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कुकिंग आयल की मदद से करें अपने स्मार्ट फोन की स्क्रीन साफ़, यहाँ जानिए कैसे

अपना अच्छा स्टेटस दिखाने के लिए आजकल ज्यादातर लोग प्रीमियम फोन लेना चाहते हैं। जिनकी कीमत काफी महंगी होती है। लेकिन फ़ोन लेने के बाद उसे अच्छे से रखना भी जरूरी है, वरना वो जल्दी ख़राब हो सकता है और जल्दी पुराना भी दिखने लग सकता है।

 स्मार्टफोन को महीनों तक साफ नहीं करने पर स्क्रीन में धूल जम जाती है और फिर स्क्रैच दिखने लगते हैं जिससे फोन काफी ओल्ड दिखता है। कई फोन के स्क्रीन गार्ड या टेम्पर्ड ग्लास टूट जाने पर हम उसे हटा देते हैं.

जिसकी वजह से फोन की स्क्रीन पर ग्लू का निशान रह जाता है। कूकिंग ऑयल में एक लिंट-फ्री कपड़ा डुबोएं और धीरे-धीरे से ग्लू को हटाएं। इससे फ़ोन पर लगा ग्लू साफ़ हो जाएगा और आपका फोन चमकने लगेगा।

आजकल आपको मोबाइल की स्क्रीन को साफ करने वाला लिक्विड स्प्रे मिल जाएगा इससे आप अपने फोन की स्क्रीन और फोन को साफ़ कर सकते हैं।

  IIT रुड़की में नौकरी का सपना होगा पूरा, ऐसे करें अप्लाई

  IIT रुड़की रिसर्च एसोसिएट III के रिक्त पदों पर 1 नौकरी की तलाश कर रहा है।इच्छुक उम्मीदवार 25/04/2023 से पहले भूमिका के लिए आवेदन कर सकते हैं।

संगठन: IIT रुड़की भर्ती 2023

पद का नाम: रिसर्च एसोसिएट III

कुल रिक्ति: 1 पद

नौकरी स्थानः रुड़की

आवेदन करने की अंतिम तिथि: 25/04/2023

आधिकारिक वेबसाइट: iitr.ac.in

योग्यता: IIT रुड़की में रिसर्च एसोसिएट III की भूमिका के लिए आवेदन करने के लिए, उम्मीदवारों के पास M.E/M.Tech या M.Phil/Ph.D की डिग्री होनी चाहिए। पात्रता मानदंड के बारे में अधिक जानकारी के लिए आईआईटी रुड़की की आधिकारिक वेबसाइट देखें। आधिकारिक आईआईटी रुड़की भर्ती 2023 अधिसूचना पीडीएफ लिंक के लिए ।

आवेदन करने के चरण:
IIT रुड़की की आधिकारिक वेबसाइट iitr.ac.in पर जाएं।
IIT रुड़की भर्ती 2023 अधिसूचना के लिए खोजें।
अधिसूचना में सभी विवरण पढ़ें और आगे बढ़ें।

नई शिक्षा नीति के आने से आखिर कितना बदल जाएगा बच्चों के पढने का तरीका ?

शिक्षा के राष्ट्रीय नीति (NEP) में काफी बदलाव किए जाने है जिसके तहत नेशनल करिक्युलम फ्रेमवर्क (NCF) ने 800 पन्नों का ड्राफ्ट तैयार किया है जिसमें होने वाले बदलावों का उल्लेख है जिसमें सबसे मुख्य बदलाव 10+2 के फॉर्मेट में हुआ है।

10+2 की जगह लागू होगा 5+3+3+4 फॉर्मेटनई शिक्षा निति में 10+2 के फॉर्मेट को पूरी तरह से हटाने की बात कही जा रही है और इसकी जगह पर 5+3+3+4 फॉर्मेट लागू होना है, फॉर्मेट की संछिप्त में जानकारी निम्न है –

सेकेंडरी स्टेज:इसमें 9 से 12 तक की कक्षा शामिल है।NCF के मुताबिक कक्षा 3 से शुरू की जानी चाहिए लिखित परीक्षा नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF) के मसौदे यानी ड्राफ्ट में कहा गया है .

3 से 8 साल (नर्सरी-कक्षा 2) के बच्चों के ऊपर लिखित परीक्षाका बोझ नहीं पड़ना चाहिए. इस आयु के बच्चे अलग तरीके से सीखते हैं और अपनी शिक्षा को अलग तरह से व्यक्त भी करते हैं। सीखने के परिणाम या योग्यता की उपलब्धि का आकलन करने के कई तरीके हो सकते हैं।

नाचोज और टोमैटो सालसा घर पर बनाने के लिए देखें इसकी रेसिपी

नाचोज बनाने की सामग्री

गेहूं का आटा- 1 कप, बेसन- 1/4 कप, ऑयल- 1 टेबलस्पून, हल्दी पावडर- 1/2 टिस्पून, अजवाइन- 1/4 टिस्पून, नमक- स्वादनुसार, टमाटर- 2, हरा धनिया- कटा हुआ, हरी मिर्च- 2, अदरक- 1 इंच, काली मिर्च पावडर- 1 टिस्पून, भुना जीरा पावडर- 1 टिस्पून, ऑलिव ऑयल- 1 टिस्पून, दूध- 1 कप, चीज- 1 कप, मैदा- 2 टेबलस्पून, बटर- 2 टेबलस्पून,

विधि

नाचोज चिप्स बनाने के लिए सबसे पहले एक बाउल में गेहूं का आटा लीजिये, अब इसके अंदर बेसन, ऑयल, हल्दी पावडर, अजवाइन, नमक डालकर मिला ले, अजवाइन को क्रस करके डाले| अब इसे थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर गूथ ले और फिर ढक कर 10 मिनट के लिए रख दे| अब आटे को ले और अपने हाथों में हल्का सा ऑयल लगाकर फिर से मसल करके गूथ ले, आटा टाइट ही गुथे|

अब आटे को दो भागों में बाँट ले और इसकी लोइया बना कर बेल ले, रोटी को एकदम से पतला बेले, अब इसे पिज्जा कटर मशीन या फिर चाकू से काटकर चौकोर बना ले और फिर बीच से काटकर तिकोना बना ले, इसमें काटे की सहायता से छेद कर ले| अब एक कढ़ाई में ऑयल डालकर गरम करे और नाचोज को डालकर फ्राई कर ले, आंच मध्यम रखे| इसे क्रिस्पी और हल्का ब्राउन होने तक फ्राई करे|

अब टोमैटो सालसा बनाने के लिए सबसे पहले पके टमाटर को भून ले और इसके छिलके निकाल ले| अब इसे टुकड़ो में काट ले और फिर मिक्सर जार में डालकर पीस ले, अब इसके अंदर हरी मिर्च, अदरक, भुना जीरा, काली मिर्च और नमक डालकर मिक्सर चला ले, अब इसमें कटा हरा धनिया और ऑलिव ऑयल डालकर मिला ले और एक बाउल में निकाल ले, आपका टोमैटो सालसा बनकर तैयार हैं|

 

आलू का हेयर मास्क दूर करेगा आपके बालों से जुडी सभी प्रोब्लेम्स

आज कल बाल सफ़ेद होने की समस्या लोगों में तेजी से बढ़ रही है कई बार लोग बालों को कलर कराने के लिए डाई लगाते हैं जोकि बालों के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक है

 

वक्त की कमी के चलते कुछ लोग पार्लर जाकर भी बाल कलर करवाते हैं जोकि बहुत ज्यादा महंगा पड़ता है ऐसे में क्यों नहीं अप घर में ही बालों को कलर करने के लिए हर्बल हेयर कलर तैयार करते हैं

आलू एक ऐसी सब्जी है तो आपको हेयर कलर बनाने में मदद कर सकती है आलू में स्टार्च पाया जाता है जोकि प्राकृतिक रूप से कलर की तरह ही कार्य करता है इसके छिलके में विटामिन ए, बी  सी की प्रचुर मात्रा होती है

आइए जानते हैं कैसे तैयार करें आलू का हेयर मास्क:

1.आलू का हेयर मास्क तैयार करने के लिए पीलर से आलू को छील लें आलू को लगा कर लें  इसके छिलकों को सॉस पैन में एक कप पानी डालकर उबल लें जब ये अच्छे से खौल जाए तो इसे कम से कम 6 से 10 मिनट तक मद्धम आंच पर पकाएं अबी इसे आंच से उतारकर ठंडा होने दें
2.  इसे एक बोतल में भरकर रख लें अगर आपको इसमें से बदबू आ रही है तो आप इसमें लेमन ग्रास तेल भी रख सकते हैं अगर आप इस हेयर पैक को गीले बालों में लगाएंगे तो ये ज्यादा असरदार साबित होगा

मेकअप करने की आदत हो गई हैं ? तो जान ले इससे होने वाले नुकसान

कहते हैं कि खूबसूरती तो देखने वाले की नज़रों में होती है और अंदरूनी सुंदरता ही व्यक्ति के बाहरी सौंदर्य को भी बढ़ावा देती है। लोग चाहे जो कहें, बचपन से ही ज्यादातर लड़कियों का सबसे पंसदीदा शौक़ मेकअप करना होता है।
जहां कुछ लड़कियां अपने व्यक्तित्व में चार चांद लगाने के लिए सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल करती हैं तो वहीं कुछ को मेकअप करने की आदत पड़ जाती है। अपने मेकअप के शौक को पूरा करने के लिए वे अपने मेकअप किट में दुनिया जहां की चीज़ें रखती हैं, जिन्हें समझ पाना हर किसी के बस में नहीं होता है।

प्राइमर आपके चेहरे का बेस तैयार करता है, इसे आपकी स्किन के साथ सेट होने में थोड़ा सा समय लगता है. इसलिए इसे लगाने के बाद कुछ देर तक चेहरे पर कुछ भी अप्लाई नहीं करना चाहिए. लेकिन ज्यादातर महिलाएं ये गलती करती हैं कि वे प्राइमर के तुरंत बाद चेहरे पर फाउंडेशन लगा लेती हैं.

अगर आप प्राइमर के तुरंत बाद फाउंडेशन लगाएंगी तो प्राइमर लगाने का कोई फायदा नहीं होगा. अगली बार जब प्राइमर लगाएं तो कुछ मिनट इंतजार करने के बाद फाउंडेशन को अप्लाई करें. इस बीच आप अपने समय का प्रयोग ज्वेलरी पहनने या हेयर स्टाइल बनाने में कर सकती हैं.

मुंहासे को साफ करने के लिए आप भी करती हैं बेकिंग सोडा का उपयोग ?

सेहत और त्वचा के लिए कई फायदेमंद पदार्थ हमारे किचन में ही मौजूद होते हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में हम उसका लाभ नहीं उठा पाते। ऐसी ही एक सामग्री है बेकिंग सोडा।

बशर्ते इसका इस्तेमाल सही तरीके और सही मात्रा में किया जाए। स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम बेकिंग सोडा के फेसपैक से लेकर खाने के लिए उपयोग करने के ऐसे तरीकों के बारे बता रहे हैं, जिससे स्किन ग्लोइंग और सेहत माइंड ब्लोइंग हो जाएगी।

कई शोध बताते हैं कि ये मुंहासे को साफ करने या यहां तक कि इसे रोकने में मदद कर सकता है। पर ये हमेशा आपकी त्वचा के लिए अच्छा नहीं है। दरअसल बेकिंग सोडा आपकी त्वचा के पीएच को खराब कर सकता है। इससे आपकी त्वचा का पीएच बैलेंस बिगड़ सकता है और परेशानी हो सकती है।

मुंहासों के इलाज के लिए बेकिंग सोडा का उपयोग करते हैं, तो वास्तव में इसका विपरीत प्रभाव भी हो सकता है। साथ ही यह आपके छोड़ सकता है क्योंकि इससे त्वचा जलने की समस्या हो सकती है।  आपको ऐसे घरेलू उपचारों के लिए नहीं जाना चाहिए क्योंकि इससे अच्छे से अधिक नुकसान हो सकता है।

शोधकर्ताओं के अनुसार मुंहासे के ब्रेकआउट और अन्य त्वचा की स्थिति के लिए कई तरह से बेकिंग सोडा कई तरह से नुकसानदेह है। जैसे कि-त्वचा को और सेंसिटिव बनाता है-झुर्रियों को बढ़ाता हैमुंहासों को और खराब बनाता है-त्वचा में जलन और सूजन पैदा करता है

 

मधुमेह रोगियों के लिए बादाम का सेवन हैं बेहद लाभदायक

टाइप 2 मधुमेह जीवनशैली से संबंधित एक रोग है, जिसमें फैट की चर्बी एक प्रमुख जोखिम कारक की किरदार निभाता है. टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को कम करने के लिए एक स्वस्थ बीएमआई बनाए रखना जरूरी शर्त है. जब आपके पास परिवार में मधुमेह के इतिहास जैसे अन्य जोखिम कारक हों. इसलिए मधुमेह से पीड़ित लोगों को अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए.

जिन खाद्य पदार्थों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, उन्हें टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों द्वारा सेवन की सलाह दी जाती है.पाैष्टिक और संतुलित आहार से बहुत ज्यादा हद तक डायबीटिज के खतरे को घटाया जा सकता है. जैसे की बादाम, मधुमेह रोगियों के लिए बादाम का सेवन विशेष फायदेमंद हाेता है. आइए जानते हैं बादाम खाने के फायदाें के बारे में :-

बादाम पारंपरिक रूप से भारतीय आहार का एक भाग रहा है. सभी मां व दादी हमें बादाम खाने के लिए कहती हैं क्योंकि यह ब्रेन क्षमता बढ़ाता है. इसके अतिरिक्त मधुमेह के प्रबंधन में भी बादाम जरूरी किरदार निभाता है. बादाम में ग्लाइसेमिक इंडेक्स 0 होता है, जिसका अर्थ है कि इसमें बहुत कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो आपके रक्त शर्करा के स्तर को बिल्कुल भी नहीं बढ़ाएगा. हालांकि, बादाम फाइबर, विटामिन व खनिजों में समृद्ध है, जो शरीर को उचित पोषण सुनिश्चित करेगा.

 

पाइनेपल आंखों के लिए हैं बहुत फायदेमंद, जानिए इसके कुछ लाभ

पाइनेपल में विटामिन A और विटामिन C भरपूर मात्रा में होते हैं। इसके अलावा फायबर, पोटेशियम, फ़ॉस्फोरस और कैल्शियम भी इसमें काफी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। ये सभी तत्व शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत आवश्यक हैं।

 

पाइनएप्पल का जूस पीने के फायदे..पाइनेपल आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। पाइनएप्पल में बीटा-कैरोटीन और विटामिन मौजूद होते हैं जो कैंसर जैसी बीमारी से हमारी रक्षा करता है।

1. मसूडों और दांतों को स्वस्थ रखने में पाइनेपल बहुत कारगर है। इससे दांत मजबूत बनते हैं और यह गठिया रोगियों के लिए बहुत लाभदायक है। पाइनेपल को सूजन कम करने के लिए बहुत कारगर समझा जाता है।

2.हड्डियों की कमजोरी के कारण कई तरह की परेशानियों से हमें दो चार होना पड़ सकता है। लेकिन अगर आप अपने डाइट में अनानास के जूस को शामिल करते है तो हड्डियों की समस्या से आप काफी दूर रह सकते है। अनानास में मौजूद मैंगनीज आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।

3.अनानास अपने विशिष्ट गुणों के कारण आंखों की दृष्टि के लिए भी उपयोगी होता है। पूर्व में हुए शोधों के मुताबिक दिन में तीन बार इस फल को खाने से बढ़ती उम्र के साथ कम होती आंखों की रोशनी का खतरा कम हो जाता है।

कोरोना के ये लक्ष्ण यदि आपके शरीर में भी दिख रहे हैं तो हो जाएं सावधान

कोरोना का संक्रमण तो बढ़ ही रहा हैं बल्कि साथ में यह फेफड़ों को भी सीधे नुकसान पहुंचा रहा हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि समय रहते कोरोना के लक्षणों की पहचान की जाए और सतर्क होकर उचित इलाज लिया जाए। इस बार के लक्षण पहले के मुकाबले काफी अलग हैं.

जो लोगों की जान तक ले रहे हैं। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ ऐसे लक्षणों की जानकारी लेकर आए हैं जो कोरोना के संकट को दर्शाते है। इन लक्षणों की पहचान कर बिना घबराए उचित इलाज पाया जा सकता है। तो आइये जानते हैं इन लक्षणों के बारे में।

जब हम ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं, या बैठकर कोई काम करते हैं, तो हमारा बदन दर्द होता है। लेकिन कोरोना वायरस का नया लक्षण भी बदन दर्द होना है। अगर आपको दवाई लेने के बाद भी आराम नहीं मिल रहा है और साथ ही बदन दर्द के साथ ही जोड़ों में भी दर्द है, तो आपको सतर्क होने की जरूरत है।

कोरोना वायरस की दूसरी लहर में जो लक्षण सामने आया है, उसमें शरीर में कमजोरी आना भी है। इसमें जहां शरीर में कमजोरी बनी रहेगी, तो वहीं कई बार आंखों के सामने अंधेरा छाना और चक्कर आना शामिल है। इसलिए अगर आपको ऐसा कुछ हो रहा है, तो आपको तुरंग डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।