Saturday , October 26 2024

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रात की बची हुई बाटी से सुबह बनाए इतना टेस्टी नाश्ता, डाले एक नजर

आवश्यक सामग्री

बची हुई बाटी- 3-4
दूध-1 कपदेसी घी-1/2 कप
इलायची पाउडर-1/2 छोटा चम्मच

ड्राई फ्रूट्स-1/2 कप (कटे हुए)

1. सबसे पहले पैन में दूध उबालें। 2. मिक्सी में बाटी डालकर पीस लें।
3. अलग पैन में घी गर्म करके इसमें बाटी का पाउडर डालकर सुनहरा भूरा होने तक भूनें।
4. अब इसमें इलायची पाउडर, चीनी, ड्राई फ्रूट्स व दूध मिलाकर 3-4 मिनट तक पकाएं।
5. मिश्रण के तैयार होने पर इसे ट्रे में फैलाकर रखें।
6. फिर इसे बर्फी की शेप में काट सर्व करें।

2. बाटी से बनाएं चूरमा

आवश्यक सामग्री-

बाटी- 2
गुड़- 1 कटोरी
देसी घी- 1 कटोरी

विधि-

1. सबसे पहले बाटी को टुकड़ों में तोड़ लें।
2. अब इसे मिक्सी में पीस लें।
3. मिश्रण में हाथों की मदद से गुड़ मिलाएं।
4. अब पैन में घी गर्म करके उसमें गुड़ का मिश्रण डालकर सुनहरा भूरा होने तक भूनें।
5. इसे सर्विंग डिश में डालकर गर्मा-गर्म सर्व करें।

ब्लश लगाने के कुछ खास तरीके जिससे आपकी स्किन और मेकअप दिखेंगे परफेक्ट

शादी पार्टी में कहीं भी जाना हो गल्र्स का ​बिना मेकअप के काम नहीं चलता। अपनी ड्रेस के अनुसार गल्र्स परफेक्ट मेकअप करने के बाद ही पार्टी या फंक्शन में जाना पसंद करती हैं। मेकअप करने में गल्र्स को काफी समय भी लगता है।

क्यों कि मेकअप के दौरान हर चीज को सेट करने में काफी समय लगता है। फाउंडेशन,प्राइमर ,कंसीलर के बारे में आप सभी जानते हैं । आज हम आपको बता रहें हैं ब्लश के बारे में ,जी हां यदि आप भी मेकअप करने के बाद ब्लश लगाना चाहतें हैं तो हम आपको बता रहें हैं ब्लश लगाने के खास तरीके और किस तरह का ब्लश आपके स्किन टोन पर सूट करेगा उसके बारे में।

नॉर्मल या ड्राय स्किन के लिए- यदि आपकी स्किन नॉर्मल या ड्राय हैं तो ऐसे में जब भी आप फेस पर मेकअप के दौरान ब्लश लगाएं तो हमेशा ध्यान रखें क्रीम ब्लश लगाएं। क्यों कि यह आपकी स्किन टोन के अकॉर्डिंग काफी सूट करेगा।

आॅयली स्किन के लिए- वहीं यदि आपकी स्किन आॅयली या सेन्सिटिव हैं तो ऐसे में आप पाउडर वाला ड्राय ब्लश अपने फेस पर यूज करेंं। यह दोनेां ही तरह के ब्लश आसानी से आपको मार्केट में मिल जाएंगे।

यह है ब्लश की खासियत- यदि आप क्रीम बेस्ड ब्लश यूज करती हैं तो यह मॉइस्चराइज़र की तरह काम करता है और त्वचा को रूखा होने से बचाता हैं। वहीं यदि आप पाउडर ब्लश यूज करती हैं तो यह आपकी त्वचा पर मौजूद अतिरिक्त आॅयल को सोख लेता हैं और स्किन को परफेक्ट मैट लुक देता है।

सौंदर्य संबधी समस्याओं के लिए शहद नहीं हैं किसी औषधि से कम

शहद आपकी त्वचा को न केवल पोषण और नमी प्रदान करता है, बल्कि इसके जीवाणुरोधी और नमी प्रदान करने वाले गुण त्वचा को नया जीवन प्रदान कर दाग- धब्बों को दूर करते हैं.

न सिर्फ स्किन पैक्स, बल्कि कई हेयर पैक्स में भी शहद होता है. मूल रूप से यह आपकी सौंदर्य संबधी समस्याओं के लिए एक पूर्ण समाधान है. नीचे आपके बालों और त्वचा दोनों के लिए कुछ घरेलू शहद पैकों के बारे में बताया जा रहा है तो एक नजर यहां भी डाल लें.

मुंहासे हटाने के लिये फेस पैक: मुंहासों से छुटकारा पाना बहुत मुश्किल होता है. शहद और दालचीनी पाउडर को मिलाकर एक पेस्ट बनाकर मुंहासों पर लगा लें. इसे रातभर लगा रहने दें और सुबह गुनगुने पानी से धो दें.

रेशमी बालों के लिए हेयर पैक: यदि आप विशेष रूप से मानसून के दौरान संवरे और रेशमी बाल चाहते हैं तो अपने बालों में इस पैक को लगायें. एक कटोरी में दो चम्मच दही, दो अंडे, नींबू का रस और शहद की पांच बूंदें मिला लें तथा अपने सिर और बालों पर लगायें. इसे आधे घंटे तक लगायें रहे, फिर पानी से धोएं.

त्वचा की सफाई के लिये फेस पैक: शहद, दूध पाउडर, नींबू का रस और बादाम के तेल को बराबर मात्रा में मिला लें और इसे अपने चेहरे व हाथ आदि पर लगाकर 20 मिनट के लिए छोड़ दें तथा फिर इसे धो लें.

मूली का सेवन करने से शरीर को होते हैं कई लाभ

मूली का सेवन करने से कई फायदे होते है आप मूली की सब्जी और सलाद बनाकर भी सेवन कर सकती है आज हम आपको मूली से होने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे है तो चलिए जानते है |

 

सर्दी-जुकाम
कच्ची मूली का 20-30 मिली जूस निकालकर मिले लें। इसे सर्दी-जुकाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।

एसिडिटी को करे छूमंतर
अगर आप एसिडिटी की समस्या से परेशान है तो कच्ची मूली का सेवन करें। इससे आपको लाभ मिलेगा।

पथरी
पथरी की समस्या से निजात दिलाने में भी मूली फायदेमंद साबित हो सकती हैं। इसके लिए 100 ग्राम मूली के पत्तों का रस निकाल लें। इसे दिन में करीब 3 बार पिए। इससे स्टोन यूरीन के माध्यम से बाहर निकल जाएगा।

 

क्या आपके बच्चे की आंखों में हो रही हैं सूखापन की समस्या तो इसे न करें नज़रंदाज़

बच्चे की आंखों में सूखापन होने की समस्या आम नहीं होती है। इसके कारण बच्चे बार-बार आंख रगड़ते हैं। इसे आंखें लाल हो सकती है और इसके कई अन्य परिणाम हो सकते हैं। अगर ये दिक्कत आपके बच्चे में भी हो रही है, तो इसे बिल्कुल इग्नोर न करें।

यदि बच्चे की आंखें बार-बार सूख रही हो, तो तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं और उचित इलाज कराएं। ऐसा नहीं करने पर बच्चे की आंखों को नुकसान हो सकता है और ये परेशानी अधिक बढ़ सकती है। आइए बच्चों की आंखों में सूखेपन के कारण और कुछ उपायों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

बच्चे की आंखों में सूखापन के लक्षण

1. सूखापन और बेचैनी के कारण बच्चे अक्सर अपनी आँखें रगड़ना

2. आंखों का गर्म और शुष्क महसूस होना

3. आँखों में बार-बार पानी आना

4. और चुभन महसूस होना

5. आंखों से धुंधला दिखना

आंखों के सूखेपन का उपचार

इसके लिए आप सबसे पहले बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाएं और उन्हें समस्या के बारे में बताएं ताकि इसका समाधान हो सके। इसके अलावा आप बच्चे की आंखों को लगातार नमी देना का प्रयास कर सकते हैं। इसके लिए डॉक्टर द्वारा सुझाए गए आई ड्रॉप का इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

 

केसर को चेहरे पर लगाने से डेड स्किन से पाए छुटकारा जानिए इसके कुछ बेनेफिट्स

केसर के सेहत को कई तरह के फायदे होते हैं. जी दरअसल केसर का आयुर्वेदिक गुण, कई छोटी-छोटी बीमारियों को ठीक करने में आपकी मदद कर सकता है. ऐसे में आयुर्वेद में केसर के अनेक गुण बताए गए हैं केसर को चेहरे पर लगाने से डेड स्किन हट जाती है और साफ और चमकदार त्वचा सामने आती है।

अगर छोटे बच्चे को सर्दी-जुकाम हो, तो इसके लिए बच्चे को दूध में मिलाकर केसर देना चाहिए. अदरक के रस में केसर और हींग को मिलाकर बच्चे या बड़े की छाती पर लगाने से लाभ मिलता है.

अगर आपके चेहरे पर दाग-धब्बे या चोट के निशान हैं तो 5-6 तुलसी के पत्तों को मसलकर उसमें दो चुटकी केसर मिलाएं। अब इसे चेहरे पर लगाएं और सूखने के बाद धो दें। इससे चेहरे के मार्क्स हट जाएंगे।

आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए 10 केसर के रेशे दूध के साथ मिलाकर सेवन करने से लाभ मिलता है.असली चंदन को केसर के साथ घिसकर इसका लेप माथे पर लगाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है और सिर दर्द नहीं होता है.अजवाइन के साथ केसर मिलाकर सेवन करने से लाभ होता है. जी दरअसल केसर का सेवन करने से हृदय संबंधी रोग दूर होते हैं.

रोटी बनाते समय गेहूं के आटे में मिलाएं ये सभी चीजें जिससे शरीर को होगा लाभ

न्यूट्रीशनिस्ट एंड डाइटीशियन के अनुसार एक भारतीय थाली में गेहूं की रोटी, चावल, दाल, सब्जी, चटनी, रायता (दही) पापड़ आदि होने चाहिए.

रोटी बनाने के लिए सिर्फ गेहूं ही नहीं बल्कि कभी मक्का, बाजरा, रागी या कई प्रकार के मिले-जुले अनाजों का आटा इस्तेमाल करें. मक्खन या शुद्ध घी लगी हुई गेहूं की गर्म रोटी या परांठे, ब्रेड या अन्य विकल्पों की तुलना में ज्यादा पौष्टिक हैं.

हल्की मोटी पिसाई वाला, चोकरयुक्त, ऑर्गेनिक और हल्का भूरा दिखने वाला आटा चुनें. इसमें फाइबर, विटामिन-बी, कैल्शियम, आयरन  जिंक ज्यादा होते हैं जिससे बनी रोटी को अच्छी तरह चबाकर खाना चाहिए.

रोटी  सब्जी का अनुपात 1:2 रखें ताकि फाइबर के अतिरिक्त प्रोटीन और मिनरल भी मिलते रहें. मिक्स या भिन्न-भिन्न दाल  धनिया, पुदीना या टमाटर की चटनी के अतिरिक्तदही खाएं जो एक अच्छा प्रोबायोटिक है.

किशमिश का पानी आपकी पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में हैं फायदेमंद

किशमिश सेहत के लिए कितनी फायदेमंद होती है ये हर कोई जानता है. स्वस्थ रहने के लिए लोग इसका इस्तेमाल करते हैं. लेकिन आपको बता दें, इसका पानी इससे भी ज्यादा लाभकारी होता है.

पीने से कई बीमारियां दूर होती हैं. लगभग एक मुठ्ठी किशमिश धोकर रातभर भिगोकर रख दें. सुबह इस पानी को छानकर खाली पेट पिएं और किशमिश को चबाकर खा लें. इसी के साथ जानें इसके फायदे.

* किशमिश का पानी आपकी पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है. ये खाना को पचाने में मदद करता है. इसलिए आपको कब्ज या गैस जैसी परेशानी नहीं होती है.

* इसमें मौजूद एंटीबैक्टिरिअल प्रोपर्टी मुंह से आने वाली बदबू को दूर करती है. इतना ही नहीं, इसमें मौजूद कैल्शियम से हड्डियां भी मजबूत होती हैं और आयरन एनीमिया से बचाता है.

* ये आपके लीवर को साफ करने का अचूक उपाय है. ये लीवर से गंदगी निकालकर इसे स्वस्थ रखता है और आपको इसकी खराबी से होने वाली बीमारियों से दूर रखता है.

यहाँ जानिए आखिर कैसा रहेगा आज आपका दिन, देखें अपना राशिफल

मेष

दूसरों की मदद करने से आज आपको फायदा होगा। आप अपने परिवार की उम्मीदों को पूरा करने में सफल रहेंगे।

वृष

आज आप पर कार्यभार बढ़ेगा। साथ ही दूसरों की मदद करने के भी योग हैं।

मिथुन

जो लोग विवाह के इच्छुक हैं उनके लिए आज अच्छे स्थान आ सकते हैं। वर्क प्लेस पर सीनियर्स का पूरा सहयोग मिलेगा।

कर्क

कार्यक्षेत्र में शॉर्टकट लेने की कोशिश आज आपको महंगी पड़ेगी। किसी भी बात को नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए।

सिंह

आज महत्वपूर्ण लोगों से तालमेल अच्छा रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपको नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं।

कन्या

आज सफलता दिलाने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी। वित्तीय लेनदेन या निवेश की योजना बनाने के लिए दिन अच्छा है।

तुला

इस राशि के जातकों को नई जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी। नियोजित कार्यों को पूरा करने के लिए दूसरों की मदद लेनी पड़ सकती है।

वृश्चिक

आज आपके जीवन में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना है। किसी नई जिम्मेदारी को स्वीकार करने से पहले विचार करें या दूसरों से सलाह लें।

धनु

आज पुराने काम बनने लगेंगे। मन की इच्छा पूरी होने की प्रबल संभावना है। यदि आप नई नौकरी के लिए प्रयास कर रहे हैं तो वे प्रयास पूरे होंगे।

मकर

आज पारिवारिक वातावरण अच्छा रहेगा। नए लोगों से जुड़ सकते हैं। इमोशनल स्ट्रेस न लें।

कुंभ

पारिवारिक तूफान को आज धैर्य से सुलझाना होगा। अनावश्यक खर्चों से बचना आपके हित में है।

मीन

कामकाज से जुड़े कई नए विचार आज आ सकते हैं। आप जिन कार्यों के बारे में सोच रहे हैं उनमें से कुछ को पूरा करने का प्रयास करें। छोटी-छोटी चीजें बड़ा बदलाव ला सकती हैं।

अब माह में चार बार मनाया जाएगा प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान

रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता  

औरैया। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य हमेशा से ही चिंता का विषय बना हुआ हैI स्वास्थ्य विभाग द्वारा अनेकों कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं जिससे कि मातृ मृत्यु दर को कम करके गर्भवती एवं नवजात को स्वस्थ एवं सुरक्षित जीवन प्रदान किया जा सकेI इसी दिशा में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए एक और पहल की गई है। अब हर माह की 1 और 16 तारीख को भी प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए ) दिवस मनाया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्चना श्रीवास्तव ने बताया की इसके तहत स्वास्थ्य महकमा उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाओं को चिन्हित करेगा। इन महिलाओं को जांच और इलाज में प्राथमिकता देने के साथ ही उनके लिए उपचार के विशेष प्रबंध भी किए जाएंगे। इसके पूर्व पीएमएसएमए दिवस प्रत्येक माह की नौ और 24 तारीख को मनाया जा रहा था। अब इसे विस्तारित किया गया है।अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ शिशिर पुरी ने बताया कि विभिन्न कारणों से जोखिम गर्भावस्था मातृ-शिशु की मृत्यु का कारण बनती हैं। प्रसव पूर्व छोटी-बड़ी कई कमियों का सामने नहीं आ पाना इसकी प्रमुख वजह है। गर्भवती को उच्च रक्तचाप, गंभीर रक्ताल्पता, मधुमेह, दिल की बीमारी, क्षयरोग, मलेरिया आदि की स्थिति में जोखिम बना रहता है। स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य ऐसी महिलाओं को प्रसव पूर्व ही चिन्हित कर उपचार करना होगा जिससे कि प्रसव के दौरान खतरनाक स्थिति न बने। प्रसव पूर्व जांच में ऐसी महिलाओं को चिन्हित कर सरकारी अस्पतालों में उनका उपचार किया जाएगा।जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता अखिलेश कुमार ने बताया की अब तक प्रत्येक माह की 9 तारीख को पीएमएसएमए मनाया जा रहा था। अब इसमें और तेजी लाने के लिए प्रमुख सचिव ने इसे विस्तारित करते हुए हर माह 1 और 16 तारीख को भी जनपद की एफआरयू (प्रथम संर्दभन इकाई), समस्त मेडिकल कॉलेज, जनपदीय महिला/संयुक्त चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में यह अभियान चलाया जाएगा। इसमें द्वितीय व तृतीय त्रैमासकी गर्भवती की जांच होगी। इसके साथ ही बताया की हर माह की 9 तारीख को जनपद के जिला महिला अस्पताल सहित ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य इकाईयों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में और हर माह की 24 तारीख को जनपद की एफआरयू (प्रथक संर्दभन इकाई) में यह आयोजन किया जा रहा था।