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यूपी के 34.54 लाख से अधिक युवाओं का इंतजार खत्म, UPSSSC ने ग्रुप ‘सी’ भर्तियों का कैलेंडर किया जारी

अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने इस साल होने वाली ग्रुप ‘सी’ भर्तियों का कैलेंडर जारी कर दिया है. आयोग वर्ष 2022 में 14 भर्ती परीक्षा आयोजित करेगा.

आयोग के कैलेंडर के अनुसार, भर्तियों के पूरा होने की प्रतीक्षा कर रहे 34.54 लाख से अधिक युवाओं का इंतजार खत्म हो जाएगा. इन युवाओं के लिए खुशखबरी यह है कि प्रदेश में 24,017 युवाओं को सरकारी नौकरी मिलेगी.

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग की आगामी कार्ययोजना की प्रेजेंटेशन देखते हुए रिक्त पदों को भरने के अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए थे.

बता दें कि अहम बात यह है कि आयोग ने तीन तारीखों को आरक्षित घोषित किया है. भविष्य में भर्ती या किसी घोषित परीक्षा की तिथि में बदलाव की स्थिति आने पर इनका उपयोग किया जा सकता है.

आरक्षित तीन तिथियों में से एक का उपयोग ग्राम पंचायत की भर्ती में किया जाएगा. यूपी लेखपाल के 8085 पदों के लिए प्रारंभिक परीक्षा के आधार पर लेखपाल की मुख्य परीक्षा 19 जून को होगी.

कुछ टेस्टी खाने का मन हैं तो आज ही बनाए राजगिरा पराठा, देखें इसकी रेसिपी

आवश्यक सामग्री

राजगिरे का आटा- 1 कप
कॉर्नफ्लोर- ½ टेबल स्पून
हरी मिर्च- 2
आलू- 1 मीडियम

अदरक की पेस्ट- ½ टेबल स्पून
हरा धनिया- 1 टेबल स्पून
घी- अंदाजानुसार
दही- 1 टेबल स्पून
पानी- अंदाजानुसार
सेंधा नमक- स्वादानुसार

बनाने की विधि:राजगिरा पराठा बनाने के लिए सबसे पहले आलू को उबालकर उसका छिलका निकालकर उसे मैश कर लें. साथ ही, हरी मिर्च  हरे धनिये को बारीक-बारीक काट लें.अब आटा गूंथकर तैयार करेंगे  इसके लिए एक बड़े बाउल में राजगिरे का आटा लें. उसमें अदरक की पेस्ट, हरी मिर्चे, हरा धनिया, मसला हुआ आलू  नमक डालें  उसे हाथ से अच्छे से मिला लें. अब इस आटे में घी  दही डालें, फिर से हाथ से मिला लें  अंदाजानुसार पानी डालते हुए आटा गुंथ लें. ध्यान रखे की ज्यादा पानी डालेंगे तो आटा चिपचिपा हो जाएगा, इसलिए हमेशा थोड़ा-थोड़ा पानी डाले. ध्‍यान रखें कि आटा एकदम चिकना गूंथें. अब गूंथे हूए आटे को तीस मिनट तक ढककर रख दें. तीस मिनट बाद इस आटे को निकाले  इसके पांच से छह समान गोले बना लें. अब इसे हल्‍के हाथों से बेलना प्रारम्भ करें. यह आटा बेलते समय किनारो से टूट जाता है तो इसे हाथ से जोड़ दे  5 इंच की गोलाई में बेल लें.गैस के मध्यम आंच पर तवा चढ़ाए  इसे गर्म होने दें. गर्म तवे पर ध्यान से पराठा रखें ताकि ये टूटे नहीं. थोड़ी देर बाद जब पराठा नीचे से सिक जाए तो उसे पलट दें  दूसरी  भी थोड़ा सा सेक लें.अब इस पर घी या ऑयल लगाकर पलट दें. इसे कलछी से चारो  दबाते हुए ब्राउन होने तक सेंके. फिर से घी या ऑयल लगाए  पलट दें. दूसरी  भी ऐसे सेक लें.तैयार है आपका राजगिरा पराठा, इसे आप अपनी पसंद की किसी भी चटनी, दही या अचार के साथ खा सकती हैं.

तेज धूप के कारण स्किन पर हो रही हैं टैनिंग तो कुछ इस तरह यूवी किरणों से करें बचाव

 गर्मी के दिनों में बाहर जाना एक बड़ी समस्या हो सकती है। तेज धूप का त्वचा की खूबसूरती पर गहरा असर पड़ता है। सूरज की यूवी किरणें त्वचा के लिए बहुत हानिकारक होती हैं।

गर्मियों में पानी कम पिएं। अगर आपको ज्यादा पसीना आता है तो खुलकर पानी पिएं। यह आपके शरीर में डिहाइड्रेशन को रोकेगा और सनबर्न, टैनिंग जैसी समस्याएं पैदा करेगा। पसीना आपके शरीर से सारा पानी निकाल देता है।

एलोवेरा जेल आपके शरीर को ठंडक पहुंचाता है। आप उसके जेल को चेहरे पर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें विटामिन सी, फोलिक एसिड और विटामिन ई होता है जो त्वचा के रंग को बेहतर बनाने में मदद करता है। आप एलोवेरा जेल का उपयोग कर सकते हैं, जो बाजार या पौधों से आता है।

दही कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है। रिसर्च के मुताबिक आप इसका इस्तेमाल सनबर्न और टैनिंग के लिए कर सकते हैं। इसमें पीएच स्तर भी सही मात्रा में होता है।

दूध का इस्तेमाल आप त्वचा के लिए भी कर सकते हैं। यह विटामिन डी, ई और फोलिक एसिड में भी समृद्ध है। कच्चे दूध को प्याले में निकाल कर फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दीजिए. फिर आप इसे रूई से सनबर्न वाली जगह पर लगाएं।

स्किन ड्राई हो या ऑयली साबुन का चयन करते वक्त इन चीजों का जरुर रखे ध्यान…

हर किसी की स्किन का एक अलग टाइप होता है.  तो किसी की स्किन ड्राई  भी होती है. ऐसे लोग भी हैं, जिनकी स्किन सेंसिटिव होती है. साथ ही किन्हीं-किन्हीं की कॉम्बिनेशन स्किन होती है. स्किन टाइप सिर्फ चेहरे पर ही निर्भर नहीं करता, बल्कि कभी-कभी पूरे शरीर की स्किन के टाइप का ध्यान रखना पड़ता है.

जिन लोगों की स्किन ड्राई या फिर सेंसिटिव होती है, वे इस सोप का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, कॉम्बिनेशन स्किन वालों को भी इस सोप से कोई खास नुकसान नहीं होगा. एक्सपर्ट्स का मानना है कि कॉम्बिनेशन स्किन वालों के लिए इस सोप का पहले पैच टेस्ट कर लेना ही बेहतर होगा.

ऐसे साबुनों को सॉफ्ट बनाने और चिकनाहट वाले गुणों से बनाया जाता है. इसी कारण इनमें शिया बटर, पैराफिन वैक्स और ग्लिसरीन आदि का इस्तेमाल किया जाता है. ये ड्राई स्किन वालों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं.

कई लोगों को चेहरे ही नहीं पीठ पर भी मुहांसे या एक्ने की समस्या हो जाती है. ऐसे में वे मार्केट में मिलने वाले ऐसे सोप उस कर सकते हैं, जो पिंपल्स को दूर करने में कारगर माने जाते हैं. कहा जाता है कि सेंसिटिव स्किन वालों के लिए ये ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकते हैं.

यदि आपकी डाइट में भी हैं कैल्शियम की मात्रा की कमी तो इन बातों का रखें ध्यान

 हड्डियां शरीर के लिए कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाती हैं, जैसे शरीर को स्ट्रक्चर प्रदान करना, अंगों की रक्षा करना, मांसपेशियों को सपोर्ट करना, कैल्शियम स्टोर करना आदि.

बचपन से ही मजबूत और स्वस्थ हड्डियों का निर्माण करना महत्वपूर्ण है. आप वयस्कता में भी हड्डियों की सेहत को बनाए रखने के उपायों को आजमा सकते हैं.  बुजुर्गावस्था में ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना बढ़ जाती है. लंबी उम्र तक हड्डियों को स्वस्थ रखना है, तो इन बातों का ध्यान रखें.

कई तरह के कारक हड्डियों की सेहत को प्रभावित करते हैं. आपकी डाइट में कैल्शियम की मात्रा कितनी है, आप कितना फिजिकल एक्टिविटी करते हैं, धूम्रपान और शराब का सेवन कितना करता है, शरीर में हार्मोन लेवल कितना है.

कैल्शियम के सेवन से भी हड्डियां मजबूत रहती हैं. 19 से 50 वर्ष की आयु के वयस्कों और 51 से 70 वर्ष की आयु के पुरुषों को प्रतिदिन 1,000 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है. वहीं, 51 वर्ष की उम्र की महिलाओं और 71 वर्ष और उससे अधिक उम्र के पुरुषों के लिए 1,200 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है.

वजन कम करने वाले एक्सरसाइज जैसे चलना, टहलना और सीढ़ियां चढ़ना-उतरना आपको मजबूत हड्डियां बनाने और बोन लॉस को धीमा करने में में मदद कर सकते हैं.

चाहते हैं लंबी उम्र तक आपको घुटनों में दर्द ना हो, आराम से चल-फिर सकें, दौड़ सकें, तो आज से ही डाइट में हर तरह की सब्जियों को शामिल करना शुरू कर दें. सब्जियां हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं.

जो हड्डियों को फॉर्म करने वाली कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ाता है. विटामिन सी का एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव हड्डियों की कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैं. साथ ही सब्जियां हड्डियों की घनत्वता को भी बढ़ाती हैं.

बढ़ते हुए बच्चों की हेल्थ और डाइट का कुछ इस तरह आप भी रख सकते हैं ख्याल

 हेल्थ  का ख्याल सबको रखना चाहें बच्चे हों या बड़े। बढ़ते हुए बच्चों की हेल्थ और डाइट  पर थोड़ा ज्यादा ध्यान देना होता है ताकि बच्चों की ग्रोथ ठीक से हो पाए और उन्हें किसी भी तरह की शारीरिक कमजोरियां घेर न पाएं।

दिल्ली के जीटीबी अस्पताल की सीनियर डाइटीशियन अंजलि शर्मा  ने हमारे साथ बातचीत में बताया कि ग्रोइंग बच्चों की डाइट न्यूट्रिशस  होने के साथ बैलेंस्ड  भी होनी चाहिए, क्योंकि जरूरत से ज्यादा कैलोरी लेने पर ओवर वेटेड  होने का रिस्क रहता है तो कम कैलोरी लेने पर वीकनेस आ सकती है। इसलिए उनकी डाइट ऐसी होनी चाहिए, जिससे वे हेल्दी-फिट रहें, बीमारियों से बचे रहें और उनका डेवलपमेंट भी अच्छी तरह से हो सके।

इन्हें करें डाइट में शामिल

  • इस एज में बच्चों को कैल्शियम की अधिक जरूरत होती है, जिससे हड्डियां मजबूत रहें। इसके लिए दूध, दही, पनीर या इससे बने उत्पाद देने चाहिए।
  • हरे पत्ते वाली सब्जियां उन्हें अधिक खिलानी चाहिए। इनमें आयरन की मात्रा अधिक होती है। गुड़ और चना मिक्स कर खाने से आयरन की कमी नहीं होती है।
  • उनके भोजन में कई कलर और न्यूट्रिएंट्स वाले फल-सब्जियां शामिल करें। इससे आपको आवश्यक विटामिन और अन्य आवश्यक तत्व मिलते रहेंगे।
  • प्रतिदिन उन्हें आठ से दस गिलास पानी पीने को कहें, इससे शरीर में नमी बनी रहती है। लेकिन खाना खाने के बीस मिनट बाद ही पानी पीना चाहिए।

गैस्ट्रिक हेडेक की वजह से रहते हैं परेशान तो आप भी जान ले इससे छुटकारा पाने के उपाए

कई बार पेट और आंतों की समस्‍या ब्रेन से जुड़ा होता है. कुछ लोगों को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम में विकार होने पर सिर में दर्द की समस्‍या होती है. सिर में होने वाले इस दर्द को गैस्ट्रिक हेडेक  भी कहा जाता है.

 शोधों में पाया गया है कि कई बार लोगों को पेट में गैस होने, इंफ्लामेटरी बॉवल डिजीज, अल्‍सर, कब्‍ज, अधिक देर तक खाली पेट रहने, गट में बैक्‍टीरिया संक्रमण आदि की वजह से सिर में तेज दर्द होने लगता है.

अगर आप भी इस तरह की समस्‍या से जूझ रहे हैं तो आप कुछ घरेलू उपायों की मदद से गैस से होने वाले इस सिर दर्द में आराम पा सकते हैं.

दहेल्‍थलाइन के मुताबिक, अगर आपको गैस के कारण सिर दर्द हो रहा है तो आप एक तौलिये में कुछ बर्फ के टुकड़े को लपेटें और इससे 15 मिनट तक सिर पर रखें. फिर 15 मिनट का ब्रेक लें और दोबारा ऐसा करें. आपको आराम मिलेगा.

आप एक गिलास पानी में एक चम्मच सौंफ डालें और 3-5 मिनट तक उबालें. अब इसे चाय की तरह पी लें. यह पेट में सूजन, गैस से आराम दिलाता है.

 

नहाते वक्त पानी में Bath Salt डालने से आपकी स्किन को मिलेंगे ये सभी लाभ

गर्मी के मौसम में शरीर को ठंडा रखने का सबसे आसान तरीका है बाथिंग. यही कारण है कि कई लोग गर्मी से राहत पाने के लिए दिन में कई बार नहाना पसंद करते हैं. ऐसे में एक लम्बी बाथ लेने से न सिर्फ आप तरोताजा महसूस करने लगते हैं बल्कि आपकी सारी थकान भी छूमंतर हो जाती है.

वैसे नहाना तो अमूमन सभी की दिनचर्या का हिस्सा होता ही है. लेकिन क्या आपने बाथ साल्ट (Bath Salt) का नाम सुना है. अगर हां, तो क्या आप बाथ साल्ट के फायदों से वाकिफ हैं.

बॉथ साल्ट में मौजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, सोडियम और ब्रोनाइट जैसे तत्व शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं. तो आइए जानते हैं बाथ साल्ट और इसके कुछ फायदों के बारे में.

इसे यूज करने के लिए नहाते समय बाथ टब के पानी में बाथ साल्ट के क्रिस्टल डाल दें. पानी में बाथ साल्ट के घुलने के बाद आप बाथ टब में बैठकर कुछ समय तक आराम करें. साथ ही अगर आप चाहें तो बाथ साल्ट के पानी को अपने शरीर पर स्क्रब भी कर सकते हैं.

कई बार थकान और किसी स्ट्रेस की वजह से गहरी और सुकून भरी नींद आना मुश्किल हो जाता है. बाथ साल्ट इस मुश्किल को हल करने में भी मदद करता है. बाथ साल्ट से आपकी थकान चुटकियों में गायब हो जाएगी और आप स्ट्रेस फ्री फील करने लगेंगे. बाथ साल्ट से बॉडी को स्क्रब करने से त्वचा के डेड स्किन सेल्स रिमूव हो जाते हैं.

लो-ग्रेड फीवर के ये हैं मुख्य लक्ष्ण, देखिए इससे छुटकारा पाने का तरीका

कोरोना काल (Corona) में जब भी किसी को हल्का सा भी बुखार होता है, तो लगता है कि कहीं कोविड तो नहीं हो गया. जरूरी नहीं कि बुखार होने का कारण कोरोना ही हो, कई अन्य कारणों, इंफेक्शन या शारीरिक समस्याओं से भी आपको बुखार हो सकता है.

हालांकि, बार-बार बुखार हो, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. सामान्य रूप से एक व्यक्ति के शरीर का तापमान लगभग 98.6 डिग्री फारेनहाइट होता है, लेकिन दिन भर इसमें उतार-चढ़ाव होता रहता है.  जब तापमान सामान्य रेंज से ऊपर चला जाए.

चाहे कोई भी बुखार हो, यहां तक ​​कि एक निम्न-श्रेणी का भी बुखार होना इस बात का संकेत है कि आपके शरीर में कोई ना कोई समस्या है. बुखार होना इस बात की तरफ इशारा करता है.

आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली वायरस, जीवाणु या अन्य बाहरी कारक द्वारा किए गए हमले के खिलाफ रक्षा कर रही है. शरीर के तापमान में वृद्धि के साथ शरीर इंफेक्शन और बीमारियों के प्रति प्रतिक्रिया करता है, लेकिन कुछ रोग पैदा करने वाले कीटाणुओं के उच्च तापमान में पनपने की संभावना कम होती है, इसलिए लो-ग्रेड फीवर होता है.

आज का दिन इन राशियों के लिए रहेगा मंगलमय, देखें अपना राशिफल

मेष: व्यावसायिक क्षेत्र में सम्मान बढ़ेगा। चल या अचल संपत्ति में बढ़ोतरी के योग हैं। वाणी पर संयम रखना होगा और मन को भी शांत रखना होगा। रचनात्मक प्रयासों में सफलता मिलने की पूरी संभावना है।

वृष: स्वास्थ्य के प्रति अलर्ट रहने की जरूरत है। परिवार में वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। व्यावसायिक मामलों में जोखिम न उठाएं। अपनी वाणी पर संयम बरतें।

मिथुन: रचनात्मक कार्य सफल हो सकते हैं। दांपत्य जीवन सुखमय होगा। किसी कार्य के संपन्न होने से प्रभाव तथा वर्चस्व में बढ़ोतरी होगी। आर्थिक प्रगति होगी।

कर्क: स्वास्थ्य के प्रति अलर्ट रहें। रोग या विरोधी तनाव का कारण होंगे। व्यर्थ की मामलों में सचेत रहें। बुद्धि से किए गए कार्य में सफलता मिलेगी।

सिंह: संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलता मिल सकती है। पारिवारिक महिला से तनाव मिल सकता है। संयम से काम करने से हित होगा।

कन्या: उच्च अधिकारी का सहयोग मिलेगा, लेकिन कुछ पारिवारिक तनाव रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। जीविका के क्षेत्र में आशातीत प्रगति होगी।

तुला: आर्थिक मामलों में जोखिम न उठाएं। पुरुषार्थ सार्थक होगा। जीवन साथी का सहयोग और सान्निध्य मिलेगा। किसी कार्य के संपन्न होने से आत्मविश्वास बढ़ेगा।

वृश्चिक: रिश्तों में निकटता आएगी। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। जीवनसाथी का सहयोग रहेगा। व्यावसायिक योजना फलीभूत होगी। रचनात्मक प्रयास फलीभूत होंगे।

धनु: उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी, लेकिन दांपत्य जीवन में वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। आर्थिक मामलों में प्रगति होगी।

मकर: पारिवारिक दायित्व की पूर्ति होगी। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। यात्रा देशाटन की स्थिति सुखद होगी, लेकिन स्वास्थ्य का ध्यान रखें। व्यावसायिक प्रयास फलीभूत होगा।

कुंभ: शासन सत्ता का सहयोग रहेगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। व्यावसायिक प्रयास फलीभूत होगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।

मीन: उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। महिला अधिकारी का सहयोग मिलेगा। रोजगार के क्षेत्र में प्रगति होगी। किसी कार्य के संपन्न होने से आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।