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परियोजना इंजीनियर के पदों पर यहाँ निकली भर्ती, ऐसे करें अप्लाई

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड , बंगलौर ने परियोजना इंजीनियर (सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल) के रिक्त पदो युवा उम्मीदवारों से आवेदन मागें है।

महत्वपूर्ण तिथि व सूचनाएं –

पद का नाम- परियोजना इंजीनियर (सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल)

कुल पद – 36

अंतिम तिथि – 26 – 12 -2021

स्थान– बंगलौर

आयु सीमा-

उम्मीदवारो की अधिकतम आयु 28 वर्ष मान्य होगी और आरक्षित वर्ग को आयु सीमा में छूट दी जाएगी।

योग्यता-

उम्मीदवारों को किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से सिविल , इलेक्ट्रिकल में इंजीनियरिंग डिग्री प्राप्त हो।

आवेदन शुल्क: कोई आवेदन शुल्क नहीं है।

चयन प्रक्रिया उम्मीदवार का साक्षात्कार के आधार पर चयन होगा।

कैसे करें आवेदन

योग्य और इच्छुक उम्मीदवार आवेदन पत्र के निर्धारित प्रारूप पर ऑनलाइन आवेदन करते हैं , साथ ही शिक्षा और अन्य योग्यता , जन्मतिथि की तिथि और अन्य आवश्यक जानकारी और दस्तावेजों के साथ स्वयं प्रतिबंधात्मक प्रतियां और नियत तारीख से पहले भेजते हैं।

RBI की MPC बैठक में महंगाई की मार झेल रहे लोगों को नहीं मिली कोई राहत, रेपो रेट 4 फीसदी पर बरकरार

भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा के लिए हर दो महीने में होने वाली तीन दिवसीय बैठक आज संपन्न हो गई। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में गहन-विचार विमर्श और कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के प्रकोप को देखते हुए नीतिगत दरों को यथावत रखने का फैसला किया गया.

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक के बाद बताया कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने नीतिगत रेपो दर को 4% पर रखने के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया और रुख उदार बना रहा। एमएसएफ दर और बैंक दर 4.25% पर अपरिवर्तित है। इसके साथ ही रिवर्स रेपो रेट को भी 3.35% पर अपरिवर्तित रखा गया है।

इस बीच कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट की दस्तक से फैली दहशत के बीच लोगों को उम्मीद थी कि शायद ब्याज दरों में केंद्रीय बैंक की ओर से और कमी की जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

रेपो रेट 4 फीसदी पर बरकरार है। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने लगातार 9वीं बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे पहले, केंद्रीय बैंक ने आखिरी बार 22 मई 2020 को ब्याज दरों में बदलाव किया था।

विस्तार से समझें तो रेपो दर, जिस पर आरबीआई बैंकों को अल्पकालिक धन उधार देता है, 4 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखी गई है। इसके अलावा, रिवर्स रेपो दर, जिस पर आरबीआई बैंकों से उधार लेता है, को 3.35 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा गया था।

अब UPI से लेन-देन करना हो जाएगा और भी ज्यादा महंगा, जानिए क्या है RBI की तैयारी

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को मौद्रिक नीति समिति (MPC) की चौथी द्विमासिक मौद्रिक नीति को पेश किया. शक्तिकांत दास ने बैठक के नतीजों की घोषणा करते हुए ब्याज दरों को स्थिर रखने का ऐलान किया.

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने यहां डिजिटल पेमेंट को लेकर एक बड़ी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक डिजिटल भुगतान पर शुल्क वसूलने के लिए एक चर्चा पत्र जारी करेगा.

साल 2016 में हुई नोटबंदी के बाद भारत में तेजी से डिजिटल पेमेंट बढ़ा. कोरोना वायरस महामारी के दौरान देश में डिजिटल पेमेंट का ग्राफ काफी ऊपर जा पहुंचा. लोगों ने संक्रमण से बचने के प्रयास में डिजिटल पेमेंट पर ही भरोसा जताया.

ए‍क रिपोर्ट के मुताबिक गूगल पे, पेटीएम, फोन-पे और भीम एप जैसे दूसरे यूपीआई प्‍लेटफॉर्म पर हर महीने करीब 1.22 बिलियन यानी करीब 122 करोड़ तक का लेनदेन होने लगा है.

यूपीआई जिसे हम अंग्रेजी में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस कहते हैं, यह एक डिजिटल पेमेंट का तरीका है जो मोबाइल ऐप के जरिये काम करता है. इस ऐप के जरिये सुरक्षित तरीके से पेमेंट कर सकते हैं.

कुछ बढ़िया खाने का मन हैं तो आज ही बनाए नटी पालक रोल, देखें इसकी रेसिपी

नटी पालक रोल की सामग्री :

250 ग्राम बेसन, 1 छोटा चम्मच जीरा, 1/4 कप काजू टुकड़ा, 2 छोटे चम्मच धनिया पाउडर, 1 छोटा चम्मच साबूत धनिया, तलने के लिए तेल
नमक स्वादानुसार, कुनकुना पानी जरूरतानुसार, 1 छोटा चम्मच गरममसाला, 2 हरीमिर्चें पिसी, 2 बड़े चम्मच तेल, 1 छोटा चम्मच अजवाइन, 250 ग्राम पालक बारीक कटा हुआ

नटी पालक रोल बनाने की विधि :

आप एक बाऊल लें और उसमे काजू को छोड़ कर अन्य सारी सामग्री को डाल लें। अब इसमे हल्का गर्म पानी डालकर इसे अच्छे से एक मिश्रण के रुप में मिलाकर गूंथ लें। इसको 15 मिनट ढक कर रख दें। उसके बाद इस आटे को लेकर इसे लंबाई में बेल लें। अब इसमें काजू भर कर इसके रोल बना लीजिये तथा बराबर बराबर भागों में काट लीजिये। इसके बाद इन कटे टुकड़ों को गर्म तेल में डालकर हल्के सुनहरे होने तक भुन लिजिए। आपके नटी पालक रोल तैयार हैं। इन्हें हरी चटनी के साथ सर्व कीजिये

सर्दियों में त्वचा को सॉफ्ट बनाने के साथ-साथ स्किन प्रॉब्लम्स से भी छुटकारा दिलाएगा ये उपाए

सर्दियों में चलने वाली सर्द हवा के कारण ड्राई स्किन, फटी एड़िया व होंठों की समस्याएं आम देखने को मिलती है। हालांकि लड़कियां इसके लिए महंगी क्रीम का सहारा लेती हैं लेकिन उनका टेम्प्रेरी होता है। ऐसे में आप ग्लिसरीन के इस्तेमाल से सर्दियों में होने वाली सभी ब्यूटी प्रॉब्लम्स से छुटकारा पा सकती हैं। सर्दियों में ग्लिसरीन का इस्तेमाल ना सिर्फ त्वचा को सॉफ्ट बनाएगा बल्कि इससे आप स्किन प्रॉब्लम्स से भी छुटकारा पा सकते हैं।

पहला नुस्खा: हैंडवॉश

एक बोलन का आधा हिस्सा ग्लिसरीन से भर करें। इसके बाद इसमें गुलाबजल डालें। अब बोतल को बंद करके इसका इस्तेमाल हाथों को धोने के लिए करें। इससे सर्दियों में आपके हाथ ड्राई नहीं होंगे और सॉफ्ट रहेंगे।

दूसरा नुस्खा: होममेड क्रीम

1/2 चम्मच ग्लिसरीन को अपनी रेगुलर क्रीम में मिक्स कर लें। अब इस क्रीम का इस्तेमाल करें। इससे सर्दियों में भी आपकी स्किन खिली-खिली रहेगी और ड्राई नहीं होगी। साथ ही आप इसका यूज होंठों को मुलायम बनाने के लिए भी कर सकते हैं। दिनभर में कम से कम 2 बार ऐसा करें।

तीसरा नुस्खा: नेचुरल प्राइमर

एलोवेरा जैल और 1 बूंद ग्लिसरीन को अच्छी तरह मिक्स कर लें। अब मेकअप करने से पहले इससे अपने चेहरे पर मसाज करें। यह आपके लिए प्राइमर की तरह काम करेगा और स्किन फटी-फटी भी नहीं लगेगी। साथ ही इससे आपका चेहरा नेचुरली ग्लो करेगा।

चौथा नुस्खा: फटी एड़ियां

सर्दियों में फटी एड़ियों की समस्या आम देखने को मिलती है। ऐसे में आप ग्लिसरीन से इस समस्या का समाधान कर सकते हैं। इसके लिए 1 वैसलीन की डिब्बी में 1/2 टीस्पून ग्लिसरीन को मिक्स कर लें। अब रोजाना दिन में 2 बार, खासकर रात को सोने से पहले इससे मसाज करें। इससे फटी एड़ियों की समस्या दूर हो जाएगी। ध्यान रखें कि इससे मसाज करने के बाद पैरों में जुराबें पहनना ना भूलें।

पांचवा नुस्खा:हेयर सीरम

एलोवेरा जैल में 2 ड्राप ग्लिसरीन का डालकर अच्छी तरह मिक्स करें। अब इसे बालों पर अप्लाई करें। इससे बालों में चमक भी रहेगी और यह बालों को ड्राई होने से भी बचाएगा। साथ ही जो छोटे-छोटे बाल ऊपर उठ जाते हैं इससे वो भी नीचे बैठ जाएंगे।

चेहरे पर मौजूद अनचाहे बालो से छुटकारा पाने के लिए अपनाए ये सरल उपाय

चेहरे पर अनचाहे बाल जैसे अपर लिप्स, चिन या चेहरे के किसी भी हिस्से में मौजूद बालों को हटाने के ल‍िए ज्‍यादात्तर लड़क‍िया थ्रेडिंग की मदद लेती हैं। लेकिन इसे कराने से चेहरे पर बाल बहुत जल्‍दी आ जाते हैं और साथ ही ये दर्दभरा प्रोसेस होता है। इसकी जगह आप कटोरी वैक्स की मदद लें। थ्रेडिंग की तुलना में ये काफी असरदार और फायदेमंद होता है। तो आप भी जानें क्या होता है कटोरी वैक्स, कैसे इसे घर पर करें और ये थ्रेडिंग से बेहतर क्यों होता है?

इसमें एक मेटल की कटोरी में वैक्स होता है जिसका इस्तेमाल अनचाहे बालों को हटाने के लिए करते हैं। इसके इस्तेमाल के लिए सबसे पहले कटोरी को गर्म कर लें ताकि वैक्स पिघल जाए। फिर इसे आंच से उतार कर थोड़ा ठंडा करें (इतना कि आपकी स्किन इसके टेम्परेचर को सह ले और जलने की परेशानी ना हो)। इसके बाद इसे चेहरे के उन हिस्सों पर जहां अनचाहे बाल होते हैं वहां अप्लाई करें। थोड़ी देर बाद जब ये वैक्स टाइट लगने लगे तो इसे बालों की ग्रोथ के उल्टे डायरेक्शन में खींचकर निकाल लें। अगर आपके चेहरे पर काफी ज़्यादा बाल हैं, तो ये ऑप्शन आपके लिए परफेक्ट है।

देता है फ्लॉलेस लुक
थ्रेडिंग में आपके बाल अच्छी तरह नहीं निकल पाते हैं और आपको क्लीन लुक नहीं मिलता। लेकिन कटोरी वैक्स अनचाहे बालों को जड़ से निकाल कर इन्हें पूरी तरह साफ कर आपको देता है क्लीन और क्लीयर लुक।

नहीं होता ज़्यादा दर्द
ऐसा नहीं है कि कटोरी वैक्स में आपको बिल्कुल दर्द नहीं होता है पर थ्रेडिंग की तुलना में ये काफी कम होता है। थ्रेडिंग में जहां इसे कराते वक्त आपको लगातार दर्द से गुजरना पड़ता है वहीं, वैक्सिंग में बस इसे हटाते वक्त आपको हल्के दर्द का सामना करना पड़ता है।

घटाएं हेयर ग्रोथ
कटोरी वैक्‍स का एक और फायदा ये है क‍ि वैक्सिंग कराते रहने से हेयर फॉलिकल डैमेज होती है जिससे हेयरग्रोथ भी कम हो जाती है।

टैन‍िंग हटाएं

जिस तरह शरीर के बाकी ह‍िस्‍सों में वैक्स कराने से टैनिंग कम होती है इसलिए कटोरी वैक्स से आपके चेहरे की टैनिंग भी हटेगी। इसके साथ जिद्दी ब्लैकहेड्स भी वैक्सिंग से निकल जाते हैं।

इन चीजों का अत्यधिक सेवन करने से बढ़ सकता हैं आपके चेहरे का सांवलापन

मार्किट में आज भी फेयरनेस ब्यूटी क्रीम का बोलबाला नजर आता है। सबको गोरी और निखरी त्वचा की चाहत है। मगर अपनी स्किन का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। रंगत साफ़ होने के बावजूद कुछ समय बाद भी कई लोगों के चेहरे की चमक फीकी पड़ने लगती है। उनके स्किन का निखार कम होकर सांवलापन बढ़ने लगता है। अगर आपको ऐसा महसूस हो रहा है कि आपके चेहरे की चमक कम होती जा रही है तो इसके पीछे कुछ फूड जिम्मेदार हो सकते हैं। जानते हैं ऐसे कौन सी चीजें हैं जिनका अधिक सेवन आपकी स्किन को सांवला कर सकते हैं।ऑरेंज जूस में फाइबर्स नहीं होते हैं।

इसके ज्यादा सेवन से शरीर में रक्त का प्रवाह नहीं होता है और सांवलापन बढ़ता जाता है।आप मीठापन बढ़ाने के लिए जितना ज्यादा चीनी का इस्तेमाल करेंगे, आपका सांवलापन भी उतना बढ़ सकता है। इसके ज्यादा सेवन से रक्त में शुगर का स्तर बढ़ता है जिससे स्किन टिशूज कोलेजन को नुकसान होने लगता है और त्वचा का गोरापन कम हो जाता है।सेहत को लेकर सतर्क रहने वाले लोग ब्राउन ब्रेड या मल्टीग्रेन ब्रेड को प्राथमिकता देते हैं लेकिन कई लोगों को इन सबकी तुलना में व्हाइट ब्रेड पसंद आती है।

लेकिन आपके सफ़ेद ब्रेड खाने की चाहत आपके स्किन की फेयरनेस को प्रभावित करती है। व्हाइट ब्रेड के सेवन से इंसुलिन का स्तर बढ़ता है। इससे त्वचा में ऑयल का उत्पादन बढ़ने से चेहरे की रंगत सांवली होने लगती है।दिन में यदि आप तीन-चार कप कॉफी पी जाते हैं तो अपनी इस आदत को थोड़ा नियंत्रित कर लें। इससे आपकी स्किन सांवली हो सकती है। कॉफी से हार्मोन कार्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है जिससे आपकी स्किन धीरे धीरे काली पड़ने लगती है।ज्यादा मसालेदार भोजन सिर्फ सेहत ही नहीं बल्कि त्वचा के लिए भी नुकसानदायक होता है। तीखा खाने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है जिससे ब्लड वेसल्स फैलती हैं और फेयरनेस कम होती है।

5 वर्ष से कम आयु के बच्चों के शारीरिक विकास के लिए ये चीज़ हो सकती है हानिकारक WHO ने किया दावा

 दुनिया स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बच्चों की स्वास्थ्य लेकर चेतावनी जारी की है. WHO के मुताबिक, 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों के शारीरिक विकास के लिए गैजेट स्क्रीन से दूरी बनाना महत्वपूर्ण है. ज्यादा से ज्यादा खेलों में समय बिताने के साथ पर्याप्त नींद लेने की आवश्यकता है. रिपोर्ट के मुताबिक, उनका एक घंटे से अधिक टीवी या मोबाइल देखना खतरनाक है.

  1. WHO की नयी गाइडलाइन में शारीरिक गतिविधि पर जोर दिया गया है. रिपोर्ट में मोबाइल या टीवी स्क्रीन देखने के कारण बच्चों में एक ही स्थान पर घंटों बैठे रहने की आदत को कम करने की बात कही गई है. विशेषज्ञों के पैनल का बोलना है कि दूसरी बड़ी बात है नींद  उनका खेलों से लगाव बढ़ाना.
  2. विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर-जनरल डॉ टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस का बोलना है कि स्वास्थ्य वर्धक रहने के लिए महत्वपूर्ण है कि आरंभ से ही शरीर  बच्चों की आदतों पर ध्यान दिया जाए. शरीर का तेजी से विकास बचपन में ही होता है. यही वो समय है जब परिवारों की जीवनशैली का उन पर प्रभाव पड़ना प्रारम्भ होता है.
  3. रिपोर्ट के मुताबिक, शारीरिक गतिविधि कम होने के कारण हर वर्ष दुनियाभर में सभी आयु वर्ग के 50 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है. वर्तमान में 23 प्रतिशत बालिग  80 प्रतिशत किशोर शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं हैं. शरीर को सक्रिय रखने  नींद पूरी लेने की आदत को कम आयु से ही ज़िंदगी का भाग बनाना चाहिए.
  4. विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ जुआना विलियमसेन का बोलना है कि हम बच्चों को वापस मैदान में खेलने के लिए लाना चाहते हैं ताकि उनमें मोटापे के मुद्दे घटें  शारीरिक रूप से सक्रिय रहें. दुनिया स्वास्थ्य संगठन की कार्यक्रम मैनेजर डॉ फिओना बुल का बोलना है कि ऐसी आदतें बच्चों को शारीरिक  मानसिक स्तर पर सेहतंद रखेंगी.

गले में खराश हो या फिर दर्द की समस्या आपको हर परेशानी से छुटकारा दिलाएगा ये नुस्खा

हम आपकी जानकारी के लिए बताते चलें यदि आपके गले में खराश हो या फिर दर्द की समस्या से परेशान हों, नमक-पानी से गरारे कर आप इससे सरलता से निजात पा सकते हैं. इसके अतिरिक्त मुंह में उपस्थित बैक्टीरिया आदि को दूर करने तथा गले की सूजन, मसूढ़ों की तकलीफ सहित कई तरह की समस्याओं से निजात दिलाने में नमक-पानी बहुत ज्यादा मददगार होता है. गले, मुंह  दातों संबंधी समस्याओं के लिए यह सबसे आसाना  सुलभ घरेलू नुस्खा है.

इस तरह करें गरारे

जानकारी के अनुसार नमक पानी से गरारे करने से गले की अंदरूनी सूजन से बहुत ज्यादा आराम मिलता है. गले में सूजन होने पर नमक पानी को निगलना सरल होता है  यह गले के सूजे हुए ऊतकों को आराम पहुंचाता है. दो-तीन दिन नमक पानी से गरारे करने से ही गले में सूजन की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. बहुत से लोग ऐसे हैं जो हर रोज नमक-पानी पीते हैं. ऐसा माना जाता है कि इससे हड्डियों को कैल्शियम मिलता है. इसके अतिरिक्त पाचन क्रिया भी दुरुस्त रहती है.

ऐसे होने कि सम्भावना है फायदा

इसी के साथ नमक पानी को गर्म कर उससे गरारे करने से मुंह में एसिड्स उदासीन हो जाते हैं. बहुत से लोग इसे माउथवॉश की तरह प्रयोग करते हैं. नमक पानी से गरारे करने से मुंह के सभी बैक्टीरिया समाप्त हो जाते हैं. गले संबंधी परेशानियों को दूर करने में भी नमक पानी का प्रयोग किया जा सकता है.

गैस व रक्त का थक्का जमने जैसी समस्याओं से आपको निजात दिलाएगा ये उपाए

वजन कम करने की ख़्वाहिश रखने वाले लोग बहुत ज्यादा मात्रा में अलसी के बीजों का सेवन करते हैं. इसे खाने के यूं तो अनेक फायदे हैं लेकिन यह आपके लिए कई तरह की शारीरिक समस्याओं का कारण भी बन सकता है.

स्त्रियों को खासतौर पर प्रेग्नेंसी या पीरियड्स के दौरान अलसी के बीज न खाने की सलाह दी जाती है. कब्ज, सांस संबंधी समस्याएं, गैस  रक्त का थक्का न बनने जैसी समस्याएं अलसी के बीज खाने के साइड इफेक्ट्स की तरह होती हैं.

इस तरह लाभ पहुंचाएगी अलसी

जानकारी के अनुसार अलसी के बीजों को खाने से पीरियड्स में अनियमितता की शिकायत देखी गई है. इसके एस्ट्रोजन जैसे असर स्त्रियों में अनियमित मासिक धर्म का कारण बनते हैं.ऐसे में अगर आपको अनियमित पीरियड की समस्या है तो अलसी के बीज बिल्कुल न खाएं. अगर आप किसी तरह की दवाइयां ले रहे हैं तो आपको अलसी के बीजों को खाने से परहेज करना चाहिए. यह दवाइयों के साथ मिलकर शरीर को नुकसान पहुंचाने का कार्य करते हैं.

और भी कई है इसके फायदे

इसी के साथ अलसी के बीज में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है. ऐसे में अलसी के बीज के सेवन से कई बार गैस  पेट में ऐठन जैसी समस्याएं सामने आती हैं. बिना किसी लिक्विड के साथ अलसी के बीज खाने से कब्ज भी होने की आसार होती है. अलसी के बीजों का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से आपको पेट संबंधी बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है. अलसी के बीजों में लैक्सेटिव पाया जाता है.