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बिज़नेस

Poco M4 Pro की पहली सेल आज, 14,999 रुपये की कीमत में मिलेंगे ये सभी फीचर्स

Poco M4 Pro की भारत में आज यानी 7 मार्च को पहली सेल है। Poco M4 Pro को पिछले सप्ताह ही भारत में लॉन्च किया गया है। Poco M4 Pro को मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस (MWC 2022) के बाद भारतीय बाजार में पेश किया गया है।

Poco M4 Pro में 4G कनेक्टिविटी है और इसमें 6.43 इंच की एमोलेड डिस्प्ले है जिसका रिफ्रेश रेट 90Hz है। Poco M4 Pro में मीडियाटेक Helio G96 प्रोसेसर दिया गया है। इसके अलावा इसमें 8 जीबी रैम के साथ 256 जीबी की स्टोरेज है।

Poco M4 Pro की कीमत Poco M4 Pro के 6 जीबी रैम के सात 64 जीबी स्टोरेज की कीमत 14,999 रुपये, 6 जीबी रैम के साथ 128 जीबी की स्टोरेज 16,499 रुपये और 8 जीबी रैम के साथ 256 जीबी की कीमत 17,999 रुपये है।

Poco M4 Pro की स्पेसिफिकेशन Poco M4 Pro में एंड्रॉयड 11 आधारित MIUI 13 है। इसमें 6.43 इंच की फुल एचडी प्लस एमोलेड डिस्प्ले है जिसकी ब्राइटनेस 1,000 निट्स और रिफ्रेश रेट 90Hz है।

Poco M4 Pro का कैमरा पोको के इस फोन में तीन रियर कैमरे हैं जिनमें प्राइमरी लेंस 64 मेगापिक्सल का है। दूसरा लेंस 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रा वाइड एंगल दिया गया है। इसके अलावा इसमें 2 मेगापिक्सल का मैक्रो सेंसर भी है। सेल्फी के लिए पोको के इस फोन में 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा।

 

नई एमजी जेडएस ईवी का एक्सटीरियर डिजाइन देख आप भी हो जाएंगे इसके दीवाने, डाले एक नजर

MG Motor India आज देश में अपडेटेड 2022 जेडएस ईवी (MG ZS EV) को पेश करने जा रही है.  ZS EV को पहली बार 2020 की शुरुआत में देश में लॉन्च किया गया था.

अपडेटेड MG ZS EV यूके के ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर आधारित होगी, जो 622 किलोमीटर तक की रेंज पेश करेगी. मॉडल को दो अलग-अलग बैटरी पैक – 51 kWh और 73 kWh में उपलब्ध कराया जाएगा. नई MG ZS EV मार्केट में मौजूद नेक्सॉन ईवी (Tata Nexon EV) और टिगोर ईवी के साथ कम्पीट करेगी.

2022 MG ZS EV रिवाइज्ड फ्रंट फेसिया के साथ आएगी, जिसमें बॉडी-कलर्ड क्लोज्ड पैनल होंगे. दूसरे कॉस्मेटिक अपडेट में एक रिवाइज्ड बम्पर, चिकना एलईडी प्रोजेक्टर हेडलैंप, इंटीग्रेटेड एलईडी डेटाइम रनिंग लाइट, ब्लैक साइड बॉडी क्लैडिंग और अपडेटेड रियर बम्पर शामिल हैं.

नई MG ZS EV रिवाइज किए गए इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और अपडेटेड टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम के साथ आएगी. इसमें 10.1 इंच का कलरफुल टच स्क्रीन होगा. वायरलेस फोन चार्जिंग और एडेप्टिव क्रूज कंट्रोल भी इसके कुछ खास स्पेसिफिकेशन हैं जो 2022 MG ZS EV के केबिन हाइलाइट्स का एक हिस्सा हैं.

E-Shram Card Yojana के अंतर्गत श्रमिकों को जल्द मिलेगा अगली किस्त का लाभ, ऐसे करें चेक

कोरोना महामारी में इस वर्ग ने बड़ी परेशानियों की सामना किया है. करोड़ों लोगों के रोजगार छूट गए और वह अपने घर जाने को मजबूर हो गए हैं. ऐसे में केंद्र सरकार ने असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों के लिए एक बेहद खास योजना लेकर आई है. इस योजना का नाम है ई-श्रमिक कार्ड  योजना है.

 इस योजना के जरिए सरकार श्रमिकों को आर्थिक और सोशल सिक्योरिटी  देने की कोशिश कर रही है. इस योजना के द्वारा सरकार श्रमिकों को हर महीने आर्थिक मदद के साथ-साथ 2 लाख रुपये तक का बीमा भी देती है.

ई-श्रम कार्ड धारकों को 1 हजार रुपये की किस्त का लाभ दिया था. अब सरकार जल्द ही 500 रुपये की अगली किस्त जारी करने वाली है. कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार इस महीने के अंत तक आर्थिक सहायता राशि लोगों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकती है.

ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने पर मिलते हैं यह लाभ-
-हर महीने मिलती है आर्थिक मदद
-2 लाख तक का मिलता है बीमा कवर
-घर बनाने के लिए मिलेगी आर्थिक मदद

 

यदि आप भी एसबीआई के एटीएम से ट्रांजैक्शन करते हैं तो जरुर जान ले ये बड़ा नियम

 भारत के बड़े बैंकों में शुमार एसबीआई आए दिन अपने खाताधारकों के लिए नई-नई सुविधाओं के साथ नियम बनाता रहता है। एसबीआई ग्राहकों का पैसा सुरक्षित करने के लिए काफी सतर्क है, जिससे कोई भी साइबर ठग चूना लगाने में कामयाब नहीं हो सके।

एसबीआई ने एटीएम से ट्रांजैक्शन को लेकर एक बड़ा नियम बना दिया है, जिसका पालन सबको करना होगा।अब अगर आप एटीएम से 10 हजार रुपये से ज्यादा कैश निकालते हैं तो फिर कुछ शर्ते माननी जरूरी होंगी।

ऐसे में अगर आपको इस बात की जानकारी नहीं है तो इसे अच्छे से जान लें, नहीं तो आपका पैसा फंस सकता है। इस बात की जानकारी एसबीआई बैंक के एक ट्वीट के जरिए दी गई है। बता दें, एटीएम से 10 हजार रुपये से ज्यादा की निकासी के लिए एक ओटीपी की मदद लेनी होगी।

जानिए सबकुछ

– SBI ATM से पैसे निकालने के लिए आपको OTP की आवश्यकता होगी।

– इसके लिए आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा।

– यह ओटीपी चार अंकों का होगा जो ग्राहक को एक ट्रांजैक्शन के लिए मिलेगा।

बैंक को लगातार धोखाधड़ी से जुड़ी शिकायतें मिल रही हैं। SBI के पास भारत में 71,705 BC आउटलेट्स के साथ 22,224 शाखाओं और 63,906 एटीएम का सबसे बड़ा नेटवर्क है।

पीली धातु में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो जरुर जान लें आज का गोल्ड रेट

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में आए जबर्दस्त उछाल, कमोडिटी की बढ़ती कीमत के साथ मुद्रास्फीति दर बढ़ाती मौद्रिक वित्तीय नीतियों के कारण पीली धातु में निवेश को बढ़ावा मिल रहा है.

क्वोंटम म्युचुअल फंड ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बढ़ती महंगाई के साथ कदमताल करने के लिये निवेशकों का रूझान सुरक्षित निवेश में बढ़ रहा है. बढ़ते चालू खाता घाटा वैश्विक वित्तीय बाजार की मौजूदा हालत भारतीय मुद्रा पर अधिक दबाव दे सकते हैं.

फरवरी में सोने में निवेश बढ़ा है इसके दाम एक साल के उच्चतम स्तर 1,970 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गए, लेकिन अंत में यह करीब 1,900 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर हुआ.

सोने में निवेश को सुरक्षित माना जाता है अनिश्चितता के माहौल में निवेशक इसमें निवेश को अधिक तरजीह देने लगते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक नीति में सख्त रुख अपनाने से सोने के दाम पर लगाम लग सकती है.

नेक्सटा सहित इन दिग्गज कंपनियों ने रशियन मार्केट से समेटा कारोबार, सैमसंग इलेक्ट्रोनिक्स का भी बड़ा फैसला

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के आर्थिक असर सामने आने लगे हैं. पश्चिमी देश जहां लगातार रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा रहे हैं वहीं अब कई कंपनियां खुद ही रूस में कारोबार से दूरी बना रही हैं. इस तरह की कई खबरें आ रही हैं

इलेक्ट्रोनिक आर्ट्स ने घोषणा की है कि वो रूस और बेलारूस में अपने गेम्स और कंटेट की बिक्री नहीं करेगी. कंपनी ने आधिकारिक बयान में कहा है कि उसने फैसला लिया है कि वो वर्चुअल करेंसी बंडल समेत अपने गेम्स और कंटेट की बिक्री रोक रही है.

कंपनी ने ये भी कहा है कि वो अपने प्लेटफॉर्म पार्टनर्स से बात कर रही है जिससे इस रीजन के स्टोर्स में से उसके टाइटल हटाए दिए जाएं. इसके अलावा नए इन गेम्स कंटेट की बिक्री को भी इस क्षेत्र से हटा दिया जाए.

सैमसंग इलेक्ट्रोनिक्स ने भी कहा है कि वो मौजूदा जियो-पॉलिटिकल घटनाक्रमों को देखते हुए रूस को जाने वाले शिपमेंट्स को रोक रही है. इसके अलावा सैमसंग मानवीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए 60 लाख डॉलर इस रीजन में दान दे रही है जिसमें से 10 लाख डॉलर कंज्यूमर इलेक्ट्रोनिक्स के क्षेत्र में दिए जा रहे हैं.

 

पीपीएफ खाते से जुड़े ये नियम जिनके अंतर्गत आपको भी नहीं मिलेगा ब्याज, जरुर जानिए

पब्लिक प्रोविडेंट फंड  में लोग जमकर निवेश करना पसंद करते हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है कि यह निवेश के सेफ ऑप्शन के साथ-साथ बेहतर रिटर्न की सुविधा भी देता है. बेहतर रिटर्न के कारण कई बार लोग एक से ज्यादा पीपीएफ खाता खुलवा लेते हैं.

वित्त मंत्रालयने एक सर्कुलर जारी करके बताया है कि दोनों अकाउंट को केवल खास परिस्थिति में मर्ज किया जा सकता है और कुछ अकाउंट को सरकार मर्ज करने की परमिशन नहीं देता है. ऐसे में दूसरे खाते को क्या होगा तो चलिए हम आपको इस सवाल का जवाब देते हैं-

वित्त मंत्रालय के नियम के अनुसार कोई भी व्यक्ति दो पीपीएफ खाते नहीं खुलवा सकता है. अगर किसी व्यक्ति ने 12 दिसंबर 2019 के बाद दो पीपीएफ अकाउंट खुलवाया है तो उसे वह दूसरा अकाउंट बंद कर देना होगा.

आपको बता दें कि पीपीएफ खाते के बनाए गए नियमों के अनुसार आप केवल एक ही खाता खुलवा सकते हैं. कई बार लोगों को सही जानकारी नहीं होती है. इस कारण वह दूसरा पीपीएफ खाता (PPF Account) खुलवा लेते हैं. मर्ज करने की स्थिति में एक अकाउंट के सारे पैसे दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएंगे. बता दें कि पीपीएफ खातों में 7.1 प्रतिशत का रिटर्न मिलता है.

 

यूक्रेन संकट के बीच रूस पर बढ़ते प्रतिबन्ध के कारण दुनिया में फिर आ सकता हैं 1970 के बाद का सबसे बड़ा तेल संकट

अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस के बैंकिंग सिस्टम पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। ये देश रूस के ऑयल का भी विरोध कर रहे हैं। दुनियाभर के बैंक, पोर्ट्स और ट्रांसपोर्टर्स रूसी ऑयल से खुद को दूर रखने की कोशिश कर रहे हैं।

आईएचएस मार्किट के वाइस-चेयरमैन डेनियल येर्गिन ने कहा है कि यूक्रेन पर रूस के हमले से दुनिया में 1970 के दशक के बाद सबसे बड़ी ऑयल क्राइसिस पैदा हो सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, येर्गिन ने कहा, “1970 के दशक में अरब ऑयल पर बैन और ईरानियन क्रांति के बाद से ऑयल की सबसे बड़ी क्राइसिस सामने आ सकती है।”

येरगिन का कहना है कि यह 1970 के दशक में अरब तेल प्रतिबंध और ईरानी क्रांति के बाद से सबसे खराब संकट हो सकता है। उस दशक में दोनों घटनाएं तेल के लिए बहुत बड़ा झटका था।

यह एक लोजिस्टिक्स संकट है। यह एक भुगतान संकट है और यह 1970 के दशक के पैमाने पर भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्रतिबंध लगाने वाली सरकारों और उद्योग के बीच मजबूत कम्युनिकेशन सबसे खराब स्थिति का की तरफ बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि नाटो के सदस्य रूस के निर्यात का लगभग आधा हिस्सा प्राप्त करते हैं। उसका कुछ हिस्सा बाधित होने वाला है।

Petrol-Diesel के दाम में अब देखने को मिल सकती हैं बड़ी बढ़ोतरी, यहाँ जानिए नया रेट

पिछले चार महीने से पेट्रोल-डीजल की कीमत में कोई खास बदलाव नहीं किया गया है. लेकिन अब आम आदमी को पेट्रोल-डीजल की कीमत झटका दे सकती हैं.

देश के पांच राज्यों जिनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब शामिल हैं वहां विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. ऐसे में अगले सप्ताह चुनाव समाप्त होने के साथ ही पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने की पूरी संभावना है.

अभी पेट्रोल पंप पर मिलने वाले पेट्रोल और डीजल की कीमतों में नवंबर से कोई बदलाव नहीं किया गया है। हमारा अनुमान है कि स्पॉट ब्रेंट (105/बीबीएल डॉलर) और डीजल की कीमतों पर तेल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) को 5.7 रुपये प्रति लीटर और सामान्य मार्जिन पर 2.5 रुपये प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है।

पिछले साल 3 नवंबर को केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर से एक्साइज ड्यूटी कम कर दी थी. उसके बाद कई दिल्ली, यूपी, पंजाब सहित कई राज्यों ने भी पेट्रोल-डीजल के दाम घटा दिए थे. तब से लेकर अब तक ईंधन की कीमत में मामूली बदलाव हुआ है.

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड ऑयल (Crude Oil) की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा हो गई है. ऐसी स्थिति में ऑयल कंपनियों को भी सामान्य मार्जिन प्राप्त करने के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमत में 9 रुपये प्रति लीटर का इजाफा करने की जरूरत है. फ्यूल की ये कीमत 2014 के अगस्त के बाद सबसे ज्यादा है.

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इस ऑटो कंपनी का बड़ा निर्णय, रूस को नहीं भेजेगा कार और बाइक्स

रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया भर में संकट बढ़ता जा रहा है. रूस पर दुनिया भर के देश तमाम प्रतिबंध लगा रहे हैं. अब प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी होंडा ने रूस में अपनी कारों और बाइक्स का एक्सपोर्ट बंद करने का फैसला किया है.

इससे पहले Ford, Volvo, General Motors, Harley-Davidson और Daimler Truck जैसी कंपनियां रूस में अपना बिजनेस बंद करने का फैसला कर चुकी हैं.

फोर्ड के सीईओ जिम फ़ार्ले ने यह बयान ट्विटर पर शेयर किया. उन्होंने कहा, “स्थिति ने हमें रूस में अपने ऑपरेशन को बंद करने के लिए मजबूर किया है. हालात देखते हुए हमने आज अपने संयुक्त उद्यम भागीदारों को सूचित किया है कि हम रूस में अपने संचालन को अगली सूचना तक निलंबित कर रहे हैं, ”

जनरल मोटर्स और वोल्वो जैसी ऑटो कंपनियां रूस में अपना बिजनेस अस्थायी रूप से सस्पेंड करने वाली पहली वाहन निर्माता कंपनियां थीं. जनरल मोटर्स ने कहा कि वर्तमान में जानमाल का नुकसान एक त्रासदी है और यह क्षेत्रों के लोगों के बारे में गहराई से चिंतित है.

ट्रक निर्माता डेमलर ने भी रूस में अपना कारोबार बंद कर दिया है और वह रूसी ट्रक निर्माता कामाज़ के साथ अपनी पार्टनरशिप पर विचार कर रहा है.