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NER ने गेटमैन के पदों पर निकाली भर्ती, योग्य उम्मीदवार 20 फरवरी तक करे आवेदन

उत्तर पूर्व रेलवे (NER) ने गेटमैन के पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है. इन पदों पर आवेदन करने के इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार 20 फरवरी, 2022 तक NER की ऑफिशियल वेबसाइट ner.indianrailways.gov.in के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं.

ऑफिशियल नोटिफिकेशन के अनुसार कुल रिक्त पदों की संख्या 323 है. कुल रिक्त पदों में से लखनऊ मंडल में 188 पद तथा इज्जतनगर मंडल में 135 पद रिक्त हैं. गेटमैन के पदों पर आवेदन करने के लिए कैंडिडेट 10वीं पास एवं अन्य निर्धारित योग्यता होनी चाहिए.

गेटमैन के पद पर आवेदन करने के लिए कैंडिडेट की अधिकतम आयु 65 वर्ष निर्धारित है. उम्मीदवारों की आयु की गणना 1 जुलाई, 2022 से की जाएगी. इन पदों पर चयनित उम्मीदवारों को 25000 रुपए का वेतनमान दिया जाएगा.

चयनित कैंडिडेट का मेडिकल टेस्ट किया जाएगा. योग्य और इच्छुक उम्मीदवार 20 फरवरी 2022 तक रेलव् की आधिकारिक वेबसाइट – ner.indianrailways.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करते हैं.

आप भी घर पर बना सकते हैं टेस्टी चीज बर्स्ट पिज्जा पराठा, देखें इसकी रेसिपी

 सामग्री:
गेहूं का आटा – 1 कप
मैदा – 1 कप
घी – 4 टेबल स्पून

मौजेरीला चीज – 1 पैकेट
पिज्जा सॉस – 2 टेबल स्पून
नमक – स्वादानुसार

तरीका:
चीज बर्स्ट पिज्जा पराठा बनाने के लिए सबसे पहले आटे, मैदा, नमक , 1 छोटी चम्मच घी को एक बड़े बर्तन में निकाल लें. इसके बाद इसे मिलाते हुए १ कप पानी से मुलायम और नर्म आटा गूंथें. अब इस आटे को 20 मिनिट के लिए ढककर रख दें जिससे कि आटा सेट हो जाए.

अब बेली हुई लोई पर थोड़ा सा पिज्जा सॉस लगा लें और थोड़ी सी चीज़ स्टफिंग रख लें. हाथ से परांठे को चारों तरफ से बंद कर दें जिस तरह से आलू पराठे को बंद किया जाता है.

अब स्टफिंग से भरी हुई इस लोई में मैदे की परथन लगा लें और हल्का दबाते हुए पराठे के आकार में थोड़ा मोटा ही बेलें.

आँखों की सुन्दरता को बढाने के साथ पलकों को घना बनाएगा ये आयल, जरुर देखें

लम्बीघनी और आकर्षक पलके आँखों की सुन्दरता को और भी अधिक बढ़ा देती है. लेकिन आजकल का प्रदूषित वातावरण पलकों के सौंदर्य को हानि पहुंचाता है और ऐसी बहुत कम लड़कियां ही देखने को मिलती है जिनकी पलके प्राकृतिक रूप से लम्बी घनी हो. बढती उम्र के कारण भी पलकों का घनत्व कम होने लगता है और इसीलिए लडकियाँ आर्टिफीसियल पलको का सहारा लेती है. पर अब आपको ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है.

ऑलिव तेल में भरपूर मात्रा में विटामिन व फोलिक एसिड मौजूद होते हैं। विटामिन और फोलिक एसिड पलकों को महत्वपूर्ण पोषण प्रदान करता है और उनकी ग्रोथ में सहायक होता है।

इनमें मौजूद फोलिक एसिड पलकों को जड़ से मजबूत बनाने का कार्य करता है। रोज रात में सोने से पहले अपनी पलकों पर ऑलिव तेल लगाएं। सुबह उठने पर इसे हल्के गुनगुने पानी से धो लें। ऐसा करने से आपकी पलकें लम्बी और घनी हो जाएँगी।

अपनी पलकों को लंबा और घना बनाने के लिए एलोवेरा का प्रयोग करें। एलोवेरा को ब्रश मदद से अपनी पलकों पर लगाएं। जब यह सूख जाए तो इसे गुनगुने पानी से धो लें। प्रतिदिन ऐसा करने से आपकी पलके लम्बी और घनी हो जाएँगी।

इस समय बाल धोना आपके लिए हो सकता हैं जानलेवा, महिलाएं हो जाए सावधान !

अगर आप भी रात में सोने से पहले बाल धोती हैं तो यह खबर पढ़कर आप खुश हो जाएंगी। वैसे भी ठंड के इन दिनों में ज्यादातर लड़कियां रात में ही बाल धोना पसंद करती हैं। ऐसा करना सुविधाजनक होता है लेकिन आपको यह जानकर खुशी होगी कि रात में बाल धोना न केवल सुविधाजनक है बल्कि इससे बाल भी अच्छे रहते हैं।

रात में बाल गीले होने पर सिर में ठंडक बनी रहती है। रात के समय आपका शरीर तो गर्म रहता है, लेकिन गीले बालों के कारण सिर ठंडा रहता है जिससे जुकाम हो सकता है।सुबह बाल धोने के बाद जब वे सूखते हैं तो बिखरे-बिखरे और काफी ड्राई नजर आते हैं लेकिन रात में बाल धोने वालों के साथ ऐसी समस्या नहीं होती है। बाल धोने के बाद स्कैल्प्स से नेचुरल ऑयल स्त्रावित होता है।

बाल धोने के बाद सोने से बाल टूटते हैं, क्योंकि गीले होने पर बालों का क्यूटिकल ऊपर हो जाता है जिसके कारण हेयर फॉल अधिक होता है।रात को बाल धोने के बाद जब आप उसे बिना सीधे किए सो जाती हैं, तो सुबह उठने पर बाल और अधिक उलझ जाते हैं और तब कंघी करने पर बाल टूटते हैं। रात में बाल धोकर सोने से बालों का टेक्सचर भी खराब हो जाता है।

लंबे समय तक हेडफोन का इस्तेमाल करने से आपको भी हो सकते हैं ये नुकसान

प्रौद्योगिक जहाँ एक तरफ हमारे जीवन को इतना आसान और सुविधाजनक बना देती है, तो वहीं दूसरी तरफ इसकी कई कमियां और दुष्प्रभाव भी है इसीलिए ये हमारे लिए एक वरदान और अभिशाप दोनों ही साबित हो रही है है। आज हम तकनीक से ही जुडी एक ऐसी चीज के दुष्प्रभाव के बारे में बताने जा रहे है जो शायद हम रोजाना अपने मनोरंजन के लिए इस्तेमाल करते है|

स्टाइल का एक अहम् हिस्सा बन गया है |आइये आज आपको बताते हैं कि लंबे समय तक हेडफोन या इयरफोन का इस्तेमाल करने से आपको क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं।सबसे पहली और अहम बात आमतौर पर हमारा कान 65 डेसिबल की ध्वनि को ही सहन कर सकता है। लेकिन ईयरफोन पर 90 डेसिबल की ध्वनि 40 घंटे से ज्यादा सुनी जाए तो कान की नसें पूरी तरह डेड हो जाती है।और आप बहरेपन के शिकार हो सकते है

ईयरफोन्स के लगातार प्रयोग से सुनने की क्षमता 40 से 50 डेसीबेल तक कम हो जाती है।इयर फ़ोन के साउंड की वजह से हमारे कान का पर्दा वाइब्रेट होने लगता है और हमे दूर की आवाज सुनने में परेशानी होने लगती है।अगर आपको मजबूरी में घंटों ईयरफोन लगाकर काम करना है, तो कोशिश करें की हर एक घंटे पर कम से कम 5 मिनट का ब्रेक लें।

आज कल मार्केट में कई सारे लोकल क्वालिटी के इयरफोंस अवेलेबल जो आपके कानों को नुक्सान पहुचने में कोई कसर नहीं छोड़ताहै इसीलिए हमेशा अच्छी क्वालिटी के ही हेडफोन्स या ईयरफोन्स का प्रयोग करे|

ईयरबड हमारे कानो को अंदरूनी नुक्सान पहुंचा सकते है इसलिए इयरबड्स के बजाय ईयरफोन्स का प्रयोग करें क्योंकि यह बाहरी कान में लगे होते हैं।ईयरफोन्स के अत्यधिक प्रयोग से कान में दर्द, सिर दर्द या नींद न आने जैसी सामान्य समस्याएं हो सकती हैंतेज आवाज में संगीत सुनने से मानसिक समस्याएं तो ग्रसित करती ही हैं हृदय रोग और कैंसर का भी खतरा बढ़ जाता है़।

दांतों के पीलेपन की वजह से होना पड़ता हैं शर्मिंदा तो इन बातों का जरुर रखें ध्यान

आपके चेहरे की खूबसूरती सिर्फ आपकी आंखें या आपके होेंठ ही बयां नहीं करते हैं. आपके चेहरे और मुस्कान को सुंदर बनाते हैं आपके चमचमाते मोती जैसे दांत. दांतों का पीलापन इसी खूबसूरती पर ग्रहण लगा सकता है.

इसलिए चेहरे के साथ ही अपनी मुस्कान को भी तरोताजा रखने के लिए अपने दांतों की सफाई और चमक का ख्याल रखना भी जरूरी है.मसूड़ों के लिए नुकसानदायक ब्लीच में हाइड्रोजन पेरॉक्साइड होता है, इस वजह से इससे मसूड़ों पर जलन होने लगती है इसलिए इसका इस्तेमाल अधिक नहीं करना चाहिए.

ज्यादा उपयोग करने से मसूड़ों में जलन या घाव की समस्या लंबे समय तक बने रहना नुकसानदायक हो सकता है. इसके अधिक उपयोग से मसूड़े कमजोर भी होते हैं.

यदि हम दिनभर टीवी देखें तो पाएंगे कि कई कंपनियों के टूथपेस्ट के विज्ञापन अलग-अलग तरह से ग्राहकों को लुभाते नजर आएंगे. हर टूथपेस्ट कंपनी खुद को अलग और बेहतर साबित करती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि बीते जमाने में दांतों को कैसे स्वस्थ और स्वच्छ रखा जाता था.

आज हम आपको बताते हैं कुछ ऐसी दातुन के बारे में जिनके नियमित इस्तेमाल से आपके दांतों की बीमारी तो दूर होगी, साथ में प्राकृतिक रूप से दांतों में चमक और खूबसूरती भी आएगी.

खानपान में लापरवाही के कारण लोगों में तेज़ी से बढ़ रहा हैं गैस्ट्रिक कैंसर का खतरा

कभी-कभार खाने पीने या गैस की वजह से पेट में दर्द होना सामान्य हो सकता है, लेकिन अगर बिना वजह आपके पेट के किसी विशेष हिस्से में दर्द हो रहा है, तो यह किसी बीमारी की तरफ इशारा करता है। पेट के कैंसर को गैस्ट्रिक कैंसर के नाम से भी जाना जाता है. यह कुछ असाधारण और घातक कैंसर युक्त कोशिकाएं होती हैं जो पेट के एक हिस्से में ढेर के रूप में जमा हो जाती हैं.

इसके अलावा, कोलन और रेक्टम, आंतों, लिवर, इसोफेगस (खाने की नली), अग्नाशय या पित्त की थैली आदि में जब अवांछित गठान विकसित होने लगती है तो उसे पेट का कैंसर माना जाता है. एक रिसर्च के मुताबिक कैंसर से होने वाली तमाम मौतों में 6 मौतें पेट के कैंसर से जुड़ी हुई होती हैं.

पेट का कैंसर क्यों होता है, इसका एक विशेष कारण तो नहीं है, लेकिन खानपान में लापरवाही इसका मुख्य कारण है, विशेषकर आजकल खानपान में ऐसी सामग्री ज्यादा शामिल हो रही है जो कीटनाशक और खाद से पैदा की जा रही हैं. ज्यादा उत्पादन के लिए खेतों में रासायनिक दवाओं का अंधाधुंध इस्तेमाल हो रहा है और ऐसा ही उत्पादित अनाज, फल या सब्जियों का सेवन हम करते हैं तो गंभीर बीमारियों को न्यौता दे देते हैं.

कोरोना से बचाव के लिए रोजाना करें ये सरल योगासन और प्राणायाम

कोरोना से बचाव के लिए योग के आसन एक रामबाण उपाय हैं। योग से शरीर पूर्णतया स्वस्थ रहता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के साथ ही श्वसन तंत्र भी मजबूत होता है। जाहिर है स्वस्थ शरीर में किसी भी तरह के संक्रमण का सवाल ही नहीं उठता।

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने का एकमात्र सर्वमान्य हल योगासन ही है।योगासन और प्राणायाम करने वाले व्यक्तियों में स्फूर्ति व ऊर्जा का संचार होने के साथ शरीर के नस-नाडिय़ों की शुद्धि होती है. साथ ही रोग से लडऩे की क्षमता मिलती है.

1. उष्ट्रासन: पाचन तंत्र को बेहतर कर भूख बढ़ाता है. कमर दर्द में भी आराम.

2. पश्चिमोत्तानासन: यह यकृत और गुर्दे से संबंधित रोगों से बचाव करता है.

3. पवनमुक्तासन: वायु विकार और कब्ज मिटाने में प्रभावी है. दुर्बलता होती है दूर.

4. उत्तानपादासन: हाजमे को दुरुस्त रखने के साथ ही तंत्रिका तंत्र को भी मजबूत करता है.

5. मंडूकासन: मधुमेह, कोलाइटिस से मुक्ति में सहायक. पैंक्रियाज से इंसुलिन रिलीज करने में मददगार. ऐसे में आपकी इम्यूनिटी बढ़ जाती है.

कब्जी जैसी गंभीर समस्या से निजात दिलाने में लाभदायक हैं खट्टा दही

दही का सेवन आप जरूर करते होंगे, दही हमारे सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है दही को स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। ये बात भी सच है कि दही में कई सारे बैक्टेरिया भी पाए जाते हैं .

जी हां मेडिकल साइंस की माने तो अगर एक कप दही में आप जीवाणुओं की गिनती करेंगे तो करोड़ों जीवाणु नजर आएंगे। दरअसल दही में छोटे-छोटे करोड़ों की संख्या में बैक्टीरिया मौजूद होते हैं इतना ही नहीं इन बैक्टीरियों को केवल लेंस के माध्यम से देखा जा सकता है।

१। खट्टा दही शरीर में विषाक्त पदार्थों को जमा नहीं होने देता है। जिससे कब्जी जैसी गंभीर समस्या नहीं होती है। खट्टा दही शरीर में उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है। यह रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल या एलडीएल के स्तर को भी कम करता है।

2। खट्टा दही खाने से पाचन में सुधार होता है। क्योंकि इसमें अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ जाती है। इससे अल्सर का खतरा भी कम होता है।

3। खट्टा दूध में उपस्थित कैल्शियम की मात्रा शरीर के वसा को बढ़ाने में मदद करने वाले हार्मोन के उत्पादन को भी रोकता है। इसलिए खट्टा दही खाने से अतिरिक्त वजन कम होने की संभावना है। इसी वजह से हर दिन खट्टा दही पीने से भी दांत मजबूत होते हैं।
सावधानी

 

यहाँ जानिए आखिर कैसा रहेगा आज आपका दिन, जरुर देखें अपना राशिफल

मेष: पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। जीवनसाथी का सहयोग एवं सानिध्य मिलेगा। संबंधों में निकटता आएगी।

वृष: रचनात्मक प्रयास फलीभूत होगा। किसी कार्य के संपन्न होने से आपके प्रभाव में वृद्धि होगी। शासन सत्ता का सहयोग रहेगा।

मिथुन: उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। रिश्तों में मधुरता आएगी। लंबी यात्रा की दिशा में चल रहा प्रयास फलीभूत होगा।

कर्क: पारिवारिक दायित्व की पूर्ति होगी। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। गृह उपयोगी वस्तुओं में वृद्धि होगी। शासन सत्ता का सहयोग रहेगा।

सिंह: स्वास्थ्य में सुधार आएगा। व्यर्थ की उलझनें रहेंगी। आर्थिक मामलों में सचेत रहें। रचनात्मक प्रयास फलीभूत होगा।

कन्या: निजी संबंध प्रगाढ़ होंगे। धन, यश और कीर्ति में वृद्धि होगी। शासन सत्ता का सहयोग रहेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।

तुला: गृह उपयोगी वस्तुओं में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्यों में रुचि लेंगे। व्यावसायिक या धार्मिक यात्रा भी संभव है।

वृश्चिक: शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में चल रहा प्रयास फलीभूत होगा। पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।

धनु: उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। शासन सत्ता का सहयोग रहेगा। जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी। संबंधों में निकटता आएगी।

मकर: उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। गृह कार्य में व्यस्तता आएगी। संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। निजी संबंध प्रगाढ़ होंगे।

कुंभ: किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा। यात्रा देशाटन की स्थिति सुखद होगी। संबंधों में निकटता आएगी। जीवनसाथी का सहयोग रहेगा।

मीन: पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा, लेकिन नेत्र या उदर विकार के प्रति सचेत रहें। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी।