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हेल्थ

ब्रेकफास्‍ट में आप भी शामिल करें ये 5 चीजे व खुदको बनाए हेल्‍दी और एक्‍टिव

दिन की शुरुआत में होने वाला ब्रेकफास्‍ट अच्‍छा होना जरूरी है। ऐसा इसलिए क्‍योंकि रात के खाने के बाद सुबह तक खाने में एक लंबा गैप होता है। इस दौरान शरीर को एनर्जी की जरूरत होती है। जिससे अगर ब्रेकफास्‍ट अच्‍छा है तो आप पूरा दिन अच्‍छा फील करेंगे। ऐसे में अगर आप सुबह के नाश्‍ते में इन 5 चीजों को शामिल करते हैं तो हेल्‍दी और एक्‍टिव रहेंगे…

शहद:
शहद में मिनरिल्स, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पौटाशियम और विटामिन्स होने से खाना जल्‍दी पचता है।

फल:
फलों में विटामिन्स, मिनरल्स, एंटीआक्सीडेंट्स व फाइबर भरपूर होते हैं। ये डाइट के लिए काफी फायदेमंद हैं।

जूस:
ऑरेंज जूस में विटामिन सी, विटामिन बी, विटामिन ए, कैल्शियम और पौटाशियम होने एनर्जी आती है।

अंडा:
अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और कैल्शियम पाया जाता है। ब्रेकफास्‍ट में इसे लेने से पूरे दिन एनर्जी से भरपूर रहेंगे।

दही:
दही भी प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर होता है। सुबह के नाश्‍ते में लेने से पूरा दिन काफी अच्‍छा फील होगा।

मांस-मछली खाने वाले लोगों में बढ़ जाता हैं पत्थरी का खतरा, जरुर देखें

हम जाने-अनजाने कुछ ऐसी चीजों को अपने डाइट में शामिल कर लेते हैं जो बाद में शरीर में स्टोन या पथरी का कारण बनती है ऐसी चीजें जिनमें ऑक्सिलेट की मात्रा ज्यादा होने की वजह से ये शरीर के अंदर उपस्थित कैल्शियम से मिलकर पत्थरी बनाता है ये चीजें शरीर में जाकर जल्दी से नहीं पचती है  बाद में पत्थरी का रूप ले लेती है आइए जानते हैं कुछ ऐसी चीजों के बारे में जिससे दूर रहकर आप पथरी से छुटकारा पा सकते हैं इन्हें अपनी डाइट से जल्दी दूर भगाएं

पालक  भिंडी

इनमें ऑक्सिलेट होता है जो हमारे कैल्शियम को जमा कर लेता है  यूरिन के रास्ते शरीर से बाहर नहीं निकलने देता इसके बाद धीरे-धीरे यह कैल्शियम किडनी में पत्थरी का रूप लेने लगता है

नमक

खाने में नमक का प्रयोग हमें कम करना चाहिए इसमें उपस्थित सोडियम शरीर के अंदर जाकर कैल्शियम बन जाता है जो बाद में पत्थरी बनना प्रारम्भ कर देता है

नॉनवेज फूड

ज्यादा मांस-मछली खाने वाले लोगों को पत्थरी का खतरा ज्यादा होता है मांस-मछली में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा पाई जाती है यह किडनी में प्यूरीन की मात्रा बढ़ा देता है, प्यूरिन की मात्रा बढ़ने से यूरिक एसिड बढ़ने लगता है, जिसके बाद शरीर में स्टोन बनना प्रारम्भ हो जाता है

चुकंदर

चुकंदर वैसे तो हमारे शरीर के लिए बहुत लाभकारी होता है लेकिन कहते है ना आवश्यकता से ज्यादा कोई भी वस्तु बहुत हानिकारक होती है अच्छा वैसे ही अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से शरीर में स्टोन बन सकता है

किशमिश के पानी की मदद से मुंह से आने वाली बदबू को करे हमेशा के लिए दूर

किशमिश सेहत के लिए कितनी फायदेमंद होती है ये हर कोई जानता है. स्वस्थ रहने के लिए लोग इसका इस्तेमाल करते हैं. लेकिन आपको बता दें, इसका पानी इससे भी ज्यादा लाभकारी होता है. इसे पीने से कई बीमारियां दूर होती हैं.

सिर्फ एक कप किशमिश के पानी से आप खुद को ताउम्र सेहतमंद रख सकते हैं. एक कप पानी उबाल लें. इसमें लगभग एक मुठ्ठी किशमिश धोकर रातभर भिगोकर रख दें. सुबह इस पानी को छानकर खाली पेट पिएं और किशमिश को चबाकर खा लें. इसी के साथ जानें इसके फायदे.

* किशमिश का पानी आपकी पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है. ये खाना को पचाने में मदद करता है. इसलिए आपको कब्ज या गैस जैसी परेशानी नहीं होती है.

* इसमें मौजूद एंटीबैक्टिरिअल प्रोपर्टी मुंह से आने वाली बदबू को दूर करती है. इतना ही नहीं, इसमें मौजूद कैल्शियम से हड्डियां भी मजबूत होती हैं और आयरन एनीमिया से बचाता है.

* इसके नियमित इस्तेमाल से हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी दूर होती है. इसमें मौजूद फाइबर, पौटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट आपके बढ़े ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है.

* किशमिश का पानी आपके शरीर में बढ़े कोलेस्ट्रोल को ऑक्सिडाइज करता कर इसे बढ़ने से रोकता है. इससे आपको हार्ट से जुड़ी किसी तरह की परेशानी नहीं होती है.

* ये आपके लीवर को साफ करने का अचूक उपाय है. ये लीवर से गंदगी निकालकर इसे स्वस्थ रखता है और आपको इसकी खराबी से होने वाली बीमारियों से दूर रखता है.

सिर्फ गेहूं के आटे से बनी रोटी आपके स्वास्थ्य के लिए नहीं हैं लाभदायक

न्यूट्रीशनिस्ट एंड डाइटीशियन के अनुसार एक भारतीय थाली में गेहूं की रोटी, चावल, दाल, सब्जी, चटनी, रायता (दही) पापड़ आदि होने चाहिए.रोटी बनाने के लिए सिर्फ गेहूं ही नहीं बल्कि कभी मक्का, बाजरा, रागी या कई प्रकार के मिले-जुले अनाजों का आटा इस्तेमाल करें.

मक्खन या शुद्ध घी लगी हुई गेहूं की गर्म रोटी या परांठे, ब्रेड या अन्य विकल्पों की तुलना में ज्यादा पौष्टिक हैं. हल्की मोटी पिसाई वाला, चोकरयुक्त, ऑर्गेनिक और हल्का भूरा दिखने वाला आटा चुनें. इसमें फाइबर, विटामिन-बी, कैल्शियम, आयरन  जिंक ज्यादा होते हैं जिससे बनी रोटी को अच्छी तरह चबाकर खाना चाहिए.

रोटी  सब्जी का अनुपात 1:2 रखें ताकि फाइबर के अतिरिक्त प्रोटीन और मिनरल भी मिलते रहें. मिक्स या भिन्न-भिन्न दाल  धनिया, पुदीना या टमाटर की चटनी के अतिरिक्तदही खाएं जो एक अच्छा प्रोबायोटिक है. ये शरीर में पाचनक्षमता को मजबूत रखने वाले बैक्टीरिया की संख्या को बढ़ाने में मदद करता है.

 

आज ही अपने रसोईघर से हटाए ये सभी चीजें अथवा आपको होगा बड़ा नुक्सान

ग्रॉसरी खरीदते समय हम कई बार ऐसी चीजें खरीद लेते हैं जो सेहत को बहुत नुकसान पहुंचाती हैं. अगर आप हेल्दी डाइट फॉलो करते हैं तो अपने किचन में ये चीजें रखने से बचें. आइए जानते हैं इन चीजों के बारे में.

फ्लेवर्ड योगर्ट– फ्लेवर्ड योगर्ट में बहुत सारा शुगर और सोडा पाया जाता है. अगर आप इसे सुबह-सुबह या फिर स्नैक्स में खाते हैं तो ये आपके सेहत के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है. अगर आपको फ्लेवर्ड योगर्ट खाना ही है तो आप प्लेन योगर्ट में ऊपर से फ्रेश फ्रूट डालकर खा सकते हैं.

पैकेज्ड ओटमील– ओटमील सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. दिन की शुरूआत ओटमील से करना अच्छी आदत है लेकिन आपको प्लेन ओटमील खरीदकर घर पर खुद बनाना चाहिए. बने बनाए पैकेज्ड वाले ओटमील मे बहुत सारा शुगर होता है. इसलिए इसे अपने किचन में ना जगह दें.

प्रोसेस्ड फूड– प्रोसेस्ड सीरियल्स यानी अनाज में कैलोरी और शुगर बहुत ज्यादा होता है. दिन की शुरूआत आपको अंडे जैसी प्रोटीन से भरपूर चीजों से करनी चाहिए. ब्रेकफास्ट में ऐसी चीजें खानी चाहिए जो हेल्दी हो और जिससे आप पूरे दिन एक्टिव रखें. प्रोसेस्ड फूड का विकल्प सबसे खराब है.

टोमेटो केचअप– बाजार के टोमेटो केचअप फ्रक्टोज में हाई होते हैं. इनमें शुगर की मात्रा बहुत होती है. घर पर बना टमाटर का ताजा सॉस सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है. इसलिए अब आप अपने किचन में टोमैटो केचअप के पैकेट के ढेर ना लगाएं.

मफिन्स– मफिन्स सेहत के लिए उतने ही हानिकारक हैं, जितने कि कप केक्स. इनमें कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. इनमें फ्रक्टोज कॉर्न सिरप और सोयाबिन ऑयल जैसे वो सारे इनग्रेडिएंट पाए जाते हैं जो मोटापा बढ़ाने का काम करते हैं.

न्यूट्रेला– न्युटेला ज्यादातर लोगों की पहली पसंद होता है. खासकर बच्चे इसे बहुत शौक से खाते हैं लेकिन इसमें शुगर और पाम ऑयल होता है. शुगर की ज्यादा मात्रा होने की वजह से इसे खाने से बचना चाहिए.

लो फैट स्नैक्स– वजन घटाने के लिए ज्यादातर लोग लो फैट स्नैक्स खाना पसंद करते हैं. बाजार में मिलने वाले लो फैट स्नैक्स में बहुत ज्यादा हानिकारक चीजों का इस्तेमाल होता है. प्रोसेस्ड लो फैट स्नैक्स में ज्यादा शुगर, वेजीटेबल ऑयल और आर्टिफिशियल प्रिजर्वेटिव्स होते हैं. इनमें नाम मात्र के पोषक तत्व होते हैं इसलिए इन्हें खरीदने से बचना चाहिए.

इन सिंपल एक्‍सरसाइज के जरिए आप भी खुदको बना सकते हैं फिट और हेल्थी

जब सेहत की बात आती है, हर दूसरा तीसरा इंसान किसी हीरो हिरोइन और खिलाड़ी का नाम लेता है। लोग कहते है, वाह क्या बॉडी है रणवीर, सलमान और विराट कोहली की और महिलाओं में कटरीना, अनुष्का कितनी आकर्षित है।

आज के युवाओं को ऐसा ही लगता है कि काश वो उनकी तरह फिट दिखे। देखा जाए तो सभी का शरीर अच्छा ही होता है। केवल आपको अपने शरीर को जानकार उसे स्वस्थ रखना है। जब मानसिक स्थिरता रहेगी तब शरीर स्वस्थ रहेगा और तभी आप बनेगे फिट। अब फिट बनना आसान हो गया है। हर गली नुकड़ पर जिम खुले है। आइए जानें एक फिट दिन की शुरुआत कैसे करें।

वॉल सिट्स

वॉल सिट्स के जरिए जांघ और टांगों को फायदा पहुंचा सकते हैं। इसके साथ ही इससे शरीर का संतुलन बनाने में मदद मिलती है। खासी मेहनत वाले ये एक्‍सरसाइज आप अपनी क्षमता के अनुसार कर सकते हैं। यानी इसे एक निश्चित गैप के साथ दोहराया भी जा सकता है।

एबडॉमिनल क्रंचेज

एबडॉमिनल क्रंचेज के जरिए एब्‍स को शेप में लाया जा सकता है। रिसर्चर्स के मुताबिक, इस सेट को करने से मांसपेशियों में मॉलिक्‍यूलर बदलाव आते हैं जो घंटों तक दौड़ लगाने या साइकिल चलाने के समान हैं।

चेयर पर ट्राइसेप्‍स डिप्‍स

चेयर पर ट्राइसेप्‍स डिप्‍स के जरिए आप अपनी बांहों के मसल्‍स को टोन कर सकते हैं। इस पूरे सेट के जरिए शरीर के निचले हिस्‍से की जगह ऊपरी हिस्‍से में बड़ी मांसपेशियां विकसित होती हैं।

आधा लीटर पानी पिएं

सुबह उठने के बाद सबसे पहले आधा लीटर पानी पिएं। खाली पेट पानी पीने से मेटाबॉलिज्म (उपापचय) बढ़ाने में मदद मिलती है।

फिर खाली पेट 6 से 10 बादाम

फिर खाली पेट 6 से 10 बादाम और अखरोट खाएं, इससे कुछ इंजाइम्स बनते हैं जो मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में सहायक हैं।

 

आंखों की रोशनी बढाने के साथ पाचन बेहतर करेगा कॉर्न, देखिए इसके कुछ लाभ

हम हेल्दी रहने के लिए भुट्टे यानी कॉर्न का सेवन ज्यादातर शाम को नाश्ते में करते हैं. कई लोग कॉर्न का इस्तेमाल सूप, सालाद आदि चीजों में करते हैं. आप इसका इस्तेमाल ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर में आसानी से कर सकते हैं. भुट्टे खाने में स्वादिष्ट होते हैं. इसे घर के बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.

भुट्टे (Corn) में फाइबर की भरपूर मात्रा होती हैं जो कब्ज से राहत दिलाता है. यह खाने में स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक तत्वों से भरा होता है. मकई के दाने का इस्तेमाल आप कई तरह की डिशेज बनाने में कर सकती हैं. आइए जानते हैं भुट्टे हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद हैं और किस तरह अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.

पाचन बेहतर करता है

भुट्टे में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है जो हमारे पाचन को बढ़ाने का काम करता है. इसका सेवन करने से आपको कब्ज की समस्या नहीं होती है. इससे आपका पेट साफ रहता है.

कम मात्रा में खाने से घटता है वजन

फाइबर से भरपूर चीज खाने से आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है और आपको जल्दी भूख भी नहीं लगती हैं. इसमें फैट की मात्रा बेहद कम होती है. भुट्टे में स्टार्च की भरपूर मात्रा होती है. जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं उन्हें कम मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए.

वजन बढ़ाने में मदद करता है

जो लोग वजन बढ़ाने चाहते हैं उन्हें मकई का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए. क्योंकि इसमें स्टार्च होता है जो वजन बढ़ाने में मदद करता है. हालांकि जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या हैं उन्हें इसका सेवन कम करना चाहिए. क्योंकि इससे शरीर में ब्लड शुगर बढ़ता है.

आंखों की रोशनी बढ़ता है

पीले मकई के दानों में ल्यूटिन होता है जो मोतियाबिंद की समस्या को रोकता है. इसके अलावा रोजाना इसका सेवन करने से आपकी आंखों की रोशनी बढ़ती है.

शरीर को मजबूत बनाता है

कॉर्न में आयरन, विटामिन ए, थियामिन, विटामिन बी-6, जिंक, मैग्नीशियम जैस पोषक तत्व होते हैं जो इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है.

डाइट में इस तरह करें शामिल

मकई चावल

आप प्रेशर कुकर में मकई के दानों को उबालकर चावल के साथ मिलाकर पका सकती हैं. अगर आप वजन घटाने चाहते हैं तो सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस का इस्तेमाल कर सकते हैं. आप इसे दोपहर में खा सकते हैं.

मकई का सलाद

उबले हुए मकई के दानों को एक कप में निकाल लें. उसमें एक टमाटर (बारीक कटा हुआ), एक छोटा प्याज (बारीक कटा हुआ), एक चम्मच मक्खन (फैट की मात्रा कम), एक चम्मच नींबू का रस, नमक और स्वादानुसार काली मिर्च मिलाएं. इसे धनिया पत्तों से गार्निश करें. यह शाम के नाश्ते के लिए एकदम सही स्नैक रेसिपी है.

किशमिश के साथ साथ उसका पानी भी आपके स्वास्थ्य के लिए हैं लाभदायक

किशमिश सेहत के लिए कितनी फायदेमंद होती है ये हर कोई जानता है. स्वस्थ रहने के लिए लोग इसका इस्तेमाल करते हैं. लेकिन आपको बता दें, इसका पानी इससे भी ज्यादा लाभकारी होता है. इसे पीने से कई बीमारियां दूर होती हैं.

सिर्फ एक कप किशमिश के पानी से आप खुद को ताउम्र सेहतमंद रख सकते हैं. एक कप पानी उबाल लें. इसमें लगभग एक मुठ्ठी किशमिश धोकर रातभर भिगोकर रख दें. सुबह इस पानी को छानकर खाली पेट पिएं और किशमिश को चबाकर खा लें. इसी के साथ जानें इसके फायदे.

* किशमिश का पानी आपकी पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है. ये खाना को पचाने में मदद करता है. इसलिए आपको कब्ज या गैस जैसी परेशानी नहीं होती है.

* किशमिश का पानी आपके शरीर में बढ़े कोलेस्ट्रोल को ऑक्सिडाइज करता कर इसे बढ़ने से रोकता है. इससे आपको हार्ट से जुड़ी किसी तरह की परेशानी नहीं होती है.

* ये आपके लीवर को साफ करने का अचूक उपाय है. ये लीवर से गंदगी निकालकर इसे स्वस्थ रखता है और आपको इसकी खराबी से होने वाली बीमारियों से दूर रखता है.

कटहल के बीज से होने वाले इन फायदों के बारे में नहीं जानते होंगे आप

कटहल खाना बहुत से लोगों को पसंद होता है लेकिन क्‍या आप कटहल के बीज के फायदे और नुकसान से अवगत हैं। कटहल के बीज खाने के फायदे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत अधिक होते हैं। लेकिन अधिकांश लोग कटहल के बीज नहीं खाते हैं।

यहां तक ​​कि आपके क्षेत्र में उपलब्ध मौसमी और स्थानीय फल या सब्जियां भी स्वस्थ पोषक तत्वों का खजाना होते हैं और स्वास्थ्य की समस्याओं के खिलाफ रक्षा करते हैं. कटहल के शक्तिशाली बीज को करी के तौर पर पकाकर या थोड़ा नमक और मिर्च के साथ आप भून सकते हैं. उसका इस्तेमाल स्नैक के तौर पर करना आपके लिए फायदेमंद साबित होगा.

विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों से समृद्ध ये फल कई तरीकों से आपकी मदद कर सकता है. विभिन्न तरह के पोषक तत्व, कटहल युक्त आपके आहार में विविधता आपके टिश्यू को मजबूत कर सकती है.जबकि ऐसा माना जाता है कि जितने पोषक तत्‍व कटहल में होते हैं उससे कहीं अधिक पोषक तत्‍व कटहल के बीजों में होते हैं।

आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर सौंफ का पानी जल्द कम करेगा आपका वजन

भारतीय रसोई में सौंफ का इस्तेमाल खाने में स्वाद बनाने के लिए किया जाता है। वहीं कुछ लोग खाने के बाद सौंफ खाना पसंद करते हैं, ताकि भोजन डाइजेस्ट हो जाए। वहीं आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर सौंफ का पानी वजन घटाने में भी मददगार होता है। चलिए आपको बताते हैं सौंफ के पानी के कुछ फायदे और बनाने का तरीका।

सौंफ में फाइबर की मात्रा भी बहुत होती है जिससे व्यक्ति का पेट भरा हुआ महसूस करता है.  सौंफ में कैलोरी बिल्कुल ना के बराबर होती है जो वजन को घटाने में मददगार साबित होता है. सौंफ शरीर में फैट को जमने नहीं देता. वहीं, सौंफ का पानी आपके शरीर के टॉक्सिन को बाहर निकाल देता है.

सौंफ का पानी तैयार करने के लिए पहले एक गिलास पानी लेकर उसमें सौंफ डालकर रातभर के लिए ऐसे ही रखा रहने दें। फिर सुबह उठकर इस पानी से सौंफ को छानकर अलग कर लें और फिर इस पानी का सेवन करें।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जिन लोगों को कब्ज की समस्या रहती है उन्हें सौंफ का पानी रोजानतौर पर पीना चाहिए.सौंफ का पानी आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मददगार साबित होता है. प्रतिदिन सौंफ का पानी पीने से आंखों की रोशनी में सुधार तो होता ही है.