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भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल की हुई फजीहत, प्रदर्शनकारी छात्रों ने लगाए ‘वापस जाओ’ के नारे

पश्चिम बंगाल भाजपा की वरिष्ठ नेता अग्निमित्रा पॉल की उस समय फजीहत हो गई, जब आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने उनके खिलाफ अचानक वापस जाओ के नारे लगाने शुरू कर दिया। बता दें कि जूनियर डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ‘स्वास्थ्य भवन’ के पास धरना दे रहे थे, इस दौरान अग्निमित्रा पॉल के वहां से गुजरने के दौरान ये वाकिया हुआ।

प्रदर्शन में शामिल होने के लिए नहीं गई थी- अग्निमित्रा पॉल
हालांकि, भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने दावा किया कि वह विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए वहां नहीं गई थीं, बल्कि वह बस पास के भाजपा कार्यालय जाने के लिए इलाके से गुजर रही थीं। वहीं इस मामले में आरोप है कि अग्निमित्रा पॉल ने अपने सुरक्षाकर्मियों और समर्थकों के साथ विरोध स्थल में घुसने का प्रयास किया।

अग्निमित्रा पॉल ने पूरे मामले में दी सफाई
हालांकि, उन्होंने पत्रकारों से कहा: मैं विरोध प्रदर्शन में भाग लेने या इसे राजनीतिक रंग देने के लिए वहां नहीं गई थी। मैं भाजपा कार्यालय जाने के लिए उस इलाके से गुजर रही थी, जो पास में ही है। छात्रों के आंदोलन के कारण पार्टी कार्यालय के दोनों छोर की सड़कें बंद थीं। मैं जूनियर डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करती हूं, मैं उनके साथ शामिल होने वहां नहीं गई थी।

आंदोलन के राजनीतिकरण का लगा आरोप
जबकि आंदोलनकारी डॉक्टरों में से एक ने दावा किया कि अग्निमित्रा पॉल आंदोलन का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही थीं। वहीं मामले में एक डॉक्टर ने कहा कि वह विरोध स्थल के पास खड़ी होकर मीडिया से बात कर रही थीं। वह बिना कोई बयान दिए आसानी से गुजर सकती थीं। वह एक राजनीतिक टिप्पणी कर रही थीं, यही वजह है कि हमने ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए।

आरजी कर केस के विरोध में डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी
मंगलवार से स्वास्थ्य भवन के बाहर धरने पर बैठे थे जूनियर डॉक्टर आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले को कथित तौर पर गलत तरीके से संभालने के लिए वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों और कोलकाता पुलिस आयुक्त को हटाने की मांग कर रहे थे।

अपने विवादित बयान पर सुशील कुमार शिंदे ने दी सफाई, कहा- उनकी टिप्पणी को समझा नहीं गया

अपने विवादत बयान के कारण सुर्खियों में आए कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने अब सफाई भी पेश की है। उन्होंने कहा, यह हल्की-फुल्की टिप्पणी थी। भाजपा बयान के संदर्भ को नहीं समझ रही है और इस पर टिप्पणी कर रही है। बता दें कि एक दिन पहले उन्होंने अपनी एक किताब के विमोचन के दौरान कहा था गृहमंत्री रहते हुए उन्हें जम्मू-कश्मीर के लाल चौक जाने पर अंदर से डर लग रहा था।

कांग्रेस पर भाजपा ने साधा निशाना
बता दें कि पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के इस बयान से कांग्रेस पार्टी की जमकर फजीहत हुई है। भाजपा ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए यूपीए सरकार के दौरान उनके दावे पर करारा हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि गृह मंत्री बनने से पहले मैं शिक्षाविद् विजय धर मिलने गया था। इस दौरान वो मुझे सलाह भी देते थे। उन्होंने मुझे सलाह दी कि मैं इधर-उधर न घूमूं, बल्कि लाल चौक जाऊं, लोगों से मिलूं और डल झील घूमू। हालांकि उस सलाह से मुझे प्रसिद्धि मिली और लोगों को लगा कि यहां एक गृह मंत्री है जो बिना किसी डर के वहां जाता है, लेकिन मैं किसे बताऊं कि मैं अंदर से बहुत डर गया था।

कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे ने ये बातें अपने ऊपर लिखी एक किताब के विमोचन के मौके पर कहीं, इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और दिग्विजय सिंह जैसे दिग्गज कांग्रेस नेता भी मौजूद थे। यह किताब रशीद किदवई ने लिखी है।

दस सीटों के उपचुनाव के लिए बुलाई मंत्रियों की बैठक, हो सकती है सीटवार समीक्षा

लखनऊ:  प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में सरगर्मी बढ़ने लगी है। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार की शाम साढ़े चार बजे अपने आवास पांच कालिदास मार्ग पर सभी मंत्रियों की बैठक बुलाई है। इसमें कैबिनेट मंत्रियों के साथ ही राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार व राज्यमंत्रियों को बुलाया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बैठक को लेकर मंगलवार को पत्र जारी कर दिया है। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में मुख्यमंत्री उपचुनाव की तैयारियों, स्वच्छता पखवाड़ा, सदस्यता अभियान पर चर्चा कर सकते हैं। इसके साथ ही प्रभारी मंत्रियों से उनकी रिपोर्ट भी ले सकते हैं। योगी अपने मंत्रियों को विभागीय व आमजन से जुड़ी योजनाओं को धरातल पर उतारने के कामों में तेजी लाने के निर्देश दे सकते हैं। चर्चा इस बात की भी हैं कि यहां सीटवार समीक्षा भी हो सकती है।

2017 से पहले संभव नहीं थीं पारदर्शी भर्तियां : योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2017 के पहले शुचितापूर्ण भर्ती संभव नहीं थी। उस समय सभी आयोग व बोर्डों पर सवाल उठते थे। आज भी तमाम मामलों में सीबीआई जांच चल रही है। उस समय सरकारों की कार्यपद्धति से युवाओं के भविष्य से न सिर्फ खिलवाड़ किया गया, बल्कि प्रदेश को पहचान के संकट से भी गुजरना पड़ा।

सीएम मंगलवार को लोकभवन में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से चयनित अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में 647 वन रक्षकों व वन्यजीव रक्षकों और 41 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अवर अभियंताओं को नियुक्ति पत्र वितरित किया गया। सीएम ने कहा कि नियुक्ति पाने वाले 688 में से 124 से अधिक बालिकाएं हैं।

सीतापुर में भीषण सड़क हादसा, आमने-सामने टकराए तेज रफ्तार ट्रक, दो की दर्दनाक मौत

लखनऊ: सीतापुर महोली कोतवाली क्षेत्र के हाईवे पर कारीपाकर गांव के निकट आमने-सामने हुई ट्रक व कंटेनर की भिड़ंत में दोनों चालकों की मौत हो गयी व एक खलासी गंभीर घायल हो गया। मालूम हो कि कोतवाली क्षेत्र में कारीपाकर गांव के निकट बीती रात शाहजहांपुर से सीतापुर की तरफ गलत दिशा में जा रहे कंटेनर व सीतापुर से शाहजहांपुर की तरफ जा रहे ट्रक की आमने-सामने भिड़ंत हो गई।

टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि गलत दिशा में जा रहा कंटेनर पलट कर दूसरी साइड में जा गिरा ।जिसमें कंटेनर चालक बागपत निवासी संजीव (45) की मौत हो गई। वहीं, खलासी अरशद मामूली रूप से चोटिल हुआ है। जबकि ट्रक चालक बरेली के गौसगंज बम्हौरा निवासी महावीर सिंह (35) की भी मौत हुई है।

खलासी बदायूं निवासी अनिल (35) गंभीर घायल हुआ है जिसे चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने दोनों वाहनों को जेसीबी की मदद से हाईवे से किनारे किया है। वहीं, घायलों को सीएचसी व जिला मुख्यालय भिजवाया है।

छात्रों और पुलिस के बीच झड़प के बाद हालात तनावपूर्ण; कांग्रेस सांसद ने अमित शाह को लिखा पत्र

इंफाल:  मणिपुर पिछले साल से हिंसा की आग में सुलग रहा है। कुकी और मैतेई समुदाय के बीच शुरू हुई हिंसा को एक साल से ज्यादा वक्त बीत चुका है, लेकिन अभी तक हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। हालांकि, राजभवन तक मार्च के दौरान छात्रों की सुरक्षा बलों के साथ झड़प के बाद बुधवार को स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में रही। वहीं, आंतरिक मणिपुर से कांग्रेस सांसद ए बिमोल अकोइजाम ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर हिंसा संकट पर गहरी पीड़ा व्यक्त की है। यहां लगातार शांति बहाली के दावे धराशाई हो रहे हैं।

आज सुबह भी कर्फ्यू जारी
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य की राजधानी इंफाल में मंगलवार दोपहर लगाया गया कर्फ्यू आज सुबह भी जारी रहा। जबकि अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए शहर में पुलिसकर्मियों की लगातार गश्त जारी है। उन्होंने कहा कि हालात तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में हैं।

बदतर होती कानून-व्यवस्था को लेकर छात्रों ने निकाला मार्च
मणिपुर में बदतर होती कानून-व्यवस्था को लेकर छात्रों ने मंगलवार को राजभवन की ओर मार्च किया था। छात्रों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में कई छात्र जख्मी हो गए थे। छात्रों की मांग है कि राज्य के डीजीपी और सुरक्षा सलाहकार खराब होती कानून-व्यवस्था से निपटने में नाकाम रहे हैं। इस कारण उन्हें पद से हटाया जाए। वे अपनी इसी मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए राजभवन की ओर कूच कर रहे थे।

पांच जिलों में इंटरनेट पर लगी रोक
सरकार ने मंगलवार शाम को एक संशोधित आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि छात्रों के आंदोलन के मद्देनजर इंटरनेट सेवाओं पर लगी रोक सिर्फ घाटी के पांच जिलों में लागू होगी।

प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने लिए दागे आंसू गैस के गोले
पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान नारे लगाए। सुरक्षाकर्मियों पर पत्थर और कंचे फेंके। इससे पुलिसकर्मियों को उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े। विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम जिलों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया।

मदरसा मामले में NCPCR का सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा, कहा- शिक्षा का सही माहौल नहीं

नई दिल्ली: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के 22 मार्च के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया। दरअसल, हाईकोर्ट ने ‘यूपी बोर्ड ऑफ मदरसा एजुकेशन एक्ट 2004’ को रद्द कर दिया था। इसी फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी गई है।

मदरसे में बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा व्यापक नहीं
एनसीपीसीआर का कहना है कि मदरसे में बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा व्यापक नहीं है और इसलिए यह शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई एक्ट), 2009 के प्रावधानों के खिलाफ है। आयोग ने आगे कहा कि मदरसों में बच्चों को औपचारिक और सही गुणवत्ता की शिक्षा नहीं मिल रही है। मदरसे शिक्षा के अधिकार कानून के तहत भी नहीं आते इसलिए वहां के बच्चे आरटीई एक्ट के तहत मिलने वाले लाभ नहीं ले पाते।

एक स्वस्थ वातावरण और विकास के बेहतर अवसरों से भी वंचित
आगे कहा कि बच्चों को न केवल एक उपयुक्त शिक्षा से वंचित किया जाता है, बल्कि एक स्वस्थ वातावरण और विकास के बेहतर अवसरों से भी वंचित किया जाता है। उन्हें मिड डे मील, यूनिफॉर्म और प्रशिक्षित टीचरों जैसी सुविधाएं नहीं मिल पाती। मदरसों में कई शिक्षक ऐसे होते हैं, जिन्हें कुरान और धार्मिक ग्रंथों की जानकारी के आधार पर नियुक्त कर लिया जाता है। उन्होंने खुद ही शिक्षक बनने के लिए जरूरी ट्रेनिंग नहीं ली होती है।

गैर-मुस्लिमों को इस्लामी धार्मिक शिक्षा दी जा रही
हलफनामे में कहा गया, ‘ऐसे संस्थान गैर-मुस्लिमों को इस्लामी धार्मिक शिक्षा भी प्रदान कर रहे हैं, जो भारत के संविधान के अनुच्छेद 28 (3) का उल्लंघन है। मदरसे में शिक्षा प्राप्त करने वाला बच्चा स्कूल में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम के बुनियादी ज्ञान से वंचित रहेगा।’

आयोग ने कहा कि मदरसे न केवल शिक्षा के लिए असंतोषजनक और अपर्याप्त मॉडल पेश करते हैं, बल्कि उनके कामकाज का तरीका भी मनमाना है जो पूरी तरह से शिक्षा के अधिकार अधिनियम, 2009 की धारा 29 के तहत निर्धारित पाठ्यक्रम और मूल्यांकन प्रक्रिया का अभाव है।

यह है मामला
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने 22 मार्च को यूपी बोर्ड ऑफ मदरसा एजुकेशन एक्ट 2004 को असंवैधानिक करार दिया। अदालत ने कहा था कि यह एक्ट धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का उल्लंघन करने वाला यानी कि इसके खिलाफ है। जबकि धर्मनिरपेक्षता संविधान के मूल ढांचे का अंग है। कोर्ट ने राज्य सरकार से मदरसे में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को बुनियादी शिक्षा व्यवस्था में तत्काल समायोजित करने का निर्देश दिया था। साथ ही सरकार को यह भी सुनिश्चित करने का आदेश दिया था कि छह से 14 साल तक के बच्चे मान्यता प्राप्त संस्थानों में दाखिले से न छूटें।

जब बढ़िया हेयरस्टाइल बनाकर सेट पर आई थीं फरीदा जलाल, गुलजार ने टोका तो आ गया था गुस्सा

फरीदा जलाल फिल्म और टीवी जगत की मशहूर अभिनेत्री हैं। उन्होंने अपने लंबे फिल्मी करियर में कई कलाकारों और निर्देशकों के साथ काम किया है। उन्होंने साल 1963 में बतौर बाल कलाकार फिल्म ये रास्ते है प्यार के से अपने करियर की शुरूआत की थी और 1975 में गुलजार द्वारा निर्देशित ‘खुश्बू’ फिल्म में काम किया था। हाल ही में, फरीदा ने गुलजार के साथ अपने काम करने के अनुभव को साझा किया है।

‘खुश्बू’ के सेट पर फरीदा एक आकर्षक हेयरस्टाइल के साथ पहुंची थीं तो गुलजार ने उन्हें सादा रहने की हिदायत दी थी। साथ ही कहा था कि अगर वो ऐसी दिखेंगी तो वे हेमा मालिनी से क्या कहेंगे। बता दें कि इस फिल्म में हेमा मालिनी और जितेंद्र ने मुख्य भूमिका निभाई थी। फरीदा ने अशोक पंडित शो में बताया कि गुलजार फिल्म के सेट पर हर तरह के ग्लैमर को खत्म करने पर जोर दिया करते थे।

फरीदा के लिए गुलजार ऐसे शख्स रहे, जिन्होंने फरीदा की क्षमता का उन्हें एहसास कराया। फरीदा ने बताया कि गुलजार ने उन्हें समझाया था कि उन्हें अपना काम दिखाना है, ग्लैमर वगैरह नहीं। फिल्म के एक सीन के लिए गुलजार ने उन्हें बताया था कि कैसे रोना और चीखना है। वो शॉट अच्छा गया था और बाद में जब फरीदा की संजीव कुमार से एक फिल्म के सेट पर मुलाकात हुई थी तो उन्होंने फरीदा की तारीफ की थी।

फरीदा ने बताया कि वो सजना-संवरना चाहती थीं और जब गुलजार ने उन्हें टोका था तो उन्हें गुस्सा भी आया था। हालांकि, बाद में उन्होंने गुलजार की बात मान ली थी। ‘खुश्बू’ फिल्म से दर्शकों को हेमा मालिनी और जितेंद्र का नया अवतार देखने को मिला था। इससे पहले वो परदे पर ग्लैमरस ही दिखाई देते थे। इसके लिए फरीदा ने गुलजार की तारीफ भी की।

‘लुटेरा’ के खराब प्रदर्शन से परेशान थे रणवीर सिंह! गुलशन देवैया ने किया खुलासा

गुलशन देवैया का नाम बॉलीवुड के उभरते हुए सितारों में शुमार है। जिन्होंने अपनी अदाकारी से साबित किया है कि सफल होने के मेहनत और कौशल की जरूरत होती है। हमेशा अलग तरह की भूमिका निभाने के लिए गुलशन पहचाने जाते हैं। गुलशन को संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘गोलियों की रासलीला राम-लीला’ से लाइमलाइट मिलनी शुरू हुई। इस फिल्म में भले ही दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह मुख्य किरदार थे, लेकिन गुलशन ने भवानी के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई।

हाल ही में गुलशन देवैया ने लेहरन रेट्रो से बातचीत में अपने करियर के मुश्किल समय के दौरान रणवीर सिंह के साथ काम करने के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि रणवीर की ऊर्जा जबरदस्त थी और ‘लुटेरा’ के लिए प्रशंसा के बावजूद, फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। गुलशन ने यह भी कहा कि रणवीर इससे निराश थे।

बातचीत में गुलशन ने कहा, ‘उस समय उनकी फिल्में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही थीं। हालांकि, उन्हें निर्देशक विक्रमादित्य मोटवानी की ‘लुटेरा’ के लिए बहुत सराहना मिली, लेकिन व्यावसायिक तौर पर यह अच्छी नहीं रही। मुझे लगता है कि इससे उन पर असर पड़ना शुरू हो गया था, चाहे वह ऐसा चाहते हों या नहीं। उनकी पहली फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ ने अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन उनकी दूसरी फिल्म ‘लेडीज वर्सेज रिकी बहल’ औसत रही।’

गुलशन आगे कहते हैं, ‘हालांकि उन्हें वह स्टारडम मिल रहा था, लेकिन ऐसी फिल्में आपको अप्रत्याशित अवसर देती हैं और आप उम्मीद करते हैं कि लोग इसे पसंद करेंगे, क्योंकि यह एक बहुत ही खूबसूरत कहानी है जिसे एक बहुत अच्छे निर्देशक ने बनाया है और लोगों को यह उतना पसंद नहीं आया जितना वे चाहते थे।’

आज का राशिफल: 11 सितम्बर 2024

मेष राशि: 
आज का दिन आपके लिए आनंदमय रहने वाला है। आपके परिवार में छोटे बच्चे आपसे किसी चीज को लेकर जिद कर सकते हैं। आपकी खर्च करने की आदत को लेकर समस्या आएगी, क्योंकि आपके काम लटकेंगे। आप अपने धन को संचय करने को लेकर प्लानिंग करें। परिवार में किसी सदस्य को नई नौकरी की प्राप्ति हो सकती है। आपको अपनी सेहत में गिरावट महसूस हो, तो आप समय रहते डॉक्टरी परामर्श न ले, नहीं तो आपकी समस्या बढ़ सकती है। आप किसी से कोई वादा बहुत ही सोच विचारकर करें।
वृष राशिः 
आज का दिन राजनीति में कार्यरत लोगों के लिए अच्छा रहने वाला है। अपने जीवनसाथी को लेकर किसी रोमांटिक डेट पर जाने की प्लानिंग कर सकते हैं। आप किसी काम को लेकर जल्दबाजी न दिखाएं। आपको किसी गलती के लिए कार्यक्षेत्र में अपने अधिकारियों से डांट खानी पड़ सकती है। आपका मन किसी काम के पूरा न होने से थोड़ा परेशान रहेंगे। आप अपने मित्रों के साथ किसी पार्टी को करने की योजना बनाएंगे। आपके पिताजी आपसे बिजनेस को लेकर कुछ बातचीत कर सकते हैं।
मिथुन राशि : 
आज का दिन आपके लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है। जीवनसाथी का आपको भरपूर साथ मिलेगा। आप किसी महत्वपूर्ण काम को लेकर योजना बनाएंगे और संतान आपकी उम्मीदों पर खरी उतरेगी। आपके किसी मित्र की सेहत आपको परेशान करेगी। आप अपनी पारिवारिक समस्याओं को लेकर कुछ उलझन में रहेंगे। आपका निर्णय लेने की क्षमता बेहतर रहेगी। आपको किसी काम के पूरा होने से खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा, जो लोग सिंगल है, उनकी उनके साथी से मुलाकात हो सकती है।
कर्क राशि: 
आज का दिन आपके लिए मान सम्मान में वृद्धि लेकर आने वाला है। आपके कामों की गति थोड़ा तेज रहेगी, जिसे देखकर परिवार के सदस्यों को खुशी होगी। आपकी किसी नई नौकरी की प्राप्ति होने से माहौल खुशनुमा रहेगा। पारिवारिक समस्याओं को आप मिल बैठकर दूर करने की योजना बनाएं, तो आपके लिए बेहतर रहेगा। आपका किसी प्रॉपर्टी को लेकर वाद विवाद खड़ा हो सकता है। पिताजी आपसे किसी बात को लेकर नाराज रहेंगे। माताजी से कोई जिम्मेदारी मिल सकती है।
सिंह राशि: 
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहने वाला है। आपको अपने कामों को लेकर सावधान रहने की आवश्यकता है। बिजनेस के मामले में आज का दिन आपके लिए अच्छा रहेगा और आपको किसी योजना का पूरा लाभ मिलेगा। आपको अपने कामों पर पूरा भरोसा रखने की आवश्यकता है। आपको अपने किसी मित्र की कोई बात बुरी लग सकती है। आपके शत्रु आपके कामों में रोड़ा अटकाने की कोशिश करेंगे। आपकी कोई मन की इच्छा पूरी होने से परिवार में किसी पूजा पाठ आदि का आयोजन हो सकता है। विद्यार्थी किसी प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं।
कन्या राशि: 
आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। आप अपने मित्रों के साथ किसी पार्टी को करने की योजना बना सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपके प्रयास बेहतर रहेंगे। आपको अपनी वाणी और व्यवहार पर संयम बनाए रखना होगा। ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति से यदि आप कोई मदद मांगेंगे, तो वह आपको आसानी से मिल जाएगी। आप किसी काम को लेकर जल्दबाजी दिखाएंगे, तो उसमें आपसे कोई गड़बड़ी हो सकती है। आपके घर किसी अतिथि का आगमन हो सकता है।
तुला राशिः 
आज का दिन आपके लिए सुखमय रहने वाला है। परिवार में किसी शुभ व मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन कर सकते है, जिसमें परिवार के सभी सदस्य प्रसन्न रहेंगे। जीवनसाथी के साथ आप कुछ मौज मस्ती भरे पल व्यतीत करेंगे, जिनके लिए आप उन्हें कहीं बाहर लेकर जा सकते हैं। आपको अपनी संतान की फरमाइश पर किसी नए वाहन की खरीदारी करना अच्छा रहेगा। आपके जीवन में उत्साह भरपूर रहेगा। आपका काम पूरा होने से आपकी खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा।
वृश्चिक राशिः 
आज का दिन आपके लिए खुशियां लेकर आने वाला है। आप अपनी आय को ध्यान में रखकर व्यय करेंगे, तो आपके लिए बेहतर रहेगा। आपको कुछ नए कामों को करना बेहतर रहेगा। आप अपने सहयोगियों से किसी मन की बात को लेकर बातचीत कर सकते हैं। आप किसी काम को लेकर जल्दबाजी न दिखाएं और आप अपने खान-पान पर नियंत्रण रखें, नहीं तो आपको कोई पेट से संबंधित समस्या होने की संभावना है। आप अपनी दिनचर्या पर पूरा ध्यान दें, क्योंकि आप काम पर अधिक ध्यान देंगे, जिस कारण आप आराम के लिए भी समय नहीं निकाल पाएंगे।
धनु राशिः 
आज का दिन आपके लिए उत्तम रूप से फलदायक रहने वाला है। आपके परिवार में किसी नए मेहमान का आगमन हो सकता है, जिससे आप फूले नहीं समाएंगे। बिजनेस में अगर कोई प्रोजेक्ट यदि रुका हुआ था, तो उसकी शुरुआत हो सकती है। आपको किसी काम को लेकर मेहनत अधिक करनी होगी। आप अपने घर के रेनोवेशन पर भी अच्छा खासा धन खर्च करेंगे। आपका किसी मांगलिक कार्यक्रम में सम्मिलित होने का मौका मिलेगा। आप परिवार के सदस्यों के साथ किसी सांस्कृतिक उत्सव में सम्मिलित हो सकते हैं।
मकर राशिः 
मकर राशि के जातकों के लिए आज का दिन खर्चो से भरा रहने वाला है। आपका कोई काम लंबे समय से रुका हुआ था, तो उसके पूरा होने की संभावना है। आपको अपनी तरक्की की राह में आ रही बाधाओं को दूर करना होगा। माता-पिता की सेवा के लिए भी आप कुछ समय निकालेंगे। आप अपने जीवनसाथी के लिए कोई उपहार बहुत ही सोच समझकर लाने की आवश्यकता है, क्योंकि इसका असर आपकी जेब पर पड़ेगा, जो जातक सरकारी नौकरी की तैयारी में लगे हैं, उन्हें कोई मेहनत करने की आवश्यकता है।
कुंभ राशिः 
कुंभ राशि के जातकों को वाहन बहुत ही सोच विचारकर चलाने की आवश्यकता है। आपके जीवन में खुशियां रहेंगी, लेकिन आपको उनके लिए समय निकालना होगा। आप संतान के कामों का पूरा सहयोग देंगे और आपकी यदि किसी से कहासुनी हो, तो आप उसमें कुछ बहुत ही सोच विचारकर बोले। आपको अपने परिवार में किसी सदस्य से कोई सलाह लेनी पड़ सकती है। पारिवारिक बिजनेस में आपको अपने कामों को लेकर यात्रा पर जाना पड़ सकता है।
मीन राशिः 
आज का दिन आपके लिए परोपकार के कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए रहेगा। आपकी धार्मिक कार्यों के प्रति रुचि बढ़ेगी और आपको बिजनेस में भी मन मुताबिक लाभ मिलेगा, लेकिन आपको संतान की संगति पर आपको विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। पारिवारिक जीवन में आपसे तालमेल बेहतर रहेगा। आप अपने जीवन साथी को लेकर कहीं शॉपिंग पर जाने की योजना बना सकते हैं। आप अत्यधिक मात्रा में किसी को धन उधार देने से बचें।

यात्रा मार्ग पर पल-पल भूस्खलन का खतरा…दो महीने में 20 लोगों की मौत, 20 हुए लापता

रुद्रप्रयाग:  गत दो माह में केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भूस्खलन व अतिवृष्टि से यात्रियों व स्थानीय समेत 20 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 लापता हैं। सोनप्रयाग से केदारनाथ तक हाईवे और पैदल मार्ग भूस्खलन की दृष्टि से अति संवेदनशील है और यहां पग-पग पर जानमाल की क्षति का खतरा बना है।

गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर बीते 21 जुलाई को तड़के चार बजे चीरबासा में भारी भूस्खलन की चपेट में आने से तीन यात्रियों की मौत हो गई थी। इस दौरान पहाड़ी से बड़े-बड़े बोल्डर और टनों मलबा गिरा था, जिससे पांच यात्री घायल भी हो गए थे। इसके बाद बीते 31 जुलाई की देर शाम को भीमबली से लिनचोली के बीच अतिवृष्टि से हजारों यात्री फंस गए थे। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड सहित स्थानीय लोगों के द्वारा 13 हजार से अधिक लोगों का रेस्क्यू किया गया।

इस दौरान मलबे से सात शव भी बरामद किए गए थे, जिनमें से छह की शिनाख्त हो चुकी है। अतिवृष्टि के बाद 23 लोगों के लापता होने की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी उनके परिजनों ने पुलिस में दर्ज कराई थी, जिसमें 20 का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। वहीं 9 सितंबर को रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर सोनप्रयाग के एक किमी आगे भूस्खलन से 5 यात्रियों की मौत हो गई।

दो अगस्त 2023 की रात्रि को रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर गौरीकुंड डाट पुल के समीप पहाड़ी से भारी भूस्खलन से तीन कच्ची दुकानें मलबे में बहकर मंदाकिनी नदी में समा गईं थीं। इन दुकानों में रुके 23 लोग भी हादसे का शिकार हो गए थे, जिसमें 10 के शव तो मिल गए थे, पर 13 का आज तक पता नहीं लग पाया है।