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भारतीय शेयर बाजार में आज दिखी जबरदस्त तेजी, देखें Sensex NIFTY का हाल

महंगाई के कारण केवल भारत ही नहीं, दुनियाभर के बाजारों में अस्थिरता बनी हुई है. लेकिन इसके बीच भारतीय शेयर बाजार में आज यानी मंगलवार, 20 सितंबर को जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. एशिया में सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग के बाजार उच्च स्तर पर कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार सोमवार को बढ़त के साथ बंद हुए।

आज दोपहर 1.10 बजे तक BSE Sensex 1.59 फीसदी के उछाल के साथ 60,000 अंक के उपर कारोबार कर रहा था. NSE का NIFTY 50 भी 285 अंक यानी 1.62 फीसदी की तेजी के साथ 17,907 अंक के उपर कारोबार कर रहा है.

इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, लार्सन एंड टुब्रो और टाटा स्टील के शेयरों में आज सबसे अधिक तेजी देखी जा रही है। सेंसेक्स पैक के सभी 30-शेयर हरे रंग में कारोबार कर रहे थे।

बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 280 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 283 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया. आज मार्केट में ये तेजी किन-किन वजहों से आई, इस बारे में हम यहां विस्तार से जानेंगे.

बता दें सोमवार यानी 19 सितंबर को अमेरिकी बाजार तेजी के साथ बंद हुए थे. Dow Jones Industrial Average 197.26 अंक यानी 0.64 फीसदी चढ़कर 31,019.68 अंक पर बंद हुआ. S&P 500 भी 26.56 अंक यानी 0.69 फीसदी चढ़कर 3,899.89 अंक पर बंद हुआ.रुपया शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 13 पैसे बढ़कर 79.68 पर पहुंच गया।

 

AIIMS ने रिसर्च सहायक के पदों पर निकाली भर्ती, ऐसे करें अप्लाई

अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान  में नौकरी  पाने का एक शानदार अवसर निकला है। AIIMS ने रिसर्च सहायक के पदों  को भरने के लिए आवेदन मांगे हैं।

 महत्वपूर्ण तिथियां

ऑनलाइन आवेदन शुरू होने की तारीख – 20 सितंबर
ऑनलाइन आवेदन करने की आखरी तारीख- 30 सितंबर

पदों की कुल संख्या-

रिसर्च सहायक: 1 पद

 योग्यता 

रिसर्च सहायक: मान्यता प्राप्त संस्थान से जैव प्रौधौगिकी में सस्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त हो और अनुभव हो

 उम्र सीमा 

उम्मीदवारों की आयु सीमा 18 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए.

 चयन प्रक्रिया

रिसर्च सहायक: लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा।

आवेदन कैसे करें

इच्छुक और योग्य उम्मीदवार AIIMS की आधिकारिक वेबसाइट (https://www.aiims.edu/) के माध्यम से 30 सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं। इस सबंध में विस्तृत जानकारी के लिए आप ऊपर दिए गए आधिकारिक अधिसूचना को देखें।

डिनर में सर्व करें मखाना काजू करी, यहाँ देखिए इसकी टेस्टी रेसिपी

सामग्रियां:
-20-25 काजू
– एक कप मखाने
-चार टमाटर

– दो हरी मिर्च
– 20-25 काजू (एक घंटे पानी में भिगोये हुए)
– दो-तीन बड़ी चम्मच हरा धनिया
– रिफाइंड ऑयल (आवश्यकतानुसार)
– एक छोटी चम्मच अदरक का पेस्ट
– एक छोटी चम्मच कसूरी मेथी
– एक चुटकी हींग
– नमक (स्वादानुसार)

ऐसे बनाए मखाना काजू करी
बता दें कि सर्वप्रथम टमाटर, हरी मिर्च और भीगे हुए काजू को एक साथ पीस लेवे। अब एक पैन में रिफाइंड ऑयल गर्म कर उसमें जीरा भूनिए एवं फिर हींग, अदरक का पेस्ट, हल्दी पाउडर तथा कसूरी मेथी को भी भूनिए।

अब इसमें पिसे टमाटर के साथ मसाले एवं लाल मिर्च पाउडर को डालिए और भून लेवे। अब एक अलग पैन लेकर उसमें रिफाइंड ऑयल गर्म कीजिए। गर्म तेल में एक- एक कर काजू और मखाने को तल लेवे। अब भुने मसाले वाले पैन को कम आंच पर चढ़ाकर इसमें एक कप पानी, नमक, गरम मसाला तथा बारीक कटा हुआ हरा धनिया डालिए एवं ग्रेवी में एक उबाल लेवे।

अब तले मखाने और काजू को भी पैन में डालकर उन्हें अच्छे से मिला लेवे। अब इसे तीन-चार मिनट तक ढककर पकाइए तथा फिर रोटी, परांठे, पूरी या चावल संग सर्व कीजिए।

थायरॉयड हार्मोन में कमी और वृद्धि के लक्षण व इससे बचाव के तरीके जानिए यहाँ

थायरॉयड तितली के आकार की एक छोटी ग्रंथि है जो गले से नीचे गर्दन के बेस में होती है. यह बेशक बहुत छोटी ग्रंथि है लेकिन पूरे शरीर के नियंत्रण और नियमन में इसकी बेमिसाल भूमिका है.थायरॉयड हार्मोन में कमी के कारण व्यक्ति में चिड़चिड़ापन, थकान, वजन कम या ज्यादा होने लगता है.

इससे कई तरह की बीमारियां होती है. थायरॉयड में गड़बड़ियों की वजह से गले में सूजन या गला मोटा होने लगता है. मूड स्विंग करने लगता है जिसके कारण गुस्सा बहुत आता है. हाइपोथायरायडिज्म का तुरंत इलाज कराना चाहिए.

तुरंत डॉक्टरों से संपर्क करना चाहिए. सबसे पहले डॉक्टर इसके कारणों का पता लगाते हैं. आयोडीन की कमी, पिट्यूटरी ग्लैंडमें सूजन और कुछ बीमारियों की दवाइयों के कारण ऐसा हो सकता है

जब शरीर में थायरॉक्सिन हार्मोन आवश्यकता से कम मात्रा में बने तो इसे हाइपोथायरायडिज्म कहते हैं. इसमें थायरॉयड ग्रंथि बहुत कम सक्रिय रहती है. इसके कारण शरीर की कुछ जरूरी प्रक्रियाएं बहुत स्लो हो जाती है.

आपकी त्वचा को बेदाग़ बनाने के साथ पिंपल्स से हमेशा के लिए छुटकारा दिलाएगा ये उपाए

मुहांसे होने के कई कारण हो सकते हैं. किसी को टीनएज में यह समस्‍या होती है तो किसी को हार्मोनल चेंजेज के कारण पिंपल्स का सामना करना पड़ता है. मुंहासों का संबंध शरीर की अंदरूनी समस्‍याओं से होता है इसलिए इससे छुटकारा पाने के लिए इंटरनल और एक्‍सटर्नल दोनों तरीकों से इलाज करना जरूरी है.

जैसा कि सब जानते हैं कि ग्रीन टी में अधिक मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो मुहांसों को कम करने में मदद कर सकते हैं. ये शरीर में मौजूद बैक्‍टीरिया और इंफेक्‍शन से लड़ने का काम करती है.

एलोवेरा जैल को नियमित रूप से फेस पर लगाने से स्किन को पोषित किया जा सकता है. ये स्किन की नमी को बरकरार रखने का काम करता है. मुहांसों को ठीक करने में हनी और सिनेमन भी काफी मददगार साबित होते हैं.

हनी और सिनेमन में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्‍टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं जो मुहांसों को कम कर सकती हैं. इसे मास्‍क और मेडिसिन दोनों के रूप में प्रयोग किया जा सकता है.

गर्भावस्था में वॉकिंग के फायदे जानकर आप भी रह जाएंगे दांग

र्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में एनर्जी का लेवल थोड़ा कम हो जाता है. वजह बढ़ा हुआ पेट और थकान होती है. आप अपने गर्भावस्था के दौरान खुद को हेल्दी और नार्मल महसूस करती हैं.

वॉकिंग हेल्थ के लिए फायदेमंद होती है और इससे महिला का शरीर एक्टिव रहता है. इस पूरी प्रक्रिया में गर्भवती महिला का एक्टिव रहना बेहद जरूरी है. हर रोज वॉकिंग करने की आदत इसमें आपकी मदद कर सकती है.

अगर आप गर्भावस्था में वॉकिंग करती हैं, तो ब्लड कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है. शरीर में ऐंठन और कब्ज की शिकायत से भी छुटकारा मिलता है. गर्भावस्था में वॉकिंग करने से डिलवरी के समय ज्यादा तकलीफ नहीं झेलनी पड़ती

मॉम जंक्शन के मुताबिक गर्भावस्था में वॉकिंग करने से गर्भवती महिला की मांसपेशियां टोन रहती हैं. गर्भावस्था में वॉकिंग करने से बढ़े हुए पेट की वजह पैरों में होने वाले दर्द से राहत मिल सकती है.

गर्भावस्था के दौरान वॉकिंग पर जाना एक अच्छा विचार है. डिलीवरी अच्छी हो और बच्चे की हेल्थ भी अच्छी रहे इसके लिए सावधानी बरतते हुए वॉकिंग जरूर करें.

आधे सिर में लगातार दर्द रहना हैं इस गंभीर बीमारी के प्रमुख लक्ष्ण

सिर में दर्द होना आम है लेकिन आधे सिर में लगातार दर्द रहना माइग्रेन की ओर इशारा करता है. माइग्रेन सिर में होने वाला एक भयानक दर्द है, जिसे बर्दाश्‍त करना लगभग असंभव होता है. माइग्रेन होने का सामान्‍य कारण ब्रेन में असामान्य एक्टिविटी हो सकता है.

हेल्‍दी फूड माइग्रेन के दर्द को कम करने और ओवरऑल हेल्‍थ को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि बेहतर भोजन इम्‍बेलेंस को बेहतर बनाता है, जो सिरदर्द को कम करने में योगदान देता है.

डिहाइड्रेशन की स्थिति में माइग्रेन का अटैक अक्‍सर परेशान करता है. ऐसे में तरबूज खाने से माइग्रेन अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है.एवरीडे हेल्‍थ के अनुसार माइग्रेन अटैक के समय केला खाना बहुत फायदेमंद हो सकता है.

तुरंत एनर्जी रिकवरी के लिए केला एक सुपरफूड की तरह काम करता है. इसमें बहुत अधिक मात्रा में मैग्‍नीशियम होता है, जो सिरदर्द को कम करने में मदद करता है. केले में 74 प्रतिशत पानी होता है, इससे शरीर को हाइड्रेट रखने में भी मदद मिलती है.

क्या अप भी डायरेक्ट स्किन पर अप्लाई करती हैं Makeup तो पढ़े ये खबर

मेकअप Makeup करने से ज्यादा जरूरी होता है उसे सही तरह से अप्लाई करना। मेकअप जहां एक ओर आपको खूबसूरत दिखा सकता है, वहीं अगर इसके इस्तेमाल के दौरान कुछ गलतियां की जाएं, तो इससे लोगों के बीच आपका मजाक भी बन सकता है। मेकअप के दौरान की गई गलतियां आपकी इमेज पर भारी पड़ सकती हैं। तो चलिए जानते हैं ऐसी ही कुछ गलतियों के बारे में…

मेकअप Makeup की शुरूआत में हमेशा फेस को वॉश या क्लींजर की मदद से क्लीन करने की सलाह दी जाती है। ताकि मेकअप सही तरह से अप्लाई किया जा सके। लेकिन अगर फेस को ओवर क्लीन किया जाता है तो इससे न सिर्फ स्किन बल्कि मेकअप भी रूखा व फटा दिखता है।

कुछ महिलाएं पहले फेस का बेस तैयार नहीं करती और डाई स्किन पर ही मेकअप करना शुरू कर देती हैं। ऐसी गलती भूल से भी न करें। इससे मेकअप बेहद अजीब, डल, क्रैक्ड व थका हुआ नजर आता है। इसलिए मेकअप से पहले स्किन को अच्छे से हाइडेट करें। इसके लिए स्किन को क्लीन करने के बाद पहले उसे मॉइश्चराइज और फिर फाउंडेशन अप्लाई करें।

मौसम बदलने पर पूरी जीवनशैली बदल जाती है, ठीक उसी प्रकार मौसम के अनुरूप मेकअप प्रॉडक्ट का प्रयोग करना चाहिए। अगर मेकअप प्रॉडक्ट के चयन में गड़बड़ी होती है तो कभी भी आपको परफेक्ट लुक नहीं मिलता।

मेकअप के दौरान एक बेसिक रूल हमेशा फॉलो करना चाहिए। आपका मेकअप ऐसा होना चाहिए, जो फेस को बैलेंस करें। उदाहरण के तौर पर, आंखों व लिप्स में से किसी एक को ही ज्यादा हाईलाइट करें ताकि फेस बैलेंस हो जाए।

 

इलायची और जायफल की मदद से आप भी अपने शरीर को बना सकते हैं हेल्दी

भारतीय खाने में लहसुन, हल्दी, काली मिर्च, दालचीनी, इलायची और जायफल जैसे विभिन्न मसालों का उपयोग किया जाता है. इन सभी में इम्यून बूस्ट करने वाले एंटीमाइक्रोबियल, विरोधी भड़काऊ, एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं.

ये मसाले, जब नियमित रूप से खाने में शामिल किए जाते हैं, तो शरीर को संक्रमण से लड़ने और हेल्दी स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद मिलती है. इन सबसे के अलावा ये सारे मसाले खाने का स्वाद भी बढ़ाते हैं. कुल मसालों का इस्तेमाल कॉफी में किया जा सकता है, जिससे कॉफी का स्वाद बढ़ सकता है और ये आपकी सेहत के लिए फायदेमंद भी होता है.

इलायची के अद्भुत स्वाद और सुगंध का अनुभव करने के लिए बस एक कप कॉफी में इसकी थोड़ी सी मात्रा मिलाएं. इलायची में फाइबर के साथ-साथ अतिरिक्त आवश्यक खनिज होते हैं, जो ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद करते हैं.

लौंग एक विशिष्ट रसोई का मसाला है, जिसे स्वाद और स्वास्थ्य लाभ दोनों के लिए कॉफी में मिलाया जा सकता है. सूप के अलावा, लौंग ड्रिंक और डेसर्ट में मिलाया जा जाता है. कॉफी बनाते समय आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसमें लौंग की मात्रा अधिक न हो.

विटामिन बी 6, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम, मैंगनीज और अन्य खनिज से भरपूर जायफल अच्छी सेहत के लिए जरूरी है. यह पाचन समस्याओं को रोकने में मदद कर सकता है. जायफल आपकी कॉफी के स्वाद और सुगंध में अतिरिक्त मिठास जोड़ देगा.

हफ्ते में एक बार टमाटर से बने इस फेस मास्क को लगाने से आपकी स्किन बनेगी जवां

सब्जी का स्वाद बढ़ाना हो या फिर तड़के की तैयारी करनी हो तो सबसे पहले टमाटर की प्यूरी ही तैयार की जाती है। इतना ही नहीं, हर घर में टमाटर हमेशा होते हैं ही। यह एक ऐसी सब्जी है जो न सिर्फ भोजन का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि इसकी मदद से सर्दियों में स्किन का भी ख्याल रखा जा सकता है। जी हां, आज हम आपको ऐसे कुछ टोमैटो पैक्स के बारे में बता रहे हैं, जो खासतौर से सर्दियों के लिए उपयुक्त माने गए हैं−

टमाटर और हल्दी की मदद से बनाया गया फेस पैक सर्दी के मौसम में स्किन को नमी प्रदान करने के साथ−साथ स्किन टोन को भी बेहतर बनाता है। इस पैक को बनाने के लिए सबसे पहले अच्छे से पका एक टमाटर लेकर उसे मैश कर लें। साथ ही उसमें से बीज निकालकर अलग कर लें। अब इस पेस्ट में दो से तीन चम्मच हल्दी डालकर मिक्स करें। अब इसे चेहरे पर लगाएं और सूखने दें। अंत में हल्के गुनगुने पानी से चेहरा वॉश करें।

अगर आप किचन में काम कर रही हैं और फेस पैक बनाने का समय नहीं है तो भी सब्जी बनाते समय या अन्य काम के बीच में टमाटर की एक स्लाइस लें और फिर उससे स्किन पर हल्के हाथों से मसाज करें। करीबन 20 मिनट बाद स्किन फेस को वॉश कर लें। टमाटर में मौजूद लाइकोपीन स्किन में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाकर उसे ठंड के मौसम में भी जवां बनाएगा।