भुवनेश्वर कुमार ने इस फैसले को लेकर बात करते हुए कहा कि ‘हमारा लक्ष्य अंतिम ओवर, अंतिम गेंद तक खेलना था, इसलिए हम मैच को अंत तक ले जाना चाहते थे। एकमात्र योजना अंत तक खेलने की थी और दीपक ने जिस तरह की बल्लेबाजी की वह शानदार थी।’
कोच राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन में भारत ए की ओर से या किसी सीरीज में खेल चुका है और उसने वहां भी रन बनाए थे। इसलिए द्रविड़ को पता था कि वो बल्लेबाजी कर सकता है, इसलिए ये द्रविड़ का फैसला था।
‘और चाहर ने जिस तरह की बल्लेबाजी की उसने इसे सही साबित किया। हम सभी को पता है कि वो बल्लेबाजी कर सकता है, उसने रणजी ट्रॉफी में कई बार बल्लेबाजी की है।’
भारत ने दूसरे वनडे मैच में श्रीलंका के द्वारा बनाए गए 275 रन के स्कोर को आखिरी ओवर में पार किया। जिसमें दीपक चाहर ने नाबाद 69 और भुवनेश्वर कुमार ने नाबाद 19 रन की पारी खेली। इस मैच में भुवनेश्वर कुमार से पहले दीपक चाहर को भेजा गया।
वैसे अब तक की स्थिति देखने के बाद तो भुवनेश्वर कुमार को पहले भेजना था, लेकिन दीपक चाहर को उनके पहले बल्लेबाजी के लिए भेजा गया, जिसके लिए खुद भुवी ने इसे कोच राहुल द्रविड़ का फैसला बताया जो टीम के लिए काम कर गया।
3 मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मैच मंगलवार को खेला गया। इस मैच में भारत के लिए श्रीलंका को हराना ज्यादा मुश्किल तो नहीं माना जा रहा था, लेकिन एक वक्त भारत हार के मुहाने पर जा खड़ा हुआ। जहां भारत की हार तय दिख रही थी।
लेकिन भारतीय टीम के 2 प्रमुख तेज गेंदबाजों दीपक चाहर और भुवनेश्वर कुमार ने 8वें विकेट के लिए 84 रनों की जबरदस्त साझेदारी कर टीम को जीत की मंजिल तक पहुंचाकर ही माने। इस जीत के बाद भारतीय टीम काफी खुश है, क्योंकि उन्होंने एक हारे हुए मैच में वापसी की।
भारतीय क्रिकेट टीम ने श्रीलंका को एक बार फिर से वनडे सीरीज में पछाड़ दिया है। पिछली कई वनडे सीरीज में श्रीलंका को एक के बाद एक पटखनी देने वाली टीम इंडिया ने इस बार भी 3 मैचों की वनडे सीरीज में श्रीलंका को 2-0 से पछाड़ दिया है और इसके साथ ही सीरीज में अजेय बढ़त बना ली है।