Friday , October 25 2024

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बॉलीवुड के इन सेलेब्स को है बाइक्स से खास प्यार…

आइए हम आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ स्टार्स के बारे में। स्क्रीन पर अपनी मजबूत उपस्थिति के लिए मशहूर अर्जुन रामपाल को अपनी क्लासिक हार्ले-डेविडसन में आराम मिलता है। यह लंबी यात्राओं के दौरान उनका दृढ़ साथी बन जाता है, जो प्रसिद्धि के बवंडर के बीच आत्मनिरीक्षण के क्षण प्रदान करता है।

डिनो मोरिया: फिल्म ‘एजेंट’ में ‘द गॉड’ के रूप में अपने दमदार किरदार से दिलों पर राज करने वाले डिनो मोरिया न केवल एक प्रतिभाशाली अभिनेता हैं, बल्कि एक अटूट बाइक उत्साही भी हैं। डिनो को अक्सर अपनी बाइक पर शहर की सड़कों पर घूमते हुए देखा जाता है, चाहे वह इत्मीनान से सैर के लिए हो, जिम जाने के लिए हो, या यहां तक ​​​​कि अपनी शानदार सवारी की सीट से फुटबॉल खेल में उत्साह बढ़ाने के लिए भी हो।अपने मनमोहक लुक और बेहतरीन अभिनय कौशल के लिए मशहूर शाहिद कपूर मोटरसाइकिलों को लेकर भी उतने ही उत्साहित हैं। हाई-एंड बाइक्स के शानदार संग्रह के साथ, शाहिद पूरे दिल से बाइकिंग के आनंद को अपनाते हैं। चाहे वह राजमार्गों पर शान से दौड़ रहा हो या घूम रहा हो, मोटरसाइकिलों के प्रति उसका उत्साह झलकता है।

गली बॉय और गहराइयां जैसी फिल्मों में नजर आने वाले प्रतिभाशाली अभिनेता सिद्धार्थ चतुवेर्दी बाइक के सच्चे शौकीन हैं। अपनी सफल श्रृंखला की रिलीज़ से ठीक पहले, सिद्धार्थ ने मोटरसाइकिलों के प्रति अपने उत्साही प्रेम को प्रदर्शित करते हुए एक स्टाइलिश सवारी का आनंद लिया।

संजय मिश्रा अब लेकर आए ‘गुठली लड्डू’, शिक्षा के अधिकार की लड़ाई लड़ता एक स्कूल प्रिसिंपल

हिंदी सिनेमा में संजय मिश्रा ऐसे अभिनेता हैं, जो एक तरफ बड़ी-बड़ी व्यावसायिक फिल्में करते हैं, तो वहीं कुछ ऐसी फिल्मों का भी चुनाव करते हैं, जो कहीं न कहीं सामाजिक संदेश देती हैं।

और, एक अभिनेता के तौर पर उन्हें ऐसे किरदार निभाने का मौका मिलता है, जिसमें उनकी परफॉर्मेंस पूरी तरह से निखर कर आती है। ‘वध’ और ‘कोट’ के बाद उनकी इस साल एक और फिल्म ‘गुठली लड्डू’ रिलीज हो रही है, जो शिक्षा के अधिकार की बात करती है।
फिल्म ‘गुठली लड्डू’ सामाजिक भेदभाव जैसे मुद्दे के साथ-साथ शिक्षा के अधिकार की भी बात करती हैं। इस फिल्म में अभिनेता संजय मिश्रा स्कूल के प्रिंसिपल की भूमिका निभा रहे हैं, जो फिल्म में गुठली के शिक्षा के अधिकार की लड़ाई लड़ता है। यह फिल्म सामाजिक परिवर्तन की ओर एक साहसिक पहल है। यह फिल्म न सिर्फ गुठली की कहानी है, बल्कि गुठली जैसे कई लोगों की कहानी है, जो हाशिए पर रहने वाले समुदायों को शिक्षा के लिए प्रेरित करती है।
अभिनेता संजय मिश्रा की पिछली फिल्म ‘कोट’ में भी सामाजिक विषमताओं पर करारा प्रहार किया था। समाज में सबकी बराबरी की बात तो होती है, लेकिन आज भी यह सबसे बड़ा सवाल है कि क्या सबको बराबरी का दर्जा मिला है? फिल्म ‘गुठली लड्डू’ में उन संघर्षों और सपनों का प्रतिबिंब है, जिनका कई लोगों को अपनी जीवन यात्रा में सामना करना पड़ता है। मनोरंजन के साथ-साथ इस फिल्म के जरिए बहुत ही खूबसूरत संदेश देने की कोशिश की गई है।

शाहरुख खान की जवान का जलवा, एडवांस बुकिंग खुलते ही तुरंत बिक गए इतने हज़ार टिकट

शाहरुख खान, नयनतारा और विजय सेतुपति की फिल्म जवान 7 सितंबर को बड़े पर्दे पर रिलीज होने वाली है. अब किंग खान ने अपनी फिल्म की रिलीज के एक हफ्ते पहले इसकी एडवांस बुकिंग ओपन कर दी है.

खास बात ये है कि एडवांस बुकिंग खुलते ही कुछ ही देर में हज़ारों टिकट बिक गए. शुरुआती आंकड़ों से मालूम पड़ता है कि जवान एडवांस बुकिंग में भी रिकॉर्ड तोड़ देगी.

फिल्म ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने जवान की एडवांस बुकिंग के आंकड़े ट्विटर (एक्स) पर शेयर किए हैं. उनके ट्वीट के मुताबिक नेशनल चेंस में फिल्म की बुकिंग शानदार तरीके से चल रही है. शुक्रवार 2 बजकर 45 मिनट तक के आंकड़े सामने आ गए हैं. इसके मुताबिक पीवीआर-आइनॉक्स में 66,000 और सिनेपोलिस 13,500 टिकटें बिक गई हैं. यानी कुछ ही घंटे में फिल्म की 79 हज़ार 500 टिकटें बिक गई हैं.

SBI में निकली 6000 से ज्यादा पदों पर वैकेंसी, ग्रेजुएट्स करें अप्लाई…

ग्रेजुएशन के बाद बैंक में नौकरी का सपना देख रहे युवाओं के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शानदार मौका लेकर आया है. एसबीआई में अपरेंटिस के पद पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी हुआ है. जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, देशभर में स्टेट बैंक के ब्रांचों में भर्तियां होंगी. इस वैकेंसी के माध्यम से कुल 6160 पदों पर भर्तियां होंगी. इन पदों पर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं. एसबाई की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, अपरेंटिस के पद पर आवेदन प्रक्रिया आज यानी 1 सितंबर 2023 से शुरू हो गई है. इसमें अप्लाई करने के लिए कैंडि़डेट्स को 21 सितंबर 2023 तक का समय है. आवेदन के लिए सिर्फ 21 दिन मिले हैं ऐसे में भीड़ से बचते हुए जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन कर लें. आवेदन करने का तरीका नीचे देख सकते हैं.

 

 

SBI Apprentice के लिए करें अप्लाई

अपरेंटिस के पद पर आवेदन करने के लिए कैंडिडेट्स को ऑफिशियल वेबसाइट sbi.co.in पर जाना होगा.
वेबसाइट की होम पेज पर Careers के लिंक पर .
इसके बाद Engagement of Apprentices Under The Apprentices के लिंक पर जाना होगा.
अगले पेज पर पहले रजिस्ट्रेशन फॉर्म भर लें.
रजिस्ट्रेशन के बाद एप्लीकेशन फीस जमा करें.
अंत में आवेदन फॉर्म भरकर प्रक्रिया पूरी करें.
आवेदन होने के बाद प्रिंट लेना ना भूलें.
SBI Apprentice Recruitment 2023 Applicationयहां डायरेक्ट फॉर्म भरें.

एप्लीकेशन फीस

SBI अपरेंटिस के पद पर निकली इस वैकेंसी के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसमें अप्लाई करने के लिए एप्लीकेशन फीस जमा करना जरूरी है. इस वैकेंसी में आवेदन करने वाले जनरल, ओबीसी और EWS कैटेगरी के उम्मीदवारों को फीस के तौर पर 300 रुपये जमा करने होंगे. इसके अलावा सभी वर्ग के कैंडिडेट्स बिना किसी फीस के अप्लाई कर सकते हैं. फीस का भुगतान ऑनलाइन किया जाएगा.

SBI Apprentice योग्यता और उम्र

अपरेंटिस के पद पर आवेदन करने के लिए कैंडिडेट्स के पास किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होना अनिवार्य है. किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन करने वाले इस वैकेंसी के लिए अप्लाई कर सकते हैं. बात करें उम्मीदवारों क उम्र सीमा की तो इसमें आवेदन करने के लिए 20 साल से ज्यादा और 28 साल से कम उम्र वाले ही हिस्सा ले सकते हैं. हालांकि, आरक्षण के दायरे

चंद्रमा पर जहां क्रैश हुआ रूस का लूना-25, NASA ने ढूंढ निकाली वो जगह, बना बड़ा गड्ढा

जब भारत का चंद्रयान 3 चंद्रमा के मिशन की ओर चला था। उसके बाद रूस का लूना 25 अचानक तेजी के साथ चंद्रमा की ओर गया, लेकिन चंद्रमा की सतह पर क्रैश हो गया। अमेरिकी स्पेस कंपनी नासा ने उस जगह को खोज निकाला है, जहां रूस का चंद्रयान लूना 25 क्रैश हुआ था।

उस जगह पर बड़ा सा गड्ढा बन गया है। रूस का लूना-25 स्पेसक्राफ्ट भारत के चंद्रयान से पहले चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला था, लेकिन प्री लैंडिंग ऑर्बिट में जाने के दौरान उसका संपर्क ग्राउंड स्टेशन से टूट गया। बाद में पता चला कि स्पेसक्राफ्ट कंट्रोल से बाहर हो गया और चंद्रमा की सतह पर ही क्रैश हो गया। अब नासा ने उस जगह को खोज निकाला है, जहां संभवतः रूस का लूना 25 क्रैश हुआ। नासा के लूनर रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर (LRO) स्पेसक्राफ्ट ने चांद पर एक नए क्रेटर को खोजा है। लूना-25 स्पेसक्राफ्ट 19 अगस्त को क्रैश हुआ था।

नासा ने देखा है कि जहां यह स्पेसक्राफ्ट गिरा था, वहां एक बड़ा क्रेटर बन गया। नासा ने एक लेख में लिखा कि रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस ने 21 अगस्त को इंपैक्ट पॉइंट के अनुमान की जगह प्रकाशित की। LROC टीम और मिशन ऑपरेशंस टीम 22 अगस्त को एलआरओ अंतरिक्ष यान को कैप्चर करने के लिए डिजाइन करने और कमांड भेजने में सक्षम था। नासा ने लिखा, इन तस्वीरों को खींचने का सिलसिला 24 अगस्त को दोपहर 2.15 बजे से शुरू हुआ और लगभग 4 घंटे में पूरा हुआ।

कितना बड़ा बन गया गड्ढा

एलआरओसी टीम ने टक्कर से पहले ली गई तस्वीरों और उसके बाद की तस्वीरों की तुलना की और एक छोटा नया गड्ढा पाया। एलआरओ ने इस क्षेत्र की तस्वीर पहले जून 2022 में खींची थी। चूंकि यह नया गड्ढा लूना-25 के अनुमानित इंपैक्ट बिंदु के करीब है, एलआरओ टीम ने निष्कर्ष निकाला है कि यह प्राकृतिक प्रभाव के बजाय लूना-25 मिशन के जरिए बना है। नया गड्ढा 10 मीटर डाइमीटर का है। यह लूना-25 की लैंडिंग साइट से लगभग 400 किमी दूर है।

50 साल बाद रूस ने भेजा था चंद्रयान

रूस का लूना-25 साल 1976 के बाद पहला स्पेसक्राफ्ट था, जो चांद पर भेजने के लिए लॉन्च हुआ था। रूस ने 10 अगस्त को लूना-25 स्पेसक्राफ्ट लॉन्च किया था। रूस का लक्ष्य था कि उसका स्पेसक्राफ्ट 21 अगस्त को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरे। जब स्पेसक्राफ्ट को प्री लैंडिंग ऑर्बिट में स्थापित किया जाने लगा तो यह अनियंत्रित हो गया। रूसी स्पेस एजेंसी ने बताया था कि थ्रस्टर समय से ज्यादा चलता रहा, जिसके कारण यह सीधे सतह की ओर बढ़ गया।

भारत की पहली महिला शिक्षक, जिन्होंने महिलाओं को पढ़ाने के लिए उठाए बड़े कदम…

ये कथन तो आप सभी ने पढ़ा होगा। शिक्षक केवल किताबी ज्ञान ही नहीं बल्कि हमें जीवन में एकता और हर अस्तित्व से पहचान कराने में सहायता करता है। समाज में शिक्षक की बात जब जब की जाती है, तब तब सावित्रीबाई फुले का जिक्र किया जाता है। उन्होंने समाज में शिक्षा की राह को उजागर करते हुए खुद लोगों को पढ़ाना शुरू किया और वह भारत की प्रथम महिला शिक्षिका भी बनी। लेकिन इनके साथ एक और नाम भी शामिल किया जाता है जिनका नाम है फातिमा शेख। यह देश की पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका थी। इन्होंने सावित्रीबाई फुले के साथ मिलकर काम किया व दलित और मुस्लिम महिलाओं, बच्चों को शिक्षित करने की शुरुआत की। यही नहीं इन्होंने 1848 में लड़कियों के लिए देश में पहले स्कूल की स्थापना भी की थी।

सावित्रीबाई फुले से ऐसी हुई मुलाकात
फातिमा शेख का जन्म 9 जनवरी 1831 को पुणे के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके भाई का नाम उस्मान शेख था, जो ज्योतिबा फुले के मित्र थे। निचली जातियों के लोगों को शिक्षित करने के कारण फातिमा शेख और उनके भाई दोनों को समाज से बाहर निकाल दिया गया था। जिसके बाद दोनों भाई-बहन सावित्रीबाई फुले से मिले। उनके के साथ मिलकर फातिमा शेख ने दलित और मुस्लिम महिलाओं और बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया।

कई लोगों ने किया विरोध
फातिमा शेख ने अहमदनगर के एक मिशनरी स्कूल में टीचर्स ट्रेनिंग भी ली थी। इसके बाद वह और सावित्री बाई दोनों लोगों के बीच जाकर महिलाओं बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करती थी। इस दौरान कई लोग उनका विरोध भी कर रहे थे, लेकिन कठिनाईयों का सामना करते हुए दोनों ने इस अभियान को जारी रखा। 1856 में सावित्रीबाई जब बीमार पड़ गई तो वह कुछ दिन के लिए अपने पिता के घर चली गईं। उस समय अकेले फातिमा शेख सारा लेखा जोखा देखती थी।
पुस्तकालय में पढ़ने के लिए किया आमंत्रित

उस समय जब हमारे पास संसाधनों की कमी थी तब फातिमा शेख ने मुस्लिम महिलाओं की शिक्षा को लेकर आवाज उठाई। हालांकि, ये सब करना आसान नहीं था लेकिन फातिमा शेख ने ये कर दिखाया। फातिमा शेख घर-घर जाकर दलितों और मुस्लिम महिलाओं को स्वदेशी पुस्तकालय में पढ़ने के लिए आमंत्रित किया करती थी। इस दौरान उन्हें कई प्रभुत्वशाली वर्गों के भारी प्रतिरोध का भी सामना करना पड़ा। लेकिन अपनी बात पर अड़ी फातिमा शेख ने कभी हार नहीं मानी।

खाना है कुछ हल्का तो झटपट बनाएं काठियावाड़ी खिचड़ी…

हर भारतीय घर में खिचड़ी खाना हर कोई पसंद करता है। अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि, जब लोग दिन भर पेट भर-भर के हैवी खाना खाते हैं, तो रात के वक्त वो हल्का खाना ही पसंद करते हैं। हल्के खाने में खिचड़ी एक ऐसा ऑप्शन है जो खाने में भी स्वादिष्ट होती है और आसानी से भी बन जाती है। कई जगह पर खिचड़ी काफी सादे तरीके से खाई जाती है, जो खाने में ज्यादा मजेदार नहीं होती। ऐसे में आज हम आपको ऐसी खिचड़ी की रेसिपी बताने जा रहे हैं, जिसको आपके घर में हर कोई बड़े चाव से खाएगा।

हम बात कर रहे हैं काठियावाड़ी खिचड़ी की, जिसका नाम सुनते ही लोगों के मुंह में पानी आ जाता है। इसे बनाना ज्यादा मुश्किल नहीं है। इसे बनाते समय आप इसका स्वाद बढ़ाने के लिए कई तरीके की सब्जियों का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। इसे आप गर्मागर्म परोस कर अपने घर वालों को खुश कर सकती हैं।

  • खिचड़ी बनाने के लिए जरूरी सामग्री
  • चावल – 1 कटोरी
  • मूंगदाल – 1 कटोरी
  • प्याज – 1
  • अदरक कद्दूकस – 1 टी स्पून
  • लहसुन कलियां – 4-5
  • हरी लहसुन कटी – 1 टेबलस्पून
  • हरी मिर्च कटी – 1
  • टमाटर – 1
  • आलू – 1
  • मटर – 1/2 कटोरी
  • हरा धनिया बारीक कटा – 3 टेबलस्पून
  • जीरा – 1 टी स्पून
  • तेल – 4 टेबलस्पून
  • नमक – स्वादानुसार
  • हल्दी – 1/2 टी स्पून
  • लाल मिर्च पाउडर – 1 टेबलस्पून
  • गरम मसाला – 1/2 टी स्पून

एयरलाइंस को झटका, 18 फीसदी बढ़े ATF के दाम, त्योहार पर महंगा होगा हवाई सफ़र

आज 1 सितंबर से एटीएफ (एविएशन टर्बाइन फ्यूल) की कीमत में भारी बढ़ोतरी हुई है और इसकी कीमतों में 18 फीसदी की भारी बढ़ोतरी के साथ नई दरें लागू हो गई हैं. अगर आप त्योहारी सीजन में हवाई यात्रा करने जा रहे हैं तो इस बात की पूरी संभावना है कि आपको हवाई टिकट महंगे मिलेंगे क्योंकि हवाई ईंधन महंगा होने के कारण एयरलाइंस को अपनी फ्लाइट टिकटों की कीमतें भी बढ़ानी पड़ सकती हैं।

ATF की कीमतें कितनी बढ़ीं?
देश की राजधानी दिल्ली में एटीएफ की कीमत बढ़कर 20,295.2 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है और इसकी कीमत 1.12 लाख रुपये के पार पहुंच गई है. दिल्ली में विमान ईंधन या जेट ईंधन की दरें बढ़कर 1,12,419.33 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई हैं.

एटीएफ की कीमतें लगातार तीसरे महीने बढ़ीं
दिल्ली से लेकर मुंबई, चेन्नई और कोलकाता तक हर जगह एटीएफ की कीमत में भारी बढ़ोतरी हुई है और यह लगातार तीसरा महीना है जब तेल विपणन कंपनियों ने एटीएफ की कीमत में बढ़ोतरी की है। विमानों और विमानों को चलाने में इस्तेमाल होने वाले ईंधन यानी एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) या जेट फ्यूल की ये कीमतें सरकारी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की वेबसाइट के अनुसार बताई गई हैं।

जानिए देश के चार प्रमुख महानगरों में एटीएम की नई और पुरानी कीमतें।
दिल्ली

देश की राजधानी दिल्ली में एटीएफ की कीमत बढ़कर 1,12,419.33 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जो पिछले महीने 92,124.13 रुपये प्रति किलोलीटर थी.

मुंबई

आर्थिक राजधानी मुंबई में एटीएफ की कीमत बढ़कर 1,05,222.13 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है, जो पहले 92,124.13 रुपये थी.

कोलकाता

कोलकाता में एटीएफ की कीमत बढ़कर 1,21,063.83 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है. पहले यह 1,07,383.08 रुपये प्रति किलोलीटर था।

CM Shivraj ने शहरी सड़कों के निर्माण और मरम्मत के लिए 2990 करोड़ रु स्वीकृत किए

मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहरों की सड़कों की मरम्मत, निर्माण एवं रख-रखाव के लिये 2 हजार 990 करोड़ रु की राशि की स्वीकृति दी है। यह जानकारी गुरुवार को नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने दी। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री की तरफ से कहा गया हैं कि 2023-24 में कायाकल्प अभियान के दूसरे चरण के लिए 1 हजार 200 करोड़ रु स्वीकृत किये गये हैं और विशेष केन्द्रीय सहायता (शहरी सुधार कार्यक्रम) के मास्टर प्लान की और 18 मीटर से ज्यादा प्रमुख सड़कों के निर्माण के लिये 1 हजार 200 करोड़ रु और शहरी अधो संरचना विकास निधि योजना में 590 करोड़ रु की राशि स्वीकृत की गई हैं।

उन्होंने कहा कि गौरतलब है कि अभियान के पहले चरण में 350 करोड़ रु की राशि पूर्व में जारी की जा चुकी हैं। पहले चरण में स्वीकृत राशि से सड़क निर्माण के कार्य जारी हैं। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह की तरफ से बताया गया है कि कायाकल्प अभियान के दूसरे चरण में स्वीकृत राशि का 3 फीसदी अंश गुणवत्ता नियंत्रण और अन्य प्रशासनिक व्यय के लिये रखा गया है।

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री की तरफ से बताया गया है कि गुणवत्ता नियंत्रण के लिये स्टेट क्वालिटी मॉनीटर नियुक्त किये गये हैं। निर्माण स्थल के कार्यों के पूर्व के जियोटेग फोटो लिये जा रहे हैं और पश्चात के जियोटेग फोटो लिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संभागवार मोबाइल टेस्ट लेब स्थापित की गई है।

उन्होंने कहा कि क्वॉलिटी को सुनिश्चित करने के लिये कार्यवार इंजीनियर्स को शुरू नामजद किया जायेगा और जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह की तरफ से कहा गया कि इंजीनियर्स को कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। शहरी अधो संरचना विकास निधि योजना में किये जाने वाले काम 5 करोड़ से कम के नहीं होंगे।

घरेलू रसोई गैल के बाद अब कमर्शियल सिलेंडर के दाम में कटौती, आयात शुल्क में भी की कटौती

सितंबर महीने की पहली तारीख को केंद्र सरकार और तेल कंपनियों के द्वारा देश के नागरिकों त्योहार से पहले बड़ा तोहफा दिया गया है. कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में बड़ी कटौती की गयी है. देशभर में इसकी कीमतों में 150 रुपये की कटौती की गयी है. बीते दो महीने में कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमतों में करीब 250 रुपये की कटौती की गयी है. इससे पहले अगस्त महीने की 30 तारीख को घरेलू गैस सिलेंडर के दाम में भी 200 रुपये की कटौती की गई थी. इसके साथ ही, उज्जवला योजना के तहत लाभुकों को अब 400 रुपये की सब्सिडी देने की घोषणा की गयी है. कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में कटौती से रेस्टोरेंट मालिकों के साथ मिठाई बेकर्स को बड़ी सहुलियत होगी.

 

सरकार ने एलपीजी आयात को कृषि उपकर से दी छूट

सरकार ने रसोई गैस सिलेंडर (LPG), तरलीकृत प्रोपेन और तरलीकृत ब्यूटेन के आयात पर लगाया गया 15 प्रतिशत कृषि उपकर शुक्रवार से हटा दिया है. सरकार ने जुलाई में इन वस्तुओं के आयात पर 15 प्रतिशत कृषि उपकर लगाया था. वित्त मंत्रालय की ओर से जारी एक अधिसूचना के अनुसार, रसोई गैस, तरलीकृत प्रोपेन और तरलीकृत ब्यूटेन के आयात को एक सितंबर से प्रभावी कृषि अवसंरचना विकास उपकर (एआईडीसी) से पूरी तरह छूट दे दी गई है.

महानगरों में कमर्शियल सिलेंडर की कीमत

राजधानी दिल्ली में कमर्शियल सिलेंडर की कीमत अगस्त महीने तक 1680 रुपये थी. जबकि, इस महीने से ग्राहकों अब केवल 1522.50 रुपये देना होगा. जबकि कोलकता में कमर्शियल सिलेंडर की कीमत पिछले महीने 1680 रुपये थी, जबकि ग्राहकों को सितंबर में 1636 रुपये चुकाना होगा. मुंबई में कमर्शियल सिलेंडर की कीमत 1,482 रुपये हो गई है जो पिछले महीने 1,640.50 रुपये थी. जबकि, चेन्नई में कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में बेहतर राहत मिली है. पिछले महीने इसकी कीमत 1852 रुपये थी, जो इस महीने केवल 1,695 रुपये होगी.

चुनाव को ध्यान में रखकर लिया गया फैसला

जानकार बताते हैं कि पिछले एक-दो साल में रसोई गैस की कीमतें बढ़ी हैं और यह एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बन गया है. कांग्रेस पार्टी ने एलपीजी की ऊंची कीमतों के कारण लोगों की जेब पर पड़ रहे असर को भांपते हुए इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है. कर्नाटक में हाल में संपन्न विधानसभा चुनावों में इसे प्रमुखता से उठाया गया. पार्टी ने मध्य प्रदेश में सत्ता में आने पर 500 रुपये की कीमत में एलपीजी देने का वादा किया है. राजस्थान में भी कांग्रेस सरकार इसी कीमत पर एलपीजी उपलब्ध करा रही है. दोनों राज्यों में नवंबर-दिसंबर में चुनाव होने हैं. हालांकि, ठाकुर ने इस फैसले को चुनाव से जोड़ने से इनकार करते हुए कहा कि यह ओणम और रक्षा बंधन के अवसर पर महिलाओं को मोदी सरकार की ओर से एक उपहार है. उन्होंने यह नहीं बताया कि कीमत में कटौती की ‘भरपाई’ कैसे की जाएगी. यह माना जाता है कि खुदरा ईंधन बेचने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियां बुधवार से कीमतें कम करेंगी. बाद में सरकार इसकी भरपाई करेगी.