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घर पर बनाए मुंबई की चटपटी भेल, देखिए इसकी रेसिपी

सामग्री
4 मीडियम आलू उबला हुआ
1 कप छोले

 

सेंधा नमक
काला चाट मसाला
1 अदरक
जूलियन
2 छोटा छोटी हरी मिर्च
अनार के दाने
4 टी स्पून नींबू का रस

बनाने की वि​धि
आलू उबालें, उन्हें छीलें और बीच से 2 हिस्सों में काट लें। अब आलू को अंदर से काट कर निकालें और इसे कटोरी जैसा बना लें। इनमें छोले, हरी मिर्च, अनार, अदरक जूलियन्स, नमक, सेंधा नमक, काला चाट मसाला और नींबू का रस मिक्स करके भरें।

चाइनीज भेल बनाने के लिए सबसे पहले थोड़ी नूडल्स लें और एक पैन में थोड़ा सा तेल डालकर उन्हें फ्राई कर लें। अब पत्तागोभी, गाजर, लाल शिमला मिर्च, शिमला मिर्च, पीली शिमला मिर्च, प्याज और टमाटर को जूलियन काटकर सभी सब्जियों और नूडल्स को एक साथ मिला लें।

इसमें चिली पेस्ट के साथ लेब्जेल्टर मसालों को भी डाल दें। अब इसमें नमक, सिरका और सोया सॉस डालें। अच्छी तरह से मिलाएं और सर्व करें।तो आपके मुंह के स्वाद को बढ़ाने वाली कुल्ले की चाट तैयार है। इसे ताजा-ताजा खाएं।

 

चुकंदर आपकी स्किन को देगा गुलाबी निखार बस इस तरह करें स्किन पर अप्लाई

स्वस्थ और फिट रहने के लिए डाइट में चुकंदर को शामिल करना चाहिए। चुकंदर का सेवन कर आप कई तरह की बीमारियों से सुरक्षित रह सकते हैं। साथ ही आपकी स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होती है। आपकी स्किन को गुलाबी भी बनाती है।

हमारी त्वचा को कई बाहरी चीजें जैसे धूप, मिट्टी व प्रदूषण आदि नुकसान पहुंचा सकते हैं। इनके कारण रूखी त्वचा, डर्मेटाइटिस और सोरायसिस जैसी समस्या हो सकती है। इनसे बचने के लिए त्वचा की सबसे ऊपरी परत को सुरक्षित रखना जरूरी होता है।

इसके लिए चुकंदर का उपयोग किया जा सकता है। चुकंदर का अर्क ग्लूकोसिलेरैमाइड नामक तत्व से समृद्ध होता है, जो त्वचा की ऊपरी परत को सुरक्षित बनाए रखने में मदद कर सकता है। इसलिए, त्वचा के लिए चुकंदर का लाभ उठाने के चुकंदर के जूस का सेवन किया जा सकता है।

चुकंदर में नाइट्रेट्स की मात्रा खूब होती है। जिस वजह से इसको खाने से नाइट्राइट्स और गैस नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाता है। ये दोनों ही चीजें हमारी धमनियों को चौड़ा करने और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करती हैं।

डायबिटीज, कमजोर हड्डियों और थकान को दूर करने में कारगर हैं मटर

मटर में कई पोषक तत्वों की प्रचुर मात्रा पाई जाती है. डायबिटीज, कमजोर हड्डियों और थकान में मटर का सेवन मुफीद है. मटर प्रोटीन और फाइबर का प्राकृतिक स्रोत है. फाइबर पेट साफ रखने में मददगार साबित होता है. हालांकि, कुछ मामलों में मटर का सेवन कम करना चाहिए. आज हम आपको अपनी इस स्टोरी में बताएंगे कि मटर कब नहीं खानी चाहिए और कब खानी चाहिए

थकान में मटर कारगर
क्या आप हर समय खुद को थका और उदास महसूस करते हैं? अगर हां, तो ऐसे में आपको अपनी किसी डाइट में मटर को जरूर शामिल करना चाहिए. मटर प्रोटीन हासिल करने का प्राकृति स्रोत होने के साथ शरीर को ऊर्जा देने का भी काम करता है. मटर के इस्तेमाल से आपकी थकान दूर होगी और आप ज्यादा सक्रिय रह सकेंगे.

डायबिटीज रोगियों के लिए
डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए मटर जरूर इस्तेमाल करना चाहिए. दिन के एक भोजन में किसी न किसी रूप में मटर शामिल करना मुफीद साबित होगा. मटर में मौजूद प्रोटीन आपके शरीर में इंसुलिन लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसके अलावा मटर के इस्तेमाल का ये फायदा होगा कि आपके ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बढ़ नहीं पाएगा. इससे शुगर लेवल को सामान्य बनाए रखने में मदद मिलती है.

पेट के कैंसर को रोके

मटर पेट के कैंसर से सुरक्षा प्रदान कर सकता है. 2009 में मैक्सिको शहर में किए गए एक रिसर्च से पता चला कि मटर और फलिया के रोजाना सेवन से पेट के कैंसर का खतरा 50 फीसद तक कम हो गया.

 

छोटे कद की वजह से यदि आपको होती हैं शर्मिंदगी तो इन चीजों का करें सेवन

वैसे तो इंसान का कद आनुवांशिकता पर निर्भर करता है, लेकिन शरीर की सही ग्रोथ और डेवलपमेंट के लिए डाइट में पर्याप्त पोषक तत्वों का होना भी जरूरी है. वैज्ञानिकों का कहना है कि मैक्सिमम हाइट पर पहुंचने के बाद इंसान की लंबाई बढ़ना मुश्किल है.

क्या आप जानते हैं खाने की बहुत सी चीजें हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाकर कद बढ़ाने में मदद कर सकती हैं. शारीरिक विकास, टिशू रिपेयर और इम्यून फंक्शन में प्रोटीन की बड़ी भूमिका होती है.

फलीदार सब्जियां– फलीदार सब्जियों में प्रोटीन के अलावा कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं. प्रोटीन इंसुलिन ग्रोथ फैक्टर 1 (IGF-1) के स्तर को बढ़ाने का काम करता है. फलीदार सब्जियों में आयरन और विटामिन-बी भी पाया जाता है, जो एनीमिया से आपका बचाव करता है.

चिकन– प्रोटीन और कई न्यूट्रिएंट्स से भरपूर चिकन भी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद चीज है. चिकन विटामिन-बी12 का भी अच्छा स्रोत माना जाता है. यह पानी में घुलनशील एक ऐसा विटामिन है जो आपकी लंबाई बढ़ाने का काम कर सकता है. इसमें टॉरिन नाम का भी एक तत्व पाया जाता है जो कि एक अमीनो एसिड है.

अंडा– अंडा न्यूट्रिशन का पावरहाउस है. इसमें प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है. इसमें हड्डियों की सेहत के लिए जरूरी कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. 874 बच्चों पर हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि नियमित रूप से अंडा खाने वाले बच्चों की हाइट बढ़ती है. अंडे के पीले भाग (यॉक) में मौजूद हेल्दी फैट भी शरीर को फायदा दे सकता है.

गर्मियों के मौसम में नाभि के लिए सिर्फ ये तेल करें इस्तेमाल, कील-मुंहासे होंगे हमेशा के लिए दूर

बेली बटन यानी कि नाभि में तेल डालने से कई फायदे होते हैं। अगर आप रोज अपनी नाभि में तेल डालें तो यह आपकी खूबसूरती को बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद होता है, साथ ही यह आपके सूखे होठों को सॉफ्ट करने में भी फायदेमंद है। उससे भी जरूरी बात यह है कि किस मौसम में आपको कौन सा तेल अपनी नाभि में डालना चाहिए, यह जानना भी जरूरी है तभी यह आपको फायदा पहुंचाएगा। आइए जानते हैं-

गर्मियों के मौसम में आप अपनी नाभि में नीम व नारियल के तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं। यदि आपके चेहरे पर कील-मुंहासे आदि हैं तो नाभि में नीम का तेल रोज रात में सोने से पहले डालें। नीम का तेल नाभि में डालने से कील-मुंहासे की समस्या दूर होती है, वहीं नारियल का तेल नाभि में डालने से त्वचा में सॉफ्टनेस बनी रहती है और होंठ भी मुलायम होते हैं।

सर्दियों के मौसम में आप सरसों, बादाम और जैतून के तेल में से किसी भी तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं, इसके इस्तेमाल से सर्दियों में सूखी त्वचा की समस्या खत्म होती है और चेहरे पर निखार आता है।

बारिश के मौसम में आप नाभि में बादाम के तेल को डालने से चेहरे पर चमक आती है, साथ ही इससे बालों में बारिश के समय जो ड्राईनेस आ जाती है, वह भी कम होती है।

गर्भवती महिलाओं को अपने खान पान में जरुर शामिल करने चाहिए ये फ़ूड आइटम्स

प्रेगनेंसी में महिलाओं को लगभग सभी विटामिन्स की जरुरत होती है लेकिन विटामिन-डी और कैल्शियम से हड्डियां मजबूत होने के साथ बच्चे की ग्रोथ पर भी असर पड़ता है। इसलिए डाइट में ऐसी चीजें जरूर खानी चाहिए जिससे कि गर्भवती को कैल्शियम की पूर्ति हो सके।

संतरा

गर्भावस्था के समय संतरा कैल्शियम पाने सबसे अच्छा विकल्प है। इससे इम्यून सिस्टम बढ़ता है। संतरा में कैल्शियम की लगभग 50 मिलीग्राम मात्रा पाई जाती है।

पालक

पालक में 250 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है। यह गर्भावस्था में कैल्शियम की कमी को पूरा करता है, इसे खाने से आयरन भी मिलता है।

खजूर

खजूर में मिलने वाला कैल्शियम बच्चे की हड्डियां और दांत बनाने में मददगार होता है। इसमें मौजूद फोलेट दिमाग से जुड़ी संभावित बीमारियों और कमजोरियों से बच्चे की रक्षा करता है।

बादाम

कैल्शियम की कमी के इलाज के लिए बादाम बढ़िया विकल्प है। 100 ग्राम बादाम में 264 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है। कैल्शियम की कमी को पूरा करने के साथ दिमाग भी तेज करता है।

मसूर की दाल

प्रेगनेंसी की कैल्शियम डायट में मसूर की दाल को शामिल करना चाहिए। मसूर दाल में 19 मिलीग्राम कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है।

दूध और इससे बनी चीजें 

दूध तथा दही दोनों में 125 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है। कम वसा वाले दही यानी योगर्ट में कैल्शियम भरपूर मात्रा पाया जाता है।

सोयबीन

सोयाबीन, सोया मिल्क या टोफू में भरपूर कैल्शियम है। एक कप पकी हुई सोयाबीन में लगभग 175 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। दूध पीना पसंद नहीं है तो सोया मिल्क इसका बेहतरीन ऑप्शन है।

ब्रोकली

ब्रोकली में एंटीऑक्सीडेंट, फॉलिक एसिड, आयरन, फाइबर के अलावा और भी बहुत से पोषक तत्व मौजूद होते हैं। 156 ग्राम ब्रोकली में 63 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।

स्टैमिना कम होने की स्थिति में शरीर क्या संकेत देता है जानिए यहाँ…

आपने कई लोगों को कहते सुना होगा कि उनका स्टैमिना बहुत कम या फिर बहुत अच्छा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका मतलब क्या होता है? आइए, हम आपको बताए कि क्या होता है स्टैमिना –

स्टैमिना का मतलब है आपके शरीर की उर्जा व आपके आंतरिक बल से। सामान्य शब्दों में कहे तो स्टैमिना अर्थात व्यक्ति द्वारा किसी भी काम को मानसिक या शारीरिक रूप से लंबे समय तक जारी रख पाना। वैसे आमतौर पर अधिकांश लोग स्टैमिना से शारीरिक कार्यों को करने की क्षमता ही समझते है, लेकिन असल में यह मानसिक कार्यों को लंबे समय तक जारी रखने से भी जुड़ा है।

ये हैं लक्ष्ण 

* थोड़ी दूर तक चलने में या कुछ ही सीढ़ियां चढ़ते वक्त थकान लगना।
* किसी भी शारीरिक व मानसिक काम को लंबे समय तक नहीं कर पाना और कुछ देर में ही थकान व ब्रक की जरूरत महसूस होना।
* बिना मेहनत किए पसीना आना।
* भूख नहीं लगना।
* हर वक्त खुद को थका हुआ महसूस करना और चक्कर आना।
* आंखों के सामने कभी-कभी धुंधलापन छा जाना।
* किसी काम को करने में मन न लगना।
* हाथों और पैरों में दर्द महसूस होना।
* अधिक नींद आना।

 

स्वास्थ्य के साथ साथ आपके चेहरे के लिए भी फायदेमंद हैं अनार, मिलेगी बेदाग त्वचा व इंस्टेंट निखार

अनार के छोटे-छोटे दानों में सेहत का खजाना छिपा होता है पर क्या आपको ये पता है कि अनार के इस्तेमाल से आप निखरी, बेदाग त्वचा पा सकते हैं? अनार विटामिन, लवण और एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर फल है, जो सेहत के साथ-साथ त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद है।

अनार और शहद का मास्क
अनार के दानों को पीसकर पेस्ट तैयार कर लें। इस पेस्ट में एक चम्मच शहद मिला लें। इस पेस्ट को पूरे चेहरे और गर्दन पर अच्छी तरह लगा लें। कुछ देर इसे सूखने के लिए छोड़ दें। जब ये सूखने लगे तो हल्के गुनगुने पानी से चेहरा साफ कर लें। चेहरे की चमक आपको साफ नजर आएगी।

क्‍लींजिंग के लिए अनार के दाने का तेल
चेहरे को कई प्रकार से धोया जा सकता है। लेकिन तेल लगाकर चेहरे की अच्‍छी तरह से सफाई होती है। आप चाहें तो अनार के तेल में जोजोबा, कैस्‍टर, नारियल या फिर तिल का तेल मिक्‍स कर सकती हैं। अनार के तेल में एपिडर्मल परत को गहराई से पोषण देने के लिए फ्लेवोनोइड्स और पुनिक एसिड होता है।

दही के साथ मिलाकर
बेदाग त्वचा के लिए आप यह पैक लगा सकते हैं। अनार के बीजों को अच्छी तरह पीस लें और उसमें दही मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। इस पैक को चेहरे पर लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें। जब पैक सूख जाए तो चेहरे को हल्के गुनगुने पानी से धो लें।

अनार का जूस
अनार के छोटे-छोटे रसदार लाल दाने सिर्फ स्वास्थ्य के लिए नहीं बल्कि त्वचा के लिए भी फायदेमंद होते हैं। दरअसल, इनमें खून को प्यूरीफाई करने की क्षमता होती है जिससे त्वचा को पोषण और निखार मिलता है। वहीं इसमें एंटी-एजिंग गुण भी होते हैं जिससे त्वचा खूबसूरत और जवां नजर आने लगती है। त्वचा का निखार कायम रखने के लिए आपको नियमित तौर पर अनार के जूस का सेवन करना चाहिए।

एलर्जी हो सकती है
एलर्जी अनार का सबसे कॉमन साइड इफेक्ट है। कभी-कभी यह समस्या गंभीर भी हो सकती है। अगर आप अनार खाने के बाद खुजली, सूजन, गले में खराश जैसी समस्याएं महसूस करते हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। साथ ही अनार से दूरी बना लेनी चाहिए।

यहाँ जानिए आखिर कैसा रहेगा आज आपका दिन, जरुर देखें अपना राशिफल

राशिफल

मेष: चली आ रही समस्या का निवारण होगा. रोजी-रोटी के विषय में सुखद खबर मिलेगा. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा.

वृष: उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी. शासन सत्ता का योगदान रहेगा. व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. क्रोध पर नियंत्रण रखें.

मिथुन: दाम्पत्य ज़िंदगी सुखमय होगा. पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी. जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी.

कर्क: गृह उपयोगी वस्तुओं में वृद्धि होगी. स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें. रिश्तों में मधुरता आएगी. पारिवारिक ज़िंदगी सुखमय होगा.

सिंह: धन, पद  प्रतिष्ठा की दिशा में प्रगति होगी. किसी काम के संपन्न होने से आपके असर तथा वर्चस्व में वृद्धि होगी.

कन्या: आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. यात्रा देशाटन की स्थिति सुखद होगी. संबंधों में निकटता आएगी. व्यावसायिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी.

तुला: उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी. किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा. व्यस्तता बढ़ेगी. असावधानी रखा, तो लोन बढ़ेगा.

वृश्चिक: आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. विरोधी परास्त होगा. शासन सत्ता से योगदान मिलेगा. आर्थिक मामलों में जोखिम न उठाएं.

धनु: पंचग्रही योग से आर्थिक मामलों में प्रगति होगी. प्रतियोगी इम्तिहान की दिशा में सफलता मिलेगी, लेकिन नेत्र या उदर विकार के प्रति सचेत रहें.

मकर: जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं. कुछ व्यावसायिक तनाव भी मिल सकते हैं. आर्थिक मामलों में जोखिम न उठाएं.

कुंभ: यात्रा देशाटन की स्थिति सुखद होगी. एजुकेशन प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलता मिलेगी. व्यावसायिक कोशिश फलीभूत होगा. रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी.

मीन: जीवनसाथी का योगदान  सानिध्य मिलेगा. व्यावसायिक मामलों में प्रगति होगी. सामाजिक कार्यों में रुचि लेंगे.

Ambedkar Jayanti पर मायावती ने समाज में उपेक्षित वर्ग के विकास का मुद्दा उठाया व कहा-“जातिवादी सरकारें…”

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती  ने एक बार फिर यूपी के योगी सरकार पर निशाना साधा है. अंबेडकर जयंती पर बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को याद करते हुए मायावती ने समाज में उपेक्षित वर्ग के विकास का मुद्दा उठाया है

मायावती ने ट्वीट किया ”जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला करने की छूट नहीं देती हैं. यदि कोई कुछ करने का प्रयास करता है तो उसको दूध की मक्खी की तरह निकाल-बाहर कर दिया जाता है, जैसा कि अब तक यहां होता रहा है. इसीलिए इन वर्गों की हालत अभी तक मजबूर व लाचार, यह अति-दुःखद.”

उन्होंने बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को श्रद्धांजलि दी है. मायावती ने ट्वीट किया ”संविधान शिल्पी परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर उनके अनुयाइयों की ओर से उन्हें शत्-शत् नमन व हार्दिक श्रद्धा-सुमन। ”

गुजरात में हिंसा की घटनाओं का जिक्र करते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने देश में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किये हैं और उन्होंने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा था.