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ल जॉब घोटाला मामले में माणिक भट्टाचार्य को मिली जमानत; आरजी कर केस में टीएमसी विधायक से पूछताछ

कोलकाता: कलकत्ता हाईकोर्ट ने गुरुवार को टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य को जमानत दे दी। माणिक भट्टाचार्य को पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। न्यायमूर्ति शुभ्रा घोष ने भट्टाचार्य को इस शर्त पर जमानत दी कि उन्हें अपना पासपोर्ट निचली अदालत में जमा करना होगा और वे जांच अधिकारी की अनुमति के बिना शहर के बाहर नहीं जा सकते।

नादिया जिले के पलाशीपारा से तृणमूल कांग्रेस के विधायक भट्टाचार्य को राज्य में शिक्षक भर्ती में अनियमितताओं को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने 2022 में गिरफ्तार किया था। माणिक भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। सीबीआई द्वारा शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच की जा रही है।

आरजी कर मामले में टीएमसी विधायक से पूछताछ
सीबीआई ने गुरुवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले में टीएमसी विधायक डॉ. सुदीप्तो रॉय से उनके आवास पर पूछताछ शुरू की। एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी श्रीरामपुर के विधायक रॉय के नर्सिंग होम में भी तलाशी अभियान चला रहे हैं। सीबीआई अधिकारी ने बताया, ‘डॉक्टर की मौत की खबर फैलने के तुरंत बाद वह अस्पताल में मौजूद थे। हम उनसे इस मामले में पूछताछ कर रहे हैं।’ डॉ. सुदीप्तो रॉय आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की ‘रोगी कल्याण समिति’ के अध्यक्ष भी हैं।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने बुधवार को आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले में गिरफ्तार आरोपी संजय रॉय से पूछताछ की। इसके अलावा केंद्रीय जांच एजेंसी की एक अन्य टीम ने सुबह चार जूनियर डॉक्टरों से भी पूछताछ की। सीबीआई द्वारा कोलकाता पुलिस के डिप्टी कमिश्नर (उत्तर) अभिषेक गुप्ता और डिटेक्टिव डिपार्टमेंट (डीडी) स्पेशल के डिप्टी कमिश्नर विदित राज भुंडेश से भी पूछताछ की गई।

NGT के निर्देश पर सुप्रीम रोक, गणेशोत्सव में ढोल-ताशा बजाने वाले लोगों की संख्या का मामला

नई दिल्ली: गणेशोत्सव से जुड़े एक अहम मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के निर्देशों पर रोक लगा दी है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि पुणे में गणपति उत्सव में शामिल ढोल-ताशा समूहों में लोगों की संख्या को 30 तक सीमित नहीं किया जा सकता। रिपोर्ट के मुताबिक ढोल-ताशा बजाने वाले लोगों का यह समूह मूर्ति विसर्जन के दौरान विशेष रूप से सक्रिय रहता है। सुप्रीम कोर्ट में तीन जजों की पीठ ने यह आदेश पारित किया है। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ ने इस मामले में राज्य के अधिकारियों को नोटिस भी जारी किया।

100 साल से भी अधिक पुराना इतिहास, सांस्कृतिक अहमियत भी है
एनजीटी के आदेश के खिलाफ पुणे के ‘ढोल-ताशा’ समूह की याचिका पर सुनवाई के दौरान वकील अमित पई ने कहा कि पुणे में 100 साल से अधिक समय से ढोल-ताशा का इस्तेमाल हो रहा है। सांस्कृतिक अहमियत वाले इस समूह की शुरुआत लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने की थी। वकील ने दावा किया कि 30 अगस्त को पारित एनजीटी के निर्देशों का पालन करने पर ढोल-ताशा से जुड़े समूह प्रभावित होंगे।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा- ढोल-ताशा का इस्तेमाल करने दें, पुणे वासियों के दिल जुड़े हैं
दलीलों को सुनने के बाद चीफ जस्टिस की पीठ ने संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी करने का निर्देश किया। शीर्ष अदालत ने कहा कि इस मामले के सूचीबद्ध होने के अगले दिन तक निर्देश संख्या चार पर रोक रहेगी। ढोल-ताशा का इस्तेमाल करने दें। इससे पुणे के लोगों का दिल जुड़ा है। ढोल-ताशा पर अंकुश के खिलाफ अपील कर रहे वकील अमित ने अदालत के समक्ष कहा था कि गणपति का उत्सव जारी है, ऐसे में इस मामले में तत्काल सुनवाई की जरूरत है।

एनजीटी ने पुणे पुलिस को क्या निर्देश दिए, गणेशोत्सव में ढोल-ताशा समूह में अधिकतम कितने लोग?
गौरतलब है कि ढोल-ताशा समूह में लोगों की संख्या पर अंकुश लगाने के मकसद से एनजीटी ने पुणे पुलिस को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि ढोल-ताशा-जंज के सदस्यों की कुल संख्या 30 से अधिक नहीं होनी चाहिए। एनजीटी ने ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के मकसद से गणेशोत्सव के दौरान ढोल-ताशा समूह में लोगों की संख्या 30 तक सीमित कर दी थी। बता दें कि बीते सात सितंबर से शुरू हुआ गणेशोत्सव मुंबई-पुणे समेत महाराष्ट्र के कई शहरों में 10-11 दिनों तक मनाया जाता है। महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में ढोल-ताशा समूह पारंपरिक त्योहारों का अभिन्न अंग रहे हैं।

मुंबई वालों को आर्च ब्रिज की सौगत, फडणवीस बोले- 25 साल से बंद प्रोजेक्ट को भाजपा ने पूरा किया

मुंबई:  अब मरीन ड्राइव से बांद्रा तक का सफर आसान होगा। गुरुवार को सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कोस्टल रोड को बांद्रा-वर्ली सी लिंक से जोड़ने वाले आर्च ब्रिज का उद्घाटन किया। इस दौरान सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि पहले मरीन ड्राइव से बांद्रा पहुंचने में 45 मिनट से एक घंटे का समय लगता था। लेकिन अब यह सफर 10 मिनट में पूरा होगा।

वहीं डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस और शरद पवार को घेरा। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट 25 साल से बंद था। कांग्रेस और शरद पवार इसे पूरा नहीं कर सके। भाजपा ने इसका काम कराया।

सीएम शिंदे ने कहा कि यह प्रोजेक्ट लोगों को काफी सुकून देगा। साथ ही मुंबई के लिए लोगों के लिए गेम चेंजर प्रोजेक्ट है। उन्होंने कहा कि पहले इस रूट पर गाड़ियां रुक-रुककर चलती थीं। लेकिन अब यहां सफर तेजी से पूरा होगा और लोगों का समय बचेगा। ईंधन की बचत होगी। साथ ही प्रदूषण कम होगा। उन्होंने कहा कि यह ब्रिज सिग्नल फ्री है। पिछली बार जब हमने दूसरे चरण काम पूरा किया था तो कहा था कि ब्रिज को हम 15 सितंबर को शुरू करेंगे। लेकिन हमने इसे 12 तारीख को ही पूरा कर लिया। हमने समय से पहले यह कर दिखाया है।

सीएम ने यह भी कहा कि अगले दो साल में मुंबई में पूरी तरह से कंक्रीट की सड़कें होंगी। एक भी गड्ढा नहीं होगा और मुंबई पूरी तरह से गड्ढा-मुक्त होगी। मुंबई का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। मुंबई में काफी विकास कार्य हमारी सरकार में हुए हैं।

डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पिछले 25 साल से यह प्रोजेक्ट बंद था। तब देश और राज्य में लगातार कांग्रेस और शरद पवार की सरकार थी। उनको दिल्ली से इजाजत नहीं मिली। इसके बाद मोदी जी सरकार आई। महाराष्ट्र में महायुति सरकार बनी। मैनें इसके लिए डेढ़ साल तक दिल्ली में पांच बैठकें कीं और फिर इजाजत मिल गई। काम शुरू हुआ और अब यह आर्च ब्रिज लोगों का सफर आसान करेगा। लोगोें को इससे काफी सहूलियत मिलेगी।

15 करोड़ से अधिक भारतीयों पर गंभीर स्वास्थ्य संकट, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ऐसी गलती?

शरीर को स्वस्थ और फिट रखने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन और व्यायाम, दो सबसे जरूरी और प्रभावी तरीके माने जाते रहे हैं। डायबिटीज-हृदय रोगों से लेकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव में भी इन उपायों को कारगर पाया गया है। जिस तरह से आहार की गुणवत्ता में कमी और प्रोसेस्ड-जंक फूड्स शरीर को रोगी बना सकते हैं उसी तरह से शारीरिक गतिविधि और नियमित व्यायाम की कमी के कारण भी कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों का जोखिम काफी बढ़ जाता है। एक हालिया रिपोर्ट में भारतीयों में इससे संबंधित बढ़ती समस्याओं को लेकर चिंता जताई गई है।

डालबर्ग की स्टेट ऑफ स्पोर्ट्स एंड फिजिकल एक्टिविटी (एसएपीए) की रिपोर्ट के अनुसार 155 मिलियन (15.5 करोड़) से अधिक भारतीय वयस्क और 45 मिलियन (4.5 करोड़) से अधिक किशोर शारीरिक रूप से कम सक्रिय हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोग सक्रिय जीवनशैली अपनाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशा-निर्देशों को पूरा करने में विफल पाए गए हैं।

इस आधार पर विशषज्ञों का कहना है कि करोड़ों भारतीय लोगों में शारीरिक निष्क्रियता के चलते गंभीर और क्रोनिक स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा हो सकता है।

डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी गाइडलाइंस के मुताबिक वयस्कों को प्रति सप्ताह 150-300 मिनट की मध्यम स्तरीय एरोबिक गतिविधि या 75-150 मिनट की तीव्र स्तरीय शारीरिक गतिविधि जरूर करनी चाहिए। बुजुर्गों या क्रोनिक बीमारियों के शिकार लोगों को गिरने से बचने और संतुलन बढ़ाने के लिए हल्के स्तर के व्यायाम और भी जरूरी हो जाते हैं।

हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक भारत में करोड़ों लोग शारीरिक रूप से निष्क्रिय हैं और सेंडेंटरी लाइफस्टाइल का शिकार हैं। ये रिपोर्ट भारतीयों में खेल और व्यायाम के प्रति ध्यान की कमी की ओर भी ध्यान आकर्षित करती है।

महिलाएं और भी कम सक्रिय

रिपोर्ट में कहा गया है कि वैसे तो अधिकांश लोग दैनिक कामों के अलावा वॉक जरूर करते हैं, पैदल चलने के अपने फायदे हैं, लेकिन स्वस्थ शरीर के लिए यही पर्याप्त नहीं है। लगभग 10 प्रतिशत वयस्क खेलकूद में तो संलग्न हैं पर नियमित नहीं हैं।

खेल और शारीरिक गतिविधियों में लैंगिक भेदभाव भी बहुत चिंताजनक है। औसतन, लड़कियां और महिलाएं शारीरिक गतिविधियों में पुरुषों की तुलना में कम समय बिताती हैं। शहरों में ये और भी बदतर है, जहां एक तिहाई लड़कियां और महिलाएं डब्ल्यूएचओ के दिशा-निर्देशों को पूरा नहीं करती हैं।

क्रोनिक बीमारियों का बढ़ सकता है खतरा

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि शारीरिक गतिविधियों और व्यायाम में कमी एक गंभीर समस्या है जिसके कारण भविष्य में कई प्रकार की गंभीर और जानलेवा स्वास्थ्य समस्याओं का संकट बढ़ सकता है। डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग सहित कई प्रकार की जानलेवा बीमारियों के लिए शारीरिक गतिविधियों में कमी को प्रमुख कारण माना जाता है। अगर ऐसी ही स्थिति जारी रही तो भविष्य में स्वास्थ्य क्षेत्र पर गंभीर दबाव की स्थिति बन सकती है।

टीवी की इन 5 बहुओं के लुक त्योहारों के लिए हैं एकदम परफेक्ट

सावन के महीने के बाद से ही त्योहारों का सीजन शुरू हो जाता है। सावन से तुरंत बाद रक्षाबंधन मनाई जाती है। फिर जन्माष्टमी, नवरात्रि, करवाचौथ और दिवाली का नंबर आ जाता है। अब जब त्योहारों की झड़ी लग ही गई है तो महिलाओं ने भी इसकी तैयारी शुरू कर ही दी होगी।

दरअसल, त्योहारों का सीजन महिलाओं के लिए ज्यादा खास होता है, क्योंकि इन्हीं दिनों में उन्हें खूब सजने और संवरने का मौका मिलता है। ऐसे में महिलाएं त्योहार के हिसाब से अपने लिए नए-नए कपड़े तैयार कराती हैं।

अगर आप त्योहारों के सीजन में जलवा बिखरना चाहती हैं तो टीवी की बहुओं से टिप्स लेकर तैयार हों सकती हैं। यहां हम आपको पांच ऐसी टीवी एक्ट्रेस के लुक्स दिखाने जा रहे हैं, जिनके एथनिक लुक्स काफी कमाल के होते हैं। ऐसे में आप आसानी से इनसे टिप्स लेकर अपना खूबसूरत अंदाज दिखा सकती हैं।

रुपाली गांगुली

आजकल अनुपमा टीवी सीरियल हर घर में देखा जाता है। ऐसे में आप रुपाली गांगुली से टिप्स लेकर त्योहारों में सीधे पल्लु की साड़ी पहन सकती हैं। त्योहार पर सीधे पल्लु की साड़ी वाला लुक लगता भी प्यारा है। इसके लिए आप बांधनी प्रिंट की साड़ी का चयन कर सकती हैं।

रश्मि देसाई

कुछ हटकर लुक कैरी करना चाहती हैं तो रश्मि देसाई का ये लुक कैरी करें। इस लुक में आपको पारंपरिक हैवी पटियाला सूट की जरूरत पड़ेगी। अपने पंजाबी लुक को और खूबसूरत बनाने के लिए लंबे बालों में परांदा लगाएं। अगर आपके बाल लंबे नहीं हैं तो नकली परांदे वाली चोटी का इस्तेमाल भी कर सकती हैं।

तेजस्वी प्रकाश

अगर सिंपल और सोबर लुक चाहती हैं तो तेजस्वी के इस साड़ी लुक से टिप्स लें। इस तरह की लाइट बॉर्डर वाली साड़ी तो हर महिला के पास होती है। ऐसे में आप तेजस्वी के इस लुक से टिप्स लेकर साड़ी पहन सकती हैं। ऐसी साड़ी त्योहार में आपको आराम भी देगी।

दिव्यांका त्रिपाठी

अगर त्योहारों के सीजन में कुछ लाइट पहनने का मन है तो आप दिव्यांका के जैसा शरारा सूट कैरी कर सकती हैं। ऐसा शरारा आपके लुक को न सिर्फ खूबसूरत दिखाएगा, बल्कि इसे पहनकर आप कंफर्टेबल भी रहेंगी। त्योहार के हिसाब से शरारा ले रही हैं तो इसके रंग का ध्यान रखें।

आज भारी बारिश की चेतावनी, स्कूल बंद, पारा लुढ़का, सड़कों पर जलभराव

अलीगढ़:  11 सितंबर को सुबह से रात तक बारिश होती रही। मौसम विभाग ने 12 व 13 सितंबर को अलीगढ़ जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। कृषि विज्ञान केंद्र छेरत के मौसम वैज्ञानिक अशरफ अली ने बताया कि जिले में 11 सितंबर को करीब 30 एमएम बारिश दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6 डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1 डिग्री कम था।

अलीगढ़ जिले में 11 सितंबर सुबह से शुरू हुई बारिश ने गर्मी से राहत तो दी, लेकिन सड़कों पर जलभराव और कीचड़ के कारण लोगों को दुश्वारियां झेलनी पड़ी। बुधवार को सुबह करीब 5.30 बजे से शुरू हुई बारिश का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। इससे कई दिनों से हो रही उमस भरी गर्मी से लोगों ने राहत की सांस ली। दिन भर बारिश से कई इलाकों में जलभराव लोगों के लिए मुसीबत बन गया।

बारिश के कारण रामघाट रोड, पीएसी, आगरा रोड, मुकुंदपुर, सासनी गेट, देहलीगेट, स्टेशन रोड, छर्रा अड्डा पुल, स्वर्णजयंती नगर, प्रतिभा कॉलोनी समेत तमाम इलाकों में जलभराव हो गया। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बरसात ने नगर निगम की स्मार्ट सिटी परियोजना और नाला-नाली के सफाई अभियान की हकीकत की पोल खोल दी। नाले- नालियां लबालब हो गए। कई इलाकों में जलभराव के साथ ही सड़क पर कीचड़ और गंदगी उफनाने से राहगीरों और वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

जलभराव में फंसे वाहन
बारिश और जलभराव के कारण शहर की सड़कों पर वाहन हांफते नजर आए। रामघाट रोड, आगरा रोड, जयगंज, भुजपुरा, जमालपुर, मुकुंदपुर आदि स्थानों पर जलभराव में लोगों के वाहन बंद हो गए। काफी मशक्कत के बाद वाहनों को जलभराव से बाहर निकाला गया।

जाम में फंसे राहगीर और छात्र
बारिश के चलते रामघाट रोड, जीटी रोड, सासनी गेट, खैर बाईपास आदि स्थानों पर जाम लग गया। स्कूलों की छुट्टी होने पर छात्र-छात्राएं भीगते हुए अपने घरों को रवाना हुए। वहीं कई स्कूली बस जाम में फंस गई। जिसके कारण स्कूली छात्र देर से घर पहुंचे। इसके अलावा क्वार्सी से पीएसी, अतरौली अड्डे से लेकर मीनाक्षी पुल, सेंटर प्वाइंट, स्टेशन रोड, मैरिस रोड, केला नगर पर लंबा जाम लग गया। जिससे राहगीरों को परेशानी हुई।

बरेली में रातभर रिमझिम बरसे बादल, तीन दिन भारी बारिश के आसार

बरेली: बरेली में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से अनुकूल माहौल बनने पर बुधवार शाम झोंकेदार हवा के साथ झमाझम बारिश हुई। रात में भी बारिश का सिलसिला जारी रहा। मौसम विभाग से जारी बुलेटिन में बृहस्पतिवार को बारिश का यलो व अगले दो दिन ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। सुबह बादल छाए हुए हैं। हवा भी चल रही है।

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ अतुल कुमार के अनुसार मंगलवार रात ही बादलों का जमावड़ा होने लगा था। बुधवार की भोर में कुछ देर तक रिमझिम के बाद बादल आगे बढ़ गए। दोपहर में फिर घने बादल मंडराने लगे और रिमझिम शुरू हुई।

शाम पांच बजे हुई झमाझम बारिश
करीब 20 मिनट के बाद फिर बादल आगे बढ़े हल्की धूप निकली। शाम चार बजे सघन निम्न वायुदाब बना। काले घने बादल मंडराने लगे। करीब पांच बजे झोंकेदार हवा के साथ आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। शाम छह बजे तक शहर में 26.2 मिमी बारिश दर्ज की गई।

फिर रात आठ बजे से तेज बारिश शुरू हुई। जो रुक-रुककर रात में भी जारी रही। अधिकतम पारा 32.1 डिग्री और न्यूनतम सामान्य स्तर पर 26.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। मौसम विभाग से जारी बुलेटिन में बृहस्पतिवार को बारिश का यलो और अगले दो दिन ऑरेंज अलर्ट दर्ज है। नमी का स्तर सौ फीसदी होने की बात कही है।

बारिश के बाद जलभराव, जूझते रहे राहगीर
बुधवार को शाम के समय हुई तेज बारिश ने एक बार फिर व्यवस्थाओं की कलई खोल दी।बारिश के बाद पुराने शहर के कई इलाकों में लोग घंटों गलियों में हुए जलभराव से जूझते रहे। कई रास्तों पर तो घुटनों तक पानी भर गया। यहां से गुजरने वाले लोग नगर निगम को कोसते नजर आए।

बरेली-पीलीभीत हाईवे पर गिरा पेड़, लगा जाम
आंधी व बारिश के दौरान बुधवार शाम साढ़े चार बजे सिल्वर लॉ कॉलेज बरकापुर के पास बरेली-पीलीभीत हाईवे पर पाकड़ का पेड़ गिर गया। इससे वहां जाम लग गया। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। ग्रामीणों ने पुलिस एवं वन विभाग को सूचना दी।

स्वास्थ्य भवन में डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी, कहा- वे एसी कमरे में बैठे-बैठे हताश और हम…

कोलकाता:  पश्चिम बंगाल में प्रशिक्षु महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले को आज पूरा एक महीना बीत गया है। मगर, राज्य सरकार, पुलिस और सीबीआई के हाथ अभी भी खाली है। इससे देशभर में नाराजगी है। वहीं राज्य में हंगामा जारी है। तनाव भरे हालात बने हुए है। जूनियर डॉक्टर लगातार आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के स्वास्थ्य भवन में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। वह दिन-रात कुछ भी नहीं देख रहे हैं।

यह है मामला
गौरतलब है, अस्पताल के सेमिनार कक्ष में नौ अगस्त को प्रशिक्षु डॉक्टर का शव मिलने के बाद से घटना के विरोध में देशव्यापी प्रदर्शन हो रहे हैं। पुलिस ने इस सिलसिले में कोलकाता पुलिस के नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को गिरफ्तार किया था। टीएमसी सरकार और पश्चिम बंगाल पुलिस कठघरे में है। सुप्रीम कोर्ट से लगातार फटकार लग रही है। तनाव बढ़ता देख कलकत्ता हाईकोर्ट ने 13 अगस्त को जांच सीबीआई को सौंप दी थी। इससे पहले कोलकाता पुलिस मामले की जांच कर रही थी।

‘सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों से काम पर वापस जाने को कहा’
वहीं, घटना के बाद देशभर के डॉक्टर सड़कों पर उतर आए थे। इससे मरीजों को दिक्कत होने लगी। इस पर नौ सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने सभी डॉक्टरों से 10 सितंबर को शाम पांच बजे तक काम पर लौटने का आग्रह किया था। शीर्ष अदालत ने चेतावनी दी थी कि अगर काम से लगातार गायब रहे, तो अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।

फिर भी डटे हुए हैं डॉक्टरों
हालांकि, फिर भी डॉक्टर पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। कोलकाता के साल्ट लेक इलाके के स्वास्थ्य भवन से सुबह की तस्वीरें सामने आई हैं। देखा जा सकता है जूनियर डॉक्टरों लगातार घटना के खिलाफ अपना विरोध जता रहे हैं। वह न्याय की मांग कर रहे हैं।

कर्नाटक के मांड्या में शोभायात्रा के दौरान दो गुटों में बहस, हिंसा और आगजनी; अब तक 46 गिरफ्तार

बंगलूरू: कर्नाटक के मांड्या के नागमंगला कस्बे में भगवान गणेश की प्रतिमा की शोभायात्रा में हिंसा भड़क गई। इसके बाद पुलिस ने 46 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामला बुधवार देर रात का है। पुलिस ने बताया कि जब बदरिकोप्पलु गांव से श्रद्धालु शोभायात्रा निकाल रहे थे, तब दो समूहों के बीच बहस हो गई और कुछ उपद्रवियों ने पथराव किया, जिससे स्थिति बिगड़ गई। उन्होंने बताया कि दोनों समूहों के बीच झड़प के बाद कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की गई और वाहनों में आग लगा दी गई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति को संभालने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। इस दौरान दो पुलिसकर्मियों समेत कुछ लोग घायल हो गए।

वहीं, मांड्या के डिप्टी कमिश्नर डॉ. कुमार ने बताया, ‘घटना शाम को गणेश जुलूस के दौरान हुई। जब जुलूस मस्जिद के पास पहुंचा तो कुछ उपद्रवियों ने पत्थरबाजी की। यह बात हमारे संज्ञान में आई है। बाद में विरोध प्रदर्शन भी हुआ। आईजी, एसपी और मैंने घटनास्थल का दौरा किया है। हम स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी उपाय कर रहे हैं। 2-3 दुकानों में आग लगा दी गई। एहतियात के तौर पर 14 सितंबर तक धारा 144 सीआरपीसी लागू रहेगी। हम इसकी जांच कर रहे हैं। आग की वजह से बिजली गुल हो गई है। मैंने जीईएससीओएम (गुलबर्गा इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी लिमिटेड) से बात की है।

स्थिति पर काबू पा लिया गया
हालांकि, स्थिति पर काबू पा लिया गया है। मौके पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। 14 सितंबर तक इलाके में चार से अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक लगाने के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। पुलिस के मुताबिक, गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने, हत्या का प्रयास, सरकारी कर्मचारियों के काम में बाधा डालने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और भारतीय न्याय संहिता की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। शोभायात्रा निकालने वाले युवाओं के समूह ने थाने के निकट विरोध प्रदर्शन किया और हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।

सादी वर्दी में अन्य पुलिस अधिकारियों को भी तैनात किया गया
मांड्या के पुलिस अधीक्षक मल्लिकार्जुन बलदंडी ने बताया कि हमने बुधवार की घटना के सिलसिले में 46 लोगों को गिरफ्तार किया है। स्थिति अब सामान्य हो गई है। लोग अपने दैनिक कामकाज कर रहे हैं। दुकानें खुली हैं। हमने कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस के अतिरिक्त बल के साथ-साथ सादी वर्दी में अन्य पुलिस अधिकारियों को भी तैनात किया है।

हताश होकर पुल पर लटकी थी महिला, संगीतकार जॉन बॉन जोवी ने बचाई जान

संगीतकार जॉन बॉन जोवी ने मानवता का परिचय देते हुए पुल के किनारे लटकी हुई एक महिला को बचा लिया। महिला को बचाने के लिए जॉन की जमकर तारीफ की जा रही है। महिला नैशविले पुल के किनारे लटकी हुई थी। मालूम हो कि जॉन एक अमेरिकी गायक, गीतकार और गिटारवादक हैं। उनका असल नाम जॉन फ्रांसिस बोंगियोवी हैं, लेकिन उन्हें जॉन बॉन जोवी से ही जाना जाता हैं।

वीडियो शूट कर रहे थे जॉन तभी रेलिंग के बाहर खड़ी दिखी महिला
डैडलाइन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, जॉन कंबरलैंड नदी पर स्थित पुल पर एक वीडियो शूट में हिस्सा ले रहे थे। तभी उनकी नजर एक महिला पर पड़ी, जो परेशान दिखाई दे रही थी और पुल की रेलिंग के बाहर खड़ी हुई थी। इसके तुंरत बाद जॉन और एक अन्य महिला ने उस महिला से थोड़ी सी बातचीत की और उसे कूदने से बचा लिया।

जॉन ने महिला को लगाया गले
सोशल मीडिया पर इस घटना का एक वीडियो भी देखने को मिला है। इसमें महिला को बचाने के बाद जॉन उसे गले लगाते हुए भी दिखाई दे रहे हैं। जॉन द्वारा महिला को बचाने के बाद क्रू सदस्य भी मौके पर पहुंचे। बता दें कि जॉन जेबीजे सोल फाउंडेशन के संस्थापक हैं। यह संगठन भूख और गरीबी से जूझ रहे लोगों और बेघरों की मदद के लिए काम करता है।

ये गाने गा चुके हैं जॉन बॉन
जॉन बॉन ने इट्स माय लाइफ, ऑलवेज, रनअवे, ब्लेज ऑफ ग्लोरी, बैड मेडिसन, नेवर से गुडबाय, लिविन ऑन ए प्रेयर, इन दीज आर्म्स, गुडबाय टू यू, द वॉरियर, रेज योर हैंड, कीप द फेथ, हैव ए नाइस डे, ऑल अबाउट लविन यू और ड्राई कंट्री समेत कई गाने गा चुके हैं। साल 1983 में उन्होंने बॉन जोवी नाम से रॉक बैंड की स्थापना भी की थी।