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हेल्थ

4 से 6 साल की उम्र के बच्चों को भूल से भी न दे ज्यादा नामक

अगर आपको लगता है नमक या चीनी का सेवन अधिक मात्रा में करने से सिर्फ बड़ों को ही नुकसान होता है तो ऐसा नहीं है। इन दोनों का सेवन बच्चों के लिए भी नुकसानदायक है।

4 से 6 साल की उम्र के बीच के बच्चों को दिन में 3 ग्राम नमक देना चाहिए। जिसमें 0.4 ग्राम सोडियम हो। छोटे बच्चों को एडेड शुगर डाइट भी नहीं देनी चाहिए।

वैसे भी उन्हें फल व अन्य खाद्यों आदि से प्राकृतिक शुगर मिल जाती है केवल वही उनके लिए पर्याप्त होती है। यहां तक कि उनको शहद या खजूर का सिरप भी 8 महीने तक नहीं देना चाहिए।

 ब्रिटल बोन का खतरा

बच्चों की हड्डियों के लिए भी हानिकारक होता है। इससे शरीर में कैल्शियम की कमी देखने को मिल सकती है। अगर शरीर में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम नहीं होगा तो हड्डियां कमजोर होनी शुरू हो सकती हैं।

 डिहाइड्रेशन का खतरा

जिन में अधिक सोडियम होता है वह डिहाइड्रेशन के शिकार हो सकते हैं। इससे शरीर का पानी पसीने या पेशाब के रूप में बाहर निकलता रहता है। छोटे बच्चे खुद से बोल कर नहीं बता सकते हैं कि उन्हें प्यास लगी है इसलिए उनके शरीर में पानी की कमी हो सकती है।

किडनी स्टोन की समस्या

शरीर में अधिक सोडियम के कारण पेशाब में अधिक कैल्शियम निकलता है। यह कैल्शियम किडनी में पथरी उत्पन्न कर सकता है। किडनी स्टोन से बच्चे के शरीर में दर्द, ठंड लगना, बुखार और जी मिचलाने जैसे लक्षण हो सकते हैं। पेशाब में ब्लड भी आ सकता है।

 

पेट की फैट चर्बी को कम करने में आपकी मदद करेंगे ये सिम्पल स्टेप्स

कुछ लोगों को पेट के ऊपरी हिस्से में चर्बी जमने के कारण मोटापे की शिकायत होती है। इसे सेंट्रल ओबेसिटी कहा जाता है। यह उम्र बढ़ने के साथ-साथ काफी आम समस्या है जो बढ़ती जाती है।

लेकिन जब यह चर्बी बढ़ जाती है तो बहुत सी शारीरिक परेशानियां हो सकती हैं। वैसे भी इस भागदौड़ भरी जिंदगी में खराब लाइफस्टाइल की वजह से फिट रहना किसी चुनौती से कम नहीं।

1. बाइसाइकिल क्रंच से घटेगी ऊपरी पेट की फैट चर्बी 

  • इस एक्सरसाइज को करते समय आपको सबसे पहले जमीन पर लेटना है।
  • अपने सारे शरीर को रिलैक्स कर लें।
  • इसके बाद अपने हाथों को सिर के पास लाएं।
  • अब अपने घुटनों को पेट के पास लाएं।

2. प्लैंक होल्ड से आसानी से कम होगी पेट की चर्बी 

  • इस आपकी अपर बॉडी, जांघ और बाजू प्रभावित होती हैं।
  • जमीन पर पेट के बल लेट जाएं।
  • इस दौरान अपने घुटनों को मोड़ लें।
  • अब अपनी कोहनी को मोड़ लें और अपने हाथों को जमीन पर रखें।

3. अपर बैली फैट घटाने का आसान तरीका है रशियन ट्विस्ट 

  • यह एक्सरसाइज आपके पेट, ऑब्लीक और स्पाइन को प्रभावित करती है।
  • एक योग मैट पर बैठ जाएं। इस दौरान अपने पैरों को जमीन पर रखें और घुटनों को मोड़ लें।
  • अब अपने पेट को थोड़ा टाइट करते हुए अपनी एड़ियों को ऊपर उठाएं ताकि आपके पैरों से एक 45 डिग्री का एंगल बन सके।
  • रोजाना तीन सेट 10 दोहराव के साथ करें।

गर्मियों में हद से ज्यादा नींबू का पानी पीना भी आपकी सेहत के लिए हैं हानिकारक

विशेषज्ञों के मुताबिक अगर आप हद से ज्यादा नींबू का पानी पीते हैं, तो इससे दांतों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है.नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड दांतों के इनैमल को प्रभावित करने के अलावा उसे खराब भी कर सकता है.

इसमें पेट में दर्द, सूजन, दस्त और अल्सर होना जैसी गंभीर दिक्कतें शामिल हैं. कहते हैं कि इसमें ऑक्सलेट क्रिस्टल का रूप ले सकता है और एक समय पर पेट में स्टोन की प्रॉबल्म भी हो सकती है.

एक्सपर्ट्स की मानें नींबू के पानी का ज्यादा सेवन करने से एक समय पर जोड़ों में दर्द की शिकायत भी हो सकती है. कहते हैं कि दिन में आधे नींबू को पानी में मिलाकर पीना चाहिए.

 एसिडिटी: नींबू के पानी का ज्यादा सेवन करने से सीने में जलन की समस्या भी हो सकती है. दरअसल प्रोटीन को तोड़ने वाले एंजाइम पेप्सिन को नींबू एक्टिव कर देता है और इस कारण सीने में जलन शुरू हो जाती है.

गन्ने का रस दिलाएगा आपको दांतों की समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा

मुंह की दुर्गंध हो या बेकार इम्यूनिटी, दोनों ही बातें अक्सर आदमी के लिए कठिनाई का सबब बन जाती हैं.  इसमें आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम व मैग्नीशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को कई तरीके से लाभ पहुंचाने का काम करते हैं। इतना ही नहीं गन्ने को चबाने से मुंह में बनने वाली लार का निर्माण भी अच्छी मात्रा में होता है.

यह लार गन्ने में उपस्थित कैल्शियम के साथ मिलकर ऐसे एंजमाइम्स का निर्माण करते हैं जो दांतों व मसूड़ों को मजबूत बनाते हैं.गन्ने का रस खनिजों में बेहद समृद्ध माना जाता है.आपको जानकर हैरानी होगी कि यह दांतों की समस्या से लेकर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी तक की रोकथाम कर सकता है। इसमें पोटेशियम व मिनरल्स उपस्थित होते हैं, जो एंटी-बैक्टेरियल्स की तरह कार्य करते हुए दांतों की सड़न व सांस की बदबू को रोकने में मदद करते हैं.

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आप गन्ने के रस का सेवन कर सकते हैं. इम्यूनिटी निर्बल होने पर आदमी जल्दी संक्रमण की चपेट में आकर बीमार पड़ जाता हैगन्ने का रस प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने की वजह से संक्रमण से लड़कर आदमी की इम्यूनिटी बूस्ट करता है.

दांतो से जुड़ी कई परेशानियों से आपको निजात दिलाने में कारगर हैं नीम के पत्ते

नीम के पत्ते, छाल, टहनी, जड़ और फल सभी औषधीय गुणों से भरपूर हैं. इसका स्‍वाद भले ही काफी कड़वा होता है, लेकिन यह बहुत गुणकारी है.अगर आप खाना बनाते वक्त या किसी दूसरे कारण से अपना हाथ जला बैठी हैं तो तुरंत उस जगह पर नीम की पत्तियों को पीसकर लगा लें. इसमें मौजूद एंटीसेप्टिक गुण घाव को ज्यादा बढ़ने नहीं देता है.

नीम दांतो से जुड़ी कई परेशानियों से छुटकारा दिला सकता है। दांत में अगर कीड़े लगे हो, दांतों में अगर पीलापन हो, या मुंह से बदबू आती हूं। यह सारी परेशानियों को नीम ठीक कर सकता है।

नीम में एंटीबायोटिक तत्व भरपूर होता हैं और यह तत्व रोगों को दूर करने में मदद करते हैं. रोज नीम का सेवन करने से वायरल व फंगल इंफेक्‍शन और घाव ठीक किए जा सकते हैं.ब्लड में मौजूद टॉक्सिन से बहुत सारे अंगों के काम रूक जाते हैं और एलर्जी, थकान, सिरदर्द जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं. इन्हें दूर करने के रोज सुबह नीम का पानी जरूर पिएं.

गठिया के दर्द में आराम दिलाता हैं टमाटर, यहाँ जानिए कैसे

भारतीय व्यंजनों में टमाटर का विशेष महत्व है। इसका उपयोग सब्जियों, सलाद में, सूप के रूप में, सॉस के रूप में और सौंदर्य उत्पाद के रूप में भी किया जाता है।

स्टडी में रिसर्चर ने बताया कि कैसे न्यूट्रि‍शनल इंटरवेंशन स्किन कैंसर के खतरे में बदलाव ला सकता है. रिसर्च के दौरान पुरुषों को खाने में रोजाना 35 हफ्तों तक टोटल खाने का 10% टमाटर पाउडर खिलाया गया और फिर धूप में छोड़ दिया. रिसर्च में देखा गया कि टमाटर ना खाने वालों की तुलना में लगभग 50% में स्किन कैंसर का रिस्क कम था.

गर्भावस्था में टमाटर का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है; इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है, जो गभर्वती के लिए काफी अच्छा होता है.

गठिया में टमाटर बहुत फायदेमंद है। अजमोद को टमाटर के रस में मिलाकर रोजाना पीने से गठिया के दर्द में आराम मिलता है।गर्भावस्था में टमाटर का सेवन बहुत फायदेमंद होता है यह विटामिन सी से समृद्ध है, जो गर्भावस्था के लिए अच्छा है।अगर आपको पेट के कीड़े हैं, तो सुबह खाली पेट टमाटर पर काली मिर्च डालकर खाएं।

गर्मियों के मौसम में डाइट में इन फ़ूड आइटम्स को न करें शामिल

कार्यालय या घर पर कार्य करने के दौरान हम एक ही मुद्रा में बहुत ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं. इससे हमारे शरीर में रक्त का प्रवाह सुचारु रूप से नहीं हो पाता है. पानी शरीर के लिए बहुत आवश्यक है. पानी की कमी से शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है जिससे थकावट महसूस होती रहती है. इसलिए पानी खूब पिएं.

बचपन से पढ़ते आ रहे हैं कि हमारे शरीर को प्रोटीन युक्त आहार की आवश्यकता होती है लेकिन पौष्टिक व स्वास्थ्यवर्धक आहार लेने के बजाय हम ऊलजलूल चीजें खाते रहते हैं.जब भी थकान महसूस होती है, फोकस करने में दिक्कत होती है, काम पर कॉन्सनट्रेशन नहीं हो पाता है या फिर एनर्जी की कमी महसूस होती है तो सबसे पहले आपको क्या याद आता है? हम में से 80 प्रतिशत लोगों का जवाब होगा- 1 कप कॉफी। इसमें कोई शक नहीं कि अगर कभी काम के दौरान एनर्जी की कमी महसूस हो रही है,

इसलिए कार्य करने के दौरान बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें व स्ट्रेचिंग करते रहें इससे आपकी शरीर को थकान महसूस नहीं होगी व आप लम्बे समय तक कार्य भी कर पाएंगे.हरी साग-सब्जी का सेवन करेंगे तो शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण मिलेगा व शरीर नहीं थकेगा.

 

मात्र एक हफ्ते में Weight loss करने के लिए रोजाना करें नींबू और घी के साथ गर्म पानी का सेवन

पेट पर जमा मोटापा घटाने (Weight loss)  के लिए उपाय या पेट की चर्बी कैसे कम करें के इरादे से अगर आप व्यायाम कर रहे हैं तो आपको हम बड़े ही आसान तरीकों में बताएंगे कि कैसे आप मोटापे से निजात पा सकते हैं. पेट पर जमी चर्बी को कम करने के लिए सबसे पहले अपना कैलोरी इनटेक सही करना होगा.

 

अगर आप जरूरत से ज्यादा कैलोरी ले रहे हैं तो यह आपके पेट पर वसा के रूप में जम जाती है. एक स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम आपके वजन को कम करने और पेट की चर्बी को खत्म करने में मदद कर सकता है. आगे हम आपको बता रहे हैं कि कैसे इस मोटापे की बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं

नींबू और घी के साथ गर्म पानी
पेरिस्टैल्सिस को सुधारने के लिए घी या नींबू के साथ 200 मिलीलीटर गर्म पानी का सेवन मुफीद रहेगा. अगर आपके शरीर का प्रकार वात या पित्त है तो पानी के साथ घी इस्तेमाल करना चाहिए. इससे कब्ज दूर करने में मदद मिलेगी. साथ ही पाचन प्रणाली को चिकना करेगा.

कच्चे फल का सेवन
हर्बल चाय पीने के बाद कच्चे फलों का सेवन करें. इसके लिए लाल-हरा सेब, चेरी, स्ट्राबेरी, ब्लैकबेरी, अनानास, आंवला, अधपका केला और अनार बेहतरीन विकल्प हो सकता है. ये फल शरीर में पानी के अवरोध को कम करते हैं.

पाचक चाय का इस्तेमाल
आज कल बाजार में कई तरह की आयुर्वेदिक चाय मिलती है. लेकिन बेहतर है पीने के लिए आप घर पर खुद चाय तैयार करें. इसके लिए एक चम्मच जीरा, एक चम्मच सौंफ, एक चम्मच धनिया, एक इलाइची और थोड़ा अजवाइन लें. मात्रा में आधा होने तक सभी सामग्री को 50 मिलीलीटर पानी में उबालें.

पेनकिलर का ज्यादा सेवान करना भी हो सकता हैं हानिकारक

बदलते मौसम में सिर दर्द,बदन दर्द, पेट दर्द आदि समस्याओ का सामना करना पड़ता है. बहुत से लोग इन चीजों से जल्दी आराम पाने के लिए पेनकिलर ले लेते हैं. अगर ज्यादा परेशानी होती है तो आपको पैन किलर लेना ही पड़ता है चाहे कुछ भी हो जाये. ये पैन किलर आपको राहत तो देती है लेकिन भविष्य में होने वाली परेशानी बढ़ा देती है. इससे कई नुकसान होते हैं आइये जानते हैं उनके बारे में.

* लीवर के लिए पेन किलर का सेवन बहुत फायदेमंद होता है, ज़्यादा पेन किलर खाने से लीवर के खराब होने का भी खतरा होता है.

* जो लोग अधिक मात्रा में पेन किलर का सेवन करते है उनकी किडनी पर भी बुरा असर पड़ता है. इसके अधिक सेवन से किडनी सही तरीके से काम नहीं कर पाती है.

* ब्लड प्रैशर एक बहुत ही गंभीर बीमारी होती है, बहुत से लोग थोड़े से दर्द में पेनकिलर खा लेते है लेकिन अधिक मात्रा में पेन किलर का सेवन करने से आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है.

* अधिक मात्रा में पेन किलर खाने से ब्लड डिस्क्रैसिया नाम की बीमारी होने का खतरा होता है, इस बीमारी में हमारे शरीर का खून पतला हो जाता है.

विटामिन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर ब्रेड आपकी सेहत के लिए हैं बेहद लाभदायक

ब्रेड का इस्तेमाल हर घर में होता है. लेकिन, आप ऐसा ब्रेड खाना चाहेंगे जो कीड़े से बनाई जाती है. फिनलैंड की एक कंपनी ने 2017 में ब्रेड बनाने के लिए उसमें कीड़े का इस्तेमाल करना शुरू किया.

यह सुनने में ही घिनौना लगता है, लेकिन इस ब्रेड में 70 फीसदी मात्रा कीड़े-मकोड़े की होती है. कंपनी का कहना है कि कीड़े का इस्तेमाल करने की वजह से यह ब्रेड स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती है, क्योंकि इसमें कैल्शियम, विटामिन और फैटी एसिड की बहुत ज्यादा मात्रा होती है.

एक फूड इनसाइडर की माने तो दुनिया में करीब 2 अरब लोग ऐसे ब्रेड का इस्तेमाल करते हैं. कीड़ों का इस्तेमाल होने की वजह से यह ब्रेड सस्ती बिकती है. ऐसी ब्रेड फिनलैंड के अलावा डेनमार्क, बेल्जियम और नीदरलैंड्स जैसे देशों में खूब बिकती है.

यह दुनिया की इकलौती ऐसी बेकरी है जो ब्रेड बनाने के लिए कीड़ों का इस्तेमाल करती है. कीड़ों के रूप में झिंगुर का इस्तेमाल किया जाता है. पहले उसका पाउडर तैयार किया जाता है फिर आंटे में मिलाकर गूंथ लिया जाता है.

जो लोग इस ब्रेड का इस्तेमाल करते हैं उनका कहना है कि यह खाने में बहुत ही टेस्टी है. खाते वक्त बिल्कुल भी पता नहीं चलता है कि इसमें कीड़ों का इस्तेमाल किया गया है.

बेकरी के मालिक का कहना है कि पौष्टिक आहार सभी की जरूरत है. ऐसे में कम पैसे में लोगों को पौष्टिक आहार मिल जाता है. दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं हैं. कुछ लोग इसे सही मान रहे हैं, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यह बेहद घिनौना है.