Thursday , November 21 2024

बिज़नेस

क्या भारत निर्यात के मामले में बांग्लादेश-वियतनाम से पिछड़ा? विश्व बैंक ने रिपोर्ट में दिया जवाब

भारत का वैश्विक व्यापार इसकी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के साथ तालमेल नहीं रख पाया है। देश कम लागत वाले विनिर्माण निर्यात केंद्रों के रूप में बांग्लादेश और वियतनाम जैसे प्रतिद्वंद्वियों से पिछड़ रहा है। विश्व बैंक ने एक रिपोर्ट में यह बात कही है।बहुपक्षीय ऋणदाता विश्व बैंक ने मंगलवार को एक अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि पिछले एक दशक में भारत के सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार में गिरावट आई है। बावजूद इसके यह आर्थिक रूप से मजबूत है।

विश्व बैंक के अनुसार, परिधान, चमड़ा, वस्त्र और जूते के वैश्विक निर्यात में देश की हिस्सेदारी 2002 के 0.9% से बढ़कर 2013 में 4.5% के शिखर पर पहुंच गई। लेकिन उसके बाद 2022 में यह घटकर 3.5% रह गई। इसके विपरीत, इन वस्तुओं के वैश्विक निर्यात में बांग्लादेश की हिस्सेदारी 5.1% तक पहुंच गई, जबकि वियतनाम की हिस्सेदारी 2022 में 5.9% रही।

ऋणदाता ने कहा कि निर्यात को बढ़ावा देने और गहन श्रम आधारित विनिर्माण के मामले में चीन के पिछड़ने की स्थिति का लाभ उठाने के लिए जल्दी कदम उठाने चाहिए। भारत को व्यापार लागत कम करने, टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करने और व्यापार समझौतों को संशोधित करने की आवश्यकता होगी।

विश्व बैंक की एक वरिष्ठ अर्थशास्त्री नोरा डिहेल ने नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, “यह एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर भारत ध्यान केंद्रित कर सकता है।” यह कदम उठाने का समय है।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षा भारत को विनिर्माण केंद्र बनाने की है। कारोबार जगत चीन से अपनी आपूर्ति शृंखलाओं में विविधता ला रहा है। मोदी सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स और चिप-मेकिंग जैसे उद्योगों में निवेश आकर्षित करने के लिए अरबों डॉलर की सब्सिडी खर्च की है।

आईटी व बैंकिंग शेयरों में कमजोरी; सेंसेक्स 203 अंक फिसला, निफ्टी 25200 से नीचे पहुंचा

घरेलू शेयर बाजार बुधवार को लाल निशान पर बंद हुए। हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन आईटी और बैकिंग सेक्टर के शेयरों में बिकवाली दिखी। पूरे कारोबारी सत्र में लाल निशान पर कारोबार करते हुए सेंसेक्स 202.80 (0.24%) अंक टूटकर 82,352.64 के स्तर पर बंद हुआ। दूसरी ओर, निफ्टी 81.15 (0.32%) अंक फिसलकर 25,198.70 पर पहुंच गया।

बीएसई सेंसेक्स के 30 शेयरों का हाल

बुधवार के कारोबारी सत्र के बाद विप्रो और कोल इंडिया लिमिटेड के शेयरों में तीन-तीन प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। बुधवार के कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स एक समय पर 722 अंक तक टूट गया पर आखिरकार यह 519 अंक रिकवर कर 203 अंकों की गिरावट के साथ 82,352 के स्तर पर बंद हुआ।

निफ्टी के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स

सेंसेक्स में शामिल शेयरों में आईटी और वित्तीय सेवा क्षेत्र के शेयर सबसे अधिक गिरावट के साथ बंद हुए। इंडेक्स की गिरावट में सबसे अधिक आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, एलएंडटी, एक्सिस बैंक, एसबीआई, एमएंडएम और टीसीएस के शेयरों का योगदान रहा। आईटी शेयरों में जिसमें निवेश का एक बड़ा हिस्सा अमेरिकी बाजार से आता है बुधवार के कारोबारी सत्र के दौरान 3% तक टूट गए। निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स भी 1.7% तक फिसल गया। बैंक ऑफ बड़ौदा, कैनरा बैंक और इंडियन बैंक के शेयर में गिरावट आई।

‘कई और देशों में UPI के और बढ़ने की संभावना’, शक्तिकांत दास बोले- भविष्य में इसका अंतरराष्ट्रीयकरण होगा

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि कई और देशों में यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) बढ़ेगा।

महाराष्ट्र के पांच दिवसीय दौरे पर पहुंचे आरबीआई गवर्नर ने कहा कि क्यूआर कोड और तेज भुगतान प्रणालियों के लिंकेज के माध्यम से यूपीआई पहले से ही कई देशों में मौजूद है, और कई अन्य देशों के साथ चर्चा चल रही है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया, ”हमें उम्मीद है कि भविष्य में यह वैश्विक स्तर पर और बढ़ेगा तथा इसका अंतरराष्ट्रीयकरण होगा।”

बुधवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में बोलते हुए दास ने कहा था कि इस दिशा में भूटान, नेपाल, श्रीलंका, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात, मॉरीशस, नामीबिया, पेरू, फ्रांस और कुछ अन्य देशों के साथ स्वीकृति के लिए पहले ही उल्लेखनीय प्रगति हो चुकी है। ये भुगतान RuPay कार्ड और यूपीआई नेटवर्क के माध्यम से होंगे। उन्होंने कहा, ये प्रयास दुनिया भर में भारत की पहलों को अपनाने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों को रेखांकित करते हैं।

आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर सुस्त पड़कर 6.1 फीसदी, CEA बोले- चुनावों के कारण रफ्तार धीमी हुई

कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में गिरावट से जुलाई में आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर 6.1 फीसदी रह गई है। हालांकि, यह मासिक आधार पर जून के 5.1 फीसदी से ज्यादा है। शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई, 2023 में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट व बिजली क्षेत्र का उत्पादन 8.5 फीसदी की दर से बढ़ा था। आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में कच्चे तेल के उत्पादन में 2.9 फीसदी और प्राकृतिक गैस में 1.3 फीसदी गिरावट रही। चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीने में बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 6.1 फीसदी बढ़ा है।

चुनावों के कारण आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट: सीईए
मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने कहा, विकास की रफ्तार मजबूत है। पहली तिमाही में वृद्धि दर इसलिए घटी, क्योंकि लोकसभा चुनाव सात चरणों में चला था। जून तिमाही में सकल स्थिर पूंजी निर्माण वास्तविक रूप से जीडीपी का 34.8 फीसदी रहा। यह दर्शाता है कि निजी निवेश अपनी भूमिका निभा रहा है। मानसून में अच्छी प्रगति हुई है। कॉरपोरेट और बैंकों का बही-खाता अच्छी स्थिति में हैं।

‘आंकेड़े हमारे अनुमान के मुताबिक हैं’
इन्फोमेरिक्स रेटिंग्स के मुख्य अर्थशास्त्री मनोरंजन शर्मा कहते हैं, “ये आंकड़े पूरी तरह से हमारी उम्मीदों के अनुरूप हैं, हमने अपना ध्यान सार्वजनिक डोमेन में रखा है। हमने 6.8% का पूर्वानुमान दिया था और ये आंकड़े 6.7% पर आ गए हैं।”

‘यूपीआई के कई और देशों तक बढ़ने की संभावना’, जीडीपी पर ये बोले आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने जीडीपी वृद्धि दर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर दास ने कहा, “इस साल की पहली तिमाही के लिए, रिजर्व बैंक का अनुमान 7.1% की वृद्धि दर का था। लेकिन राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी वास्तविक संख्या 6.7% है। यह 7.1% से कम है।”

उन्होंने कहा, “हालांकि मुझे लगता है कि सभी क्षेत्रों में, पहली तिमाही में विकास दर 7% से अधिक है। दो पहलुओं ने इसे थोड़ा नीचे खींच दिया है, इसमें एक सरकारी व्यय है, जो केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों का व्यय है। चुनावी आचार संहिता जारी होने के कारण इसमें थोड़ी कमी दिखी। दूसरी चीज जो थोड़ी कम रही वह थी कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर, जो लगभग 2% या उससे कम की दर से बढ़ी…।”दूसरी ओर यूपीआई पर बोलते हुए भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा उन्हें उम्मीद है कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) कई और देशों तक बढ़ेगा।

ओडिशा के पांच दिवसीय दौरे पर आए दास ने कहा कि यूपीआई पहले ही क्यूआर कोड और फास्ट पेमेंट सिस्टम के जरिये कई देशों में मौजूद है और कई अन्य देशों के साथ इस पर चर्चा चल रही है। उन्होंने शुक्रवार शाम को यहां संवाददाताओं से कहा, ”हमें उम्मीद है कि यह वैश्विक स्तर पर और बढ़ेगा और भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहुंचेगा।”

दास ने बुधवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा था कि इस दिशा में पहले से ही भूटान, नेपाल, श्रीलंका, सिंगापुर, यूएई, मॉरीशस, नामीबिया, पेरू, फ्रांस और कुछ अन्य देशों के साथ उल्लेखनीय प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से दुनिया भर में भारत की पहलों को अपनाने के लिए सकारात्मक रुख का पता चलता है।

विस्तारा के विमान और चालक दल 12 नवंबर को एयर इंडिया से जुड़ जाएंगे, बोले कैंपबेल विल्सन

नियामकीय मंजूरी मिलने के साथ ही एयर इंडिया के प्रमुख कैंपबेल विल्सन ने शुक्रवार को बताया कि विस्तारा के विमान और चालक दल के एयर इंडिया में जोड़ने की तारीख 12 नवंबर तय की गई है।

टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस के बीच एक संयुक्त उद्यम विस्तारा का एयर इंडिया में विलय हो रहा है। विलय के बाद सिंगापुर के वाहक की टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।

सरकार ने विलय के हिस्से के रूप में सिंगापुर एयरलाइंस द्वारा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को मंजूरी दे दी है। शुक्रवार को कर्मचारियों को दिए गए संदेश में विल्सन ने कहा कि वे अब लंबी और जटिल विलय प्रक्रिया के अंतिम चरण में प्रवेश कर रहे हैं। विलय की घोषणा नवंबर 2022 में की गई थी।
12 नवंबर के बाद एयर इंडिया के नाम से उड़ान भरेंगे विस्तारा के विमान
विल्सन ने कहा कि 12 नवंबर या उसके बाद की विस्तारा उड़ानों की विमान संख्या भी एयर इंडिया के अनुसार हो जाएगी। भले ही लगभग सभी मामलों में विमान, शेड्यूल और ऑपरेटिंग क्रू 2025 की शुरुआत तक अपरिवर्तित रहेंगे।

विलय प्रक्रिया के दौरान यात्रियों को अधिक जानकारी देने में मदद करने के लिए अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (FAQ) का एक सेट भी तैयार किया गया है। 3 सितंबर से, विस्तारा की वेबसाइट पर 12 नवंबर या उसके बाद की उड़ानों को बुक करने के इच्छुक यात्रियों को बुकिंग पूरी करने के लिए एयर इंडिया की साइट पर रीडायरेक्ट किया जाएगा।

विल्सन ने कहा, “12 नवंबर के बाद विस्तारा की उड़ानों में पहले से बुक किए गए सभी ग्राहकों के आरक्षण स्वचालित रूप से एयर इंडिया की उड़ान संख्या में बदल जाएंगे। यह सितंबर के दौरान चरणों में होगा और ऐसा होने पर ग्राहकों को व्यक्तिगत रूप से सूचित किया जाएगा।”

सिंगापुर एयरलाइंस को मिली FDI की मंजूरी, अब जल्द पूरा होगा विलय का समझौता

सिंगापुर एयरलाइंस को विस्तारा-एयर इंडिया के बीच विलय समझौते के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की मंजूरी मिल गई है। सरकार की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद सिंगापुर एयरलाइंस विलय समझौते के तहत 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब इस समझौते के इस साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। प्रस्तावित विलय की घोषणा नवंबर 2022 में की गई थी। इस विलय के बाद जो एयरलाइंस बनेगी, वह दुनिया के सबसे बड़े एयरलाइन समूहों में से एक होगी।

इस साल के अंत तक सौदा पूरा होने की उम्मीद
एयर इंडिया का स्वामित्व टाटा समूह के पास है और विस्तारा का स्वामित्व टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस दोनों के पास है और दोनों की इसमें 51:49 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। शुक्रवार को सिंगापुर एयरलाइंस ने सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज में एक नियामक फाइलिंग में बताया कि उसे प्रस्तावित विलय के हिस्से के रूप में विस्तारित एयर इंडिया में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है। सिंगापुर एयरलाइंस ने कहा कि प्रस्तावित विलय के 2024 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।

पहले विस्तारा-एयर इंडिया विलय समझौते के 31 अक्टूबर, 2024 तक पूरा होने की उम्मीद थी। इस सौदे को जून में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) द्वारा अनुमोदित किया गया था। मार्च में, सिंगापुर के प्रतिस्पर्धा नियामक CCCS ने प्रस्तावित सौदे के लिए सशर्त मंजूरी दी थी। इससे पहले सितंबर 2023 में इस सौदे को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से कुछ शर्तों के साथ मंजूरी मिल गई थी।

इस तारीख तक ही विस्तारा ब्रांड के तहत होगा विमानों का संचालन
विस्तारा एयरलाइंस 11 नवंबर को अपने ब्रांड के तहत आखिरी उड़ान संचालित करेगी और 12 नवंबर, 2024 से विस्तारा संचालन एयर इंडिया के साथ एकीकृत हो जाएगा। इसके बाद, विस्तारा विमानों का संचालन एयर इंडिया द्वारा किया जाएगा और इन विमानों द्वारा संचालित मार्गों के लिए बुकिंग एयर इंडिया की वेबसाइट पर पुनर्निर्देशित की जाएगी।

सोना 100 रुपये मजबूत हुआ, चांदी के भाव स्थिर

स्थानीय आभूषण विक्रेताओं के बीच मांग बढ़ने से शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने का भाव 100 रुपये बढ़कर 74,350 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। पिछले कारोबारी सत्र में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाली पीली धातु 74,250 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।

हालांकि, अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार चांदी की कीमत शुक्रवार को 87,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रही। इसके अतिरिक्त 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 100 रुपये बढ़कर 74,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया, जो पहले 73,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।

कारोबारियों ने पीली धातु की कीमतों में तेजी का श्रेय घरेलू बाजार में स्थानीय आभूषण विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं की मांग में तेजी को दिया। वैश्विक स्तर पर कॉमेक्स सोना 3.20 डॉलर प्रति औंस या 0.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,557.10 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड में कमोडिटी रिसर्च के वरिष्ठ विश्लेषक मानव मोदी ने कहा, “सोने की कीमतें सीमित दायरे में कारोबार कर रही हैं, क्योंकि बाजार को उम्मीद है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व सितंबर में ब्याज दरों में कटौती करेगा, जबकि दूसरी ओर, अमेरिका में उम्मीद से बेहतर आंकड़े इस बढ़त को उच्च स्तर पर सीमित कर रहे हैं।”

पिछले हफ्ते, यूएस फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने संकेत दिया था कि रोजगार बाजार पर चिंताओं के कारण ब्याज दरों में कटौती आसन्न थी। मोदी ने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव भी बढ़ रहे हैं और सुरक्षित निवेश को बढ़ावा दे रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चांदी भी मामूली गिरावट के साथ 29.93 डॉलर प्रति औंस पर रही।बाजार के जानकारों के अनुसार पिछली तिमाही में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में तेज़ गति से वृद्धि के आंकड़ों के बाद किसी भी बड़ी कटौती के लिए दांव कम हो गए, जबकि बेरोजगारी के आंकड़ों में फिर से कमी आई।

वानिवृत्त कर्मियों के लिए नया सरलीकृत पेंशन आवेदन पत्र, नौ फॉर्म व प्रारूपों को मिलाकर हुआ तैयार

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, केंद्र शुक्रवार को अपने सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए एक नया सरलीकृत पेंशन आवेदन पत्र जारी करेगा। पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्ल्यू) ने 16 जुलाई, 2024 की अपनी अधिसूचना के जरिए सरलीकृत पेंशन आवेदन “फॉर्म 6-ए” जारी किया था। कार्मिक मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी।

कार्मिक मंत्रालय ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा, “यह फॉर्म भविष्य/ई-एचआरएमएस (ऑनलाइन मॉड्यूल) में उन सभी केंद्र सरकारी कर्मचारियों के लिए उपलब्ध होगा जो दिसंबर 2024 और उसके बाद सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं।”

सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी, जो ई-एचआरएमएस पर हैं, वे ई-एचआरएमएस (केवल सेवानिवृत्ति के मामले) के जरिए फॉर्म 6-ए भरेंगे और सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी, जो ई-एचआरएमएस पर नहीं हैं, वे फॉर्म 6-ए भविष्य भरेंगे।

बयान के अनुसार, “फॉर्म और भविष्य/ई-एचआरएमएस के साथ इसके एकीकरण की शुरुआत 30 अगस्त, 2024 को केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह करेंगे। बयान के अनुसार फॉर्म सरलीकरण केंद्र की “अधिकतम शासन-न्यूनतम सरकार” नीति के तहत महत्वपूर्ण पहल है। बयान में कहा गया है कि इस नए फॉर्म में कुल 9 फॉर्म/प्रारूपों को मिला दिया गया है।”

रिलायंस की 47वीं एजीएम शुरू, मुकेश अंबानी बोले- जियो के कारण भारत दुनिया का सबसे बड़ा डेटा बाजार

रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिज्नी की मीडिया संपत्तियों के मेगा विलय को प्रतिस्पर्धा नियामक सीसीआई की ओर से हरी झंडी दिए जाने के एक दिन बाद आरआईएल की 47वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) का आयोजन किया गया। इस दौरान रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने शेयरधारकों को संबोधित किया। एजीएम के दौरान गुरुवार को मुकेश अंबानी ने कहा कि यह डील भारत के मनोरंजन उद्योग में एक नए युग की शुरुआत है। रिलायंस परिवार में डिज्नी का स्वागत करते हुए अंबानी ने कहा कि जियो और रिटेल कारोबार की तरह ही विस्तारित मीडिया कारोबार रिलायंस इकोसिस्टम में एक अमूल्य विकास केंद्र होगा।

उन्होंने आरआईएल एजीएम में कहा, “आइए अब डिज्नी के साथ अपनी साझेदारी के बारे में बात करते हैं। यह भारत के मनोरंजन उद्योग में एक नए युग की शुरुआत है। हम कंटेंट निर्माण को डिजिटल स्ट्रीमिंग के साथ जोड़ रहे हैं।” मुकेश अंबानी ने एजीएम के दौरान एलान किया कि पांच सितंबर की बैठक में शेयरधारकों को 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने पर विचार किया जाएगा।

रिलायंस इंडस्ट्रीज 5 सितंबर की बोर्ड मीटिंग में 1:1 बोनस शेयरों पर विचार करेगी
भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) 5 सितंबर को अपनी बोर्ड मीटिंग में 1:1 बोनस शेयर पर विचार करेगी। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब समूह मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और अपने कारोबार के विस्तार के बीच अपने शेयरधारकों को पुरस्कृत करना चाहता है।

हम प्रौद्योगिकी के मामले में शुद्ध उत्पादक बने: मुकेश अंबानी
मुकेश अंबानी ने कहा है कि रिलायंस प्रौद्योगिकी का शुद्ध उत्पादक बन गया है। हम भारत के लिए संपत्ति सृजन के व्यवसाय में हैं। जब आरआईएल बढ़ता है, तो हम अपने निवेशकों को अच्छा इनाम देते हैं।

दुनिया में उम्मीद और चिंता दोनों का माहौल: मुकेश अंबानी
आज की दुनिया उम्मीद और चिंता दोनों लेकर आई है, एक तरफ हम कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसी वैज्ञानिक सफलता के साथ जी रहे हैं। एआई ने कई समस्याओं को हल करने में मदद करने के अवसर खोले हैं, लेकिन भू-राजनीतिक तनावों के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती देने का खतरा बना हुआ है।