Thursday , October 24 2024

Editor

भारतीय मूल के 24 वर्षीय इस्राइली सैनिक की हत्या की गई, वेस्ट बैंक के पास वारदात को दिया गया अंजाम

इस्राइल और हमास के बीच संघर्ष को अब एक साल होने वाले हैं, लेकिन तनाव अभी भी कम नहीं हुआ। इस संघर्ष के बीच 24 वर्षीय भारतीय मूल के इस्राइली सैनिक की हत्या कर दी गई। बेनी मेनाशे समुदाय के स्टाफ सार्जेंट गेरी गिदोन हंघल की वेस्ट बैंक की बीट एल बस्ती में वाहन से टक्कर मारकर हत्या कर दी गई। स्टाफ सार्जेंट गेरी गिदोन हंगहल नोफ हागालिल के निवासी थे और केफिर ब्रिगेड की नहशोन बटालियन में सैनिक थे। समुदाय के सदस्यों ने कहा कि वे युवा सैनिक की मौत की खबर से आश्चर्यचकित हैं। उन्होंने बताया कि हंघल का अंतिम संस्कार गुरुवार को होगा।

नोफ हागालिल के मेयर ने जताया दुख
हंघल पूर्वोत्तर भारत के रहने वाले थे और 2020 में इस्राइल में आकर बस गए थे। लगभग 300 बेनी मेनाशी समुदाय के युवा वर्तमान में जारी संघर्ष में सेना की ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसा कहा जाता है कि भारत के पूर्वोत्तर राज्यों मणिपुर और मिजोरम के रहने वाले बेनी मेनाशे इस्राइली जनजाति मेनासे के वंशज हैं। मेनाशे समुदाय के लगभग पांच हजार सदस्य इस्राइल में आकर बस गए। इस समुदाय के 5,500 सदस्य अभी भी भारत में रह रहे हैं। नोफ हागालिल के मेयर रोनेन प्लॉट ने कहा, “युवा सैनिक की मौत पर पूरा शहर दुखी है। हंघल बनी मेनाशे समुदाय का सदस्य था, जो मेरे दिल को बहुत प्रिय है।”

इस घटना से जुड़े वीडियो में फलस्तीनी लाइसेंस प्लेट वाला एक ट्रक को एक व्यस्क राजमार्ग से निकलते हुए देखा गया। रुकने से पहले ट्रक तेज रफ्तार में इस्राइली रक्षा बल (आईडीएफ) गार्ड पोस्ट से टकरा गया। यह घटना वेस्ट बैंक से होने वाली बम विस्फोटों और गोलीबारी की घटनाओं के बाद घटी और इसकी जिम्मेदारी हमास ने ली। इस्राइल ने बताया कि वह वेस्ट बैंक में अपने आतंकवाद विरोधी अभियानों को आगे बढ़ा रहा है। इस्राइल ने दावा किया कि ईरान समर्थित आतंकी जॉर्डन के रास्ते हथियारों की तस्करी कर रहे हैं। फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्री ने बुधवार को कहा कि इस्राइली हवाई हमले में फलस्तीन के तीन नागरिकों की मौत हो गई।

भारत-चीन के रिश्तों पर बोले जयशंकर- 75% तक सुलझी समस्याएं, सीमा पर सैन्यीकरण का बढ़ना बड़ा मुद्दा

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद पर कहा कि चीन के साथ समस्याओं में से लगभग 75 प्रतिशत का समाधान हो गया है, लेकिन बड़ा मुद्दा सीमा पर सैन्यीकरण का बढ़ना है। स्विट्जरलैंड की राजधानी जेनेवा शहर में एक थिंक-टैंक में एक संवादात्मक सत्र में, जयशंकर ने कहा कि जून 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़पों ने भारत-चीन संबंधों को प्रभावित किया है, उन्होंने जोर देकर कहा कि सीमा पर हिंसा होने के बाद यह नहीं कहा जा सकता कि बाकी संबंध इससे अछूते हैं।

दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी- जयशंकर
विदेश मंत्री ने कहा कि समस्या का समाधान खोजने के लिए दोनों पक्षों के बीच बातचीत चल रही है। जिनेवा सेंटर फॉर सिक्योरिटी पॉलिसी में उन्होंने कहा, कि अब बातचीत चल रही हैं, हमने कुछ प्रगति की है। मैं मोटे तौर पर कह सकता हूं कि लगभग 75 प्रतिशत समस्याएं सुलझ गई हैं। वहीं एक सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा, हमें अभी भी कुछ काम करने हैं। लेकिन एक बड़ा मुद्दा यह है कि हम दोनों ने अपनी सेनाओं को एक दूसरे के करीब ला दिया है और इस लिहाज से सीमा पर सैन्यीकरण हो रहा है।

बेहतर हो सकते हैं रिश्ते- विदेश मंत्री
इस दौरान विदेश मंत्री ने संकेत दिया कि अगर विवाद का समाधान हो जाता है तो रिश्ते बेहतर हो सकते हैं। उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि अगर कोई समाधान निकलता है, शांति और सौहार्द की वापसी होती है, तो हम अन्य संभावनाओं पर विचार कर सकते हैं। बता दें कि भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में कुछ टकराव वाले बिंदुओं पर गतिरोध बना हुआ है, जबकि दोनों पक्षों ने व्यापक कूटनीतिक और सैन्य वार्ता के बाद कई क्षेत्रों से वापसी की प्रक्रिया पूरी कर ली है।

रूसी राष्ट्रपति से एनएसए अजीत डोभाल ने की मुलाकात, पुतिन ने रखा पीएम मोदी के साथ बैठक का प्रस्ताव

मॉस्को: ब्रिक्स देशों के एनएसए सम्मेलन में भाग लेने रूस गए भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने रूस के राष्ट्रपति से रूस-यूक्रेन संघर्ष को सुलझाने को लेकर चर्चा की। साथ ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक का प्रस्ताव रखा।

एनएसए सम्मेलन से अलग भारत के एनएसए अजीत डोभाल ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ सेंट पीटर्सबर्ग में बैठक की। पुतिन ने कहा कि हम अपने अच्छे दोस्त मोदी का इंतजार कर रहे हैं। रूस के राष्ट्रपति ने 22 अक्तूबर को कजान में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक का प्रस्ताव रखा। बैठक में पीएम मोदी को उनकी मॉस्को यात्रा के दौरान हुए समझौतों को लेकर हुई प्रगति के बारे में बताया जाएगा। साथ ही भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा तैयार की जाएगी।

रूस के भारतीय दूतावास के मुताबिक एनएसए अजीत डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से रूसी राष्ट्रपति का आभार व्यक्त किया। उन्होंने नरेंद्र मोदी की यूक्रेन यात्रा के बारे में भी जानकारी दी। इससे पहले अजीत डोभाल ने सेंट पीटर्सबर्ग में अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगु से मुलाकात की। दोनों शीर्ष अधिकारियों की बैठक में यूक्रेन संघर्ष का समाधान खोजने में भारत की संभावित भूमिका और ‘पारस्परिक हितों’ के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।

रूस और यूक्रेन दोनों देश भारत की मध्यस्थता के लिए तैयार
गौरतलब है कि अजीत डोभाल की रूस यात्रा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूक्रेन यात्रा के ढाई सप्ताह बाद हो रही है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ अपनी मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी ने रूस यूक्रेन युद्ध तुरंत समाप्त करने की अपील की थी और कहा था कि भारत क्षेत्र में शांति बहाली के लिए सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है। वहीं पिछले दिनों एक कार्यक्रम के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी अपने बयान में कहा था कि रूस-यूक्रेन युद्ध की समाप्ति के लिए वह भारत, चीन और ब्राजील की मध्यस्थता को स्वीकार कर सकते हैं।

बरेली पुलिस ने पूछताछ कर कल्पना को छोड़ा, उत्तराखंड की मंत्री ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट

बरेली :  बरेली में उत्तराखंड की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या से जुड़े मामले में आरोपी महिला को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक एक ही घर में रहने की वजह से चोरी का आरोप साबित होने की गुंजाइश कम नजर आ रही है।मंत्री रेखा आर्या ने बारादरी थाने में कल्पना मिश्रा उर्फ कल्पना चतुर्वेदी व उसके मौसा डॉ. आरसी पांडेय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि दोनों ही रेखा आर्या और उनके पति भाजपा नेता पप्पू गिरधारी के नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं।

आधार कार्ड व पासपोर्ट पर लिखा था पप्पू गिरधारी
पुलिस ने कल्पना के पास से उत्तराखंड सरकार लिखी लग्जरी कार, आधार कार्ड व पासपोर्ट बरामद किए हैं, जिन पर पप्पू गिरधारी का नाम व पता केयर ऑफ करके लिखा हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक बारादरी पुलिस की पूछताछ में कल्पना ने जिस तरह की बातें बताई हैं, उनसे लग रहा है कि वह घर में सदस्य की तरह ही रह रही है। परिवार की विश्वासपात्र है, इसलिए चोरी की बात बेदम लग रही है।

हालांकि, पुलिस कुछ कहने से बच रही है। बारादरी थाना प्रभारी अमित पांडेय ने बताया कि जांच में सारी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी। जरूरत पड़ी तो पुलिस उत्तराखंड भी जाएगी।

संपत्ति विवाद की भी चर्चा
सोशल मीडिया पर कल्पना को काफी ट्रोल किया जा रहा है। लोग उससे तरह-तरह के सवाल पूछ रहे हैं। कई लोग उसके पक्ष में भी बोल रहे हैं। पप्पू गिरधारी रसूखदार हैं और पुश्तैनी व ठेकेदारी आदि से उनके पास काफी संपत्ति है।

उनकी पहली पत्नी का परिवार जोगी नवादा में ही रहता है और परिवार में कभी-कभार मतभेद भी रहते हैं। इसलिए चर्चा यह भी हो रही है कि पप्पू गिरधारी का नाम इस्तेमाल करने के पीछे कल्पना कोई अन्य मकसद तो नहीं साध रही है। हालांकि लगातार उठ रहे सवालों के जवाब या तो कल्पना या फिर पप्पू गिरधारी ही दे सकते हैं।

धसान नदी के टापू में फंसे 18 लोग, SDRF ने बचाया, 15 घंटे की मशक्कत के बाद सफल हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन

महोबा: महोबा जिले की सीमा से सटे मध्य प्रदेश के थाना हरपालपुर क्षेत्र के चपरन गांव के एक ही परिवार के 18 लोग अचानक तेज पानी के आने से बुधवार की रात धसान नदी के बीच टापू में फंस गए। 15 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गुरुवार को एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू कर सभी 18 लोगों को सकुशल नदी के पानी से बाहर निकाला।

चपरन निवासी हरी किशन कुशवाहा का परिवार धसान नदी के पास ही अपने खेतों पर निवास बनाकर खेती किसानी का कार्य करता है। बुधवार को मध्यप्रदेश के जनपद टीकमगढ़ में स्थित बानसुजारा बांध से पानी छोड़े जाने से रात में धसान नदी का जलस्तर बढ़ गया। इससे हरी किशन के परिवार के मनीराम, छुट्टन, लवकुश, घासीराम, शांति, मासूम छोटू समेत 18 लोग नदी के बीच एक टापू पर फंस गए। जानकारी मिलने पर रात में प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और पानी में फंसे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन अंधेरा होने से प्रयास सफल नहीं हो सका।

पूरी रात प्रशासनिक अधिकारी टापू में फंसे लोगों का हौंसला बढ़ाते रहे। गुरुवार को एसडीआरएफ टीम के कमांडर विनीत तिवारी ने अपनी टीम के साथ रेस्क्यू कर सभी 18 लोगों को टापू से बाहर निकाला। तब जाकर सभी ने राहत की सांस ली। मौके पर नौगांव एसडीएम विशा माधवानी, तहसीलदार संदीप तिवारी, एसडीओपी चंचलेश, थानाध्यक्ष हरपालपुर पुष्पक शर्मा, विधायक कामाख्या प्रताप सिंहआदि मौजूद रहे।

काशी के 52 मठ- मंदिर और पशुशाला जर्जर, नहीं हो रही कोई कार्रवाई

वाराणसी: वाराणसी नगर निगम की ओर से जारी अपडेट सूची में 489 जर्जर भवन हैं। इनमें 52 मठ, मंदिर, ट्रस्ट, पशुशाला हैं। इनका रिकाॅर्ड नगर निगम के दस्तावेज में दर्ज है। बावजूद इसके इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। ज्यादातर ये जर्जर भवन कोतवाली और दशाश्वमेध जोन में हैं।

कोतवाली जोन के चपरिया गली, सूत टोला में श्री शंकर पार्वती, दुलहिन जी रोड पर श्री काशी जीवदया विस्तारिणी गोशाला व पशुशाला, भंडारी गली में ठाकुर हनुमान जी, जतनबर में चैतन्य विनायक गणेश जी का भवन है। जो जर्जर घोषित है। इसी प्रकार दशाश्वमेध जोन के सदानंद बाजार, अगस्तकुंडा, राणा महल, पातालेश्वर, मिसिर गली, लाहौरी टोला, रानी भवानी गली, शेख सलीम फाटक, लल्लापुरा आदि क्षेत्रों में जर्जर भवन हैं। इन सभी पर जर्जर भवन की नोटिस चस्पा की गई है लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ है।

बीते छह अगस्त को विश्वनाथ मंदिर से 10 मीटर दूरी पर 5-5 मंजिला के दो जर्जर मकान ढह गए थे। इनमें नौ लोग घायल हुए थे और एक महिला की मौत हो गई थी। शहर के ज्यादातर जर्जर भवन में लोग परिवार के साथ रह रहे हैं। यहां दीवारों में दरार के साथ पत्थर की पटिया टूट रही है। लकड़ी के धरन में दीमक लग चुकी है। समय रहते मरम्मत नहीं कराई गई तो हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है। कमच्छा मेंं पब्लिक वेलफेयर अस्पताल भी जर्जर है। मदनपुरा में जर्जर मकानों के नीचे दुकानें हैं। यहां ग्राहकों की आवाजाही बनी रहती है।

नोटिस देने तक सीमित है नगर निगम
जर्जर भवनों को लेकर नगर निगम निगम की कार्यशैली नोटिस देने तक सीमित रहती है। नगर निगम की ओर से हर साल बारिश के पूर्व शहर में सर्वे कराया जाता है। इसके बाद जर्जर भवनों को चिह्नित कर नोटिस देकर भवन को गिराने या मरम्मत कराने के लिए कहा जाता है। 55 जर्जर भवन ऐसे हैं जिनमें मकान मालिक या किरायेदार ने नगर निगम को न्यायालय में पार्टी बनाया है। बाकी बचे मामलों में मकान मालिक और किराएदारों ने नगर निगम को पार्टी नहीं बनाया है।

ढह गए मकान… धंसीं सड़कें, गिरा स्कूल तो पुल में भी आई दरारें; अब तक सात की मौत

आगरा: ब्रज क्षेत्र मे 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश ने कहर बरपा दिया है। आगरा, मथुरा, मैनपुरी, एटा और फिरोजाबाद जिलों में कहीं लोगों को घर गिर गए। तो कहीं स्कूल का भवन ढह गया। पुलों पर भी दरारें आ गईं। अभी तक की जानकारी के अनुसार सात लोगों की मौत हो गई। जबकि दर्जनभर से अधिक लोग घायल हैं। आइए विस्तार से जानते हैं सब कुछ।

आगरा में हो रही लगातार बारिश से लोग घरों में कैद हैं। पुराने शहर में बारिश से सात जर्जर खाली पड़े मकान गिर गए। कई मकान गिरने की हालत में हैं। लोहामंडी में दो बाइक सवार युवक नाले में बह गए। मुश्किल से उनकी जान बची। टेढ़ी बगिया क्षेत्र में नाला ढहने से सड़क किनारे खड़ा ट्रक नाले में गिर पड़ा। ट्रक चालक घायल है।

सिकंदरा हाइवे से लेकर एमजी रोड, यमुना किनारा पर पानी भरा है। बुधवार रात मारुति एस्टेट चौराहा के पास सड़क के गड्डे में पानी भरने से कार दुर्घटना ग्रस्त हो गई। शास्त्रीपुरम, बोदला, शाहगंज रोड पर भी सुबह बारिश में वाहन भिड़ गए। जिला प्रशासन ने खराब मौसम का हाई अलर्ट जारी किया है।

लोगों से जर्जर मकान, दीवार, बिजली खम्बो से दूर रहने की सलाह दी गई है। आगरा देहात क्षेत्र में खारी नदी के पुल में जगह-जगह दरारें पड़ गईं हैं। भारी वाहनों के आवागमन से कोई बड़ा हादसा होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

बात करते हैं मथुरा की। यहां बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त है। नौहझील क्षेत्र में प्राथमिक विद्यालय की दीवार भरभराकर गिर गई। बारिश के कारण बच्चे न होने से स्कूल में बड़ा हादसा टल गया। वहीं मैनपुरी में बारिश के कहर ने अलग-अलग स्थानों पर दो बच्चों सहित पांच लोगों की जान ले ली।

कुरावली के गांव राजलपुर और भोगांव के शिवपुरी में मकान की दीवारें गिरने से हादसे हुए हैं। यहां कुरावली थाना क्षेत्र राजलपुर गांव में कप्तान सिंह जाटव के मकान की दीवार गिर गई। छप्पर के नीचे सो रहीं ममता देवी और दिलीप कुमार की मौत हो गई।

भोगांव थाना क्षेत्र के शिवपुरी गांव निवासी मनोज यादव का पक्का मकान बन रहा है। इसलिए वह पत्नी फूलन देवी, दो बच्चों के साथ कच्चे मकान में सो रहे थे। बीती रात करीब 11 बजे मकान की कच्ची दीवार भरभराकर गिर गई। हादसे में दोनों मासूमों की दर्दनाक मौत हो गई।

12वीं तक के स्कूलों में इतने दिन के लिए बढ़ाई गई छुट्टी; आ गया डीएम का आदेश, देखें लेटर

आगरा: आगरा में बुधवार को सुबह से लेकर रात तक 54.6 मिमी बारिश हुई। देर रात तक बारिश जारी रही। मौसम विभाग ने 12 से 14 सितंबर तक भारी से अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। बाढ़ जैसे हालात की आशंका के चलते जिला प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से एडवाइजरी जारी की है। जिलाधिकारी ने 12वीं तक के सभी बोर्डों के सभी स्कूलों का अवकाश 13 सितंबर को भी घोषित कर दिया है।

मौसम विभाग के पूर्वानुमान केंद्र ने एक दिन पहले ही भीषण बारिश की चेतावनी जारी कर दी थी। बुधवार को दिन की शुरुआत हल्की बौछारों से हुई। दिन चढ़ने के साथ ही बारिश की तीव्रता बढ़ती गई। पूरे दिन रुक-रुक कर कभी हल्की तो कभी तेज बारिश होती रही l
रात 10 बजे तक भी झमाझम बारिश हो रही थी। पिछले 24 घंटों में शहर में 54.6 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश के चलते अधिकतम तापमान में गिरावट आई और यह सामान्य से 5.5 डिग्री नीचे गिर गया। बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

दिन भर हुई बारिश के चलते मुख्य मार्गों से लेकर संपर्क मार्ग तक पानी भरने से आवागमन बाधित रहा। वहीं शहर का कोई इलाका ऐसा नहीं बचा जहां जल भराव न हुआ हो। निचले इलाकों में 4-4 फुट तक पानी भरने से लोगों के घरों में बरसाती पानी भर गया।

दो दिन और भीषण बारिश की संभावना
मौसम विभाग के पूर्वानुमान केंद्र ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार को भी घनघोर बारिश होने की चेतावनी जारी की है। मंडल में आगरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी में आकस्मिक बाढ़ के हालात बनने की भी आशंका जाहिर की जा रही है।

अपर जिलाधिकारी शुभांगी शुक्ला ने आम जनमानस से सचेत रहने की अपील की है। इसके अलावा जान-माल के सुरक्षा के लिहाज से लोगों को गिरासु मकान, होर्डिंग, कच्ची दीवार और पेड़ों के नीचे न खड़े होने की भी अपील की है।

यहां जानें आकाशीय बिजली गिरने का पूर्वानुमान
14 सितंबर तक मंडल में आकाशीय बिजली गिरने की आशंका को देखते हुए दामिनी एप डाउलोड करने की सलाह भी दी गई है। यह एप गूगल लोकेशन के माध्यम से आपकी लोकेशन ट्रेस करने के बाद आस-पास के 20 किलोमीटर क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने की आशंका का अलर्ट 4 घंटे पहले ही दे देता है। अपर जिलाधिकारी ने लोगों से एहतियातन दामिनी एप डाउनलोड करने की सलाह दी है।

बारिश ने तोड़े रिकॉर्ड
मौसम विभाग के अनुसार अमूमन सितंबर के महीने में औसतन 111 एमएम बारिश होती है। इस साल अभी सितंबर के केवल 11 दिन ही बीते हैं और अब तक 150 एमएम से अधिक बारिश हो चुकी है।

मुंबई वालों को आर्च ब्रिज की सौगत, फडणवीस बोले- 25 साल से बंद प्रोजेक्ट को भाजपा ने पूरा किया

मुंबई: अब मरीन ड्राइव से बांद्रा तक का सफर आसान होगा। गुरुवार को सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कोस्टल रोड को बांद्रा-वर्ली सी लिंक से जोड़ने वाले आर्च ब्रिज का उद्घाटन किया। इस दौरान सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि पहले मरीन ड्राइव से बांद्रा पहुंचने में 45 मिनट से एक घंटे का समय लगता था। लेकिन अब यह सफर 10 मिनट में पूरा होगा।

वहीं डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस और शरद पवार को घेरा। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट 25 साल से बंद था। कांग्रेस और शरद पवार इसे पूरा नहीं कर सके। भाजपा ने इसका काम कराया।

सीएम शिंदे ने कहा कि यह प्रोजेक्ट लोगों को काफी सुकून देगा। साथ ही मुंबई के लिए लोगों के लिए गेम चेंजर प्रोजेक्ट है। उन्होंने कहा कि पहले इस रूट पर गाड़ियां रुक-रुककर चलती थीं। लेकिन अब यहां सफर तेजी से पूरा होगा और लोगों का समय बचेगा। ईंधन की बचत होगी। साथ ही प्रदूषण कम होगा। उन्होंने कहा कि यह ब्रिज सिग्नल फ्री है। पिछली बार जब हमने दूसरे चरण काम पूरा किया था तो कहा था कि ब्रिज को हम 15 सितंबर को शुरू करेंगे। लेकिन हमने इसे 12 तारीख को ही पूरा कर लिया। हमने समय से पहले यह कर दिखाया है।

सीएम ने यह भी कहा कि अगले दो साल में मुंबई में पूरी तरह से कंक्रीट की सड़कें होंगी। एक भी गड्ढा नहीं होगा और मुंबई पूरी तरह से गड्ढा-मुक्त होगी। मुंबई का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। मुंबई में काफी विकास कार्य हमारी सरकार में हुए हैं।

डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पिछले 25 साल से यह प्रोजेक्ट बंद था। तब देश और राज्य में लगातार कांग्रेस और शरद पवार की सरकार थी। उनको दिल्ली से इजाजत नहीं मिली। इसके बाद मोदी जी सरकार आई। महाराष्ट्र में महायुति सरकार बनी। मैनें इसके लिए डेढ़ साल तक दिल्ली में पांच बैठकें कीं और फिर इजाजत मिल गई। काम शुरू हुआ और अब यह आर्च ब्रिज लोगों का सफर आसान करेगा। लोगोें को इससे काफी सहूलियत मिलेगी।

शिल्पकारों पर दिखेगा आरजी कर घटना का असर, बांग्लादेश हिंसा का प्रभाव कुम्हार टुली के बाजार में दिखा

कोलकाता:देखिए, यह कहना कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना का असर शिल्पकारों पर नहीं पड़ा गलत होगा। खास कर बड़ी मूर्तियों पर इसका असर पड़ा है। कहीं-कहीं 20 से 30 प्रतिशत तक इसका असर देखने को मिल रहा है। भले ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से उत्सव में लौटने का आह्वान किया लेकिन ने जो घटना घटी है, उससे बंगाल में के लोगों का मन में वह उत्साह नहीं है, जिनता कि पिछले वर्षों में इस समय देखने को मिलता था। यह बात से खास बातचीत में कुमार टुली मृतशिल्प संस्कृति समिति के कोषाध्यक्ष सुजीत कुमार पॉल ने कही। हालांकि उन्होंने कहा, विदेश में जो मूर्तियां जाती थीं, वह जुलाई तक सारी जा चुकी हैं।

मां के गहनों और सजावट सामान के विक्रेता संजय पाल कहते हैं, बांग्लादेश में जो उथल-पुथल हुआ का असर सजावटी सामान के बाजार में दिखने को मिल रहा है। उल्लेखनीय है कि पूरी दुनिया में कोलकाता का दुर्गापूजा प्रसिद्ध है। यहां पर करीब 200 साल पुरानी एक एक बस्ती है कुमार टुली , जहां से देश और दुनिया की करीब 80 प्रतिशत से अधिक मां दुर्गा प्रतिमाओं की आपूर्ति होती है।

बड़े पडालों में दिख रहा है ज्यादा असर, मूर्तियां हुईं छोटी सुजीत ने कहा, काफी बुकिंग तो जुलाई में ही हो जाती हैं। नौ अगस्त के बाद बड़ी मूर्तियों की बुकिंग कम हुई हैं। क्योंकि लोगों के मन में एक तरह का गुस्सा है। वे मन से खुश नहीं है। इसका असर जो बड़े-बड़े पंडाला लगते थे उन पर पड़ेगा। प्रायोजकों ने हाथ पीछे खींच लिए हैं। इसलिए जो पंडाल पिछले वर्षों में 40 लाख तक के बनते थे, इस बर वह 15 से 20 लाख तक में सिमट रहे हैं।

साथ ही इस बार बड़ी मूर्तियां कम हो देखने को मिलेंगी, क्योंकि बुकिंग में मूर्तियों की साइज छोटी करके बनाने को कहा जा रहा है। इस कारण शिल्पकारों पर इसका असर सीधे तौर पर देखने को मिल रहा है। हालांकि, हम खुद भी चाहते हैं कि पीड़िता को न्याय मिले। इसलिए कुम्हार टुली के शिल्पकारों ने पीड़िता के न्याय के लिए रैली भी निकाली। लेकिन विदेशों से जो ऑर्डर मिले थे, वह जुलाई तक भेजे जा चुके हैं।

बांग्लादेशः 30 प्रतिशत से घटकर पांच प्रतिशत रह गया
कुमार टुली में ही मां के हार, श्रृंगार और सजावटी सामान के विक्रेता संजय पाल कहते हैं, इस बार मार दो तरफ से पड़ रही है। आरजी कर के कारण लोगों में गुस्सा है, लोगों में इस बार मायुसी है। बाजार में इतनी रौनक नहीं है। इसके साथ ही बांग्लादेश में पिछले दिनों जो सत्ता परिवर्तन हुई, उसका असर भी कुम्हार टुली के सजावटी बाजार में देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा, अगर पिछले वर्षों में बांग्लादेश के साथ 30 प्रतिशत का विजनेस होता था तो इस बार वह घटकर 5 प्रतिशत से भी कम रह गया। क्योंकि बांग्लादेश में मां दुर्गा और अन्य भगवानों के लिए सजावटी सामान यहीं से जाता था। लेकिन इस बार न के बराबर है।