Saturday , January 11 2025

News Group

पुश अप्स लगाने का ये सही तरीका महिलाओं के लिए हैं बेस्ट, डाले एक नजर

डायमंड, क्लोज़, स्पाइडर मैन या स्फिंक्स- पुश अप्स के बहुत से अच्छे प्रकार हैं। अगर हम इनके परिणाम की बात करें, तो वो और भी ज्यादा अच्छे हैं। लेकिन पुश अप्स की दुनिया में एक कदम आगे बढ़ाने के लिए, पहले यह जरूरी है कि आप उसके मौलिक तरीके सीख लें। एक बार आप ने वो सीख लिया, तो फिर आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।

नी पुश अप्स को काफी हद तक सामान्य पुश अप्स की तरह ही किया जाता है. आप सबसे पहले अपनी कमर, गर्दन और कूल्हों को एक सीध में रखते हुए दोनों हथेलियों को जमीन पर टिका लें और दोनों पैरों को पीछे की तरफ खोलते हुए सीधा रखें.

फुल-फ्लोर पुश-अप करने से पहले अपने कंधों में ताकत लाएं। अगर आपके रोटेटर कफ़ मसल्स में किसी तरह की कमज़ोरी है तो वॉल या लेज पुश अप करें। एक बार आपके कंधो में ताकत आ जाए फिर आप फ्लोर पुशअप कर सकते हैं।

इसके बाद घुटनों को नीचे लाते हुए जमीन पर टिकाएं, ध्यान रखें कि कूल्हों के ठीक नीचे नहीं लाना है. अब दोनों पैरों को एक के ऊपर एक चढ़ा लें. इसके बाद कोहनी मोड़ते हुए छाती को जमीन के पास लाकर वापिस पहले वाली स्थिति में ले जाएं. इसके 8 से 10 रैप्स के तीन सेट्स करें.

सामान्य पुश अप्स को ही फुल पुश-अप्स कहा जाता है. इसे करने के लिए आपको प्लैंक की पोजीशन में आना होता है. उसके बाद अपनी कोहनियों को मोड़ते हुए छाती को जमीन के पास लाना होता है और फिर वापिस पुरानी स्थिति में जाना होता है. इसके 8 से 10 रैप्स के तीन सेट्स करने चाहिए.

गर्भावस्था में मछली और समुद्री फूड के साथ साथ इन चीजों का नहीं करना चाहिए सेवन

बाहर खाना खाना आज के समय में सोशलाइज होने का एक तरीका बन गया है, फिर चाहे परिवार के साथ अच्छा समय बिताना हो, अपने पार्टनर के साथ मूवी एंजॉय करना हो या काम के बाद कलीग्स के साथ बाहर जाना हो, बाहर खाना खाना अब एक प्रचलन बन गया है। लेकिन जब गर्भावस्था की बात आती है तो आपको कोई भी कदम उठाने से पहले सोचना चाहिए।

चाइनीज फूड दुनिया भर में सबसे पॉपुलर खानों में एक माना जाता है, अगर आप प्रेगनेंट हैं तो आपको थोड़ा रुक कर इस विषय में सोचना चाहिए। प्रेगनेंसी के दौरान आपको चाइनीज फूड खाने की क्रेविंग हो सकती, इसलिए आपको किस चीज से परहेज करना चाहिए यह जानना आपके लिए जरूरी है।

मछली और समुद्री फूड- बड़ी मछली जिसमें पारा का उच्च लेवल होता है, उसका इस्तेमाल नवजात या छोटे बच्चे के लिए नुकसानदेह होता है. उसका इस्तेमाल नर्वस सिस्टम और दिमाग को नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए, टूना शार्क, स्वोर्डफ़िश, वॉली, मार्लिन जैसी मछलियों के इस्तेमाल से परहेज करें. उसके अलावा, अधपकी मछली को भी न खाएं.

पपीता- प्रेगनेन्सी में पपीता खाना रिस्की और खतरनाक हो सकता है. कच्चा या अधपका पपीता में लाटेकस नामक एंजाइम होता है, जो यूटराइन कॉन्ट्रैक्शन्स को बढ़ावा देता है.

चाइनीज फूड- नूडल्स और चाइनीज फूड से तो प्रेगनेन्सी में बिल्कुल बचा जाना चाहिए. चाइनीज भोजन में अजीनोमोटो का इस्तेमाल होता है. अजीनोमोटो एक तरह का कैमिकल है. अजीनोमोटो को मोनोसोडियम ग्लूटामेट भी कहते हैं. उसके इस्तेमाल से भ्रूण का दिमागी विकास प्रभावित हो सकता है.

ब्‍लड प्रेशर की समस्या से हैं ग्रसित तो खानपान में जरुर करें ये बदलाव

अगर आपको ब्‍लड प्रेशर की प्रॉब्‍लम है तो खानपान में बदलाव लाने से आपको कई फायदे हो सकते हैं. ये कोई बड़े नहीं बल्कि मामूली से बदलाव हैं.

एक नए अध्ययन से पता चला है कि बादाम, सोया, दाल, फलियां खाने से कई बीमारियों में राहत मिलती है. इस अध्‍ययन में कहा गया है कि इन्‍हें प्रतिदिन खाने से रक्तचाप, सूजन (इनफ्लेमेशन) समेत हृदयरोग संबंधी बीमारी के कई जोखिम कम हो सकते हैं

पादप आधारित भोजन को कम संतृप्त वसा वाले आहार के साथ सेवन करने से कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल (बैड कोलेस्ट्रोल) में 30 प्रतिशत की कमी आती है.

पानी या तरल पदार्थ- पानी या जूस की शक्ल में तरल पदार्थों का सेवन डिहाइड्रेशन से लड़ने में मदद करता है. अपर्याप्त पानी का इस्तेमाल खून की मात्रा कम कर देता है और आगे ब्लड प्रेशर कम होने का कारण बनता है. डॉक्टरों के मुताबिक, लो बीपी वालों को रोजाना कम से कम 8 प्याला पीना चाहिए. उनको अल्कोहल के इस्तेमाल से भी दूरी बनानी चाहिए.

कैफीन- कॉफी और कैपीन युक्त चाय कार्डियोवास्कुलर सिस्टम को उत्तेजित करते हैं और हृदय गति को बढ़ावा देते हैं. इस वजह से कैफीन का इस्तेमाल कम समय में मुफीद साबित हो सकता है.

नमक- नमक गिरते हुए ब्लड प्रेशर को ऊपर उठाने में मदद करता है. अगर आपको ब्लड प्रेशर की समस्याओं का अनुभव हो रहा है, तो आपको सोडियम के सेवन को संयमित रूप से बढ़ाना चाहिए.

आज का दिन इन दो राशियों के लिए लाया हैं धन लाभ, जरुर देखें अपना राशिफल

राशिफल-
मेष-खर्च की अधिकता के कारण परेशान हो सकते हैं। मन व्‍यथित रहेगा। अज्ञात भय सताएगा। स्‍वास्‍थ्‍य करीब-करीब ठीक रहेगा। प्रेम और व्‍यापार सही चलता रहेगा। सूर्यदेव को जल देते रहें।

वृषभ-आर्थिक मामले सुलझेंगे। रुका हुआ धन वापस मिलेगा। यात्रा में लाभ होगा। स्‍वास्‍थ्‍य पहले से बेहतर होगा। प्रेम और व्‍यापार सही स्थिति में चल रहा है। तांबे का कोई भी पात्र दान करें।

मिथुन-शासन-सत्‍ता पक्ष का सहयोग मिलेगा। उच्‍चाधिकारी प्रसन्‍न होंगे। स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार, प्रेम की स्थिति अच्‍छी, व्‍यापार अच्‍छा दिख रहा है। पीली वस्‍तु का दान करें।

कर्क-भाग्‍य साथ देगा। रुका हुआ काम चल पड़ेगा। स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार, प्रेम और व्‍यापार की स्थिति भी अच्‍छी दिख रही है। भगवान विष्‍णु की अराधना करें।

सिंह-परिस्थितियां प्रतिकूल हैं। बचकर पार करें। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। स्‍वास्‍थ्‍य, प्रेम मध्‍यम, व्‍यापार करीब-करीब ठीक रहेगा। पीली वस्‍तु पास रखें।

कन्‍या-जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार, प्रेम और व्‍यापार का साथ मिलेगा। भगवान विष्‍णु की अराधना करें।

तुला-विरोधियों पर भारी पड़ेंगे। रुका हुआ काम चल पड़ेगा। शत्रु भी मित्र बनने की कोशिश करेंगे। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, प्रेम और व्‍यापार की अच्‍छी स्थिति द‍िख रही है। पीली वस्‍तु का दान करें।

वृश्चिक-भावनाओं में बहकर कोई निर्णय न लें। स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार, प्रेम मध्‍यम, व्‍यापारिक दृष्टिकोण से आप सही चल रहे हैं। पीली वस्‍तु पास रखें।

धनु-भौतिक सुख-संपदा में वृद्ध‍ि होगी। रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। कलहकारी सृष्टि का सृजन हो रहा है। इसका ध्‍यान रखें। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, प्रेम की स्थिति काफी सुधार में है। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से भी आप सही चल रहे हैं। पीली वस्‍तु पास रखें।

मकर-रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा। स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार होगा। प्रेम और व्‍यापार की अच्‍छी स्थिति है। पीली वस्‍तु का दान करें।

कुंभ-रुपए-पैसे का आगमन होगा। कुटुम्‍बीजनों में वृद्धि होगी। मुलाकातें होंगी लेकिन अनबन की स्थिति भी बनेगी। स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार, प्रेम और व्‍यापार की अच्‍छी स्थिति है। भगवान विष्‍णु की अराधना करें।

मीन-सितारों की तरह चमकते दिख रहे हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम रहेगा लेकिन कोई खराब स्थिति नहीं दिख रही है। प्रेम और व्‍यापार का साथ होगा। भगवान शिव की अराधना करें।

जंग के बीच देखने को मिला ऐसा अनोखा नज़ारा, चेकप्वाइंट पर इस प्रेमी जोड़े ने कर डाला ये काम…

यूक्रेन इस समय जल रहा है। पिछले 12 दिन से यह देश रूसी मिसाइलों, बमबारी और टैंकों की आवाज से कांप रहा है।  रूस की असीमित ताकत के सामने यूक्रेनी सैनिकों ने जो हिम्मत दिखाई है, उसने व्लादिमिर पुतिन को अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर कर दिया है।

यूक्रेनी सेना में एक प्रेमी जोड़े की तस्वीर सामने आई है, इसमें दोनों शादी करते हुए दिखाई देते हैं। इस जोड़े के चेहरे पर न किसी तरह का अफसोस है और न ही रूसी हमलों का खौफ।
यूक्रेनी प्रेमी जोड़े ‘वलेरी और लेसिया’ की शादी का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें वह साथी सैनिकों से घिरे हुए हुए दिखाई दे रहे हैं।  कीव के बाहरी इलाके में एक चेकप्वाइंट पर दोनों ने शादी रचाई। इसमें वलेरी और लेसिया भी सैन्य ड्रेस में नजर आ रहे हैं।

सैन्य प्रेमी जोड़े ने एक छोटे से समारोह में शादी रचाने के बाद फिर से रूस के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया। यह प्रेमी जोड़ा यूक्रेन की राजधानी कीव की सुरक्षा के लिए डटा हुआ है। दरअसल, रूस की ओर से यूक्रेन पर हमले का आज 12वां दिन है।

UP Election 2022: आखिरी चरण के मतदान के बीच ओपी राजभर ने जीत को लेकर किया बड़ा दावा

उत्तर प्रदेश में आज सातवें और आखिरी चरण का मतदान सुबह से जारी है. इसी के साथ यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की मतदान प्रक्रिया पूरी तरह संपन्न हो जाएगी.  आज सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बड़ा दावा किया है.

राजभर ने आज दावा किया है कि,” गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़ अंबेडकर नगर और बिलया में एक भी सीट ने भाजपा को मिलेगी न ही बसपा को मिलेगी. बनारस में 8 में से 5 सीटें हम जीतेंगे. पूर्वांचल में 54 सीटों का चुनाव हो रहा है इसमें हम कम से कम 45-47 सीटें जीतेंगे.”

इस चरण में 54 सीटों पर कुल 613 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे, जिसमें 11 अनुसूचित जाति के आरक्षित और दो अनुसूचित जनजाति के लिए लगभग 2.06 करोड़ मतदाता शामिल हैं.

यह अंतिम दौर भाजपा और समाजवादी पार्टी दोनों के छोटे जाति-आधारित दलों के साथ गठजोड़ की भी परीक्षा है. इस चरण में भी कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर लगी है.

दिल्ली के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को आज मिला CM केजरीवाल की तरफ से बड़ा तोहफा, AC बसों के बेड़े में हुआ इजाफा

 दिल्ली के पब्लिक ट्रांसपोर्ट बस बेड़े में सोमवार यानी आज 100 और बसें शामिल होने के बाद राजधानी में कुल बसों की संख्या 7,000 हो जाएगी जो काफी बड़ा आंकड़ा है.

बता दें कि इस बेड़े में 100 सीएनजी (CNG) से चलने वाली लो-फ्लोर, एसी सीएनजी बसें क्लस्टर योजना शामिल की गई हैं.  राष्ट्रीय राजधानी की दूसरी इलेक्ट्रिक बस भी सोमवार को दिल्ली परिवहन निगम (DTC) के बेड़े में शामिल होने जा रही हैं.

गौरतलब है कि जनवरी के महीने में शहर के सार्वजनिक परिवहन बस बेड़े में 6,900 बसों थी. जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 100 एसी सीएनजी बसों को हरी झंडी दिखाई.

वहीं टीओआई में छपी रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि सोमवार को 100 एसी सीएनजी बसों को हरी झंडी दिखाई जा रही है और निर्माता टाटा मोटर्स की दूसरी प्रोटोटाइप इलेक्ट्रिक बस भी लॉन्च होने जा रही है.

शामिल की जा रही एसी सीएनजी बसें भारत स्टेज VI उत्सर्जन मानक के अनुरूप हैं, और हीटिंग वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग (HVAC) प्रणाली से सुसज्जित हैं. इनके अलावा इमरजेंसी होने पर इन बसों में लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग के साथ ही महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और हूटर के साथ पैनिक बटन भी लगे हैं.

योगी आदित्यनाथ का कैसा है मुसलमानों से रिश्ता? इस बड़े सवाल पर यूपी के सीएम ने कही ये बड़ी बात…

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव  के अंतिम चरण का मतदान चल रहा है. इस चरण के मतदान से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने एक बड़ी बात कही है.  योगी आदित्यनाथ ने मुसलमानों के साथ अपने रिश्तों को लेकर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मुसलमान उनसे प्यार करते हैं और वो भी मुसलमानों से प्यार करते हैं.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को योगी आदित्यनाथ ने 80 बनाम 20 का चुनाव बताया था. उनके इस बयान की विपक्ष ने काफी आलोचना की थी. विपक्ष ने योगी के इस बयान को सांप्रदायिक बताया था. उत्तर प्रदेश में मुस्लिम आबादी करीब 20 फीसदी है.

योगी आदित्यनाथ ने  एक टीवी इंटरव्यू में पूछा गया कि आपने कहा था कि मुसलमानों से मेरा रिश्ता वही है,जो उनका मुझसे है,इसका मतलब क्या है? इस सवाल के जवाब में योगी आदित्यनाथ ने कहा,”मेरा वही रिश्ता है, मुझसे उनका जैसा व्यवहार है, मेरा उनके साथ वही व्यवहार है. वह मुझसे प्यार करते हैं, मैं उनसे प्यार करता हूं.”  देश में 135 करोड़ लोगों के लिए काम करना है. यह व्यक्तिगत कानून से नहीं चल सकता है. संविधान से ही चलेगा देश. गजवा-ए-हिंद का सपना कयामत के दिन तक भी पूरा नहीं होगा. आज फिर मैं कह रहा हूं.”

 

ऑपरेशन गंगा के तहत हंगरी से भारतीयों के आखिरी बैच को लेकर आज देश वापस लौटे हरदीप सिंह पुरी

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी सोमवार को हंगरी से भारत लौट आए. ऑपरेशन गंगा के तहत हंगरी के बुडापेस्ट से उन्होंने 6711 भारतीयों को रेस्क्यू किया. इन रेस्क्यू किए गए भारतीयों के आखिरी बैच के साथ सोमवार को वह इंडिया लौटे हैं.

केंद्रीय मंत्री ने ट्विटर पर खुशी जाहिर करते हुए लिखा, ‘बुडापेस्ट से हमारे 6711 छात्रों के अंतिम बैच के साथ दिल्ली पहुंचकर काफी खुश हूं. ये युवा जब अपने घर पहुंचेंगे और जल्द ही अपने माता-पिता और परिवारों के साथ होंगे तो उनके घर में खुशी, उत्साह और राहत का माहौल होगा.

वहां हालात खराब होते देख फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए केंद्र सरकार ने ऑपरेशन गंगा’ की शुरुआत की थी. इसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 केंद्रीय मंत्रियों ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी, किरेन रिजिजू और वीके सिंह को हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड भेजा था. ये देश यूक्रेन से लगे हुए हैं.

यूक्रेन से फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए इंडियन एयर फोर्स की भी मदद ली गई थी. भारतीय वायु सेना के हिंडन एयरबेस से स्पेशल विमानों को भेजकर भी इंडियंस को रेस्क्यू किया जा रहा है.

तीसरे दौर की बातचीत के लिए आमने-सामने बैठेंगे रूस यूक्रेन, पीएम मोदी ने की जेलेंस्की से 35 मिनट तक फोन पर बातचीत

रूस यूक्रेन युद्ध के 12वें दिन आज पहली बार पीएम नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन में चल रहे हालातों को लेकर राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बात की. दोनों के बीच फोन कॉल करीब 35 मिनट तक चली. इस दौरान पीएम ने जेलेंस्की से यूक्रेन में उभरती स्थिति पर चर्चा की.

मिली जानकारी के अनुसार फोन कॉल के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी सीधी बातचीत की सराहना की. पीएम ने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने में यूक्रेन सरकार द्वारा दी गई सहायता के लिए राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की को धन्यवाद दिया.

रूस-यूक्रेन के बीच का युद्ध आज 12वें दिन भी जारी है. रूस लगातार अपना हमला यूक्रेन पर तेज करता जा रहा है. अब तक यूक्रेन के कई शहर हमले में पूरी तरह तबाह हो चुके हैं साथ है सैकड़ों की जान जा चुकी है. वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्कि भी रूस के सामने हार मानने को तैयार नहीं है. रूस-यूक्रेन के बीच इस बढ़ते तनाव को देखते हुए अब इजरायल, फ्रांस और तुर्की समझौता कराने की कोशिश में जुटे हुए हैं.