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‘गर्मी में वकीलों को कोर्ट-गाउन पहनने से छूट मिले’; जनहित याचिका पर सुनवाई से अदालत का इनकार

नई दिल्ली:सुप्रीम कोर्ट ने कोर्ट के भीतर वकीलों की पोशाक से जुड़ी जनहित याचिका (PIL) पर विचार करने से इनकार कर दिया है। शीर्ष अदालत के समक्ष दायर पीआईएल में मांग की गई थी कि गर्मी के मौसम में वकीलों को काला कोर्ट और गाउन पहनने से छूट मिलनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को इस जनहित याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर कहा कि कुछ ड्रेस कोड होना चाहिए। अदालतों में मुकदमों की पैरवी करने के दौरान वकील ‘कुर्ता-पायजामा’ नहीं पहन सकते।

चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ की पीठ ने क्या कहा
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा, आखिरकार यह शिष्टाचार का मामला है। आपको उचित पोशाक पहननी चाहिए। आप ‘कुर्ता पायजामा’ या शॉर्ट्स और टी-शर्ट में अदालतों में बहस नहीं कर सकते। पीठ ने जनहित याचिका दायर करने वाले वकील शैलेंद्र मणि त्रिपाठी से कहा कि वे इस मुद्दे पर बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI), राज्य बार काउंसिल और केंद्र को ज्ञापन सौंप सकते हैं। अदालत ने साफ किया कि इस मुद्दे पर बार काउंसिल निर्णय ले सकते हैं।

राजस्थान और बंगलूरू की जलवायु में काफी अंतर है, बार काउंसिल या सरकार से अपील करें
त्रिपाठी ने अपनी दलील में कहा कि वकीलों को गर्मियों में काले कोट और गाउन पहनने से छूट दी जा सकती है। इस पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, राजस्थान की जलवायु बंगलूरू जैसी नहीं है। ऐसे में संबंधित बार काउंसिल को ही इस पर निर्णय लेने दें। तीन जजों की पीठ ने कहा, याचिकाकर्ता ड्रेस कोड में उपयुक्त संशोधन के लिए बार काउंसिल और सरकार सरकार के पास ज्ञापन भेज सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट में दायर जनहित याचिका पर तीन जजों की पीठ ने विचार करने से इनकार कर दिया। ऐसे में त्रिपाठी ने पीआईएल वापस लेने की अनुमति मांगी। सीजेआई चंद्रचूड़ की पीठ ने याचिका वापस लेने की अपील मंजूर कर ली।

‘हैदराबाद मुक्ति दिवस न मनाने के पीछे सरकारों की वोट बैंक और तुष्टिकरण नीति

हैदराबाद:सिकंदराबाद लोकसभा सीट से निर्वाचित भाजपा सांसद और तेलंगाना बीजेपी प्रमुख जी किशन रेड्डी ने कहा है कि वोट बैंक की राजनीति के कारण कई दशों तक सरकारों ने ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ मनाने से परहेज किया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के गठन के बाद की सरकारों ने तुष्टिकरण की नीति अपनाई। यही कारण रहा कि सरकारों ने 17 सितंबर को आधिकारिक तौर पर ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ मनाने से इनकार कर दिया।

तीन साल से हैदराबाद मुक्ति दिवस आधिकारिक तौर पर मना रही केंद्र सरकार
केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने आरोप लगाया है कि अविभाजित आंध्र प्रदेश और 2014 में तेलंगाना गठन के बाद राज्य सरकारों ने तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की पहल पर बीते तीन साल से हैदराबाद मुक्ति दिवस आधिकारिक तौर पर मनाया जा रहा है। हालांकि, राज्य सरकार इस मौके पर कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत राष्ट्र समिति (BRS) और कांग्रेस राज्य की जनता को ‘मुक्ति दिवस’ के मौके पर लोगों को धोखा दे रही हैं।

कई वर्षों तक मुक्ति दिवस के दिन राज्य का आधिकारिक कार्यक्रम क्यों नहीं
गौरतलब है कि भारत की आजादी के बाद साल 1948 में हैदराबाद के तत्कालीन निजाम ने भारत में विलय की शर्त 17 सितंबर को मंजूर की थी। इस मौके को केंद्र सरकार बीते तीन साल से हैदराबाद मुक्ति दिवस के रूप में मनाती है। केंद्र सरकार के एक समारोह में केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने तेलंगाना के पूर्व सीएम के चंद्रशेखर राव से सवाल किया कि आखिर राज्य सरकार ने कई वर्षों तक मुक्ति दिवस के दिन आधिकारिक कार्यक्रम क्यों नहीं आयोजित किए। रेड्डी ने आरोप लगाया कि सीएम बनने के बाद केसीआर ने अपने सुर बदल दिए। सहयोगी दल- ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के साथ मिलकर मुक्ति दिवस की गलत व्याख्या की।

तेलंगाना के लिए 17 सितंबर, 15 अगस्त जितना ही अहम
रेड्डी ने कहा कि महाराष्ट्र और कर्नाटक की सरकारें हैदराबाद मुक्ति दिवस के मौके पर आधिकारिक कार्यक्रम कर रही हैं, लेकिन तेलंगाना और अविभाजित आंध्र प्रदेश की सरकारों ने आधिकारिक तौर पर इस दिन को मनाने से इनकार कर दिया है। केंद्रीय कोयला मंत्री ने आरोप लगाया कि तेलंगाना के इतिहास को दबाया गया। इसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। लोगों को गुमराह किया गया। वोट बैंक की राजनीति और तुष्टिकरण के लिए गलत इरादों से तथ्यों को छिपाया गया। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को इतिहास से अवगत कराया जाना चाहिए। बकौल रेड्डी, तेलंगाना के लिए 17 सितंबर उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि देश के लिए 15 अगस्त। इस अवसर को मनाने के लिए ‘मुक्ति दिवस’ सही शब्द है। इसी दिन जनता को निजाम शासन से मुक्ति मिली थी और ‘रजाकारों’ (निज़ाम शासन के सशस्त्र समर्थकों) के अत्याचारों का अंत हुआ था।

‘BJP नेता के घर हमले के संदिग्धों की पहचान में सहयोग करें’, थाडौ समुदाय ने कुकी नेताओं को लिखा पत्र

इंफाल: मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में पिछले महीने दो बार भाजपा प्रवक्ता टी माइकल लामजाथांग हाओकिप के घर पर हुए हमले को लेकर थाडौ स्टूडेंट्स एसोसिएशन (टीएसए-जीएचक्यू) ने कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (केएनओ) के प्रमुखों को पत्र लिखा है। पत्र में थाडौ समुदाय ने हमला करने वाले संदिग्धों की पहचान करने में सहयोग मांगा है।

टीएसए के प्रवक्ता विक्की थाडौ ने केएनओ अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को संबोधित पत्र में कहा है कि भाजपा प्रवक्ता हाओकिप के माता-पिता पेनियल गांव में अपने पैतृक घर में रहते हैं। उनका घर केएनओ के परिचालन क्षेत्र में आता है। जहां पर केएनओ के पांच घटक केएनए, केएनएफएमसी, केएनएफ-एस, केएनएफ-जेड और केएलए का प्रभुत्व है। थाडौ ने कहा, ‘हम हमलों के लिए केएनओ और स्थानीय नागरिक संगठनों को नैतिक रूप से जिम्मेदार मानते हैं।’

कुकी संगठनों ने थाडौ समुदाय के आरोपों का खंडन किया
वहीं, कुकी नेशनल फ्रंट (सैमुअल) और केएनएफ (एस) ने टीएसए के आरोप का खंडन किया है। साथ ही लोगों से आग्रह किया है कि वे ‘इस गलत सूचना और आरोप से दूर रहें।’ केएनएफ (एस) ने जारी बयान में कहा, ‘संगठन यह स्पष्ट करने के लिए बाध्य है कि परिचालन निलंबन समझौता (एसओओ) पर हस्ताक्षर करने के बाद से वह किसी भी हिंसक कृत्य में शामिल नहीं है। उसे भाजपा प्रवक्ता के घर पर हमले के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके अलावा, घटना का स्थान केएनएफ (एस) के परिचालन क्षेत्र के भीतर नहीं है। इसलिए, यह स्पष्ट आरोप कि घटना संगठन के संचालन क्षेत्र के भीतर हुई थी। यह केएनएफ (एस) की छवि और प्रतिष्ठा को धूमिल करने के अलावा और कुछ नहीं है।’

आज 74 वर्ष के हो जाएंगे पीएम मोदी; सेवा पखवाड़ा चला कर भाजपाई करेंगे जनसेवा

नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 17 सितंबर को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। वे आज 74 साल के हो गए हैं। उनके जन्मदिन के मौके पर सरकार और राज्यों के दिग्गज नेताओं समेत विपक्षी दलों के नेता बधाई दे रहे हैं। देश विदेश से पीएम मोदी को जन्मदिन के शुभकामना संदेश भेजे जा रहे हैं। नरेंद्र मोदी का नाम सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्रियों की सूची में शामिल है।

पीएम मोदी के जन्मदिन के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी सेवा पखवाड़ा आरंभ करने जा रही है। 17 सितंबर से दो अक्तूबर तक चलने वाले सेवा पखवाड़े के दौरान भाजपा कार्यकर्ता विभिन्न समाजों और वर्गों से जुड़कर समस्याओं का समाधान खोजेंगे। भाजपा शासित राज्य सरकारों ने भी प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन की खास तैयारी की है। भारतीय जनता पार्टी 17 सितंबर से 2 अक्तूबर तक चलने वाले इस पखवाड़े में पार्टी देश के सभी जिलों में अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। इसके तहत गांव, गली, चौराहों, चौपालों में सेवा कार्य किया जाएगा। इस दौरान स्वच्छता से जुड़े अभियान भी चलाए जाएंगे।

ओडिशा में ‘सुभद्रा’ योजना की करेंगे शुरुआत करेंगे
प्रधानमंत्री 17 सितंबर को अपने जन्मदिन के मौके पर ओडिशा का दौरा करेंगे। यहां भुवनेश्वर में वह जनता मैदान में आयोजित कार्यक्रम में ‘सुभद्रा’ योजना की शुरुआत करेंगे। इस योजना के तहत एक करोड़ से अधिक महिलाओं को लाभ मिलने की उम्मीद है। इस योजना के तहत, 21-60 वर्ष की आयु के सभी पात्र लाभार्थियों को 2024-25 से 2028-29 के बीच 5 वर्षों की अवधि में 50000 रुपये मिलेंगे। दो समान किस्तों में प्रति वर्ष 10,000 रुपये की राशि सीधे लाभार्थी के आधार कार्ड से जुड़े बैंक खाते में जमा की जाएगी। इस अवसर पर, प्रधानमंत्री 10 लाख से अधिक महिलाओं के बैंक खातों में धन हस्तांतरण की शुरुआत करेंगे।

17 सितंबर 1950 को पैदा हुए नरेंद्र मोदी 2014 से लगातार देश के प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले 2002 से 2014 तक उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री का पद संभाला। नरेंद्र मोदी उन बिरले राजनेताओं में हैं जो चुनावी राजनीति में उतरने के बाद से राज्य और केंद्र में लगातार शीर्ष पद पर ही रहे।

पीएम मोदी के जन्मदिन पर आज से शुरू होगा भाजपा का सेवा पखवाड़ा, सीएम योगी भी होंगे शामिल

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर मंगलवार से भारतीय जनता पार्टी पूरे प्रदेश में सेवा पखवाड़ा शुरू करेगी। मंगलवार को पार्टी पूरे प्रदेश में स्वच्छता अभियान चलाएगी और रक्तदान शिविर भी आयोजित करेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक लखनऊ में स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में शामिल होंगे।

पार्टी के प्रदेश महामंत्री एवं सेवा पखवाड़ा अभियान के प्रदेश प्रभारी संजय राय ने बताया कि रक्तदान शिविरों में युवा मोर्चा के कार्यकर्ता रक्तदान करेंगे। सीएम योगी वाराणसी में रक्तदान शिविर का उद्घाटन करेंगे। स्वच्छता अभियान और रक्तदान शिविर में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी, राज्य सरकार के मंत्री, जनप्रतिनिधि सम्मिलित होंगे।

मंत्रियों में सुरेश कुमार खन्ना लखनऊ में, स्वतंत्र देव सिंह गोरखपुर, अनिल कुमार मुरादाबाद, सुनील शर्मा सहारनपुर, संजय निषाद कानपुर देहात, सूर्य प्रताप शाही अयोध्या, राकेश सचान रायबरेली, दारा सिंह चौहान गोंडा, धर्मपाल सिंह उन्नाव, जयवीर सिंह आगरा, बेबीरानी मौर्य हाथरस, लक्ष्मी नारायण चौधरी कासगंज, एके शर्मा जौनपुर, ओम प्रकाश राजभर सुल्तानपुर, नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी‘ बांदा, अनिल राजभर आजमगढ़, आशीष पटेल बांदा, कमलेश पासवान गोरखपुर सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम में शामिल होंगे।

किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं’, सीएम ने कानून व्यवस्था की बैठक कर अधिकारियों को दी हिदायत

वाराणसी: दो दिवसीय काशी दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलुआ घाट की बारादरी की छत गिरने की घटना को गंभीरता से लिया। उन्होंने पर्यटन विभाग, कार्यदायी संस्था, कॉन्ट्रैक्टर और संबंधित नोडल अधिकारी के खिलाफ जांच कराकर जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई करने का आदेश दिया। सोमवार को सर्किट हाउस में विकास, निर्माण व कानून व्यवस्था की बैठक कर अधिकारियों को हिदायत दी।

सीएम योगी ने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शास्त्री घाट पर बने सभी गुंबदों को फिर से खोलकर उनका पुनर्निर्माण करें। घाटों पर लगने वाले पत्थरों की गुणवत्ता जांच लें। मुख्यमंत्री ने कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल के सभी कार्यों की जांच कराकर गुणवत्ता सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन सभी कार्यों के पूरा होने पर ही संबंधित विभाग से हैंडओवर लें। तभी परियोजनाओं को लोकार्पित कराएं। सीएम ने कहा कि रोपवे परियोजना में अनावश्यक देरी न हो। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि तीन स्टेशन का निर्माण कार्य दिसंबर तक और बचे स्टेशनों का काम मार्च 2025 तक पूरा हो जाएगा।

जिले की समस्याओं का समाधान जिले में हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जिले के लिए प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति कर दी गई है। जनपद की समस्याओं का समाधान जनपद स्तर पर करने के लिए नवनियुक्त प्रभारी मंत्री और कोर ग्रुप की बैठक हर महीने आयोजित हो। मुख्यमंत्री ने नए शामिल क्षेत्रों में सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने और सिटी फॉरेस्ट की परिकल्पना पर कार्य करने को कहा। सीएम ने कहा देसी पद्धति पर ड्रेनेज का मॉडल विकसित करें। सभी फ्लाईओवर के नीचे सुंदरीकरण का कार्य कराएं। भवनों के बेसमेंट में पार्किंग सुनिश्चित हो।

बाढ़ का स्थायी समाधान करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ का स्थायी समाधान करें। वरुणा रिवर फ्रंट को मॉडल के रूप में विकसित करें। इसमें कोई सीवर व दूषित पानी न गिरे। बाढ़ के दौरान गंगा का पलट प्रवाह वरुणा नदी में न हो। वरुणा में हमेशा पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए नदी के प्रवेश स्थल से लेकर जगह-जगह चेक डैम बनाने को कहा। नदी के दोनों तरफ सघन पौधरोपण करने को भी कहा। कहा कि असि और वरुणा नदी वाराणसी की प्राचीनतम पहचान है। इनके अस्तित्व को बचाने का कार्य करना है।

प्रत्येक विकास कार्य की मानीटरिंग के लिए नामित करें नोडल अधिकारी
सीएम ने कहा प्रत्येक विकास कार्य की मॉनिटरिंग के लिए एक नोडल अधिकारी नामित करें। हर घर नल योजना के सभी कार्यों को शत प्रतिशत पूरा कराए। आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण और समय से निस्तारण करें। कहा कि इसके हीलाहवाली पर कार्रवाई की जाएगी।

आज का राशिफल: 17 सितम्बर 2024

मेष राशि: 
आज का दिन लेनदेन के मामले में सावधान रहने के लिए रहेगा। आप अपने काम को लेकर पूरी मेहनत करेंगे, लेकिन आपको मेहनत का फल अवश्य मिलेगा। परिवार में किसी सदस्य से खटपट रहने के कारण आप परेशान रहेंगे। जीवनसाथी से यदि कुछ समस्या चली थी, तो उसमें आपको राहत मिलती देख रही है। आप अपनी वाणी पर संयम रखें और अपने बढ़ते खर्चों को कंट्रोल करने की कोशिश करें। माता-पिता का सहयोग आपको भरपूर मात्रा में मिलेगा।
वृष राशिः 
आज का दिन आपके लिए सामान्य रहने वाला है। आपके ऊपर परिवार में कुछ नई जिम्मेदार आएगी। नवविवाहित जातकों के जीवन में किसी नए मेहमान की दस्तक हो सकती है। यदि आप कार्यक्षेत्र में काम को लेकर परेशान चल रहे थे, तो आप अपने सीनियर से बातचीत करेंगे। आपका मन इधर-उधर के कामों में लगेगा, जिससे आपके काफी काम लटकेंगे। तकनीकी क्षेत्रों से जुड़े लोगों को कुछ लाभ मिलने की संभावना है। आपको अपने किसी परिजन के लिए कुछ रुपयों का इंतजाम करना पड़ सकता है।
मिथुन राशि : 
आज का दिन आपके लिए सोच समझें कामों को करने के लिए रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपको कामों को लेकर योजना बनानी होगी। राजनीति से जुड़े लोगों को किसी नए पद की प्राप्ति हो सकती है। आपके पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पारिवारिक जीवन में खुशियां बढ़ेंगी। कार्यक्षेत्र में लोग आपके खिलाफ कोई पॉलिटिक्स कर सकते हैं और आपके शत्रु भी आपके कामों में रोड़ा अटकाने की कोशिश करेंगे। आपके खर्च करने की आदत के कारण आप अपना काफी धन खत्म कर सकते हैं।
कर्क राशि: 
आज का दिन आपके लिए उलझनों से भरा रहने वाला है। आपकी सेहत नरम-गरम रहेगी। आप अपने जरूरी कामों को समय से निपटाने की कोशिश करें और आपका कोई काम यदि लंबे समय से रुका हुआ था, तो वह पूरा हो सकता है। पारिवारिक व्यवसाय में तनाव बना रहेगा। आपके मन में कोई समस्या रहेगी। सरकारी क्षेत्रों में कार्यरत लोगों के काम आसानी से निपट जाएंगे। मार्केटिंग से जुड़े लोगों को थोड़ा सावधान रहने की आवश्यकता है। आपकी कोई गलती परिवार के सदस्यों के सामने आ सकती है।
सिंह राशि: 
आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। आपकी खुशियां बढ़ेंगी और आपका कोई काम आपको परेशान कर सकता है। आपका किसी नए घर, मकान और दुकान खरीदने का सपना पूरा होगा। परिवार के सदस्यों में खटपट रहेगी, जिस कारण दूरियां आ सकती है। आपका बिजनेस पहले से ग्रो करेगा। संतान पक्ष को से आपको कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। आपके अधिकारी कामों में आपका पूरा साथ देंगे। करियर में आपको आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। विद्यार्थियों को पढ़ाई-लिखाई में यदि कुछ समस्या आ रही थी, तो वह भी दूर होगी।
कन्या राशि: 
आज का दिन आपके लिए किसी जोखिम भरे काम को करने से बचने के लिए रहेगा। आपकी दीर्घकालीन योजनाओं को गति मिलेगी। कार्यक्षेत्र में आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे। प्रेम जीवन जी रहे लोग उनके विवाह प्रस्ताव पर मुहर लगा सकते हैं। आप अपनी पारिवारिक समस्याओं को मिल बैठकर दूर करने की कोशिश करें, नहीं तो वह बढ़ेगी। आप किसी धार्मिक आयोजन में सम्मिलित हो सकते हैं और रोजगार की तलाश कर रहे लोगों को कोई बेहतर अवसर मिल सकता है।
तुला राशिः 
आज का दिन आपकी पद-प्रतिष्ठा को बढ़ाने वाला रहेगा। जीवनसाथी का सहयोग और सानिध्य आपको भरपूर मात्रा में मिलेगा। कार्यक्षेत्र में आपके बॉस आपके काम से खुश रहेंगे। आपको प्रमोशन मिलने से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है। आप अपने कामों को पूरा करने के लिए कोई नई ट्रिक अपना सकते हैं। कोई कानूनी मामला आपको परेशान करेगा, लेकिन उसे आप मिल बैठकर दूर करने की कोशिश करेंगे।
वृश्चिक राशिः 
आज का दिन आपके लिए परोपकार के कार्यों से जुड़कर नाम बनाने के लिए रहेगा। कुछ साधनों में वृद्धि होगी। आपको किसी काम को लेकर जल्दबाजी नहीं दिखानी है। विद्यार्थियों को बौद्धिक और मानसिक बोझ से छुटकारा मिलेगा। आपको अपनी किसी पुरानी गलती के लिए पछतावा हो सकता है, आप उन्नति के राह पर आगे रहेंगे। नौकरी में कार्यरत लोगों के अधिकारी उनके कामों में पूरा साथ दे सकते हैं। आपको अपनी सेहत पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता है। माता-पिता के आशीर्वाद से आपका कोई रुका हुआ काम पूरा होगा।
धनु राशिः 
आज का दिन आपके लिए सामान्य रहने वाला है। आपको अपने विरोधियों से सावधान रहने की आवश्यकता है। आप लोगों से कम से कम मतलब रखें, तो आपके लिए बेहतर रहेगा। आपकी जिम्मेदारियां बढ़ने से आपका मन थोड़ा परेशान रहेगा। आपको किसी काम को लेकर अक्समात यात्रा पर जाना पड़ सकता है। बिजनेस में आपको कोई नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकता है। आप अपने दोस्तों के साथ कहीं घूमने जा सकते हैं।
मकर राशिः 
आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहने वाला है। आप किसी को धन उधार देने से बचें। आपका मन इधर-उधर के कामों में लगेगा। साझेदारी में कोई नई डील फाइनल हो सकती हैं। आपको अपने कामों को कल पर टालने से बचना होगा। आपकी सेहत में उतार चढ़ाव रहने के कारण आपको तनाव सताएगा। आप किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जाने के प्लानिंग कर सकते हैं। पारिवारिक जीवन में चल रही समस्याओं को आप मिल बैठकर दूर करने की कोशिश करें।
कुंभ राशिः
आज का दिन आपके लिए अच्छा रहने वाला है। आप कामों को लेकर ज्यादा उतावलापन ना दिखाएं। आप अपनी वाणी और व्यवहार पर नियंत्रण रखें। आपका बिजनेस पहले से बेहतर चलेगा, जो आपको खुशी देगा, लेकिन आप कुछ योजनाओं को लेकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। माता-पिता के आशीर्वाद से आज आपका कोई रुका हुआ काम पूरा होगा। आप अपने आय व्यय में भी संतुलन बनाकर चलेंगे, तो आपके लिए अच्छा रहेगा। आपके साख सम्मान में वृद्धि होगी। यदि आपने कोई लोन आदि लेने के लिए सोचा है, तो वह भी आपको आसानी से मिल जाएगा।
मीन राशिः 
आज का दिन आपके लिए खर्चों से भरा रहने वाला है। आपकी संतान भी आपसे किसी चीज की फरमाइश कर सकती है, जिसे आप पूरा अवश्य करेंगे। वैवाहिक जीवन में खुशियां रहेगी। विद्यार्थी के किसी परीक्षा के परिणाम आने से माहौल खुशनुमा रहेगा। आपको यदि कोई सिरदर्द या बदन दर्द आदि जैसी समस्या हो सकती है। आपकी किसी पुराने मित्र से लंबे समय बाद मुलाकात होगी। आप अपनी आय को बढ़ाने की कोशिश में लगे रहेंगे, जिसमें आपको सफलता अवश्य मिलेगी। नौकरी में बदलाव की सोच रहे लोगों को कोई बेहतर अवसर मिल सकता है।

गणपति विसर्जन से पहले अपने हाथों पर रचाएं खूबसूरत मेहंदी

हिंदू धर्म में जब भी कोई शुभ काम होता है, तो उससे पहले महिलाएं अपने हाथों पर मेहंदी रचाती हैं। खासतौर पर जब समय आता है शादी-विवाह और त्योहारों का तब तो मेहंदी का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। महिलाएं और लड़कियां हर त्योहार के हिसाब से मेहंदी की डिजाइन का चयन करती हैं। अब जब गणेशोत्सव मनाया जा रहा है तो इसकी धूम हर जगह दिखाई दे रही है।

गणेशोत्सव के आखिरी दिन बप्पा को विसर्जन के साथ विदाई दी जाती है। ऐसे में आप भी बप्पा की विदाई से पहले भी अपने हाथों में मेहंदी की खूबसूरत डिजाइन लगा सकती हैं। यहां हम आपको इसके लिए लेटेस्ट डिजाइन दिखाने जा रहे हैं, ताकि इन डिजाइन्स से टिप्स लेकर आप अपने लिए मेहंदी की डिजाइन का चयन कर सकती हैं।

पहली डिजाइन

इस तरह से बप्पा के मंदिर की झलक आप अपनी हथेली पर बना सकती हैं। ये डिजाइन देखने में प्यारी लगेगी। इसे बनवाने के साथ मेहंदी की बारीकी का ध्यान रखें। मेहंदी जितनी बारीक होगी, उतनी ही ज्यादा खूबसूरत लगेगी।

दूसरी डिजाइन

बप्पा को मोदक सबसे प्रिय है। ऐसे में बिना सोचे हाथ में मोदक पकड़े बप्पा की तस्वीर को अपने हाथ पर रचाएं। बप्पा के आस-पास भी अपने हाथों को अच्छी तरह से अवश्य सजाएं।

तीसरी डिजाइन

बप्पा की तस्वीर वाली ये डिजाइन आपके हाथों की खूबसूरती बढ़ाने का काम करेगी। इस डिजाइन में बप्पा के साथ आस-पास फूल-पत्ती अवश्य बनाएं। उसी से हाथ और भी प्यारा लगेगा।

चौथी डिजाइन

बहुत सी महिलाओं को मेहंदी की ऐसी डिजाइन पसंद आती है, जिसे सिर्फ हथेली पर लगाया गया हो। ऐसे में आप भी अपने हथेली पर ऐसी ही डिजाइन लगा सकती हैं। अगर आपके पास वक्त कम है तो इस डिजाइन को अपने हिसाब से बदल दें।

पांचवीं डिजाइन

अगर आपके पास ज्यादा समय नहीं है तो आप इस तरह की मेहंदी की अरेबिक डिजाइन को अपने हाथों पर लगा सकती हैं। इसे लगाना भी काफी आसान होता है और ऐसी डिजाइन रच के काफी खूबसूरत लगती है। ऐसे में इस डिजाइन का चयन करें।

फेफड़ों की बीमारियों का संकेत हो सकते हैं ऐसे छोटे-छोटे लक्षण, बिल्कुल न करें इन्हें अनदेखा

शरीर के सभी अंगों को ठीक से काम करते रहने के लिए नियमित रूप से ऑक्सीजन युक्त रक्त की आवश्यकता होती है। बिना ऑक्सीजन के अंगों की कोशिकाओं के क्षतिग्रस्त होने और ऑर्गन फेलियर का खतरा हो सकता है। सभी अंगों तक निरंतर ऑक्सीजन पहुंचता रहे, इसके लिए जरूरी है कि आपके फेफड़े स्वस्थ हों और ठीक तरीके से काम करते रहें।

फेफड़ों में होने वाली किसी भी तरह की दिक्कत संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कई प्रकार के पर्यावरणीय और दिनचर्या में गड़बड़ी से संबंधित कारकों के चलते फेफड़ों की बीमारियां बढ़ रही हैं।

डॉक्टर कहते हैं, फेफड़ों की बीमारियां जानलेवा हो सकती हैं। कभी-कभी लोग सोचते हैं कि सांस लेने में तकलीफ होना सिर्फ बढ़ती उम्र के साथ होने वाली समस्या है। पर कम उम्र में भी आपको ये दिक्कतें हो सकती हैं। इस तरह के लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी है क्योंकि ये फेफड़ों की बीमारी के शुरुआती लक्षण भी हो सकते हैं।

फेफड़ों के स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने और दुनियाभर में फेफड़ों की बेहतर देखभाल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हर साल 25 सितंबर को विश्व फेफड़ा दिवस (World Lung Day) मनाया जाता है। आइए उन शुरुआती संकेतों के बारे में जानते हैं जिनपर ध्यान देकर आप फेफड़ों की गंभीर समस्याओं से बचे रह सकते हैं।

फेफड़ों की बीमारियां हो सकती हैं खतरनाक

आंकड़ों से पता चलता है कि फेफड़ों से संबंधित तमाम प्रकार की बीमारियों के कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। क्रोनिक रेस्पिरेटरी डिजीज (सीआरडी) दुनियाभर में मौत का तीसरा प्रमुख कारण है, साल 2019 में लगभग 4 मिलियन (40 लाख) लोगों की इसके कारण मौत हो गई। बढ़ता वायु-प्रदूषण और धू्म्रपान की आदत को इन बीमारियों के लिए प्रमुख कारक माना जाता है। बच्चों को भी इस गंभीर समस्या का शिकार पाया जा रहा है।

खतरे के निशान के पास पहुंचकर स्थिर हुईं गंगा, यमुना की रफ्तार भी थमी, एनडीआरएफ की टीम मुस्तैद

प्रयागराज:  सोमवार को भी गंगा और यमुना के जलस्तर में वृद्धि लगातार जारी रही, हालांकि दोपहर 12 बजे की बुलेटिन के अनुसार गंगा फिलहाल स्थिर हो गई हैं। साथ ही यमुना की रफ्तार भी थम गई है। सिंचाई विभाग बाढ़ खंड की बुलेटिन के अनुसार फाफामऊ में गंगा 84.07 मीटर, छतनाग में में 83.41 मीटर पर बह रही हैं। इसी तरह यमुना का जलस्तर नैनी में 83.91 मीटर रिकॉर्ड किया गया। 24 घंटे में गंगा में 21 और यमुना में 39 सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। डेंजर लेबल 84.734 मीटर है।

इस हफ्ते हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश हुई तो गंगा और यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया। शुक्रवार सुबह फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 79.58 मीटर था, छतनाग में 78.10 मीटर और नैनी में यमुना का जलस्तर 79.35 मीटर था। शनिवार को गंगा उफान पर आ गई। इससे संगम क्षेत्र डूब गया। किला की दीवार से होते हुए बांध के नीचे पानी भर गया। रात आठ बजे तक छतनाग में गंगा का जलस्तर 4.51 मीटर बढ़कर 82.61 मीटर हो गया है।

इसके बाद यमुना में तेजी से पानी बढ़ा। इसकी सहायक नदियां चंबल, केन और बेतवा भी उफान पर हैं। कई जिलों से होते हुए प्रयागराज में पानी पहुंचा तो वह बाढ़ का रूप ले लिया। यमुना के सापेक्ष शुक्रवार को गंगा का पानी धीमी गति से बढ़ा। यमुना का वेग इतना तेज था कि रात तक लेटे हनुमानजी डूब गए।सुबह तक मंदिर परिसर में कमर तक पानी भर गया।