Saturday , October 26 2024

Editor

मौके पर तैनात न मिलने पर जिला धिकारी द्वारा दो चुनाव प्रभारी निलंबित

___
फोटो: जसवंत नगर के हाईवे बस स्टैंड चौराहे पर निरीक्षण करते जिलाधकारीअवनीश राय तथा एसएसपी संजय कुमार वर्मा___
जसवंतनगर(इटावा)। नगर पालिका चुनाव के मद्देनजर चेकिंग को निकले जिलाधिकारी अवनीश राय तथा एसएसपी संजय वर्मा को यहां हाइवे बस स्टैंड़  चौराहा पर तैनात किए गए सर्विलांस तथा उड़नदस्ता टीम के प्रभारी  मौके पर नही  मिले। इसके अलावा दिवालों पर उन्होंने कुछ पोस्टर लगे भी देखे। दोनों अफसर इस पर लाल ताव हो गए।
      उन्होंने दोनो प्रभारियों को तुरंत निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए। उनकी इस कार्यवाही से अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
  शुक्रवार साम 3 बजे जिलाधिकारी व एसएसपी  जसवंतनगर के बस स्टैंड चौराहे पर पहुंचे थे। दीवारों पर लगी चुनाव सामग्री यानि पोस्टर  देख  वह भड़क गए।उन्होंने नगरपालिका के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि इन चुनाव सामाग्रियों को तुरंत हटा दिया जाए।    इसके बाद वहां वाहनों की चेकिंग के लिए ड्यूटी पर लगाए गए स्टेटिक सर्विलांस टीम प्रभारी कृपाशंकर तथा उड़नदस्ता प्रभारी पुरुषोत्तमदास को मौके पर नहीं पाया।उनकी कार्य में शिथिलता को देखते हुए उन्हें तुरंत निलंबित कर दिया।
   इस दौरान उनके साथ उप जिलाधिकारी जसवंतनगर कौशल कुमार, क्षेत्राधिकारी अतुल प्रधान तथा प्रभारी निरीक्षक मुकेश सोलंकी मौजूद रहे।
___

नगर पालिका में 20 लाख से  खरीदे गए “कचरा वाहन” कबाड़  बन गए

फोटो:- नगरपालिका के स्टोर में पड़ा एक कचरा एकत्रित करने वाला वाहन
   
जसवंतनगर(इटावा) स्वच्छ भारत अभियान के तहत नगर में में “डोर-टू-डोर” जाकर कचरा एकत्र करने के लिए लाखों रुपए खर्च कर के खरीदे गए एक दर्जन वाहन लगभग 3 वर्षो से खराब पड़े कबाड़ हो गए।
 नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों को इस वजह से काफी परेशानियां हो रही है। बताते हैं कि इन वाहनों का सदुपयोग करने का नगर पालिका प्रशासन ने कोई प्रयास ही नहीं किया। इससे यह लगता है कि यह वहां केवल कमीशनखोरी तक खरीदे जाने की प्रक्रिया थी
     बताते हैं कि लगभग 3 वर्ष पूर्व नगर पालिका द्वारा लगभग 20 लाख रुपये से ज्यादा कीमत के डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने वाले वाहनों को खरीदा था,जो खड़े-खड़े कबाड़ हो गए।  इन वाहनों से घरों से निकलने वाले कचरे को एकत्र करने की योजना थी। इनका उपयोग या तो बंद कर दिया गया, कुछ वाहन तो सड़कों पर निकले तक नहीं हैं।                कर्मचारियो को घरों का कूड़ा अपने हाथ से उठाकर ट्रॉली में डाल कर ले जाना पड़ रहा है। जिससे उन्हें काफी देर भी लगती है और परेशानियां भी होती है।
  पत्रकारों की टीम नगर पालिका के स्टोर में पहुंची, तो डोर टू डोर कचरा एकत्र करने वाले वाहनो में से उनकी बैटरिया  गायब थीं  पहिये कबाड़ हो पंचर थे अथवा गायब थे।  इससे प्रतीत होता है कि नगरपालिका तथा वाहन खरीदने वाली संस्था दोनों ने मिलकर पैसे का बंदर बाट कर दुरुपयोग किया है।
    सफाई इंचार्ज राम सिया ने बताया कि यह वाहन उनके समय में नहीं खरीदे गए थे,  अतः इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। पालिका अध्यक्ष रही सुनील जोली और तत्कालीन पालिका अधिशासी अधिकारी दोनों ही  अब  पालिका में नहीं हैं, इस वजह से इन वाहनों के संबंध में कुछ भी पालिका से पता नहीं पड पा रहा था।
फोटो:- नगरपालिका के स्टोर में पड़ा एक कचरा एकत्रित करने वाला वाहन
____

कैस्त से रतनगढ़ तक की सड़क अधूरी, गिट्टी भर बिछाकर ठेकेदार ने अधूरी छो ड़ी

_____
फोटो:- सड़क पर पड़ी गिट्टी तथा फोटो जवाहरलाल , हाकिम सिंह
छोड़ी

जसवन्तनगर(इटावा)। कैस्त गांव से रतनगण तक बनाई गई सड़क में निर्माण के नाम पर मात्र गिट्टी डालकर छोड़ देने से लोगों को आवागमन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मार्ग पर बिछाकर छोड़ी गई गिट्टियों के कारण लोग पिछले छः माह से परेशान हैं। जिला पंचायत द्वारा लगभग 500 मीटर लम्बी सड़क ,जिसकी लागत 21 लाख रुपये बताई गई है। इसका शिलान्यास 30 सितंबर, 2022 को जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव द्वारा किया गया था।
ठेकेदार द्वारा मार्ग पर बड़ी बड़ी गिट्टियां बिछाकर मार्ग छोड़ दिया गया है। ठेकेदार और विभागीय उदासीनता के चलते आज तक मार्ग का निर्माण कार्य अधूरा है।
इससे लोगों को आवागमन करने में काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। आधा किलोमीटर की दूरी तय करने में वाहन चालकों सहित पैदल राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय निवासी भारत सिंह, मोहन लाल, मुरारी, किशन लाल, संतोष, बादशाह सहित आदि का कहना है कि मार्ग पर पड़ी बड़ी गिट्टियों से पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। इसके चलते उनके बच्चे, जो इस सड़क से होकर स्कूलों में जाते है। उनका और ग्राम सिरहोल , झीलां, जगसोरा, पूठन सकरौली, चक सलेमपुर, आदि सहित एक दर्जन से ज्यादा गांवों के सेकड़ो ग्रामीणों का आवागमन दूभर हो गया है ।ग्रामीणों ने अधूरे सड़क निर्माण को पूर्ण कराने की मांग की है।

गिट्टी के साथ खेत की मिट्टी भी
_______________

कैस्त गांव के निवासी जवाहरलाल का कहना है कि लगभग 5 माह से सड़क पर गिट्टी पड़ी है। उनके खेत की मिट्टी भी इसी सड़क पर डाल दी गई है, जिससे उनका नुकसान भी हुआ है और सड़क निर्माण की गुणवत्ता खराब है। कार्य भी पूरा नहीं किया गया है।

कैस्त गांव के ही हाकिम सिंह का कहना है कि यहां से सैकड़ों की संख्या में लोग कचौरा से आगरा की तरफ जाते है तथा स्कूलों के बच्चे भी यही से निकलते है । उन्होने इस सड़क को शीघ्र पूर्ण करवाने की मांग की है।
दूसरी ओर ग्राम प्रधान कमला देवी का कहना है कि उन्होंने ठेकेदार उमेश से बात की है ।जल्द ही निर्माण कार्य पूर्ण करा दिया जाएगा।

*वेदव्रत गुप्ता

फ़ोटो: सड़क पर पड़ी गिट्टी तथा फोटो जवाहरलाल , हाकिम सिंह
छोड़ी

EC के नोटिस के बाद मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक ने पीएम पर की गई टिप्पणी पर दी सफाई

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे को पीएम पर की गई टिप्पणी को लेकर चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा था। नोटिस का जवाब देते हुए प्रियांक ने इन आरोपों पर सफाई दी।

कांग्रेस विधायक और कर्नाटक की चित्तपुर सीट से उम्मीदवार प्रियांक खरगे ने कहा कि वह एक चुनावी रैली में बंजारा समुदाय के लिए पीएम मोदी की खोखली बयानबाजी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।

प्रियांक ने पत्र में लिखा कि मेरी टिप्पणियां राजनीतिक थीं। एक भाजपा नेता के रूप में पीएम मोदी की खोखली बयानबाजी पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने आगे लिखा मेरे बयान न तो प्रधानमंत्री के निजी जीवन पर थे और न ही कुछ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया था। कांग्रेस विधायक ने कहा कि मेरा बयान तो प्रधानमंत्री के सार्वजनिक जीवन से जुड़ा नहीं है।

संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में वन कर्मियों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार करने वाले पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज

हाराष्ट्र के ठाणे शहर में पुलिस ने वन अधिकारियों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार करने के आरोप में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान की है।जहां वन अधिकारियों ने उन्हें येऊर प्रवेश द्वार पर रोक दिया था।
वर्तक नगर थाने के थाना प्रभारी ने बताया कि यहां स्थानीय निवासियों, सरकारी अधिकारियों और विशेष अनुमति वाले लोगों को छोड़कर अन्य लोगों को शाम से सुबह तक इस जंगल में प3वेश की अनुमति नहीं है।

जब आरोपियों को जंगल के भीतर जाने की अनुमति नहीं मिली तो वे वन कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करने लगे। उन्होंने कर्मियों को जान से मारने की धमकी भी दी थी। वन कर्मियों ने बताया कि मारपीट करने के बाद वे पहरेदारों को भगाकर जंगल में घुस गए।

पांचों आरोपियों की पहचान नीलेश बादल, सूदन अली, प्रकाश सऊद, पवन लोखंडे और रोहित केदारे के तौर पर हुई है। इस मामले में फिलहाल अभी तक किसी के भी गिरफ्तार नहीं किया गया है।

उत्तर प्रदेश में पहले चरण में 37 जिलों में डाले गए वोट, इन पांच जिले जहां हुआ सबसे ज्यादा मतदान

त्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के पहले चरण में  37 जिलों में वोट डाले गए। इस चरण में कुल 7,592 पदों के लिए चुनावी रण में उतरे 44,226 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम और मतपेटिकाओं में बंद हो गया।
पहले चरण के लिए 10 नगर निगमों में महापौर पद के लिए 113 तथा 820 पार्षदों के लिए 5,432 प्रत्याशी उम्मीदवार मैदान में हैं।राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस बार सबसे ज्यादा वोटिंग महराजगंज जिले में हुई।  इसके बाद शामली में 65.02%, कुशीनगर में 64.24%, चन्दौली में 63.82% और अमरोहा में 63.41% मतदान हुआ।

इस निकाय चुनाव के पहले चरण में सबसे कम मतदान प्रयागराज जिले में हुआ। यहां महज 33.61 फीसदी वोटिंग ही हुई। इसके बाद लखनऊ में 38.62%, मथुरा में 39.81% आगरा में 40.32% और वाराणसी में 40.58% मतदान दर्ज किया गया।

बिहार सरकार पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने लगाया चार हजार करोड़ रुपए का जुर्माना

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने बिहार सरकार पर पर्यावरण मुआवजे के तौर पर चार हजार करोड़ रुपए देने का आदेश दिया है। आदेश में कहा गया है कि बिहार सरकार सॉलिड और लिक्विड कचरे का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण करने में विफल रही है, जिसके चलते उस पर यह जुर्माना लगाया गया है।

जस्टिस एके गोयल की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा है कि जुर्माने की राशि बिहार सरकार को दो महीने के भीतर जमा करानी होगी और राज्य के मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि वह जुर्माने की इस राशि को राज्य में कूड़ा निस्तारण में खर्च करेंगे।

पीठ में जस्टिस एके गोयल के अलावा जस्टिस सुधीर अग्रवाल और जस्टिस अरुण कुमार त्यागी के साथ ही विशेषज्ञ सदस्य अफरोज अहमद और ए सेंथिल वेल भी शामिल थे। पीठ ने अपने आदेश में कहा कि हम राज्य पर चार हजार करोड़ का पर्यावरण मुआवजा देने का निर्देश देते हैं। प्रदूषण फैलाने वाले को भुगतान करना होता है।

एनजीटी ने ये भी कहा कि मुआवजे की चार हजार करोड़ की राशि से सॉलिड कचरे के प्रोसेसिंग प्लांट, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जाए। एनजीटी ने कहा कि 11.74 लाख मीट्रिक टन के कचरे में से हर दिन 4072 मीट्रिक टन शहरी कचरे का प्रबंधन नहीं किया गया।

बारिश के कर्ण चमोली में गेहूं की फसल को हुआ भारी नुकसान, बरबाद फसलें देखकर महिलाओं की आँखों में आए आंसू

प्ताहभर तक रही बारिश से चमोली जिले में गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।  धूप खिलने पर जब महिलाएं खेतों में पहुंचीं तो बरबाद हुई गेहूं की फसलें देखकर रो पड़ीं।

लंगासू गांव की अनीता डिमरी और प्रकाश डिमरी ने बताया कि उनके करीब चार क्विंटल गेहूं बरबाद हो गए हैं। गांव में कई अन्य परिवारों की भी गेहूं की फसल बरबाद हो गई है। कहा कि खेती ही आजीविका का साधन थी। छह माह की मेहनत पर पानी फिर गया है।

जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मण सिंह बिष्ट, ग्राम प्रधान बीना देवी, टीका प्रसाद मैखुरी, संगीता नगवाल, आशा गोश्वामी, विद्या देवी, मीना मलेठा, अनीता डिमरी, मंजू सिमल्टी, यमनोत्री, भगवती देवी, रजनी, गुड्डी, पवन मैवाड़ आदि का कहना है कि कई परिवार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करते हैं। बीज और खाद पर लोगों ने जो पैसा खर्च किया था इस बार उसकी भी भरपाई नहीं हो पाएगी।

स्मृति ईरानी ने शेयर किया 25 साल पुराना वीडियो, पीरियड्स से जुड़े टैबू पर भी की थी बातचीत

पूर्व अभिनेत्री एवं वर्तमान में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहती हैं। आए दिन स्मृति ईरानी अपनी निजी जिंदगी से जुड़े वीडियो और तस्वीरें साझा करती नजर आती हैं, जिन पर यूजर्स की जबर्दस्त प्रतिक्रिया आती है।

हाल ही में उन्होंने अपना एक 25 साल पुराना वीडियो शेयर किया है। दरअसल, यह वीडियो सैनिटरी नेपकिन के विज्ञापन का है। इसके जरिए स्मृति ईरानी ने एक बार फिर पीरियड्स से जुड़े टैबू पर सवाल उठाया है।

इस पोस्ट के साथ केंद्रीय मंत्री ने कैप्शन लिखा है, ’25 साल पहले, एक बड़ी कंपनी के लिए मेरा पहला विज्ञापन।  इसका विषय फैंसी नहीं था। वास्तव में यह ऐसा प्रोडक्ट था, कि इसके बाद कई लोग असाइनमेंट देने के खिलाफ थे। विज्ञापन में शामिल होने वाली मॉडल के लिए एक ग्लैमर आधारित करियर का खत्म होना सुनिश्चित था। मैं कैमरे के सामने अपना करियर शुरू करने के लिए बेहद उत्साहित थी, इसलिए मैंने हां कह दिया! आखिर मासिक धर्म स्वच्छता पर बातचीत वर्जित क्यों होनी चाहिए? तब से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।’

 

शो ‘बेकाबू’ के सेट पर शालीन भनोट का हुआ एक्सीडेंट, शूटिंग के दौरान बैलेंस बिगड़ने के कारण…

मशहूर टीवी एक्टर शालीन भनोट को लेकर एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे सुनकर उनके फैंस चिंतित हो जाएंगे। हाल ही में टीवी शो ‘बेकाबू’ के सेट पर शालीन भनोट के साथ हादसा हो गया।

शूटिंग के दौरान बैलेंस बिगड़ने के कारण शालीन भनोट नीचे गिर गए और उन्हें कुछ चोटें लग गईं।  एक्टर ने खुद सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जो तेजी से वायरल हो रहा है।शालीन भनोट ने अपने वीडियो में बताया कि जिंदगी में सारी चीजें हमारी मर्जी से नहीं होती। इसके बाद भी हमें आगे बढ़ते रहना चाहिए।

वीडियो में देखा जा सकता है कि शूटिंग के दौरान बैलेंस बिगड़ने के कारण पहले शालीन भनोट दीवार से टकराते हैं और फिर नीचे गिर जाते हैं। वीडियो को शेयर कर एक्टर ने लिखा, “हंप्टी डंप्टी बुरी तरह नीचे गिर गया। जिंदगी में ना हमेशा हर चीज हमारे मुताबिक नहीं चलती है। कई बार चीजें गलत दिशा में जाती हैं और आपको चोट भी लगती है।  अपना शो हमेशा जारी रहना चाहिए। आप करते रहो जो आपको पसंद है। मेरा पैशन भी मेरे दर्द से ज्यादा बड़ा है।”