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हेल्थ

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार कुछ इस तरह आपकी हेल्थ के लिए लाभदायक हैं Almond Milk

आज हम आपके लिए लेकर आए हैं बादाम दूध के फायदे. बादाम से बना दूध सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो यह पोषक तत्‍वों से भरपूर और लो कैलोरी ड्रिंक है, जो इन दिनों हेल्‍थ प्रेमियों के बीच काफी प्रचलित हो रहा है.

बादाम से बना दूध आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक बादाम का दूध पीने से शरीर में इम्यूनिटी तेजी से बढ़ती है. बादाम में मौजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन के, विटामिन ई समेत प्रोटीन शरीर के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं.

सभी पोषक तत्व शरीर को हेल्दी रखने में मददगार साबित होता है. साथ ही स्किन और बालों के लिए काफी फायदेमंद बताया जाता है.बादाम मिल्क पीने से आपके शरीर में विटामिन डी की कमी पूरी होती है.

डॉ. रंजना सिंह कहती हैं कि हार्ट फंक्‍शन, बोन हेल्‍थ और इम्‍यूनिटी को स्‍ट्रॉन्‍ग रखने के लिए बॉडी को विटामिन डी की जरूरत पड़ती है जिसका सबसे बड़ा सोर्स सनलाइट को माना जाता है. ऐसे में बदाम मिल्‍क इसका बेहतरीन ऑप्‍शन है.

इम्यूनिटी को स्ट्रोंग रखने में ये काफी मददगार साबित होता है. एक कप बादाम मिल्क अगर आप रोज सेवन करते हैं तो आपके शरीर में कैल्शियम की कमी नहीं होगी. आपके हार्ट, बोन्स बेहतर तरीके से काम करेंगे.

हेल्थ एक्सपर्ट्स ने किया आगाह, इन लोगों में बढ़ सकता हैं कोरोना संक्रमण का खतरा

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है. हजारों लोग रोजना इस बीमारी से मर रहे हैं. वहीं लाखों इसके चपेट में आ रहे हैं. कोरोना का असर उन लोगों पर सबसे ज्यादा हो रहा है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है.
कई रिसर्च इस बात को लेकर भी सामने आए हैं कि कोरोना वायरस ज्यादा शराब और सिगरेट पीने वाले लोगों पर ज्यादा अटैक कर रहा है. ऐसे लोगों की स्थिति दूसरे लोगों के मुकाबल ज्यादा गंभीर हो रही है. ऐसे में अगर आप सिगरेट पीते हैं या शराब पीते हैं तो आपको बहुत अलर्ट रहने की जरूरत है. कोरोना का असर ऐसे लोगों पर बहुत ज्यादा हो रहा है. आइये जानते हैं क्यों?
हेल्थ एक्सपर्ट्स ने किया था आगाह
आपको बता दें जब से कोरोना वायरस फैला है तब से हेल्थ एक्सपर्ट्स समय-समय इस बात को कह रहे हैं कि कोरोना ऐसे लोगों को अपना शिकार ज्यादा बनाता है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है और इसके अलावा फेफड़े भी कमजोर होते हैं. ऐसे लोगों को कोरोना का संक्रमण होने का खतरा दूसरे लोगों से 14 प्रतिशत ज्यादा होता है. वहीं इस तरह के मामलों में कोरोना जानलेवा भी साबित हो सकता है.
शराब पीने वालों के लिए कोरोना वायरस से खतरा
वहीं शराब पीने वालों को भी कोरोना से ज्यादा खतरा है. ऐसे लोगों की इम्यूनिटी शराब पीने से काफी कमजोर हो जाती है और वायरस इन्हें जल्दी अपनी चपेट में ले लेता है. जो लोग नियमित शराब पीते हैं वो कोरोना से ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. इनके इलाज में स्टेराइड और दूसरी दवाओं की डोज ज्यादा देनी पड़ रही है क्योंकि इनकी इम्यूनिटी कमजोर है.
डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसे मरीजों को आईसीयू में रखने पर पल-पल की स्थितियों पर नजर रखनी पड़ती है. इस तरह के मामलों में डॉक्टर्स को ज्यादा सजगता बरतनी पड़ती है.
दरअसल शराब या कोई दूसरा मादक पदार्थ हमारे लिवर को प्रभावित करता है. इससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है इसके अलावा फेफड़ों और ऊपरी श्वसन तंत्र के इम्यून सेल्स को भी इससे बहुत नुकसान पहुंचता है.

शरीर की थकान को दूर करने के लिए आप भी आजमाएँ ये सरल उपाए

आज की भाग-दौड़ भरी व्‍यस्‍त जिंदगी में शरीर को आराम कम ही मिल पाता है. ऐसे में शरीर में थकान महसूस होती है. जहां अच्छी नींद शरीर की थकान को दूर कर देती है और अच्‍छी सेहत के लिए भी बहुत जरूरी है, वहीं कई बार चिंता, तनाव और कई अन्‍य समस्‍याओं की वजह से भी पर्याप्‍त नींद नहीं हो पाती. इस वजह से भी थकान हो सकती है. ऐसे में लाइफस्‍टाइल में बदलाव करके और कुछ तरीके अपना कर थकान को दूर किया जा सकता है, शरीर में चुस्‍ती-फुर्ती लाई जा सकती है. अगर आप भी शरीर में थकान महसूस करते हैं तो ये उपाय आपके काम आ सकते हैं-

नहाना है बेहतर उपाय

अगर आप थकान महसूस करते हैं तो इसे दूर करने के लिए नहाना बेहतर उपाय है. क्‍योंकि नहाने से बाह्य त्वचा पर मौजूद रोमछिद्र साफ हो जाते हैं और शरीर को स्फूर्ति मिलती है. फिर अच्‍छी नींद आती है.

पर्याप्‍त पानी पीएं

शरीर में पानी की कमी पूरी न हो तो डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है. इससे शरीर में थकान महसूस होने लगती है. पानी हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है. इसलिए पानी की पूर्ति के लिए पर्याप्‍त पानी पिएं. वहीं अपनी डाइट में फलों को शामिल करें.

सोते समय न लें चाय-कॉफी

अगर आप ज्‍यादा चाय पीने के आदी हैं तो इस आदत को छोड़ दें. वहीं सोते समय चाय, कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे बचें. इससे भी नींद प्रभावित होती है और सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है.

रोज डालें टहलने की आदत

टहलना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. डिनर करने के कम से कम आधा घंटे बाद टहलने की आदत डालें. वहीं इससे थकान भी दूर होती है. इसलिए जब थकान लगे तो थोड़ा टहल लिया करें. इससे शरीर को एनर्जी के साथ मांसपेशियों और दिमाग को ऑक्‍सीजन मिलती है.

अल्कोहल से बनाएं दूरी

अगर आप चाहते हैं कि आपको अच्छी नींद आदि तो इसके लिए शाम के समय अल्कोहल से दूरी बनाए रखें. वहीं इस बात का भी ध्‍यान रखें कि अल्कोहल का सेवन एक दिन में दो ग्लास से ज्यादा न हो.

स्मार्टफोन के इस्तेमाल से आपकी नींद पर पड़ सकता हैं बुरा असर, जरुर देखिए

स्मार्टफोन अब जीवन का अहम हिस्सा बन गया है और ये ही एक ऐसी चीज है, जो सबसे ज्यादा आपके करीब रहता है. सुबह उठने के साथ ही अक्सर लोग स्मार्टफोन देखते हैं और रात को सोने से पहले भी घंटों फोन पर बिताते हैं. लेकिन, आपके कई काम आसान बनाने वाला स्मार्टफोन आपकी सेहत पर भी काफी असर पड़ता है. यह उन लोगों के लिए ज्यागा हानिकारक हैं, जो रात में सोने से पहले लाइट बंद करके काफी टाइम तक फोन में लगे रहते हैं.
एक रिपोर्ट में सामने आया है कि रात में स्मार्टफोन के इस्तेमाल से आपकी नींद पर काफी असर पड़ता है. ऐसे में जानते हैं कि आपका स्मार्टफोन किस तरह से आपकी नींद पर असर डालता है और इसके क्या नुकसान होते हैं. जानते हैं रात में फोन चलाना आपकी सेहत पर किस तरह असर डाल रहा है…
साथ ही जिन बहनों पर रिसर्च की गई हैं, उन्होंने एक हफ्ते बराबर काम किया और दोनों एक ही वातावरण में रहीं. इसके बाद भी देखा गया कि फोन चलाने वाली बहन की नींद में काफी कमी हुई है. यह अंतर करीब 15 मिनट तक का है. उनकी नींद पर कितना असर पड़ रहा है, यह ध्यान केंद्रित करने वाले टेस्ट में भी साफ हो गया है. ऐसे में पता चलता है कि रात में सोने से पहले फोन की स्क्रीन में देखने से नींद पर काफी असर पड़ता है.
नींद ना आने से क्या होता है?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि रात में अच्छी नींद ना आने की वजह से दिन में ध्यान केंद्रित करने की क्षमती पर काफी असर पड़ता है. अगर आपको रात में सोते समय फोन देखने की आदत है तो आप इसकी सेंटिंग में बदलाव करके या तो रोशनी को कम कर सकते हैं. इसके अलावा नीली रोशनी के स्थान पर इसका कलर लाल कर सकते हैं ताकि आपकी नींद पक ज्यादा असर ना पडे़.

विटामिन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर पत्तागोभी आपको दिलाएगी ये सभी फायदें

वजन कम करने के लिए लोग तरह-तरह की चीजों का सहारा लेते हैं. कई चीजों को अपनी डाइट चार्ट से हटाते हैं तो कई चीजों को डाइट में शामिल करते हैं. अगर आप चाहें तो वजन कम करने के लिए एक और चीज को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं और वो है पत्तागोभी. ये वजन कम करने में तो आपकी मदद करेगा ही साथ ही इसमें मौजूद पोषक तत्व आपकी सेहत को भी कई तरह के फायदे पहुंचायेंगे. वजन कम करने के लिए पत्तागोभी को किस तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है आइये जानते हैं.

पत्तागोभी में होते हैं ये पोषक तत्व

पत्तागोभी में विटामिन के, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन बी6, फोलेट के साथ पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फास्फोरस, ज़िंक, सोडियम, कोलिन, नियासिन, राइबोफ्लेविन, थायमिन और मैंगनीज जैसे तत्व पाए जाते हैं. ये एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होती है.

एक कढ़ाही में एक छोटा चम्मच तेल डालकर गर्म कर लें. इसके गर्म हो जाने के बाद इसमें कटा हुआ प्याज़ डाल दें. इनको गोल्डन ब्राउन हो जाने तक फ्राई कर लें. फिर कढ़ाही में कद्दूकस की हुई पत्तागोभी डालें और नमक भी डाल दें. इसके बाद चार-पांच  कप पानी डालकर कढ़ाही को ढक्कन या प्लेट से ढक दें. इसको मीडियम फ्लेम पर तकरीबन दस मिनट तक पकने दें. इसके बाद इसमें टमाटर और कालीमिर्च एड कर दें. इसके बाद पांच मिनट तक और पकने दें. फिर इसको छान कर इसमें हरी धनिया की पत्ती डालें और इसका सेवन करें.

आपकी हर छोटी-बड़ी समस्या का एकमात्र इलाज़ हैं तुलसी का पौधा

क्या आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया कि आपके घर, परिवार या आप पर कोई मुसीबत आने वाली होती है तो उसका असर सबसे पहले आपके घर में स्थित तुलसी (Basil) के पौधे पर होता है। आप उस पौधे का कितना भी ध्यान रखें धीरे-धीरे वो पौधा सूखने लगता है। तुलसी का पौधा ऐसा है जो आपको पहले ही बता देगा कि आप पर या आपके घर परिवार को किसी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है।

  • पेट में दर्द होने पर तुलसी रस और अदरक का रस समान मात्रा में लेने से दर्द में राहत मिलती है। इसके उपयोग से पाचन क्रिया में भी सुधार होता है।
  • कान के साधारण दर्द में तुलसी की पत्तियों का रस गुनगुना करके डाले। नित्य प्रति तुलसी की पत्तियां चबाकर खाने से रक्त साफ होता है।
  • चर्म रोग होने पर तुलसी के पत्तों के रस के नींबू के रस में मिलाकर लगाने से फायदा होता है। तुलसी के पत्तों का रस पीने से शरीर में ताकत और स्मरण शक्ति में वृध्दि होती है।
  • प्रसव के समय स्त्रियों को तुलसी के पत्तों का रस देन से प्रसव पीड़ा कम होती है। तुलसी की जड़ का चूर्ण पान में रखकर खिलाने से स्त्रियों का अनावश्यक रक्तस्राव बंद होता है।
  • तुलसी के बीजों का सेवन दूध के साथ करने से पुरुषों में बल, वीर्य और संतोनोत्पति की क्षमता में वृध्दि होती है। तुलसी का प्रयोग मलेरिया बुखार के प्रकोप को भी कम करता है।
  • तुलसी का शर्बत, अबलेह इत्यादि बनाकर पीने से मन शांत रहता है। आलस्य, निराशा, कफ, सिरदर्द, जुकाम, खांसी, शरीर की ऐठन, अकड़न इत्यादि बीमारियों को दूर करने के लिए तुलसी की जाय का सेवन करें।

मसूड़ों की समस्या के कारण आपके मुंह से भी आती हैं बदबू, ऐसे पाए इससे निजात

कुछ लोगों के मुंह Mouth से हमेशा ही बदबू आती रहती है और जिसके कारण अक्सर लोग माउथ फ्रेशनर या अन्य चीजों का प्रयोग करते हैं। अमूमन माना जाता है कि सांसों से आने वाली बदबू का मुख्य कारण ओरल हेल्थ का सही तरह से ख्याल न रखना होता है। लेकिन वास्तव में मुंह से आने वाली बदबू कई गंभीर बीमारियों के संकेत देती है। तो चलिए जानते हैं कि किन बीमारियों के चलते मुंह से बदबू आने लगती है−

Mouth के सांसों से

अगर किसी व्यक्ति को मसूड़ों की समस्या है तो इससे Mouth मुंह के सांसों से बदबू आने लगती है। इसलिए अगर किसी व्यक्ति को मसूड़ों में परेशानी होती है तो उसके मुंह से बदबू आना स्वाभाविक है।

कैंसर

आपको शायद जानकर हैरानी हो लेकिन कैंसर भी मुंह से बदबू आने का एक कारण है। मुंह का कैंसर होने पर व्यक्ति की सांस की गुणवत्ता पर भी असर पड़ता है। इसके अतिरिक्त, सांसों से आने वाली बदबू कैंसर से कैंसर को पहली स्टेज में ही पहचाना जा सकता है। वैसे फेफड़ों का कैंसर होने पर भी व्यक्ति की सांसों से बदबू आने लगती है। वहीं कैंसर होने पर कीमोथेरेपी और विकिरण चिकित्सा के कारण मुंह में लार का उत्पादन प्रभावित होता है और जिससे मुंह में सूखापन आता है। पर्याप्त लार प्रवाह के बिना मुंह से बदबू आनी शुरू हो जाती है।

पाचन में परेशानी

जब व्यक्ति का पाचन तंत्र सही तरह से काम नहीं करता तो उसके मुंह से बदबू आने लगती है। दरअसल, पेट में गड़बड़ी होने पर उसमें गैस बनने लगती है और वह गैस मुंह से बाहर आती है। जिससे व्यक्ति की सांसों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।

 

 

गर्मी के मौसम में अत्यधिक आम का सेवन करने से आपके शरीर को होंगे कई नुकसान

गर्मी का मौसम हो और व्यक्ति आम Mango का सेवन न करे, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। कुछ लोग तो सालभर गर्मी का इंतजार महज इसलिए करते हैं ताकि वह फलों के राजा आम का रसीला स्वाद चख सके। वैसे तो आम सिर्फ स्वाद से ही भरपूर नहीं होता, बल्कि इसे खाने से स्वास्थ्य को भी लाभ प्राप्त होता है। लेकिन कहते हैं ना कि किसी भी चीज की अति क्षति का कारण बनती है। इसलिए अगर आप स्वाद के चक्कर में अधिक आम का सेवन करेंगे तो इससे आपको नुकसान ही उठाना पड़ेगा। तो चलिए जानते हैं आम खाने से सेहत को होने वाले कुछ नुकसान के बारे में−

Mango में वैसे तो विटामिन सी

आम Mango में वैसे तो विटामिन सी पाया जाता है जो हेल्थ के लिए जरूरी है, लेकिन इसमें कैलोरी भी काफी मात्रा में होती है। एक मध्यम आकार के आम में लगभग 135 कैलोरी होती हैं। इसलिए अगर आप अपना वजन कम करने की फिराक में हैं तो आम को जरा सोच समझकर खाएं। कैलोरी की अधिकता के कारण इसके सेवन से वजन बढ़ने की संभावना रहती है।

साथ ही आप इस बात पर भी गौर करें कि आप आम का सेवन किस समय कर रहे हैं। वैसे वर्कआउट से आधा घंटा पहले आम का सेवन करना काफी अच्छा रहेगा।बढ़ाए ब्लड शुगरजो लोग आम का सेवन काफी अधिक करते हैं, उनके रक्त में शर्कर का स्तर काफी बढ़ जाता है। दरअसल, आम में फ्रुक्टोज की मात्रा काफी अधिक पाई जाती है। इसलिए आप आम का जितना अधिक सेवन करेंगे, फ्रुक्टोज की मात्रा भी उतनी ही अधिक होगी। और अधिक मात्रा में आम का सेवन करने से ब्लड शुगर की बीमारी होने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।

Hysteria की बिमारी से बचाव के लिए जरुर जानिए इसके शुरूआती लक्ष्ण

यूं तो हर व्यक्ति किसी न किसी तनाव का सामना हर दिन करता है, लेकिन कुछ लोगों में तनाव इस हद तक बढ़ जाता है कि उसके कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं जन्म लेने लगती हैं। Hysteria हिस्टीरिया भी इन्हीं में से एक है।

यह समस्या होने पर व्यक्ति अचानक दांत भिंचने लगता है। इसके अतिरिक्त अचानक हंसना, बेहोशी, उल्टी, दम घुटना, बोलने में परेशानी, ऐंठन, जोर−जोर से चिल्लाना भी हिस्टीरिया के लक्षण हैं।

यह एक मानसिक बीमारी है, जिसका सही समय पर पता लगाकर उपचार किया जाना बेहद आवश्यक है। तो चलिए विस्तार से जानते हैं इस बीमारी के बारे में−

यूं तो यह मानसिक समस्या किसी भी व्यक्ति को हो सकती है, लेकिन महिलाएं इससे अधिक प्रभावित होती हैं। दरअसल, उम्र के विभिन्न दौर में न सिर्फ स्त्रियों में हार्मोनल बदलाव होते हैं, बल्कि विवाह के बाद नए घर में जाने के बाद या फिर वैवाहिक जीवन में परेशानी के कारण भी महिला इस रोग से ग्रस्त होती है।

इसके अतिरिक्त अधिकतर मामलों में देखने में आता है कि महिला अपने मन की बात या परेशानी किसी से शेयर नहीं करती, जिससे मन ही मन उसका तनाव बढ़ने लगता है और फिर वह हिस्टीरिया के रूप में सामने आता है।

 

पेट की समस्याओं से जूझ रहे हैं तो लौंग जैसी जड़ीबूटी का इस प्रकार करें सेवन

लौंग एक लता पुष्प है, जो सुगन्ध, मसाले, खान-पान, शोधन, आयुर्वेद, माॅगलिक, तांत्रिक व अन्य सभी कार्यो में प्रयुक्त होने वाला सुगंधित मसाला है। यह कटु तीक्ष्ण स्वाद की उत्तेजक, दुर्गंधनाशक, सर्व प्रयोग में प्रयुक्त होती है। ये छोटे-मोटे तांत्रिक प्रयोगों हेतु संजीवनी कहलाती है।

अगर आप कई तरह की पेट की समस्याओं से जूझ रहे हैं तो लौंग जैसी जड़ीबूटी आपकी काफी मदद कर सकती है। इसमें मौजूद फ़ाइबर पाचन और कॉन्स्टिपेशन में आराम दिलाता है। ख़ाली पेट एक ग्लास पानी में लौंग के तेल की कुछ बूंदें डालकर या लौंग का पानी पीने से राहत मिलती है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन सी इम्यून सिस्टम, विटामिन के ब्लड क्लॉटिंग और मैग्नीशियम ब्रेन फ़ंक्शनिंग के लिए फ़ायदेमंद है।

इसमें मौजूद विटामिन सी और ऐंटी-ऑक्सिडेंट गुण की वजह से हमें सर्दी-ज़ुकाम में फ़ायदा मिलता हैं। गले के इन्फ़ेक्शन में लौंग का पानी या मसालेवाली चाय में लौंग के कुछ दाने डालकर सेवन करने से राहत मिलती है। मुंह में साबुत लौंग रखकर भी गले की खराश से राहत पाई जा सकती है।

प्रत्येक कर्म सम्मोहन, उच्चाटन, वशीकरण, मारण, विद्वेषण, मोहन, सुरक्षा व अन्य सिद्धि लौंग के बिना अधूरी हैं। यह सर्वार्थसिद्धि हेतु काम में आती है। शत्रुओं को पररास्त करने के लिए-प्रातःकाल सात बार हनुमान जी को लडडू का भोग लगायें और पाॅच लौंग पूजा स्थान में देशी कपूर के साथ जलायें, फिर भस्म से तिलक करके घर से बाहर जायें। ऐसा करने पर आप शत्रुओं को परास्त करने में सक्षम होंगे।