Friday , October 25 2024

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*जनपद इटावा*

*विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा एवं धर्मपत्नी द्वारा SSP आवास इटावा पर वृक्षारोपण कर समस्त पुलिस कर्मचारियों को पर्यावरण संरक्षण कर संपूर्ण विश्व को सुरक्षित बनाए रखने के लिए प्रेरित किया गया ।*आज दिनांक 05.06.2023 को *विश्व पर्यावरण दिवस* के अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा श्री संजय कुमार, धर्मपत्नी श्रीमति नीलम रॉय एवं अन्य पुलिस कर्मचारियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया तदोपरान्त महोदय द्वारा सभी अधि/कर्मचारियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करते हुये पर्यावरण दिवस-2023 की थीम *#BeatPlasticPollution* के प्रति जानकारी दी गयी साथ ही बताया कि प्लास्टिक प्रदूषण का संकट एक स्पष्ट खतरा है जो हर समुदाय को प्रभावित करता है। हमें प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करके सम्पूर्ण विश्व को प्लास्टिक मुक्त करना है, स्वच्छ पर्यावरण हमारे जीवन का आधार है पर्यावरण को बचाये रखना हम सभी की जिम्मेदारी है ।

*पर्यावरण संरक्षण के संकल्प के साथ अधिकारी कार्यालय तक पैदल चलकर गए*

 

*पर्यावरण संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी,प्रत्येक व्यक्ति एक पौधा अवश्य लगाए-एसएसपी*

 

*इटावा।विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण संरक्षण के संकल्प के साथ अधिकारी व समाजसेवी सड़क पर उतरे और वाहनों से कार्यालय ना जाकर सोमवार को सुबह पैदल अपने कार्यालय पहुंचे तथा दूसरे लोगों को भी पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।इसके साथ ही पौधारोपण भी किया गया।*

 

*पर्यावरण छात्र संसद में पारित प्रस्ताव के अनुरूप अपर जिलाधिकारी जयप्रकाश के नेतृत्व में यह काफिला अधिकारियों के आवास से चलकर कचहरी तक पहुंचा। पर्यावरण छात्र संसद के संयोजक डॉ.कैलाश यादव व संजय सक्सेना के संयोजन में अधिकारी व समाजसेवी कचहरी तक पैदल सड़कों पर उतरे।*

 

*अपर जिलाधिकारी जयप्रकाश ने कहा कि सप्ताह में 1 दिन पैदल कार्यालय जाना एक अच्छी पहल है इससे पर्यावरण प्रदूषण से बचेगा।उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हम सभी को मिलजुल कर कार्य करना है तभी पर्यावरण संरक्षण संभव है।पैदल मार्च एक अच्छी पहल है इसे जारी रखा जाना चाहिए।*

 

*उप जिलाधिकारी सदर विक्रम सिंह राघव,सहायक जिला विद्यालय निरीक्षक डा.मुकेश यादव जल संरक्षक निर्मल सिंह,स्वामी विवेकानंद सेवा संस्थान के सचिव विवेक रंजन गुप्ता,डॉ.आशीष दीक्षित तथा बृजेश सक्सेना,भारत विकास परिषद तुलसी के पंकज चौहान,अंजू तथा मंजू स्वामी जगपाल आचार्य चंद्रशेखर सहित बड़ी संख्या में लोग इस पैदल मार्च में शामिल हुए।अधिकारियों की कचहरी पहुंचने के बाद इन समाजसेवियों ने पर्यावरण छात्र संसद की ओर से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के आवास पर पहुंचकर पौधारोपण किया।*

 

*वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा तथा उनकी पत्नी ने पौधे लगाए।इस अवसर पर एसएसपी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हम सबकी जिम्मेदारी है और प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए।पर्यावरण छात्र संसद के संयोजक कैलाश यादव व संजय सक्सेना ने बताया कि इस छात्र संसद में पारित प्रस्तावों के अनुरूप लगातार कार्य किया जा रहा है उन्होंने यह भी बताया कि 1 जुलाई से बड़े पैमाने पर पौधारोपण का अभियान शुरू कर दिया जाएगा।इसके साथ ही पेड़ों के संरक्षण के लिए भी अभियान चलाया जाएगा।पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता अभियान भी जारी रहेगा।*

इटावा 05 जून, 2023 – अपर जिला मजिस्ट्रेट जय प्रकाश ने बताय कि जनपद में कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत निर्गत शासनादेशों में दिये गये निर्देशों के क्रम में एवं दि0 29/30 जून, 2023 को ईदुज्जुहा (बकरीद) तथा माह जून, 2023 में आयोजित होने वाली विभिन्न परीक्षाओं के दृष्टिगत जनपद में असामाजिक व्यक्तियों/तत्वों द्वारा शान्ति व्यवस्था भंग करने के विषय मे गोपनीय सूचना के आधार पर समाधान हो गया है कि कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनाये रखने हेतु तथा किसी सभ्भावित अप्रिय घटना को रोकने के लिए निरोधात्मक कदम उठाया जाना आवश्यक है। चंूकि समय कम है अतः ऐसी स्थिति में आदेश का तामीला संबंधित व्यक्तियों पर व्यक्तिगत रूप से किया जाना सभ्भव नहीं है। इसको दृष्टिगत रखते हुए एक पक्षीय रूप से दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा-144 के अर्न्तगत प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए निषेधाज्ञा लागू की जाती है।

अपर जिला मजिस्ट्ेट ने बताया कि कोई भी व्यक्ति कोई भी व्यक्ति इलेक्ट्ानिक संचार माध्यम अथवा सोशल मीडिया यथा फेसबुक, टियूटर, वाटसएप के माध्यम से किसी भी खबर अथवा सूचना को सृर्जित अथवा विस्तारित नहीं करेगा और न ही करवायेगा तथा किसी व्यक्ति अथवा व्यक्तियेां के वर्ग अथवा समूह में घृणा, द्वेष अथवा भड़काने वाली भावनाओ का संचार होना संभव हो। कोई भी व्यक्ति आग्नेयास़्त्र, अस्त्र-शस़्त्र, लाठी ,डण्डा,चाकू अथवा कोई तेजधार वाला शस़्त्र (जिसका फन ढाई इंच से अधिक हो), पटाखे, बम और अन्य किसी प्रकार का बारूद अथवा बिना बारूद वाला जिसका प्रयोग हिंसा के लिये किया जा सके, लेकर विचरण नहीं करेगा।

उक्त अवधि में सम्पूर्ण जनपद में जो दुकाने खुलेंगी उनके दुकानदारांे को फेसकवर/मास्क/ग्लब्स का इस्तेमाल करना होगा एवं दुकान में सेनेटाइज की व्यवस्था करनी होगी जिससे कि आने वाले समस्त व्यक्तियों को संक्रमण से बचाया जा सके। यदि कोई खरीददार मास्क नहीं पहने है तो उसे सामान की बिक्री नहीं की जायेगी। सार्वजनिक स्थानों पर प्रत्येक व्यक्ति फेसकवर/मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग करेंगे एवं सोशल डिस्टेसिंग का कड़ाई से अनुपालन किया जायेगा।

जनपद में माह जून, 2023 में होने वाली विभिन्न परीक्षाओं के दृष्टिगत कोई भी व्यक्ति परीक्षा केन्द्र से 100 मीटर की परिधि में ध्वनि विस्तारक यंन्त्रों का प्रयोग नहीं करेगा और परीक्षा केन्द्र के आसपास 100 मीटर की परिधि में अनाधिकृत रूप से एकत्र नहीं होगें। परीक्षा केन्द्रों के आस-पास 01 कि0मी0 मीटर की परिधि में फोटो स्टेट मशीनों की दुकाने परीक्षा अवधि में पूर्णतः बन्द रहेंगी, परीक्षा केन्द्र के अन्दर मोबाइल फोन अथवा ऐसे इलेक्ट्रानिक संयंत्र जिससे अनुचित साधन प्रयोग की आशंका हो परीक्षार्थी अपने साथ नहीं ले जा सकेगा।

कोविड-19 के संबंध में त्रुटिपूर्ण/भ्रामक सूचना/चेतावनी फैलाकर भयावह स्थिति उत्पन्न करने वाले तथा लॅाकडाउन के दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने पर संबंधित व्यक्ति के विरूद्ध डिजास्टर मैनेजमेन्ट एक्ट- 2005 की धारा-51 से 60 में दिये प्राविधानो के अर्न्तगत कार्यवाही की जायेगी। इसके अतिरिक्त कोरोना वायरस (कोविड-19) की रोकथाम एवं बचाव के दृष्टिगत निर्गत आदेशों का उल्लंघन भारतीय दण्ड विधान की धारा -188 के अर्न्तगत दण्डनीय अपराध होगा। यह आदेश सम्पूर्ण जनपद में 30.06.2023 तक लागू रहेगा यदि इससे पूर्व अपास्त न कर दिया जाये।

इटावा 05 जून, 2023 – जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी प्रदीप कुमार तिवारी ने जनपद के समस्त दिव्यांगजनों एवं स्वैच्छिक संस्थाओं को सूचित किया है कि शासन की निहित व्यवस्था के अन्तर्गत राज्य निधि मद से दिव्यांगजन को वित्तीय सहायता दिए जाने का प्राविधान किया गया है। उक्त निर्गत दिशा निर्देश दिनांक 14.09.2021 में दिव्यांगजन के हितार्थ 4 प्रकार की सहायक प्रदान किए जाने का प्राविधान है जो इस प्रकार है।उत्तर प्रदेश के दिव्यांगजन द्वारा बनाये गये चित्रों, हस्तकला आदि सहित उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए प्रदर्शनी एवं कार्यशालाओं हेतु धनराशि सहायक के रूप में उपलब्ध कराना, उत्तर प्रदेश के दिव्यांगजन जिनका खेल / ललित कला / संगीत / नित्य / फिल्म / थियेटर/साहित्य जैसे क्षेत्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन हो, उन्हे राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय आयोजनों प्रतिभाग किए जाने एवं खेल आयोजन हेतु वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना, दैनिक जीवन के गतिविधियों को बेहतर बनाने के लिए बेंच मार्क दिव्यांगता (80 प्रतिशत या इससे अधिक) के व्यक्तियों को उच्च सहायता वाले उपकरण (High Support Need Instruments) क्रय हेतु वित्तीय सहायता एवं उत्तर प्रदेश के दिव्यांगजन जो गम्भीर बीमारियों यथा- कैंसर, फैनिसिमिया / प्लास्टिक एनीमिया, बहुस्केलोरिसिस से ग्रसित हो अथवा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से अच्छादित न हो, को चिकित्सा हेतु वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

उन्होंने बताया कि उपरोक्त श्रेणीयों में अर्हता रखने वालें इच्छुक दिव्यांगजन एवं स्वैच्छि संस्थान सम्बन्धित श्रेणी के आवेदन पत्र प्राप्त कर अपना प्रस्ताव साक्ष्यों सहित 02 प्रतियों आवेदन / प्रस्ताव दिनांक 20.06.2023 तक जमा कर सकते है। जिससे ससमय “राज्यनिधि से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जा सके।

इटावा 05 जून, 2023 – जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी प्रदीप कुमार तिवारी ने जनपद के समस्त दिव्यांगजनों को सूचित किया है कि दिव्यांगजन सशक्तीकरण विवाह द्वारा संचालित शादी-विवाह प्रोत्साहन पुरूस्कार योजनान्तर्गत ऑनलाइन आवेदन वेबसाइट (http//divyangjan.upsdc.gov.in) पर स्वीकार किए जा रहे है। आवेदन पत्र पर साइबर कैफे, निजी इण्टरनेट केन्द्र, लोकवाणी के माध्यम से स्थापित जन सुविधा केन्द्रो आदि के माध्यम से किया जा सकेगा।

उन्होंने बताया कि इस योजनान्तर्गत दिव्यांग दम्पत्ति को विवाह करने पर सम्पत्ति में पुरुष के दिव्यांग होने वाले प्रोत्साहन पुरूस्कार रू0 15000/- एवं महिला के दिव्यांग होने पर रू० 20000/- तथा आदि दम्पत्ति (पति-पत्नी) दोनो दिव्यांग है रू0 35000/- पुरूस्कार स्वरूप प्रदान किया जाता है। इच्छुक / पात्रता रखने वाले दिव्यांगजन ऑलाइन आवेदन भरते समय आवेदन दम्पत्ति को दिव्यांगता प्रदर्शित करने वाला संयुक्त नवीनतम फोटोग्राफ, आयु प्रमाण-पत्र जिसमें तिथि का आंकलन हो जनपद के मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा निर्गत दिव्यांगता प्रमाण-पत्र, विवाह पंजीकरण प्रमाण-पत्र (यदि विवाह पंजीकरण प्रमाण-पत्र नहीं है, तो विवाह से सम्बन्धित अन्य कोई अभिलेख / प्रमाण-पत्र संलग्न कर सकते हैं।), निवास प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड, आय एवं जाति प्रमाण-पत्र, राष्ट्रीयकृत बैंक में संचालित संयुक्त खाता संख्या आदि अभिलेख पूर्ण कर ऑनलाइन आवेदन कर हार्ड कॉपी में सलग्नों सहित कार्यालय जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, इटावा कक्ष संख्या 37 में उपलब्ध करा दें, ताकि अग्रिम कार्यवाही की जा सके। किसी असुविधा हेतु कार्यालय जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग इटावा में किसी भी कार्य दिवस में सम्पर्क कर सकते है।

भागवत कथा में सुनाया गोवर्धन पूजा का प्रसंग सैफई ( इटावा) तहसील क्षेत्र के रणबीर सिंह इंटर कॉलेज परासना में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन शनिवार को कथाव्यास श्री श्री 1008 महंत हरभजन दास महाराज (पीठाधीश्वर पिलुआ हनुमान मंदिर) नें श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं और गोवर्धन पूजा के प्रसंग विस्तार से सुनाए। कथा में गोवर्धन पर्वत की कृत्रिम आकृति झांकी के माध्यम से दर्शाई गई। भगवान कृष्ण को 56 भोग लगाए गए। कथा के पांचवे दिन कथा पंडाल में मुख्य आकर्षण का केंद्र दीपक नृत्य रहा जिसने श्रृद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान श्रृद्धालुओं के द्वारा गोवर्धन भगवान को छप्पन भोग लगाकर धूमधाम से उत्सव मनाया गया। इससे पूर्व प्रवचनों में कथाव्यास श्री श्री 1008 महंत हरभजन दास महाराज नें कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने पृथ्वी पर धर्म और सत्य की पुन: स्थापना के लिए द्वापर युग में अवतार लिया। उन्होंने बाल्य अवस्था में ही कालीय नाग का मर्दन करके यमुना जी को पवित्र किया, पूतना एवं बकासुर आदि मायावी शक्तियों का अंत किया। बृज भूमि में आतंक के पर्यायी कंस मामा का वध करके अपने माता-पिता देवकी-वसुदेव और नाना महाराज उग्रसेन को कारागार से मुक्त कराया। गोवर्धन पूजा में प्रकृति की पूजा का उल्लेख किया गया। गायकों द्वारा सुनाए गए भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे। भागवत आरती में परीक्षित बेचेलाल एवं सुदामा देवी ने अंत में श्रोताओं को आरती ग्रहण कराई। इस मौके पर आयोजक, बलवीर सिंह यादव ठेकेदार, राजवीर बाबा,ओमवीर सिंह,धर्मवीर सिंह,प्रदीप प्रदीप आढ़तिया महोला,सर्वेश प्रधान,आजाद यादव प्रधान,अर्जुन सिंह,अवनीश यादव, आदि मौजूद रहे।

भागवत कथा में सुनाया गोवर्धन पूजा का प्रसंग

सैफई ( इटावा) तहसील क्षेत्र के रणबीर सिंह इंटर कॉलेज परासना में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन शनिवार को कथाव्यास श्री श्री 1008 महंत हरभजन दास महाराज (पीठाधीश्वर पिलुआ हनुमान मंदिर) नें श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं और गोवर्धन पूजा के प्रसंग विस्तार से सुनाए। कथा में गोवर्धन पर्वत की कृत्रिम आकृति झांकी के माध्यम से दर्शाई गई। भगवान कृष्ण को 56 भोग लगाए गए। कथा के पांचवे दिन कथा पंडाल में मुख्य आकर्षण का केंद्र दीपक नृत्य रहा जिसने श्रृद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस दौरान श्रृद्धालुओं के द्वारा गोवर्धन भगवान को छप्पन भोग लगाकर धूमधाम से उत्सव मनाया गया। इससे पूर्व प्रवचनों में कथाव्यास श्री श्री 1008 महंत हरभजन दास महाराज नें कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने पृथ्वी पर धर्म और सत्य की पुन: स्थापना के लिए द्वापर युग में अवतार लिया। उन्होंने बाल्य अवस्था में ही कालीय नाग का मर्दन करके यमुना जी को पवित्र किया, पूतना एवं बकासुर आदि मायावी शक्तियों का अंत किया। बृज भूमि में आतंक के पर्यायी कंस मामा का वध करके अपने माता-पिता देवकी-वसुदेव और नाना महाराज उग्रसेन को कारागार से मुक्त कराया। गोवर्धन पूजा में प्रकृति की पूजा का उल्लेख किया गया। गायकों द्वारा सुनाए गए भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे। भागवत आरती में परीक्षित बेचेलाल एवं सुदामा देवी ने अंत में श्रोताओं को आरती ग्रहण कराई।

इस मौके पर आयोजक, बलवीर सिंह यादव ठेकेदार, राजवीर बाबा,ओमवीर सिंह,धर्मवीर सिंह,प्रदीप प्रदीप आढ़तिया महोला,सर्वेश प्रधान,आजाद यादव प्रधान,अर्जुन सिंह,अवनीश यादव, आदि मौजूद रहे।

भागवत कथा में सुनाया गोवर्धन पूजा का प्रसंग सैफई ( इटावा) तहसील क्षेत्र के रणबीर सिंह इंटर कॉलेज परासना में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन शनिवार को कथाव्यास श्री श्री 1008 महंत हरभजन दास महाराज (पीठाधीश्वर पिलुआ हनुमान मंदिर) नें श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं और गोवर्धन पूजा के प्रसंग विस्तार से सुनाए। कथा में गोवर्धन पर्वत की कृत्रिम आकृति झांकी के माध्यम से दर्शाई गई। भगवान कृष्ण को 56 भोग लगाए गए। कथा के पांचवे दिन कथा पंडाल में मुख्य आकर्षण का केंद्र दीपक नृत्य रहा जिसने श्रृद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान श्रृद्धालुओं के द्वारा गोवर्धन भगवान को छप्पन भोग लगाकर धूमधाम से उत्सव मनाया गया। इससे पूर्व प्रवचनों में कथाव्यास श्री श्री 1008 महंत हरभजन दास महाराज नें कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने पृथ्वी पर धर्म और सत्य की पुन: स्थापना के लिए द्वापर युग में अवतार लिया। उन्होंने बाल्य अवस्था में ही कालीय नाग का मर्दन करके यमुना जी को पवित्र किया, पूतना एवं बकासुर आदि मायावी शक्तियों का अंत किया। बृज भूमि में आतंक के पर्यायी कंस मामा का वध करके अपने माता-पिता देवकी-वसुदेव और नाना महाराज उग्रसेन को कारागार से मुक्त कराया। गोवर्धन पूजा में प्रकृति की पूजा का उल्लेख किया गया। गायकों द्वारा सुनाए गए भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे। भागवत आरती में परीक्षित बेचेलाल एवं सुदामा देवी ने अंत में श्रोताओं को आरती ग्रहण कराई। इस मौके पर आयोजक, बलवीर सिंह यादव ठेकेदार, राजवीर बाबा,ओमवीर सिंह,धर्मवीर सिंह,प्रदीप प्रदीप आढ़तिया महोला,सर्वेश प्रधान,आजाद यादव प्रधान,अर्जुन सिंह,अवनीश यादव, आदि मौजूद रहे।

भागवत कथा में सुनाया गोवर्धन पूजा का प्रसंग

सैफई ( इटावा) तहसील क्षेत्र के रणबीर सिंह इंटर कॉलेज परासना में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन शनिवार को कथाव्यास श्री श्री 1008 महंत हरभजन दास महाराज (पीठाधीश्वर पिलुआ हनुमान मंदिर) नें श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं और गोवर्धन पूजा के प्रसंग विस्तार स सुनाए। कथा में गोवर्धन पर्वत की कृत्रिम आकृति झांकी के माध्यम से दर्शाई गई। भगवान कृष्ण को 56 भोग लगाए गए। कथा के पांचवे दिन कथा पंडाल में मुख्य आकर्षण का केंद्र दीपक नृत्य रहा जिसने श्रृद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस दौरान श्रृद्धालुओं के द्वारा गोवर्धन भगवान को छप्पन भोग लगाकर धूमधाम से उत्सव मनाया गया। इससे पूर्व प्रवचनों में कथाव्यास श्री श्री 1008 महंत हरभजन दास महाराज नें कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने पृथ्वी पर धर्म और सत्य की पुन: स्थापना के लिए द्वापर युग में अवतार लिया। उन्होंने बाल्य अवस्था में ही कालीय नाग का मर्दन करके यमुना जी को पवित्र किया, पूतना एवं बकासुर आदि मायावी शक्तियों का अंत किया। बृज भूमि में आतंक के पर्यायी कंस मामा का वध करके अपने माता-पिता देवकी-वसुदेव और नाना महाराज उग्रसेन को कारागार से मुक्त कराया। गोवर्धन पूजा में प्रकृति की पूजा का उल्लेख किया गया। गायकों द्वारा सुनाए गए भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे। भागवत आरती में परीक्षित बेचेलाल एवं सुदामा देवी ने अंत में श्रोताओं को आरती ग्रहण कराई।

इस मौके पर आयोजक, बलवीर सिंह यादव ठेकेदार, राजवीर बाबा,ओमवीर सिंह,धर्मवीर सिंह,प्रदीप प्रदीप आढ़तिया महोला,सर्वेश प्रधान,आजाद यादव प्रधान,अर्जुन सिंह,अवनीश यादव, आदि मौजूद रहे।

भागवत कथा में सुनाया गोवर्धन पूजा का प्रसंग8

*NEWS FLASH ETAWAH*

 

 

इटावा-ग्वालियर राजमार्ग स्थित उदी चम्बल के क्षतिग्रस्त हो जाने के

*NEWS FLASH ETAWAH*

इटावा-ग्वालियर राजमार्ग स्थित उदी चम्बल के क्षतिग्रस्त हो जाने के उपरान्त मरम्मत कार्य हेतु एवं सुरक्षा के दृष्टिगत जिलाधिकारी अवनीश राय ने 8 जून की रात्रि 12 बजे से पुल पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक हेतु आदेश जारी किए है,इस दौरान हल्के वाहनों का आवागमन जार रहेगा,इस अवधि में जनपद भिण्ड की ओर जाने वाले भारी वाहन जालौन अथवा शिकोहाबाद होते हुए भिण्ड जायेंगे या उदी चौराहे से चकरनगर सहसों-फूफ होते हुए भिण्ड जायेंगे तथा जनपद भिण्ड से आगरा/कानपुर की ओर आने वाले भारी वाहन शिकोहाबाद अथवा जालौन होते हुए आयेंगे या फूफ- सहसों – चकरनगर से उदी चौराहा होते हुए इटावा आयेंगे,नये पुल के निर्माण पूर्ण होने तक की अवधि में भारी वाहनों का आवागमन पूर्णतयाः प्रतिबंधित रहेगा।

उपरान्त मरम्मत कार्य हेतु एवं सुरक्षा के दृष्टिगत जिलाधिकारी अवनीश राय ने 8 जून की रात्रि 12 बजे से पुल पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक हेतु आदेश जारी किए है,इस दौरान हल्के वाहनों का आवागमन जारी रहेगा,इस अवधि में जनपद भिण्ड की ओर जाने वाले भारी वाहन जालौन अथवा शिकोहाबाद होते हुए भिण्ड जायेंगे या उदी चौराहे से चकरनगर सहसों-फूफ होते हुए भिण्ड जायेंगे तथा जनपद भिण्ड से आगरा/कानपुर की ओर आने वाले भारी वाहन शिकोहाबाद अथवा जालौन होते हुए आयेंगे या फूफ- सहसों – चकरनगर से उदी चौराहा होते हुए इटावा आयेंगे,नये पुल के निर्माण पूर्ण होने तक की अवधि में भारी वाहनों का आवागमन पूर्णतयाः प्रतिबंधित रहेगा।

जीवन में जितना संघर्ष करोगे, उतना ही निखरोगे: प्रतीक सागर

फोटो:- जैन मोहल्ला में प्रवचन करते जैन मुनि प्रतीक सागर जी महाराज
    जसवंतनगर(इटावा)। जैन मुनि 108  प्रतीक सागर जी महाराज ने कहा है कि जीवन में, जो व्यक्ति जितना ज्यादा संघर्ष करता है,वही व्यक्ति स्वयं के लिए, परिवार और समाज के लिए एक आदर्श के रूप में उभरता है।  संघर्ष का नाम  ही जीवन है और संघर्षशील व्यक्ति ही संसार में अविस्मरणीय बनता है।
       महाराज जी यहां जैन मोहल्ले में रविवार सुबह बड़ी संख्या में एकत्रित धर्मानुयायियों को संबोधित कर रहे थे। शनिवार को  विधि न मिलने से महाराज जी का आहार नहीं हुआ था शाम को वह  अस्वस्थ भी थे, ऐसे हालात 48 घंटे रहने के बावजूद  महाराज की वाणी में ओज और तेज था।
    उन्होंने उदाहरण देते बताया कि मिट्टी सूर्य की तेजी में  जितना तपती है और फिर कुम्हार के पैरों तले  रुदती और हाथों से कूटी जाती और तरासी जाती है,उतनी ज्यादा निखरकर सुंदर आकार लेती है। मिट्टी का यही संघर्ष है और इसी तरह का संघर्ष मानव को महामानव बनाता है।
        महाराज जी ने कहा कि कभी  भय और डर से धर्म पथ पर आगे नहीं बढ़ा जा सकता। कुएं बदलने से प्यास नहीं  बुझाई जा सकती, इसलिए धर्म के प्रति सदैव गहरी आस्था रखो और भगवान पर विश्वास रखो, जीवन में अवश्य ही आपको अपना लक्ष्य प्राप्त होगा। साथ ही आप समाज और देश के लिए एक उदाहरण बन सकोगे।              उन्होंने कहा कि त्याग की महत्ता बहुत बड़ी है। बहुत कुछ पाने के लिए बहुत कुछ  त्यागना पड़ता है। जिस तरह से स्नान छुप कर किया जाता है, उसी तरह दान भी छुपा हुआ ही होना चाहिए। जो लोग अपने दान का प्रदर्शन या बखान करते हैं, उनका दान, दान नहीं होता बल्कि एक ‘शोबाजी’  मात्र तक ही सीमित है। जीवन में गिरते को  उठाना ही धर्मात्मा का  गुण है।
    शनिवार को महाराज जी लुधपुरा जैन मंदिर से से विहार करते पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर जैन मोहल्ला पहुंचे थे। यहां के जैन समाज के अध्यक्ष राजेश जैन के सात साथ राजकमल जैन, विनोद जैन,अतुल बजाज,आशीष जैन,रोहित जैन,विवेक जैन,चेतन जैन, रवि जैन,अंकित जैन,राजकुमार जैन,एकांश जैन,अंकुर जैन,मणिकांत जैन,सचिन जैन
,विनीत जैन नितिन जैन, मोहित जैन, अनुभव जैन ,संजय जैन ,प्रखर जैन, मनोज जैन ,प्रमुख रूप से महाराज जी की प्रवासीय व्यवस्थाओं में बढ़ चढ़कर सहयोग कर रहे है
*वेदव्रत गुप्ता
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