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‘केजरीवाल ने स्वीकारे दिल्ली शराब घोटाले के आरोप’, भाजपा ने इस्तीफे में देरी पर पूछे तीखे सवाल

भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा है कि अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर अरविंद केजरीवाल ने यह स्वीकार कर लिया है कि उन पर लगे शराब घोटाले के आरोप बिल्कुल सही हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को चुनाव की मांग करने की कोई आवश्यकता नहीं थी, वे चाहते तो कैबिनेट मंत्रियों की सलाह लेकर विधानसभा भंग करने और चुनाव में जाने की घोषणा कर सकते थे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की यह सोच बताती है कि वे चुनाव में नहीं जाना चाहते।

भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि केजरीवाल के पहले भी कई नेताओं को जेल जाना पड़ा है, लेकिन उन्होंने नैतिकता का पालन करते हुए जेल जाने से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन अरविंद केजरीवाल अपनी ही सरकार के जेल में रहे। उन्होंने कहा कि इस तरह केजरीवाल ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि जेल से बाहर आकर भी उन्होंने अपनी ही सरकार का पटाखे न चलाने का निर्णय तोड़ दिया।

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली की जनता तीन महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को शून्य सीटें देकर अपना निर्णय सुना चुकी है। उन्होंने कहा कि अब अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की जनता के फैसले की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के फैसलों के कारण दिल्ली की जनता को लगातार नुकसान हो रहा है और इसके बाद भी केजरीवाल को कोई असर नहीं पड़ रहा है। सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल के शासन में दिल्ली में पानी टैंकर माफिया दोगुने से अधिक ताकत से काम कर रहे हैं। शिक्षा-स्वास्थ्य विभागों में घोटाले हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल को घोटाले के कारण अदालत के आदेश के बाद जेल जाना पड़ा था। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने दो दिन का समय क्यों लिया, उन्हें तत्काल विधानसभा भंग कर चुनाव में जाने की घोषणा करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव के लिए तैयार है।

अमेरिका में रिलीज से पहले ‘देवरा’ का जलवा, जूनियर एनटीआर की फिल्म ने अब बना डाला यह खास रिकॉर्ड

जूनियर एनटीआर की गिनती तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े सितारों में होती है। आरआरआर में अपनी शानदार अदाकारी दिखाने के बाद वह देवरा के जरिए बड़े पर्दे पर वापसी करने जा रहे हैं। कोरतल्ला शिवा के निर्देशन में बनी इस फिल्म को लेकर देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी जबर्दस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।

रिलीज से पहले विदेश में भी देवरा पार्ट-वन की धूम साफतौर पर देखा जी सकती है। संयुक्त राज्य अमेरिका में एनटीआर का तूफान देखने को मिल रहा है। एडवांस बुकिंग में देवरा कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी है। इस फिल्म ने पहले ही 15 लाख डॉलर का आंकड़ा पार कर लिया है और रिलीज से पहले इस फिल्म की निगाहें 30 लाख डॉलर के क्लब में शामिल होने पर हैं।

ताजा अपडेट के अनुसार शुक्रवार रात तक अमेरिका में देवरा ने 40,000 टिकटें बेच ली हैं। फिल्म के भव्य प्रीमियर में 12 दिन शेष हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि रिलीज के बाद यह फिल्म कमाई के कई कीर्तिमान स्थापित कर सकती है। देवरा अमेरिका में प्री-सेल में सबसे तेजी से 40 हजार टिकट बेचने वाली पहली भारतीय फिल्म बन चुकी है।

देवरा का निर्माण नंदमुरी कल्याण राम, मिक्कीलिनेनी सुधाकर और कोसाराजू हरि कृष्णा ने किया गया है। फिल्म में बॉलीवुड स्टार सैफ अली खान भी हैं। इसमें वह नकारात्मक भूमिका में नजर आने वाले हैं। वहीं, जान्हवी कपूर भी इसमें मुख्य भूमिका निभा रही हैं।हाल ही में फिल्म के गाने रिलीज किए गए थे, जिसे दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है। फिल्म में अनिरुद्ध रविचंदर का संगीत है। यह फिल्म 27 सितंबर को सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए पूरी तरह तैयार है।

क्या अपनी बिटिया के लिए नैनी नहीं रखेंगी दीपिका? ऐश्वर्या की राह पर चलेंगी?

अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने हाल ही में एक बेटी को जन्म दिया। आठ सितंबर को जन्मी बच्ची का लालन-पालन शुरू हो गया है। इसी बीच खबर आ रही है कि दीपिका पादुकोण अपनी लाडली के लिए नैनी नहीं रखेंगी और इस मामले में वो ऐश्वर्या राय की राह पर चलेंगी।

बिटिया को मीडिया से भी दूर रखेंगी दीपिका
बॉलीवुड लाइफ की रिपोर्ट के मुताबिक, दीपिका पादुकोण नैनी नहीं रखने के अलावा अपनी बिटिया को मीडिया से भी दूर रखेंगी। इसके लिए वो अनुष्का शर्मा-विराट-कोहली और आलिया भट्ट-रणबीर कपूर की तरह ही नो-फोटो पॉलिसी का पालन करती नजर आ सकती हैं।

बधाईयों का लग गया था तांता
दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के माता-पिता बनने के बाद उनके पास लोगों की बधाईयों का तांता लग गया। फिल्म इंडस्ट्री की कई हस्तियों ने इस जोड़े को बधाई दी। विदेशी कलाकार भी इस मामले में पीछे नहीं है। हाल ही में, हॉलीवुड अभिनेता विल स्मिथ ने भी दीपिका और रणवीर को बधाई दी थी।

जल्द ‘सिंघम अगेन’ में दिखेंगी दीपिका पादुकोण
दीपिका पादुकोण को दर्शक जल्द ही ‘सिंघम अगेन’ में देखेंगे। इसका निर्देशन रोहित शेट्टी ने किया है, जो इस साल दिवाली पर रिलीज होगी। यह रोहित शेट्टी के कॉप यूनिवर्स की पांचवी फिल्म है। इसमें रणवीर सिंह भी नजर आएंगे। दीपिका पिछली बार नाग अश्विन द्वारा निर्देशित कल्कि 2898 एडी में दिखी थी। इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कलेक्शन किया था।

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने की असदुद्दीन ओवैसी की तारीफ, अपना भाई बताया; कहा- वह गरीबों की आवाज

हैदराबाद:तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की सराहना की। उन्होंने ओवैसी को एक ऐसा सांसद बताया जो संसद में लगातार गरीबों के लिए बोलते हैं। हैदराबाद में प्रोफेट फॉर द वर्ल्ड पुस्तक के लॉन्च कार्यक्रम में कांग्रेस नेता ने एआईएमआईएम प्रमुख को गरीबों की आवाज कहा।

तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा, “जब वह कांग्रेस के खिलाफ बोलते हैं तो मुझे अच्छा लगता है, क्योंकि हमारा अपना भाई आवाज उठा रहा है। अगर कोई हमारे खिलाफ बोलेगा तो वह हमारा दुश्मन नहीं है। सरकार चलाने में कुछ गलतियां हो सकती हैं। इन गलतियों को ठीक करने के लिए हमें राज्य और देश में मजबूत विपक्ष की आवश्यकता है।” एक अन्य कार्यक्रम में असदुद्दीन ओवैसी ने कई मुद्दों पर कांग्रेस की आलोचना की।

तेलंगाना के सीएम ने आगे कहा कि देश में नफरत फैलाने वालों का मुकाबला करने के लिए सामूहिक प्रयास किये जाने चाहिए। उन्होंने बताया कि पैगंबर मोहम्मद, गीता और बाइबल की शिक्षाएं देश में शांति सुनिश्चित करने के लिए हैं। रेड्डी ने कहा, “जहर फैलाने वालों को रोकने के लिए हमें एक साथ खड़ा होना चाहिए। भारत हमारा देश है और इसकी रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। देश को बचाने कोई और नहीं आएगा।

चुनाव जीतने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन हमें उन लोगों से सावधान रहना चाहिए जो चुनाव जीतने के लिए जहर फैलाते हैं।” मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि लोकसभा में जनता के पक्ष में बोलने वालों की संख्या कम हुई है जबकि नफरती भाषणों की संख्या में वृद्धि हो रही है।

गंगा किनारे मना सकेंगे पिकनिक, अब 16KM का बनेगा रिवर फ्रंट, आईआईटी दोबारा करेगा सर्वे का अध्ययन

कानपुर: कानपुर में पिछले माह शहर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के बाद 11 साल से प्रस्ताव में फंसी गंगा रिवर फ्रंट योजना को धरातल पर लाने के लिए अधिकारी फिर से सक्रिय हो गए हैं। 11 साल पहले आईआईटी की ओर से किए गए सर्वे को दोबारा उसी संस्थान से अध्ययन कराया जाएगा।

तब और अब में हुए परिवर्तन को देखते हुए योजना को मूर्तरूप देने की तैयारी है। अब गंगा रिवर फ्रंट चार किलोमीटर बढ़ाकर बैराज से किशनपुर तक विकसित किया जाएगा। जगह-जगह फूड हब-पिकनिक स्पॉट विकसित किए जाएंगे। 2013 में गंगा रिवर फ्रंट विकसित करने की योजना बनाई गई थी।

आईआईटी के सिविल डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ओमकार दीक्षित ने विभिन्न विभागों के विशेषज्ञों के सहयोग से इसे तैयार किया था। पर्यावरण, ट्रांसपोर्ट, हाइड्रोलिक स्टडी भी हुई थी। हाइड्रोलिक स्टडी में नदी की स्थिति, कटान, दबाव, गहरान, भविष्य में नदी के स्वरूप आदि का अध्ययन हुआ था।

12 किलोमीटर में विकसित होना था रिवर फ्रंट
गंगा रिवर फ्रंट को गंगा के किनारे-किनारे बैराज से जाजमऊ तक 12 किलोमीटर में विकसित होना था। योजना की अनुमानित लागत 103 करोड़ रुपये थी। बैराज और जाजमऊ में नए घाट, भैरोघाट, परमट घाट, सरसैया घाट, मेस्कर घाट, सिद्धनाथ घाट आदि के जीर्णोद्धार, कुछ स्थानों में पिकनिक स्पॉट, फूड हब, ग्रीनरी, पाथवे आदि विकसित किए जाने थे।

बजट के लिए विश्वबैंक को भेजा जाना था प्रस्ताव
2013 में ही विश्वबैंक के तत्कालीन अध्यक्ष यहां आए तो उनके सामने तत्कालीन मंडलायुक्त शालिनी प्रसाद, आईआईटी के सिविल डिपार्टमेंट के तत्कालीन विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ओमकार दीक्षित, केडीए की तत्कालीन उपाध्यक्ष जयश्री भोज, तब के नगर आयुक्त एनकेएस चौहान, उच्च स्तरीय समग्र विकास समिति के समन्वयक नीरज श्रीवास्तव आदि ने गंगा रिवर फ्रंट योजना का प्रस्तुतिकरण किया था।

कुछ वजहों से कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई
समन्वयक ने बताया कि विश्वबैंक के अध्यक्ष इस अध्ययन से काफी प्रभावित हुए थे। विश्व बैंक से वित्त पोषण के लिए राष्ट्रीय गंगा बेसिन अथॉरिटी (एनजीआरबी) के माध्यम से प्रस्ताव भेजा जाना था, पर कुछ वजहों से कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई।

राष्ट्रीय गंगा परिषद की पहली बैठक में सीएम ने ली थी जानकारी
14 दिसंबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सीएसए में राष्ट्रीय गंगा परिषद की पहली बैठक हुई थी। इस बैठक में दो राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री सहित पांच राज्यों के मंत्री शामिल हुए थे। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा रिवर फ्रंट योजना की जानकारी ली थी, पर कार्रवाई रुकी थी।

शहर में 15 सितंबर से 13 नवंबर तक धारा 163 हुई लागू, जानिए किन-किन चीजों पर रहेगा प्रतिबंध

लखनऊ:  बारावफात, ईद-ए-मिलाद, विश्वकर्मा पूजा, अनंत चतुर्दशी, महात्मा गांधी जयंती, शारदीय नवरात्र सहित अन्य त्योहारों, विभिन्न राजनीतिक पार्टियों और संगठनों के धरना प्रदर्शन के चलते शहर में 15 सितंबर से 13 नवंबर तक धारा 163 लागू की गई है।

बीएनएस की धारा 163 पूर्व में आईपीसी की धारा 144 थी। जेसीपी एलओ अमित कुमार के मुताबिक धारा 163 के तहत विधान भवन व सरकारी कार्यालयों के ऊपर व एक किमी परिधि में ड्रोन से शूटिंग करना मना होगा। शहर के अंदर तेज धार वाले तथा नुकीले शस्त्र, ज्वलनशील पदार्थ व हथियार तथा आदि लेकर चलने पर प्रतिबंध रहेगा।

स्कूटर इंडिया से नटकुर नहर चौराहे तक 16 सितंबर तक यातायात प्रतिबंधित
कानपुर हाईवे पर एलीवेटेड पुल निर्माण के चलते रविवार सुबह 10 बजे से सोमवार रात 10 बजे तक 4,40,000 वोल्ट बिजली सप्लाई के लिए मोनो पोल लगाया जाएगा। इस दौरान स्कूटर इंडिया चौराहा से नटकुर नहर चौराहा तक (लगभग 200 मीटर) के बीच पूरी तरह से आवागमन प्रतिबंधित रहेगा।

– भारी वाहन नटकुर नहर चौराहा से स्कूटर इंडिया चौराहा की ओर नहीं जा सकेंगे। ये बिजनौर थाना चौराहा से दाएं होकर लखनऊ आ सकेंगे और बाएं होकर कानपुर की ओर जा सकेंगे।
– भारी वाहनों को छोड़कर हल्के वाहन नटकुर नहर चौराहा से स्कूटर इंडिया चौराहा की ओर नहीं जा सकेंगे। ये नटकुर नहर चौराहा से दाएं हाइडि्रल तिराहा होते हुए लखनऊ की ओर जा सकेगा। वहीं, नटकुर नहर चौराहा से बाएंं किसान पथ होकर कानपुर की ओर जा सकेंगे।
– लखनऊ की ओर से आने वाले हल्के वाहन जिन्हें बिजनौर थाना चौराहा की ओर जाना है वे स्कूटर इंडिया चौराहा की ओर नहीं जा सकेंगे। ये हाइडि्रल तिराहे से बाएं नटकुर नहर चौराहा होकर जा सकेंगे।

आज का राशिफल: 15 सितम्बर 2024

मेष राशि: 
आज का दिन आपके लिए कला-कौशल में सुधार लेकर आएगा। आपके घर किसी अतिथि का आगमन हो सकता है। कार्यक्षेत्र में आप अपने कामों को चतुर बुद्धि का प्रयोग करके समय से पहले पूरा करके देंगे। आपको कोई पुरस्कार मिलने की संभावना है। यदि माताजी आपको कोई काम सौंपे, तो आप उसे समय रहते पूरा करें, नहीं तो वह नाराज हो सकते हैं। परिवार में किसी सदस्य के स्वास्थ्य में गिरावट आने के कारण आप परेशान रहेंगे। आपको कामों को लेकर भागदौड़ अधिक रहेगी।
वृष राशिः 
आज का दिन आर्थिक दृष्टिकोण से अच्छा रहने वाला है। आप एक दूसरे का कामों में पूरा साथ देंगे। भाई बहनों से प्रॉपर्टी को लेकर आप कोई विवाद खड़ा हो सकता हैं। परिवार में आज किसी बात को लेकर परिवार की शांति भंग होगी। संतान के लिए आज आप किसी नए वाहन को लेकर आ सकते हैं। सरकारी नौकरी से जुड़ा कोई काम आपका पूरा होने की संभावना है। आपको किसी कानूनी मामले में भागदौड़ अधिक करनी होगी। आप परिवारके सदस्यों के साथ किसी शादी, विवाह, जन्मदिन नामकरण आदि में सम्मिलित हो सकते हैं।
मिथुन राशि : 
आज का दिन आपके लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है। प्रेम जीवन जी रहे लोग साथी के साथ कहीं घूमने फिरने जाने की प्लानिंग करेंगे। आपकी संपत्ति में इजाफा होगा। आप यदि किसी काम को लेकर योजना बनायेंगे, तो उसमें गड़बड़ी होने की संभावना है। पार्टनरशिप में काम करने के लिए आपको अपने पार्टनर पर पूरी निगरानी बनाकर रखनी होगी। आप अपने सहयोगियों से मन की बात को कह सकते हैं। जो लोग ऑनलाइन व्यवसाय करते हैं, उन्हें कोई बड़ा ऑर्डर मिलने की संभावना है।
कर्क राशि: 
आज का दिन आपके लिए लंबे समय से रुके हुए कामों को पूरा करने के लिए रहेगा। आपको कोई पेट से संबंधित समस्या हो सकती है, इसलिए आपको अपने खान-पान पर पूरा ध्यान देना होगा। यदि आपने किसी बैंक, व्यक्ति संस्था से धन उधार लेने का सोचा है, तो वह मिल सकता है। आपको प्रमोशन मिलने की संभावना है। आपका प्रॉपर्टी को लेकर कोई कानूनी मामला आज समस्या देगा। आपको व्यवसाय की योजनाओं पर पूरा ध्यान देना होगा। आपको संतान के करियर की चिंता सता सकती है।
सिंह राशि: 
आज का दिन आपके लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। आपको कुछ कामों को लेकर कठिनाइयां रहेगी। परिवार में किसी पूजा पाठ आदि का आयोजन होने से परिजनों का आना जाना लगा रहेगा। संतान आपकी उम्मीदों पर खरी उतरेगी। बिजनेस में आप किसी योजना को लेकर कुछ उलझन में रहेंगे। यदि ऐसा हो, तो आप अपने भाइयों से बातचीत कर सकते हैं। आपकी किसी पुराने मित्र से लंबे समय बाद मुलाकात होगी। नवविवाहित जातकों के जीवन में किसी नये मेहमान का आगमन हो सकता है।
कन्या राशि: 
आज का दिन आपके लिए धन धान्य में वृद्धि लेकर आने वाला है। आपके अधूरे पड़े काम पूरे होंगे। घर का माहौल आनंदमय रहेगा। आप यदि कोई कदम जल्दबाजी में उठाएंगे, तो बाद में आपको उसके लिए पछतावा होगा। आपके जीवनसाथी आपके कामों में पूरा साथ देंगे। आपको किसी छोटे छोटे वाद विवाद से दूर रहने की आवश्यकता है। आप अपने भविष्य को लेकर कोई बड़ा निवेश कर सकते हैं। आप भगवान की भक्ति में लीन नजर आएंगे, जिसे देखकर परिवार के सदस्य भी खुश रहेंगे।
तुला राशिः 
आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। जीवनसाथी का सहयोग और सानिध्य आपको भरपूर मात्रा में मिलेगा। माताजी कोई बड़ी जिम्मेदारी आपको दे सकती हैं। आप लैपटॉप या कंप्यूटर पर अधिक समय तक काम करने के कारण आंखों की समस्या को महसूस कर सकते हैं। विद्यार्थियों को किसी प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिलेगा। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे लोगों को कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। परिवार में कोई सदस्य पढ़ाई के लिए बाहर जा सकता है।
वृश्चिक राशिः
आज का दिन सामाजिक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों के लिए अच्छा रहने वाला है। माता-पिता के साथ आप कुछ जरूरी कामों को लेकर चर्चा कर सकते हैं। आपकी किसी पुराने मित्र से लंबे समय बाद मुलाकात होगी। कार्यक्षेत्र में आपका कोई नया विरोधी उत्पन्न हो सकता है। आप अपने बिजनेस में कामों को लेकर योजना बनाकर आगे बढ़ेंगे, तो ही बेहतर रहेगा। परिवार में किसी सदस्य के विवाह के बात पक्की हो सकती है। आपको कामों को लेकर कोई ट्रैवलिंग करनी पड़ सकती है। आपको किसी विपरीत परिस्थिति में भी धैर्य बनाए रखने की आवश्यकता है।
धनु राशिः 
आज का दिन आपके लिए सांसारिक सुखभोग के साधनों में वृद्धि लेकर आने वाला है। जीवनसाथी का सहयोग व सानिध्य दोनो ही आपको भरपूर मिलेगा। आपको आपका अटका हुआ धन मिलने की संभावना है। आपकी यश व कीर्ति बढ़ेगी। आज आपका मान सम्मान मिलेगा। जीवनसाथी को लेकर आप कही शॉपिंग पर जा सकते हैं। व्यवसाय की किसी योजना पर अच्छा खासा धन खर्च करेंगे। संतान के करियर को लेकर आप कोई महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं।
मकर राशिः 
आज का दिन आपके लिए परोपकार के कार्यों में हिस्सा लेने के लिए रहेगा। आज आप कामों को पूरा करने के लिए भागदौड़ अधिक करेंगे, जिससे आपके काफी काम समय से पूरे होंगे। आपके घर किसी अतिथि का आगमन होने से आप सेवा सत्कार में लगे नजर आएंगे। आपको किसी धार्मिक स्थान की यात्रा पर आपको जाने का मौका मिल सकता है। आपकी कोई प्रिय वस्तु यदि खो गई थी, तो उसके आपको मिलने की पूरी संभावना है। आपके परिवार में किसी बात को लेकर वाद-विवाद रहेगा, जिससे माहौल अशांतिपूर्ण रहेगा।
कुंभ राशिः 
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहने वाला है। आपके मन में किसी काम को लेकर निराशा रहेगी। आपको अपने परिजनों पर अत्यधिक भरोसा करना नुकसान दे सकता है। बिजनेस को लेकर यदि आपके मन में कोई आईडिया आए, तो आप उसे तुरंत आगे न बढ़ाएं। आप अपने बॉस से किसी बात को लेकर बहसबाजी न करें, नहीं तो इसका असर आपके प्रमोशन पर पड़ सकता है। आपको अपने जरूरी कागजातों पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता है। ससुराल पक्ष का कोई व्यक्ति आपसे धन उधार मांग सकता है। आप किसी संपत्ति की खरीद फरोख्त की योजना बना सकते हैं।
मीन राशिः 
आज का दिन आपके लिए खुशनुमा रहने वाला है। आप जिस भी काम में हाथ डालेंगे, उसमें आपको सफलता अवश्य मिलेगी। परिवार के सदस्यों के साथ बैठकर आप कुछ समय मौज मस्ती करने में व्यतीत करेंगे, जिससे आपके परिवार के सदस्यों में चल रही अनबन भी दूर होती दिख रही है। भाई या बहन से आपको कोई उपहार मिलने की संभावना है। आपको कार्यक्षेत्र में भी तरक्की मिलेगी। आपके कामों से अधिकारी खुश रहेंगे और नौकरी में भी आपको प्रमोशन मिलेगा, जो विद्यार्थी शिक्षा में आ रही समस्याओं को लेकर परेशान चल रहे थे, तो वह उन्हें दूर करने के लिए अपने गुरुजनों से बातचीत करेंगे।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दिया जवाब, क्यों मिले थे मंगेश यादव के परिवार से?

लखनऊ: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी पुलिस फर्जी एनकाउंटर कर रही है। मंगेश यादव को घर से उठाकर मारा गया था। मैं सच्चाई जानने के लिए उनके परिवार से मिला था। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी पुलिस साजिश करने और एनकाउंटर करने का काम कर रही है। पुलिस को दिए गए मंगेश के परिवार के बयान पर उन्होंने कहा कि पुलिस के डर से कोई भी कुछ भी बयान दे सकता है।

अखिलेश यादव शनिवार को मीडिया को संबोधित कर रहे थे। सपा मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने हिंदी दिवस के अवसर पर साहित्यकारों, कवियों और पत्रकारों को सम्मानित को सम्मानित किया।

संतों के विवादित बयानों को लेकर दिया जवाब…
अखिलेश यादव से जब पूछा गया कि अयोध्या में संतों ने उनके बयान पर नाराजगी जताई है। अखिलेश यादव ने कल आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बयान दिया था कि मठाधीश और माफिया एक ही जैसे होते हैं। इस उन्होंने कहा कि जब किसी नेता ने नारा दिया था कि …इनको मारो जूते चार तो इन लोगों ने क्यों नाराजगी नहीं जताई थी।

राजनीति को बदलने वाला था सपा-बसपा गठबंधन
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा-बसपा का गठबंधन देश की राजनीति को बदलने वाला था लेकिन हमें धोखा मिला। ये बात बहुत छोटी है कि किसने किसका फोन नहीं उठाया। जिस समय मुझे गठबंधन टूटने की सूचना मिली उस समय बसपा के एक नेता मेरे साथ मंच पर बैठे थे। मैंने उनसे पूछा कि गठबंधन क्यों तोड़ा? तो उन्होंने कहा कि हमें और आपको दोनों को धोखा मिला है।

जम्मू-कश्मीर में सपा के चुनाव लड़ने पर दिया बयान
अखिलेश यादव ने कहा कि कश्मीर में 370 हटने के बाद पहली बार चुनाव हो रहे हैं। समाजवादी पार्टी वहां चुनाव लड़ रही है। राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनने के लिए छोटे राज्यों में अच्छे मौके मिलते हैं। वहीं, अयोध्या में भाजपा नेताओं पर लगाए गए जमीन कब्जे के आरोपों पर उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में ऐसा हो रहा है। इनके नेता केवल जमीन ही नहीं तालाब तक पर कब्जा कर ले रहे हैं।

‘ज्ञानवापी साक्षात विश्वनाथ ही…लेकिन लोग दूसरे शब्दों में मस्जिद कहते हैं’, सीएम योगी का बड़ा बयान

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के चारों कोनों में आध्यात्मिक पीठों की स्थापना करने वाले आदि शंकर की काशी में की गई साधना के समय भगवान विश्वनाथ द्वारा ली गई परीक्षा के एक उद्धरण का उल्लेख करते हुए कहा कि दुर्भाग्य से आज जिस ज्ञानवापी को कुछ लोग मस्जिद कहते हैं, वह ज्ञानवापी साक्षात विश्वनाथ जी ही हैं।

सीएम योगी शनिवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में ‘समरस समाज के निर्माण में नाथपंथ का अवदान’ विषयक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। यह दो दिवसीय संगोष्ठी गोरखपुर विश्वविद्यालय और हिंदुस्तानी एकेडमी प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की जा रही है।

दीक्षा भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एवं नाथपंथ की अध्यक्षीय पीठ, गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने संतों और ऋषियों की परंपरा को समाज और देश को जोड़ने वाली परंपरा बताते हुए आदि शंकर का विस्तार से उल्लेख किया।

कहा कि केरल में जन्मे आदि शंकर ने देश के चारों कोनों में धर्म-अध्यात्म के लिए महत्वपूर्ण पीठों की स्थापना की। आदि शंकर जब अद्वैत ज्ञान से परिपूर्ण होकर काशी आए तो भगवान विश्वनाथ ने उनकी परीक्षा लेनी चाही। ब्रह्म मुहूर्त में जब आदि शंकर गंगा स्नान के लिए निकले तब भगवान विश्वनाथ एक अछूत के वेश में उनके सामने खड़े हो गए।

धर्म की नगरी काशी ने हिंदी को दिया पहला मानक कोश, व्याकरण और इतिहास

वाराणसी:  मां भारती के भाल का शृंगार है हिंदी, हिंदोस्तां के बाग की बहार है हिंदी। घुट्टी के साथ घोल के मां ने पिलाई थी, स्वर फूट पड़ा वही मल्हार है हिंदी…। डॉ. जगदीश व्योम की यह कविता हिंदी की कहानी कहती है। धर्म और संस्कृति की नगरी काशी ने भी हिंदी और हिंदीभाषियों को बहुत कुछ दिया है। पहले शब्दकोश से लेकर पहले व्यवस्थित व्याकरण, हिंदी साहित्य और भाषा के पहले इतिहास के साथ ही हिंदी शॉर्टहैंड का पहला विद्यालय भी काशी से ही शुरू हुआ था।

20 सालों की मेहनत से तैयार हुआ हिंदी भाषा का पहला मानक कोश
हिंदी भाषा के लिए बनाया गया वृहद शब्द संग्रह और मानक कोश है हिंदी शब्दसागर। 20 साल के अनवरत प्रयास के बाद नागरी प्रचारिणी सभा ने इसका निर्माण किया और इसका पहला प्रकाशन 1922-29 के बीच हुआ था।

शब्दकोश मूल रूप में चार खंडों में बना था। इसके प्रधान संपादक श्यामसुंदर व बालकृष्ण भट्ट और लाला भगवानदीन, अमीर सिंह व जगमोहन वर्मा सहसंपादक थे। आचार्य रामचंद्र शुक्ल और आचार्य रामचंद्र वर्मा ने भी इसमें योगदान दिया। इस कोश में एक लाख शब्द थे।

बाद में 1965-1976 के बीच इसका परिवर्धित संस्करण 11 खंडों में प्रकाशित हुआ। हिंदी शब्दकोश के निर्माण के लिए दरभंगा नरेश ने 125 रुपये की आर्थिक सहायता दी थी। 1910 की शुरुआत में शब्द संग्रह का कार्य समाप्त हुआ और 1912 में छपाई का कार्य शुरू हुआ। इस तरह 1917 तक काम चलता रहा। 1924 में 22 बंडल कोश कार्यालय से चोरी हो गए। इस वजह से ये काम 1929 में पूरा हुआ। इससें 93,115 शब्दों के अर्थ और विवरण दिए गए थे। इसमें सभा ने 1,02,735 रुपये खर्च किए।

कामता प्रसाद और किशोरी दास ने दी व्याकरण की पहली व्यवस्थित पुस्तकें
कामता प्रसाद गुरु की हिंदी व्याकरण और आचार्य किशोरी दास वाजपेयी की हिंदी शब्दानुशासन व्याकरण पर हिंदी में पहली व्यवस्थित पुस्तकें हैं। कामता प्रसाद गुरु की रचना हिंदी व्याकरण को हिंदी का सबसे बड़ा प्रमाणिक व्याकरण माना जाता है। इसका प्रकाशन सर्वप्रथम नागरिक प्रचारिणी सभा ने अपनी लेखमाला में 1974 से 1976 के बीच किया।

इसके बाद सन 1977 में पहली बार सभा से पुस्तक के रूप में इसे प्रकाशित किया गया। यह हिंदी भाषा का सबसे बड़ा और प्रामाणिक व्याकरण माना जाता है। विदेशी भाषाओं में इसके अनुवाद भी हुए हैं। संक्षिप्त हिंदी व्याकरण, मध्य हिंदी व्याकरण और प्रथम हिंदी व्याकरण इसी के संक्षिप्त संस्करण हैं। किशोरी दास वाजपेयी ने खड़ी बोली हिंदी के व्याकरण के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाई। व्याकरण के क्षेत्र में उनकी प्रमुख देन हिंदी शब्दानुशासन ही है। सबसे पहले उन्होंने ही घोषित किया कि हिंदी एक स्वतंत्र भाषा है।

आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने लिखा हिंदी साहित्य का प्रथम इतिहास
आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने हिंदी साहित्य का इतिहास लिखकर एक नए युग की शुरुआत की। आचार्य रामचंद्र शुक्ल की पुस्तक हिंदी साहित्य का इतिहास शीर्षक निबंध पिछले एक हजार साल के साहित्य के इतिहास की सबसे विश्वसनीय पुस्तक के तौर पर आज तक पढ़ी जाती है। हिंदी साहित्य के अब तक लिखे गए इतिहास में आचार्य रामचंद्र शुक्ल की पुस्तक हिंदी साहित्य का इतिहास को सबसे प्रामाणिक और व्यवस्थित इतिहास माना जाता है।