Wednesday , January 1 2025

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आज भारत-पाक की टीम के बीच होगा महामुकाबला, क्या मैच के दुबई में होने से पाकिस्तान को हैं फायदा ?

शिया कप में आज भारत-पाकिस्तान  आमने सामने होंगे। इस महामुकाबले से दोनों  टीमें अपनी जीत का दम भर रही है।एक बार फिर दोनों टीमें उसी मैदान पर क्रिकेट के उसी सबसे छोटे फॉर्मेट में आमने-सामने होने जा रही है।

इन दो टीमों के बीच पिछली भिड़ंत इसी मैदान पर टी20 विश्व कप के दौरान हुई थी जहां, कम अनुभवी पाकिस्तानी टीम ने अप्रत्याशित रूप से टीम इंडिया को दस विकेट से मात देकर विश्व कप में भारत के खिलाफ चले आ रहे हार के सिलसिले को तोड़ा था।पाकिस्तान की ताकत उसके टॉप 3 बल्लेबाज  हैं, पाकिस्तान के फखर जमां टी-20 साइड में नंबर-3 पर खेलते हैं।

बाबर-रिजवान की जोड़ी के बाद वही पारी को आगे बढ़ाएंगे, भले ही उनका रिकॉर्ड बेहतर ना हो लेकिन भारत के खिलाफ उनका बल्ला बोलता है। इसलिए टीम इंडिया अगर टॉप-3 बल्लेबाजों को रोकती है, तो बेहतर होगा। भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले 10 वर्षों से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली गई और ऐसे में वह किसी बड़े टूर्नामेंट में ही आमने-सामने होते हैं। इस तरह से हुए एक दूसरे के खिलाड़ियों के खेल से अपरिचित रहते हैं।

शाहीन शाह अफरीदी के खेल में कितना निखार आ गया है और इसका परिणाम यह रहा भारतीय टीम को 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। अफरीदी ने अपने पहले दो ओवर में ही भारतीय खेमे में खलबली मचा दी थी।

अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट का कल से होगा आगाज, नोवाक जोकोविच इस वजह से नहीं लेंगे हिस्सा

कोविड-19 टीकाकरण नहीं करवाने के कारण वर्ल्ड नं. नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच   29 अगस्त से खेले जाने वाले यूएस ओपन से चूक जाएंगे.

मौजूदा सीजन में यह दूसरी बार है जब जोकोविच टीकाकरण नहीं करवाने के कारण किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में नहीं खेल पा रहे हैं. वह इससे पहले सत्र के पहले ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियाई ओपन में भी इसी कारण से नहीं खेल पाए थे.

स्पेन के इस दिग्गज ने न्यूयॉर्क में चार खिताब जीते हैं लेकिन 2019 के बाद वह यहां पहली बार खेल रहे हैं. स्पेन ने 36 साल के नडाल ने जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन और जून में फ्रेंच ओपन का खिताब जीता जबकि वह जुलाई में विंबलडन सेमीफाइनल में भी पहुंचे लेकिन पेट की मांसपेशियों में चोट के कारण टूर्नामेंट से हट गए.

जोकोविच के कोविड -19 के खिलाफ टीका नहीं लगाने के फैसले का मतलब है कि उन्होंने इस साल अपनी दौड़ में शामिल होने के अवसरों को गंवा दिया है। नौ बार के ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन मेलबर्न में खेलने में असमर्थ थे और यूएस ओपन से भी चूक सकते थे, हालांकि उन्होंने हाल ही में कहा था कि यूएस ओपन के लिए उनकी “उंगलियों को पार” किया गया था।

क्या आप भी नहीं करते हैं अपने Google Chrome की सफाई तो पढ़े ये जरुरी खबर

कंप्यूटर पर इंटरनेट चलाते वक्त कई लोगों की आदत होती है कि वे बार-बार ब्राउजर के वेब पेज को रिफ्रश करते हैं जबकि ब्राउजर खुद ब खुद रिफ्रेश हो सकता है। जब भी हम इंटरनेट को ब्राउज करते हैं हमारा कंप्यूटर विजिट किये गए पेज के कुछ हिस्सों और पेज पर मौजूद तस्वीरों को याद कर लेता है.

इसकी मदद से आप जब भी दोबारा उस साइट पर विजिट करते हैं आपका पेज जल्दी से खुल जाता है. इसी को Cache या फिर Cache Memory कहते हैं.अगर आप अपने कंप्यूटर में क्रोम और मोजिला जैसे ब्राउजर का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करते हैं। ब्राउजर में इसे इंस्टॉल करने के बाद आपको ऊपर वाली पट्टी में क्लिक करना होगा जिससे आप समय सेट करने का विकल्प आ जाएगा।

  • अपने पीसी पर Chrome ओपन और ऊपरी दाएं कोने में तीन-डॉट बटन पर .
  • More Tool का चयन करें और ब्राउज़िंग डेटा साफ करें.
  • इन सभी बॉक्स का चयन करें: Browsing History, Download History, Cookies और अदर साइट डेटा.
  • आप अगर चाहें तो Basic Setting पर जाकर सभी खानों को दोबारा Re Check कर सकते हैं और समय के अनुसार भी ब्राउजिंग हिस्ट्री साफ कर सकते हैं.
  • अब जाकर Clear Data पर .

तो क्या सच में इंस्टाग्राम शेयर कर रहा हैं अपने यूजर्स की लोकेशन, जानें क्या है मामला

फोटो-वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम (Instagram) में यूजर्स की सुरक्षा को लेकर बड़ा दावा किया जा रहा है। दावे के अनुसार इंस्टाग्राम यूजर्स की सटीक लोकेशन को शेयर करता है, जिससे हैकर्स और स्टॉकर्स तक आसानी से यूजर्स की जानकारियां पहुंच रही हैं।

पोस्ट में कहा गया है कि हाल ही में आईओएस अपडेट लोगों को इंस्टाग्राम से आपकी सटीक लोकेशन खोजने में सक्षम बनाता है। इसमें आगे कहा गया है कि अपराधी और पीछा करने वाले लोगों को खोजने और उनके घरों में घुसने के लिए इस सुविधा का दुरुपयोग कर रहे हैं।
अब सीईओ एडम मोसेरी ने वायरल हो रहे पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी है। मोसेरी ने एक ट्विटर पोस्ट में इंस्टाग्राम पर लोगों की लोकेशन शेयर करने से इनकार किया है।मोसेरी ने ट्विटर पर एक सूत्र साझा करते हुए लिखा, “स्पष्टता के लिए इसे साझा करना चाहता था।
स्थान सेवाएँ आपके फ़ोन पर सेट किया गया एक उपकरण है, न कि Instagram की कोई नई सुविधा, और यह स्थान टैग जैसी चीज़ों को शक्ति प्रदान करती है। हम आपका स्थान अन्य लोगों के साथ साझा नहीं करते हैं।”

इंडियन कोस्ट गार्ड ने रिक्त पदों पर युवाओं के लिए निकाली भर्ती, ऐसे करें अप्लाई

इंडियन कोस्ट गार्ड ने नाविक (जनरल ड्यूटी), नाविक (डॉमेस्टिक ब्रांच) और यांत्रिक (डॉमेस्टिक ब्रांच) कें पदों पर भर्तियां निकाली है। इस भर्ती के माध्यम से कुल 300 पद भरें जाने हैं।

इंडियन कोस्ट गार्ड द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक इन पदों पर आवेदन 8 सितंबर 2022 से शुरू हो रहे हैं। इन पदों पर जिन भी उम्मीदवारों को अप्लाई करना है .

आवेदन से जुड़ी मुख्य तारीखें 

– आवेदन शुरू होने की तारीख – 8 सितंबर 2022

– आखिरी तारीख – 22 सितंबर 2022

आयु सीमा 

– इन पदों पर आवेदन के लिए उम्मीदवार की आयु 18 से 22 साल के बीच होनी चाहिए।

योग्यता 
– इन पदों पर आवेदन के लिए उम्मीदवार का 10वीं पास होना अनिवार्य है।

– अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन को देखें।

आवेदन शुल्क 

जनरल – 250

एससी/एसटी- शून्य

चयन प्रक्रिया 

इन पदों पर उम्मीदवारों का चयन तीन फेज की लिखित परीक्षा के माध्यम से किया जाएगा।

 

वजन कम करने के लिए बेहद आवश्यक हैं अंजीर का सेवन

भागदौड़ भरी लाइफ में थकावट होना आम बात है, लेकिन उल्टा सीधा खानपान आपकी सेहत पर बुरा असर डालता है। सुबह जल्दी ऑफिस जाने के चक्कर में ज्यादातर लोग अपनी सेहत पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते गलत लाइफस्टाइल और फिजिकल एक्टिविटी नहीं होने से लोगों को कमजोरी आसानी से घेर लेती है।

 

स्पर्म काउंट बढ़ता है, अंजीर विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होता है, लिहाजा यह शरीर को कई तरह की दूसरी बीमारियों से भी दूर रखता है. जो भी पुरुष यौन संबंधी समस्या से जूझ रहे हैं, वो दूध के साथ अंजीर खा सकते हैं. इसके अलावा अंजीर का सेवन लंबे समय तक जवां रखने में भी मदद करता है।

1 – अंजीर में उच्च मात्रा में पोटैशियम होता है जो आपके शरीर में शुगर के स्तर को नियंत्रित रखता है।
2 –अंजीर में फाइबर होता है. ये कब्ज की समस्या को दूर करने का काम करता है।
3 –अंजीर में फाइबर होता है. ये वजन कम करने के लिए आवश्यक है।
4 –अंजीर आपके शरीर को अच्छी मात्रा में फाइबर देने का काम करता है।
5 –अंजीर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
6 –अंजीर में कैल्शियम होता है. ये आपकी हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

 

 

 

 

शाम के नाश्ते में घर पर बनाएं पोटैटो-पनीर वडा, देखें इसकी रेसिपी

सामग्री :

3 आलू, 250 ग्राम पनीर, 150 ग्राम बेसन, 2-3 कटी हरी मिर्च, पाव कटोरी अनार दाने, 1/2 छोटा चम्मच भुना जीरा, नमक स्वादानुसार, आधा कटोरी कार्नफ्लोर, छोटा चम्मच गर्म मसाला, तेल (तलने के लिए)।

 

विधि :

वेलेंटाइन डे पर अपने प्रेमी का दिल जीतने के लिए आप क्रिस्पी पोटैटो-पनीर बड़ा बनाना चाहती है तो सबसे पहले आलू को उबालें, छिले और मसल लें। अब बेसन में स्वादानुसार नमक व कॉर्नफ्लोर मिलाकर अच्छे से फेंट कर घोल बना लें। पनीर को स्लाइसों में काट लें। मसले हुए आलू में हरी मिर्च, नमक व सभी मसाले मिला दें।

एक कड़ाही में तेल गर्म करके दो पनीर स्लाइस के बीच में थोड़ा-सा आलू का मसाला रखें और हाथ से दबा कर गोलाकार करके घोल में लपेट लें। अब इसे धीमी आंच पर सुनहरा होने तक तलें। तैयार Crispy पोटैटो-पनीर बड़े को चटनी के साथ परोसें।

शोध में हुआ खुलासा, ऑफिस से जितनी लेंगे छुट्टियां उतना बढेगा इस चीज़ का खतरा

छुट्टियां स्वास्थ के लिए लाभकारी होती हैं. वैज्ञानिकों ने इस बात की पुष्टि की है. वैज्ञानिकों का बोलना है कि अगर इंसान अपने कार्य से छुट्टियां लेता है तो उसको दिल की बीमारियों का खतरा कम रहता है. इसलिए, अगर आप कार्यालय में कार्य करते-करते थक गए हैं तो छुट्टी लेकर घूमने जरूर जाएं. आप वर्ष में जितनी ज्यादा छुट्टियां लेंगे, आपको मेटाबॉलिज्म सिंड्रोम का खतरा उतना ही कम रहेगा.
कहां हुआ है यह शोध?

इस शोध को न्यूयॉर्क की सिरैक्यूज यूनिवर्सिटी ने किया है । शोध का नेतृत्व फाल्क कॉलेज डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक हेल्थ की सहायक प्रोफेसर डॉक्टर ब्रायस ह्रस्का ने किया. ब्रायस का बोलना है कि वर्ष में जो कर्मचारी जितनी ज्यादा छुट्टी लेते हैं उनको मेटाबॉलिक सिंड्रोम का उतना ही कम खतरा रहता है. दिल से जुड़ी जितनी भी बीमारियां होती हैं उनका कारण मेटाबॉलिक सिंड्रोम ही होता है.

क्या होता है मेटाबॉलिक सिंड्रोम?
मेटाबॉलिक सिंड्रोम, ऐसी परिस्थितियों का समूह होता है जो उच्च रक्त चाप, कोलेस्ट्रोल, ब्लड शुगर लेवल  दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को बढ़ाता है. इसकी वजह से हमारे कमर के इर्द-गिर्द फैट जमा होता है. यह टाइप- 2 डाइबिटीज, तनाव  स्ट्रोक जैसी खतरनाक बीमारियों के लिए जिम्मेदार होता है.

कैसे हुआ यह शोध?
अगर अमेरिका की बात करें तो यहां हर तीसरे में से एक वयस्क मेटाबॉलिक सिंड्रोम से पीड़ित है. मेयो क्लिनिक के आंकड़े बताते हैं कि यह सिंड्रोम जितना कम रहेगा इंसान का वजन संतुलित रहेगा. इस शोध को करने के लिए शोधकर्ताओं ने 63 कर्मचारियों का विश्लेषण किया. इन कर्मचारियों के खून का सैंपल लिया गया  इसकी जाँच की गई.

यदि आप भी डाइट में करते हैं फल व सब्जियों का कम इन्टेक तो पढ़े ये खबर

इन दिनों बैक्टीरिया  वायरस की वजह से फैलने वाले इंफेक्शन लोगों की सेहत, फूड सेफ्टी  इकॉनमी के लिए तेजी से खतरा बनते जा रहे हैं क्योंकि ऐंटिबायॉटिक के प्रति प्रतिरोधक क्षमता  तेजी से बढ़ती जा रही है. साधारण शब्दों में समझें तो कॉमन बीमारियों में प्रयोग होने वाले ऐंटिबायॉटिक्स का बीमारियों पर प्रभाव कम होता जा रहा है.
कोई लक्षण दिखाए बिना वर्षों आंत में छिपे रहते हैं ये सुपरबग्स

पौधों से इंसानों में फैलने वाला ऐंटिबायॉटिक रेजिस्टेंट सुपरबग्स, दूषित सब्जियों का सेवन करने के बाद तुरंत होने वाले डायरिया जैसी बीमारियों से बिलकुल अलग है. इस तरह के सुपरबग्स कई बार बिना कोई लक्षण दिखाए हुए महीनों  वर्षों तक हमारे शरीर के आंत में छिपकर रहते हैं  शरीर में यूरिनरी इंफेक्शन जैसी कई समस्याएं पैदा करते हैं.

  • अगर आपकी डेली डायट में फल  सब्जियों का इन्टेक कम है यानी अगर आप हर दिन के भोजन में फल  सब्जियां कम खाते हैं तो आपको सावधान होने की आवश्यकता है.एक नयी स्टडी में दावा किया गया है कि फल  सब्जियां कम खाने से हर वर्ष लाखों लोग दिल से जुड़ी बीमारियों  स्ट्रोक की वजह से मृत्यु का शिकार हो जाते हैं.
  • अमेरिका के मेरीलैंड स्थित बाल्टीमोर कन्वेन्शन सेंटर में न्यूट्रिशन 2019 नाम की एक बैठक में इस स्टडी के नतीजे जारी किए गए जिसमें यह बताया गया कि कम मात्रा में फलों का सेवन करने से औसतन 7 में 1 आदमी की दिल से जुड़ी बीमारी की वजह से मृत्यु हो जाती है जबकी ठीक मात्रा में सब्जियों का सेवन न करने से 12 में से 1 आदमी की दिल से जुड़ी बीमारी की वजह से मृत्यु हो जाती है.
  • अनुसंधानकर्ताओं की मानें तो वर्ष 2010 में फलों का कम सेवन करने की वजह से दुनियाभर में करीब 18 लाख लोगों की मृत्यु हो गई थी जबकि कम सब्जियां खाने से करीब 10 लाख लोगों की मृत्यु हो गई थी. ये आंकड़े दिखाते हैं कि कम फलों का सेवन करने से मृत्यु के आंकड़े सब्जियां कम खाने की तुलना में करीब 2 गुना है.
  • स्टडी की लीड ऑथर विक्टोरिया मिलर कहती हैं, फल  सब्जियां हमारी डायट का एक ऐसा भाग है जो दुनियाभर में preventable मौतों को रोक सकता है. हमारी स्टडी के नतीजे इस ओर संकेत करते हैं कि दुनियाभर में आबादी के आधार पर ऐसे महत्वपूर्ण कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि लोगों के बीच फल  सब्जियों के सेवन को बढ़ाया जा सके.
  • डायट से जुड़ी गाइडलाइन्स  दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे से जुड़ी स्टडीज के आधार पर अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि हर दिन करीब 300 ग्राम फलों का सेवन महत्वपूर्ण है जो औसतन 2 छोटे सेब के बराबर है. तो वहीं हर दिन करीब 400 ग्राम सब्जियों का सेवन भी बेहद महत्वपूर्ण है जिसमें फलियां भी शामिल हैं जो औसतन करीब 3 कप कच्चे गाजर के बराबर है.

आपके दिमाग को तेज व मजबूत बनाएंगे ये सुपर फ़ूड आइटम्स

शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य का बेहतर रहना भी बेहद महत्वपूर्ण होता है. यदि आपका मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा तो आपके रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हो सकते हैं. दिमाग की मजबूती बेहद महत्वपूर्ण होती है. लोग अपने दिमाग को तेज करने के लिए सप्लीमेंट्स खाते हैं लेकिन यह गलत है.

ब्लूबेरी:
फ्री-रेडिकल्स के हानिकारक प्रभावों से अपने मस्तिष्क की रक्षा करना इसे मजबूत बनाए रखने के लिए जरूरी होता है. ब्लूबेरी में एंटीऑक्सीडेंट होता है जो एक नेचुरल एंथोस्यानिन होता है. यह कंपाउंड दिमाग को मजबूत करने में मदद करता है.

ऑलिव ऑयल:
ऑलिव तेल अल्जाइमर के मरीजों के लिए लाभकारी होता है. इसमें फैटी एसिड  पॉलीफेनॉल होता है जो याददास्त बढ़ाता है  दिमागी शक्ति को मजबूत करता है. ऑलिव तेलमस्तिष्क में सूजन को कम करने  कोशिकाओं को सक्रिय करने का कार्य करता है.

फैटी फिश:
आपके मस्तिष्क का आधे से अधिक भाग फैटी एसिड से बना होता है. फैट आपके मस्तिष्क को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है. आपका शरीर ओमेगा -3 फैटी एसिड से इन पदार्थों का निर्माण करता है.

पत्तेदार सब्जियां:
पत्तेदार सब्जियों में फाइबर, विटामिन्स  मिनरल्स उपस्थित होता है जो दिमाग को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है. इसके अतिरिक्त इसमें फाइटोन्यूट्रिएंट्स होता है जो आपकी याददास्त को बढ़ाता है  अल्जाइमर जैसी समस्याओं को दूर रखता है.