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हेल्थ

हफ्ते में आखिर कितनी बार करनी चाहिए Exercise, यहाँ जानिए इससे जुड़े कुछ तथ्य

आप exercise करने के लिये जब भी gym में या park में जातीं होंगी, तब आपके दिमाग में यही ख्याल आता होगा कि exercise कहां से शुरू की जाये? जिसको लेकर कई बार trainer आपको  stretching या warm-up करने के लिये कहता होगा। लेकिन उसमें भी आप confused रहतीं होंगी कि stretching आपको क्यूं करनी चाहिये?

2001 के एक अध्ययन के अनुसार, हफ्ते में तीन से पांच बार एरोबिक व्यायाम और मांसपेशियों की कंडीशनिंग को जोड़ने वाली शारीरिक गतिविधि करने से एकाग्रता में सुधार होता है।  इससे उन गतिविधियों को करना आसान हो जाता है, जिनमें ब्रेनवर्क की जरूरत होती है।

मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स के लिए व्यायाम सबसे अच्छे उपचारों में से एक हो सकता है।  एक्टिव रहने से न केवल आपकी हृदय गति बढ़ती है – सेरोटोनिन और अन्य हार्मोन रिलीज होते है, जो तनाव और चिंता का से मुक्ति दिलाते हैं।

इसका मतलब ये है कि exercise से पहले stretching करने से आपकी strength 8.36% तक कम हो सकती है। इसके साथ ही आपकी body की stability भी 22.68% तक कम हो सकती है।

वेट लॉस करने के लिए रेगुलर दौड़ना, तैरना या साइकिल चलाना जैसी जैसी फिजिकल एक्टिविटीज सबसे बेस्ट है। इन एक्टिविटीज के साथ डाइट का ख्याल रखने से एक्सरसाइज का डबल असर पड़ता है।

तितली और अनुलोम विलोम प्राणायाम करने से आपको मिलेंगे ये सभी फायदें

व्यायाम न केवल आपके हृदय, फेफड़े और मांसपेशियों के लिए अच्छा है। शारीरिक गतिविधि आपकी हड्डियों को स्वस्थ रखने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है, चाहे आप युवा हों या बूढ़े।

हड्डियाँ जीवित अंग हैं, इरविंग, टेक्सास में मेडिकल सिटी लास कॉलिनस में एक आर्थोपेडिक्स और स्पोर्ट्स मेडिसिन डॉक्टर, कार्मेलिटा टीटर कहते हैं। आपके शुरुआती से 20 के दशक के मध्य में, आपकी हड्डियों में कैल्शियम की आपूर्ति जमा हो जाती है।

एक बार जब आप अपने 40 के दशक में पहुंच जाते हैं, तो हड्डियों का द्रव्यमान कम होने लगता है। यदि आपके शरीर को कैल्शियम की आवश्यकता है और आपको अपने आहार से पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलता है, तो आपका शरीर इसे हड्डियों से ले लेगा, डॉ. टीटर कहते हैं।

तितली आसन: तितली आसन/बटरफ्लाई आसन महिलाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी है. बटरफ्लाई आसन करने के लिए पैरों को सामने की ओर फैलाते हुए बैठ जाएं,रीढ़ की हड्डी सीधी रखें. घुटनो को मोड़ें और दोनों पैरों को श्रोणि की ओर लाएं. दोनों हाथों से अपने दोनों पांव को कस कर पकड़ लें. सहारे के लिए अपने हाथों को पांव के नीचे रख सकते हैं.

एड़ी को जननांगों के जितना करीब हो सके लाने का प्रयास करें. लंबी,गहरी सांस लें, सांस छोड़ते हुए घटनों एवं जांघो को जमीन की तरफ दबाव डालें. तितली के पंखों की तरह दोनों पैरों को ऊपर नीचे हिलाना शुरू करें. धीरे धीरे तेज करें.

अनुलोम विलोम प्राणायाम: पालथी मार कर सुखासन में बैठें. इसके बाद दाएं अंगूठे से अपनी दाहिनी नासिका पकड़ें और बाई नासिका से सांस अंदर लें लीजिए. अब अनामिका उंगली से बाई नासिका को बंद कर दें. इसके बाद दाहिनी नासिका खोलें और सांस बाहर छोड़ दें. अब दाहिने नासिका से ही सांस अंदर लें और उसी प्रक्रिया को दोहराते हुए बाई नासिका से सांस बाहर छोड़ दें.

अंगूर का सेवन करने से स्वास्थ्य को मिलेंगे ये सभी लाभ, डालिए एक नजर

अंगूर प्राकृतिक रुप से मीठा और बहुत ही स्वादिष्ट फल होता है। डॉक्टरो के अनुसार अंगूर मीठा होने के बाद भी इसमें किसी भी तरह का शुगर नहीं पाया जाता है। अंगूर में जल, शुगर ,सोडियम, पोटेशियम, साइट्रिक एसिड, मैगनेशियम और आयरन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। अंगूर को सुबह सुबह खाली पेट खाना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।

अंगूर की खासियत है कि इसका प्रयोग रोगी, निरोगी, बच्चे, बूढ़े, युवा, गर्भवती अथवा दूध पिलाने वाली माता, कमजोर या पहलवान सभी कर सकते हैं। अंगूर एक ऐसा फल है जिससे कई बीमारियां दूर होती हैं। आइये जानते हैं कि अंगूर के सेवन से किन 7 बीमारियों का इलाज संभव है।

इम्यून सिस्टम के लिए – अंगूर में विटामिन सी, विटामिन बी 6 और आयरन होता है. ये पोषक तत्व इम्युनिटी बढ़ाने का काम करते हैं. ये संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं. इसलिए मजबूत इम्युनिटी के लिए आप अंगूर का भी सेवन कर सकते हैं.

कब्जा की समस्या को रोकने के लिए – अंगूर में फाइबर होता है. ये पाचन एंजाइमों के उत्पादन को बढ़ावा देता है. ये पाचन संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करता है.

थकावट दूर करने के लिए – अंगूर में विटामिन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन और कॉपर होता है. ये आपके शरीर को ऊर्जा देने का काम करता है. इससे थकान से लड़ने में मदद मिलती है.

आंखों के लिए लाभकारी – अंगूर में पॉलीफेनोल्स और रेस्वेराट्रोल आंखों की समस्या को रोकने में मदद करता है. इसमें मैक्युलर डिजनरेशन, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस, सूजन और मोतियाबिंद आदि शामिल है. अंगूर का सेवन अंधेपन की समस्या को दूर करने में भी मदद करता है. इसलिए आंखों को स्वस्थ रखने के लिए भी अंगूर का सेवन कर सकते हैं.

गर्मी के मौसम में शरीर को ठंडक प्रदान करेगा खरबूजा, देखिए इसके कुछ लाभ

खरबूजा गर्मियों में मिलने वाला बहुत स्वादिष्ट फल होता है. यह गर्मी के मौसम में शरीर को ठंडक पहुंचाने का काम करता है. इसके सेवन से कई प्रकार की सेहत संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है.

खरबूजे में भरपूर मात्रा में पानी मौजूद होता है, जिसके कारण इसे खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है. खरबूजे में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी मौजूद होते हैं. आज हम आपको खरबूजा खाने के कुछ फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं.

खरबूजे में विटामिन-सी की दैनिक जरूरत का एक बड़ा हिस्सा मौजूद होता है। यह हमारे इम्यून सिस्टम के लिए काफी जरूरी है। कई शोधों में यह बात सामने आई है .

पर्याप्त विटामिन-सी का सेवन करने से सामान्य जुकाम जैसे कई रेस्पिरेटरी इंफेक्शन से राहत मिलती है। इसके अलावा, इसमें मौजूद विटामिन-ए भी शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स का उत्पादन बढ़ाकर इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।

खरबूजा का सेवन करने से ना सिर्फ वजन नहीं बढ़ता, बल्कि यह वेट लॉस में भी मददगार हो सकता है। सबसे पहली बात यह है कि यह एक लो कैलोरी फ्रूट है और इसमें 90 प्रतिशत के करीब पानी होता है। इस तरह से यह बिना कैलोरी के आपके शरीर को हाइड्रेट करता है। शरीर के हाइड्रेट होने से पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है और आपका वजन कम होने लगता है।

पनीर के ज्यादा सेवन से करें परहेज अथवा आपको भी हो सकती हैं ये समस्याएं

पनीर का सेवन करना हर किसी को अच्छा लगता है क्योंकि इसका टेस्ट बहुत अच्छा होता है. इसलिए ज्यादातर लोग पनीर का सेवन करना पसंद करते हैं. लेकिन जब बात आती है कि क्या पनीर खाना सेहत के लिए लाभदायक है . अधिकतर लोगों के मन में यह बात आती है कि पनीर मैं फैट और कैलरी की मात्रा अधिक होती है इसलिए इसका सेवन से परहेज करना चाहिए.

लेकिन बिल्कुल गलत है क्योंकि हेल्दी फूड में ढेर सारे न्यूट्रीएंट्स होते हैं जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं.पनीर में मौजूद प्रोटीन की मात्रा शाकाहारियों के लिए बहुत अच्छी है। ऐसा इसलिए, क्योंकि शाकाहारियों को दैनिक प्रोटीन की आवश्यक मात्रा की आपूर्ति पनीर से हो जाती है।

पनीर में पाया जाने वाला कैल्शियम और फॉस्फोरस गर्भवती महिलाओं और बच्चों के संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी लाभदायक है।पनीर में उपलब्ध प्रचुर मात्रा में ओमेगा -3 फैटी एसिड हड्डियों को न केवल मजबूत बनाता है बल्कि अर्थराइटिस की रोकथाम में भी सहायक है।

गांठ गोभी का नहीं करते हैं सेवन तो जान ले इसके कुछ फायदे

गांठ गोभी खाने को हमारे देश में कई नामों से जाना जाता है. यह एक शरदकालीन सब्जी है. इसकी खेती बंदगोभी और फूलगोभी की मुकाबले में कम की जाती है.इसकी ज्यादातर खेती कश्मीर, महाराष्ट्र,  बंगाल, आसाम, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब या फिर दक्षिण भारत के कुछ इलाकों कोहलराबी में विटामिन सी, एंथोसायनिन और आइसोथियोसाइनेट जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है. यह आपके सेल्स को फ्री रेडिकल डैमेज से बचाता है. एंटीऑक्सीडेंट्स की उच्च मात्रा डायबिटीज और पेट संबंधी बीमारी को कम करने में मददगार है.

पाचन में करता है सुधार
कोहलराबी डायटरी फाइबर का एक अच्छा स्त्रोत है, जो डाइजेस्टिव हेल्थ में सुधार करता है. फाइबर खाने से कब्ज, ऐंठन और सूजन की समस्या नहीं होती. यह आम तौर पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम की गुणवत्ता में सुधार करता है.

वजन करता है कम
कोहलराबी को वजन कम करने वाले डाइट के लिए एकदम सही सब्जी कहा जाता है. दरअसल यह कैलोरी में कम है, फाइबर में उच्च है, और लाभकारी पोषक तत्वों के साथ पैक किया जाता है. फाइबर हमें लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है.

क्या खीरा खाने के बाद पीना चाहिए पानी ? यहाँ जानिए अपने इस सवाल का सही जवाब

अक्सर अच्छी सेहत के लिए सभी खाने के साथ सलाद का सेवन करते हैं। सलाद में खीरा बड़े चाव से खाया जाता है। खीरे में कई ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारी सेहत के लिए जरूरी होते हैं। इसमें विटामिन, मिनरल और इलेक्ट्रोलाइट्स का पावरहाउस कहा जाता है। इसका सेवन आप किसी भी रूप में कर सकते हैं।

बहुत से लोग इसे सलाद, सैंडविच, रायता जैसी चीजों में खाना पसंद करते हैं। गर्मियों में हल्का और साफ भोजन करना चाहिए, क्योंकि सर्दियों के मुकाबले इस सीजन में डायरिया और फूड पॉइजनिंग की समस्‍या अधिक होती है। इसलिए हमें अपने डायट का विशेष ख्याल रखना चाहिए। चलिए जानते हैं खीरा खाने के दौरान हमें किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।

खीरे में लगभग 95 फीसदी पानी होता है।  स्किन और बालों के लिए खीरा काफी अच्छा माना जाता है। इसमें 95 फीसदी पानी होने की वजह से इसे खाने के बाद पानी का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं, तो खीरे में मौजूद पोषक तत्‍वों से वंचित रह सकते हैं। खीरे में मौजूद पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण के लिए आप कच्ची सब्‍जियां और फलों के साथ खीरे का सेवन कर सकते हैं।

साइकिल चलाने से 30-70 फीसदी तक कम होगा आपके शरीर का वजन

यह आम धारणा है कि दिल को दुरुस्त रखने के लिए शारीरिक सक्रियता जरूरी है, लेकिन हाल ही में एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि दिल को बीमारियों से दूर रखने के लिए वेटलिफ्टिंग (वजन उठाना) से टहलने और साइकिल चलाने के मुकाबले ज्यादा फायदा होता है।

अध्ययन में सामने आया कि दोनों तरह की गतिविधियों मसलन वेटलिफ्टिंग के साथ ही टहलने और साइकिल चलाने जैसी गतिविधियां करते रहने से हृदयसंबंधी बीमारियों का खतरा 30 से 70 फीसदी कम हो जाता है।

अगर ये लोग दिल की बीमारी समेत दूसरी तरह की बीमारियों से बचना चाहते हैं, तो इनको अपनी टमी पर जमा फैट को कम करना होगा. टमी पर जमी फैट को कम करने के लिए ऐसा भी न करें कि आप खाना-पीना छोड़ दें. इस आर्टिकल में हम आपको लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करके बढ़ती टमी को कम करने का तरीका बता रहे हैं. इसके बारे में एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं

अमेरिका स्थित मेयो क्लिनिक ने कुछ समय पहले किये एक शोध में बताया कि जिन लोगों का शरीर बीएमआई (बॉडीमास इंडेक्स) पैरामीटर पर फैटी होता है, लेकिन उनके पेट पर चर्बी जमा न हो तो इनका मोटापा ज्यादा हानिकारक नहीं होता. लेकिन जिन लोगों के पेट पर फैट जमा होता है उनको बीमारी का खतरा ज्यादा होता है.

गर्मी के मौसम में पसीने की गंदी बदबू से हैं परेशान तो यहाँ जान लीजिये इसे दूर करने के कुछ उपाए

पसीना आना एक सामान्य स्थिति है, लेकिन जब यह अधिक मात्रा में आता है, तो इससे इंसान शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से असहज हो जाता है।

इस स्थिति पर लोगों का जल्दी ध्यान भी नहीं जाता और कुछ लोग इसके लिए गंभीर भी नहीं होते, जबकि यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकता है।आज हम आपको कुछ उपाय बताएंगे अगर आपके उपाय करते हैं तो आपको पसीना नहीं आएगी .

सबसे पहले आप कच्चे हल्दी का पेस्ट बना लें और उसे उस जगह पर लगाएं जहां आपको सबसे ज्यादा पसीना आता है इससे आपको क्या फायदा होगा कि जल्दी पसीना नहीं आएगा.

आप कहीं भी बाहर जा रहे हैं या फिर बाजार जा रहे हैं तो उससे पहले आप नीम की पानी से स्नान कर ले इससे आपको पसीना भी नहीं आएगा और अगर आप नीम के पानी से स्नान करते हैं तो बहुत सारे बीमारियों को भी खत्म करता है |

आप खीरे का इस्तेमाल करके भी पानी पसीने से छुटकारा पा सकते हैं आपको खीरे का पेस्ट बनाना है और जहां भी पसीना आता है वहां पर खीरे का पेस्ट लगा दे तो आपको पसीने से छुटकारा मिल सकता है या फिर पसीना कम आएगा

भूख न लगने की समस्या से परेशान हैं तो यहाँ जानिए इससे निजात पाने का तरीका

अगर आप को भी भूख न लगने की समस्या है तो यह आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। लंबे समय तक भूख न लगने की स्थिति को डॉक्टरी भाषा में एनोरेक्सिया कहा जाता है।

यह समस्या गलत जीवन-शैली, खान-पान की बुरी आदतों के कारण उत्पन्न होती है। एनोरेक्सिया से निजात पाने के लिए अच्छी जीवनशैली, खान-पान पर विशेष ध्यान और व्यायाम आवश्यक है।

30 ग्राम पानी में हरे धनिये का रस पानी में मिला कर रोजाना पीने से भूख लगनी जल्द शुरू हो जाती है।भोजन अकेले करने से भी भूख कम लगती है अगर आप कुछ लोगों के साथ बैठकर खाना खाएंगे तो यह स्वाभाविक सी बात है कि खाना खाने पहले के मुकाबले ज्यादा खाया जाता है इसलिए कोशिश करें अकेले खाना ना खाएं

रात को सोने से पहले अांवला का तीसरा भाग,हरड़ का दूसरा और बहेडा(बेलेरिक मिरोबोलम) का एक भाग मिलाकर चूर्ण बना लें और पानी के साथ पी लेने से सुबह पेट साफ हो जाता है। इससे भी भूख लगनी शुरू हो जाती है।