Friday , October 25 2024

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शरीर में इस विटामिन की कमी से हो सकता है पैरालिसिस, जानें इन दोनों में संबंध…

सेहतमंद रहने के लिए शरीर में सभी पोषक तत्वों की पूर्ति होना बहुत जरूरी होते हैं। जब शरीर में विटामिन्स और मिनरल्स पर्याप्त मात्रा में होते हैं, तो व्यक्ति स्वस्थ रहता है।वहीं, जब शरीर में किसी एक विटामिन की भी कमी होती है, तो कई तरह की दिक्कतें होनी शुरू हो जाती हैं। हड्डियां हों या नर्वस सिस्टम, सभी को हेल्दी रखने के लिए विटामिन्स जरूरी होते हैं। जब विटामिन्स की कमी की वजह से नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है, तो पैरालिसिस जैसी गंभीर स्थिति तक पैदा हो सकती है। आप सोच रहे होंगे कि आखिर पैरालिसिस किस विटामिन की कमी से होता है? आइए, जानते हैं इसके बारे में-

पैरालिसिस किस विटामिन की कमी से होता है?- Which Vitamin Deficiency Linked with Paralysis in Hindi

आपको बता दें कि पैरालिसिर विटामिन बी12 की कमी से हो सकता है। दरअसल, विटामिन बी12 नर्वस सिस्टम के सभी कार्यों के लिए बेहद अहम होता है। जब शरीर में इसकी कमी होती है, तो नर्वस सिस्टम संबंधी समस्याएं होनी शुरू हो सकती हैं। विटामिन बी12 की कमी से लकवा मार सकता है। यानी विटामिन बी12 की कमी, पैरालिसिस का कारण बन सकता है। इसलिए अगर आपके शरीर में विटामिन बी12 की कमी है, तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करें। इसके लिए आप विटामिन बी12 सप्लीमेंट या फिर खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं। जब शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने पर पैरालिसिस होता है, तो कुछ लक्षणों का अनुभव हो सकता है। इनमें शामिल हैं-

हाथों और पैरों में चुभन
मांसपेशियों में कमजोरी
मांसपेशियों में सुन्नपन
मांसपेशियों में सेंसिटिविटी
चलने में परेशानी
आंतों और मूत्राशय से जुड़ी परेशानियां
विटामिन बी12 की कमी और पैरालिसिस में संबंध- Relationship Between Vitamin 12 Deficiency and Paralysis in Hindi

विटामिन बी12 की कमी और पैरालिसिस एक-दूसरे से संबंधित हो सकते हैं। विटामिन बी12 शरीर की माइलिन (Mylin) बनाने में मदद करता है। ऐसे में जब शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी12 नहीं होता है, तो यह टूट जाता है। इससे नर्व फाइबर डैमेज हो जाते हैं। आपको बता दें कि माइलिन नर्वस सिस्टम में वायर्स के चारों तरफ एक प्रोटेक्टिव लेयर है।

विटामिन बी12 की कमी होने पर आपको हाथों और पैरों में पिन या सुइयां, चुभने जैसा महसूस हो सकता है। साथ ही, इसकी कमी होने पर मांसपेशियां भी कमजोर होने लगती हैं। इससे सुन्नपन होता है और व्यक्ति को पैरालिसिस हो सकता है। आपको बता दें कि नर्व फाइबर डैमेज होने की वजह से सबसे पहले पैर प्रभावित हो सकते हैं।

दरअसल, ब्रेन सेल्स, नर्व और ब्लड सेल्स, सभी विटामिन बी12 पर निर्भर होते हैं। ऐसे में जब शरीर में विटामिन बी12 अच्छी मात्रा में होता है, तो ये सभी सही तरीके से काम करते हैं। वहीं, जब विटामिन बी12 की कमी होती है, तो दिक्कतें होनी शुरू हो जाती हैं।

विटामिन बी12 के सोर्स- Sources of Vitamin B12

शेलफिश मछली
रेड मीट
अंडी
यीस्ट आइट्मस
फर्मेंटेड फूड्स
सोया मिल्क
पालक
चुकंदर
मशरूम

छोटे शेयर बड़ा कमाल: भेल और आईआरएफसी ने इस हफ्ते किया मालामाल

लार्ज कैप स्टॉक्स में इस हफ्ते भारत हेवी इलेक्ट्रिक्ल्स (BHEL) और इंडियन रेलवे फाइनेंस कार्पोरेशन (IRFC) टॉप परफार्मर रहे। भेल के शेयरों ने जहां 29 फीसद से अधिक रिटर्न दिए तो आईआरएफसी के 15.19 फीसद।

एक हफ्ते में भेल 105 के लो से 137.10 रुपये के हाई तक पहुंचा और शुक्रवार को 136.15 रुपये पर बंद होने में कामयाब रहा।

छह महीने में पैसा दूना: दूसरी ओर आईआरएफसी एक हफ्ते में 48.05 रुपये के लो से 56.50 रुपये तक पहुंचा और 55.75 रुपये पर बंद हुआ। अगर इस स्टॉक के प्रदर्शन की बात करें तो पिछले 5 दिन में यह 15.50 फीसद की उछाल दर्ज कर चुका है। पिछले एक महीने में जहां इसने करीब 42 फीसद की उड़ान भरी है, वहीं छह महीने में अपने निवेशकों का पैसा लगभग दोगुना कर दिया है। इस अवधि में इस स्टॉक ने 97.37 फीसद का रिटर्न दिया है। जबकि, पिछले एक साल में इसने 156.26 फीसद का रिटर्न देकर अपने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। इसका 52 हफ्ते का लो 20.80 रुपये और हाई 56.50 रुपये है।

BHEL शेयर प्राइस हिस्ट्री: भेल ने भी पिछले 5 दिन में 27 फीसद से अधिक रिटर्न दिया है। इस स्टॉक ने पिछले एक महीने में 34.76 फीसद चढ़ा है तो छह महीने में 81.15 फीसद। पिछले एक साल में भेल के शेयर 128.50 फीसद तक चढ़ चुके हैं। इसका 52 हफ्ते का हाई 137.10 रुपये और लो 54.75 रुपये है।

खरीदें, बेचें या होल्ड करें: भेल को लेकर कुल 21 में से 15 एनॉलिस्टों ने बेचने की सलाह दी है, जबकि 5 ने खरीदने और एक ने होल्ड करने को कहा है।

(डिस्क्लेमर: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है

पटना AIIMS के डॉक्टर ने की आत्महत्या, तोडना पड़ा दरवाजा

बिहार की राजधानी पटना एम्स में पीजी की पढ़ाई कर रहे एक चिकित्सक ने आत्महत्या कर ली है। मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले चिकित्सक निलेश ये कदम क्यों उठाया ये अभी साफ नहीं है।

घटना की खबर प्राप्त होने पर एम्स हॉस्पिटल के हॉस्टल में पुलिस पहुंची तथा कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर तहकीकात आरम्भ कर दी है। कहा जा रहा है कि मृतक निलेश पटना एम्स में बैच 2016 से 2021 तक MBBS की पढ़ाई पूरी कर वहीं प्रैक्टिस कर रहे थे। नवंबर 2022 में उन्होंने पटना एम्स में ही पीजी में दाखिला लिया था। डॉक्टर निलेश पढ़ाई के साथ ही हॉस्पिटल में प्रैक्टिस भी करते थे।

रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार की रात ड्यूटी करने के पश्चात् निलेश अपने हॉस्टल के कमरे में गए तथा उसे अंदर से बंद कर लिया। निलेश ने खुदखुशी कर ली इसका पता तब चला जब प्रातः से शाम तक निलेश के दोस्तों का उससे संपर्क नहीं हो पाया। जब प्रोफेसर से भी उसका संपर्क नहीं हुआ तो SMS एवं व्हाट्सएप के जरिए माध्यम से कांटेक्ट करने का प्रयास किया गया।

वही जब निलेश की ओर से कोई जवाब नहीं मिला तो उसके क्लासमेट ने कमरे में झांका। निलेश बेसुध कमरे में पड़े हुए थे। जब दरवाजा तोड़कर सभी लोग अंदर घुसे तो उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की खबर पुलिस को दी गई जिसके पश्चात् पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फुलवारी शरीफ थानाध्यक्ष सफीर आलम ने बताया कि पटना एम्स में पीजी के एक छात्र की संदिग्ध स्थिति में लाश मिली है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। कमरे को सील कर दिया गया है तथा FSL की टीम बुलाई गई है। इस मामले की तहकीकात की जा रही है।

गोवा में शख्‍स ने रिश्ता टूटने पर कर दी प्रेमिका की हत्या, दो गिरफ्तार…

पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान गोवा के पोरवोरिम निवासी 22 वर्षीय फकीर उर्फ प्रकाश चुंचवाड के रूप में हुई है।

आरोपी ने प्रेमिका कामाक्षी शंकर उद्दापनोव (30) के शव को अपराध स्थल से लगभग 80 किमी दूर पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के अंबोली घाट में फेंक दिया।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि यह घटना 29 अगस्त को उत्तरी गोवा के पोरवोरिम में हुई।

पुलिस अधिकारी ने कहा, “आरोपी ने अपने दोस्त की मदद से शव को फेंक दिया। उसके अपराध कबूल करने के बाद, हम उसे घटनास्थल पर ले गए और शव (शुक्रवार को) बरामद किया।”

पुलिस अधीक्षक निधिन वलसन ने कहा, “आरोपी के के दोस्त को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।”

पुलिस ने कहा कि चुंचवाड ने कामाक्षी उद्दापनोव की उसके फ्लैट पर चाकू मारकर हत्या कर दी।

हत्या से पहले उसका महिला से झगड़ा भी हुआ था, इसके बाद मापुसा पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था।

बाद में, वह पोरवोरिम में उसके फ्लैट पर गया और घटना को अंजाम दिया।

पोरवोरिम पुलिस ने मृतक कामाक्सी के शव को ले जाने के लिए इस्तेमाल की गई कार को जब्‍त कर लिया है।

पैसे और पावर दोनों में बजेगा भारत का डंका, पाकिस्तान के 87% इलाके पर नजर

भारत के अंतरिक्ष अभियान की कामयाबी का अनंत आसमान है, जिसे फतह करने की शुरुआत हो चुकी है. ये वो करिश्मा है जो ख़ुद को सुपरपावर कहने वाला चीन भी नहीं कर सका है. अंतरिक्ष में भारत की कामयाबी का ये वो पड़ाव है, जिसे छूने की कल्पना तक चीन ने नहीं की है.

भारत सोलर मिशन को कामयाब बनाकर कैसे सुपरपावर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होने वाला है.

साल 1962 में भारत ने अंतरिक्ष प्रोग्राम शुरू किया था और अब मंगयलान तक की यात्रा तय कर चुका है. भारत ने इसे स्पेस में 2014 में सिर्फ 7.4 करोड़ डॉलर खर्च कर भेजा था. इसका खर्च हॉलीवुड की फ़िल्म ‘ग्रैविटी’ से भी कम आया. मंगलयान भारत का गर्व बन गया और इसे 2000 के नोट पर जगह दी गई.

पाकिस्तान के 87% इलाके पर भारत की पैनी नजर

अंतरिक्ष की दुनिया में भारत दुनिया की महाशक्तियों के साथ खड़ा है. साथ ही देश पर बुरी नज़र रखने वाले दुश्मनों पर भी भारत की निगाह है. भारतीय सैटेलाइट्स पाकिस्तान के 87% इलाके पर नजर रख सकती हैं यानी कराची की किसी गली से पेशावर के किसी जंगल तक की हलचल भारत देख सकता है और भारत की सैटेलाइट्स की ज़द में चीन का भी एक बड़ा हिस्सा आता है.

भारत का स्पेस मिशन

सैटेलाइट मैन्युफैक्चरिंग

2020- $2.1 बिलियन, 2025- $3.2 बिलियन
लॉन्च सर्विसेज़

2020- $ 567.4 मिलियन, 2025- $1047 मिलियन
सैटेलाइट सर्विसेज़

2020- $ 3.8 बिलियन, 2025- $ 4.6 बिलियन
ग्राउंड सेगमेंट

2020- $ 3.1 बिलियन, 2025- $ 4 बिलियन
भारत के स्पेस मिशन ने अंतरिक्ष में गाड़े झंडे

अंतरिक्ष में भारत के स्पेस मिशन ने झंडे गाड़ दिए हैं. भारत की स्पेस टेक्नोलॉजी जितना देश के विकास के काम आती है, उतना ही देश के दुश्मन पर भी नज़र रखती है. भविष्य में सीधे-सीधे सेनाएं भले ही आमने सामने ना हों लेकिन युद्ध का तरीका पूरी तरह से बदल जाएगा. कई एक्सपर्ट्स इस बात को लेकर चेतावनी दे चुके हैं कि आने वाले समय में स्पेस वॉर इसका अहम हिस्सा होगा. अगर स्पेस वॉर होता है तो सबसे पहले मिलिट्री सैटेलाइट्स को टारगेट किया जा सकता है.

ऐसी ही बड़ी कामयाबी भारत ने कुछ साल पहले 2019 में भी हासिल की थी. जब भारत ने अंतरिक्ष में एक उपग्रह को एंटी सैटेलाइट मिसाइल से मार गिराया था. भारत ने 2 रॉकेट बूस्टर के साथ 18 टन की मिसाइल से 740 किलो के उपग्रह को लो अर्थ ऑर्बिट में 3 मिनट में मार गिराया था और पीएम मोदी ने फख्र के साथ इसे पूरी दुनिया को बताया.

चार महीने की यात्रा में क्या-क्या करेगा आदित्य-एल1, मिशन में कौन-कौन से चरण होंगे, समझें

चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक उतारने के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक और इतिहास रच दिया। उत्साह से लबरेज राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी ने आज आदित्य-एल1 मिशन की सफल लॉन्चिंग की। इस मिशन का उद्देश्य सूर्य का अध्ययन करना है।
चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक सफलता के बाद दुनिया की नजर आदित्य-एल1 मिशन पर है। आदित्य-एल1 क्या है? लॉन्चिंग के बाद मिशन अपने गंतव्य पर कब पहुंचेगा? इस दौरान प्रक्रियाएं क्या-क्या होंगी? पहुंचने के बाद मिशन क्या-क्या करेगा? आइए समझते हैं…

आदित्य एल1 सूर्य का अध्ययन करने वाला मिशन है। इसके साथ ही इसरो ने इसे पहला अंतरिक्ष आधारित वेधशाला श्रेणी का भारतीय सौर मिशन कहा है। आदित्य-L1 का प्रक्षेपण आज सुबह 11:50 बजे किया गया। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आदित्य एल1 का प्रक्षेपण किया गया। भारत का आदित्य एल1 अभियान सूर्य की अदृश्य किरणों और सौर विस्फोट से निकली ऊर्जा के रहस्य सुलझाएगा।

अंतरिक्ष यान को सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के लैग्रेंजियन बिंदु 1 (एल1) के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित करने की योजना है जो पृथ्वी से लगभग 15 लाख किमी दूर है। दरअसल, लैग्रेंजियन बिंदु वे बिंदु हैं जहां दो वस्तुओं के बीच कार्य करने वाले सभी गुरुत्वाकर्षण बल एक-दूसरे को निष्प्रभावी कर देते हैं। इस वजह से एल1 बिंदु का उपयोग अंतरिक्ष यान के उड़ने के लिए किया जा सकता है।

जनता दरबार में सीएम योगी के दिखे सख्त तेवर, अधिकारियों को दिए यह खास निर्देश…

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में लगे जनता दरबार में दूर-दूर से आए फरियादियों की समस्याएं सुनी। इस दौरान सीएम योगी ने जनता की समस्याओं को प्राथमिकता देने व उनके शीघ्र निस्तारण का अधिकारियों को आदेश दिया।

एक एक कर सुनी फरियाद

सुबह से ही गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के बाहर लगे जनता दरबार में दूर- दूर से आए फरियादी सीएम योगी के आने का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही सीएम योगी जनता दरबार में पहुंचे फरियादियों के चेहरे पर मुस्कान आ गयी। सीएम खुद एक एक करके सभी फरियादियों के पास गए। उन्होंने सभी की समस्याएं जानी। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में फरियादी मौजूद रहे।
इन मामलों की रही अधिकता

जनता दरबार में इलाज के लिए धन, जमीन विवाद से संबंधित मामले ज्यादा आए। सीएम ने फरियादियों से कहा परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। जमीन पर अवैध कब्जा नहीं होने दिया जाएगा। इसके साथ ही इलाज के लिए मरीज का इस्टीमेट तैयार करा कर प्रशासन को भेजा जाए। धन अवश्य उपलब्ध कराया जाएगा।

अधिकारियों को दिए निर्देश

इस दौरान सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि फरियादियों की सभी समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जाए। इनकी समस्या को गंभीरता से लिया जाए। सीएम ने कहा अधिकारी जरा सभी लापरवाही न करें

UP में हुआ बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, कलेक्टर नेहा जैन समेत बदले गए 9 जिलाधिकारी…

यूपी में एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में 11 IAS अधिकारीयों के तबादले किए गए हैं। तबादलों के तहत 9 जिलों के जिला अधिकारी भी बदले गए हैं।

अंकित अग्रवाल को रामपुर का कलेक्टर बनाया गया है। वहीं, आलोक सिंह कानपुर देहात के कलेक्टर बनाए गए हैं। प्रेम रंजन को एटा का कलेक्टर तो वहीं अक्षय त्रिपाठी को ललितपुर का कलेक्टर बनाया गया है। संतकबीरनगर का कलेक्टर महेंद्र सिंह तंवर तो बिजनौर का कलेक्टर रविंद्र कुमार मंदार को बनाया गाय है।

उमेश मिश्रा कुशीनगर के नए कलेक्टर बनाए गए हैं तो वहीं, प्रियंका निरंजन को मिर्जापुर का कलेक्टर बनाया गया है। दिव्या मित्तल बस्ती की कलेक्टर बनाई गई हैं। इस बीच कानपुर देहात की विवादित कलेक्टर नेहा जैन को हटा दिया गया है। अब नेहा विशेष सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक होंगी। इससे पहले 30 जुलाई को 14 IPS अधिकारीयों के तबादले किए गए थे। इस क्रम में 10 जिलों के कप्तान बदले गए थे। इसमें बरेली SSP रहे प्रभाकर चौधरी को 32वीं पीएसी लखनऊ भेजा गया था। इसके साथ ही एसपी सीतापुर रहे सुशील चंद्रभान को SSP बरेली बनाया गया था। चक्रेश मिश्रा को सीतापुर के SP पद की जिम्मेदारी दी गई थी।

वहीं, मिर्जापुर एसपी संतोष मिश्रा को DGP मुख्यालय में एसपी क्राइम की जिम्मेदारी दी गई थी। तब कन्नौज के एसपी कुंअर अनुपम सिंह को SP अमरोहा बनाया गया था। विनीत जायसवाल को चंदौली का SP एवं मिर्जापुर का नया SP अभिनंदन को बनाया गया था। वहीं, मोहम्मद मुस्ताक को एसपी ललितपुर एवं अमित कुमार आनंद को SP कन्नौज की जिम्मेदारी दी गई थी।

नेवी जवान को बाइक सवार युवकों ने मारी गोली, चेहरे पर लगी, भागकर बचाई जान…

हरियाणा के चरखी दादरी में खातीवास निवासी नेवी जवान को शुक्रवार शाम बाइक सवार तीन युवकों ने गोली मार दी। हमले में गोली जवान के चेहरे पर लगी है। जवान गंभीर रूप से घायल हो गया है। उसे सिविल अस्पताल से रोहतक पीजीआई रेफर किया गया और पुलिस ने घायल के बयान पर एक नामजद समेत तीन आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया है।

पुलिस को दिए बयान में खातीवास निवासी प्रदीप ने बताया कि वो नेवी में कार्यरत हैं। अप्रैल माह में ही उसकी ज्वाइनिंग हुई है। घायल ने बताया कि 28 अगस्त को वो एक सप्ताह का छुट्टी लेकर घर आया था। शुक्रवार शाम करीब साढ़े पांच बजे वो अपने दोस्त सोनू के साथ बाइक पर सवार होकर किसी काम से खातीवास-रावलधी रोड पर जा रहा था।

उसी दौरान पीछे से बाइक पर सवार होकर आए तीन युवकों ने उनकी बाइक को ओवरटेक किया। घायल के अनुसार उस बाइक पर खातीवास निवासी संजय अपने दो साथियों के साथ सवार था। संजय आगे से बाइक मोड़कर लाया और उनकी बाइक के आगे अड़ा दी। वो कुछ समझ पाता इससे पहले ही उस पर फायरिंग शुरू कर दी। घायल के अनुसार तीनों हमलावरों के हाथ में हथियार था।

चेहरे पर लगी गोली, भागकर बचाई जान
प्रदीप के अनुसार हमलावरों ने सीधे उस पर फायर झोंक दिया और गोली उसके चेहरे पर लगी। इसके बाद उसने भागकर जान बचाई। वहीं, मामले का पता चलते ही परिजन और काफी संख्या में ग्रामीण उसके पास पहुंचे। उपचार के लिए उसे सिविल अस्पताल लाया गया और वहां से रोहतक पीजीआई रेफर किया गया।

Sushmita Sen ने शेयर किया ‘Taali’ सीरीज में शूटिंग के दौरान का अनुभव…

अभिनेत्री सुष्मिता सेन बॉलीवुड में एक लोकप्रिय अभिनेत्री के रूप में जानी जाती हैं। हाल ही में रवि जाधव द्वारा निर्देशित उनकी सीरीज ‘ताली’ दर्शकों के सामने आई।यह वेब सीरीज ट्रांसजेंडर के लिए काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता गौरी सावंत के जीवन पर आधारित है। इसमें सुष्मिता ने गौरी सावंत का किरदार निभाया है। गौरी सावंत के जीवन को पर्दे पर प्रस्तुत करना कोई आसान काम नहीं था। इस रोल के लिए एक्ट्रेस सुष्मिता सेन ने काफी मेहनत की है। उन्होंने एक इंटरव्यू में अपना अनुभव शेयर किया।

मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता जीतने वाली सुष्मिता सेन के लिए यह किरदार निभाना चुनौतीपूर्ण था। इस बारे में बात करते हुए एक्ट्रेस ने कहा, “ताली सीरीज में मैं पहले गणेश और फिर गौरी सावंत का किरदार निभाना चाहती थी। मुझे गणेश यानी एक आदमी जैसा दिखने के लिए अपनी चेस्ट पर टेप लगाना पड़ा। सबसे अधिक परेशानी टेप को दोबारा हटाते समय हुई, क्योंकि स्ट्रिप्स को इतनी कसकर हटाते समय आप सांस नहीं ले सकते। यह अनुभव शारीरिक रूप से कष्टदायक था।”

उन्होंने कहा, “इतना ही नहीं, बल्कि मुझे क्रॉच गार्ड भी पहनना पड़ता था, इसलिए मैं ठीक से बैठ नहीं पाती थी। गौरी का किरदार निभाने के लिए मुझे वजन बढ़ाना पड़ा। उनकी जैसी ऊंची आवाज के लिए थोड़ी मेहनत करनी पड़ी। इसकी वजह से शूटिंग के दौरान मेरा गला पूरी तरह खराब हो गया था। सेट पर 70 प्रतिशत कलाकार ट्रांसजेंडर की भूमिका निभा रहे थे और यह एक बड़ी बात है।”