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इनफिनिक्स ने प्रीमियम टीवी सेगमेंट में लांच किये ये शानदार TV, मिलेंगे धमाकेदार फीचर्स

नफिनिक्स ने प्रीमियम टीवी सेगमेंट में एंट्री कर दी है. कंपनी ने ज़ीरो सीरीज़ को तीन साइज़-50 इंच, 55 इंच और QLED TV में लॉन्च कर दिया है.भारतीय बाजार का सबसे किफायती स्मार्ट टीवी होने जा रहा है और ये टीवी फ्लिपकार्ट पर  लॉन्च होगा।

इनफिनिक्स के इस स्मार्ट टीवी को लेकर कहा जा रहा है कि इसकी कीमत 10 हजार से भी कम होने जा रही है और अपने सेगमेंट में ये सबसे कम कीमत वाला स्मार्ट टीवी हो सकता हैये प्रीमियम डिज़ाइन के साथ आने वाला कंपनी का फ्लैगशिप टीवी है. ये टीवी क्वांटम DOT टेक्नोलॉजी के साथ आता है, और इसमें अल्ट्रा प्रीसाइज़ 4K डिटेल शामिल है.

इस टीवी में Dolby विज़न, HDR 10+ सपोर्ट मिलता है. इसमें 60 FPS MEMC मिलता है, जिससे यूज़र्स अपनी टीवी पर अपना पसंदीदा प्रेम रेट सेट कर सकते हैं.गौरतलब है कि साल कंपनी ने अपना पहला एंड्रॉयड स्मार्ट टीवी लॉन्च किया था।

इस टीवी का नाम इनफिनिक्स एक्स 1 था। इस स्मार्ट टीवी के दो वेरिएंट्स देखने को मिले थे। इनमें 32 इंच और 43 इंच के वेरिएंट्स शामिल थे। इनफिनिक्स ने हाल ही में लैपटॉप सेगमेंट में भी अपनी शुरुआत कर दी है। टेलीविजन में बेजल-लैस डिजाइन मिलता है और साथ ही एक X-ब्लेड मेटल स्टैंड भी दिया गया है. स्मार्ट TV में 36W साउंड आउटपुट मिलता है, और ये टीवी स्टीरियो स्पीकर के साथ आता है, जो डॉल्बी ऑडियो सपोर्ट करते हैं.

टीचिंग एसोसिएट के पदों पर यहाँ निकली भर्ती, ऐसे करें अप्लाई

आचार्य एनजी रंगा कृषि विश्वविद्यालय  में नौकरी  पाने का एक शानदार अवसर निकला है। ANGRAU ने टीचिंग एसोसिएट के पदों को भरने के लिए आवेदन मांगे हैं।

महत्वपूर्ण तिथिया

ऑनलाइन आवेदन शुरू होने की तारीख – 12 सितंबर

ऑनलाइन आवेदन करने की आखरी तारीख – 22 सितंबर

पदोंका विवरण

पदों की कुल संख्या- 8

योग्यता 

डिग्री, मास्टर्स डिग्री, पीएच.डी डिग्री

उम्र सीमा 

उम्मीदवारों की आयुसीमा 18 से 28 वर्ष के बीच होनी चाहिए.

चयनप्रक्रिया

चयन प्रक्रिया उम्मीदवार का लिखित परीक्षा के आधार पर चयन होगा।

आवेदन कैसे करें

इच्छुक और योग्य उम्मीदवार ANGRAU की आधिकारिक वेबसाइट(https://angrau.ac.in/) के माध्यम से 22 सितम्बर 2022 तक आवेदन कर सकते हैं।

बालों को लम्बे और घने बनाने के लिए आप भी फॉलो कर सकते हैं ये हैल्थी रुटीन

आए दिन अधिकतर लोग बाल झड़ने की समस्या से दो चार होते हैं. बाल झड़ने के भी कई कारण होते हैं और ये जब भी शुरू होता है हर किसी की टेंशन बढ़ जाती है. हर किसी को अपने बालों की चिंता जरूर सताती है लेकिन साथ ही इससे निजात पाने के कई उपाय भी होते हैं.

कई बार ये घरेलू उपचार से या खुद ही ठीक हो जाते हैं तो कई बार यह चिकित्सीय समस्या बन जाती है. इसके कई तरह के इलाज होते हैं लेकिन आपको पहले अपने डॉक्टर या इस क्षेत्र से जुड़े प्रोफेशनल की सलाह ले सकते हैं.

1- बालों के लिए इस्तेमाल करें सही प्रोडक्ट

आपका समझना बहुत जरूरी है कि आपके बालों के लिए कौन सा प्रोडक्ट ठीक है. अगर इस वक्त आपके इस्तेमाल किये गए प्रोडक्ट आपके बालों में फायदा नहीं ला रहा तो अभी आप उन्हें बदलने का फैसला ले. शैम्पू बदलें, कंडीश्नर को बदलें. सभी प्रोडक्ट को बदल दें.

2- हैल्थी रुटीन फॉलो करें

दो दिन में एक बार तेल लगाकर मसाज करें

शैम्पू के बाद कंडीश्नर लगाना ना भूले

रोज अपने बालों को ना धोये

बालों को नैचूरल तरीके से सुखाये हेयर ड्रायर का इस्तेमाल करना छोड़े

गीले बालों को नहीं काड़े.

3- खानपान पर नजर रखें

अच्छा खाना आपके बालों के लिए बेहद फायदेमंद होता है. अंडे, सोयाबीन, नट्स आपको बेहद फायदा करेंगे.

4- होममेड मास्क

बालों के लिए होममेड मास्क तैयार करें. आमला, अंडा, एलो वेरा, नीम का मास्क काफी फायदा करेगा.

 

ग्लिसरीन आपकी स्किन के लिए नहीं हैं किसी वरदान से कम, जानिए इसके फायदें

आपने ग्लिसरीन के बारे में अभी तक सिर्फ यही सुना होगा, कि इसका इस्तेमाल फिल्मी और टीवी सितारे नकली आंसू निकालने के लिए करते हैं। ग्लिसरीन देखने में सफेद गाढ़ा तरल पदार्थ होता है । ग्लिसरीन आपकी स्किन पर बिलकुल दवा की तरह काम करता है। आमतौर पर लोग ग्लिसरीन का उपयोग होठों और चेहरे पर लगाने के लिए करते हैं, लेकिन इसके बहुत सारे अद्भुत फायदों से अनजान रहते हैं।

ग्लिसीन एक पौधे से मिलने वाला नेचुरल तेल है। इसका कोई रंग न होकर पारदर्शी होता है। वैसे तो कर्ली, मोटे, बेजान व रूखे बालों पर ग्लिसरीन लगाना काफी फायदेमंद होता है। इससे बाल जड़ों से पोषित होते हैं। ऐसे में बालों का रूखापन, झड़ना बंद होता है। सुंदर, मुलायम, घना व शाइनी होने में मदद मिलती है। यह स्कैल्प पर करीब 24 घंटों तक नमी बनाएं रखने में मदद करता है।

ग्लिरीन को कंडीशन की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे बालों को गहराई से पोषण मिलने के साथ नमी बरकरार रखने मिलती है। ऐसे में बालों का रूखापन दूर हो सिल्की व शाइनी नजर आएंगे। साथ ही डैंड्रफ, दो मुंहे बाल आदि की परेशानी से छुटकारा मिलेगा। तो चलिए जानते हैं इससे कंडीशनर बनाने का तरीका…

स्किन केयर प्रॉडक्ट्स नहीं बल्कि इन चीजों की मदद से आपकी स्किन बनेगी जवां

हर महिला की यह ख्वाहिश होती है कि वह हमेशा ही अपनी उम्र से कम नजर आए। लम्बे समय तक यंग और ब्यूटीफुल स्किन पाने के लिए महिलाएं कई महंगे−महंगे स्किन केयर प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करती हैं, इससे उनकी स्किन भले ही यूथफुल नजर आए, लेकिन इसमें उनके काफी सारे पैसे खर्च हो जाते हैं। ऐसे में वक्त आता है कि आप थोड़ा स्मार्टली सोचें। यंग स्किन पाने के लिए अगर आप चाहें तो घर पर ही कुछ फेस मास्क बना सकती हैं।

एक सही प्रकार के फेस मास्क के नियमित इस्तेमाल करने से चेहरे की सूजन, मुहांसे और ब्लैक हेड्स से निजात मिलती है. इसके अलावा फेस मास्क एलर्जी और रैसेज को भी दूर करता है. जब आप अपने चेहरे पर मास्क लगाते हैं और कम से कम 10 से 15 मिनट के लिए छोड़ देते हैं तो इसके एक्टिव इंग्रीडिएंट स्किन लेयर के जरिए अंदर घुसते हैं और चेहरे की समस्याओं को दूर कर देते हैं. ग्लोइंग और यंग स्किन पाने के लिए सप्ताह में एक बार फेस मास्क जरूर लगाना चाहिए. चलिए आज हम आपको बताने जा रहे है नेचुरल इंग्रीडिएंट के साथ घर पर फेस मास्क कैसे बनाया जा सकता है.

घर पर फेस मास्क बनाने के लिए आप किचन की सामग्री के अलावा कोई भी सब्जी या फल का इस्तेमाल कर सकते हैं. फेस मास्क को बनाने के लिए पानी की बजाय फ्लोरल पानी का इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि इसमे थेरेपी गुणों के अलावा नेचुरल ऑयल भी होता है जो स्किन को ग्लोइंग बनाता है.

डिनर में आज सर्व करें मखाना काजू करी, यहाँ देखिए इसकी टेस्टी रेसिपी

सामग्रियां:
-20-25 काजू
– एक कप मखाने
-चार टमाटर

– दो हरी मिर्च
– 20-25 काजू (एक घंटे पानी में भिगोये हुए)
– दो-तीन बड़ी चम्मच हरा धनिया
– रिफाइंड ऑयल (आवश्यकतानुसार)
– एक छोटी चम्मच अदरक का पेस्ट
– एक छोटी चम्मच कसूरी मेथी
– एक चुटकी हींग
– नमक (स्वादानुसार)

ऐसे बनाए मखाना काजू करी
बता दें कि सर्वप्रथम टमाटर, हरी मिर्च और भीगे हुए काजू को एक साथ पीस लेवे। अब एक पैन में रिफाइंड ऑयल गर्म कर उसमें जीरा भूनिए एवं फिर हींग, अदरक का पेस्ट, हल्दी पाउडर तथा कसूरी मेथी को भी भूनिए।

अब इसमें पिसे टमाटर के साथ मसाले एवं लाल मिर्च पाउडर को डालिए और भून लेवे। अब एक अलग पैन लेकर उसमें रिफाइंड ऑयल गर्म कीजिए। गर्म तेल में एक- एक कर काजू और मखाने को तल लेवे। अब भुने मसाले वाले पैन को कम आंच पर चढ़ाकर इसमें एक कप पानी, नमक, गरम मसाला तथा बारीक कटा हुआ हरा धनिया डालिए एवं ग्रेवी में एक उबाल लेवे।

अब तले मखाने और काजू को भी पैन में डालकर उन्हें अच्छे से मिला लेवे। अब इसे तीन-चार मिनट तक ढककर पकाइए तथा फिर रोटी, परांठे, पूरी या चावल संग सर्व कीजिए।

शोध में हुआ खुलासा, मस्तिष्क की संरचना पर प्रभाव डालती हैं चाय

चाय दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय कैफीनयुक्त पेय पदार्थों में से एक है। पेय में बहुत सी किस्में होती हैं और प्रत्येक में कैफीन का स्तर भिन्न होता है। इसी समय, इसे एक व्यापक, लगभग सार्वभौमिक अपील मिली है, भले ही तैयारी और व्यंजनों में अंतर हो।

चाय पीने के लाभों को इंगित करने वाले कुछ बिखरे हुए सबूत हैं, जिनमें कुछ अध्ययनों में मस्तिष्क के लिए चाय के लाभों के बारे में बात करना शामिल है।एक शोध में पता चला है कि चाय का हमारे मस्तिष्क की संरचना पर प्रभाव पड़ता है. अध्ययन पता चला है कि नियमित रूप से चाय पीने वाले उन लोगों की अपेक्षा फायदे में होते हैं, जो लोग चाय नहीं पीते हैं.

सभी प्रतिभागियों ने अपने मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य, दैनिक जीवन शैली और समग्र स्वास्थ्य के बारे में विवरण प्रदान किया है. आंकड़ों के आधार पर, प्रतिभागियों को दो समूहों में विभाजित किया गया था. एक चाय पीने वाले और दूसरे चाय नहीं पीने वाले. इसके बाद सभी की एमआरआई स्कैन और अन्य जांच की गईं.

इसमें सवाल था कि उनके पास कितने प्रकार की चाय है और कितनी बार वो लोग चाय पीते हैं. शोध के लिए जिन प्रतिभागियों को शामिल किया गया था उनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक थी.

 

सावधान! इस ब्लड ग्रुप वाले लोगों को होता हैं हार्ट अटैक का अधिक खतरा

हार्ट अटैक का खतरा हर किसी को बना रहता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपका ब्लड ग्रुप यह बताने में सक्षम है कि आपके जीवन को हार्ट अटैक से कितना खतरा है। हाल ही में नीदरलैंड में हुए एक शोध से यह पता चला है।

इस शोध पर भरोसा करें तो ओ ब्लड ग्रुप वाले लोगों की तुलना में (ए, बी, एबी) ब्लड ग्रुप वाले लोगों में दिल का दौरा पड़ने की संभावना 9 फीसदी ज्यादा रहती है।

शोध के निष्कर्षो से पता चलता है कि वॉन विलेब्रैण्ड फैक्टर की ज्यादा मात्रा की वजह से खतरा ज्यादा हो जाता है।विलेब्रैण्ड फैक्टर एक रक्त का थक्का जमाने वाला प्रोटीन है, जो कि थ्रोम्बोटिक प्रक्रिया से जुड़ा हुआ है।

ए ब्लड ग्रुप वाले लोगों को ज्यादा कोलेस्ट्रॉल के लिए जाना जाता है, जो कि दिल के दौरे का प्रमुख जोखिम कारक है।शोधकर्ताओं ने कहा कि इसके अलावा, गैर ओ-ब्लड ग्रुप वाले लोगों में गैलेक्टिन-3 की उच्च मात्रा होती है। गैलेक्टिन-3 प्रोटीन सूजन और दिल के मरीजों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

आयरन की कमी और एनीमिया जैसे रोग से दूर रखने में कारगर हैं शहद

शहद का उपयोग सदियों से खाद्य पदार्थ के रूप में किया जा रहा है। यह एक महत्वपूर्ण औषधि है और साथ ही स्वाद में भी लाजवाब होता है। शहद का हमारे शरीर में बहुत महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।

 

शहद से होने वाले लाभः

हिमोग्लोबिन और आरबीसी को बढ़ाने में शहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आप भी अपने शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाना चाहते हैं तो नियमित रूप से गुनगुने पानी में दो चम्मच शहद डालकर पीये। ऐसा करने से आयरन की कमी और एनीमिया जैसे रोग भी दूर होते हैं। शहद में भरपूर मात्रा में लौह तत्व पाया जाता है जो हमारे रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाता है। साथ ही रक्त के बहाव को भी नियमित रखता है।

कीमोथैरेपी में शहद का असरः

अक्सर देखा गया है कि कीमो थेरेपी का इलाज चलते समय व्यक्ति के शरीर में सफेद रक्त कणिकाओं की संख्या बहुत अधिक मात्रा में कम होने लगती है। जो मरीज के शरीर के लिए गंभीर हो सकता है। ऐसे में शहद कीमो थेरेपी का सामना कर रहे व्यक्ति के शरीर में सफेद रक्त कणिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है।

शहद की एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल प्रॉपर्टीः

शायद हमारे शरीर में एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों की संख्या को बढ़ाता है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है। शहद हानीकारक सूक्ष्म जीव से लड़ता है और हमारे शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है। चोट या घाव पर अगर सीधे शहद को लगा दिया जाए तो यह एंटीसेप्टिक का काम करता है और बैक्टीरियल, फंगल इंफेक्शन से बचाता है।

पीरियड्स के दौरान यदि आपके पेट में भी होता हैं अत्यधिक दर्द तो आजमाएं ये उपाए

पीरियड्स हर महीने स्त्रियों की कठिनाई का सबब बनता है इस दौरान हार्मोन्स में परिवर्तन होता है  स्त्रियों को पेट दर्द, मूड स्विंग्स  तनाव का सामना करना पड़ता है ऐसे में आप चिडचिडि भी हो जाती हैं  इससे राहत पाना चाहती हैं ऐसा होता नहीं है

अगर आप भी पीरियड्स के दौरान अक्सर तनाव  उदास रहती हैं तो हम आपको कुछ टिप्स के बारे में बताते हैं इन टिप्स को आजमाकर आपको खुश रहने में मदद मिल सकती है तो चलिए आपको बता देते हैं किस तरह रखें खुद को खुश

दर्द में गर्म पानी की थैली- गर्म पानी की थैली से सेंक करने पर रक्त संचार ठीक से होता है पेट में ऐंठन  दर्द कम हो जाता है, इसलिए गर्म पानी की थैली से सिकाई करें ताकि पीरियड्स का दर्द कम हो जाए

शरीर को हाइड्रेट रखें– पर्याप्त मात्रा में शरीर को हाइड्रेट रखने से आपको पीरियड्स के दौरान ब्लोटिंग  पेट फूलने जैसी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता है इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं

भरपूर सोएं- पर्याप्त नींद लेने से आप पीरियड्स में अच्छा महसूस कर सकती हैं बेकार में लेटे रहने से आपका मूड  बेकार होता है इससे ऊर्जा भी समाप्त होती है इसलिए पर्याप्त नींद लें ताकि आप बिल्कुल खुश  तरोताजा महसूस कर सकें

एक्सरसाइज करें- पीरियड्स के दौरान हल्की-फुल्की अभ्यास आपके मन को खुश कर सकती है इस दौरान वॉकिंग, साइकिल चलाना  स्ट्रेचिंग जैसी अभ्यास कर सकती हैं, जिससे आपको अच्छा महसूस होता है