Wednesday , October 23 2024

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सफाई कर्मियों के साथ मारपीट, परिजनों ने कोतवाली में किया हंगामा, चार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

जालौन:  जालौन जिले के कालपी में सफाई कर रहे युवकों के साथ कुछ लोगों ने अभद्रता कर दी। जब उन्होंने विरोध किया तो आरोपियों ने मारपीट कर दी। जिससे एक व्यक्ति को गंभीर चोंट आईं। जानकारी पर दर्जनों लोग कोतवाली पहुंच गए और कार्रवाई की मांग करहंगामा करने लगे। पुलिस ने लोगों को समझाकर चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। कोतवाली क्षेत्र के कागजीपुरा निवासी अरुण वाल्मीकि ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी।

बताया कि वह नगर पालिका में संविदा सफाई कर्मी के पद पर तैनात है। शनिवार को उसकी ड्यूटी बटाऊलाल मंदिर के पास थी, उसके साथ सुमित, राजा व अजय काम कर रहे थे। आरोप लगाया कि तभी मोहल्ला अदलसराय निवासी रामजी, टर्रे, सर्वेश, हरिसिंह व मोहल्ला हैदरीपुरा निवासी मूलचंद प्रजापति आकर गालीगलौज करने लगे। जब उसने विरोध किया तो उक्त लोग घर से लाठी-डंडे ले आए और मारपीट करने लगे। जब उसके साथियों ने उसे बचाने की कोशिश की तो उनसे भी मारपीट की।

इससे उसको व साथियों को गंभीर चोटें आईं। इसके बाद आरोपी जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए जान से मारने की धमकी देकर भाग गए। जानकारी पर पहुंचे पीड़ित के परिजनों ने कोतवाली में हंगामा करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। कोतवाल नागेंद्र पाठक ने परिजनों को समझाकर चारों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्जकर ली। कोतवाल नागेंद्र पाठक ने बताया कि एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जल्द ही सभी पकड़े जाएंगे।

खतरे के निशान को कभी भी पार कर सकती हैं गंगा और यमुना, जिला प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

प्रयागराज: गंगा और यमुना का जलस्तर शुक्रवार से अचानक बढ़ना शुरू हुआ तो शनिवार तक मुसीबत बन गया। दो दिनों में गंगा का जलस्तर 4.51 मीटर तक पहुंच गया है। गंगा का पानी संगम क्षेत्र में बांध के नीचे तक आ गया है। इसे देखने के लिए देर रात तक लोगों की भीड़ लगी रही। रविवार को भी जलस्तर में वृद्धि जारी रहा। गंगा और यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। तटवर्ती कई मुहल्ले जलमग्न हो गए हैं। कई परिवारों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है।

इस हफ्ते हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश हुई तो गंगा और यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया। शुक्रवार सुबह फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 79.58 मीटर था, छतनाग में 78.10 मीटर और नैनी में यमुना का जलस्तर 79.35 मीटर था। शनिवार को गंगा उफान पर आ गई। इससे संगम क्षेत्र डूब गया। किला की दीवार से होते हुए बांध के नीचे पानी भर गया। रात आठ बजे तक छतनाग में गंगा का जलस्तर 4.51 मीटर बढ़कर 82.61 मीटर हो गया है।

इसके बाद यमुना में तेजी से पानी बढ़ा। इसकी सहायक नदियां चंबल, केन और बेतवा भी उफान पर हैं। कई जिलों से होते हुए प्रयागराज में पानी पहुंचा तो वह बाढ़ का रूप ले लिया। यमुना के सापेक्ष शुक्रवार को गंगा का पानी धीमी गति से बढ़ा। यमुना का वेग इतना तेज था कि रात तक लेटे हनुमानजी डूब गए।सुबह तक मंदिर परिसर में कमर तक पानी भर गया।

बाढ़ का कहर, तटबंध पर मंडराया खतरा, दो जगह शुरू हुआ रिसाव, सूचना पर पहुंचे अधिकारी

बहराइच: नेपाल के पहाड़ों पर हुई मूसलाधार बारिश से सरयू उफान पर है। सरयू का पानी जिले के मिहिपुरवा, नानपारा और महसी तहसील में तबाही मचा रहा हैं। रविवार की सुबह बाढ़ के पानी के दवाब से बेलहा- बहरौली तटबंध पर दो स्थानों पर रिसाव शुरू हो गया। जिसके बाद ग्रामीणों में हड़कंप मच गई। सूचना पर पहुंचे कर्मचारी रिसाव बंद करवाने में जुट गए हैं।

नानपारा तहसील के बेलहा से निकल कर कैसरगंज के बहरौली तक जाने वाला तटबंध 100 से अधिक गांवों का सुरक्षा कवच है। तीन तहसीलों नानपारा, महसी और कैसरगंज की लगभग 2 लाख आबादी बाढ़ के समय इसी तटबंध के समय सुकून की नींद सोती हैं। लेकिन रविवार की सुबह बांध से गुजर रहे ग्रामीणों ने महसी क्षेत्र में तटबंध पर बेहटा और बिसवा के पास हल्का रिसाव होता देखा।

रिसाव होते देख ग्रामीणों में दहशत फैल गई और तत्काल इसकी सूचना जिला प्रशासन और ड्रेनेज खंड को दी गई। सूचना पर सरयू ड्रेनेज खंड के अवर अभियंता जितेन्द्र वर्मा मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल कर रिसाव बंद करने की कार्यवाही शुरू की। अवर अभियंता जितेन्द्र कुमार वर्मा ने बताया की तटबंध पर 61.800 और 62.900 पर सीपेज की सूचना मिली थी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे है। जलस्तर बढ़ने के चलते पानी उबाल लें रहा था। सीपेज को मोरंग, गिट्टी, मसाला आदि से बंद करवा दिया गया है। साथ ही तटबंध पर नजर बनाए हैं।

हिरासत में लिया गया सपा विधायक का बेटा, गिरफ्तारी के डर से अंडरग्राउंड हुए पति- पत्नी

भदोही:  किशोरी से उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने और बंधुआ मजदूरी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद सपा विधायक जाहिद जमाल बेग और उनकी पत्नी सीमा बेग गिरफ्तारी के डर से अंडरग्राउंड हो गए। विधायक व उनकी पत्नी ने शनिवार को ही आवास छोड़ दिया। रविवार को विधायक के आवास पर पहुंची पुलिस ने विधायक के बेटे जईम बेग को हिरासत में लेकर कोतवाली आई। कोतवाली में विधायक के बेटे से पूछताछ चल रही है। विधायक के आवास पर सुबह से ही सपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा हुआ है।

यह है मामला
भदोही नगर के पचभैया वार्ड स्थित सपा विधायक जाहिद बेग के आवास पर बीते आठ सितंबर की रात 17 वर्षीय किशोरी ने फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। किशोरी बीते नौ सालों से विधायक आवास पर काम करती थी। घटना के अगले दिन श्रम विभाग, सीडब्ल्यूसी और पुलिस की टीम ने आवास से एक और नाबालिग किशोरी को बरामद किया।

किशोरी के मां-बाप और परिजनों के साथ बरामद किशोरी के बयान के आधार पर पुलिस ने विधायक और उनकी पत्नी के खिलाफ बंधुआ मजदूरी, उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में मुकदमा दर्ज किया है। इधर, मुकदमा दर्ज होने की भनक लगते ही गिरफ्तारी के डर से विधायक और उनकी पत्नी आवास छोड़कर अंडरग्राउंड हो गए।

रविवार को अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजबीर सिंह के साथ पुलिस टीम विधायक आवास पर धमक पड़ी। पुलिस ने आवास से विधायक के बेटे जईम बेग को हिरासत में ले लिया और उन्हें पूछताछ के लिए कोतवाली लेकर आई। दूसरी तरफ विधायक के आवास पर सपा कार्यकर्ताओं का भी जमावड़ा है। आवास पर पुलिस का पहरा भी बढ़ा दिया गया है।

भेड़िया प्रभावित सिसैय्या चुंडामणि में पहुंचे सीएम योगी, परिवारों से मिले, अब तक हो चुकी हैं दस मौतें

बहराइच: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को बहराइच दौरे पर पहुंचे। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण भी किया, फिर मानव-वन्यजीव संघर्ष में भेड़ियों के हमले में मारे गए लोगों के परिवार वालों से मुलाकात की। सीएम ने घायलों से मिलकर भी हालचाल जाना। सीएम ने सहायता राशि, घायलों को लगाए जाने वाले इंजेक्शन, पीड़ित परिवारों के स्वास्थ्य और बच्चों की पढ़ाई आदि की भी जानकारी ली। सीएम योगी आदित्यनाथ यहां मीडिया से भी मुखातिब हुए। सीएम ने कहा कि आमजन की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है, जब तक क्षेत्र खतरे से मुक्त नहीं हो जाता, वन विभाग, जिला प्रशासन-पुलिस टीम निरंतर यहां कार्य करेगी।

वन विभाग की 165 लोगों की 25 टीम तैनात, 4 थर्मल ड्रोन से भी रखी जा रही नजरः सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने मानव वन्य जीव संघर्ष को आपदा की श्रेणी में रखा है। जनहानि पर पीड़ित परिवार को तत्काल पांच लाख रुपये की सहायता उपलब्ध कराते हैं। जंगली जानवरों के हमले में घायलों के लिए एंटी रैबीज वैनम उपलब्ध कराई गई है। सीएम योगी ने कहा कि आमजन की सुरक्षा के लिए यहां वन विभाग की 165 लोगों की 25 टीम तैनात है।

4 थर्मल ड्रोन लगाए गए हैं। पहली प्राथमिकता भेड़िए को रेस्क्यू करने की है। यदि उसकी हिंसक गतिविधियां बढ़ीं या उसने जनहानि का प्रयास किया तो उसे शूट करने के भी आदेश दिए गए हैं। यह अंतिम विकल्प है, इससे पहले अन्य विकल्पों पर भी कार्य किया जा रहा है।

सूचना मिलते ही शुरू कर दी गई कार्रवाई
पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि महसी विधानसभा क्षेत्र के नदी से सटे इलाकों में दो माह से भेड़ियों के आतंक के कारण कुछ जनहानि हुई है। भेड़ियों ने कुछ बच्चों को घायल भी किया है। जनप्रतिनिधियों ने जब पहली बार इससे अवगत कराया तो मैंने प्रशासन को तत्काल अभियान चलाने का निर्देश दिया था। इसके उपरांत वन मंत्री व विभागीय अधिकारियों को टीम के साथ भेजा गया।

बंगाल की खाड़ी में फिर उठी हलचल, माानसून में आया बदलाव, इन जिलों में बारिश की संभावना

लखनऊ:  उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से सक्रिय मानसून शनिवार व रविवार को थमा रहा। हालांकि इस दौरान प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में आसमान में बादल डेरा जमाए रहे। बारिश थमने से उमस भरी गर्मी तो रही लेकिन तापमान में कोई उल्लेखनीय परिवर्तन नहीं रहा।

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार तटवर्ती पश्चिम बंगाल के ऊपर कम दबाव क्षेत्र के विकसित होने और एक नए वेदर सिस्टम के बनने से पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश का मौसम प्रभावित होने की संभावना है।जिसके असर से सोमवार व मंगलवार के दौरान दक्षिणी और पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत वाराणसी और प्रयागराज मंडल में कहीं कहीं भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है।

कई जिले बाढ़ की चपेट में
यूपी के कई जिले एक साथ बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। नेपाल की पहाड़ियों पर हुई भारी बारिश का असर बहराइच, गोंडा, श्रावस्ती और बाराबंकी आदि जिलों पर पड़ रहा है। नेपाल में हो रही बरसात के कारण कुसुम बैराज से राप्ती नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। इससे राप्ती नदी का जलस्तर एक बार पुन: रविवार को खतरे का निशान पार कर गया। इधर सरयू नदी भी उफान पर है। बहराइच जिले में बांध में रिसाव की भी खबरें आईं।

बाराबंकी के गांवों में मची तबाही
पहाड़ियों पर लगातार हो रही बरसात व नेपाल के बैराजों से करीब आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बाराबंकी में सरयू नदी उफनाकर गांवों में तबाही मचा रही है। केदारीपुर गांव नदी में बह गया है तो 78 गांव वाला बेलहरी गांव भी नदी में समा रहा है। 2014 में नदी का जलस्तर इसी तरह से बढ़ गया था। शनिवार रात से नदी के ईद-गिर्द करीब एक करीब डेढ़ किमी दूर तटबंध तक पानी आ गया।

नौ सेना की दो महिला अधिकारी करेंगी सागर यात्रा, तारिणी जहाज से लगाएंगी दुनिया का चक्कर

नई दिल्ली:  भारतीय नौ सेना की दो महिला अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए सागर की यात्रा पर रवाना होंगी। दोनों अधिकारी INSV तारिणी के जरिये समुद्र मार्ग से पूरी दुनिया का चक्का लगाएंगीं। नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने बताया कि दोनों महिला अधिकारी पिछले तीन साल से सागर परिक्रमा अभियान की तैयारी कर रही हैं।

कमांडर मधवाल ने कहा कि सागर परिक्रमा एक कठिन यात्रा होगी। इसमें अत्यधिक कौशल, शारीरिक फिटनेस और मानसिक सतर्कता की जरूरत होगी। इसके लिए दोनों अधिकारी कठोर प्रशिक्षण ले रही हैं और हजारों मील का अनुभव प्राप्त कर रहे हैं। दोनों अधिकारियों को गोल्डन ग्लोब रेस के हीरो कमांडर अभिलाष टॉमी (सेवानिवृत्त) प्रशिक्षण दे रहे हैं।

नौ सेना के मुताबिक दोनों अधिकारियों ने पिछले साल छह सदस्यीय दल में शामिल रहकर गोवा से केप टाउन होते हुए रियो डी जनेरियो और वापस ट्रांस-महासागरीय अभियान में भाग लिया था। इसके बाद दोनों अधिकारियों ने गोवा से पोर्ट ब्लेयर तक और वापस डबल हैंडेड मोड में नौकायन अभियान चलाया था। साथ ही दोनों ने डबल हैंडेड मोड में गोवा से पोर्ट लुइस, मॉरीशस तक सफलतापूर्वक यात्रा की थी।

नौ सेना के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय नौ सेना ने समुद्री विरासत को संरक्षित करने और नाविक कौशल को बढ़ावा देने के लिए नौकायन परंपरा को पुनर्जीवित करने के महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। भारतीय नौसेना ने नौकायन प्रशिक्षण जहाजों आईएनएस तरंगिनी और आईएनएस सुदर्शिनी और आईएनएसवी म्हादेई और तारिणी से जलयात्रा के जरिये समुद्री नौकायन अभियानों में अहम भूमिका निभाई है।

मधवाल ने कहा कि समुद्री कौशल और रोमांच को जारी रखते हुए, भारतीय नौसेना की दो महिला अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए और लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के जल्द आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर दुनिया का चक्कर लगाने के असाधारण अभियान पर रवाना होंगी।

समुद्र में ‘नारी शक्ति’ का अभूतपूर्व प्रदर्शन
भारतीय नौसेना के अनुसार अभियान साबित करता है कि समुद्र में नारी शक्ति भी अपना प्रभुत्व स्थापित कर रही है। नौसेना ने कहा कि आईएनएसवी तारिणी ने समुद्री क्षेत्र में ‘नारी शक्ति’ का प्रदर्शन किया है और इससे देश की महिलाओं को भारतीय नौसेना के साथ काम करने की प्रेरणा मिलती है।

दोषियों की सजा माफ कराने के लिए झूठे बयान दे रहे अधिवक्ता, सुप्रीम कोर्ट नाराज, कहा- हमारा विश्वास हिल गया

नई दिल्ली:  दोषियों की सजा माफी और समय से पहले रिहाई कराने के लिए अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट में झूठे बयान दे रहे हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की है। कोर्ट ने कहा कि लगातार इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। इससे हमारा विश्वास हिल गया है। न्यायमूर्ति अभय एस ओका और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने कहा कि पिछले तीन हफ्तों में उसके सामने ऐसे कई मामले आए हैं जहां दलीलों में गलत बयान दिए गए।

पीठ ने अपने आदेश में कहा कि अदालत में सजा में छूट न दिए जाने की शिकायत को लेकर बड़ी संख्या में याचिकाएं दायर की जा रही हैं। पिछले तीन सप्ताह में यह छठा-सातवां मामला हमारे सामने आया है, जिसमें दलीलों में गलत बयान दिए गए हैं। शीर्ष अदालत में पीठ के सामने रोज 60-80 मामले दर्ज होते हैं। जजों के लिए हर मामले के प्रत्येक पेज को पढ़ना संभव नहीं है। फिर भी हर मामले को करीब से देखा जाता है।

पीठ ने कहा कि हमारा सिस्टम विश्वास पर काम करता है। जब हम मामलों की सुनवाई करते हैं तो हम बार के सदस्यों पर भरोसा करते हैं। लेकिन जब हमारे सामने इस तरह के मामले आते हैं, तो हमारा विश्वास हिल जाता है। कोर्ट ने कहा कि एक मामले में छूट की मांग के लिए दायर रिट याचिका में न केवल गलत बयान दिए गए हैं, बल्कि अदालत के समक्ष एक गलत बयान दिया गया।

कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ताओं के तत्कालीन एडवोकेट ने जेल अधिकारियों को संबोधित 15 जुलाई, 2024 के ईमेल में झूठे बयान दोहराए। वकील इस स्थिति से अवगत थे, लेकिन 19 जुलाई, 2024 को एक गलत बयान दिया गया कि सभी याचिकाकर्ताओं सजा की अवधि समाप्त नहीं हुई है। पीठ ने कहा इस मामले में जुर्माना लगाया जाना चाहिए। लेकिन हम याचिकाकर्ताओं को उनके वकीलों द्वारा की गई गलतियों के लिए दंडित नहीं कर सकते।

कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया था कि चार याचिकाकर्ताओं ने एक मामले में 14 साल की सजा बिना छूट के काट ली है। जबकि मामले में दिल्ली सरकार ने हलफनामा दायर किया था कि चार में से दो कैदियों ने सजा में छूट पाने के लिए 14 साल की सजा पूरी नहीं की है। पीठ ने कहा कि याचिका में गलत बयान दिया गया कि सभी चार याचिकाकर्ताओं ने वास्तविक 14 साल की सजा काट ली है।

7 सितंबर तक CBI हिरासत में रहेंगे संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन इंचार्ज, ACJM के सामने हुई पेशी

कोलकाता : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर की हत्या के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने शनिवार शाम को मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष और पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया था। दोनों को रविवार को सियालदाह एसीजेएम की अदालत में पेश किया गया। एसीजेएम ने ताला पुलिस स्टेशन प्रभारी अभिजीत मंडल और आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष को 17 सितंबर तक सीबीआई हिरासत में भेजने का आदेश दिया। वहीं रविवार सुबह लोगों ने सीबीआई कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। गिरफ्तार किए गए ताला पुलिस स्टेशन प्रभारी अभिजीत मंडल को मेडिकल जांच के लिए ले जाते वक्त लोगों की सीबीआई अधिकारियों से धक्का-मुक्की भी हुई।

आंदोलनकारी तख्तियां और पोस्टर लेकर सीजीओ कॉम्प्लेक्स के बाहर एकत्र हुए। आंदोलनकारियों ने महिला डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगाए। मामले में सीबीआई से पहले जांच के तरीके को लेकर पुलिस की आलोचना की। थाना प्रभारी मंडल को सबूतों से छेड़छाड़, एफआईआर दर्ज करने में देरी समेत अन्य आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। उन्हें रविवार को सियालदाह की अदालत में पेश किया जाएगा।

सीबीआई ने शनिवार शाम को पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला थाने के प्रभारी अभिजीत मंडल को गिरफ्तार किया था। इसके बाद स्वास्थ्य भवन में विरोध प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने गिरफ्तारी का जश्न मनाया और विरोध स्थल पर गाना गाते हुए दिखाई दिए। एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, ‘हम सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने में शामिल आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अभिजीत मंडल की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे, हम बहुत खुश हैं, क्योंकि सीबीआई ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई को सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने वाले अन्य लोगों को भी गिरफ्तार करना चाहिए।’

क्या है पूरा मामला?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना नौ अगस्त की है। मृतक मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं। आठ अगस्त को अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद रात के 12 बजे उसने अपने दोस्तों के साथ डिनर किया। इसके बाद से महिला डॉक्टर का कोई पता नहीं चला। घटना के दूसरे दिन सुबह उस वक्त मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया जब चौथी मंजिल के सेमिनार हॉल से अर्ध नग्न अवस्था में डॉक्टर का शव बरामद हुआ।

महाराष्ट्र में कब होंगे विधानसभा चुनाव? सीएम एकनाथ शिंदे ने जताई यह संभावना

मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर चल रही अटकलों के बीच सीएम एकनाथ शिंदे ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने संभावना जताई कि राज्य में विधानसभा चुनाव नवंबर के दूसरे सप्ताह में हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरण में मतदान कराना बेहतर होगा। चुनाव के लिए सत्तारूढ़ महायुति के सहयोगियों के बीच आठ से दस दिन में सीटों का बंटवारा कर दिया जाएगा।

सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि महायुति सरकार विकास और कल्याण उपायों पर ध्यान दे रही है। उसे लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। सीएम ने कहा कि नवंबर के दूसरे सप्ताह में चुनाव होने की संभावना है। दो चरणों का चुनाव बेहतर होगा। महायुति सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे के लिए योग्यता और अच्छी स्ट्राइक रेट मानदंड होंगे।

शिंदे यह भी कहा कि वह महिलाओं के बीच सरकार के लिए समर्थन देख सकते हैं। उनकी सरकार आम आदमी की सरकार है। हमने विकास और कल्याणकारी योजनाओं के बीच संतुलन बनाया है। सीएम ने यह भी कहा कि कुशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 1.5 लाख युवाओं को नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र दिये गये हैं। इसके लिए उन्हें 6,000 रुपये से 10,000 रुपये तक का वजीफा मिलेगा। सीएम ने कहा कि योजना से 10 लाख युवाओं को कवर करने का लक्ष्य है।

शिंदे ने कहा कि सरकार की लड़की बहन योजना के तहत अब तक 1.6 करोड़ महिलाओं को वित्तीय सहायता मिल चुकी है। हम योजना को 2.5 करोड़ महिलाओं तक पहुंचाना चाहते हैं। शिंदे ने यह भी कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य मुंबई को झुग्गी-झोपड़ी मुक्त बनाना और सभी के लिए किफायती आवास सुनिश्चित करना है।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डवलपमेंट अथॉरिटी (म्हाडा), सिटी एंड इंडस्ट्रियल डवलपमेंट कॉरपोरेशन ऑफ महाराष्ट्र (सिडको) और मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) जैसी सभी सरकारी एजेंसियों को मलिन बस्तियों के पुनर्विकास के लिए शामिल किया गया है।