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मनोरंजन

आखिर शाहिद कपूर क्यों बन गए थे इम्तियाज अली के मार्गदर्शक? निर्देशक ने कर दिया खुलासा

‘जब वी मेट’ इम्तियाज अली निर्देशित बॉलीवुड की सबसे लोकप्रिय फिल्मों में से एक है। फिल्म में शाहिद कपूर और करीना कपूर खान प्रमुख भूमिका में नजर आए थे। हाल में ही निर्देशक ने शाहिद कपूर के साथ अपने रिश्ते को लेकर बात की है। मशहूर निर्देशक ने कहा कि अभिनेता उन्हें लिए एक मार्गदर्शक रहे हैं, जो अपने आप ही नियुक्त किया गया हो। अभिनेता चाहते थे कि इम्तियाज अगली फिल्म के लिए अपनी कीमत तय करने से पहले उन्हें फोन करें।

मिड-डे पर हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान, इम्तियाज अली ने बताया शाहिद कपूर ने उनका मार्गदर्शन किया है। निर्देशक ने इसका आभार जताते हुए कहा कि वह इसे कभी नहीं भूलेंगे और हमेशा उनके आभारी रहेंगे। उन्होंने याद करते हुए कहा कि शाहिद ने उनसे कहा था चूंकि उनकी फिल्म थोड़ी सफल रही है, इसलिए निर्देशक को अपनी अगली फिल्म के लिए कीमत तय नहीं करनी चाहिए।

इम्तियाज ने बताया कि शाहिद को लगा की उनकी फिल्म की कमाई बढ़ रही है, ऐसे में उन्हें अब ज्यादा फीस की डिमांड करनी चाहिए। अभिनेता ने उनसे कहा कि वह दोगुनी कीमत या 1 करोड़ भी ले सकते हैं। निर्देशक ने शाहिद द्वारा दिए गए निर्देश को साझा करते हुए कहा कि अभिनेता ने उनसे कहा था, ‘अभी तय मत करो। मुझे बुलाए बिना इसे फिक्स मत करो।’ इम्तियाज ने कहा कि शाहिद को लगता था कि लोग उन्हें बेवकूफ बना देंगे। उन्होंने कहा, “शाहिद खुद से नियुक्त हुए मार्गदर्शक की तरह थे।”
बॉलीवुड के मंझे हुए कलाकार हैं रणवीर शौरी

‘जब वी मेट’ के बाद की अपनी अगली फिल्म लव आजकल को लेकर भी इम्तियाज ने खुलासा किया। इस फिल्म में सैफ अली खान और दीपिका पादुकोण मुख्य भूमिका में थे। निर्माता दिनेश विजान के साथ अपनी बातचीत को याद करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने इस फिल्म के लिए काफी इंतजार कराया, जिससे दीनू को तकलीफ हुई। आप उनसे पूछिए, वह इसे कभी नहीं भूलेंगे। वह कहते हैं कि सर आपने जो नंबर बताया, उससे मेरा सिर घूम गया था। मैंने उनसे कहा था कि इसके लिए वो शाहिद कपूर को दोष दें।”

राष्ट्रीय पुरस्कार जीत ‘फौजा’ अभिनेता ने साझा किए अपने अनुभव, पुरस्कार को बताया पीठ पर थपथपी

70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में हरियाणवी फिल्म ‘फौजा’ ने भी पुरस्कार अपने नाम कर लिया है। अभिनेता पवन मल्होत्रा को इस फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार मिला है। वह खुद को भारतीय सेना का कट्टर प्रशंसक बताते हैं।

पुरस्कार पाकर रोमांचित हैं अभिनेता
अभिनेता पवन कहते हैं, ‘सेना पर आधारित फिल्म के लिए पुरस्कार पाकर मैं रोमांचित हूं।’ अभिनेता ने कहा, ‘मेरे लिए वर्दी हीरो है और मैं किसी को भी इसका अपमान करने की इजाजत नहीं देता। इसलिए, फौज की प्रशंसा करने वाली फिल्म में भूमिका निभाना मेरे लिए गर्व की बात है और इसके लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना, उस गर्व को दोगुना कर देता है। बता दें कि फौजा हरियाणा के एक ऐसे परिवार पर आधारित है, जिसके परिवार से लोग सेना में लंबे समय से सेवा देते आए हैं।

पुरस्कार को बताया पीठ पर थपथपी
अभिनेता पवन को इससे पहले भी राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। साल 1998 में हिंदी फिल्म ‘फकीर’ के लिए उन्हें पहला राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। अभिनेता के अनुसार राष्ट्रीय पुरस्कार बहुत बड़ा होता है और यह पीठ पर थाप की तरह होता है। यह बताता है कि आपके काम को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा जा रहा है। अभिनेता ने कहा, पिछली बार जब मैं पुरस्कार लेने गया था, तो मैं सोचता रहा कि मैं राष्ट्रपति का अभिवादन कैसे करूंगा। जब मैं मंच पर पहुंचा और राष्ट्रपति के पीछे सेना के अधिकारी को देखा, तो मेरे मुंह से खुद ही ‘जय हिंद’ निकल गया।

भारतीय सेना को बताया सबसे बहादूर
अभिनेता पवन मल्होत्रा ने ‘सलीम लंगड़े पे मत रो’ ‘बाघ बहादुर’, ‘चिल्ड्रन ऑफ वॉर’ जैसी कई फिल्में की हैं। इसके अलावा उन्होंने ‘भाग मिल्खा भाग’, ‘जब वी मेट’, ‘मुबारकां’ जैसी हिट फिल्में भी की हैं। पवन भारतीय सेना को विश्व की सबसे बहादुर सेना कहते हैं।

खुशी कपूर ने नैन-नक्श बदलने के लिए लिया प्लास्टिक सर्जरी का सहारा! खुलासा कर बटोरी तारीफ

अभिनेत्रियां खूबसूरत दिखने के लिए अलग-अलग एक्सपेरिमेंट करती रहती हैं। अक्सर ही अभिनेत्रियों के चेहरे और शरीर में आए बदलाव को नेटिजन्स नोटिस करते हैं और उनपर सर्जरी का आरोप लगाते नजर आते हैं। इस सूची में अब दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी और निर्माता बोनी कपूर की बेटी खुशी कपूर का भी नाम जुड़ गया है। हालांकि, स्टारकिड ने प्लास्टिक सर्जरी कराने की बात खुलकर स्वीकार की है।

खुशी कपूर ने एक पुराने वीडियो पर टिप्पणी करने वाले एक यूजर को जवाब देते हुए खुलासा किया कि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत से पहले नाक की सर्जरी और लिप फिलर्स करवाया था। वीडियो में, खुशी एक बच्ची के रूप में अपनी मां श्रीदेवी के साथ एक कार्यक्रम में भाग लेती हुई नजर आ रही हैं। वहीं, दूसरे विंडो में उनकी ‘द आर्चीज’ के प्रीमियर की झलक शामिल है।

वीडियो में खुशी कपूर के पहले के लुक पर गौर फरमाएं तो उनके दांतों पर ब्रेसेस लगे हुए थे। इसी को लेकर एक यूजर ने उनसे सवाल पूछा तो अभिनेत्री ने भी बिना हिचक के प्लास्टिक सर्जरी की बात कबूली। खुशी ने लिखा, ‘लिप फिलर और (नाक वाला इमोजी) हाहाहा।’ कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उनकी ईमानदारी की सराहना की।

खुशी कपूर के जरिए प्लास्टिक सर्जरी की बात कबूल किए जाने पर एक सोशल मीडिया यूजर ने टिप्पणी की, ‘यह बहुत अच्छा है कि वह इसे अपना रही हैं। यह उनकी पसंद है, और वह स्वाभाविक होने का दिखावा नहीं कर रही हैं। उम्मीद है, इससे प्लास्टिक सर्जरी से नफरत रुक जाएगी।’ एक अन्य ने कहा, टजब यह इतना स्पष्ट है तो इसे नकारने का कोई मतलब नहीं है। कई अभिनेत्रियां ऐसा करती हैं, लेकिन खुशी ने इसे स्वीकारा जो काबिल-ए-तारीफ है।’

‘बीना त्रिपाठी’ के रोल को पसंद करने पर दर्शकों की आभारी हैं रसिका, बोलीं- काम लोगों तक पहुंचा

रसिका दुग्गल ने वेब सीरीज ‘मिर्जापुर 3’ में भी ‘बीना त्रिपाठी’ के किरदार से खूब धमाल मचाया है। सीरीज में उनका किरदार बेहद अलग था। हालांकि, अब अभिनेत्री का कहना है कि वह फिल्मों और वेब सीरीज में रो-रोकर थक गई हैं। अभिनेत्री ने बताया कि जो भी स्क्रिप्ट ऑफर की जाती है, उसमें कम से कम दो सीन थे, जिनमें वह रो रही थीं।

हाल ही में इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम के साथ एक इंटरव्यू में रसिका दुग्गल ने बताया कि अब एक जैसे किरदार निभाने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली है क्योंकि लेखक अब उनके लिए अलग-अलग स्क्रिप्ट लिख रहे हैं। अभिनेत्री ने कहा कि एक समय था, जब वह एक स्क्रिप्ट को पीछे से पढ़ सकती थीं और आखिर के 10 मिनट में कम से कम दो रोने के सीन होते थे। वह मिर्जापुर के बाद से उनके लिए लिखे गए किरदारों में बदलाव के लिए आभारी हैं, जिसमें उन्हें एक घातक महिला के रूप में चित्रित किया गया था।रसिका अपने करियर में उछाल का श्रेय ओटीटी बूम को देती हैं। उन्होंने बताया कि स्ट्रीमिंग सेवाओं की वजह से ही उन्हें बहुत सारा काम मिलने लगा और उनका बहुत सारा काम दर्शकों तक पहुंचा।

अभिनेत्री ने कहा, “सही बताऊं तो स्ट्रीमिंग सेवाएं मेरे लिए जीवन का एक पट्टा हैं क्योंकि ऐसी कई फिल्में थीं जो मैंने की थीं, लेकिन उन्हें उस तरह की रिलीज नहीं मिली जिसकी वे हकदार थीं। कई छोटी फिल्में थीं। हालांकि, बाद में मुझे बहुत काम मिला और मिर्जापुर जैसे शो के जरिए मुझे बड़े दर्शकों तक पहुंचने का मौका मिला। यह तब था जब मुझे लगा कि स्ट्रीमिंग सेवाएं छोटी फिल्मों के लिए दर्शक पाने का एक स्थान हैं।”हालांकि, अभिनेत्री ने आगे कहा कि इस बार ओटीटी पर छोटा और स्वतंत्र सिनेमा फिर से संघर्ष कर रहा है। दुर्भाग्य से ऐसा हो रहा है और छोटी फिल्में दर्शक ढूंढने के लिए संघर्ष कर रही हैं।

पांच वर्ष की उम्र में सचिन ने जीता था नेशनल अवॉर्ड, बतौर बाल कलाकार 40 फिल्मों में किया काम

सचिन पिलगांवकर ने बॉलीवुड सहित कई मराठी फिल्मों में अभिनय के साथ उनका निर्देशक भी किया हैं। सचिन ने महज चार साल की उम्र में ही अभिनय करना शुरू कर दिया था। आज सचिन अपना 67वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर जानिए उनसे जुड़ी कुछ रोचक और दिलचस्प बातें।

सचिन पिलगांवकर ने चार साल की उम्र से ही फिल्मों में अभिनय करना शुरू कर दिया था। सचिन ने अपने फिल्मी करियर में कई बेहतरीन फिल्में की हैं। सचिन मराठी और हिंदी फिल्मों में एक भारतीय अभिनेता, निर्देशक, निर्माता, लेखक और गायक के रूप में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने 1980 के दशक के आखिर और 1990 के दशक की शुरुआत में कई मराठी फिल्मों का निर्देशन और उनमें अभिनय किया है।

सचिन का जन्म गोवा के पिलागांव के एक सारस्वत ब्राह्मण परिवार में 17 अगस्त 1957 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता शरद पिलगांवकर एक फिल्म निर्माता थे, और मुंबई में एक प्रिंटिंग व्यवसाय भी संभालते थे। बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट करियर शुरू करने वाले सचिन ने अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर बॉलीवुड ही नहीं बल्कि मराठी सिनेमा में भी खूब नाम कमाया है। सचिन ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट मराठी फिल्म ‘हा मजा मार्ग एकला’ में काम किया था। इस फिल्म में उनके अभिनय को खूब पसंद किया गया। यही नहीं बल्कि इस फिल्म के लिए उन्हें 5 साल की उम्र में ही देश के राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन के हाथों नेशनल अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के दौरान एक कार्यक्रम के दौरान जब पंडित जवाहर लाल नेहरू ने सचिन को देखा था, तब वह उनकी मासूमियत पर फिदा हो गए थे। फिर क्या था चाचा नेहरू ने सचिन को बुलाकर अपनी गोद में बैठाया और अपनी अचकन में लगे गुलाब के फूल को उन्हें तोहफे में दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सचिन ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट करीब 40 फिल्मों में काम किया है।

सचिन ने अभिनेत्री सुप्रिया पिलगांवकर से शादी की है, जिन्हें उन्होंने पहली बार अपनी पहली मराठी फिल्म ‘नवरी मिले नवरियाला’ के लिए निर्देशित किया था और बाद में मराठी सिनेमा में सफल जोड़ी बन गई। दोनों की एक एक बेटी है श्रेया पिलगांवकर, वो भी अभिनेत्री हैं। आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि सचिन और सुप्रिया दोनों का बर्थडे एक ही दिन यानी 17 अगस्त को ही होती है। हालांकि, सचिन उम्र के मामले में सुप्रिया से 10 साल बड़े हैं। सचिन और सुप्रिया की जोड़ी फिल्मी दुनिया की बेहतरीन जोड़ियों में से एक मानी जाती है।

फिल्म में मुख्य कलाकार के रूप में सचिन ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘बालिका वधू’ से की थी। हालांकि, उन्हें शोहरत फिल्म ‘नदिया के पार’ से मिली थी। इस फिल्म ने सचिन को घर-घर में पहचान दिलाई। इनके अलावा उन्होंने शोले, त्रिशूल और सत्ते पर सत्ता जैसी तमाम फिल्मों में काम किया है। टीवी की दुनिया में भी सचिन पिलगांवकर ने जमकर नाम कमाया। उन्होंने टीवी सीरियल ‘तू-तू मैं मैं’ का निर्देशन किया था, जो जबर्दस्त हिट टीवी शो था।

कभी खलनायक बन डराया तो कभी हंसाया, 74 साल की उम्र में भी शरत सक्सेना की है कमाल की फिटनेस

किसी भी फिल्म के दो मुख्य किरदार होते हैं, जिनके चारों ओर कहानी घूमती है। ये होते हैं फिल्म के नायक और खलनायक। फिल्म में नायक के प्रति जितना हम सहानुभूति रखते हैं, उतना ही खलनायक के लिए नफरत, लेकिन हम भूल जाते हैं कि दोनों ही एक मुकम्मल कहानी के लिए बेहद जरूरी होते हैं। किसी भी कहानी को पूरा करने के लिए जितना महत्वपूर्ण नायक होता है, उतना ही जरूरी खलनायक भी होता है। आज हिंदी सिनेमा में खलनायक की भूमिका से दमदार छवि बनाने वाले अभिनेता शरत सक्सेना का जन्मदिन है। इस खास मौके पर अभिनेता के जीवन के कुछ पहलुओं को जानते हैं।

शरत सक्सेना का जन्म 17 अगस्त 1950 को मध्य प्रदेश के सतना में हुआ था। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई सेंट जोसफ कान्वेंट हाईस्कूल, भोपाल से की है। इसके बाद अभिनेता ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई जबलपुर से पूरी की, फिर अपने बचपन के अभिनेता बनने के सपने को पूरा करने के लिए मुंबई पहुंच गए।

शरत जब मुंबई पहुंचे तो उन्हें पता चला कि अभिनय करना और काम मिलना इतना आसान नहीं। इंडस्ट्री से बाहर के होने के कारण उन्हें बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालांकि, अपनी मेहनत के दम पर वह एक सपोर्टिंग आर्टिस्ट के तौर पर पहचाने जाने लगे।अभिनेता शरत सक्सेना ने अपने 50 साल लंबे करियर में लगभग 250 फिल्मों में काम किया है। अभिनेता ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत निर्देशक नरेंद्र बेदी की अमिताभ बच्चन स्टारर फिल्म ‘बेनाम’ से साल 1974 में की थी। उन्हें असली पहचान मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म ‘बॉक्सर’ से मिली थी। इस फिल्म में उनके अभिनय को खूब प्रशंसा मिली थी। उन्होंने अपने करियर में कई तरह के रोल किए। कभी लोगों को विलन बनकर डराया तो कभी कॉमेडी करते हुए खूब हंसाया। उन्हें फिल्म ‘गुलाम’ के लिए फिल्मफेयर का बेस्ट विलेन अवार्ड के लिए नामांकन मिला था।

‘कलाकार होकर अश्लीलता को बढ़ावा न दें’, स्वतंत्रता दिवस पर कंगना रणौत ने नोट साझा कर दी सीख

अभिनेत्री से राजनीतिज्ञ बनीं कंगना रणौत अक्सर अपने बेबाक बयानों के कारण सुर्खियों में बनी रहती हैं। मुखर अभिनेत्री कंगना रणौत ने स्वतंत्रता दिवस पर इंस्टाग्राम पर स्वतंत्रता के साथ आने वाली जिम्मेदारियों के बारे में एक शक्तिशाली संदेश साझा किया। अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में कंगना ने राष्ट्र का सम्मान करने, बुनियादी शिष्टाचार का पालन करने और समाज में सकारात्मक योगदान देने के महत्व के बारे में बात की। उन्होंने अपने प्रशंसकों से अपने देश का मजाक न उड़ाने और सार्वजनिक और निजी जीवन दोनों में अपने कार्यों के प्रति सचेत रहने का आग्रह किया।

कंगना के अपने संदेश में कलाकारों और सार्वजनिक हस्तियों की जिम्मेदारियों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि सुर्खियों में रहने वालों को अश्लीलता या हिंसा को बढ़ावा देने वाली सामग्री को बढ़ावा देने से बचना चाहिए। इसके बजाय उन्होंने ऐसे काम की सलाह दी, जो राष्ट्र के लिए अच्छा और उसके हित में हो। साथ ही इसके नैतिक और सांस्कृतिक ताने-बाने में योगदान देता हो। अभिनेत्री ने अपने संदेश के अंत में सभी कोशिशों में सच्चाई, ईमानदारी और निष्ठा रखने और राष्ट्र की भलाई के लिए प्यार और प्रार्थना करने का आग्रह किया।

लंबा नोट साझा करते हुए कंगना ने कहा, ‘यदि आप कलाकार हैं तो अश्लीलता को बढ़ावा न दें या कुछ पैसे कमाने के लिए ऐसा घृणित काम न करें, जो बलात्कार और हिंसा को बढ़ावा देता हो। अपने देश का उपहास न करें। खुलेआम कूड़ा न फैलाएं या थूकें। अपनी संस्कृति और परंपराओं के बारे में बुरा न बोलें। यातायात नियमों और बुनियादी मानवीय शिष्टाचार के साथ नियमों का पालन करें। ऐसा व्यक्ति बनें, जो किसी स्थान को उससे बेहतर स्थिति में रखे। आप चाहे किसी भी क्षेत्र से हों, खुद से पूछें कि आपने राष्ट्र निर्माण में किस तरह योगदान दिया।’

विजय के साथ दलपति 69 में काम करने की खबर पर एच विनोत ने लगाई मुहर, फिल्म की कहानी पर दिया अपडेट

साउथ सुपरस्टार विजय अपनी आगामी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘गोट: ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम’ को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। इसके साथ ही वे अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। राजनीति में पूरी तरह से प्रवेश करने से पहले ‘दलपति 69’ अभिनेता के करियर की आखिरी फिल्म मानी जा रही है। इससे पहले यह लगभग पुष्टि हो गई थी कि विजय फिल्म निर्माता एच विनोत के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, जिसका अस्थायी शीर्षक ‘दलपति 69’ है । भले ही इस प्रोजेक्ट के बारे में पिछले कुछ समय से कई तरह की खबरें आ रही हैं, लेकिन निर्माता अभी तक इस प्रोजेक्ट के बारे में कुछ नहीं बता रहे थे। हालांकि, निर्देशक एच विनोत ने हाल ही में एक कार्यक्रम में ‘दलपति 69’ के लिए विजय के साथ काम करने की खबर की पुष्टि कर दी है।

हाल ही में चेन्नई में मगुडम फिल्म अवॉर्ड्स कार्यक्रम में शामिल हुए निर्देशक एच विनोत ने आखिरकार अपने अगले प्रोजेक्ट के बारे में बात की। दिलचस्प बात यह है कि एच विनोत ने पुष्टि की है कि वह वास्तव में दलपति विजय के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, अभिनेता की 69वीं फिल्म के लिए, जिसके बहुत जल्द फ्लोर पर जाने की उम्मीद है। ‘थुनिवु’ निर्देशक की घोषणा ने विजय के प्रशंसकों को चौंका दिया है, जो बहुत लंबे समय से सुपरस्टार की अगली फिल्म पर आधिकारिक बयान का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।

रिपोर्ट के अनुसार, एच विनोत ने यह भी खुलासा किया कि दलपति 69 एक राजनीतिक थ्रिलर नहीं है। दरअसल पहले खबरें आ रही थीं कि यह फिल्म एक राजनीतिक थ्रिलर होगी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। फिल्म निर्माता का कहना है कि विजय के साथ उनका पहला सहयोग एक पूरी तरह से व्यावसायिक मनोरंजन के लिए है। दिलचस्प बात यह है कि जब फिल्म निर्माता से अजित और विजय के बीच सबसे बड़े अंतर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अजित बारीकी से सभी चीजों पर विचार करते हैं। वहीं विनोत को लगता है कि विजय विचार सरल प्रक्रिया से करते हैं।

‘स्त्री 2’ के बाद धमाल मचाने को तैयार इन फिल्मों का दूसरा भाग, फैंस की उम्मीदों पर उतरेंगे खरे?

मनोरंजन जगत में कई जॉनर की फिल्में बनती हैं, जो दर्शकों के बीच खूब धमाल भी मचाती हैं। ऐसे में कुछ फिल्में दर्शकों को खास पसंद आती हैं और वे सुपरहिट या ब्लॉकबस्टर साबित हो जाती हैं। ऐसे में फिल्म की सफलता को देखते हुए निर्माता उसका अगला भाग बनाने की घोषणा कर देते हैं। हालांकि, आज के दौर में तो फिल्मों का सीक्वल बनना आम बात हो गई है, कई बार तो पहली फिल्म रिलीज होने से पहले ही उसके सीक्वल पर काम शुरू हो जाता है। किसी भी फिल्म के हिट होने के बाद दर्शकों को भी बेसब्री से उसके सीक्वल का इंतजार रहता है। ऐसे ही बॉलीवुड से लेकर साउथ की कई फिल्में हैं, जिनके सीक्वल पर काम चल रहा है और फैंस को भी इसका इंतजार हैं। इसका हाल ही का उदाहरण स्त्री 2 है। वहीं, अब स्त्री 2 के अलावा भी कई फिल्मों का सीक्वल का इंतजार है। चलिए आपको बताते हैं उन फिल्मों के बारे में, जिनके दूसरे भाग का दर्शकों के बीच खूब क्रेज है।

स्त्री 2
राजकुमार और श्रद्धा कपूर की फिल्म ‘स्त्री 2’ का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार था। वहीं, आज आखिरकार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यानी 15 अगस्त को फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है और दर्शकों व समीक्षकों को खूब पसंद आ रही है। ‘स्त्री’ की सफलता के बाद फिल्म के दूसरे भाग का एलन हुआ था, जिसके बाद से फिल्म को लेकर उत्सुकता बढ़ गई थी। इस बार चंदेरी गांव सिरकटे के आतंक से जूझ रहा है, जिससे श्रद्धा मुकाबला करने और गांव को बचाने वापस आई हैं, हालांकि अभी भी उनके पास ‘स्त्री’ की शक्तियां हैं। श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव के साथ फिल्म में पंकज त्रिपाठी, अभिषेक बनर्जी और अपारशक्ति खुराना जैसे अन्य कलाकार भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं।

कांतारा 2
ऋषभ शेट्टी की फिल्म ‘कांतारा’ को खास तौर पर पसंद आई थी। कम बजट में बनी इस फिल्म ने अपनी कहानी के दम पर बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की और ब्लॉकबस्टर साबित हुई। फिल्म के हिट होने के बाद ही ऋषभ ने इसके अगले भाग की घोषणा कर दी थी, जो वास्तव में इस फिल्म का प्रीक्वल होगा। ‘कंतारा’ ने पिछले साल बॉक्स ऑफिस पर जबर्दस्त सफलता हासिल की, जिसमें ऋषभ ने एक निर्देशक, लेखक और अभिनेता की भूमिका निभाई। फिल्म में प्रभावशाली कलाकार हैं, जिनमें सप्तमी गौड़ा, किशोर, अच्युत कुमार और प्रमोद शेट्टी समेत अन्य शामिल हैं।

दिल जीतने में कामयाब रही ‘स्त्री 2’, लोगों ने फिल्म को बताया ब्लॉकबस्टर

श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव की स्त्री 2 ने सिनेमाघरों में दस्तक दे दी है। इस हॉरर कॉमेडी फिल्म में सरकटे का आतंक देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने थिएटर का रुख किया। बुधवार रात को फिल्म देखने के बाद अब लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रियाएं देनी भी शुरू कर दी हैं।

सुपरनैचुरल यूनिवर्स की पांचवीं फिल्म
अमर कौशिक के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अपारशक्ति खुराना, पंकज त्रिपाठी और अभिषेक बनर्जी ने भी मुख्य भूमिका में हैं। स्त्री 2 साल 2018 की सुपरहिट फिल्म स्त्री का सीक्वल है। इस फिल्म में वरुण धवन और तमन्ना भाटिया ने भी कैमियो किया है। यह स्त्री, रूही, भेड़िया और मुंजा के बाद मैडॉक सुपरनैचुरल यूनिवर्स की पांचवीं फिल्म है।

लोग कर रहे जमकर तारीफ
इस फिल्म को देखने के बाद दर्शक जमकर फिल्म की तारीफ कर रहे हैं। एक यूजर ने एक्स पर लिखा, “स्त्री 2 की शुरुआत धमाकेदार रही… बैकग्राउंड म्यूजिक बढ़िया है।” दूसरे यूजर ने लिखा, “मैं इस बात से हैरान हूं कि कैसे ढेर सारे काल्पनिक किरदारों ने मुझे हंसाया, रुलाया और चीखने पर मजबूर किया…विशुद्ध मनोरंजक फिल्म।” एक अन्य यूजर ने पहले हाफ का रिव्यू देते हुए लिखा, “भाई साहब पूरा थिएटर हंस-हंसकर पागल हो गया। यह शुरू से ही बहुत अच्छी थी। सीक्वल इसी तरह से बनाया जाता है।”

इन फिल्मों से है स्त्री 2 का मुकाबला
स्त्री 2 का इंतजार लोगों को लंबे समय से था। एडवांस बुकिंग में ही फिल्म ने करोड़ों रुपये बटोर डाले हैं। माना जा रहा है कि बुधवार के स्पेशल शो के साथ पहले दिन की कुल कमाई 40 करोड़ रुपये से ज्यादा की हो सकती है। बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म का मुकाबला वेदा और खेल खेल में से है।