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नाखून के पीलेपन से छुटकारा पाने के लिए आप भी अप्लाई करें ये स्टेप्स

अक्सर हाथों से बार-बार खाना खाने, पोषक तत्वों की कमी होने से  फंगस जमा होने से नाखून पीले पड़ जाते हैं लड़कियों के साथ सस्ते नेल पेंट लगाना या फिर बहुत लंबे समय तक नेल पेंट को नाखूनों से ना हटाने पर भी कुछ ऐसा ही होता है ऐसे में लड़कियां नाखून की सफाई के लिए बहुत ज्यादा पैसा खर्च करती है लेकिन हम आपको कुछ सरल से घरेलू नुस्खें बता रहे है जिनसे आप सरलता से नाखून के पीलेपन को छुड़ा सकते हैं

नींबू के छिलके को डाइरेक्ट नाखूनों पर रगड़ें या फिर एक मग गुनगुने पानी में एक नींबू का रस डाल लें अब इस पानी में हाथों को 15 से 20 मिनट तक डुबोएं रखें बीच-बीच में आप फाइलर से भी नाखूनों को साफ कर सकते हैं बाद में हाथों को तौलिए से पोंछ लें  फिर इसके मॉइश्चराइजर लगा लें

पियर्सिंग करवाने से पहले आपको इन बातों का खास खयाल रखना चाहिए

आजकल फैशन के चक्कर में युवा पीढ़ी कई तरह के इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटती वह खुशीखुशी नाभि में छेद यानी नेवल पियर्सिंग तक करवा रही हैं नेवल पियर्सिंग फैशन का बेहद बोल्ड लुक भले ही देता हो लेकिन बगैर सावधानी के यह स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक भी होने कि सम्भावना है

लेकिन देखादेखी में ऐसा करना कहीं महंगा न पड़ जाए क्योंकि जब पियर्सिंग करवाई जाती है, तब इसे पूरी तरह अच्छा होने में तकरीबन 3-4 महीने का समय लग जाता है साथ ही, इस को सुरक्षित रखने के लिए भी अपनी दिनचर्या में कई अहम परिवर्तन करने पड़ते हैं यदि आप भी अपनी नाभि छिदवाने का शौक रखती हैं, तो आप को इन बातों का खास खयाल रखना महत्वपूर्ण है

हरदम ज्वैलरी न बदलें:बारबार ज्वैलरी बदलने से स्कीन को ज्यादा नुकसान होता है इसलिए एक बार इसे पूरी तरह से अच्छा हो जाने दें, फिर नईनई ज्वैलरी प्रयोग करें

ढीले कपड़े पहनें:पियर्सिंग करवाने के बाद टाइट टीशर्ट या टाइट जींस बिलकुल भी न पहनें ऐसा करने से शरीर से कपड़ा रगड़ खाएगा  फिर दर्द होगा और घाव भरने में समय लगेगा इसलिए कुछ महीनों के लिए आप को ढीलेढाले पैजामे तथा लूज टौप पहनने होंगे

सोने का तरीका:अगर आप को पेट के बल सोने की आदत है, तो ऐसा न कर के पीठ के बल पर सोना शुरु करें अन्यथा घाव  ज्यादा गहरा होगा तथा स्कीन संबंधी अन्य समस्याएं भी प्रारम्भ हो सकती हैं

आज का दिन इन 5 राशियों के लिए रहेगा शुभ, देखिए अपना राशिफल

राशिफल
मेष – भूमि, भवन, वाहन की खरीदारी संभव है। स्‍वास्‍थ्‍य काफी बेहतर है। प्रेम और व्‍यापार की स्थिति काफी अच्‍छी है। घरेलू कलह से बचें। हरी वस्‍तु पास रखें।

वृषभ – भावनाओं में बहकर कोई निर्णय न लें। विद्यार्थियों के लिए अच्‍छा समय है। प्रेम में तू-तू, मैं-मैं हो सकती है। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से अच्‍छा समय है। गणेश जी की अराधना करें।

मिथुन –  डिस्‍टर्बिंग दिन है। मन परेशान रहेगा लेकिन शत्रुओं पर विजय पाएंगे। रुका हुआ काम चल पड़ेगा। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, प्रेम और संतान की स्थ्‍िाति ध्‍यान देने योग्‍य है। व्‍यापारिक स्थिति बहुत अच्‍छी दिख रही है। हरी वस्‍तु का दान करें।

कर्क – पराक्रम रंग लाएगा। रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। व्‍यवसायिक लाभ होगा। यदि व्‍यवसायिक स्‍तर पर कुछ शुरुआत करना चाहते हैं तो कर दें। अच्‍छा रहेगा। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम और व्‍यापार की स्थिति भी काफी अच्‍छी है।

सिंह – कुटुम्‍बीजनों में वृद्धि होगी। आय में बढ़ोत्‍तरी होगी। लिक्विड फंड में बढ़ोत्‍तरी होगी। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम, व्‍यापार की स्थिति भी काफी अच्‍छी है। हरी वस्‍तु का दान करें।

कन्‍या – सितारों की तरह चमकते दिख रहे हैं। स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार है। पराक्रमी बने हुए हैं। राजसत्‍ता पक्ष का सहयोग है। प्रेम में नयापन होगा। व्‍यापारिक दृष्ट‍िकोण से बहुत अच्‍छा समय है। अच्‍छी स्थिति कही जाएगी। लाल वस्‍तु का दान करें।

तुला – मन चिंतित रहेगा। चीजों को और बढ़ा-चढ़ाकर चिंतित हो जाएंगे आप। स्‍वास्‍थ्‍य ठीक है। प्रेम और व्‍यापार की स्थिति भी सही है। खर्च की अधिकता परेशान करेगी। गणेश जी की वंदना करते रहें।

वृश्चिक – आशातीत सफलता मिलेगी। आर्थिक मामले सुलझेंगे। शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। रुका हुआ धन वापस मिलेगा। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम है। प्रेम, व्‍यापार, संतान सब बहुत बढ़िया है। हरी वस्‍तु का दान करते रहें और अच्‍छा होगा।

धनु – राजनीतिक लाभ होगा। कोर्ट-कचहरी में विजय मिलेगी। पैतृक स्थिति अच्‍छी होगी। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम, व्‍यापार की स्थिति अच्‍छी रहेगी। हरी वस्‍तु का दान करें।

मकर – भाग्‍यवश कुछ काम सुधरेंगे। रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। व्‍यवसायिक स्‍तर पर चीजें धीरे-धीरे सुधरेंगे और बहुत अच्‍छी हो जाएंगी। प्रेम की स्थिति भी थोड़ी दूरी के साथ अच्‍छी है। मां काली की अराधना करते रहें।

कुंभ – भावनाओं में बहकर कोई निर्णय न लें। ऐसे तो विद्यार्थियों के लिए अच्‍छा समय होगा। लिखने-पढ़ने की कुछ शुरुआत करना चाहते हैं तो अच्‍छा समय है। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम है। प्रेम में तू-तू, मैं-मैं के शिकार हो सकते हैं।

मीन – भौतिक सुख-संपदा में वृद्ध‍ि होगी। मां के स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार होगा। आपका भी स्‍वास्‍थ्‍य ठीक है। बस रक्‍तचाप पर ध्‍यान दें। संतान, प्रेम सहित अन्‍य सारी व्‍यवस्‍थाएं ठीक चल रही हैं। कलह से बचें।

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गर्मियों के दिनों में पसीना आना और सीने में दर्द होना नहीं है आम बात

आजकल की लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों की वजह से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है. हार्ट अटैक भी इन घातक बीमारियों में से एक है. दरअसल खून में थक्के बनने की वजह से ह्रदय तक रक्त का संचार ठीक तरह से नहीं हो पाता है.

गर्मियों के दिनों में पसीना आना बहुत सामान्य बात है. पर अचानक बिना किसी कारण के बहुत ज्यादा पसीना आना दिल के दौरे का संकेत हो सकता है. कई बार सीने में दर्द होने के साथ पसीना आना और मांसपेशियों में अकड़न महसूस होना भी हार्ट अटैक का संकेत है.

हाथ, कंधे, जबड़े, दांत या सिर में दर्द की शिकायत भी हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं. इस तरह की समस्या में लापरवाही ना बरतें और डॉक्टर की सलाह लें.

ड्रग्स या किसी भी तरह के नशे का सीधा असर व्यक्ति के दिमाग पर पड़ता है. कोकीन का इस्तेमाल दुनिया भर में किसी ना किसी रूप में हो रहा है. एक्सपर्ट्स के अनुसार कोकीन का ज्यादा प्रयोग भी हार्ट अटैक का कारण बन सकता है.

इसके अलावा हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करनी चाहिए. नियमित रूप से प्राणायाम और योगा करें. समय-समय पर ब्लड प्रेशर की जांच कराएं. हेल्दी डाइट फॉले करें. फलों और हरी सब्जियों को अपने भोजन का हिस्सा बनाएं.

पेट की चर्बी बढ़ाने में शरीर में हार्मोनल बदलाव भी निभाता हैं अहम भूमिका

आपने अक्सर टीवी पर पेट की चर्बी घटाने और मोटापा कम करने के एड जरूर देखें होगें। जिसमें वो ग्रीन टी , हर्बल टी और कई तरह की एक्सरसाइज  या स्वेट बेल्ट के बारे में बताते हैं। लेकिन ये सारे उपाय हमेशा बहुत मंहगे होते हैं। ऐसे में अगर हम आपको घर में ही कुछ आसान उपायों से पेट की चर्बी घटाने मोटापा घटाने के उपाय

इलिनोइस यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में पाया गया कि छह सप्ताह एब्डामनल ट्रैनिंग भी अकेले पेट की चर्बी को कम करने के लिए काफी नहीं थी. इसलिए यदि आप पेट की चर्बी कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो आपको अपने शरीर का वजन कम करना होगा. कई टिप्स को अपनाकर पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है.

पेट की चर्बी बढ़ने में शरीर में हार्मोनल बदलाव भी एक अहम भूमिका निभाते हैं। महिलाओं में अक्सर पेट या कमर में चर्बी यानि फैट 40 साल के बाद बहुत तेजी से बढ़ता है। मोटापे या पेट की चर्बी बढ़ने के लिए जरूरत से ज्यादा तनाव होना भी नुकसानदायक होता है, क्योंकि आमतौर पर लोग तनाव में होने पर बेहिसाब कुछ न कुछ खाते रहते हैं। जिससे पेट पर चर्बी जमा होने लगती है।

कार्डियो एक्सरसाइज महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके लिए ट्रेडिशनल कार्डियो होना जरूरी नहीं है. यदि आप जॉगिंग नहीं करना चाहते हैं हाई इंटेनसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) को ट्राई करें. वहीं, एब वर्कआउट आपको पेट की चर्बी को लूज में मदद नहीं करेगा, लेकिन वे मांसपेशियों को बिल्ड करेगा. यदि आप एब मसल्स का लक्ष्य बना रहे हैं, तो एब वर्कआउट्स को न छोड़ें.

यदि आप भी 35 से 40 घंटे तक हफ्ते में काम करते हैं तो पढ ले ये खबर

जल्दबाजी में न खाएं खाना अथवा आपको भी हो सकती हैं ये समस्या

पेट से संबंधित कई तरह की समस्याओं में पेट में गैसबनना एक आम समस्या है। छोटी उम्र से लेकर युवाओं और बुजुर्गों तक, हर उम्र के व्यक्ति को कभी न कभी इस समस्या का सामना करना पड़ा है।

पेट में गैस बनने के कई कारण हो सकते हैं जैसे अत्यधिक भोजन करना, ज्यादा देर तक भूखे रहने, तीखा या चटपटा भोजन करना, ऐसा भोजन करना जो पचने में कठि‍न हो, शराब पीना, कुछ बीमारियों व दवाओं के सेवन के कारण भी पेट में गैस सकती है।

देर रात तक जागना
अगर आपकी देर रात तक जागने की आदत है तो सबसे पहले अपनी इस आदत को अवश्य बदल लें। क्योंकि देर रात तक जागने से इनडाइजेशन की प्रॉबल्म पैदा होती हैं, जिससे कि पेट में बहुत गैस बनने लगती है।

जल्दबाजी में न खाएं
कई लोग ऐसे होते हैं जो खाना बहुत जल्दबाजी में खा लेते है और जल्दबाजी में खाया हुआ खाना वे अच्छे से चबा भी नहीं पाते। इससे खाना डाइजेस्ट होने में समय लगाता है और पेट में एसिड बनना शुरू हो जाता है, जिससे कि पेट में गैस की गंभीर समस्या पैदा होने लगती हैं।

लगातार बैठे न रहे
कई बार क्या होता है कि लोग खाना खाने के बाद एक जगह टीक कर ही बैठे रहते हैं जिससे खाना सही तरीके से डाइजेस्ट नहीं हो पाता और फिर गैस की प्रॉबल्म भी बनने लगती हैं।

जसवंतनगर के बेसिक स्कूलों के बच्चों को सिखाई जा रही “फुटबॉल

फोटो:- एक बेसिक जूनियर हाई स्कूल के बच्चों को फुटबॉल के गुर बताते ब्लॉक व्यायाम शिक्षक राजेश याद

  1.  जसवंतनगर (इटावा)। क्षेत्र के बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित  पूर्व माध्यमिक  विद्यालयों में पढ़ाई के साथ साथ इन दिनों  बच्चों को फुटबॉल के मूलभूत कौशल के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जा रहा है, ताकि बच्चे इस खेल में  पारंगत होकर जिला और मंडल तथा प्रदेश स्तर पर पदक ला सकें।    जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा एबीएसए अकलेश सकलेचा के निर्देशन पर ब्लाक व्यायाम शिक्षक राजेश जादौन इन दिनों सभी बच्चों को फुटबॉल खेलने के कौशल की जानकारी दे रहे हैं, साथ ही स्वयं शामिल होकर अभ्यास करा रहे हैं।       राजेश  जादौन ने बताया है कि इस वर्ष खेल समय सारणी में परिवर्तन किया गया है, जिसके अनुसार मई के प्रथम सप्ताह में प्रत्येक जूनियर हाईस्कूल में बच्चों की स्कूल स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। मई के द्वितीय सप्ताह में संकुल स्तरीय व मई के द्वितीय सप्ताह में  हॉकी के विद्यालय स्तरीय खेल प्रारम्भ होंगें।  विद्यालयों में जहाँ खेल अनुदेशक कार्यरत है, वहां प्रत्येक खेल की टीम होना आवश्यक है। संकुल स्तर के खेल इसके बाद कराये जाएंगे। फुटबॉल के कौशल  और इसकी प्रतियोगिता सम्पन्न कराने में  खेल अनुदेशक हरिओम शाक्य, सुमनलता, प्रदीप दुबे, हरिओम शिवहरे,  ज्योति आदि शिक्षकों ने सहयोग दिया।
  2. *वेदव्रत गुप्ता

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कैस्त गांव में शोक, प्रधान पति का निधन

जसवंतनगर(इटावा)।क्षेत्र कैस्त गांव की ग्राम प्रधान कमला देवी के पति और पूर्व प्रधान रहे ठाकर वीरेन्द्र सिंह का बुधवार को इलाज दौरान निधन हो गया। वह करीब 63 वर्ष के थे।
यहां की क्रय विक्रय समिति  के लंबे समय तक अध्यक्ष रहे स्वर्गीय ठाकुर यदुनाथ सिंह के पुत्र वीरेंद्र सिंह की छवि क्षेत्र में न्याय प्रिय प्रधान के रूप में सदैव रही ।
    लंबी बीमारी के कारण आगरा अस्पताल में उनके निधन की सूचना मिलते ही पूरा कैस्त गांव शोक में डूब गया।लोगों ने ईश्वर से उन्हें व उनके परिवार को इस कठिन घड़ी में दुःख सहने की शक्ति प्रदान  करने की कामना की।
 देर शाम को उनकी अंत्येष्टि हजारों लोगों की उपस्थिति और नम आंखों के बीच  की गई।
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