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10 महीने की बच्ची को था पेट दर्द, डॉक्टर समझ रहे थे ट्यूमर, पर अंदर से निकले जुड़वां बच्चे!

किसी महिला के लिए बच्चे को जन्म देने वाकई खुशी की बात होती है. वो इसके लिए नौ महीने तक इंतज़ार करती है लेकिन कोई बच्ची इस बात को नहीं समझ सकती है. बच्ची भी अगर कुछ महीनों की हो, तो उसे ऐसी चीज़ों का तो बिल्कुल अंदाज़ा ही नहीं हो सकता है.

एक मामला ऐसा ही सामने आया है, जहां 10 महीने की बच्ची के पेट में दर्द था और डॉक्टरों ने उसकी वजह जब माता-पिता को बताई तो वे सन्न रह गए.

मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची को पेट में दर्द हो रहा था. काफी दिनों तक जब ये सिलसिला जारी रहा, तो उसके परिवार के लोग उसे अस्पताल लेकर गए. बच्ची का दर्द पेट के निचले हिस्से में था और डॉक्टरों ने सोचा कि ये ट्यूमर है, जो बच्ची के पेट में बाहर की ओर भी दिखने लगा है. हालांकि जब उन्होंने ऑपरेशन करना शुरू कर दिया, तो यहां कुछ और ही मामला निकला.

बच्ची के पेट में होता था दर्द

ये मामला पाकिस्तान के सादिकाबाद का है. यहां बच्ची के माता-पिता पेट दर्द की शिकायत लेकर आए थे. 10 महीने की बच्ची का अल्ट्रासाउंड भी कराया गया, जिसमें डॉक्टरों ने समझा कि बच्ची के पेट के निचले हिस्से में ट्यूमर है. उन्हें लगा था कि बच्चे के पेट में फ्लुइड भरा हुआ है. सर्जन मुश्ताक अहमद ने बताया कि जब ऑपरेशन होने लगा तो इसमें करीब 2 घंटे का वक्त लग गया. इसी दौरान उन्हें बच्ची के पेट के निचले हिस्से से ट्यूमर निकाला गया, तो एक अलग ही चीज़ दिखाई दी.

10 महीने की बच्ची थी प्रेग्नेंट!

इस अजीबोगरीब केस में डॉक्टरों को बच्ची के पेट में दो जुड़वां फीटस मिले, जो पूरी तरह से विकसित नहीं हुए थे. डॉक्टरों को फिर ये समझते देर नहीं लगी कि बच्ची वैनिशिंग ट्विन सिंड्रोम का शिकार थी, जो 5 लाख में से किसी एक बच्चे को होता है. ये तब होता है, जब मां के गर्भ में एक बच्चा विकसित हो जाता है, जबकि जुड़वां फीटस स्वस्थ बच्चे के शरीर में फंस जाते हैं और विकसित नहीं हो पाते. ये ऑपरेशन काफी मुश्किल था, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक बच्ची की हालत स्थिर है.

विक्रांत मैसी ने Teacher’s Day के मौके पर अपने गुरूओं को कहा धन्यवाद

विक्रांत मैसी भारत के बेहतरीन अभिनेताओं में से एक हैं, जिन्होंने कई साल से दर्शकों के लिए क्वालिटी वाले कंटेंट देते हुए खुद को एक शानदार अभिनेता के रूप में पेश किया हैं।

हालांकि अलग-अलग मनोरंजन प्लेटफार्मों पर उनकी यात्रा सराहनीय है, वह पूरी तरह से खुद से सीखें हुए स्टार्स हैं, ऐसे में शिक्षक दिवस पर विक्रांत ने उन लोगों के बारे में बताते हैं जो उनकी यात्रा का हिस्सा रहे हैं और उन्हें वे बातें सिखाते हैं जिनका उन पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है।

जब उनसे उनके जीवन के 5 शिक्षकों के बारे में पूछा गया, जिनका उन पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ा, तो हसीन दिलरुबा स्टार ने बताया, “मेरे जीवन के 5 शिक्षक जिन्होंने मुझ पर सबसे अधिक प्रभाव डाला हैं:

1. डी.एन. सिंह सर (मेरे हिन्दी लैंगुएज के प्रोफेसर) – मुझे अनुशासन का गुण सिखाया। हमें हमेशा सिखाया कि अनुशासन ही नियति है।’

2. विधु विनोद चोपड़ा – निडर और ईमानदार होना। दबावों और धमकियों के बावजूद खुद का समर्थन करना। अपनी अंतरात्मा की आवाज पर भरोसा करना कि मैं मान्यता से बेहतर हूं।

3. रेव अनिल रेगो (स्कूल प्रिंसिपल-सेंट एंथोनी हाई स्कूल) – “बस-पर्याप्त” से आगे जाना। संतुष्ट न होना। और मुझे प्रदर्शन-कला की ओर प्रेरित करने वाले पहले व्यक्ति भी। और मैं यहां हूं।

4. मेरी मां, मीना मैसी – ने मुझे समय की विडंबनाएं सिखाईं। दयालु और मधुर होना। समय कभी भी एक जैसा नहीं रहता। एक ही समय में बने रहना और विरोध करना।

5. राहुल द्रविड़ (भारतीय क्रिकेटर) – शब्द काफी नहीं होंगे। उन्होंने एक पूरी पीढ़ी को “दीवार” की तरह दृढ़ रहने का गुण सिखाया। सच्ची आक्रामकता शब्दों में नहीं, बल्कि कामों में बसी होती है। एक सच्चा स्टोइक। मार्कस ऑरेलियस का मेरा जीवंत उदाहरण।”

विक्रांत हमेशा अपने तरीकों में बहुत ही रूटेड और विनम्र रहे हैं, जो उन्हें ब्वॉय नेक्स्ट डोर में से एक बनाता है, लेकिन यही कारण है कि उन्हें लव हॉस्टल और हसीन दिलरुबा में डरावने, डार्क रोल्स में देखना और भी अधिक सरप्राइजिंग है। उन्होंने हाल ही में मेड इन हेवन 2 में अपनी विशेष उपस्थिति से सबका ध्यान खींचा, और फिर ’12वीं फेल’ के टीज़र के साथ एक नए विक्रांत स्क्रीन्स पर दिखाई दिए और दर्शकों उन्हें लगातार और मजबूत किरदारों में देखने के लिए उत्सुक है। उनकी पहुंच टीवी, ओटीटी सीरीज और फिल्मों जैसे विभिन्न प्लेटफार्मों पर उनकी सफलता के कारण व्यापक है, जिसमें उनकी शैलियों और भूमिकाओं में बालिका वधू से लेकर ब्रोकन बट ब्यूटीफुल, क्रिमिनल जस्टिस से लेकर हसीन दिलरुबा, छपाक तक और भी बहुत कुछ शामिल हैं।

’12वीं फेल’ के अलावा, विक्रांत के पास मैडॉक की सेक्टर 36 भी है, जो एक डार्क थ्रिलर होने की उम्मीद है और हम उसे विभिन्न शैलियों में काम करते हुए देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकते क्योंकि वह अपने अभिनय से हमें हैरान करने के लिए तैयार है।

अब घर की रजिस्ट्री, स्टाम्प ड्यूटी के लिए बैंक देंगे पैसा, जानें कम इनकम में कैसे मिलेगा ज्यादा पैसा…

आपने देखा होगा जब आप होम लोन लेते हैं तो उसमें स्टांप ड्यूटी और अन्य रजिस्ट्रेशन चार्ज होम लोन अमाउंट में शामिल नहीं होते हैं। लेकिन यह बहुत जल्द हो सकता है। इसके लिए बैंकों ने आरबीआई के पास प्रस्ताव भेजा है।

 

कितना मिलेगा पैसा?

ईटी के मुताबिक यदि आरबीआई प्रस्ताव को मंजूरी दे देता है, तो 1 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट के लिए जिसमें 20 लाख रुपये की स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क शामिल है। इसमें लोन लेने वाले ग्राहक को आरबीआई द्वारा निर्धारित मूल्य (एलटीवी) अनुपात के अनुसार 60 लाख रुपये के मुकाबले 75 लाख रुपये का लोन मिल जाया करेगा।। एलटीवी अनुपात संपत्ति मूल्य का वह प्रतिशत है जो एक लोन लेने वाले की संपत्ति खरीदार को उधार दे सकता है।

इस वजह से नहीं किया गया शामिल

लगभग एक दशक पहले, केंद्रीय बैंक ने लोन लेने वालों को घर के कुल मूल्य में स्टांप शुल्क या रजिस्ट्रेशन चार्ज शामिल नहीं करने का निर्देश दिया था ताकि ऋण-से-मूल्य मानदंडों की प्रभावशीलता कमजोर न हो। फरवरी 2012 के आरबीआई सर्कुलर में कहा गया है कि इस तरह के चार्ज जोड़ने से संपत्ति की वसूली योग्य कीमत बढ़ जाती है क्योंकि स्टांप ड्यूटी, रजिस्ट्रेशन और अन्य डॉक्यूमेंटेशन चार्ज वसूली योग्य नहीं होते हैं जिससे, निर्धारित मार्जिन कम हो जाता है।

बढ़ रहे हैं होम लोन

2015 में, आरबीआई ने ऐसे उधारकर्ताओं के लिए किफायती आवास को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से बैंकों को 10 लाख रुपये तक के होम लोन के लिए एक यूनिट की लागत में स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क शामिल करने की अनुमति दी थी। रिजर्व बैंक की नए वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट के अनुसार , कुल एडवांसेस में होम लोन की हिस्सेदारी मार्च 2012 में 8.6% से बढ़कर मार्च 2023 में 14.2% हो गई।

जी-20 के जरिए चीन-पाकिस्तान को पीएम मोदी का बड़ा संदेश, घरेलू राजनीति पर भी प्रभाव…

जी-20 शिखर सम्मेलन में अब एक हफ्ते से भी कम का समय बचा है। सात सितंबर को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन भारत आएंगे। आठ सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी द्विपक्षीय बैठक प्रस्तावित है। इसके साथ दुनिया के कई बड़े नेता नई दिल्ली आ रहे हैं। अवसर और समय देखकर प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरराष्ट्रीय बिरादरी और देश की घरेलू राजनीति को बड़ा संदेश दे दिया है। प्रधानमंत्री का यह संदेश जी-20 में भारत के रणनीति की तरफ संकेत कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत जम्मू-कश्मीर हो या अरुणाचल कहीं भी जी-20 की बैठक कर सकता है। ऐसा कहकर पीएम मोदी ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं।

विदेश तक ऐसा पहुंचा पीएम मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री का यह वाक्य काफी महत्वपूर्ण है। कश्मीर का जिक्र करके प्रधानमंत्री ने जहां पाकिस्तान को संदेश दिया है, वहीं अरुणाचल को लेकर नया नक्शा जारी करने वाले चीन को भारत की संप्रभुता के बारे में बताया है। चीन के साथ लद्दाख में गतिरोध बना हुआ है। गौरतलब है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने को लेकर चीन ने कोई साफ संकेत नहीं दिया है। संभावना यही है कि शी जिनपिंग के प्रतिनिधि के तौर पर प्रधानमंत्री ली छ्यांग अपने देश का प्रतिनिधित्व करेंगे।

ऐसे दिया घरेलू राजनीति में संकेत
लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध को लेकर विपक्ष के नेता राहुल गांधी लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं। अपने इस बयान के जरिए प्रधानमंत्री ने देश की घरेलू राजनीति को भी संदेश देने की कोशिश की है। उनके संदेश से साफ है कि भारत अपने पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान दोनों की गैर जरूरी नाराजगी की कोई परवाह नहीं करता। देश की एकता, अखंड़ता और इसकी संप्रभुता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। भारत न तो दबता है, न झुकता है। अपने रास्ते पर चलता रहता है। उन्होंने इसी प्रतिबद्धता के साथ जी-20 का नारा वसुधैव कुटुम्बकम् पर भी अपना पक्ष रखा।

अचानक देश का नाम बदलने की जरूरत क्या पड़ गई? ममता बनर्जी ने इंडिया की जगह भारत लिखने पर जताई आपत्ति

जी20 सम्मेलन के रात्रिभोज कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र में ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखने पर राजनीति शुरू हो गई है। विपक्षी पार्टियां इसे लेकर सरकार पर निशाना साध रही हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर कहा कि ‘आज उन्होंने (केंद्र सरकार) इंडिया का नाम बदल दिया है। जी20 के रात्रिभोज के निमंत्रण पत्र में इंग्लिश में ‘भारत’ लिखा गया है। हम इंडिया और इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन कहते हैं। वहीं हिंदी में हम भारत का संविधान कहते हैं। हम सभी भारत कहते हैं और इसमें नया क्या है? लेकिन इंडिया नाम दुनियाभर में जाना जाता है…अब अचानक से क्या हो गया कि उन्हें देश का नाम बदलने की जरूरत पड़ गई?’

राज्यपाल पर साधा निशाना
बंगाल सीएम ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि इंडिया, भारत है लेकिन दुनिया हमें इंडिया के तौर पर जानती है। ममता बनर्जी ने बंगाल के राज्यपाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्यपाल स्कूल-कॉलेज के संचालन में दखल दे रहे हैं। अगर राज्यपाल ने स्कूल-कॉलेजों में दखल देना जारी रखा तो हम फंड रोक देंगे। अगर जरूरत हुई तो मैं राजभवन के सामने धरने पर बैठूंगी। राज्यपाल बिल रोककर बैठे हैं।

थरूर बोले- सरकार इतनी बेवकूफ नहीं
कांग्रेस ने भी सरकार के इस कदम की आलोचना की है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया है कि जी20 के रात्रिभोज के लिए भेजे गए निमंत्रण पत्र में आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया को बदला गया है और उसकी जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत शब्द का इस्तेमाल किया गया है। जयराम रमेश ने कहा कि ‘जो इंडिया था, वह राज्यों का संघ था लेकिन अब तो राज्यों के संघ पर भी हमला किया जा रहा है।’ थरूर ने कहा कि सरकार इतनी बेवकूफ नहीं होगी जो इंडिया नाम को पूरी तरह से हटा दे, जिसकी सदियों में एक ब्रांड वैल्यू बनी है।

रात्रिभोज के न्योते में ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ का इस्तेमाल, कांग्रेस ने लगाया ‘इंडिया’ शब्द हटाने का आरोप

कांग्रेस ने जी-20 सम्मेलन से पहले केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया है कि जी-20 समिट के लिए नौ सितंबर को होने वाले रात्रि भोज के लिए जो निमंत्रण पत्र राष्ट्रपति भवन की तरफ से भेजे गए हैं, उनमें आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ को बदला गया है। रमेश का दावा है कि इसमें इंडिया शब्द को हटाया गया है और ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ का इस्तेमाल किया गया है।

जयराम रमेश ने ट्वीट में संविधान का जिक्र करते हुए कहा, “इसके अनुच्छेद 1 में कहा गया है कि भारत, जो कि इंडिया था, वह राज्यों का संघ है। लेकिन अब तो राज्यों के संघ पर भी हमला किया जा रहा है।”

शशि थरूर बोले- सदियों में इंडिया से बनी देश की ब्रांड वैल्यू
इस पूरे विवाद पर कांग्रेस नेता शशि थरूर का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि वैसे तो इंडिया को भारत बुलाने पर कोई संवैधानिक आपत्ति नहीं है। यह देश के दो नामों में से एक है। मैं उम्मीद करता हूं कि सरकार इतनी बेवकूफ नहीं होगी कि इंडिया नाम को पूरी तरह से हटा दे, जिसकी सदियों में बनी एक ब्रांड वैल्यू है। हमें दोनों ही नामों का इस्तेमाल जारी रखना चाहिए। एक नाम जो पूरी दुनिया में पहचाना जाता है।

गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड, 123 साल में दूसरी बार सबसे गर्म दिन रहा 4 सितंबर, आज मिल सकती है राहत

देश की राजधानी दिल्ली में सितंबर माह में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। सोमवार को दिल्ली में रिकॉर्ड गर्मी दर्ज की गई है। सोमवार को पारा 40.1 डिग्री पहुंच गया। सोमवार को सितंबर माह में 123 वर्ष में दूसरी बार सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया है। 123 साल में 16 सितंबर 1938 में पहली बार गर्मी का रिकॉर्ड तोड़ा था।
सोमवार को दिल्ली में तेज धूप की वजह से सावन में भी भादो का एहसास हुआ। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को राहत मिल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार अब मंगलवार और बुधवार को हल्की बारिश होने की संभावना है।

सोमवार को कड़ी धूप के बीच अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, यह सामान्य से छह डिग्री अधिक था। मौसम विभाग ने बताया कि सितंबर माह में सबसे ज्यादा 40.6 डिग्री तापमान 16 सितंबर 1938 को रिकॉर्ड किया गया था।

अगस्त में भी किसी दिन पारा 40 डिग्री नहीं पहुंचा। ऑल टाइम रिकॉर्ड वर्ष 1938 में 40.6 डिग्री सेल्सियस रहा है। बारिश नहीं होने के कारण अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वहीं न्यूनतम तापमान भी सामान्य से एक डिग्री अधिक 26.3 डिग्री दर्ज हुआ।

रविवार को अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार अब मंगलवार और बुधवार को हल्की बारिश होने की संभावना है। इस कारण से तापमान में मामूली कमी देखने को मिलेगी। मंगलवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री रहने का अनुमान है।

कैंसर से बचने के लिए इन खतरनाक फूड्स से करें परहेज

जैसा कि आप शायद जानते हैं, कैंसर दुनिया भर में मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि कैंसर के रोगियों में तेजी से वृद्धि का एक कारण हमारी खान-पान की आदतें और दैनिक जीवन शैली है।

नियमित रूप से बड़ी मात्रा में कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन करने से हृदय रोग के साथ-साथ कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है। इन 9 कैंसर-प्रवण खाद्य पदार्थों से परहेज करके स्वस्थ रहें और लंबे समय तक जीवित रहें!

अरविंद केजरीवाल बोले, INDIA एलाइंस ने अपना नाम भारत रख लिया तो क्या देश का नाम बदलकर बीजेपी रखेंगे

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोई देश का नाम कैसे बदल सकता है। G20 निमंत्रण पर President Of India की जगह President Of Bharat लिखा गया है। उन्होंने कहा कि गठबंधन का नाम भारत होगा, तो क्या भारत का नाम बदल देंगे।

देश तो 140 करोड़ लोगों का है किसी एक पार्टी का देश थोड़ी है। कल मान लो इस एलाइंस ने अपना नाम बदलकर भारत रख लिया तो क्या ये भारत नाम को भी बदल देंगे, फिर क्या भारत का नाम बीजेपी रखेंगे। ये क्या मजाक है, देश है भाई देश, इतने हजारों साल पुराना देश है। इतनी पुरानी संस्कृति है। बीजेपी को ये लग रहा है कि ये नाम रखने से इनके चार वोट कम हो जाएंगे। वोट कम हो जाएंगे इसलिए भारत का नाम बदल दो, ये तो देश के साथ गद्दारी है।

मैं भी सनातन धर्म से हूं, ये मेरे साथ बैठे हैं ये भी सनातन धर्म से हैं। आप लोगों में भी कई लोग सनातन धर्म से होंगे। मुझे लगता है हमें एक-दूसरे के धर्म की इज्जत करनी चाहिए। सभी को एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करना चाहिए।

अब INDIA की जगह भारत, G20 मेहमानों को राष्ट्रपति के निमंत्रण पर सियासी घमासान

संसद के विशेष सत्र की तारीख जैसे-जैसे नज़दीक आ रही है अटकलों का बाजार भी गर्म हो रहा है. सरकार विशेष सत्र में क्या करने वाली है इसकी किसी को खबर नहीं है. इस बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश का एक ट्वीट आया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि जी-20 सम्मेलन के सम्मान में जो डिनर आयोजित किया गया है, उसमें प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा है.

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में लिखा कि तो ये खबर वाकई में सच है. राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को होने वाले जी-20 डिनर के लिए जो न्योता भेजा है, उसमें प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा है. अगर संविधान के आर्टिकल 1 को पढ़ें तो उसमें लिखा है कि भारत जो कि इंडिया है एक राज्यों का समूह होगा. कांग्रेस नेता ने लिखा कि अब तो राज्यों के समूह पर भी खतरा है.

भेजा गया है ऐसा निमंत्रण पत्र

केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर के बीच संसद का विशेष सत्र बुलाया है. इस दौरान अमृत काल से जुड़े विषयों पर चर्चा करने की बात कही गई है. हालांकि, कोई निश्चित एजेंडा अभी सामने नहीं आया है. यही वजह है कि अलग-अलग तरह की बात हो रही है. विशेष सत्र के दौरान एक देश एक चुनाव, महिला आरक्षण बिल, इंडिया की जगह भारत जैसे बिल या प्रस्ताव पेश किए जा सकते हैं, ऐसे कयास लग रहे हैं.

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी मंगलवार को ट्वीट किया और लिखा कि रिपब्लिक ऑफ भारत, ये खुशी और गर्व का विषय है हमारा देश अमृतकाल की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है.