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चारधाम यात्रा, स्टार्टअप सहित इन मुद्दों पर आज पीएम मोदी ने की मन की बात कार्यक्रम में विशेष चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश में स्टार्टअप की संख्या लगातार बढ़ रही है।साथ ही कहा कि आगे स्टार्टअप से नई उड़ान देखने को मिलेगी.

मन की बात में पीएम मोदी ने चार धाम यात्रा का जिक्र किया. पीएम ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा केदारनाथ में फैलाई जा रही गंदगी से श्रद्धालु दुखी हैं. कई लोगों ने गंदगी के ढेर के फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं. हम पवित्र यात्रा में जाएं वहां गंदगी का ढेर हो, ये ठीक नहीं है.

उन्होंने कहा कि देश में स्टार्टअप की संख्या लगातार बढ़ रही है। वैश्विक महामारी के समय में भी देश में स्टार्टअप की संख्या बढ़ी है। देश में यूनिकॉर्न की संख्या 100 के पार जा चुकी है।

उत्तराखंड के जोशीमठ की कल्पना का जिक्र किया. पीएम ने कहा कि, कल्पना आज अपनी मेहनत से हम सबके लिए एक उदाहरण बन गई है. वो पहले टीवी से पीड़ित रही तीसरी कक्षा में उसकी आंखों की रोशनी भी चली गई. कल्पना ने कर्नाटक में अपनी 10वीं की परीक्षा पास की है. उन्होंने 3 महीने में कन्नड़ भाषा सीखी और 92 अंक प्राप्त किए.

महिला टी20 चैलेंज के फाइनल मैच में वेलॉसिटी को 4 रन से हराकर सुपरनोवाज ने ट्राफी पर किया कब्ज़ा

सुपरनोवा ने 28 मई को पुणे में खेले गए खिताबी मुकाबले में वेलोसिटी पर 4 रन से जीत दर्ज की. इसी के साथ सुपरनोवा ने महिला टी20 चैलेंज में तीसरी ट्रॉफी अपने नाम कर ली है.हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली सुपरनोवाज सबसे सफल टीम है, जिसने 3 बार खिताब जीता है।

सुपरनोवाज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 165 रन बनाए। सुपरनोवाज की अलाना किंग ने 4 ओवर में 32 रन देकर 3 विकेट झटके।सुपरनोवाज के लिए डिएंड्रा डॉटिन ने 62 रन और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 43 रन की आक्रामक पारी खेली।

प्रिया 28 रन बनाकर आउट हुईं, जिसके बाद डॉटिन ने कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ दूसरे विकेट के लिए 58 रन जुटाए. डॉटिन ने 44 गेंदों में 4 छक्कों और 1 चौके की मदद से 62 रन की पारी खेली,  हरमनप्रीत कौर ने 29 बॉल में 43 रन जोड़े.

डॉटिन ने दो जीवनदान का फायदा उठाते हुए 44 गेंद की पारी में एक चौका और चार छक्के लगाए, हरमनप्रीत ने 29 गेंद की पारी में एक चौका और तीन छक्के जड़े। वेलॉसिटी की लौरा वुलवार्डट ने कमाल की पारी खेली।विपक्षी टीम की ओर से केट क्रॉस, दीप्ति शर्मा और सिमरन बहादुर ने 2-2 शिकार किए.

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय भवन का आज शिलान्यास करेंगे CM योगी

चार जून को गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह का आयोजन होगा। जिसका शुभारम्भ करने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गोरखपुर आ रहे हैं।रविवार शाम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन की तैयारियां जांचेंगे। मुख्यमंत्री दो दिन के दौरे पर रविवार दोपहर बाद गोरखपुर पहुंचेंगे। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए एडीजी जोन अखिल कुमार, मंडलायुक्त रवि कुमार ने मंगलवार को गीता प्रेस का स्थलीय निरीक्षण किया। प्रशासन व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम स्थलीय निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लेने पहुंची थी।

सीएम योगी रविवार को रामगढ़ताल क्षेत्र स्थित जीडीए के कॉरपोरेट पार्क में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय भवन का शिलान्यास करेंगे। शिलान्यास कार्यक्रम के बाद सीएम गीता प्रेस जाकर राष्ट्रपति के आगमन की तैयारियों का जायजा लेंगे। वहीं पर वह अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे।

गीता प्रेस का निरीक्षण कर मुख्यमंत्री, गोरखनाथ मंदिर जाएंगे। यहां अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। रात्रि विश्राम के बाद रविवार सुबह जनता दर्शन में लोगों की फरियाद सुनने के बाद वह मगहर जा सकते हैं।
मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र का अपना भवन होने से पूर्वी उत्तर प्रदेश के हजारों विद्यार्थियों को काफी सहूलियत मिलेगी।

घर पर बनाए टेस्टी खस्ता मटर कचौरी, यहाँ देखें इसकी विधि

मटर कचौरी बनाने की सामग्री

  • 1 कप मैदा
  • 1 कप सूजी
  • नमक (स्वादानुसार)
  • 3 टेबलस्पून तेल (मसाला भुननें के लिए)
  • पानी (आटा गूंथने के लिए)
  • 1 टेबलस्पून जीरा
  • 1 टेबलस्पून हल्दी पाउडर
  • 1/2 टेबल स्पून लाल मिर्च पाउडर
  • 1/2 टेबलस्पून धनिया पाउडर
  • 1/2 टेबलस्पून गरम मसाला
  • 1/4 टेबलस्पून सौंफ
  • 1/4 टेबलस्पून अमचूर पाउडर
  • तेल (फ्राई करने के लिए)

मटर कचौरी बनाने की विधि

  1. मटर कचौरी बनाने के लिए सबसे पहले मटर को हल्का उबाल लें।
  2. जब मटर हल्का उबल जाए, तो उसे ठंडा होने के लिए बर्तन में डाल दें।
  3. दूसरी तरफ एक बर्तन में मैदा, नमक और घी डालकर हाथों से उसे अच्छी तरह मिला लें।
  4. जब घी अच्छी तरह मिल जाए, तो पानी डालकर मैदा को अच्छी तरह गूंथ ले और 15 मिनट के लिए सूखे कपड़े से ढककर छोड़ दें।
  5. अब उबला हुआ हरा मटर को मिक्सी में हरी मिर्च और अदरक डालकर पीस लें।
  6. जब मटर अच्छी तरह पीस जाए, तो एक पैन को गैस पर रखकर गर्म करें।
  7. जब पैन गर्म हो जाए, तो उसमें तेल और जीरा डालकर हल्का भुनें।
  8. मास्टर हल्का भुन जाए, तो उसमें नमक और धनिया धनिया पत्ता डालकर गैस से उतार लें।
  9. 15 मिनट बाद गूंथे हुए मैदा में हुआ पीसा मटर डालकर छोटा-छोटा गोला बनाएं।
  10. अब एक पैन में तेल डालकर गैस पर गर्म करें।
  11. जब तेल अच्छी तरह गर्म हो जाए, तो उसमें मटर कचौरी डालकर फ्राई करें और गर्म-गर्म स्नेक्स के तौर पर टमैटो सॉस या हरा चटनी के साथ सर्व करें।

फेस पर मौजूद एक्सट्रा ऑयल हटाने के लिए ये होम मेड फेस पैक हैं सबसे बेस्ट

आज के समय में हर महिला स्किन से जुड़ी कई समस्या से परेशान रहती है। इनमें से ही एक परेशानी है स्किन का ज्यादा ऑयली होना। कुछ महिलाओँ को चेहरे पर बार-बार एक्सट्रा ऑयल जमा होने की समस्या से जुझना पड़ता है। इससे राहत पाने के लिए वैसे तो मार्किट में कई तरह की क्रिम, मॉश्चराइर, फेस मास्क आदि मिलते है। मगर ये कुछ समय के लिए असर दिखाते है।

 

फेस पैक बनाने की सामग्री

मुल्तानी मिट्टी- 2 टेबलस्पून
पपीते का पल्प- 1 टेबलस्पून
शहद- 1 टेबलस्पून

फेस पैक बनाने की विधि

– सबसे पहले एक कटोरी में पपीते का पल्प निकालें और उसे ठंडा होने के लिए फ्रिज में रख दें।
– थोड़े समय के बाद एक अलग कटोरी में मुल्तानी मिट्टी, पपीते का पल्प और शहद को डालें।
– सभी सामग्री को मिक्स कर स्मूद सा पेस्ट तैयार कर लें।

कैसे लगाएं?

– सबसे पहले चेहरे को ताजे पानी या रोज वॉटर से साफ करें।
– अब इस फेस मास्क को हल्के हाथों से सर्कुलेशन मोशन से मसाज करते हुए लगाएं।
– 15-20 मिनट या पैक के सूखने के बाद इसे हल्के हाथों से मसाज करते हुए ही उतारे।
– उतारते समय चेहेर को ज्यादा रगड़े न नहीं तो स्किन में रेशैज हो सकते है।
– इसके बाद चेहरे को ताजे पानी से धो कर दोबारा रोज वॉटर से टोनिंग करें।
– आप चाहे तो वॉटर बेस्ड मॉश्चराइजर का भी इस्तेमाल कर सकती है।

लड़कियां अपने नाखून की सफाई करने के लिए आजमाएं ये सिंपल टिप्स

अक्सर हाथों से बार-बार खाना खाने, पोषक तत्वों की कमी होने से  फंगस जमा होने से नाखून पीले पड़ जाते हैं लड़कियों के साथ सस्ते नेल पेंट लगाना या फिर बहुत लंबे समय तक नेल पेंट को नाखूनों से ना हटाने पर भी कुछ ऐसा ही होता है ऐसे में लड़कियां नाखून की सफाई के लिए बहुत ज्यादा पैसा खर्च करती है लेकिन हम आपको कुछ सरल से घरेलू नुस्खें बता रहे है जिनसे आप सरलता से नाखून के पीलेपन को छुड़ा सकते हैं

नींबू के छिलके को डाइरेक्ट नाखूनों पर रगड़ें या फिर एक मग गुनगुने पानी में एक नींबू का रस डाल लें अब इस पानी में हाथों को 15 से 20 मिनट तक डुबोएं रखें बीच-बीच में आप फाइलर से भी नाखूनों को साफ कर सकते हैं बाद में हाथों को तौलिए से पोंछ लें  फिर इसके मॉइश्चराइजर लगा लें

सुबह की शुरुआत कुछ इस तरह करना आपके लिए पड़ सकता हैं भारी, हो जाएं सावधान

स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है. ये कहावत तो हम सभी बचपन से ही सुनते आ रहे है. लेकिन अब इस पर अमल करने की जरुरत है. स्वस्थ शरीर पाना है तो इस के लिए हमे एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाने की जरुरत है. साथ ही डाइट का भी ख्याल रखना होगा.

कुछ लोगो अपनी सुबह की शुरुआत गरमा-गरम चाय या कॉफी के साथ करते हैं. जिसे डॉक्टर सबसे ज्यादा नुकसानदेह मानते हैं. आइये जानते हैं सुबह-सुबह क्या खाना सेहत के लिए सबसे ज्यादा अच्छा होता है.

चिया बीज- छोटे से दिखने वाले चिया के बीज बहुत सेहतमंद होते हैं. इनमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है क्योंकि इनमें सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं. चिया बीज शरीर के लिए जरूरी फैटी एसिड, मैग्नीशियम, आयरन और विटामिन बी से भरे होते हैं. एक चम्मच चिया बीज को रात भर पानी में भिगोएं और उन्हें सुबह खा लें.

इसे स्मूदी, ताजे फलों और नाश्ते में डालकर भी खाया जा सकता है. पपीता- सुबह-सुबह खाली पेट पपीता खाना बहुत अच्छा होता है. पपीता में क्लींजिंग गुण होते हैं और यह पेट को साफ करने में मदद करता है. पपीता स्किन के लिए भी बहुत अच्छा माना जाता है. पपीता खाने के कम से कम एक घंटे के बाद कुछ भी खाने से बचें. खाली पेट पपीता खाने से बैड कोलेस्ट्रॉल की समस्या भी दूर होती है.

 गंजेपन के कारण यदि आपको भी होना पड़ता हैं शर्मिंदा तो आज ही जानिए इसका इलाज़

अगर आप भी रोजाना गिरते बालों की समस्या से परेशान हैं, अगर आप गंजेपन का शिकार हैं या फिर अगर आपको एलोपीसिया की बीमारी है, इस वजह से तेजी से बाल गिरने लगते हैं,तब हमारे पास आपके लिए एक अच्छी खबर है। थाईलैंड के अनुसंधानकर्ताओं ने नई रिसर्च की है, जिसमें गंजेपन का इलाज खोजने का दावा किया गया है।

 गंजेपन का कारण

– एक उम्र के बाद बाल झड़ने का आम कारण है।
– हार्मोनल असंतुलन के कारण भी बाल झड़ने लगते हैं।
– सिर पर दाद के होने से भी गंजेपन को बढ़ावा मिल सकता है।
– शरीर में आयरन की कमी से भी यह प्रॉबल्म आ सकती हैं।
– आहार में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन न मिलने से भी।
– कोई बीमारी भी बालों के झड़ने का कारण बन सकती है।
– कई दवाइयों के सेवन से भी यह समस्या आ सकती हैं।

इलाज़:

2 से 3 चम्मच कैस्टर ऑयल( अरंडी का तेल) में 2 चम्मच नारियल तेल मिलाकर हल्का गर्म कर लें। गुनगुना करके इस तेल को बालों के स्कैल्प पर अच्छे से लगाएं और रातभर के लिए ऐसे ही छोड़ दें। फिर सुबह बालों में शैंपू कर लें। हफ्ते में 3-4 बार ऐसा करें। अरंडी के तेल से बार-बार मालिश करने पर पूरे सिर में रक्त का संचार बढ़ता है, इसमें ओमेगा-6 एसेंशियल फैटी एसिड होते हैं, जो बालों को जड़ों से मजबूत बनते हैं।

पानी से भरे एक प्याले में 3-5 बूंदें पेपरमिंट ऑयल(पुदीने का तेल) मिलाकर बालों पर लगाएं। फिर 20-30 मिनट के लिए अपने सिर को गर्म तौलिया या शॉवर कैप से ढक लें। इसके बाद माइल्ड शैंपू से बाल धो लें। हफ्ते में 2 बार ऐसा करने से गंजेपन का इलाज किया जा सकता है। इससे ना सिर्फ आपके बाल झड़ना बंद होंगे बल्कि घने व लंबे भी होंगे।

यदि आप भी पैरों में मोजा पहन कर सोते हैं तो जान लें इसके कुछ नुक्सान

मोजा हमारे पहनावे का जरूरी हिस्सा है, लेकिन गर्मियों में काफी देर तक मोजा पहनने या बेहद कसा हुआ मोजा पहनना आपको परेशान कर सकता है। कई लोग सोते समय भी मोजा पहने रहते हैं। यह भी गलत है। पैरों को आराम देने के लिए रात में मोजा उतार कर ही सोएं…

फंगल इंफेक्शन का खतरा
पैरों से जो पसीना निकलता है मोजा उसे सोखता है। देर तक मोजा पहनने से या टाइट मोजा पहनने से ये पसीना सूख नहीं पाता, जिससे नमी के कारण मोजे में बैक्टीरिया और जर्म्स पैदा हो जाते हैं। इन्हीं बैक्टीरिया से आपके पैरों में फंगल इंफेक्शन हो सकता है।

एड़ी सुन्न हो सकती है
दिनभर मोजा पहनने से एड़ी के हिस्से में खून कम पहुंच पाता है। इस वजह से कई बार एड़ी सुन्न पड़ जाती है और पैर काम करना बंद कर देते हैं। शरीर के हर हिस्से को काम करने के लिए ब्लड की जरूरत पड़ती है।

एडीमा हो सकता है
एडीमा में शरीर के हिस्से में तरल पदार्थ एक जगह जम जाता है जिसकी वजह से उस हिस्से में सूजन आ जाती है। देर तक मोजा पहने रहने से और टाइट मोजा पहनने से ब्लड क्लॉटिंग हो सकती है और पैरों में सूजन आ सकती है।

 

मस्तिष्क की संरचना पर प्रभाव डालती है चाय, शोध में हुआ ये चौकाने वाला खुलासा

चाय दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय कैफीनयुक्त पेय पदार्थों में से एक है। पेय में बहुत सी किस्में होती हैं और प्रत्येक में कैफीन का स्तर भिन्न होता है। इसी समय, इसे एक व्यापक, लगभग सार्वभौमिक अपील मिली है, भले ही तैयारी और व्यंजनों में अंतर हो।

चाय पीने के लाभों को इंगित करने वाले कुछ बिखरे हुए सबूत हैं, जिनमें कुछ अध्ययनों में मस्तिष्क के लिए चाय के लाभों के बारे में बात करना शामिल है।एक शोध में पता चला है कि चाय का हमारे मस्तिष्क की संरचना पर प्रभाव पड़ता है. अध्ययन पता चला है कि नियमित रूप से चाय पीने वाले उन लोगों की अपेक्षा फायदे में होते हैं, जो लोग चाय नहीं पीते हैं.

सभी प्रतिभागियों ने अपने मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य, दैनिक जीवन शैली और समग्र स्वास्थ्य के बारे में विवरण प्रदान किया है. आंकड़ों के आधार पर, प्रतिभागियों को दो समूहों में विभाजित किया गया था. एक चाय पीने वाले और दूसरे चाय नहीं पीने वाले. इसके बाद सभी की एमआरआई स्कैन और अन्य जांच की गईं.

इसमें सवाल था कि उनके पास कितने प्रकार की चाय है और कितनी बार वो लोग चाय पीते हैं. शोध के लिए जिन प्रतिभागियों को शामिल किया गया था उनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक थी.