Friday , January 10 2025

News Group

हाड़ कंपाने वाली सर्दी में आखिर किस तरह आप खुदको रख सकते हैं गर्म, देखिए यहाँ

दिल्‍ली समेत अब कई राज्‍यों में हाड़ कंपाने वाली सर्दी शुरू हो चुकी है। इस मौसम में गर्म कपड़े और हीटर भले ही आपको बाहर से गर्म रखने का काम भली-भांती कर रहे हों, लेकिन शरीर को अंदर से गर्म रखने के लिए खान-पान का भी बेहद महत्‍व है। कड़ाके की सर्दी में न सिर्फ सर्दी, खांसी और जुखाम जैसी समस्‍याएं पैदा होती हैं, बल्‍कि इम्‍यूनिटी कमजोर हो जाने की वजह से अन्‍य और बीमारियां भी लग जाती हैं।

चिक्की सर्दियों के दौरान लोकप्रिय है. चिक्की तिल के बीज से बनी होती है जो सर्दियों के दौरान शरीर को गर्म और आरामदायक रखने के लिए अच्छी होती है. ये बीज आयरन और कैल्शियम से भरपूर होते हैं, जो हड्डियों और मांसपेशियों के मजबूती के लिए जरूरी है.

जड़ वाली सब्जियां शरीर को गर्म रखती हैं क्योंकि उनका पाचन धीमा होता है जिससे ज्यादा गर्मी पैदा होती है. मूली, शलजम और शकरकंद जैसी जमीन के अंदर उगने वाली सब्जियों का सेवन करें. इसका सूप बनाकर या सलाद के रूप में भी सेवन किया जा सकता है.

देसी घी सबसे आसानी से पचने वाला वसा है, जो शरीर को आवश्यक गर्माहट देता है. यह पाचन में सहायता करता है, कब्ज से बचाता है, प्रतिरक्षा बढ़ाता है और शरीर को सर्दी और फ्लू से बचाता है. अपनी दाल और सब्जी में घी की कुछ बूंदें मिला सकते हैं या घी में पका भोजन भी कर सकते हैं.

पनीर का अत्यधिक सेवन करना भी आपके स्वास्थ्य के लिए हो सकता हैं जानलेवा, देखिए कैसे

पनीर का सेवन करना हर किसी को अच्छा लगता है क्योंकि इसका टेस्ट बहुत अच्छा होता है. इसलिए ज्यादातर लोग पनीर का सेवन करना पसंद करते हैं. लेकिन जब बात आती है कि क्या पनीर खाना सेहत के लिए लाभदायक है . अधिकतर लोगों के मन में यह बात आती है कि पनीर मैं फैट और कैलरी की मात्रा अधिक होती है इसलिए इसका सेवन से परहेज करना चाहिए.

लेकिन बिल्कुल गलत है क्योंकि हेल्दी फूड में ढेर सारे न्यूट्रीएंट्स होते हैं जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं.पनीर में मौजूद प्रोटीन की मात्रा शाकाहारियों के लिए बहुत अच्छी है। ऐसा इसलिए, क्योंकि शाकाहारियों को दैनिक प्रोटीन की आवश्यक मात्रा की आपूर्ति पनीर से हो जाती है।

पनीर में पाया जाने वाला कैल्शियम और फॉस्फोरस गर्भवती महिलाओं और बच्चों के संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी लाभदायक है।पनीर में उपलब्ध प्रचुर मात्रा में ओमेगा -3 फैटी एसिड हड्डियों को न केवल मजबूत बनाता है बल्कि अर्थराइटिस की रोकथाम में भी सहायक है।

मूड को कंट्रोल करने में मदद करता है डाइट में इन तीन चीजों का सेवन

हर परिवार अपनी प्रतिदिन की जिंदगी में एडजस्ट करने की प्रयास कर रहा है.मूड बेकार है तो ओट्स को दूध, शहद व किशमिश के साथ खाने से अपने आप अच्छा हो जाता है. ओट्स में ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करने की क्षमता होती है, जिससे रक्त प्रवाह सुधरता है. इसमें उपस्थित मिनिरल, सेलेनियम भी थायरॉयड ग्लैंड मूड को नियंत्रित करने में मदद करते हैं.

अंडा
अंडे में उपस्थित लेसिथिन मूड को कंट्रोल करने में मदद करता है. इसमें उपस्थित कोलीन पोषक तत्व से भरपूर होता है, जिसके सेवन से मूड अच्छा होता है. शरीर को आराम भी महसूस होता है. विटामिन बी 12 से भरपूर होने से डिप्रेशन भी नहीं होता है.

मछली
मूड अच्छा करने के लिए मछली का सेवन बहुत फायदेमंद है. इसमें विटामिन डी व ओमेगा 3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होते हैं जो मस्तिष्क में सेरोटोनिन का स्तर बढ़ाते हैं.

कॉफी
कैफीन के सेवन से अच्छा महसूस होता है. कैफीन भरी एक कप कॉफी के साथ दिन की आरंभ मूड पर प्रभाव डालती है. हालांकि, इसका सेवन नियंत्रित रूप से करें नहीं तो लत जल्दी लग जाती है. ज्यादा सेवन स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है.

मेहँदी के पत्ते के सेवन से स्वास्थ्य को होने वाले फायदे के बारे में क्या जानते हैं आप ?

मेहंदी एक ऐसा कुदरती पौधा है, जिसके पत्‍तों, फूलों, बीजों एवं छालों में औषधीय गुण समाए होते हैं। त्‍योहारों और उत्‍सवों के पहले दिन सुहागिन स्‍त्रियों के लिये हथेलियों पर मेहंदी का श्रृंगार, सुंदरता एवं सौम्‍यता का प्रतीक माना जाता है। प्राचीन काल से हथेलियों पर मेहंदी लगाने की प्रथा रही है। आयुर्वेदिक ग्रथ्‍ज्ञों में इसके रोग-निवारक गुणों की महिमा का वर्णन मिलता है।

मेहंदी लगाना आज के समय में किसे नहीं पसंद। हर लड़का व हर लड़किन मेहँदी लगाते हैं कोई हाथों में तो कोई बालों में। ऐसे में मेहँदी लड़कियों की सबसे जरूरी वस्तु है।आज हम आपको बताने जा रहे हैं मेहँदी के पत्ते के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य को फायदा के बारे में। आइए जानते हैं।

जिन लोगों को स्किन से जुडी कोई समस्या होती है उन्हें इससे आराम पाने के लिए मेंहदी के पेड़ की छाल को अच्छे से पीसकर थोड़े से पानी में डालकर उबाल लेना चाहिए व अब इस काढ़े का सेवन रोज प्रातः काल खाली पेट में करना चाहिए। इससे उन्हें फायदा मिलता है।

जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या है तो उन्हें रोज रात को सोते वक़्त थोड़े से पानी में मेहंदी के कुछ पत्तों को डालकर छोड़ देना चाहिए व अब प्रातः काल उठने पर इस पानी को छानकर पी लेना चाहिए। इससे फायदा होगा।

 

यहाँ जानिए आखिर कैसा रहेगा आज आपका दिन, देखें अपना राशिफल

मेष- करियर कारोबार में उम्मीद के अनुरूप रहेंगे.तैयारी से आगे बढ़ेंगे. योजनाओं को गति मिलेगी. आत्मविश्वास में वृद्धि होगी. स्मरणशक्ति और सृजनशक्ति बढ़ेगी.

वृषभ- निवेश के प्रयासों को गति मिलेगी. आर्थिक मामलों में सहज रहेंगे. भविष्य की योजनाओं फोकस रखेंगे. लेनदेन में स्पष्टता रखेंगे. धार्मिक कार्यों से जुड़ेंगे. दूर देश के मामले बनेंगे.

मिथुन- वाणिज्य व्यापार में अच्छी सफलता के संकेत हैं. लक्ष्य बनाकर कार्य करेंगे. बड़े लाभ की संभावना है. करियर कारोबार को बल मिलेगा. चर्चा में प्रभावी रहेंगे. प्रतिभा संवरेगी.

कर्क- आर्थिक उपलब्धियां बढे़गी. वरिष्ठों का विश्वास पााएंगे. कार्य व्यापार में मजबूती रहेगी. चर्चा में प्रखरता रहेगी. सभी वर्ग के लोग सहयोगी होंगे. शुभ प्रस्ताव प्राप्त होंगे. मान सम्मान में वृद्धि होगी.

सिंह- पुण्यार्जन का समय है. धार्मिक यात्राएं हो सकती हैं. महत्वपूर्ण प्रयासों को गति दे सकते हैं. निसंकोच आगे बढते रहें. आस्था बलवान होगी. महत्वपूर्ण जानकारी मिलना संभव है

कन्या- अप्रत्याशित घटनाक्रम कार्यकलाप प्रभावित कर सकता है. संकल्पवान बने रहें. सफलता का प्रतिशत सामान्य रहेगा. भावनाओं पर नियंत्रण बढ़ेगा.

तुला- बड़े प्रयासों और संकल्पों का समय है. दृढ़ता और स्थायित्व बढ़ेगा. भवन भूमि के मामले पक्ष में रहेंगे. सामंजस्य और साहस से कार्य करेंगे.

वृश्चिक- लापरवाही से बचने का समय है. लक्ष्य के प्रति समर्पण रखें. महत्वपूर्ण कार्यों को गति देंगे. निवेश और व्यय बढ़ सकते हैं. उधार के लेन देन से बचें.

धनु- सभी को प्रसन्न रखेंगे. लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे. परिश्रम से बेहतर प्रतिफल रहेगा. प्रतियोगिता में अच्छा करेंगे. प्रेम संबंधों में सफलता मिलेगी.

मकर- धनधान्य की प्रचुरता रहेगी. परिवार में सुख सौख्य रहेगा. भावनाओं से ओतप्रोत रहेंगे. सफलता का प्रतिशत बेहतर रहेगा. महत्वपूर्ण कार्यों पर फोकस रखेंगे.

कुंभ- आर्थिक मामले पक्ष में रहेंगे. वाणिज्यिक संभावनाओं को बल मिलेगा. सामाजिक कार्यों में आगे रहेंगे. विश्व बंधुत्व को बल मिलेगा. कार्यगति बढ़ाएंगे.

मीन- महत्वपूर्ण मामलों को गति मिलेगी. संग्रह संरक्षण में रुचि लेंगे. मेहमानों की आवक बढ़ेगी. धनधान्य में वृद्धि होगी.विस्तार से सभी का सहयोग मिलेगा. कार्यगति बढ़ाएंगे. कारोबारी मामले बनेंगे

यमुना नदी की सफाई को लेकर CM अरविंद केजरीवाल ने दिया बड़ा बयान कहा-“70 सालों की गंदी यमुना…”

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने यमुना नदी की सफाई को लेकर बड़ा बयान दिया है. केजरीवाल ने कहा है कि 70 सालों की गंदी यमुना को दो दिनों में साफ नहीं किया जा सकता है लेकिन वे इसे अगले दिल्ली विधान सभा चुनावों तक साफ कर देंगे.

केजरीवालस ने बताया कि पहले तो दिल्ली का जो सीवर है, वो अनट्रीटेड है उसे यमुना में गिरा दिया जाता है. हमारा पहला कदम सीवर ट्रीटमेंट पर युद्ध स्तर पर काम करना है.  साथ ही हम तीसरे कदम के रूप में पुराने सीवर ट्रीटमेंट प्लांटों की टेक्नॉलाजी भी बदल रहे हैं.

जो अभी सीधे नदी में जाते हैं उन्हें सीवर ट्रीटमेंट प्लांट भेजा जाएगा. अपने पांचवे प्लान में उन्होंने बताया कि कई लोगों ने सीवर के कनेक्शन नहीं ले रखे इसलिए आपके घर तक सीवर कनेक्शन हम लोग लगाएंगे. इसके लिए हमने चार्ज बहुत कम कर दिए हैं.

 

 

यूपी इलेक्शन के लिए आरएसएस ने शुरू की तैयारियां, पूर्वांचल, अवध और बुंदेलखंड पर होगा जोर

उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव  अगले साल होने हैं. प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी  इन दिनों पूरी तरह से चुनावी मूड में है. सरकार विकास कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण में व्यस्त है.

पार्टी और संगठन के नेता चुनाव की रणनीति बनाने में व्यस्त हैं. चुनाव नजदीक आता देख बीजेपी की मातृ संस्था आरएसएस  भी सक्रिय हो रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 19 नवंबर को झांसी में रानी लक्ष्मीबाई के जन्मदिन पर 3 दिन तक चलने वाले समारोह की शुरुआत करेंगे. इसका आयोजन उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार कर रही है.

आरएसएस आजादी के अमृत महोत्सव के तहत प्रदेश के छोटे-बड़े शहरों, कस्बों और गांवों में सभाओं का आयोजन करेगा, तिरंगा यात्रा निकालेगा और वंदे मातरम के सामूहिक गायन के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

आरएसएस की योजना 16 दिसंबर को स्कूल-कॉलेजों में वंदे मातरम गायन के कार्यक्रम आयोजित करने की है. इसके लिए नारा दिया गया है, ‘गांव गांव जाएंगे, वंदे मातरम गाएंगे’.

मध्य प्रदेश में सामने आया दिल देहला देने वाला मामला, माँ ने नवजात बच्ची को ठंड में कूड़े के ढेर में फेंका

मध्य प्रदेश   के राजगढ़ में उस वक्त ममता शर्मसार हो गई, जब एक महिला ने अपनी नवजात बच्ची को जन्म देने के बाद तेज ठंड के बीच कचरे के ढेर में फेंक दिया.

जिससे उसके शरीर पर कई घाव हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही इलाके के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए और पुलिस को मामले की सूचना दी.

उसी दौरान वहां से गुजर रहे गांव के सीताराम मालवीय की नजर कचरे के ढेर पर पड़ी, तो उसने वहां एक नवजात बच्ची को देखा. जो ठंड की वजह से कराह रही थी. इसके बाद वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई.

इसके बाद सीताराम ने नवजात बच्ची की सूचना तुरंत माचलपुर पुलिस को दी. जिस पर पुलिस ने आसपास के लोगों की मदद से नवजात बच्ची को अपने वाहन से माचलपुर में प्राथमिक उपचार के बाद इलाज के लिये जिला अस्पताल पहुंचाया.

एक बार फिर अपनी मर्यादा पार करने में लगा चीन, फिलीपींस के साथ रक्षक बलों ने किया ये काम…

फिलीपींस ने गुरुवार को चीनी तट रक्षक बलों पर विवादित दक्षिण चीन सागर में अपनी नौकाओं पर पानी की बौछार करने का आरोप लगाया। समाचार एजेंसी एएफपी ने इसकी जानकारी दी है।

रिपोर्ट के अनुसार ये नौकाएं फिलीपींस के सैन्य कर्मियों के लिए सप्लाई करने का काम कर रही थीं। इस हमले के बाद फिलीपींस की नौकाओं ने बीजिंग के जहाजों को पीछे हटने का आदेश दिया।

फिलीपींस के रक्षा मंत्री तियोदोरो लोक्सिन ने कहा कि चीन के पास इन क्षेत्रों में और उसके आसपास कोई कानून प्रवर्तन अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा की चीन को नियमों का ध्यान रखना चाहिए और पीछे हटना चाहिए।

अगस्त के महीने में चीन के उप राजदूत दाई बिंग ने एक बैठक में अमेरिका पर दक्षिण चीन सागर में शांति एवं स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा बनने का आरोप लगाया था। वहीं उन्होंने फिलीपींस के पक्ष में दिए गए न्यायाधिकरण के फैसले को अवैध और गैर बाध्यकारी बताया था।

दक्षिण चीन सागर के क्षेत्रों को लेकर चीन और अमेरिका के साथ-साथ कई देशों के बीच दशकों से विवाद है। यह विवाद समुद्री क्षेत्र पर अधिकार और संप्रभुता को लेकर है। इसमें पारासेल और स्प्रैटली शामिल हैं। यहां का समुद्री रास्ता भी व्यापार के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है।

पड़ोसी देशों पर जबरन ‘हड़प नीति’ का प्रयोग करके गांव बसाने में लगा ड्रैगन, अब इस देश को जाल में फंसाया

एशिया महादेश में अपने प्रभुत्व को कायम रखने के लिए चीन की हड़प नीति लगातार जारी है। ताजा जानकारी के अनुसार भारत के साथ सीमा विवाद के बीच ड्रैगन पड़ोसी देश भूटान की सीमा में भी घुसपैठ कर चुका है।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार चीन ने अपने बॉर्डर से लगे भूटान में करीब 25 हजार एकड़ क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर लिया है।  भूटान का ये विवादित भूमि डोकलम पठार के पास स्थित है, जहां 2017 में भारत और चीन का आमना-सामना हुआ था।

भूटान की जमीन पर नया निर्माण भारत के लिए विशेष रूप से चिंताजनक है क्योंकि भारत ने ऐतिहासिक रूप से भूटान को अपनी विदेश संबंध नीति पर सलाह दी है और अपने सशस्त्र बलों को प्रशिक्षित करने के लिए कहा है।

रिपोर्ट के अनुसार चीन ने मनमाने तरीके से इस विवादित जमीन के बड़े हिस्से पर पिछले एक साल मई 2020 से लेकर नवंबर 2021 में निर्माण कार्य शुरू करते हुए अब तक चार गांव बसा डाले हैं।