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लूना-25 दक्षिणी ध्रुव के पास क्रैश, चांद पर जाने का रूस का सपना चकनाचूर

मास्को, 20 अगस्त। चांद पर उतरने से पहले ही रूस का मून मिशन के तहत भेजा गया लूना-25 क्रैश हो गया है। जर्मनी के डीडब्ल्यू न्यूज ने रूस की स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस के हवाले से बताया कि गलत पैरामीटर्स सेट होने और डेटा एनालिसिस में गलती होने की वजह से यान गलत ऑर्बिट में जाकर क्रैश हो गया।

लूना-25 को सोमवार को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरना था।
रूसी स्पेसक्राफ्ट लूना-25 में शनिवार को चांद की कक्षा बदलने के दौरान तकनीकी खराबी की जानकारी सामने आई थी। रूसी स्पेस एजेंसी ने रविवार को विफलता के बारे में रिपोर्ट सामने आने के बाद पुष्टि करते हुए कहा कि इसके बाद स्पेसक्राफ्ट से संपर्क साधने के कई प्रयास किए गए, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। एजेंसी ने माना है कि उनसे गलत पैरामीटर्स सेट हुए और अपने डेटा एनालिसिस में गलती हुई, जिसकी वजह से यान गलत ऑर्बिट में गया और क्रैश हो गया।

दरअसल, 1976 में तत्कालीन सोवियत संघ के दौरान लूना-24 मिशन के लगभग पांच दशकों बाद पहली बार 10 अगस्त को लूना-25 चांद पर भेजा गया था। इसने चंद्रमा पर पहुंचने के लिए अधिक सीधा रास्ता अपनाया, लेकिन 47 वर्षों में रूस का पहला चंद्रमा मिशन विफल हो गया। 1976 के लूना-24 मिशन के बाद से आज तक रूस का कोई भी यान चांद के ऑर्बिट तक नहीं पहुंचा है।

कफ़ सिरप: दवा जानकर बच्चों को पिलाया ज़हर, जम्मू से गांबिया तक कहर

लैमिन के परिवार ने बताया कथित ज़हरीली कफ़ सिरप पीने के सात दिनों में ही उसकी मृत हो गई.
पिछले साल जुलाई और अक्टूबर के बीच गांबिया में क़रीब 70 बच्चों की मौत हो गई
साल 2019 दिसंबर और जनवरी 2020 के बीच जम्मू के रामनगर में कम से कम 12 बच्चों की मौत हो गई थी
मौत के लिए दो भारतीय कंपनियों के बनाए कफ़ सिरप को ज़िम्मेदार ठहराया गया
दोनो भारतीय कंपनियों ने आरोपों को ग़लत बताया
रामनगर में ऐसे परिवार हैं, जिन्होंने बताया कि बच्चों ने कथित ज़हरीली कफ़ सिरप को पीया और बच गए
ये परिवार बच्चों के इलाज के लिए सरकारी मदद चाहते हैं
गांबिया में हमने जितने लोगों से बात की, उन्हें भारत सरकार और भारतीय कंपनी के खंडन पर भरोसा नहीं
बच्चों की मौत ने भारत में बनी दवाओं के बारे में कई लोगों के मन में अविश्वास पैदा किया है
डेढ़ साल का श्रेयांश, तीन साल का लामिन, तीन साल की सुरभि शर्मा, 22 महीने की अमीनाटा, ढाई साल का अनिरुद्ध… और कई दूसरे बच्चे.

भारत और गांबिया के ये वो बच्चे हैं, जिनके माँ-बाप ने उन्हें दम तोड़ते देखा.

दो महीने से पाँच साल की उम्र तक के बच्चे.

इसकी वजह थी खाँसी की कथित ज़हरीली दवा खाने से उनका पेशाब बंद होना, शरीर में सूजन और गुर्दे का ख़राब होना.

बच्चे रोते थे, लेकिन अपना दर्द बता नहीं पाते थे.

पिछले साल जुलाई और अक्तूबर के बीच द गांबिया में क़रीब 70 बच्चों की मौत हो गई.
पिछले साल जुलाई और अक्तूबर के बीच गांबिया में क़रीब 70 बच्चों की मौत हो गई.

जबकि साल 2019 दिसंबर और जनवरी 2020 के बीच जम्मू के रामनगर में कम से कम 12 बच्चों की मौत हो गई थी.

मौत के लिए भारतीय कंपनियों के बनाए कफ़ सिरप को ज़िम्मेदार ठहराया गया.

कंपनियों ने आरोपों को ग़लत बताया, लेकिन पीड़ित परिवारों को उन पर विश्वास नहीं.

पुलिस ने जम्मू में बच्चों की मौत की जाँच की और मामला अदालत में है.

जबकि गांबिया में बच्चों की मौत की जाँच के बाद सरकारी रिपोर्टें जारी की गईं, जिनमें एक भारतीय कंपनी के बनाए कफ़ सिरप को मौत के लिए ज़िम्मेदार बताया गया.

कुछ परिवारों ने अदालत का दरवाज़ा खटखटाया है और कहा है कि वो भारतीय और अंतरराष्ट्रीय अदालतों का दरवाज़ा खटखटाने से नहीं हिचकिचाएंगे.
एक जैसा दर्द

जम्मू और गांबिया के बीच क़रीब 10,000 किलोमीटर की दूरी है, जिनको पाटता इनका एक जैसा दर्द है, एक जैसी न्याय मांगने की लड़ाई है, जो अब भी जारी है.

मृतकों में गांबिया की क़रीब पाँच लाख की आबादी वाली राजधानी बैंजुल में रहने वाला तीन साल का लामिन भी था.

लामिन को ड्राइव के दौरान पापा की गोद में बैठना बहुत पसंद था.

पिछले साल सितंबर में जब उसे बुख़ार आया, तो डॉक्टर ने जो दवाइयाँ देने को कहा, उनमें कफ़ सिरप भी था.

लामिन दवा नहीं पीना चाहता था, लेकिन परिवार चाहता था कि वो जल्द ठीक हो जाए.

ड्राइवर का काम करने वाले उसके पिता एब्रिमा सानिया उस क्षण को याद करते हैं, “मैंने लामिन से ज़बरदस्ती दवा खाने को कहा.”

एब्रिमा शायद ही उस लम्हे को भूल पाएँ जब उन्होंने अपने बेटे को कफ़ सिरप दिया.
एब्रिमा शायद ही उस लम्हे को भूल पाएँ. उस क्षण को याद करके वो रोने लगे.

दवा लेने के कुछ समय बाद ही लामिन का खाना और पेशाब कम होने लगा.

डॉक्टरी जाँच में पता लगा कि लामिन को गुर्दे की समस्या थी. उसके होठ काले होने लगे थे.

एब्रिमा बोले, “लामिन ने मेरी ओर, मेरी आँखों में देखा. मैंने पूछा, लामिन तुम्हें क्या हो गया? मुझे उसका चेहरा, उसकी आँखें हमेशा याद रहेंगी क्योंकि वो मेरी आँखों के भीतर देख रहा था. मैं भी उसकी आँखों में देख रहा था.”

परिवार के मुताबिक़ कफ़ सिरप पीने के सात दिनों में ही लामिन की मृत्यु हो गई.

बच्चों के इस तरह अचानक चले जाने के सदमे से अभी भी उभर रहे माता-पिता याद करते हैं कि कैसे उनके बच्चों ने दर्द से तड़पते हुए दुनिया छोड़ी.

माता-पिता याद करते हैं कि कैसे उनके बच्चों ने दर्द से तड़पते हुए दुनिया छोड़ी.
एक पिता ने कहा, “मेरी बेटी लगातार इतना चिल्ला रही थी कि आख़िरकार उसके मुंह से आवाज़ निकलनी बंद हो गई. आख़िरी वक़्त में वो माँ का नाम ले रही थी, जैसे माँ से मदद मांग रही हो.”

लामिन के घर के नज़दीक ही 22 महीने की अमीनाटा रहती थी.

अमीनाटा के माँ-बाप को भी समझ नहीं आया कि उनके बेटी के साथ क्या हो रहा है.

चांद के ओर करीब पहुंचा चंद्रयान-3, इसरो ने दी जानकारी, चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग का होगा

चंद्रयान-3की चांद की सतह पर उतरने के लिए अतिलम चरण में है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के नतीजों से पता चला है कि चंद्रयान-3 को 23 अगस्त को कक्षा में छोटा और निचला प्रवेश दिया गया है।

चंद्रयान को रविवार शाम 6 बजे से 4 मिनट पहले चंद्रमा की सतह से उतरने की उम्मीद है। चंद्रमा की सतह पर उतरते ही विक्रम लैंडर के उतरते ही मौजूद रोवर प्रज्ञान अपना काम शुरू कर देगा और इसरों को डेटा डेडलाइन पर ले जाएगा। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि लैंडर मैड्यूल ने प्रस्तावित सॉफ्ट लैंडिंग से पहले बेहतर जांच की प्रक्रिया शुरू की।

इसरो ने कहा कि लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर आर्किटेक्चर के 23 अगस्त को शाम छह बजे चार मिनट तक चंद्रमा की सतह पर उतरने की उम्मीद है। इससे पहले कहा गया था कि स्क्रीनशॉट 23 अगस्त को शाम पांच बजे 47 मिनट चंद्रमा की सतह पर उतरेगा। इसरो ने रविवार को ‘एक्स’ (ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘एक और और अंतिम डीबस्टिंग (धीमा करने की प्रक्रिया) अभियान में लैंडर आर्किटेक्चरल कंसोल क्लास में और नीचे दिया गया है। ‘मॉडल अब आंतरिक जांच प्रक्रिया से गुजरेगा और शेष लैंडिंग स्थल पर सूर्योदय का इंतजार है।’

जानकारी के मुताबिक, इसरो ने इन आंकड़ों के विश्लेषण के लिए अलग-अलग टुकड़ों की टीम तैयार की है। इन आंकड़ों के माध्यम से चंद्रमा पर स्थिति का पता लगाएं। प्रक्षेपण के बाद प्रज्ञान रोवर मून की सतह पर 14 दिन तक घूमकर-घूमकर डाटा अध्ययन। इसमें लगे 2 उपकरण में से एक अल्फा पार्टिकल एक्सरे स्पेक्टोमीटर (एपीएक्सएस) चंद्रमा की सतह पर किसी धातु की खोज और उसकी पहचान करना, जबकि दूसरा अन्य जानकारी संयोजन जानना।

चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग का सीधा प्रसारण होगा

मून के दक्षिणी ध्रुव पर भारत का पिछला प्रयास छह सितंबर 2019 को उस वार्ता में हुआ था, जब लैंडर मून की सतह पर ग्रहण हो गया था। इसरो के अनुसार, चंद्रयान-3 मिशन के माध्यम से अंतरिक्ष में भारत एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करना चाहता है। यह उपलब्धि भारतीय विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और उद्योग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अंतरिक्ष में राष्ट्र की प्रगति को दर्शाती है। इस बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम का टेलीविजन पर 23 अगस्त को सीधा प्रसारण किया जाएगा, जो इसरो की वेबसाइट, इसके यूट्यूब चैनल, इसरो के फेसबुक पेज, और डीडी (दूरदर्शन) राष्ट्रीय टीवी चैनल सहित कई मंचों पर पांच डेमोक्रेट 27 मिनट से शुरू होंगे।

इसरो ने कहा कि चंद्रयान-3 का नरम प्रक्षेपण एक ऐतिहासिक क्षण है, जो केवल उत्साह बढ़ाने वाला नहीं है, बल्कि हमारे युवाओं के मन में युवाओं की भावना भी पैदा करने वाला है। चंद्रयान-3 के लैंडर डिज़ाइन और प्रक्षेपण डिज़ाइन 14 जुलाई को मिशन की शुरुआत के 35 दिन बाद लॉन्च गुरुवार को अलग हो गए थे। इसरो ने कहा है कि लैंडर को एक ऐसी कक्षा में प्रक्षेपित किया गया है, जहां से पेरिल्यून (चंद्रमा से कक्षा का सबसे दूर) 30 किलोमीटर और अपोल्यून (चंद्रमा से सबसे दूर) ‘डीबूस्ट’ (धीमा करने की प्रक्रिया) के लिए आएगा। का बिंदु) 100 किमी की दूरी पर होगा, जहां से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर ‘सोफ्ट लैंडिंग’ का प्रयास किया जाएगा। उस दौरान चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में सॉफ्ट माउंट की कोशिश की जाएगी।

आज का राशिफल; 21 अगस्त 2023

मेष राशि: 
आज का दिन आपके लिए किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जाने के लिए रहेगा। आप अपने कामों को लेकर कोई प्लानिंग करें, नहीं तो जल्दबाजी में आप किसी गलत बात के लिए भी हां कर सकते हैं। आपका मन किसी बात को लेकर परेशान रहेगा। जीवनसाथी आपसे किसी चीज की फरमाइश कर सकते हैं, जिसे आपको पूरी अवश्य करना होगा। आप अपने निवेश को लेकर कोई नया प्लान बना सकते हैं। यदि आपने पहले किसी को धन उधार दिया था, तो वह भी आपको वापस मिल सकता है।
वृष राशिः 
आज का दिन आपके लिए कुछ विशेषकर दिखाने के लिए रहेगा। विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के मार्ग को प्रशस्त होंगे। जीवनसाथी के संबंधों में यदि किसी बात को लेकर दरार आ गई थी, तो वह भी आज दूर होगी। आप कोई नए काम की शुरुआत कर सकते हैं, लेकिन आपको उसमें धन की कमी का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप माता-पिता से अपनी किस समस्या को लेकर बातचीत करेंगे, तो उसके लिए आपको समाधान अवश्य मिलेगा। विदेशों से व्यापार कर रहे लोगों को कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है।
मिथुन राशि : 
आज का दिन आपके लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है। आप परिवार के किसी सदस्य के करियर को लेकर आज कोई निर्णय ले सकते हैं, लेकिन आपको उसमें उनके मन की राय अवश्य जाननी है, नहीं तो बाद में आपको खरी-खोटी सुनने को मिल सकती है। आपका किसी नए वाहन आदि को खरीदने का सपना भी पूरा होगा। नौकरी में आपको प्रमोशन मिल सकता है। व्यापारियों को अपने कामों में ढील देने से बचना होगा।
कर्क राशि:
आज का दिन आपके लिए मान सम्मान में वृद्धि लेकर आने वाला है, जो लोग सामाजिक क्षेत्रों में कार्यरत हैं, उन्हें अपने कामों पर पूरा फोकस करना होगा। किसी अजनबी की बातों में ना आए, नहीं तो वह उन्हें धोखा दे सकता है। कार्यक्षेत्र में यदि आप परिवर्तन करने का सोच विचार कर रहे थे, उसके लिए कुछ समय रुकना बेहतर रहेगा। आपको किसी धार्मिक यात्रा पर जाने के योग बनते देख रहे हैं। विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के मार्ग के प्रशस्त होंगे।
सिंह राशि:
आज का दिन आपके लिए ऊर्जावान रहने वाला है। आपको किसी वाद विवाद में पड़ने से बचना होगा। यदि आप किसी नए कार्य में निवेश करेंगे तो आपको कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। माता-पिता से आप अपने मन की किसी इच्छा को जाहिर कर सकते हैं, जिसे वह पूरी अवश्य करेंगे। विद्यार्थियों को बौद्धिक और मानसिक बोझ से छुटकारा मिलता दिख रहा है। कार्यक्षेत्र में आपको किसी काम को लेकर कोई बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
कन्या राशि:
आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहने वाला है। कार्यक्षेत्र में आप कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं, जिसमें आप किसी अनुभवी व्यक्ति से बातचीत अवश्य करें। आपकी यदि किसी पुराने मित्र से किसी बात को लेकर अनबन चल रही थी, तो वह आपसे माफी मांगने आ सकते हैं। संतान के करियर में आ रही समस्याओं को लेकर आपको कहीं जाना पड़ सकता है। स्वास्थ्य में यदि किसी बात को लेकर समस्या चल रही थी, तो उसमें भी आप ढील ना दें, नहीं तो बीमारी बढ़ सकती है।
तुला राशिः
आज का दिन आपके लिए बाकी दिनों की तुलना में अच्छा रहने वाला है। आपको कार्यक्षेत्र में यदि इसी बात को लेकर समस्या आ रही थी, तो उसे आज अपने पिताजी की मदद से दूर कर सकते हैं। विद्यार्थियों ने यदि किसी प्रतियोगिता में भाग लिया था, तो उसके परिणाम आ सकते हैं। आपकी धन प्राप्ति के मार्ग में यदि कुछ बाधाएं आ रही थी, तो वह भी आज दूर होगी। आप कुछ अजनबी लोगों से दूरी बनाकर रखें, नहीं तो वह आपको कोई नुकसान पहुंचा सकते हैं।
वृश्चिक राशिः 
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए आज का दिन प्रसन्नता दिलाने वाला रहेगा। परिवार में आज किसी मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है और आपका कोई मित्र आपसे लंबे समय बाद मेल मुलाकात करने आ सकता है। यदि आपका कोई काम लंबे समय से रुका हुआ था, तो उसे पूरा करने की आपको पूरी कोशिश करनी होगी। आपको आय के कुछ नए स्रोत मिलने से आपकी खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा। परिवार में आप किसी से बहुत ही सोच विचार कर बोले, नहीं तो उन्हे आपकी कोई बात बुरी लग सकती है।
धनु राशिः
आज का दिन आपके लिए भागदौड़ भरा रहने वाला है। यदि आप कार्यक्षेत्र में कुछ विशेष कर दिखाने की कोशिश में लंबे समय से लगे हुए थे, तो आपकी वह इच्छा भी दूर होगी। लोगों को आज किसी बड़े जोखिम को उठाने से बचना होगा। लेनदेन के मामले में आप सावधानी बरतें, नहीं तो आपसे कोई गलती हो सकती है। अविवाहित जातकों के लिए उत्तम विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं। आप छोटे बच्चों के लिए कुछ खाने पीने की वस्तुएं और उपहार लेकर आ सकते हैं।
मकर राशिः 
आज का दिन आपके लिए कुछ समस्याओं से भरा रहने वाला है। परिवार में आपको अकस्मात लाभ मिलने से आपकी प्रसन्नता का ठिकाना नहीं रहेगा। यदि आप किसी नए वाहन की खरीदारी करना चाहते हैं, तो उसमें अभी कुछ समय रुकें, नहीं तो वाहन की किसी दुर्घटना के होने का भय सता रहा है। परिवार में किसी सदस्य के स्वास्थ्य में यदि कुछ गिरावट चल रही थी, तो उनका स्वास्थ्य अधिक बिगड़ सकता है। आप भाई व बहनों से यदि कोई मदद मांगेंगे, तो वह भी आपको आसानी से मिल जाएगी।
कुंभ राशिः आज का राशिफल
कोई डेटा उपलब्ध नहीं है, कृपया बाद में प्रयास करें।
मीन राशिः
आज का दिन आपके लिए खुशियों भरा रहने वाला है। परिवार में लोग आपकी बातों का पूरा मान रखेंगे, जिसे देखकर आपकी खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा। आप अपनी किसी योजना को लेकर परेशान चल रहे थे, तो उसकी शुरुआत हो सकती है। धन संबन्धित किसी मामले में आप किसी अजनबी से सलाह मशवरा ना करें, नहीं तो समस्या हो सकती है। जीवनसाथी से यदि किसी बात को लेकर कुछ मतभेद चल रहे थे, तो वह भी दूर होंगे और आर्थिक दृष्टिकोण से दिन आपके लिए मजबूत रहेगा।

स्पेन बना नया वर्ल्ड चैंपियन, इंग्लैंड का टूटा दिल

दुनिया को महिला फुटबॉल की नई वर्ल्ड चैंपियन टीम मिल गई है. स्पेन की टीम ने वर्ल्ड चैंपियन का ताज हासिल कर लिया है. रविवार को खेले गए खिताबी मुकाबले में स्पेन ने इंग्लैंड को 1-0 से हराकर अपना पहला खिताब जीत लिया है.

उसे ऐतिहासिक जीत दिलाने में उनकी कप्तान ओल्गा कारमोना का सबसे बड़ा हाथ रहा, जिसने 29वें मिनट में ही गोल दागकर स्पेन को 1-0 से बढ़त दिला दी थी और फिर यही गोल विनिंग गोल भी साबित हुआ. हालांकि ओल्गा के गोल के बाद इंग्लैंड की टीम का अटैक ज्यादा तेज हो गया था, मगर वो फिर भी स्पेन के डिफेंड को तोड़ नहीं पाई.

पहले हाफ के शुरुआत में इंग्लैंड को मौका भी मिला था, मगर लॉरेन हैंप चूक गई, जिसकी भरपाई इंग्लिश टीम आखिरी मिनट तक नहीं कर पाई. दोनों टीमें फाइनल में लिए जब मैदान पर उतरी थी तो दोनों की नजर मेडन खिताब पर थी, मगर बाजी स्पेन ने मार ली. दोनों टीमें इस टूर्नामेंट में पहली बार आमने-सामने हुई थी और पहली ही टक्कर में स्पेन ने इंग्लैंड को दिखा दिया कि महिला फुटबॉल की वो असली बादशाह है.

स्पेन का जबरदस्त खेल

स्पेन की टीम ने सेमीफाइनल में स्वीडन को 2-1 से हराकर फाइनल में एंट्री की थी और उस मुकाबले में ये भी काफी दिलचस्प था कि तीनों गोल आखिरी के 10 मिनट में हुए थे. आखिरी के 10 मिनट में स्पेन को रोकना स्वीडन के लिए भी मुश्किल हो गया था. उसने अपना वही फॉर्म फाइनल में भी जारी रहा और इंग्लैंड को बुरी तरह से हरा दिया.

पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में निवेश करने पर हर महीने होगी मोटी कमाई,

आज हम आपको पोस्ट ऑफिस की एक ऐसी योजना के बारे में बताने वाले हैं जिसमें निवेश करके आपको हर महीने गारंटीड रिटर्न मिल सकता है. इस स्कीम का नाम है पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम.
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम सरकार समर्थित एक ऐसी योजना है जिसमें निवेश करके आपको हर महीने के एक निश्चित राशि मिलेगी.
इस स्कीम के तहत सरकार जुलाई से सितंबर की तिमाही में 7.4 फीसदी ब्याज दर ऑफर कर रही है. इस स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल का है.इस स्कीम के तहत सरकार जुलाई से सितंबर की तिमाही में 7.4 फीसदी ब्याज दर ऑफर कर रही है. इस स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल का है.
ऐसे में एक बार निवेश करने के बाद आपको लगातार पांच साल तक हर महीने एक निश्चित राशि मिलेगी. इस स्कीम के तहत सिंगल खाते में आप अधिकतम 9 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं. वहीं ज्वाइंट अकाउंट में 15 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं.

आधार कार्ड हो गया है गुम तो फटाफट इस तरह ऑर्डर करें नया

आधार कार्ड आजकल के वक्त में सबसे जरूरी दस्तावेज बन चुका है. किसी भी सरकारी स्कीम का लाभ लेने से लेकर यात्रा के दौरान, स्कूल, कॉलेज का एडमिशन लेने आदि सभी कार्यों के लिए आधार कार्ड की आवश्यकता पड़ती है.

ऐसे में अगर आपका आधार कार्ड कहीं गुम हो जाए तो आप आपको भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में आधार जारी करने वाली संस्था भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) आधार यूजर्स को पीवीसी आधार कार्ड मंगवाने की सुविधा देती है. अगर आपका आधार कार्ड भी खो गया है तो हम आपको पीवीसी कार्ड आसानी से ऑनलाइन मंगाने के प्रोसेस के बारे में बता रहे हैं.

क्या होता है पीवीसी आधार कार्ड?

अगर किसी व्यक्ति का आधार कार्ड गुम हो जाता है तो ऐसी स्थिति में आप उसे दोबारा बनवा सकते हैं. इसके लिए आपको UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना. PVC का मतलब है Polyvinyl Chloride है. यह डिजिटल साइन किया हुआ क्यूआर कोड (QR Code) के साथ ऐसा कार्ड है जो क्रेडिट, डेबिट कार्ड की तरह दिखता है. इस कार्ड को आप कार्ड की तरह रखकर कहीं भी लेकर जा सकते हैं. इस कार्ड में भी आधार नंबर, नाम, लिंग आदि की तरह सभी जानकारी दर्ज होती है.

माइग्रेन रहता है तो हो जाइए सावधान, इससे हार्ट अटैक और इस जानलेवा रोग का भी बढ़ सकता है खतरा

माइग्रेन बहुत सामान्य सी न्यूरोलॉजिकल समस्या है जिसमें सिर के एक हिस्से में तेज दर्द होने लगता है। इस दर्द के अनुभव के साथ धड़कनों में तेजी, मतली, उल्टी और ध्वनि-प्रकाश के प्रति अत्यधिक संवेदनशीलता का भी अनुभव हो सकता है। माइग्रेन का सिरदर्द, सामान्य सिरदर्द की तुलना में अधिक तीव्रता वाला होता है, इसपर गंभीरता से ध्यान देने की भी आवश्यकता होती है क्योंकि कुछ स्थितियों में ये साइकोसोमेटिक डिसऑर्डर के कारण होने वाली समस्या भी हो सकती है।

शोधकर्ताओं ने पाया कि अगर आपको लंबे समय से माइग्रेन की समस्या बनी हुई है, तो इसपर गंभीरता से ध्यान दिया जाना चाहिए। माइग्रेन पर ध्यान न देना हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिमों को बढ़ाने वाली हो सकती है। यही कारण है कि समय रहते इस समस्या का निदान और उपचार किया जाना चाहिए। आइए माइग्रेन के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जानते हैं।

 

माइग्रेन के कारण होने वाली दिक्कतें

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, दुनियाभर में, स्ट्रोक मृत्यु का दूसरा सबसे आम कारण है। भारत में सालाना 1.85 लाख से अधिक लोग स्ट्रोक के शिकार होते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि माइग्रेन से पीड़ित लोगों में स्ट्रोक होने का खतरा अधिक हो सकता है। माइग्रेन और इस्केमिक स्ट्रोक के बीच संबंधों को लेकर कई अध्ययनों में भी स्पष्ट किया गया है, क्योंकि ये दोनों रक्त वाहिकाओं की आपूर्ति से संबंधित समस्याएं हैं।

अध्ययन से पता चलता है कि माइग्रेन से मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन, स्ट्रोक और हृदय मृत्यु का खतरा भी बढ़ सकता है।

बस 33 यात्रियों को लेकर गंगोत्री से उत्तरकाशी की ओर आ रही थी। इस दौरान बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई।

उत्तराखंड में रविवार को दर्दनाक हादसा हो गया। गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के पास यात्रियों को लेकर जा रही एक बस खाई में गिर गई। हादसे में पांच से छह लोगों की मौत की सूचना है। जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। मौके पर रेस्क्यू जारी है।
जानकारी के अनुसार, बस संख्या(uk 07 8585) 33 यात्रियों को लेकर गंगोत्री से उत्तरकाशी की ओर आ रही थी। इस दौरान बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। जिला आपदा प्रबंधन के अनुसार अब तक 19 घायलों को रेस्क्यू किया गया है।
घायलों को उपचार के लिए 108 एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, एक शव बरामद हो चुका है। एसपी अर्पण यदुवंशी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गई हैं। वहीं, जिला अस्पताल से दो और एंबुलेंस घटनास्थल के लिए रवाना की गई हैं।

गरीब और ग्रामीणों के बीच तेजी से फैल रहा है सर्वाइकल कैंसर, जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय

भारत में महिलाओं में होने वाले कैंसरों में सर्वाइकल कैंसर सबसे आम है. हाल ही में इसे लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनियाभर में सर्वाइकल कैंसर के करीब 95 फीसदी मामले गरीब और ग्रामीण इलाकों में सामने आते हैं.

सर्वाइकल कैंसर के 95 प्रतिशत मामले ह्यूमन पैपिलोमा वायरल की वजह से होता है. आइए इसके बारे में और जानकारी के लिए मदरहुड हॉस्पिटल गुड़गांव की वरिष्ठ सलाहकार प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सोनल सिंघल एमबीबीएस, एमडी से जानते हैं.

डॉ. सोनल सिंघल ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर, जिसे गर्भाशय की मुखमारी या गर्भाशय के मुख का कैंसर भी कहा जाता है, यह गर्भाशय के मुख के क्षेत्र में होने वाले कैंसर को दर्शाता है. गर्भाशय का मुख गर्भाशय के निचले हिस्से में स्थित होता है और सर्वाइकल कैंसर एक महिला में आमतौर पर गर्भाशय के मुख के पास स्थित योनि के सामने होता है.
इन कारणों से हो सकता है सर्वाइकल कैंसर –

ह्यूमन पैपिलोमा (एचपीवी) वायरस संक्रमण: ह्यूमन पैपिलोमा वायरस का संक्रमण इसका सबसे बड़ा कारण है, जिसमें कुछ प्रकार के एचपीवी कैंसर को बढ़ावा देते हैं.

धूम्रपान और शराब का सेवन: धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन करने से यह कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है.

आहार: खानपान में फलों, सब्जियों, अनाजों, फाइबर आदि की कमी भी इसके विकास में योगदान कर सकती है.

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण-

-योनि से रक्तस्राव

-योनि से दुर्गन्ध वाले, पीले या हरा वायरल का डिस्चार्ज का होना.

-गर्भाशय के मुख के पास पैरिनियम क्षेत्र में दर्द हो सकता है.

– गर्भाशय कैंसर बढ़ने पर पेट में दर्द और भारीपन महसूस हो सकता है.

सर्वाइकल कैंसर का उपचार –

हिस्टेरेक्टोमी सर्जरी: सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती चरणों में, गर्भाशय को निकाल दिया जाता है.

रेडिएशन थेरेपी: ऊर्जा की किरणों का उपयोग करके कैंसर को खत्म किया जाता है.

कीमोथेरेपी: औषधियों का सेवन करके कैंसर को नष्ट किया जाता है.

इम्यूनोथेरेपी: शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए दवाओं का सेवन कर कैंसर को खत्म करने का प्रयास