हैं. इस बीच बीजेपी देश का नया नाम सोचना शुरू करे.

शरीर एकाएक ठंडी पड़ने लगे तो समझें हो चुके हैं हाइपोथर्मिया के शिकार, ऐसे करें बचाव

ब्रिटेन की सैंडविच और कॉफी श्रृंखला ‘प्रेट ए मैंगर’ पर हाल में तब 8,00,000 पाउंड का जुर्माना लगाया गया जब उसका एक कर्मचारी वॉक-इन फ्रीजर (walk in freezer) में फंस गया.

वॉक-इन फ्रीजर एक बहुत बड़ा डिब्बानुमा बंद जगह जैसा होता है जिसका इस्तेमाल फ्रोजन भोजन या अन्य जल्दी खराब होने वाले सामान का भंडारण करने के लिए किया जाता है. प्रेट ए मैंगर का कर्मचारी करीब ढाई घंटे तक शून्य से कम 18 डिग्री सेल्सियस के फ्रीजर में फंसा रहा.खबरों से पता चलता है कि इसके बाद उसमें हाइपोथर्मिया (hypothermia) के लक्षण दिखाई दिए. ऐसी खबर है कि प्रेट ने माफी मांगी है और कहा है कि वह फ्रीजर निर्माता कंपनी से बातचीत कर रही है ताकि यह दोबारा न हो.यह पहली घटना नहीं है जब कोई कर्मचारी वॉक-इन फ्रीजर में फंस गया हो.

अमेरिका में 2022 में ऐसी घटना

अमेरिका में 2022 में ऐसी ही एक घटना में एक व्यक्ति की हाइपोथर्मिया से मौत हो गयी थी.अत्यधिक ठंडा (hypothermia in hindi) तापमान कोई हल्के में लेने की बात नहीं है.ठंड में शरीर पर गंभीर असर पड़ने में थोड़ा ही वक्त लगता है.शरीर का सामान्य तापमान करीब 37 डिग्री सेल्सियस होता है.शरीर के इस तापमान में अंतर का कारण यह होता है कि या तो वह किसी संक्रमण (जो तापमान बढ़ने के कारण हुआ हो) से लड़ रहा होता है या फिर वह ठंड के संपर्क में आ गया होता है.तापमान में गिरावट के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया को वाहिका संकीर्णन (वैसोकंस्ट्रिक्शन) कहा जाता है जो रक्त वाहिकाओं की दीवारों में छोटी मांसपेशियों द्वारा संकुचन (कंस्ट्रिक्शन) है.अगर तापमान शून्य से कम चार डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला जाता है तो वैसोकंस्ट्रिक्शन रक्त में बर्फ के क्रिस्टल बनने से भी रोकता है.जब शरीर के अंदरुनी अंगों का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है तो हाइपोथर्मिया (hypothermia meaning in hindi) होता है.इसका मतलब है कि शरीर पर्याप्त गर्मी पैदा करने में असमर्थ है.प्रेट कर्मचारी के मामले में उसने शून्य से कम 18 डिग्री सेल्सियस के तापमान में केवल जींस और टी-शर्ट पहनी हुई थी.हाइपोथर्मियों के तीन चरण होते हैं :

क्या है हाइपोथर्मिया

हल्के चरण में शरीर का तापमान 32 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच गिर जाता है.दिल की धड़कन तेज हो जाती है, सांस लेने की दर और रक्तचाप बढ़ जाता है तथा कंपकंपी से मांसपेशियां तनावग्रस्त हो जाती हैं.मध्य चरण में शरीर का तापमान 28 से 32 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है.इस चरण में शरीर के सभी अंगों के काम करने की गति धीमी हो जाती है और कंपकंपी बंद हो जाती है.गंभीर चरण में शरीर का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के नीचे चला जाता है और शरीर के ज्यादातर अंग काम करना बंद कर देते हैं.इस चरण तक ज्यादातर लोग अचेत हो जाते हैं.दिल और फेफड़ों की स्थिति बिगड़ जाती है.अनुसंधान से पता चलता है कि तापमान में हर पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट से किसी व्यक्ति के अस्वस्थ होने या उसकी मौत होने का जोखिम 1.6 गुना बढ़ जाता है.अभी इस बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं है कि कोई व्यक्ति वॉक-इन फ्रीजर(hypothermia treatment) में कितने वक्त तक जीवित रह सकता है लेकिन पूर्व के मामलों से मिली सूचना के आधार पर यह कुछ घंटों की बात हो सकती है.

ठंड के खतरे

हाइपोथर्मिया बहुत खतरनाक है क्योंकि यह धीरे-धीरे बढ़ता है और प्रभावित व्यक्ति का मस्तिष्क काम करना बंद कर देता है. हाइपोथर्मियों से हुई मौत के कुछ मामलों में लोग नग्न पाए गए या वे अपने आप को गर्म रखने के चक्कर में किसी बंद जगह में छिपे पाए गए. हाइपोथर्मिया पानी में तेजी से होता है क्योंकि ठंडा पानी शरीर से गर्मी को 25 गुना ज्यादा दूर करता है. हाइपोथर्मिया का इलाज शरीर को फिर से गर्म करके किया जाता है.हल्के हाइपोथर्मियों से पीड़ित व्यक्तियों के लिए इसका इलाज उन्हें ठंडे स्थान से निकालकर, उनके गीले कपड़े उतारकर और उनके शरीर के तापमान (hypothermia treatment,)को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त कपड़े पहनाकर किया जाता है.मध्यम या गंभीर हाइपोथर्मिया से पीड़ित व्यक्ति को किसी बाहरी स्रोत से गर्मी की आवश्यकता होती है क्योंकि उसका शरीर पर्याप्त मात्रा में गर्मी पैदा करने में समर्थ नहीं होता है.इसकी संभावना बेहद कम है कि आप खुद को किसी फ्रीजर में फंसा हुआ पाएं.लेकिन अगर आप कभी ऐसी स्थिति में फंसें, जहां हाइपोथर्मिया का जोखिम हो तो इसकी प्रगति को धीमा करने का सबसे सही तरीका कपड़ों की परत चढ़ाना है ताकि शरीर की गर्मी बनाए रखने में मदद मिले.तेज गति से चलना भी बेहद फायदेमंद हो सकता है.

आदित्य एल1 का सूरज की ओर एक और कदम , ISRO ने दी बड़ी अपडेट

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो) ने आदित्य एल-1 को लेकर बड़ी जानकारी दी है। आदित्य एल-1 ने पृथ्वी के चारों ओर अपनी पहली कक्षा सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। अब यह दूसरी कक्षा में प्रवेश कर गया है।

इसरो ने ट्वीट किया कि आदित्य एल-1 ने 5 सितंबर को सुबह करीब 2:45 बजे दूसरी कक्षा में प्रवेश किया। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि आदित्य अब 10 सितंबर को तीसरी कक्षा में प्रवेश करेगा।इसरो ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए बताया कि सैटेलाइट अच्छे से काम कर रहा है. आदित्य एल-1 ने पृथ्वी का पहला चक्कर लगा लिया है. यानी धरती से जुड़ा युद्धाभ्यास पूरा हो चुका है. वह सफलतापूर्वक प्रगति कर रहा है. आदित्य L1 पिछली कक्षा से ऊपर पहुंच गया है.

आदित्य L1 दूसरी कक्षा में प्रवेश करता है
आदित्य एल1 पृथ्वी की परिक्रमा करने के बाद सूर्य की ओर बढ़ चुका है और दूसरी कक्षा में प्रवेश कर चुका है। नई कक्षा 245 किमी x 22459 किमी है। सरल भाषा में समझें तो पृथ्वी का निकटतम बिंदु 245 किमी और अधिकतम दूरी वाला बिंदु 22,459 किमी है। इससे पहले कक्षा में पृथ्वी से निकटतम बिंदु 235 किमी और अधिकतम बिंदु 19000 किमी था।

बता दें कि भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने 2 सितंबर को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी सी 57 रॉकेट की मदद से आदित्य एल-1 को लॉन्च किया था। आदित्य एल-1 लगभग 4 महीने में सूर्य के निकट एल1 बिंदु पर पहुंच जाएगा। इस मिशन के जरिए इसरो का लक्ष्य सूर्य पर शोध करना है। इस मिशन के साथ कुल 7 पेलोड भेजे गए हैं, जो अलग-अलग डेटा इकट्ठा करके इसरो को भेजेंगे।

सुपर-4 से पहले ही इस टीम की ताकत हुई दोगुनी, अचानक स्क्वाड में शामिल हुआ ये ख़तरनाक खिलाड़ी

एशिया कप 2023 में फैंस को हर दिन रोमांचक मुकाबले देखने को मिल रहे हैं. ग्रुप-ए से पाकिस्तान और भारत की टीमें सुपर-4 के लिए क्वालिफाई कर चुकी हैं। साथ ही ग्रुप बी से अफगानिस्तान और श्रीलंका के बीच मैच के बाद स्थिति साफ होगी.

अब बांग्लादेश क्रिकेट टीम के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. एक स्टार बल्लेबाज फिट होकर टीम में शामिल हो गया है.

ये खिलाड़ी बांग्लादेश टीम में शामिल हुआ
एशिया कप 2023 में बांग्लादेश के अब तक दो मैचों में एक जीत और एक हार के साथ 2 अंक हैं। अफगानिस्तान और श्रीलंका के बीच मैच का नतीजा चाहे जो भी हो. इससे बांग्लादेश के रन रेट पर कोई असर नहीं पड़ेगा. ऐसे में सुपर-4 का बनना लगभग तय है. ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, लिटन दास सुपर-4 से पहले लाहौर में बांग्लादेश टीम से जुड़ गए हैं। शुरुआत में बीमारी के कारण उन्हें टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया था, लेकिन मेडिकल टीम द्वारा मंजूरी मिलने के बाद वह अपने साथियों के साथ जुड़ गए हैं।

बांग्लादेश के मुख्य चयनकर्ता ने यह बात कही

बांग्लादेश के मुख्य चयनकर्ता मिन्हाजुल आबेदीन ने कहा कि टीम में कई चोटों की चिंताओं के कारण लिटन दास को टीम में शामिल किया गया है। नजमुल हुसैन शान्तो अफगानिस्तान के खिलाफ शतक के दौरान घायल हो गये थे. मेहदी हसन मिराज को शतक के दौरान उंगली में मोच आ गई और वह रिटायरमेंट इंजरी का सामना करना पड़ा। इससे पहले मुस्तफिजुर रहमान 31 अगस्त को पल्लेकेले में श्रीलंका के खिलाफ मैच में चोटिल हो गए थे और अफगानिस्तान के खिलाफ नहीं खेल पाए थे. इसी वजह से हमें एक अतिरिक्त खिलाड़ी की जरूरत महसूस हुई. इसलिए हमने उसे पाकिस्तान भेजने का फैसला किया है.

बांग्लादेश के लिए तीनों फॉर्मेट खेले
लिटन दास की गिनती बांग्लादेश के बेहतरीन खिलाड़ियों में होती है. उन्होंने अकेले दम पर बांग्लादेश को कई मैच जिताए हैं। उन्होंने बांग्लादेश के लिए 72 वनडे मैचों में 5 शतक समेत 2213 रन बनाए हैं। इसके अलावा उन्होंने 39 टेस्ट में 2394 रन, 73 टी20 मैचों में 1670 रन बनाए हैं.

ऑफ‍िस में घंटों बैठकर काम करने से पीठ में होता है दर्द, तो राहत के ल‍िए करें ये 4 स्‍पाइन स्‍ट्रेच एक्सरसाइज

पीठ दर्द एक बड़ी समस्‍या है। जो लोग पूरे द‍िन ऑफ‍िस में बैठकर काम करते हैं, उन्‍हें अक्‍सर पीठ दर्द की समस्‍या रहती है। पूरे द‍िन बैठने के कारण बैक बोन या स्‍पाइन में भी दर्द होने लगता है।

मसल्‍स के एक ही पोज‍िशन में रहने और घंटों तक न ह‍िलने के कारण जकड़न महसूस होने लगती है। कुछ मामलों में तो दर्द इतना ज्‍यादा बढ़ जाता है क‍ि काम प्रभाव‍ित होने लगता है। दर्द को कम करने के ल‍िए बाजार में कई तरह के हीट‍िंग पैड्स, पेनक‍िलर स्‍प्रे और कई जेल और बॉम उपलब्‍ध हैं। लेक‍िन इन प्रोडक्‍ट्स को इस्‍तेमाल करने से दर्द केवल कुछ देर के ल‍िए चला जाता है, जबक‍ि तकलीफ वैसी ही रहती है। पीठ के दर्द का सटीक इलाज करना चाहते हैं, तो स्‍ट्रेच‍िंग एक्‍सरसाइज की मदद लें। स्‍ट्रेच‍िंंग करने से मसल्‍स लचीली रहती हैं और दर्द व सूजन से छुटकारा म‍िलता है। आगे लेख में आपको बताएंगे 5 ऐसे स्‍पाइन स्‍ट्रेच के बारे में ज‍िसे करने से पीठ का दर्द ठीक हो जाएगा। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के रवींद्र योगा क्लीनिक की योग एक्सपर्ट डॉ प्र‍िया श्रीवास्तव से बात की।

1. चाइल्‍ड स्‍ट्रेच करें- Child stretch

इस स्‍ट्रेच की मदद से तनाव और थकान को कम करने में मदद म‍िलती है। चाइल्‍ड स्‍ट्रेच से कूल्‍हे, कंधे, जांघ और पीठ की मसल्‍स को र‍िलैक्‍स करने में मदद म‍िलती है।

इस स्‍ट्रेच को करने के ल‍िए जमीन पर बैठ जाएं।
ह‍िप्‍स के नीचे दोनों पैर को पीछे की ओर मोड़ लें।
अब खुद को ज‍ितना आगे ला सकते हैं लेकर आएं।
हाथों को सामने की ओर फैला दें।
हाथ मुड़ने नहीं चाह‍िए।
स‍िर नीचे की ओर झुकाकर रखें।
इस पोज‍िशन में 20 से 30 सेकेंड्स के ल‍िए रुकें और फ‍िर पहले वाली पोज‍िशन में आ जाएं।
2. ट्राइसेप स्‍ट्रेच करें- Tricep stretch

कंधे, गर्दन और पीठ के ऊपरी भाग में होने वाले दर्द को कम करने के ल‍िए यह स्‍ट्रेच फायदेमंद माना जाता है। इसे कभी भी और कहीं भी क‍िया जा सकता है।

ट्राइसेप स्‍ट्रेच करने का तरीका बेहद आसान है।
सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं।
बाएंं हाथ को पीछे ले जाकर, दाएं कंधे के पीछे वाले ह‍िस्‍से पर रखें।
इसके बाद दाएं हाथ को पीछे ले जाकर बाएं हाथ की कोहनी को छुएं।
इस दौरान हाथ मुड़ना नहीं चाह‍िए।
इस पोज‍िशन में 10 सेकेंड्स तक रुकें और फ‍िर हाथों को नीचे करके दूसरे हाथ से यह अभ्‍यास करें।
3. काऊ-फेस स्‍ट्रेच करें- Cow-face Stretch

ज्‍यादा देर तक बैठने के कारण पीठ में दर्द होता है, तो काऊ-फेस स्‍ट्रेच कर सकते हैं। इस आसन को गोमुखासन भी कहते हैं। तनाव और च‍िंता को कम करने के ल‍िए भी यह आसान फायदेमंद माना जाता है। इसे करने के ल‍िए इन स्‍टेप्‍स को फॉलो करें-

सबसे पहले जमीन पर बैठ जाएं और गहरी सांस लें।
दाएं पैर को बाएं जांघ के ऊपर रखें।
अब दाएं हाथ को कंधे के ऊपर से पीछे की ओर लेकर जाएं।
बाएं हाथ को कमर के पास से पीछे लेकर जाएं।
दोनों हाथों को पीछे ले जाकर टच करें।
इस दौरान स्‍पाइन को सीधा करने का प्रयास करें।
काऊ-फेस स्‍ट्रेच की मदद से स्‍पाइन और पीठ के दर्द से छुटकारा म‍िलेगा।
4. चेस्‍ट टू नी स्‍ट्रेच करें- Chest To Knee Stretch

चेस्‍ट टू नी स्‍ट्रेच को करने से लोअर बैक, ह‍िप्‍स, एब्‍डोम‍िनल मसल्‍स पर स्‍ट्रेच आता है और दर्द दूर होता है।
चेस्‍ट टू नीच स्‍ट्रेच करने के ल‍िए पीठ के बल लेट जाएं।
अब अपने हाथों से घुटनों को पकड़कर, घुटनों को फोल्‍ड करें।
घुटनों को चेस्‍ट की ओर लेकर जाएं।
अब 5 तक काउंट करें और सामान्‍य पोज‍िशन में आ जाएं।
इसके बाद इस स्‍ट्रेच को 10 से 15 बार र‍िपीट करें।

नशीले पदार्थ बेचने वाले को पुलिस ने हिरासत में लिया

नशीले पदार्थों की खरीद फरोख्त करने वाले व्यक्ति को सोमवार शाम पुलिस ने अफीम के साथ हिरासत में लिया है । पुलिस थाना सदर की टीम ने गश्त के दौरान मुखबर की निशानदेही पर एच आरटीसी की वर्कशॉप के पास खड़ी टोयोटा क्वालिस नम्बर एच पी14-9589 की जांच चालक अनूप कुमार शर्मा के कब्जे से 617 ग्राम अफीम बरामद हुई।

पुलिस को यह भी सूचना मिली थी कि उक्त व्यक्ति सोलन सब्ज़ी मंडी के पास रेहड़ी लगाने का काम करता है और यह पिछले कुछ सालों से स्थानीय युवाओं को नशीले पदार्थ बेचता है।

पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि उक्त आरोपी के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया गया है और आगामी जांच जारी है । दर्ज थाना करके आगामी तफ्तीश अमल में लाई जा रही है।

रियासी जिले में मुठभेड़ में एक आतंकवादी ढ़ेर, 2 सुरकक्षाकर्मी घायल

जम्मू, 4 सितंबर। जम्मू संभाग के रियासी जिले के दूरदराज इलाके तुली में चल रही मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया है और दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं। जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने कहा कि दो आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में पुलिस को मिली विशेष जानकारी के आधार पर सुरक्षा बलों द्वारा शुरू किए गए घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान तुली इलाके के गली सोहाब गांव में मुठभेड़ हुई।

उन्होंने कहा कि शुरुआती गोलीबारी में एक आतंकवादी मारा गया और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया, दूसरे आतंकवादी को मार गिराने के प्रयास जारी हैं।

इसी बीच जम्मू स्थित रक्षा पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने कहा कि मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी घायल हो गया है। दोनों घायल कर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

उन्होंने बताया कि मुठभेड़ दोपहर करीब दो बजे शुरू हुई जब पुलिस, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक संयुक्त टीम ने एक घर की घेराबंदी की, जहां आतंकवादियों ने रविवार और सोमवार की दरमियानी रात को बंदूक की नोक पर शरण ले रखी थी। घर में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बल चार घंटे से ज्यादा की ट्रैकिंग के बाद गांव पहुंचे। उन्होंने कहा कि इसके बाद आतंकवादियों को घेर लिया गया लेकिन आतंकवादियों ने घेराबंदी से भागने के लिए अंधाधुंध गोलीबारी की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।

देर शाम दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी बंद हो गई है। उन्होंने कहा कि अंधेरे के कारण सुरक्षा बल सावधानी बरत रहे हैं और दूसरे आतंकवादी के बारे में पता लगाने के लिए घर के अंदर जाने का प्रयास कर रहे हैं। माना जा रहा है कि वह भी मारा गया है। उन्होंने बताया कि अभियान समाप्त होने के बाद आतंकवादियों की पहचान और समूह से जुड़ाव का पता चल जाएगा।

उन्होंने कहा कि निकटवर्ती राजौरी के साथ सीमावर्ती पुंछ जिले में इस साल कई मुठभेड़ हुई हैं, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 20 आतंकवादी और 10 सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि ज्यादातर आतंकवादी सीमा पार से भारत में घुसने की कोशिश के दौरान मारे गए हैं।

महंगाई अगले कुछ महीने रह सकती है हावी, एसएंडपी का अनुमान, लेकिन यह भी बताया…

देश में आने वाले कुछ महीनों में महंगाई (Inflation) ऊंची रह सकती है. हालांकि सरकार की नई पॉलिसी इसे और बढ़ने से रोकेंगी.एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स (S&P Global Ratings) ने एक लेटेस्ट पूर्वानुमान में यह बात कही है.

भाषा की खबर के मुताबिक, रेटिंग्स के अर्थशास्त्री (एशिया प्रशांत) विश्रुत राणा ने मंगलवार को कहा कि विशिष्ट खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति जुलाई में 15 महीने के उच्चस्तर 7.44 प्रतिशत पर पहुंच गई थी।

RBI ने बताया, कब घटेगी महंगाई? जीडीपी वृद्धि के अनुमान में बदलाव नहीं, जानें पॉलिसी की अहम बातें

महंगाई का असली विलेन बना टमाटर? RBI गवर्नर की भविष्यवाणी हो रही सच

सरकार ने टमाटर और दालों को लेकर दी ये बड़ी खुशखबरी, जानिए कब तक आम लोगों को झुलसाएगी महंगाई की आग?

भारत में मॉनसून बहुत कमजोर रहा

खबर के मुताबिक ‘मंथली एशिया-पैसिफिक क्रेडिट फोकस’ वेबिनार में राणा ने कहा कि भारत में मॉनसून बहुत कमजोर रहा और बारिश सामान्य से करीब 11 प्रतिशत कम दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि यह बड़ी चिंता का विषय है क्योंकि यह अगले कुछ महीनों में भारत में अनाज की कीमतों (Inflation forecast for india) को प्रभावित कर सकता है। फेस्टिवल सीजन से पहले लोकल मार्केट में पर्याप्त भंडार उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने पहले ही चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है और प्याज पर 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाया है।

गेहूं-चावल की कीमतों को रोकने के हो सकते हैं उपाय

राणा ने कहा कि सप्लाई बहुत मजबूत बनी हुई है और सरकार जिंस,गेहूं और चावल की कीमतों में तेजी को रोकने के लिए कदम उठा सकती है। इससे खाद्य मुद्रास्फीति (Inflation) को थोड़ा कम रखने में मदद मिलेगी। टमाटर की कीमतें जो जुलाई में आसमान छू गई थीं, अगस्त के आखिर में कम होनी शुरू हो गईं। राणा ने कहा कि सब्जियों की बढ़ती कीमतें भी अब कम हो रही हैं। कुल मिलाकर भारत के लिए महंगाई का माहौल ऊर्जा की कीमतों पर निर्भर करेगा।

ज्यादा बढ़ने की आशंका नहीं

खाद्य कीमतें अधिक बनी रहेंगी लेकिन सार्वजनिक नीतियों के चलते इनके ज्यादा बढ़ने की आशंका नहीं है। हमें उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में भारत के लिए समग्र मुद्रास्फीति (Inflation forecast for india) ऊंची बनी रहेगी लेकिन यह इससे ज्यादा नहीं बढ़ेगी। वित्त मंत्रालय ने पिछले महीने अपनी मासिक रिपोर्ट में कहा था कि खाद्य पदार्थों पर कीमत का दबाव अस्थायी रहने की उम्मीद है, लेकिन सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को बढ़े हुए मुद्रास्फीति दबाव से निपटने के लिए सतर्कता बढ़ाने की जरूरत है।