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भोजन में प्रोटीन की सही मात्रा आपके हेल्थी शरीर के लिए हैं बेहद जरुरी

कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लोग अब अपने सेहत से समझौता नहीं करना चाहते हैं. खासतौर से लोग अब इम्यूनिटी बढ़ाने को लेकर तरह-तरह के नुस्खे आजमाने लगे हैं. लेकिन इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अच्छे खान-पान के अलावा आपको ये भी जानना जरूरी है कि कौन सा खाना और खाने की कौन सी आदतें आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकती हैं.

भाग नियंत्रण की कुंजी है- ज्यादातर लोगों का मानना है कि उनका वजन इसलिए बढ़ता है क्योंकि खाना जारी रखते हैं. हालांकि, खाने का दोष नहीं बल्कि खराब समय पर भोजन और बड़ा हिस्सा जिम्मेदार है. आपको आदर्श रूप में पूरे दिन छह छोटे भोजन इस्तेमाल करना चाहिए और अपने भाग को छोटा रखना चाहिए.

प्रोटीन की सही मात्रा खाएं- लोग अक्सर इतने ज्यादा कैलोरी की सही मात्रा खाने के बारे में केंद्रित होते हैं कि शरीर के लिए जरूरी सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक यानी प्रोटीन को ध्यान में रखना भूल जाते हैं.  इसलिए आपके बाल, स्किन और संपूर्ण शरीर स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है.

अपनी कैलोरी पर ध्यान दें- ज्यादा लोग कैलोरी कम करनेवाली डाइट का पालन वजन में के उद्देश्य से करते हैं. उन्हें पीनेवाली कैलोरी पर ध्यान देना याद नहीं रहता. हालांकि, शुगर की थोड़ी मात्रा का सेवन करना ठीक है, लेकिन ज्यादा मिश्रित शुगर का इस्तेमाल वजन बढ़ा सकता है, ब्लड शुगर लेवल में छेड़छाड़ कर सकता है और कई बीमारियों में योगदान भी कर सकता है.

वजन कम करने के लिए क्या डिनर करना छोड़ रहे हैं ? तो ये खबर हैं सिर्फ आपके लिए…

वजन कम करना लोगों के लिए किसी सपने जैसा हो गया है. लाख कोशिश करने के बावजूद भी लोग मोटापा कम करने के तरीके  ढूंढते रहते हैं. कई लोग तो वजन कम  करने का सबसे तेज उपाय ढूंढने लग जाते हैं. मोटापा न सिर्फ बीमारियों का कारण बनता है बल्कि आपकी पर्सनालिटी पर भी असर डालता है. जब वजन हद से ज्यादा बढ़ जाता है तो लोग वजन कम करने के उपाय  ढूंढने लग जाते हैं.

न्यूट्रिशनिस्ट लोवनीत बत्रा अपने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में विस्तार से बताती हैं, “तेजी से वजन कम करने के लिए मुख्य भोजन न छोड़ें. देखा गया है कि मुख्य भोजन की जगह पर बहुत सारे लोग सलाद या स्नैक से काम चलाते हैं या खाना नहीं खाते हैं. ये कैलोरी कटौती में मददगार हो सकता है लेकिन लंबे समय में, ये बहुत ज्यादा उपयोगी नहीं है. ”

न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं कि आपको रात का खाना सोने से तीन घंटे पहले खा लेना चाहिए. सोने और खाने के समय में आदर्श अंतराल बनाए रखने के लिए तीन घंटा का समय स्वस्थ है. अगर आप इसका पालन कर रहे हैं, तो आपको अपने भोजन में कटौती नहीं करनी है. इसलिए, डिनर का आनंद किसी अन्य भोजन की तरह उठाएं.

सर्दी के मौसम में कम पानी पीने से होने वाली बिमारियों के बारे में नहीं जानते होंगे आप !

बच्चों के शरीर में पानी की मात्रा बेहद जरूरी होती है. सर्दी के मौसम में बच्चे पानी पीने से कतराते हुए दिखते हैं. लेकिन उनका सही मात्रा में पानी ना पीना उनकी सेहत के लिये हानिकारक साबित हो सकता है.

ठंड के मौसम में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हाइड्रेटेड रहना बेहद जरुरी होता है, इसके लिए समय समय पर पानी पीते रहना चाहिए. ऐसा करने से शरीर का तापमान नियंत्रण में रहता है, जबकि लगातार पानी पीने से शरीर में भी गर्माहट बनी रहती है.

जिससे डिहाइड्रेट होने का खतरा नहीं होता. क्योंकि इस मौसम में अक्सर इंसान के शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है. लेकिन लगातार पानी पीते रहने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है.

ठंड में लगातार पानी पीने से हेल्थ बूस्ट रहती हैबॉडी को रखता है हाइड्रेटवजन पर करता है काबूयूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का नहीं रहता खतरा शरीर में ऊर्जा की नहीं होती कमी बॉडी को डिटॉक्‍स करता है

जिस बात का खास ख्याल आपको रखना है वो ये कि आप अपने 1 वर्ष से अधिक के बच्चे को दो बार से अधिक दूध ना दें. वो इसलिये कि अगर बच्चा दूध ज्यादा पीयेगा तो उसे भूख नहीं लगेगी और उसकी ग्रोथ में समस्या आयेगी.

जानिए आखिर कैसा रहेगा आज आपका दिन, जरुर देखें अपना राशिफल

मेष: कोई ऐसा कार्य न करें, जिससे पारिवारिक प्रतिष्ठा प्रभावित हो. संतान के दायित्व की पूर्ति होगी. रिश्तों में मधुरता आएगी. शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलता मिलेगी.

वृष: भावनाओं में उतार-चढ़ाव और जीवन में बदलाव महसूस कर सकते हैं. किसी बात की ज्यादा चिंता न करें तो यही आपके लिए अच्छा रहेगा. साथ काम करने वाले लोग मददगार रहेंगे.

मिथुन: मांगलिक या सांस्कृतिक उत्सव में हिस्सेदारी रहेगी. संतान के दायित्व की पूर्ति होगी. शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलता मिलेगी. पारिवारिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी.

कर्क: जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी. शासन सत्ता का सहयोग रहेगा. पारिवारिक जीवन सुखमय होगा. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. व्यावसायिक स्तर पर सफलता मिलेगी.

सिंह: व्यावसायिक प्रयास फलीभूत होंगे. रिश्तों में मधुरता आएगी. पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति होगी. रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी.

कन्या: कोई व्हीकल खरीदने का मूड भी बन सकता है. आज आप ज्यादा ही संवेदनशील हो सकते हैं. बिजनेस और कार्यक्षेत्र से जुड़ी यात्राएं हो सकती हैं. पुरानी मेहनत का फल मिल सकता है. थोड़ा समय जरूर लगेगा. .

तुला: यात्रा देशाटन की स्थिति सुखद होगी, लेकिन सचेत रहें. कुछ घरेलू और कुछ व्यावसायिक परेशानी से गुजरना पड़ सकता है. बुद्धि कौशल से किया गया कार्य संपन्न होगा.

वृश्चिक: चंद्रमा की स्थिति आपकी राशि के लिए अच्छी हो सकती है. कम से कम समय में बहुत से काम निपटाने की कोशिश करेंगे. कार्यक्षेत्र में सफलता के योग बन रहे हैं. कोई अच्छी खबर भी आज आपको मिल सकती है.

धनु: गृह उपयोगी वस्तुओं में वृद्धि होगी. शासन सत्ता का सहयोग रहेगा. पारिवारिक दायित्व की पूर्ति होगी. उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी. रिश्तों में मधुरता आएगी.

मकर: यात्रा देशाटन की स्थिति सुखद होगी, लेकिन सचेत रहें. रुका हुआ कार्य संपन्न होगा. सामाजिक कार्यों में रुचि लेंगे. उच्च अधिकारी या पिता का सहयोग मिलेगा.

कुंभ: पारिवारिक तनाव से गुजर सकते हैं. आर्थिक मामलों में जोखिम न उठाएं. स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें. व्यर्थ की उलझनें रहेंगी. वाणी पर संयम रखना हितकर होगा.

मीन: व्यावसायिक मामलों में प्रगति होगी. यात्रा देशाटन की स्थिति सुखद होगी, लेकिन सचेत रहें. किसी कार्य के संपन्न होने से आपके प्रभाव तथा वर्चस्व में वृद्धि होगी.

उत्तराखंड: 12 नए डेंगू के मामले आने से रुड़की में मची दहशत, डॉक्टर्स ने किया लोगों को सतर्क

रुड़की में गुरुवार को 12 नए डेंगू के मरीज मिले हैं। जिसके बाद अब राज्य में डेंगू के कुल मरीजों की संख्या 382 मरीज सामने आए हैं और एक मरीज की मौत हुई है। मृतक हरिद्वार का रहने वाला था।

देहरादून जिले में डेंगू के छह और मरीज मिले हैं। इस तरह से मौजूदा सीजन में जिले में डेंगू पीड़ितों की संख्या 101 पहुंच गई है। सभी की स्थिति ठीक बताई गई है।

तीनों महिलाएं अपने घरों पर हैं। तीन पुरुष मरीज नकरौंदा, जौलीग्रांट एयरपोर्ट और हर्रावाला के रहने वाले हैं। इनमें जौलीग्रांट निवासी मरीज कैलाश अस्पताल में भर्ती हैं। बाकी दो अपने घर पर हैं।

हरिद्वार जिले के लंढौरा के जैनपुर झंझेड़ी गांव में गंदगी और मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए ग्रामीणों ने खुद के खर्च से फॉगिंग कराई। साथ ही अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों पर गांव की अनदेखी करने का आरोप लगाया। चेतावनी दी कि गांव की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो आंदोलन किया जाएगा।

गांव में बुखार के केस बढ़ने पर ग्रामीणों ने मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी। टीम ने अलावलपुर के साथ ही धीरमजरा और सिकरोढ़ा में पहुंचकर करीब 150 लोगों के सैंपल लिए हैं। इसके साथ ही 330 लोगों को दवाई भी वितरित की गई। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. गुरनाम सिंह ने बताया कि गांव में दो लोगों की मौत की सूचना मिली थी। गांव में टीम भेजकर लोगों के सैंपल लिए हैं।

 

 

साल 2025 तक के लिए इस देश की सरकार ने जनता को सुनाया फरमान कहा-“जिंदा बचना है तो कम…”

उत्तर कोरिया में खाद्य संकट  का असर काफी गंभीर होता जा रहा है. इसके मद्देनजर उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन ने लोगों को कम खाने का फरमान सुनाया है. किम जोंग ने देशवासियों से कहा है कि साल 2025 तक कम खाना खाएं ताकि देश खाद्य संकट से उभर सके.

पिछले काफी समय से उत्तर कोरिया में खाद्य आपूर्ति (Food Crisis in North Korea) कम हो गई है. यहां रहनेवाले लोगों के मुकाबले खाने-पीने की सप्लाई काफी कम हो गई है, जिसके नतीजन खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं.

इसके साथ ही अधिकारियों की तरफ से इस बात पर भी जोर दिया जा रहा है कि 2025 से पहले उत्तर कोरिया और चीन के बीच सीमा शुल्क को फिर से बहाल करने की संभावना बहुत कम है.

किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने कुछ समय पहले यहां तक स्वीकार किया था कि देश ‘सबसे खराब स्थिति’ का सामना कर रहा है. इससे पहले अप्रैल में, किम ने सत्ताधारी पार्टी के अधिकारियों से काम और बलिदान का एक और ‘कठिन मार्च’ करने का भी आग्रह किया था.

मौजूदा आर्थिक सकंट को साल 1990 के अकाल और आपदा की अवधि से जोड़ा जा रहा है. दरअसल, सोवियत संघ के पतन के बाद अकाल के दौरान नागरिकों को एकजुट करने के लिए अधिकारियों द्वारा ‘कठिन मार्च’ शब्द अपनाया गया था.

उत्तर प्रदेश: क्या साल 2022 के चुनाव में बीजेपी को मिल पाएगा यादव-जाटव का साथ ? जानिए यहाँ

उत्तर प्रदेश के चुनाव  में जाति का रोल महत्वपूर्ण होता है. खासकर देश में मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू होने के बाद से. रिपोर्ट लागू होने के बाद पिछड़े वर्ग (OBC) की राजनीति को पंख लग गए. यूपी की राजनीति करने वाली नेशनल और स्टेट लेबल की पार्टियों का जोर जातिगत समिकरण बिठाने पर होता है.

आइए नजर डालते हैं कि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में किस जाति ने किस पार्टी या गठबंधन को वोट किया था. थिंकटैंक सीएसडीएस और लोकनीति के एक सर्वे के मुताबिक 2019 के चुनाव में 82 फीसदी ब्राह्मणों ने बीजेपी और उसके सहयोगियों के लिए वोट किया था.

उत्तर प्रदेश में निर्णायक माने जाने वाले जाटों का 91 फीसदी वोट बीजेपी को मिला था. कांग्रेस को 2 फीसदी, सपा-बसपा और राष्ट्रीय लोकदल के गठबंधन को 7 फीसदी जाटों ने वोट किया था. वर्ण व्यवस्था की अन्य जातियों में से 5 फीसदी ने कांग्रेस, 84 फीसदी ने बीजेपी गठबंधन और 10 फीसदी ने सपा-बसपा गठबंधन को वोट किया था.

उत्तर प्रदेश के 73 फीसदी मुसलमानों ने सपा-बसपा गठबंधन, 14 फीसदी ने कांग्रेस, 8 फीसदी ने बीजेपी गठबंधन और 5 फीसदी ने अन्य दलों को वोट किया था. अन्य जातियों में से 50 फीसदी ने बीजेपी गठबंधन, 35 फीसदी ने सपा-बसपा, 1 फीसदी ने कांग्रेस और 14 फीसदी ने अन्य दलों को वोट किया था. (गणितिय गणना की वजह से कुछ जगह संख्या कम या अधिक भी हो सकती है.)

जम्मू-कश्मीर में हुआ बड़ा हादसा गहरी खाई में जा गिरी बस, 8 लोगों की मौके पर हुई मौत

जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को उस समय एक बड़ा हादसा हो गया जब एक बस खाई में जा गिरी। इस घटना में कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई है जबकि 10 लोग घायल हुए हैं। घटना डोडा जिले की है। ये मिनी बस थी जो थाथरी से डोडा शहर की ओर जा रही थी। इसी दौरान ये दुर्घटना हुई।

डोडा का अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिस स्थान पर हादसा हुआ है, वहां बचाव कार्य जारी है। केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने पुष्टि की है कि दुर्घटना में आठ लोगों की मौत हुई है। सामने आई जानकारी के अनुसार सेना भी स्थानीय लोगों के साथ मिलकर बचाव कार्य में जुटी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डोडा जिले में हुए सड़क दुर्घटना में मौतों पर शोक व्यक्त किया है। पीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।

 

मिशन यूपी 2022: सत्ता में आने से लिए BJP अपनाएगी ये चुनावी रणनीति, 5 हजार नए मतदाता जोड़ने का रखा लक्ष्य

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल अपनी अपनी तैयारियों को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (BJP) तमाम विपक्षी दलों से चुनावी रणनीति के मामले में काफी आगे दिखती है. बीजेपी अब ‘त्रिदेव’ के सहारे विपक्षियों को चुनाव में पटखनी देने की रणनीति पर काम करने जा रही है.

भारतीय जनता पार्टी विपक्षियों पर ‘त्रिदेव’ के जरिए हमला करने जा रही है. बीजेपी के रणनीतिकारों ने चुनाव प्रबंधन की अगली कड़ी में ‘त्रिदेव’ का फॉर्मूला लॉन्च किया है.

बीजेपी ने आगामी चुनाव को लेकर माइक्रोमैनेजमेंट भी किया है. नया लक्ष्य देते हुए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच हजार नए मतदाता जोड़ने की योजना बनाई गई है. इसी के लिए पार्टी ने कार्यकर्ताओं का एक समूह तैयार किया है.

इसके अलावा बीजेपी मतदाता संवर्धन का काम भी शुरू कर रही है. इसमें 18 साल से ऊपर के युवाओं को मतदाता बनाने का काम किया जाएगा. बीजेपी की रणनीति में अहम माने जा रहे त्रिदेव की भूमिका तय करते हुए यह कहा गया है कि 7 तारीख, 13 तारीख, 21 तारीख और 28 नवंबर को होने वाले विशेष मतदाता बनाओ अभियान की जिम्मेदारी बेहद महत्वपूर्ण है.

मार्च में शादी के बंधन में बंधेंगे Richa Chadha और Ali Fazal, कपल ने किया वेडिंग प्लान का खुलासा

कोविड-19 महामारी के कारण ऋचा चड्ढा (Richa Chadha) और अली फजल (Ali Fazal) की शादी की योजना कुछ समय के लिए स्थगित कर दी गई थी. एक इंटरव्यू के दौरान इस कपल ने अपनी शादी की योजनाओं के बारे में बताया.

अली ने खुलासा करते हुए कहा कि हम दोनों शादी अगले साल 2022 में करने की सोच रहे हैं. ये साल 2021 हर किसी के लाइफ में उथल-पुथल वाला रहा है और इसलिए हमने शादी को आगे बढ़ाने के फैसला किया, लेकिन हम नए साल 2022 में उम्मीद कर रहे हैं.

इंटरव्यू के दौरान ऋचा ये कहाती हैं, ‘अब, मुझे लगता है कि लहरों का हमारी योजना के साथ कुछ लेना-देना है. हर बार जब हम चीजों को जोड़ने के बारे में सोचते हैं तो कुछ न कुछ हो जाता है. जिस पर अली ने कहा, ‘जब लॉकडाउन खुलता है और हम जब शादी की तैयारी करते हैं तो फिर से लॉकडाउन लग जाता है. मुझे लगता है कि इसलिए शादी में देरी हो रही है.

ऋचा चड्ढा उसी इंटरव्यू में बताती हैं कि, ‘मैं और फजल साथ में मिलकर अपने घर पर बायोग्राफिकल कॉमेडी फिल्म देख रहे थे. हम दोनों फिल्म को काफी एंजॉय कर रहे थे, क्योंकि हम दोनों की पसंद काफी मिलती जुलती है.