Wednesday , January 8 2025

News Group

ब्यूटी ब्लेंडर की वजह से भी हो सकता हैं कंटैमिनेशन, इन बातों का रखें ध्यान

मेकअप से जुड़ी गलतियां आम तौर पर लोग करते हैं। चलिए मेकअप लगाने वाली गलती तो फिर भी मानी जा सकती है, लेकिन उससे जुड़ी हाईजीन को लेकर की गई गलती आपके लिए बहुत भारी साबित हो सकती है।

 

अगर ब्यूटी ब्लेंडर लगातार साफ नहीं होते, या ठीक से सुखाए नहीं जाते हैं तो उनमें कंटैमिनेशन का काफी रिस्क होता है। ऐसे में स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का अहम कारण आपका मेकअप भी हो सकता है।

बर्मिंघम के वैज्ञानिकों ने इसी पर एक रिसर्च की है। उन्होंने 467 आईलाइनर, लिपस्टिक, मस्कारा, ब्यूटी ब्लेंडर, लिप ग्लॉस आदि टेस्ट किए। इसमें सामने आया कि ब्यूटी ब्लेंडर में सबसे आसानी से और सबसे जल्दी बैक्टीरिया रहता है।

रिसर्च के अनुसार ब्यूटी ब्लेंडर का इस्तेमाल करते समय अक्सर लोग इसे ज़मीन पर गिरा देते हैं। ऐसे में उसमें बैक्टीरिया आ जाता है। इतना ही नहीं कई बार लोग उन्हें एक्सपायरी डेट के बाद भी इस्तेमाल करते रहते हैं जो बहुत ही गलत है।

इससे प्रोडक्ट कंटैमिनेट हो जाता है और इसे हमं आंखों के पास, मुंह के पास, स्किन इन्फेक्शन के समय भी इस्तेमाल करते हैं जिससे सिर्फ स्किन से जुड़ी समस्याएं ही नहीं बल्कि ब्लड पॉइजनिंग, निमोनिया, कंजक्टिवाइटिस सब कुछ होने लगता है।

शाम के नाश्ते में चाय के साथ परोसें टेस्टी Paneer Tikka Sandwich, देखें रेसिपी

पनीर टिक्का सैंडविच बनाने की सामग्री

– 500 ग्राम फेंटा हुआ दही
– 1 टेबलस्पून इलायची पाउडर
-1/2 टेबलस्पून लाल मिर्च पाउडर
– 1/2 टेबलस्पून हल्दी पाउडर

– नमक (स्वादानुसार)
– 2 टेबलस्पून गार्लिक जिंजर पेस्ट
– पनीर
– 3 टेबलस्पून तेल
– 1 शिमला मिर्च (कटा हुआ)
– 2 प्याज
– 2 टमाटर
2 टेबलस्पून तेल ( शिमला मिर्च, प्याज और टमाटर भुनने के लिए)
– ब्रेड

पनीर टिक्का सैंडविच बनाने की विधि

– पनीर टिक्का सैंडविच बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में फेटा हुआ दही, इलायची पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, नमक और लहसुन अदरक का पेस्ट डालकर अच्छी तरह मिला लें।

– जब सारी सामग्री अच्छी तरह मिल जाए, तो उसमें पनीर को डालकर मिला लें।

– अब दूसरी तरफ एक पैन में तेल लगाकर गैस पर गर्म करें।

– जब पैन गर्म हो जाए, तो उसमें दही में फटे हुए पनीर को डालकर अच्छी तरह पका लें।

– जब पनीर अच्छी तरह से पक जाए, तो उसे गैस से उतार लें।

– अब दूसरी तरफ फिर से एक पैन में तेल डालकर शिमला मिर्च, टमाटर और प्याज को हल्का पकने तक भुनें।

– जब सारी सामग्री हल्की भुन जाए, तो उसे गैस से उतार लें।

– अब सेंके हुए ब्रेड के ऊपर सारी सामग्री को डालकर हरी चटनी या टमाटर सॉस के साथ गर्म-गर्म सर्व करें।

हेल्थ को मेंटेन रखने और प्रॉब्लम्स से बचाने के लिए बेहद कारगर हैं लौंग का सेवन

लौंग का भारतीय भोजन के अलावा आयुर्वेदिक नुस्खों में भी खास स्थान है. इसके उपयोग से खाने में स्वाद तो आता ही है. दवाओं के रूप में इसका इस्तेमाल करने से कई हेल्थ प्रॉब्लम में भी फायदा होता है. लौंग में आपकी हेल्थ को मेंटेन रखने और प्रॉब्लम्स से बचाने के कई गुण होते हैं. अगर रोजाना 2 लौंग खाई जाएं तो इसके अद्भुत फायदे मिलते हैं. इन फायदों से आपका शरीर हमेशा के लिए रोगमुक्त हो जाता है.

1. दांतों में होने वाले दर्द में लौंग के इस्तेमाल से निजात मिलती है और यही कारण है कि 99 प्रतिशत टूथपेस्ट में होने वाले पदार्थों की लिस्ट में लौंग खासतौर पर शामिल होती है।

2. खांसी और बदबूदार सांसों के इलाज के लिए लौंग बहुत कारगर है। लौंग का नियमित इस्तेमाल इन समस्याओं से छुटकारा दिलाता है। आप लौंग को अपने खाने में या फिर ऐसे ही सौंफ के साथ खा सकते हैं।

3. सामान्य तौर पर होने वाली सर्दी को लौंग से दुरुस्त किया जा सकता है। आप लौंग के तेल की 10 बूंदों को शहद के साथ मिलाकर दिन में 2 से 3 बार इस्तेमाल करके अपनी सर्दी को ठीक कर सकते हैं।

4. लौंग में दिमागी स्ट्रेस को कम करने का भी गुण होता है। लौंग को आप तुलसी, पुदीना और इलायची के साथ इस्तेमाल करके खुशबूदार चाय बना सकते हैं और चाहें तो यही मिक्स आप शहद के साथ इस्तेमाल करके भी स्ट्रेस से छुटकारा पा सकते हैं।

कमजोरी दूर करने के लिए पपीते का सेवन हैं बेहद फायदेमंद डाले एक नजर

पोषण से भरपूर पपीता कई बीमारियों से दूर रखने में कारगर है। पाचन या भूख न लगने की समस्या से जूझ रहे लोगों को तो हर कोई पपीता खाने की सलाह देता है। पपीता पका हो या कच्चा, इसके अनेक फायदे हैं, लेकिन कई बार इसकी अधिकता नुकसानदेह भी सकती है।

पीता एक ऐसा फल है, जो पोषण से भरपूर तो है ही, इसमें बहुत से औषधीय गुण भी हैं। इन गुणों के कारण इसकी अपनी खास पहचान है। चाहे कच्चा पपीता हो या पका हुआ, दोनों ही स्वास्थ्य की दृष्टि से फायदेमंद है। पपीते में विटामिन ए, विटामिन सी, नियासिन, मैग्नीशियम, कैरोटीन, फाइबर, फोलेट, पोटैशियम, कॉपर, कैल्शियम और कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं।

कमजोरी दूर करने के लिए – बीमारी के कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है. ऐसे में व्यक्ति कमजोरी महसूस करने लगता है. इस दौरान अक्सर डॉक्टर पपीते का सेवन करने की सलाह देते हैं. इसमें मौजूद पौष्टिक तत्व शरीर की कमजोरी दूर करने में मदद करते हैं.

कैंसर के खतरे को कम करने के लिए – पपीते में फोलेट, विटामिन ई और सी, बीटा कैरोटीन जैसे पोषक तत्व होते हैं. ये कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करते हैं.

वजन कम करने के लिए – पपीते में फाइबर, पोटैशियम,फोलेट और विटामिन ए और सी होता है. ये सारे पोषक तत्व आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है. इसमें फाइबर अधिक मात्रा में होता है. ये वजन घटाने में मदद करता है. इससे कब्ज की समस्या दूर होती है. वजन कम करने के लिए आप अपनी डाइट में पपीता भी शामिल कर सकते हैं.

पाचन एंजाइमों के उत्पादन को बढ़ावा देता है अंगूर यहाँ जानिए इसके कुछ लाभ

अंगूर प्राकृतिक रुप से मीठा और बहुत ही स्वादिष्ट फल होता है। डॉक्टरो के अनुसार अंगूर मीठा होने के बाद भी इसमें किसी भी तरह का शुगर नहीं पाया जाता है। अंगूर में जल, शुगर ,सोडियम, पोटेशियम, साइट्रिक एसिड, मैगनेशियम और आयरन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। अंगूर को सुबह सुबह खाली पेट खाना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।

कब्जा की समस्या को रोकने के लिए – अंगूर में फाइबर होता है. ये पाचन एंजाइमों के उत्पादन को बढ़ावा देता है. ये पाचन संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करता है.

थकावट दूर करने के लिए – अंगूर में विटामिन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन और कॉपर होता है. ये आपके शरीर को ऊर्जा देने का काम करता है. इससे थकान से लड़ने में मदद मिलती है.

आंखों के लिए लाभकारी – अंगूर में पॉलीफेनोल्स और रेस्वेराट्रोल आंखों की समस्या को रोकने में मदद करता है. इसमें मैक्युलर डिजनरेशन, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस, सूजन और मोतियाबिंद आदि शामिल है. अंगूर का सेवन अंधेपन की समस्या को दूर करने में भी मदद करता है. इसलिए आंखों को स्वस्थ रखने के लिए भी अंगूर का सेवन कर सकते हैं.

तितली आसन और अनुलोम विलोम की मदद से आप भी खुदको रख सकते हैं कई बीमारियों से दूर

व्यायाम न केवल आपके हृदय, फेफड़े और मांसपेशियों के लिए अच्छा है। शारीरिक गतिविधि आपकी हड्डियों को स्वस्थ रखने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है, चाहे आप युवा हों या बूढ़े।

 

हड्डियाँ जीवित अंग हैं, इरविंग, टेक्सास में मेडिकल सिटी लास कॉलिनस में एक आर्थोपेडिक्स और स्पोर्ट्स मेडिसिन डॉक्टर, कार्मेलिटा टीटर कहते हैं। एक बार जब आप अपने 40 के दशक में पहुंच जाते हैं, तो हड्डियों का द्रव्यमान कम होने लगता है। यदि आपके शरीर को कैल्शियम की आवश्यकता है और आपको अपने आहार से पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलता है.

बटरफ्लाई आसन करने के लिए पैरों को सामने की ओर फैलाते हुए बैठ जाएं,रीढ़ की हड्डी सीधी रखें. घुटनो को मोड़ें और दोनों पैरों को श्रोणि की ओर लाएं. दोनों हाथों से अपने दोनों पांव को कस कर पकड़ लें. सहारे के लिए अपने हाथों को पांव के नीचे रख सकते हैं.एड़ी को जननांगों के जितना करीब हो सके लाने का प्रयास करें. लंबी,गहरी सांस लें, सांस छोड़ते हुए घटनों एवं जांघो को जमीन की तरफ दबाव डालें.

पालथी मार कर सुखासन में बैठें. इसके बाद दाएं अंगूठे से अपनी दाहिनी नासिका पकड़ें और बाई नासिका से सांस अंदर लें लीजिए. अब अनामिका उंगली से बाई नासिका को बंद कर दें. इसके बाद दाहिनी नासिका खोलें और सांस बाहर छोड़ दें. अब दाहिने नासिका से ही सांस अंदर लें और उसी प्रक्रिया को दोहराते हुए बाई नासिका से सांस बाहर छोड़ दें.

बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने Singapore Open के फाइनल में किया प्रवेश, जापान की खिलाडी को हराया

सिंगापुर ओपन में भारत की बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने धमाल मचा दिया है. दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु ने फाइनल में जगह बना ली है.उन्होंने शनिवार को जापानी खिलाड़ी साइना कावाकामी को हराया।

सेमीफाइनल में सिंधु ने पूरे मैच के दौरान कमान अपने हाथ में रखा। पहले सेट में कावाकामी ने सिंधु का कड़ा मुकाबला किया। वहीं, दूसरा सेट एकतरफा रहा। फाइनल के लिए पीवी सिंधु और साइना कावाकामी के बीच सेमीफाइनल हुआ, जो सिंधु ने 21-15, 21-7 के अंतर से आसानी से जीत लिया. जापानी स्टार कावाकामी एक भी बार सिंधु पर भारी पड़ती नजर नहीं आईं.

खिताबी मुकाबले में पीवी सिंधु की सीधी टक्कर जापान की आया ओहोरी या चीन की जी यी वांग से होगा. जापान की आया ओहोरी ने क्वार्टरफाइनल में भारतीय स्टार साइना नेहवाल को ही शिकस्त दी थी.

इससे पहले सिंधु और कावाकामी के बीच दो मुकाबले हुए थे।कावाकामी की वर्ल्ड रैंकिंग 38 है। सिंधु की वर्ल्ड रैंकिंग 7 है। सिंधु ने सिंगापुर ओपन के क्वार्टर फाइनल में हैन यू को 17-21, 21-11 और 21-19 से हराया था।

 

विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में फाइनल्स में पहुंचे मुरली श्रीशंकर, बने ऐसा करने वाले पहले खिलाडी

अमेरिका में हो रहे  विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भारत को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है. लॉन्ग जंपर श्रीशंकर ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना ली है। 3000 मीटर स्टीपलचेज एथलीट अविनाश साबले ने प्रतियोगिता के पहले दिन उम्मीद के अनुरूप फाइनल में जगह बनाई.

श्रीशंकर ने आठ मीटर की सर्वश्रेष्ठ कूद लगाई जिससे वह ग्रुप बी के क्वालीफिकेशन दौर में दूसरे और ओवरऑल सातवें स्थान पर रहे.अंजू बॉबी जॉर्ज पहली भारतीय थी जिन्होंने विश्व चैम्पियनशिप लंबी कूद फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया था

दो अन्य भारतीयों जेस्विन एल्ड्रिन (7.79 मीटर) और मोहम्मद अनीस याहिया (7.73 मीटर) फाइनल दौर के लिए क्वालीफाई करने में असफल रहे, दोनों ग्रुप ए क्वालीफिकेशन में क्रमश: नौंवे और 11वें स्थान पर रहे.ग्रीस के ओलंपिक चैंपियन मिलटियादिस टेंटोग्लू ने 8.03 मीटर की दूरी हासिल कर ग्रुप बी का क्वालीफाइंग राउंड जीता।

स्विटजरलैंड के सिमोन ने 8.09 और क्यूबा के माइकल मसो, जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। उन्होंने 7.93 मीटर की दूरी तय की, लेकिन टॉप 12 खिलाड़ियों में रहकर फाइनल में पहुंच गए।

रूस की टेनिस खिलाड़ी मारिया शारापोवा ने मां बनने के 16 दिन बाद दिखाई बेटे की पहली झलक

पूर्व वर्ल्ड नंबर एक और पांच बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन मारिया शारापोवा ने  घोषणा की कि वो एक बेटे की मां बना गई है.शारापोवा ने अपने बेटे की तस्वीर शेयर करते हुए बताया है कि उसका नाम थियोडोर है, जिसका अर्थ होता है भगवान का तोहफा।

उन्होंने ब्रिटेन के एलेक्सजेंडर गिलेक्स के साथ भी फोटो शेयर की है, जो उनके मंगेतर हैं। शानिया और एलेक्सजेंडर ने साल 2020 में सगाई की थी। इससे पहले इन दोनों से दो साल तक एक दूसरे को डेट किया था।

ये 35 वर्षीय रूसी टेनिस स्टार और ब्रिटिश व्यवसायी एलेक्जेंडर गिलकेस का पहला बच्चा है. 42 वर्षीय गिलकेस और उन्होंने दिसंबर 2020 में अपने इंगेजमेंट का ऐलान किया था.

पांच ग्रैंडस्लैम जीतने वाली मारिया शारापोवा इस साल 19 अप्रैल को 35 साल हो हुई थीं। साल 2020 में ऑस्ट्रेलियन ओपन खेलने के बाद उन्होंने टेनिस को अलविदा कह दिया था।उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक के फाइनल में सेरेना विलियम्स से हारने के बाद रजत पदक भी जीता है.

Hyundai Stargazer MPV की भारत में होगी मारुति अर्टिगा और XL6 जैसी कारों से टक्कर, आखिर कौन हैं बेस्ट

भारत में 7-सीटर MPV सेगमेंट में हमेशा से मारुति सुजुकी अर्टिगा का दबदबा बना हुआ था, क्योंकि इस कीमत पर फुल पैसा वसूल MPV सिर्फ अर्टिगा ही थी.अब ह्यूंदै स्टारगेजर एमपीवी  का भी भारत में इंताजर है. भारत में इस कार की टक्कर मारुति अर्टिगा और XL6 जैसी कारों से होगी.

इस कार को कंपनी ने हाल ही में इंडोनेशिया के मार्केट में लॉन्च किया है और अब भारत में इसकी एंट्री का इंतजार किया जा रहा है.इंडोनेशिया में इस कार की शुरुआती कीमत 12.91 लाख रुपये है और वहीं टॉप वेरियंट की कीमत 16.30 लाख रुपये है.

अब माहौल बदल गया है और हाल में किआ इंडिया ने अपनी किफायती 7-सीटर कैरेंस MPV भारत में लॉन्च कर दी है.  किआ की साथी कंपनी ह्यून्दे भी भारतीय बाजार में बिल्कुल नई 3 कतार वाली 7-सीटर MPV लाने के बारे में विचार कर रही है जिसका नाम स्टारगेजर है.

कार का 6 सीटर वर्जन ट्रेंड, स्टाइल और प्राइम वेरियंट्स के साथ आता है और आपको बता दें Hyundai Stargazer को Kia Carens के मॉडिफाइड K1 प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया है. कुछ समय पहले ही इस कार को टेस्टिंग के दौरान देखा गया है जिससे इसके भारत में लॉन्च की पुष्टि हो जाती है.