Thursday , October 24 2024

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बाढ़ पीडितों की मदद के लिए आगे आए नंदमुरी बालकृष्ण, दान में दिए 50 लाख रुपये

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं। भीषण बाढ़ के कारण लोगों का जीवन अस्त-वयस्त हो गया है। राज्य सरकार अपनी ओर से लोगों को राहत देने के प्रयास में जुटी है। इसी बीच, दक्षिण भारत के बड़े अभिनेता नंदमुरी बालकृष्ण ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है।

मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किए 50 लाख रुपये
नंदमुरी बालकृष्ण ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 50 लाख रुपये दान दिए है। मालूम हो कि बालकृष्ण अभिनेता के साथ-साथ नेता भी है। उनकी ओर से उनकी बेटी तेजस्वनी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को चेक दिया है। नंदमुरी के अलावा कई कलाकार बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आ चुके हैं।

पवन कल्याण और अल्लू अर्जुन भी दे चुके हैं दान
अभिनेता और आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने तेलंगाना सीएम से मिलने के बाद मुख्यमंत्री राहत कोष में एक करोड़ रुपये दान दिए थे। जूनियर एनटीआर ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री राहत कोष में 50-50 लाख रुपये दान दिए थे। उनके बाद अल्लू अर्जुन ने दोनों राज्यों के लिए एक करोड़ रुपये का दान दिया था।

इन फिल्मों में कर चुके हैं काम
नंदमुरी बालकृष्ण ने लीजेंड, वीर सिम्हा रेड्डी, अखंडा, जय सिम्हा, सिम्हा, समरसिम्हा रेड्डी, रूलर, पैसा वसूल, सुल्तान, राउडी इंस्पेक्टर और लक्ष्मी नरसिम्हा समेत कई फिल्मों में काम किया है। उन्हें पिछली बार भगवंत केसरी में देखा गया था। उनकी नई फिल्म ‘एनबीके 109’ होगी। फिलहाल ये फिल्म का अस्थाई नाम है। आने वाले दिनों में फिल्म से जुड़ी नई जानकारी सामने आएगी।

मनोरंजन जगत में लैंगिक समानता पर बोले राम कपूर, कहा- यह हमेशा दर्शक ही तय करते हैं

राम कपूर टीवी की दुनिया के बड़े नाम हैं। उन्होंने टीवी पर एक से बढ़कर एक शो में काम किया है। इससे उन्हें घर-घर में पहचान मिली है। टीवी के अलावा वह फिल्मों में भी नजर आते रहे हैं। एक बार फिर वह फिल्म ‘युध्रा’ में नजर आने वाले हैं। फिल्मी दुनिया में लैंगिक समानता पर काफी बहस होती है। इस बीच अब राम कपूर ने भी इस पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि मनोरंजन उद्योग में लैंगिक समानता जरूरी नहीं है, क्योंकि यह दर्शकों द्वारा निर्देशित की जाती है।

मनोरंजन उद्योग में लैंगिक समानता की जरूरत नहीं- राम कपूर
टीवी के स्टार अभिनेता ने कहा कि बॉलीवुड में अभिनेता भले ही अभिनेत्रियों से बड़ा रुतबा रखते हैं, लेकिन जब बात टीवी की आती है, तो ऐसा नहीं होता। उन्होंने कहा कि बात जब टीवी की आती है, तो वे अभिनेत्रियों के बाद दूसरे स्थान पर आते हैं और कोई भी इस पर सवाल नहीं उठाता। राम कपूर ने हिंदुस्तान टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू के दौरान कहा, “मुझे नहीं लगता कि मनोरंजन उद्योग में लैंगिक समानता की वास्तव में जरूरत है, क्योंकि हर उद्योग की एक खास गतिशीलता होती है और उस गतिशीलता को दर्शकों द्वारा निर्धारित किया जाता है।”

‘टीवी पर महिला कलाकारों का है दबदबा’
उन्होंने आगे कहा, ” मैं एक ऐसे उद्योग का हिस्सा रहा हूं, जहां महिलाओं का दबदबा है। 15 साल तक मैं टेलीविजन उद्योग का हिस्सा रहा, जहां महिला प्रधान भूमिकाएं पुरुष प्रधान भूमिका से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं। छोटे पर्दे पर सब कुछ तुलसी और पार्वती के बारे में है। पुरुष प्रधान भूमिकाएं महिला प्रधान भूमिका के बाद दूसरे स्थान पर होती हैं, लेकिन उन पूरे 15 सालों में मैंने कभी भी वहां पुरुष प्रधान भूमिका की परवाह नहीं की।” अभिनेता ने आगे कहा कि दर्शक यही चाहते थे, इस लिए उनके लिए यह मायने नहीं रखता, फिर चाहे बॉलीवुड हो, जहां पुरुष बेहतर कर रहे हैं, या टेलीविजन हो, जहां महिलाएं बेहतर कर रही हैं।

कई ऐसे उद्योग हैं, जहां महिलाएं हावी हैं- राम कपूर
राम कपूर ने आगे जोड़ते हुए कहा कि मॉडलिंदग की दुनिया में पुरुष मॉडल महिला मॉडलों के करीब भी नहीं पहुंच सकते। उन्होंने कहा कि नाओमी कैंपबेल और सिंडी क्रॉफर्ड के बारे में हर कोई जानता है, लेकिन पुरुष मॉडल किसी को भी याद नहीं होता। वहां कोई लैंगिक समानता के बारे में बात नहीं करता। अभिनेता ने कहा कि ऐसे बहुत से उद्योग हैं, जहां महिलाएं राज करती हैं और किसी को इससे बहुत ज्यादा फर्क भी नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि वह इसे लेकर ज्यादा नहीं सोचते, यह हमेशा दर्शक ही तय करते हैं।

आज का राशिफल: 14 सितम्बर 2024

मेष राशि: 
आज का दिन आपके लिए पद व प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला रहेगा। आपको किसी काम को लेकर कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। आप बिजनेस में कुछ नए लोगों से मेलजोल बढ़ाने में कामयाब रहेंगे। आप अपने भविष्य को लेकर कोई बड़ा निवेश करने की प्लानिंग कर सकते हैं। सामाजिक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों को किसी काम को लेकर जल्दबाजी नहीं दिखानी है, नहीं तो उनके कुछ नए शत्रु बन सकते हैं।
वृष राशिः 
आज का दिन आपके लिए खुशनुमा रहने वाला है। प्रेम जीवन जी रहे लोगों को अपने साथी से मन की बात को कहने का मौका मिलेगा। कार्यक्षेत्र में अपनी चतुर बुद्धि से अपने विरोधियों को आसानी से मात दे सकेंगे। किसी काम में पार्टनरशिप करना अच्छा रहेगा। आपके जीवन में आज नयापन आएगा। विद्यार्थियों को अपनी गलतियों को सुधारने की आवश्यकता है। आपकी सेहत में उतार चढ़ाव बना रहेगा। आपको काम को लेकर कुछ उलझने होने की संभावना है। परिवार में किसी पूजा पाठ आदि का आयोजन हो सकता है।
मिथुन राशि : 
आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। आप किसी धार्मिक कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए जा सकते हैं। राजनीतिक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों की अच्छी पहचान बनेगी, उन्हें कोई पुरस्कार भी मिल सकता है। आप अपने घर के साथ-साथ बाकी कामों पर पूरा ध्यान देंगे, जिसमें धन भी अच्छा खर्च करेंगे। आपकी वाणी व व्यवहार से लोग आपसे मित्रता रखने की चेष्टा करेंगे। ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति से यदि कोई कहासुनी हो, तो वाणी का ध्यान रखें।
कर्क राशि:
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहने वाला है। आपको नौकरी को लेकर अच्छा ऑफर मिलने की संभावना है। आपकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर रहेगी। परिवार में किसी सदस्य के विवाह को लेकर यदि कोई समस्या चल रही थी, तो वह भी दूर होती दिख रही है। आपके मित्र आपके काम में आपका पूरा साथ देंगे। आपके परिवार में किसी मुद्दे को लेकर बातचीत करने की आवश्यकता है। संतान किसी गलत राह पर चल सकती है। आपको उनकी संगति पर विशेष ध्यान देना होगा।
सिंह राशि: 
आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहने वाला है। आप किसी नए काम की शुरुआत कर सकते हैं। आपके सहयोगी आपके कामों में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं। लेकिन वह आपको प्रभावित नहीं करेगी। किसी काम को लेकर अपने साथी से मदद लेनी पड़ सकती है। आपको किसी पास व दूर की यात्रा पर जाने का मौका मिल सकता है। जीवनसाथी आपके बिजनेस में कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे, जिससे आपको यदि कोई समस्या चल रही थी, तो वह भी दूर होगी।
कन्या राशि: 
आज का दिन आपके लिए सुखमय रहने वाला है। ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति से आप कोई लेनदेन करेंगे, तो वह आपके लिए अच्छा रहेगा। लेकिन आपको किसी काम के चलते यात्रा पर जाना पड़ सकता है। यदि आपने किसी को धन उधार दिया था, तो वह भी आपको वापस मिल सकता है। आपकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर रहेगी। माता-पिता के आशीर्वाद से आप किसी प्रॉपर्टी की खरीदारी कर सकते हैं। आपको किसी मांगलिक कार्यक्रम में सम्मिलित होने का मौका मिलेगा। आपकी तरक्की के नए-नए मार्ग खुलेंगे।
तुला राशिः 
आज का दिन आपके लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। यदि आपने अपने कामों में कोई बदलाव किया, तो इसका असर आपके व्यवसाय पर पड़ेगा। आपको कोई बात बुरी लग सकती है। आपको अपनी सेहत पर पूरा ध्यान देना होगा, क्योंकि आपके किसी पुराने रोग के उभरने से आपकी समस्याएं बढ़ेंगी। कार्यक्षेत्र में आपके बॉस आपके ऊपर काम का बोझ डाल सकते हैं, जिससे आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है। यदि आपने कोई लोन आदि अप्लाई किया है, तो वह भी आपको आसानी से मिल जाएगा।
वृश्चिक राशिः 
कोई डेटा उपलब्ध नहीं है, कृपया बाद में प्रयास करें।
धनु राशिः 
आज का दिन आपके लिए सुख व समृद्धि बढ़ाने वाला रहेगा। आपकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर रहेगी। दान पुण्य के कार्यों में भी आपका पूरा ध्यान रहेगा। प्रेम जीवन जी रहे लोगों में मधुरता बनी रहेगी। व्यापारियों के लिए कोई बड़ी डील फाइनल होने की संभावना है। आपको किसी की कही सुनी बातों में आने से बचना होगा। आपके कुछ विरोधी आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेंगे।
मकर राशिः 
आज का दिन आपके लिए कुछ असमंजस भरा रहने वाला है। परिवार के सदस्यों को लेकर आप किसी धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं। आर्थिक समस्याओं के कारण आपके मन में कोई टेंशन रहेगी। बिजनेस में भी आपको कोई नुकसान होने की संभावना है। आप यदि किसी काम को करें, तो उसमें किसी अनुभवी व्यक्ति से सलाह मश्वरा अवश्य करें। यदि किसी यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे हैं, तो उसमें आपको वाहनों का प्रयोग सावधान रहकर करें। आप किसी परिजन से मुलाकात करने जा सकते है।
कुंभ राशिः 
आज का दिन आपके लिए तरक्की दिलाने वाला रहेगा। आपके खर्चे बढ़ेंगे, जिससे मन परेशान होगा। परिवार के सदस्यों की जरूरतों पर आप पूरा ध्यान देंगे। जीवनसाथी को आप कहीं शॉपिंग पर लेकर जा सकते हैं। सामाजिक कार्यक्रमों में आप बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। आपको किसी नई पार्टी की प्राप्ति हो सकती है। माता-पिता के आशीर्वाद से आपका कोई रुका हुआ काम पूरा होगा। आप तरक्की की राह में आगे बढ़ेंगे।
मीन राशिः 
मीन राशि के जातकों के लिए आज दिन अच्छा रहने वाला है। आपको नौकरी से संबंधित कोई खुशखबरी सुनने को मिलेगी। परिवार में छोटे बच्चों के साथ आप कुछ समय मौज मस्ती करने में व्यतीत करेंगे। आपको काम को लेकर भाग दौड़ अधिक रहेगी। वैवाहिक जीवन में चल रही समस्याओं से राहत मिलेगी और आपने यदि किसी को धन उधार दिया था, तो उसके भी आपको मिलने की पूरी संभावना है। आप किसी नई संपत्ति की खरीदारी की योजना बना सकते हैं। आपको बिजनेस में कोई बड़ा जोखिम उठाने से बचना होगा।

पाकिस्तान पर चला अमेरिका का चाबुक; बैलिस्टिक मिसाइल प्रोजेक्ट के चीनी आपूर्तिकर्ताओं को किया प्रतिबंधित

अमेरिकी विदेश विभाग ने गुरुवार को एक बड़ा कदम उठाया। पाकिस्तान के खिलाफ उसका सख्त रवैया बरकरार है। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के बैलेस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में मदद करने वाले कई संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनके बारे में दावा किया जा रहा है कि ये पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम की आपूर्ति में शामिल हैं। इस फैसले पर पाकिस्तान की ओर से कुछ नहीं कहा गया है।

इसी तरह, वॉशिंगटन ने पिछले साल अक्तूबर में भी चीन की तीन कंपनियों पर कार्रवाई की थी। इन पर भी पाकिस्तान को मिसाइल-संबंधित वस्तुओं की आपूर्ति करने आरोप था।

पांच कंपनियों पर कार्रवाई
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बैलिस्टिक मिसाइलों और कंट्रोल्ड मिसाइल उपकरणों और प्रौद्योगिकी के प्रसार में शामिल पांच कंपनियों और एक व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की है। खास तौर से, विदेश मंत्रालय के कार्यकारी आदेश 13382 के अनुसार, बीजिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑटोमेशन फॉर मशीन बिल्डिंग इंडस्ट्री (RIAMB) को नामित किया गया है, जो सामूहिक विनाश के हथियारों और उनके वितरण के साधनों के प्रसारकों को लक्षित करता है।

इन पर बड़ा आरोप
विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि बीजिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑटोमेशन फॉर मशीन बिल्डिंग इंडस्ट्री ने शाहीन-3 तथा अबाबील प्रणालियों तथा संभावित रूप से बड़ी प्रणालियों के लिए रॉकेट मोटर्स के परीक्षण हेतु उपकरण खरीदने के लिए पाकिस्तान के साथ काम किया है।

चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध
मिलर ने कहा कि प्रतिबंधों में चीन स्थित कंपनियों हुबेई हुआचांगडा इंटेलिजेंट इक्विपमेंट कंपनी, यूनिवर्सल एंटरप्राइज और शीआन लोंगडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी के साथ-साथ पाकिस्तान स्थित इनोवेटिव इक्विपमेंट और एक चीनी नागरिक को भी शामिल किया है, क्योंकि उन्होंने जानबूझकर मिसाइल प्रौद्योगिकी प्रतिबंधों के तहत उपकरण स्थानांतरित किए थे।

उन्होंने कहा कि जैसा कि आज की कार्रवाइयों से साफ पता चलता है कि अमेरिका प्रसार और संबंधित खरीद गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करना जारी रखेगा, चाहे वे कहीं भी हों।

चीन ने क्या कहा?
वाशिंगटन में चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यू ने कहा, ‘चीन एकतरफा प्रतिबंधों और लंबे समय तक अधिकार क्षेत्र का दृढ़ता से विरोध करता है, जिसका अंतरराष्ट्रीय कानून या संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्राधिकरण में कोई आधार नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजिंग चीनी कंपनियों और व्यक्तियों के अधिकारों और हितों की दृढ़ता से रक्षा करेगा।

इस्राइल की शीर्ष खुफिया यूनिट के प्रमुख ने किया इस्तीफे का एलान, सामने आई ये बड़ी वजह

इस्राइल की शीर्ष खुफिया यूनिट के प्रमुख ने अपना पद छोड़ने का एलान कर दिया है। इस्राइली सेना ने बयान जारी कर कहा है कि इस्राइल की शीर्ष खुफिया यूनिट 8200 यूनिट के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल योसी सारियेल ने अपने कमांडर्स और अधीनस्थों को अपने फैसले के बारे में बता दिया है और वह जल्द ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। दरअसल बीते साल 7 अक्तूबर को हुए हमास के हमले को रोकने में विफल रहने की जिम्मेदारी लेते हुए योसी सारियेल ने अपना पद छोड़ने का फैसला किया है।

हमास का हमला रोकने में विफल रहने के लिए मांगी माफी
इस्राइल की 8200 यूनिट सिग्नल इंटेलिजेंस यूनिट है, जो गोपनीय सिग्नल इंटरसेप्ट करने और उनका विश्लेषण करने का काम करती है। इस्राइली मीडिया में सारियेल के त्यागपत्र की प्रति प्रसारित हो रही है, जिसमें उन्होंने 7 अक्तूबर को हमले को रोकने में विफल रहने के लिए माफी मांगी है। बता दें कि 7 अक्टूबर के हमास के हमले में इस्राइल के 1,205 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें से ज़्यादातर नागरिक थे। इस गिनती में वे बंधक भी शामिल हैं, जिन्हें कैद में मार दिया गया। इस हमले के जवाब में इस्राइल ने गाजा पर जवाबी कार्रवाई की, जिसमें गाजा में कम से कम 41,118 लोग मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, मृतकों में ज़्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।

इस्राइली खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने भी दिया था इस्तीफा
उल्लेखनीय है कि हमास का 7 अक्तूबर का हमला रोकने में विफल रहने के चलते इस्राइल में खुफिया एजेंसी के कई शीर्ष अधिकारी अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। इससे पहले अप्रैल में इस्राइली सैन्य खुफिया के प्रमुख मेजर जनरल अहरोन हलीवा ने भी इस्तीफा दे दिया था। अहरोन हलीवा ने हमास के हमले का पूर्वानुमान लगाने में विफल रहने की जिम्मेदारी लेते हुए अपना पद छोड़ दिया था।

‘क्वाड भागीदारों से मिलने के लिए तत्पर’, अमेरिका की आगामी यात्रा पर ऑस्ट्रेलिया के PM अल्बनीज

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज अमेरिका जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। वह क्वाड शिखर सम्मेलन में लेने के लिए वॉशिंगटन की यात्रा करने वाले हैं। इससे पहले उन्होंने बताया कि वह हिंद-प्रशांत क्षेत्र के सामने आने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों और चार देशों के बीच भागीदारी को मजबूत करने पर चर्चा करने के लिए क्वाड भागीदारों से मिलने के लिए तत्पर हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन 21 सितंबर को अमेरिका के डेलावेयर स्थित विलमिंगटन में चौथे क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे। बैठक में शामिल होने के लिए ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री किशिदा फुमियो पहुंचेंगे। भारत 2025 क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।

क्वाड समिट क्या है?
‘क्वाडीलेटरल सिक्योरिटी डायलाग’ (QSD), क्वाड एक इनफॉर्मल स्ट्रैटेजिक फोरम मंच है, जिसमें अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं। क्वाड की स्थापना 2007 में की गई थी। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे 2007 में क्वाड के गठन का विचार रखने वाले पहले व्यक्ति थे।

क्षेत्रीय मुद्दों और अवसरों पर करेंगे चर्चा
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के कार्यालय ने बयान जारी किया। बताया गया कि अल्बनीज शिखर सम्मेलन में क्वाड के सकारात्मक और व्यावहारिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए क्षेत्रीय मुद्दों और अवसरों पर चर्चा करेंगे।

राष्ट्रपति ने कहा, ‘मैं हिंद-प्रशांत क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों और भागीदारी को मजबूत करने पर चर्चा करने के लिए अपने क्वाड भागीदारों के साथ बैठक करने के लिए तत्पर हूं।’ उन्होंने यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के भविष्य के लिए गहराई से निवेश किया है।

जेनेवा में भारतीय समुदाय के लोगों से मिले जयशंकर, कंधार हाईजैक पर टिप्पणी करने से किया इनकार

केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर इन दिनों विदेश दौरे पर हैं। जर्मनी का दौरा पूरा करने के बाद वे गुरुवार को जेनेवा पहुंचे। यहां उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की। भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उनके अधिकांश समकक्ष, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति यह जानने में दिलचस्पी रखते हैं कि भारत में क्या हो रहा है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ को लेकर जारी विवाद पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इस मामले में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

भारतीय समुदाय से बातचीत के दौरान एस. जयशंकर ने कहा, “मेरे अधिकांश समकक्ष, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति यह जानने में दिलचस्पी रखते हैं कि भारत में क्या चल रहा है। अन्य देश आज हमें दिलचस्पी से देख रहे हैं। हमने जो किया, दुनिया के लिए यह एक सबक है।”

कंधार हाईजैक पर टिप्पणी करने से किया इनकार
वेब सीरीज ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ को लेकर जारी विवादों पर जयशंकर ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “मैंने फिल्म नहीं देखी, इसलिए मैं इसपर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा। 1984 में एक फ्लाइट हाईजैक हुआ था, उस समय मैं एक युवा अफसर था। मैं उस टीम का हिस्सा था, जो इनसे निपट रही थी। हाईजैक के तीन-चार घंटे बाद मैंने अपनी मां को यह कहने के लिए फोन किया कि मैं घर नहीं आ सकता। तब मुझे मालूम चला कि मेरे पिता भी उसी फ्लाइट में थे। हालांकि, किसी की जान नहीं गई। यह काफी दिलचस्प था क्योंकि एक तरफ मैं इस टीम का हिस्सा था जो हाईजैक पर काम कर रही थी और दूसरी तरफ मैं उस परिवार के सदस्यों में शामिल था जो हाईजैक को लेकर सरकार पर लगातार दबाव बना रहे थे।”

बता दें कि जयशंकर ने अपने दौरे की शुरुआत महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देकर की। इससे पहले बुधवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बर्लिन में जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज से मुलाकात की और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से व्यक्तिगत शुभकामनाएं दीं।

आने वाले पांच सालों में यूपी में खत्म हो जाएगी डॉक्टरों की कमी, बनेंगे कई नए मेडिकल कॉलेज

लखनऊ:  पांच वर्ष पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश इंसेफेलाइटिस से ग्रस्त था। वहां 15 जुलाई से 15 नवंबर के बीच 1200 से 1500 मौतें होती थीं। अकेले गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 500 से 700 मौतें होती थीं। यह क्रम पिछले 40 वर्ष से चल रहा था। इस दौरान 50 हजार बच्चों की मौतें हुईं, लेकिन पिछली सरकारों का इससे कोई लेना-देना नहीं था। जब इसे रोकने के लिए सुविधा देनी होती थी तो वह भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाते थे। यह सिस्टम की नाकामी थी। मैंने सांसद रहते हुए सड़क से लेकर सदन तक मुद्दा उठाया, जिसके बाद काम शुरू हुआ। यह बात यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहीं। सीएम शुक्रवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के चतुर्थ स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंफेसेलाइटिस पर लगाम लगाने के लिए गोरखपुर को एम्स दिया। वहीं 2017 में मुख्यमंत्री बनने पर इसे खत्म करने की जिम्मेदारी मेरी हो गयी। इस पर काम शुरू किया गया और वर्ष 2019 में इस पर नियंत्रण पा लिया गया। उसी का परिणाम है कि आज पूर्वी उत्तर प्रदेश इंसेफेलाइटिस से मुक्त हुआ है। आज यहां पर मौत जीरो हो गयी हैं। यह दृढ़ संकल्प और आप सभी के सहयोग से हो पाया है, जबकि इसके खात्मे के बारे में पहले कोई सोच नहीं सकता था।सीएम योगी ने वार्षिक रिपोर्ट का विमोचन और नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। इस दौरान सीएम योगी ने कई प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर और प्रोफेसर जेआर को मेडल-सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया।

अगले पांच वर्ष में खत्म हो जाएगी डॉक्टरों की कमी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस को लेकर इस बार भी दो बार सर्वे कराया गया, जिसमें सामने आया कि एक भी बच्चे की मौत नहीं हुई है। आज पूर्वी उत्तर प्रदेश खुशहाल है। यह सब बेहतर समन्वय और संवाद से हो पाया। आज इंसेफेलाइटिस को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है, लेकिन अफसोस है कि अब तक इस पर कोई स्टडी पेपर नहीं लिखा गया, जबकि यह सफलता का मॉडल है। वहीं वर्ष 2020 में कोविड-19 महामारी आई तो टीम 11 का गठन कर काबू पाया गया। यह हमें इंसेफेलाइटिस के सफलतापूर्वक समाधान के बाद प्राप्त हुए अनुभव से संभव हुआ।

कोविड-19 पर काबू पाने में इसी अनुभव का लाभ प्राप्त हुआ। सीएम योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज की दिशा में तेजी के साथ बढ़ रहा है। पहली बार केंद्र और राज्य सरकार पीपीपी मोड पर भी मेडिकल कॉलेज बनाने की कार्रवाई को बढ़ा रही है। आने वाले अगले 5 से 7 वर्ष में डॉक्टरों की कमी नहीं रहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप हम एक जिला एक मेडिकल की कॉलेज की तरफ बढ़ चुके हैं।

आंदोलनकारी डॉक्टरों का राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी को पत्र, कहा- चिकित्सकों को दिलाएं न्याय

कोलकाता:  कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। डॉक्टरों ने पत्र में आरजी कर मामले में मृत चिकित्सक और अन्य चिकित्सकों को न्याय दिलाने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की है।

डॉक्टरों ने पत्र में लिखा है कि हम देश के प्रमुख के तौर पर आपके समक्ष मुद़्दा रखते हैं। हम चाहते हैं कि हमारे जो सहयोगी अपराध का शिकार हुए हैं, उनको न्याय मिले। आपके हस्तक्षेप के बाद ही पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग के तहत स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर भय और आशंका के बिना जनता के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में सक्षम हो सकते हैं।

उन्होंने लिखा कि कठिन समय में आपका हस्तक्षेप हमारे लिए प्रकाश की किरण के रूप में काम करेगा। जो हमें अंधेरे से बाहर निकलने का रास्ता दिखाएगा। पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट द्वारा लिखे गए चार पन्नों के पत्र की प्रतियां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को भी भेजी गईं। डॉक्टर अनिकेत महतो ने बताया कि पत्र को महीने की शुरुआत में तैयार किया गया था और गुरुवार रात को भेजा गया।

यह है मामला
गौरतलब है, अस्पताल के सेमिनार कक्ष में नौ अगस्त को प्रशिक्षु डॉक्टर का शव मिलने के बाद से घटना के विरोध में देशव्यापी प्रदर्शन हो रहे हैं। पुलिस ने इस सिलसिले में कोलकाता पुलिस के नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को गिरफ्तार किया था। टीएमसी सरकार और पश्चिम बंगाल पुलिस कठघरे में है। सुप्रीम कोर्ट से लगातार फटकार लग रही है। तनाव बढ़ता देख कलकत्ता हाईकोर्ट ने 13 अगस्त को जांच सीबीआई को सौंप दी थी। इससे पहले कोलकाता पुलिस मामले की जांच कर रही थी।

सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों से काम पर वापस जाने को कहा
वहीं, घटना के बाद देशभर के डॉक्टर सड़कों पर उतर आए थे। इससे मरीजों को दिक्कत होने लगी। इस पर नौ सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने सभी डॉक्टरों से 10 सितंबर को शाम पांच बजे तक काम पर लौटने का आग्रह किया था। शीर्ष अदालत ने चेतावनी दी थी कि अगर काम से लगातार गायब रहे, तो अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। हालांकि, फिर भी डॉक्टर पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। जूनियर डॉक्टरों लगातार घटना के खिलाफ अपना विरोध जता रहे हैं। वह न्याय की मांग कर रहे हैं।

अपने वजन घटाने को लेकर डेव बॉतिस्ता ने की खुलकर बात, बोले- अपनी अलग पहचान बनाना है कारण

हॉलीवुड स्टार पूर्व WWE रेसलर डेव बॉतिस्ता ने अपने वजन घटाने के सफर के बारे में खुलकर बात की है। उन्होंने कहा कि फिल्म में काम करते समय वह अपने सह कलाकारों के बगल में नहीं दिखना चाहते थे। उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाने के लिए अपना वजन घटाने का फैसला किया।

एक भूमिका के लिए बढ़ाना पड़ा था वजन
डेव बॉतिस्ता ने पीटीआई से बातचीत के दौरान कहा कि फिल्म ‘नॉक एट द केबिन’ के दौरान उन्हें अपना वजन बढ़ाना पड़ा था। वह असहज रूप से मोटे हो गए थे। ‘नॉक एट द केबिन’ के लिए मैं काफी मोटा हो गया। मेरा वजन लगभग 315 पाउंड था..मैंने बहुत तेजी से वजन बढ़ाया और मैंने असहज मात्रा में वजन बढ़ाया और इसे कम करने में काफी समय लगा।

जितना वजन कम किया, उतना बेहतर दिखा
पीटीआई से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘मैंने जितना वजन कम किया, मैं कैमरे पर उतना ही बेहतर दिखता था और अन्य अभिनेताओं के बगल में भी उतना ही बेहतर दिखता था। मैं अभी भी एक बड़ा इंसान हूं। 6’4 और 240 पाउंड के साथ, एक सामान्य अभिनेता के बगल में, मैं एक गोरिल्ला की तरह दिखता हूं और यह ध्यान भटकाने वाला है। मैं शायद कुछ और पाउंड कम करूंगा। मैं इस तरह से पतला होने के लिए खुद को मार रहा हूं। मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं।”

‘द किलर गेम’ में आए नजर
बता दें डेव बॉतिस्ता ने वर्ष 1999 में अपने कुश्ती करियर की शुरुआत की थी और 2000 में WWE में नजर आए थे। वह 2002 में प्रसिद्ध हुए और 2019 में अपनी सेवानिवृत्ति तक सर्वश्रेष्ठ पहलवानों में से एक बन गए। 2006 में, बॉटिस्टा ने ग्रेग ग्लिएना की कॉमेडी फिल्म ‘रिलेटिव स्ट्रेंजर्स’ से अपने अभिनय की शुरुआत की और 2014 में “गार्डियंस ऑफ द गैलेक्सी” में अपनी भूमिका के साथ सफलता हासिल की। वह ‘माई स्पाई’, ‘ड्यून: पार्ट टू’ और ‘द लास्ट शोगर्ल’ सहित कई परियोजनाओं का हिस्सा रहे हैं। वह हाल ही में एक्शन कॉमेडी ‘द किलर गेम’ (2024) में नजर आए थे। इस फिल्म का निर्देशन जे जे पेरी ने किया है।