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हेल्थ

रात में नींद नहीं आने की समस्या से हैं परेशान तो इस फल को उबालकर करें इसका सेवन

केले का सेवन आपके शरीर के लिए बहुत फायदेमंद रहता है. चिकित्सक भी केले के सेवन की सलाह देते हैं. इसे खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है और आपको भूख नहीं लगती.

अगर आप केले के सेवन से अभी तक परहेज करते हैं तो आप जान लीजिए केला आपको जरूर खाना चाहिए. लेकिन अगर आप केले को उबालकर खाए तो यह आमतौर पर केला खाने से ज्यादा फायदेमंद रहता है.

अगर आपको रात में नींद नहीं आने की समस्या है तो केले खाने से आपको फायदा मिलेगा। केले में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होता है जो शरीर को ताकत देता है। इसके सेवन से हडि्डयां मजबूत होती हैं।

इसलिए छोटे बच्चों को भी केला खिलाने की सलाह दी जाती है। नींद नहीं आने की समस्या से ग्रस्त लोगों को सोने से ठीक पहले छिलके सहित केले की चाय बनाकर पीनी चाहिए। एक सप्ताह तक लगातार ऐसा करने से आपको रात में अच्छी नींद आएगी। इसके अलावा आप खुद को पहले से ज्यादा ताजगी भरा महसूस करेंगे।

 

याददाश्त को मजबूत करने के लिए आप भी सोने से पहले दूध में ये चीज़ मिलाकर पीएं

आयुर्वेद के अनुसार ,दूध को पौष्टिकता की दृष्टि से एक सम्पूर्ण आहार माना गया है। दूध में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, नियासिन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, आयोडीन, मिनरल्स, फैट, ऊर्जा, राइबोफ्लेविन (विटामिन बी -2) के अलावा विटामिन ए, डी, के और ई मौजूद होते हैं। इसके अलावा पूजा के दौरान प्रसाद के रूप में चढ़ाई जानेवाली मिश्री का अपना एक खास महत्व है। मिश्री की मिठास मन के साथ-साथ दिमाग को भी खुश कर देती है।

आंखों को स्वस्थ रखने और आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए मिश्री वाले दूध का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है. इसके लिए आप रोजाना रात को सोने से पहले एक गिलास गुनगुने दूध में थोड़ी सी मिश्री मिलाकर पी सकते हैं.

डाइजेशन के लिएडाइजेशन को बेहतर बनाने और अपच, कब्ज व एसिडिटी जैसी दिक्कतों से निजात दिलाने में मिश्री वाला दूध मदद करता है. इसके लिए रोजाना नाश्ते में आप एक ग्लास ठंडे दूध में मिश्री मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं.

मानसिक थकान को दूर करने के लिए और याददाश्त को मजबूत करने के लिए आप मिश्री वाले दूध का सेवन कर सकते हैं. इसके लिए आप रोजाना रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में मिश्री मिलाकर इसका सेवन करें.

विटामिन सी जैसे पोषक तत्वों से भरपूर ब्रोकली आपको दिलाएगी ये सभी लाभ

बाजार में इन दिनों ब्रोकली भरपूर मात्रा में नजर आ रही है. इस सब्जी को सुपर फूड में गिना जाता है. इसे आप दोनों तरीकों से खा सकते हैं. चाहें तो पूरी तरह से पकाकर खाएं या फिर इसे हल्का स्टीम करके खाएं. ब्रोकली में भरपूर पोषक तत्व होते हैं.

साथ ही इसमें विटामिन्स भी भरा होता है. ब्रोकली में आयरन, विटामिन ए, सी, पोटैशियम, प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट और क्रोमियम होता है जिससे कैंसर में बचाव होता है. इससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी कारगर है.

आयरन, विटामिन ए, सी, पोटैशियम, प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट और क्रोमियम का ये बेहतरीन स्त्रोत है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाई जाती है.

ब्रोकोली में कैल्शियम और विटामिन का उच्च लेवल होता है। दोनों हड्डी के स्वास्थ्य और ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने के लिए महत्वपूर्ण हैं। कैल्शियम के साथ ब्रोकोली अन्य पोषक तत्व जैसे मैग्नीशियम, जिंक और फॉस्फोरस से भी भरपूर है। ये सब्जी बच्चों, बुजुर्गों के लिए बेहद उपयुक्त है।

स्किन की देखभाल न सिर्फ स्किन की चमक से है बल्कि स्वस्थ होना भी जरूरी है। एंटी ऑक्सीडेंट्स, विटामिन सी और मिनरल्स जैसे कॉपर, जिंक सेहतमंद स्किन को बनाए रखने में मदद करते हैं। ये स्किन को संक्रमित होने से बचाता है और स्किन की प्राकृतिक चमक को बहाल करता है। ब्रोकोली विटामिन के, एमिनो एसिड और फोलेट से भरपूर होता है। ये सभी सेहतमंद स्किन की इम्यूनिटी में योगदान करते हैं।

एक्सरसाइज और डाइटिंग से भी नही कण्ट्रोल हो रहा हैं वजन तो आजमाएँ ये नुस्खे

आजकल ज्यादा वजन एक कॉमन समस्या बन चुका है। बढ़े हुए वजन की वजह से कम उम्र में भी तमाम समस्याएं जैसे डायबिटीजए बीपीए जॉइंट पेन आदि लोगों को घेर लेती हैं।

इन समस्याओं से बचने के लिए समस्याओं की जड़ यानी मोटापे को दूर करना बहुत जरूरी है। वजन को कम करने के लिए लोग एक्सरसाइज और डाइटिंग वगैरह कई तरह के प्रयास करते हैं।

1.पम्पकिन सीड्स
पम्पकिन सीड्स यानी कद्दू के बीजों में आयरनए कैल्शियमए बी 2ए फोलेट. फाइबर और बीटा-कैरोटीन सहित तमाम पोषक तत्व होते हैं, साथ ही अन्य सीड्स के मुकाबले सबसे ज़्यादा जिंक होता है। फैट बर्न करने के लिए जिंक काफी अहम रोल निभाता है।

3. चिया सीड्स
चिया सीड्स काले और सफेद रंग के बहुत छोटे बीज होते हैंण् इनमें भरपूर मात्रा में फाइबरए मैग्नीशियमए पोटैशियम और आयरन पाया जाता है।पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है। ऐसे में आपको जल्दी भूख नहीं लगती, साथ ही पोषक तत्व भी मिल जाते हैं।

4. सनफ्लॉवर सीड्स
सनफ्लॉवर सीड्स यानी सूरजमुखी के बीज को आप सलाद या सूप के ऊपर टॉपिंग्स की तरह डालकर सेवन कर सकते हैं। इसमें भी विटामिन ई और तमाम खनिज पदार्थ मौजूद होते हैं। विटामिन ई को एंटीऑक्सिडेंट्स का एक अच्छा सोर्स माना जाता है।

40 के बाद भी हड्डियों को बनाए रखना हैं स्ट्रोंग तो दूध से बनी इन चीजों का करें सेवन

40 वर्ष पूरे होने के बाद मसल्स ढीली होने लगती हैं जबकि हड्डियां कमजोर। इस उम्र में ऑस्टियोपोरेसिस होने का खतरा बढ़ जाता है जिससे हल्की सी चोट से भी हड्डी टूटने का डर बना रहता है मगर आपको घबराने की जरूरत नहीं। आज हम आपको कुछ आसान से आसन बताएंगे जो 40 के बाद भी हड्डियों को कमजोर नहीं होने देते।

पनीर

अगर आपको दूध पसंद नहीं है तो आप दूसरे खाद्य पदार्थों से उसकी पूर्ति कर सकते हैं। आप सर्दियों में पनीर का सेवन कर सकते हैं। पनीर में भी भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है। पनीर का सेवन करने से शरीर में कैल्शियम के साथ प्रोटीन की भी कमी पूरी हो जाती है जो हड्डियों को मज़बूती देता है।

दही

अगर आप रोज़ाना दही को अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो ये भी हड्डियों को प्रोटेक्ट करने का काम बखूबी करते हैं। आप चीनी की जगह इसमें जीरा पाउडर और नमक मिलाकर खा सकते हैं। एक कटोरी दही में 30 प्रतिशत कैल्शियम के साथ-साथ फास्फोरस, पोटेशियम, विटामिन बी2 और बी12 होता है, इसलिए यदि आपको दूध नहीं पसंद तो आप दही खा सकते हैं।

सोया

दूध या टोफू अगर आपको नॉर्मल दूध पीना बिल्कुल अच्छा नहीं लगता है तो आप सोया दूध या टोफू का सेवन कर सकते हैं। इनका स्वाद दूध के स्वाद से काफी अलग होता है पर इनमें कैल्शियम की प्रचुरता पाई जाती है।

साबूदाना बच्चों के लिए हैं बेहद पौष्टिक आहार, जानिए इससे होने वाले कुछ लाभ

बढ़ते हुए बच्चों को कुछ ऐसी चीजें खिलानी चाहिए जिससे कि उनकी हाइट भी बढ़ सके। आप दाल, रोटी और सब्जियों के अलावा कुछ ऐसी चीजों को भी उनकी डाइट में शामिल कर सकते हैं, जो सिर्फ कुछ मौकों या स्पेशल दिनों में ही खाई जाती है।  बच्चों को क्यों खिलाना चाहिए साबूदाने से बने पकवान-

प्रोटीन – साबूदाना प्रोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता है। यह शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन का हेल्दीन विकल्प होता है। बच्चोंज के विकास के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी होता है और आप साबूदाने की खीर के जरिए अपने बच्चेच की डाइट में आसानी से प्रोटीन शामिल कर सकते हैं।

रक्त संचार – रक्त संचार के लिए पोटेशियम की जरूरत होती है और साबूदाने में यह प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ब्लेड सर्कुलेशन ठीक से हो, इसके लिए साबूदाने को बच्चों के भोजन में नियमित रूप से शामिल करें।

पाचन में सुधार – साबूदाना स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट का शुद्ध रूप है, इसलिए यह न केवल पचाने में आसान है बल्कि पाचन तंत्र को भी दुरुस्त् रखता है। अगर आपके बच्चे को कब्ज रहती है, तो उसको साबूदाना खिलाएं।

 

 

 

गर्मी के मौसम में पुदीने की पत्तियों को लम्बे समय तक ताज़ा रखने के लिए आजमाएं ये स्टेप

पुदीना स्वाद और सेहत दोनों के लिए बहुत फायदेमंद है. खाने में अगर पुदीने की चटनी, रायता, परांठा या सलाद में पुदीना डाल दिया जाए तो मजा आ जाता है. पुदीने का इस्तेमाल जलजीरा और शिकंजी में भी किया जाता है.  तो इन 3 तरीकों से पुदीने को स्टोर कर सकते हैं. इससे आपका पुदीना पूरे साल चलेगा. जानते हैं कैसे

पुदीने की पत्तियों को ज्यादा लंबे समय तक चलाने के लिए आप पुदीने के बंडल को घर लाकर खोल दें. इन पत्तियों का इस्तेमाल आप सब्जी या फिर चटनी बनाने में कर सकते हैं. पत्तियों को किसी गीले कपड़े ढ़क दें और इसे फ्रिज में रख दें. इससे पुदीना 15 दिन तक आसानी से चल जाएगा.

पुदीने को स्टोर करने का दूसरा तरीका है. कि आप एक पेपर टॉवल लें और उसे थोड़ा गीला कर लें. अब इसमें पुदीने की पत्तियों को रख दें. अब पुदीने को टॉवल समेत प्लास्टिक बैग में रख दें. इस बैग को बंद करके फ्रिज में रख दें. इससे काफी लंबे समय तक पुदीने की पत्तियां फ्रेश रहेंगी.

बिना किसी टेंशन के आप पुदीने को पूरे 1 साल तक सुखाकर रख सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले पुदीने को धो लें फिर पत्तियों को साफकरके उन्हें एक टॉवल से पोछ लें. पत्तियों को किसी अखबार या पेपर टॉवल में रैप करके रख दें.

कंप्यूटर पर घंटो काम करने से खराब हो रही हैं आंखों तो इस तरह रखें इनका ध्यान

महिलाएं अपने मेकअप और स्किन केयर को लेकर काफी परेशान हैं।  घर में रह कर अपने आपको कैसे फिट रखें और अपनी स्किन का ध्यान कैसे रखें।आज हम आपको यहाँ बताएँगे कुछ आसान टिप्स:

आंखों को आराम देना
फ्रेश दिखने के लिए आंखों को आराम देना भी बेहद जरूरी है। ज्यादा देर तक कम्प्यूटर के सामने बैठने वालों को थोड़ी-थोड़ी देर बाद खिड़की के बाहर या देखना चाहिए  इससे आंखों को आराम मिलता है।

स्नान करने से भी चेहरे पर रौनक आती है। हालांकि 10 मिनट से ज्यादा देर तक नहीं नहाना चाहिए। गर्म पानी से देर तक नहाने से त्वचा पर लाल धब्बे भी पड़ सकते हैं।

ध्यान केंद्रित करना
दोपहर के समय लगभग हर किसी को नींद आने लगती है। काम के बीच समय में से 5 मिनट निकालकर भी आंखें बंद करें, तो यह फायदेमंद होता है।  यह हार्मोन खुशी के एहसास के लिए जिम्मेदार होता है।

परिवार की देखभाल के बीच खुद को हेल्थी रखने के लिए महिलाएं करें ये योगासन

महिलाएं अक्सर घर  और परिवार की देखभाल के बीच खुद की सेहत के साथ समझौता कर लेती हैं। जिसका नतीजा होता है कि समय से पहले ही उनका शरीर कमजोर हो जाता है।

साथ ही परिवार के प्रति फिक्र के चलते वो बहुत सारा तनाव पाल लेती हैं। लेकिन महिलाओं को अपनी सेहत के साथ समझौता नहीं करना चाहिए और खुद का ख्याल रखना चाहिए।

नौकासन: इस आसान को करते समय शरीर का आकार नाव जैसा होता है इसलिए इसे नौकासन कहते हैं। इसे करने से पेट के फैट को कम किया जा सकता है। यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और साथ ही साथ सिर से लेकर पैर तक फायदा पहुंचाता है। महिलाओं के गर्भवती होने के पहले और बाद में यह आसन उनके स्वास्थ्य में अहम भूमिका निभाता है।

प्राणायाम: प्राणायाम करते समय जितना फोकस स्लो डीप ब्रीदिंग पर होगा, उतना ही वो तन-मन को बेहतर रखेगा। प्राणायाम न सिर्फ श्वांस और जीवन के स्तर को बढ़ाता है, बल्कि बिगड़े मूड को बेहतर करने में भी कारगर होता है।

हर महिला  अपने जीवन में योग जरूर शामिल करना चाहिए। इससे वो हमेशा स्वस्थ रहेंगी और दैनिक जीवन में होने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां कम होंगी। तो चलिए जाने कि एक महिला होने के नाते सबसे सरल आसन कौन सा है जो हर महिला कर सकती है।

 

 

हार्ट अटैक और दिल की बीमारियों को बढ़ावा देता हैं तला हुआ भोजन, देखिए इसके नुकसान

भारतीय घरों में खाना तब तक पूरा नहीं माना जाता, जब उसके साथ सलाद, अचार या पापड़ न परोसा जाए। कुछ लोग तो खिचड़ी, कढ़ी चावल यहां तक कि रोटी आदि के साथ भी पापड़ खाना पसंद करते हैं।  लेकिन क्या आप जानते हैं कि जरूरत से ज्यादा पापड़ का सेवन आपके लिए परेशानी भी खड़ी कर सकता है।

गैर सेहतमंद डाइट का संबंध स्ट्रोक या हार्ट अटैक से भी जोड़ा गया है. उनका कहना है कि स्ट्रोक या हार्ट अटैक और दिल की बीमारियों का खतरा 22 से 28 तक बढ़ सकता है. शोधकर्ताओं ने अपनी खोज के बारे में कई स्पष्टीकरण सुझाए हैं.

तले हुए फूड में डाइटरी फैट की अधिक मात्रा होती है और ये अतिरिक्त ऊर्जा का सेवन करने की तरफ ले जाता है, जो हार्ट की समस्याओं का खतरा बढ़ा सकता है. रिसर्च के तौर पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग एक सप्ताह में चार या उससे ज्यादा बार खाते हैं, उनके मोटा होने का खतरा 37 फीसद ज्यादा है.

कुछ लोग बाजार में पापड़ को फ्राई किया हुआ खाना पसंद करते हैं। लेकिन जब पापड़ों को एक ही तेल का उपयोग करके बार−बार तला जाता है, तो पुनः उपयोग किया जाने वाला तेल ट्रांस−वसा में समृद्ध हो जाता है या यदि तेल की गुणवत्ता अच्छी नहीं होती तो यह आपके स्वास्थ्य पर अन्य प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है जिससे हृदय की समस्या, मधुमेह आदि हो सकते हैं।