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यूपी चुनाव में 2 सीट जीतने में कायमाब रही कांग्रेस को लगा तगड़ा झटका, रामपुर खास और फरेंदा में बची ‘लाज’

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 में कांग्रेस महज 2 सीट जीतने में कायमाब रही. 2017 में 7 सीटों पर कब्जा करने वाली कांग्रेस का प्रदेश में ग्राफ चुनाव दर चुनाव गिरता जा रहा है.  2017 के चुनाव में ये 6.25 प्रतिशत था. एक दौर में कांग्रेस यूपी की सबसे बड़ी पार्टी हुआ करती थी.

इस चुनाव में कांग्रेस के खाते में जो दो सीटें आई हैं वो रामपुर खास और फरेंदा हैं. रामपुर खास में अराधना मिश्रा ने बीजेपी के नागेश प्रताप सिंह को 14 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है. अराधना मिश्रा को 84334 वोट मिले तो नागेश प्रताप को 69593 वोट हासिल हुए.

वहीं, फरेंदा में वीरेंद्र चौधरी ने बीजेपी के बजरंग बहादुर सिंह को 1087 वोटों से शिकस्त दी. वह यहां पर एक भी सीट नहीं जीत पाई. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी नहीं जीत पाए.  राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने किया था, जिन्होंने पिछले तीन दशकों से पार्टी को फिर से जीवित करने के प्रयास में राज्य भर में बैठकें और रोड शो किए.

प्रियंका का अभियान ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के नारे के इर्द-गिर्द केंद्रित था. पार्टी महिलाओं के लिए एक अलग घोषणापत्र जारी करने के नए प्रयोग के साथ आई थी. कांग्रेस ने इस चुनाव में 40% टिकट भी महिलाओं को दिए थे.

 

यूपी चुनाव के ठीक पहले दलबदल करने वाले इन 21 विधायकों में से सिर्फ चार को ही नसीब हुई जीत

 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ऐन पहले दलबदल करने वाले ज्यादातर विधायकों का दांव खाली गया और ऐसे 80 प्रतिशत जनप्रतिनिधि सियासी संग्राम में सफलता हासिल नहीं कर सके.

दलबदल कर विभिन्न राजनीतिक दलों का हाथ थामने वाले इन 21 विधायकों में से सिर्फ चार को ही जीत नसीब हुई है। पाला बदलने वाले इन विधायकों में से 9 भाजपा जबकि 10 सपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे थे।

जिन प्रमुख नेताओं को हार का सामना करना पड़ा उनमें उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य व धर्म सिंह सैनी के अलावा बरेली की पूर्व महापौर सुप्रिया ऐरन शामिल हैं। ये नेता चुनाव से ऐन पहले समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे।

अदिति सिंह ने हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था और उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया था। हालांकि राकेश सिंह भाजपा के टिकट पर रायबरेली लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली हरचंदपुर विधानसभा सीट से जीत हासिल करने में विफल रहे।

उन्होंने कहा कि इसमें किसी पार्टी की विचारधारा से जुड़ाव या पसंद नहीं होती। आज के दौर में दलबदल के पीछे अवसरवाद शब्द ज्यादा प्रभावी दिखाई देता है। इसे वृहद और सूक्ष्म स्तरों पर देखा जाना चाहिए। वृहद स्तर पर यदि एक प्रत्याशी किसी विशेष दल के लिए अनुकूल स्थिति महसूस करता है तब ऐसी स्थिति में वह दल बदल सकता है।

 

CMAT-2022:9 अप्रैल को आयोजित होगी CMAT-2022 की परीक्षा, ये हैं आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी, NTA ने कॉमन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (CMAT-2022) के लिए परीक्षा तिथि जारी कर दी है। NTA 9 अप्रैल को दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक CMAT-2022 परीक्षा आयोजित करेगा।

सीएमएटी के लिए पंजीकरण प्रक्रिया चल रही है और आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 17 मार्च, 2022 है। जिन उम्मीदवारों ने अभी तक कॉमन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट और ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूड टेस्ट के लिए आवेदन नहीं किया है।

“देश में प्रबंधन कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए सामान्य प्रबंधन प्रवेश परीक्षा (CMAT-2022) के ऑनलाइन आवेदन के संबंध में सार्वजनिक सूचना दिनांक 16 फरवरी 2022 के क्रम में, यह सूचित किया जाता है कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) अब CMAT का आयोजन करेगी- 2022 परीक्षा 09 अप्रैल 2022 को दोपहर 03:00 बजे से शाम 06:00 बजे तक, “आधिकारिक वेबसाइट पढ़ती है।

अधिसूचना के अनुसार उम्मीदवार जो राजीव गांधी राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, पंजाब में प्रवेश लेने के इच्छुक हैं, वे भी सीएमएटी -2022 के लिए आवेदन कर सकते हैं।

रात की बची हुई बाटी से सुबह बनाए इतना टेस्टी नाश्ता, देखें इसकी रेसिपी

आवश्यक सामग्री

बची हुई बाटी- 3-4
दूध-1 कपदेसी घी-1/2 कपइलायची पाउडर-1/2 छोटा चम्मच
ड्राई फ्रूट्स-1/2 कप (कटे हुए)

1. सबसे पहले पैन में दूध उबालें। 2. मिक्सी में बाटी डालकर पीस लें।
3. अलग पैन में घी गर्म करके इसमें बाटी का पाउडर डालकर सुनहरा भूरा होने तक भूनें।
4. अब इसमें इलायची पाउडर, चीनी, ड्राई फ्रूट्स व दूध मिलाकर 3-4 मिनट तक पकाएं।
5. मिश्रण के तैयार होने पर इसे ट्रे में फैलाकर रखें।
6. फिर इसे बर्फी की शेप में काट सर्व करें।

2. बाटी से बनाएं चूरमा

आवश्यक सामग्री-

बाटी- 2
गुड़- 1 कटोरी
देसी घी- 1 कटोरी

विधि-

1. सबसे पहले बाटी को टुकड़ों में तोड़ लें।
2. अब इसे मिक्सी में पीस लें।
3. मिश्रण में हाथों की मदद से गुड़ मिलाएं।
4. अब पैन में घी गर्म करके उसमें गुड़ का मिश्रण डालकर सुनहरा भूरा होने तक भूनें।
5. इसे सर्विंग डिश में डालकर गर्मा-गर्म सर्व करें।

गर्भवती महिलाओं को यदि दूर करनी हैं शरीर की दुर्गंध तो आजमाएँ ये ब्यूटी हैक

गर्भावस्था आपके हॉर्मोनल स्तर पर अत्यधिक बदलाव ला सकती है जिससे आपके संवेदी कार्यों और भावनाओं पर असर पड़ता है।  इस दौरान अचानक से आप खुद में ताजगी का अनुभव नहीं कर पाती हैं और आपकी सूंघने की शक्ति या महक के प्रति संवेदनशीलता अत्यधिक बढ़ जाती है जिससे आप अपनी ही शारीरिक दुर्गंध से परेशान हो सकती हैं।

गर्भावस्था के दौरान शरीर की गंध आपकी मनोदशा पर भी अत्यधिक प्रभाव डालती है और आपको काफी शर्मिंदा महसूस करा सकती है। स्तनपान के दौरान भी हार्मोन में बदलाव होता है और इस बदलाव के कारण विषेश रूप से बगल व गुप्तांग से अत्यधिक दुर्गंध आती है। लेकिन चिंता न करें गर्भवती महिलाओं में शरीर की दुर्गंध बहुत आम बात है।

इससे शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं जिससे कई रोग दूर रहती हैं। इसके अलावा एक्सरसाइज करने से निकलने वाला पसीना शरीर को कई तरह के लाभ पहुंचाता है। चलिए जानते हैं ज्यादा पसीना निकलने के लाभ के बारे में.

-ज्यादा पसीना निकलने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है जिससे दिमाग फ्रैश रहता है तथा तनाव को दूर रखता है।-ज्यादा पसीना निकलने के कारण से शरीर में खून का दौरा तेज हो जाता है जिससे पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक ढंग से काम करने लगता है।

-पसीना निकलने से शरीर की गदंगी बाहर निकलती है जिससे चेहरे पर पिपंल्स की परेशानी नहीं होती या बेहद कम हो जाती है।
-पसीना निकलने से शरीर की गदंगी बाहर निकल जाती है जिससे चेहरे के रोम छिद्र खुलने लगते हैं और स्किन साफ हो जाती है।

बढती उम्र के कारण हो रही हैं डार्क सर्कल की समस्या तो टमाटर का ये नुस्खा आजमाएं

हम अक्सर यह मान लेते हैं कि हमें डार्क सर्कल हो गया है क्योंकि हम पर्याप्त नींद नहीं ले रहे हैं या हमारे अंदर कुछ पोषक तत्वों की कमी हो गई है। हकीकत में ऐसा नहीं होता, एक अध्ययन के अनुसार आंखों के नीचे काले घेरे जेनेटिक होते हैं।

नेसल कन्जेसन इसकी दूसरी वजह बताया गया है। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढती जाती है आंखों के नीचे अंधेरा भी बढ़ता हुआ देखा जा सकता है, क्योंकि उम्र के साथ इस क्षेत्र में फैटी टिशू कम हो जाते हैं या शिफ्ट हो जाते हैं, जिससे वो अपनी छाया जैसा निशान वहां छोड़ देते हैं।

टमाटर में लाइकोपीन होता है जो त्वचा को नुकसान से बचाता है। टमाटर के रस को नींबू के रस के साथ मिलाएं और इस मिश्रण को प्रभावित जगह पर लगाएं। सुनिश्चित करें कि मिश्रण आपकी आंखों में प्रवेश नहीं करता है। इसे 10 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर ठंडे पानी से धो लें।

आंखों के लिए कुछ आलू चुनें आलू न केवल सब्जियों और परांठों के लिए चमत्कार करता है, बल्कि आंखों के लिए भी। सब्जी की टोकरी से एक कच्चा आलू उठाएँ और इसे कद्दूकस कर लें। इसका रस निकालें और इसमें दो कपास की गेंदों को भिगोएँ। कॉटन बॉल को डार्क सर्कल्स पर लगाएं और इसे 10-15 मिनट तक बैठने दें। फिर अपनी आंखों को ठंडे पानी से धो लें। आलू में एंजाइम, स्टार्च और विटामिन सी त्वचा को पोषण देंगे और काले घेरे को गायब कर देंगे।

चेहरे और पैरों की वैक्सिंग में अब नहीं खर्च होंगे पैसे बस इस घरेलु नुस्खे को एक बार अपनाए

हाथों के बाल हों या आर्मपिट के, इन अनचाहे बालों से कई बार लोगों के सामने शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है, साथ ही ये हाइजीनिक भी नही होते। ये पसीने की बदबू  का भी कारण होते हैं। वैसे गर्ल्स हाथों, चेहरे और पैरों की वैक्सिंग  करके ज्यादा कॉन्फिडेंट फील करती हैं। वैसे तो इन बालों को हटाने के लेजर, इलेक्ट्रॉसिस और वैक्सिंग जैसे कई सारे तरीके हैं, जो मंहगे होने के साथ ही कई बार एलर्जी का कारण भी बन जाते हैं।

अंडे में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जो कोलेजन बूस्टर में मदद करता है।इससे हमारी त्वचा को पोषण मिलता है और त्वचा का निखार बढ़ता है।आप अनचाहे बालों को निकालने के लिए एक कटोरी में अंडे का सफेद भाग लें और इसमें कॉर्नस्टार्च व चीनी मिलाकर चिकना पेस्ट बनाएं।

फिर इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और जब यह पेस्ट सूखकर काफी कठोर होने लगे, तो इसे जल्दी से स्ट्रीप की मदद से निकल लें।इसके बाद ठंडे पानी से अपना चेहरा धो ले।इससे चेहरे की त्वचा से अनचाहे बाल आसानी से निकल जायेंगे और इससे चेहरे की खूबसूरती भी बढ़ जायेंगी।

नींबू प्राकृतिक ब्लीचिंग एजेंट के रूप में काम करता है और त्वचा की टोन को हल्का करते हुए बाकी बालों को ब्लीच करता है। चेहरे के बालों के लिए इस घरेलू उपाय के लिए, आप चीनी और ताजे नींबू का रस पानी में मिलाकर गर्म करें, और इसे थोड़ा ठंडा होने के लिए अलग रख दें।

एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर लहसुन का नियमित सेवन करेगा ब्लडप्रेशर संबंधी समस्या को दूर

आमतौर पर लहसुन हर घर में इस्तेमाल में लाया जाता है. सब्जी में तड़के के लिए या चटनी का स्वाद बढ़ाने के लिए लहसुन बहुत कारगर होता है. लेकिन क्या आपको पता है कि इसके अलावा लहसुन को किस चीज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.

लहसुन को औषधीय रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. जी हां, लहसुन खाने के बहुत सारे फायदे होते हैं. अगर लहसुन का सेवन खाली पेट किया जाए तो खासकर मर्दों के लिए यह और भी लाभदायक होता है. लहसुन नैचुरल एंटी-बायोटिक है और इससे कई तरह के संक्रमण होने का खतरा कम रहता है.

1 अंकुरित लहसुन का सेवन दिल के लिए फायदेमंद है। यह रक्त के निर्बाध संचार और हृदय तक रक्त के आसानी से संचारित होने में मददगार होता है।

2 यह आपकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है, और कई तरह की बीमारियों से आपकी रक्षा करता है।

3 एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के कारण यह आपको तनाव रहित रखने में मदगार है साथ ही आपकी त्वचा को झुर्रियों से बचाकर आपको जवां बनाए रखने में भी सहायक है।

4 ब्लडप्रेशर को नियंत्र‍ित रखने के लिए अंकुरित लहसुन बेहद फायदेमंद होता है। इसकि नियमित सेवन से ब्लडप्रेशर संबंधी समस्या से आसानी से बचा जा सकता है।

इम्यूनिटी बढाने के साथ थकान और कमजोरी को दूर करता हैं रोजाना गुड़ और चने का सेवन

कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए गुड और चना खाया जाता है। लेकिन इसके अलावा गुड़ और चना एनीमिया रोग दूर करने में काफी मददगार साबित होता है.रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी से होने वाला एनीमिया रोग ज्यादातर महिलाओं में देखने को मिलता है.

खास तौर से आयरन की कमी के कारण यह समस्या सामने आती है, जिसमें थकान और कमजोरी महसूस होना आम बात है. ऐसे में महिलाओं को अपनी डाइट में iron से भरपूर चीजें लेने की सलाह दी जाती है ताकि हीमोग्लोबिन का स्तर कम न हो.

गुड़ और चना अन्य फूड की तरह जब एक साथ मिल जाते हैं तो सुपर फूड कहलाते हैं. दोनों फूड का मिश्रण विटामिन और मिनरल से भरपूर होता है. चना प्रोटीन का खजाना माना जाता है और गुड़ से एंटी ऑक्सीडेंट्स काफी मिलता है. इसके अलावा, गुड़ में जिंक, सेलेनियम और चना में मिनरल जैसे बी6, फोलेट, मैग्नीज, फॉसफोरस, आयरन, कॉपर, थायमिन, नियासिन और राइबोफ्लेविन पाया जाता है. फूड का एक साथ खाना भारतीय डाइट का लंबे वर्षों से हिस्सा रहा है. गुड़ और भुना चना का सेवन कई तरह से स्वास्थ्य के लिए मुफीद होता है.

गुड़ और भुना चना दोनों में जिंक पाया जाता है. जिंक ऐसा मिनरल है जो शरीर में 300 एंजाइमों को सक्रिय कर इम्यूनिटी बढ़ाता है. गुड़ और चना का इस्तेमाल सांस की परेशानी से पीड़ित लोगों के लिए बेहतर होता है. उन्हें सिर्फ भुना चना, गुड़ और दूध के साथ रात में सोने से पहले खा लेना चाहिए.

मसाले के रूप में प्रयोग होने वाली इलायची आपके स्वास्थ्य के लिए हैं बेहद फायदेमंद

आमतौर पर मिठाई का स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होने वाली सफेद इलायची सेहत के बहुत फायदेमंद है. अधिकतर लोग इलायची को स्वादिष्ट मसाले के रूप में ही प्रयोग करते हैं और इसके सेवन से सेहत को होने वाले फायदों के बारे में अनजान रहते हैं.  हर दिन दो इलायची खाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा. आगे पढ़िए सफेद इलायची खाने से होने वाले फायदों के बारे में.

#बॉडी डिटॉक्‍स करता है- इलायची का पानी बॉडी को डिटॉक्सीफाई करने का एक बेहतर तरीका है। रोजाना इसके सेवन से आपके शरीर के सभी विषाक्त पदार्थ फ्लश आउट हो जाते हैं और आप काफी बेहतर महसूस करते हैं।

# मुंह की दुर्गंध- भोजन के बाद एक इलायची जरूर चबाना चाहिए। इससे मुंह की दुर्गंध को दूर तो करता ही है, साथ ही आपके पेट से जुड़ी कई समस्यों को दूर करने में भी कारगर साबित हो सकता है।

#एसिडिटी में फायदेमंद- खाने के बाद नियमित रूप से इलायची चबाने से एसिडिटी दूर होती है। खाने के एकदम बाद बैठने के बजाय इलायची चबाते हुए कुछ देर सैर करें।