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दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आज से शुरू होगी तीन मैचों की टेस्ट सीरीज, भारतीय टीम के आगे होगी ये बड़ी चुनौती

टीम इंडिया आज से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में भिड़ने वाली है. भारतीय टीम इसके बाद इसी दौरे पर तीन ही मैचों की वनडे सीरीज भी खेलेगी.

इस दौरे के लिए कुछ नए खिलाड़ियों को टीम में मौका दिया गया है. लेकिन टीम इंडिया के कुछ दिग्गज खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिनका करियर अब लगभग खत्म हो गया है.  जाधव लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. जिसके बाद इस टीम ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया.

खराब प्रदर्शन के बाद केदार जाधव को अब उनकी आईपीएल टीम ने भी ड्रॉप कर दिया है. आईपीएल के पहले फेज की ही तरह दूसरे फेज में भी जाधव का बल्ला बिल्कुल नहीं चल पाया था. जिसके बाद उन्हें टीम से निकाल दिया गया. बता दें कि जाधव को एमएस धोनी की टीम सीएसके ने भी खराब प्रदर्शन के लिए ड्रॉप कर दिया था. ऐसे में अब उनके करियर पर खत्म होने का खतरा मंडरा रहा है.

केधार जाधव की टीम सनराइजर्स हैदराबाद भी इस साल आईपीएल में सबसे ज्यादा खराब खेलने वाली टीम रही. 14 मैचों में से इस टीम को 11 में हार का सामना करना पड़ा है और प्लेऑफ की रेस से भी ये टीम सबसे पहले बाहर हुई थी. ये आईपीएल इतिहास में पहला ही मौका है

साल 2022 में देखने को मिलेंगे WhatsApp में ये जबर्दस्त फीचर्स, आप भी डालिए एक नजर

वॉट्सएप दुनिया का सबसे लोकप्रिय चैटिंग एप है। कंपनी लगातार नए-नए अपडेट्स देकर यूजर्स को फीसर्च दे रही हैं। इस साल वॉट्सएप में कई नए फीचर्स आए हैं। अब एप पर जरिए यूपीआई, वीडियो-ऑडियो कॉल आदि कई सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है।

1. नोटिफिकेशन रिपीट फीचर

टेलीग्राम एप में कई ऐसे फीचर्स हैं, जो फिलहाल वॉट्सएप में नहीं है। रिपीट नोटिफिकेशन का इस्तेमाल कुछ खास चैट्स के लिए कर सकते हैं। जिससे नोटिफिकेशन्स निर्धारित समय पर मिल जाएं।

2. वॉट्सएप पे बटन पर बदलाव

वॉट्सएप ने इस साल यूपीआई सर्विस शुरू की है। इस फीचर का नाम वॉट्सएप पे है। ये फीचर अच्छा है, लेकिन इसका बटन जिस जगह है। वहां चैट पर मीडिया फाइल्स अपलोड करने का भी बटन होता था।

3. अकाउंट ऑटो डिलीट

टेलीग्राम में एक फीचर है। जिसमें यूजर्स अपने अकाउंट पर सेल्फ डिस्ट्रक्ट टाइमर लगा सकते हैं। जिसके हिसाब से एप पर यूजर का अकाउंट ऑटोमैटिक डिलीट हो जाता है। अगर किसी ने तीन महीने का टाइम लिमिट लगाया है।

मसाला कबाब घर पर बनाने के लिए देखें इसकी रेसिपी

सामग्री :
जीरा- 2 चम्मच
उबले आलू- 4
हरी मिर्च- 1
नीबू- 1चाट मसाला- 1 चम्मच
पालक- 2 कप
मटर
धनिया पत्ती- 5 चम्मच
पुदीना- 5 चम्मच
कॉर्नफ्लोर- 4 चम्मच
ब्रेड क्रम्ब्स- 4 चम्मच
तेल- आवश्यकतानुसार

विधि :
पानी में नमक डालकर उबालें और इसमें धोया हुआ पालक और मटर डालें। कुछ देर बाद इन्हें गरम पानी से निकाल लें और कुछ देर के लिए ठंडे पानी में रखें। जीरा और धनिया को सूखा भूनकर पाउडर तैयार कर लें। ब्लेंडर में छिला हुआ आलू, नमक, सूखे मसाले, अदरक, लहसुन, धनिया पत्ता, पुदीना, मिर्च, नीबू का रस, हल्दी पाउडर, चाट मसाला, मटर और पालक डालें। बारीक पेस्ट बना लें। अब इस पिसी हुई सामग्री को बाउल में डालें। नमक, कॉर्नफ्लोर और ब्रेड क्रम्ब्स डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। छोटे-छोटे कबाब बनाएं और पैन में हल्के से तेल की मदद से इन कबाब को तलें। हरी चटनी के साथ गर्मागर्म सर्व करें।

आरंडी का तेल आपकी पलकों को बनाएगा सुंदर, आकर्षक और चमकदार, देखिए कैसे

आँखों की सुन्दरता से आपकी खूबसूरती में चार चाँद लगते है। आँखों की खूबसूरती पलकों पर निर्भर करती है। घनी और लम्बी पलको की वजह से आपकी आँखे सुंदर, आकर्षक और चमकदार नजर आती है। लेकिन बहुत से लोगो की पलको की ग्रोथ कम होती है।

लड़कियों की आंखें देखने में तभी खूबसूरत लगती हैं जब उनकी पलकें लंबी और घनी हों। घनी पलकें और भौं, आंखों की सुंदरता में चार चांद लगा देते है। लेकिन कई लोगों की ऊपरी और निचली पलकें बहुत हल्‍की होती है जिससे आंखों में कोरापन लगता है।

बाजार में ऐसी कोई चीज़ अभी तक उपलब्‍ध नहीं है जो आपकी पलकों को घना बना सके। अगर आप अपनी पतली और कम घनी पलकों से परेशान हैं तो यहां नीचे दिये हुए उपायों को जरुर आजमाएं।

1.पलकोें पर रोजाना आरंडी का तेल अवश्य लगाएं। इससे धीरे-धीरे पलकें घनी होनी शुरू हो जाएगी।
2. पलके हल्की हैं तो आप इन पर वैसलीन लगाएं। इससे पलकों की नमी बनी रहेगी। इसके बाद मस्कारा लगाएं।
3. नारियल का तेल बालों को झड़ने से रोकता है। हर रोज पलकों पर नारियल का तेल लगाएं। इससे बाल मजबूत बनेगें।
4. जैतून का तेल भौहों पर लगाने का फायदे मिलेगा।

सर्दियों के मौसम में बढ़िया मॉइश्चराइजर का चयन करने के लिए आजमाएं ये टिप्स

शरीर की नमी को समझने के लिए हाइड्रा म्यूटी न्यूट्रिशन समझना जरूरी है । अपनी स्किन के मुताबिक बढ़िया मॉइश्चराइजर मिलना जैसे अपने पैरों के मुताबिक एक जोड़ी ऐसे खूबसूरत फूटस मिलना है.

इस मौसम में खास तौर पर स्किन से नमी की कमी प्राकृतिक है। जिस तरह अपनी बॉडी को अंदर से हाइड्रेटेड रखने के लिए ढेर सारा पानी पीते रहना जरूरी है, वैसे ही टॉपिकल प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से अपनी स्किन को बाहर से हाइड्रेट करना भी उतना ही जरूरी है।

ड्राई स्किन को अतिरिक्त स्पेशल केयर की जरूरत पड़ती है क्योंकि इस तरह की स्किन प्राकृतिक तौर पर तेल का निर्माण नहीं करती है। यही वजह है कि ड्राई स्किन पर समय से पहेल उम्र के असर और झुर्रियां दिखनी शुरू हो जाती हैं।

जब माॅइश्चराइजर के बेसिक रूल्स की बात हो रही है तो सबसे पहले नबंर आता है उसके चुनाव का। आजकल मार्केट में कई वैरायटी के माॅइश्चराइजर उपलब्ध है। ऐसे में आपको माॅइश्चराइजर का चयन करते समय अपनी स्किन का खास ख्याल रखना चाहिए।

वहीं अक्सर देखने में आता है कि महिलाएं गर्मियों में जिस माॅइश्चराइजर का प्रयोग कर रही थीं, उसी माॅइश्चराइजर को वे सर्दियों में भी इस्तेमाल करती है। लेकिन आपका यह तरीका गलत है, सर्दियो में ठंडी हवाएं आपकी त्वचा की प्राकृतिक नमी छीन लेती हैं, इसलिए इस मौसम में आपको हैवी माॅइश्चराइजर की आवश्यकता होगी।

चेहरे की चमक और खूबसूरती को बढ़ाएगा ये होम मेड फेस मास्क, एक बार जरुर करें ट्राई

‘चेहरा’ हमारे व्यक्तित्व का आईना होता है। इसलिए, हर इंसान के लिए उसके चेहरे की चमक और खूबसूरती बहुत मायने रखती है। चाहे स्त्री हो या पुरुष, हर कोई अपने चेहरे की सुंदरता को बढ़ाने के लिए तरह-तरह के जतन करता है।आज हम आपको बताएँगे घर में बने एक फेस मास्क के बारे में जिसकी मदद से आप अपनी स्किन को सुंदर बना सकते हैं:

आवश्यक सामग्री

एलोवेरा जेल, बेबी ऑयल, और ग्लिसरीन

गोरी त्वचा पाने का घरेलू उपाय

आप एक चम्मच बेबी ऑयल, एक चम्मच ग्लिसरीन और एक चम्मच एलोवेरा जेल को लें, अब इन सबको आप अच्छी तरह से मिला दें। फिर आप इस बनाए हुए मिश्रण को अपने चेहरे पर अच्छी प्रकार से लगाएं व इसे टैब तक न धोएं जब तक यह पूर्ण तय सूख न जाए।

ऐसा करने पर यह मिश्रण अछि तरह से आपके चेहरे की त्वचा के अंदर तक जा पाएगा फिर बाद में आप स्वच्छ पानी से चेहरे को धो लें। आपको इसका उपयोग दिन में दो बार करना है। ऐसा करने के बाद आपके चेहरे की काली त्वचा में काफी ग्लो नज़र आएगा।

पीलिया की समस्या से पाना हैं निजात तो कच्चा पपीता हैं आपके लिए वरदान

कच्चे पपीते के कई तरह के व्यंजन तो आपने खाए होंगे लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि कच्चा पपीता आपके पूरे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक फल है. कच्चा पपीता लीवर को मजबूत बनाता है.

पीलिया में लीवर काफी खराब हो जाता है इसलिए इसकी सब्जी या सलाद के रूप में खाने से पीलिया रोगियों को काफी फायदा पहुंचता है.कच्चे पपीते में मौजूद पैपिन की भरपूर मात्रा प्राकृतिक रूप से कब्ज ठीक करने में बहुत सहायक है. अगर आप इस समस्या से पीडि़त हैं तो कच्चे पपीते को अपनी डाइट में शामिल करें.

-मधुमेह के रोगियों को कच्चे पपीते का जूस पीने से रक्त शर्करा के स्तर को बहुत कम किया जा सकता है। ये शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बहुत बढ़ाता है।

-जो मां स्तनपान करवा रही हैं, उनके लिए कच्चा पपीता बेहद ही गुणकारी माना जाता है। इससे दूध बढ़ाने में सहायता मिलती है।

-कच्चे पपीते में ऐसे एंजाइम पाए जाते हैं जो पेट में गैस बनने से रोकते हैं और पाचन में सुधार करते हैं। ये शरीर में विषाक्त पदार्थों से राहत दिलाता है।

-कच्चा पपीता महिलाओं के गर्भाशय में संकुचन लाती है और मासिक धर्म के दर्द को कम कर सकती है।

-कच्चे पपीते में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो कब्ज की समस्या से छुटकारा दिलाता है।

गर्भावस्था में यदि आप भी कर रही हैं ये गलती तो शिशु की हड्डियों में हो सकता हैं फै्रक्चर का खतरा

हाल ही में हुए एक शोध में शोधकर्ताओं ने पाया कि गर्भावस्था के शुरुआती चरण में धूम्रपान करने से शिशुओं की हड्डियों में फै्रक्चर का खतरा अधिक हो जाता है. इस कई सारे शोध सामने आए हैं. गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान व शिशुओं की ग्रोथ में आने वाली समस्याओं का एक सीधा संबंध है.

लेकिन गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान का असर शिशुओं की हड्डियों के स्वास्थ्य व ज़िंदगी के विभिन्न चरणों में इनके फ्रैक्चर होने के खतरे के बारे में मिले साक्ष्य दुर्लभ व भिन्न है.स्वीडन के ऑरेब्रो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अध्ययन से निष्कर्ष निकाला है कि गर्भावस्था के दौरान मां के धूम्रपान का संबंध एक वर्ष की आयु से पहले के दौर में हड्डियों के फ्रैक्चर होने से है.

यह शोध वर्ष 1983 से लेकर 2000 तक के बीच स्वीडन में पैदा हुए 16 लाख की आबादी पर आधारित था. माताओं में से 377,367 ने अपनी गर्भावस्था के प्रारंभिक चरणों में धूम्रपान किया था,जबकि 1,302,940 स्त्रियों ने ऐसा नहीं किया था. जन्म से लेकर 21 साल की औसत आयु (अधिकतम 32 साल) तक इसके नतीजे को देखा गया.

शोध निष्कर्ष में बोला गया है कि इस अवधि के दौरान 377,970 फ्रैक्चर की पहचान (हर वर्ष 1,000 लोगों में 11.8 की दर से) की गई. शोधकर्ताओं ने भाई-बहनों के बीच तुलना कर इसका भी विश्लेषण किया ताकि ताकि अनचाहे प्रभावों को नियंत्रित किया जा सके.

दही में मौजूद लैक्टोज बैक्टीरिया आपको दिला सकता हैं स्किन की इन बिमारियों से निजात

स्तन कैंसर तेजी से महिलाओं को अपनी चपेट में ले रहा है। एक नए शोध में बताया गया है कि अगर आपको स्तन कैंसर के जोखिम को कम करना है तो रोज की डाइट में दही को जरूर शामिल करें। हर दिन दही खाने से महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा कम होता है।

इस शोध में बताया गया है कि जो प्रोबायोटिक सप्लीमेंट होते हैं वो स्तन कैंसर के हानिकारक विषाणुओं के प्रभाव को कम कर देते हैं।दरअसल दही में मौजूद सूक्ष्म जीव सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। ब्रिटेन की लैंकेस्टर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि बैक्टीरिया से प्रेरित सूजन कैंसर से जुड़ी हुई है.

दही इसे कम करती है। यह शोध जर्नल मेडिकल हाइपोथिसिस में प्रकाशित हुई है। शोध में कहा गया है कि दही में फायदेमंद बैक्टीरिया लैक्टोज एवं माइक्रोफ्लोरा पाया जाता है जो कि उसी तरह का बैक्टीरिया है जो स्तनपान कराने वाली महिलाओं के स्तन से निकलने वाले दूध में पाया जाता है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि दही में मौजूद लाभकारी बैक्टीरिया कैंसर के हानिकारक बैक्टीरिया के प्रभाव को कम कर देते हैं। वैसे भी दही सिर्फ कैंसर के जोखिम को ही कम नहीं करती बल्कि आपको कई तरह की बीमारियों से बचाती है। अगर आपको पेट से संबंधित परेशानियां लगातार होती रहती हैं तो आपको अपनी डाइट में दही और छाछ को शामिल करना चाहिए। दही एक प्रो-बायोटिक फूड है जिसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है। दही खाने से आपके दांत और हड्डियां मजबूत होती हैं। दही के सेवन से रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और आपको कई तरह की बीमारियां नहीं घेरती हैं।

आर्टरी डिजीज का खतरा कम करता हैं सप्ताह में एक बार चॉकलेट का सेवन

हम सब की फेवरेट चॉकलेट कोई आज की नहीं है. इसकी हिस्ट्री में ढेर सारी मिस्ट्री है. चॉकलेट का इतिहास 1900 ईसा पूर्व का है और इसके अंश आज के मैक्सिको के आस-पास के इलाकों में रहने वाले प्री-ओल्मेक सभ्यता से जुड़ते हैं.

पहले इसे कोको के पेड़ों में देखा गया और यहीं से चॉकलेट बनाने की शुरुआत हुई. आपको बताते चलें कि पहले इसे खाया नहीं बल्कि पिया जाता था और स्वाद की दृष्टि से ये बेहद कड़वी और तीखी होती थी.

क्लीनिकल स्टडी से पता चला कि चॉकलेट ब्लड प्रेसर और ब्लड वेसल लाइनिंग दोनों के लिए फायदेमंद है. रिसर्च को लीड करने वाले अमेरिका के बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के चयक्रिट क्रिटाननॉन्ग के अनुसार, “मैं यह देखना चाहता था कि क्या यह हार्ट (कोरोनरी आर्टरिज) की आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करता है या नहीं. और यदि ऐसा होता है, तो क्या यह फायदेमंद या हानिकारक है?”

सप्ताह में एक बार से कम चॉकलेट खाने की तुलना में, एक बार से अधिक चॉकलेट खाने से आठ प्रतिशत आर्टरी डिजीज का खतरा कम होता है. क्रिटानानॉन्ग के अनुसार “चॉकलेट में हार्ट को स्वस्थ रखने वाले पोषक तत्व होते हैं जैसे कि फ्लेवोनोइड, मिथाइलक्सैन्थिन, पॉलीफेनोल और स्टीयरिक एसिड जो सूजन को कम कर सकते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकते हैं.”